सबसे पहले महात्मा की उपाधि अंग्रेजो ने ज्योतिवा राव फूले को उनके सत्यसोधक समाज के स्थापना एवं उनके कार्य शैली के आधार पर दिया था।सच्चे माने मे भारत के वही राष्ट्रपिता है। गांधी बहुरूपिया था।
@@purnendusharma1256 हमने कब कहा उनको महात्मा कहो लेकिन जो मूलभूत आधार संविधान तत्व सबको समान अधिकार, सबको साथ लेकर चलना, आज़ादी, ये सब विचार उनके पृष्ठ भूमि है
क्या संविधान में लिखा है की महात्मा गांधी राष्ट्रपिता है...फिर हम क्यों माने।भारत तो गांधी के पहले से चला आ रहा फिर वे कैसे राष्ट्रपिता हुए।रही बात त्याग और बलिदान की तो देश पर एक नही लाखो लोग शहीद हो गए तो क्या सबको राष्ट्रपिता बना दें।
राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले है जिन्होंने शुद्रो के लिए संघर्षरत होकर ज्योति सावित्री को शिक्षित करके प्रथम महिला शिक्षक बनाया सच में राष्ट्रपिता ज्योति सावित्री फूले है
आपकी भावना से सहमत हूं, पर जब तक शूद्र जातियां सत्ता में नहीं आएंगी, तब तक ज्योतिबा और सावित्री को राष्ट्रपिता और राष्ट्रमाता नहीं कहा जा सकता। सारे शूद्र तो रामलला, विश्वकर्मा, कांवर जैसी नौटंकियों में लगे हैं!😂
एकांगी विश्लेषण है। भारत का विभाजन होने देना गांधी का महापाप है। अक्षम्य पाप तो और भी हैं, बाबा साहेब अम्बेडकर जी भी गांधी को महात्मा नहीं मानते थे। गांधी शुद्ध रूप से राजनैतिक खिलाड़ी थे।
गाँधी बनना,, महात्मा गांधी ,,महान से बना महान वह है जो समर्पित। जनता, देश ,लोगों मे अपने दर्द ,,और अपने को उसी रूप में ढाला,, देश की जनता उनके सद्बुद्धि सदभव ,समान जीवन ,,देश की पहले की कुर्तियों पर चोट ऐसा मानव ,,कभी कभी जन्म लेते हैं,, महात्मा गांधी,, लोगों ने कहा हिंसा से आजादी नही मिलती ,,अहिंसा से मिली है यह अहिंसा का ज्ञान महात्मा ही देते हैं
राष्ट्रपिता बनने की ईच्छा तो बहुत से लोगों की होती हैं पर उनकी त्याग, तपस्या का कोई मुकाबला नहीं कर सकता।उपाधी देने वाले की योग्यता को कोई नहीं जान सका अतुलनीय क्षमता
जो अंग्रेजों का एजेंट मोहन गांधी अपनी सजा पैलेस में कटता था वह राष्ट्रपिता हो गया और वीर सावरकर अपनी सजा अंडमान के कला पानी सजा के कांटे 20 साल वह राष्ट् द्रोही हो गया ऐसे ही हमारे देश के वामपंथी अंधभक्त गुलाम लोग हैं😂😂😂
राष्ट्र पिता का मतलब origin of प्रेम, बोध, विवेक, करुणा, शुद्ध चेतना, एकता, देह या लिंग् के आधार पर भेद भाव न करना, समान अधिकार, अपरिग्रह, अहिंसा, मन को सत्य के प्रति समर्पित, मुक्ति, libration, आज़ादी ये सब आधार है❤❤❤❤ बुद्ध- दुःख है, दुःख का कारण है, दुःख का अंत है, दुःख का अंत का मार्ग है❤❤❤❤ सभी का कल्याण हो सभी जीव जंतु पेड़ पौधों के प्रति प्रेम ये आधार है ये पृष्ठ भूमि इसे महात्मा कहते हैं
अगर आप लोक तंत्र मे विश्वास रखते है तो सबसे पहले मोहनदास करमचंद गांधी नेही लोकतंत्र का खून किया है ज जॉब सरदार वल्लभभाई पटेल काँग्रेसचे अध्यक्ष जुने गये थे तो उनको खारीज करके नेहरू को क्यू बना दिया अध्यक्ष😂😂
।। सत्यमेव जयते।। मुकेश जी, जगजाहिर सत्य है कि जन्म से कोई ज्ञानी नहीं पैदा होता है और ना ही मूर्ख पैदा होता है शिक्षा से ही ज्ञान अर्जित होता है इसलिए भारत के न्यायाधीश राष्ट्रपति एवं सभी सांसद और सभी भाषाओं के वैज्ञानिक तथा सभी धर्मों के धर्मगुरु को बताना चाहिए कि महात्मा किसे कहते हैं और राष्ट्रपिता किसे कहते हैं या फिर राष्ट्रमाता किसे कहा जा सकता है भारत माता किसे कहा जा सकता है सभी की बोलती बंद हो जायेगी अपने आप आगे हर कोई समझदार है जय संविधान हर हर महादेव जय श्रीराम।। सत्यमेव जयते।।
महात्मा गांधी पं नेहरू डा अम्बेडकर इत्यादि महान नेताओं ने संविधान दिया जिसके बल पर दलितों आदिवासियों दबे कुचले पिछडों गरीबों को आरक्षण मिला शोषण से मुक्ति मिली
हिंदी पाठ्यक्रम में बताया गया कि हरिद्वार में विश्व विद्यालय में कांग्रेस ने सम्मेलन किया था वहां कांग्रेस चमचे नेताओं ने महात्मा की उपाधि प्रदान की थी गांधी ने केवल हिंदू के हितों में कम किया। सेवाग्राम में गांधी ने सफाई काम गारो
अच्छा माना गाँधी जी राष्ट्रपिता थे तो क्या अब भारत अनाथ है। या गांधी के के पहले भारत देश को पिता नही था । मेरे विचार से भगवान राम ही भारत देश के राष्ट्रपिता हो सकते है।
श्री मान जी आप महात्मा गांधी जी अनेको कार्य का नाम गिनाए हैं ए सब अपने आप में सरहनीय है लेकिन उनको महात्मा जी का उपाधि देना सही नही है क्योंकि उनमें पूर्ण का भाव नहीं था।उन्होंने समय जगह स्थान देखकर अपने स्वभाव का उपयोग करते हुए लोगों को आकर्षित कर उनके दीमक सनुभूति पैदा करते थे।अगर उनके विचार में समभाव न्याय सभी वर्गो के लिए होता तो शायद बाबा शाहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने महत्मा गांधी कहने से इंकार नहीं करते।क्योंकि कई बार ऐसा ओसर आया जिसमें सभी वर्ग के लोगो निर्णय बाबा शाहब डॉ भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिया गया जिसमे गांधी जी के विरोध पर उस कार्य को आगे बढ़ाया नही जा सकता था।इसलिए महात्मा गांधी जी का खाने का दांत अलग था दिखाने वाले दांत अलग था।इसलिए राष्ट्र महात्मा नही हो सकता।जरूर राजनीति महात्मा गांधी जी है।जय सतनाम छत्तीसगढ़।
जब तक गांधी की राष्ट्रपिता की प्रसिद्धि को मिट्टी में नहीं मिलाया जाएगा, तब तक सावरकर और नाथूराम गोडसे को भारतरत्न नहीं दिया जा सकेगा। दूसरी बात, 2014 में गोडसेवादी ने काका बनने की कोशिश की थी, पर नहीं बन पाया 😂! आज भी सोचता होगा कि नेहरू चाचा कैसे बन गए!😂
हिंदु धर्म की सबसे प्रतिष्ठित किताब है गीता। जब तक गीता नही पढ़ते समझते तब तक गांधी जी को समझना मुश्किल है। गीता अध्याय 12 के कई श्लोको से प्रभावित है गांधी जी का आचरण
@@shyamlalmaurya6010 आपको गलत बताया गया है, गाँधीजी तो समानता चाहते थे, लेकिन बाबासाहब एस सी एस टी के लिए चुनाव में डबल, तिबल वोटों का अधिकार देना चाहते थे.। अब समझो ये कैसी समानता थी।
बहुत सुंदर प्रस्तुति मनुवादी बराबर अपने बर्चस्व क़ायम रखने के लिए प्रोपेगेंडा काम करते हैं और महात्मा गांधी जी कैसे लीडर को अपमान करते रहते हैं तरह के गलत इतिहास को पढ़ाते है कि राजाओं , देवी-देवताओं को प्रचार करते हैं ताकि मुल मुद्दे पर ध्यान न दें।
Manush ko gyat hona chahiye ki Ishwar hi manush ko mahatma banata hai, un j achran dwara, nanav seva k dwara, har manush mae ishwar niwas karta hai, jo har insan ko prem karta hai, wah mahan atma hai, ham sabhi mahatma ban sakte hai ban sakte hain, ghos Aghoshit
Gandhi और उनके पुरखों ने मुगलों अंग्रेजों को इस देश में टिकाए रखने का काम किया है क्यों चमचागिरी कर रहे हो गांधी के पिता जी ने क्यों अंग्रेजों को भागने का काम नहीं किया अब लोगो को मूर्ख बनाना छोड़ो लोग अब तर्कशील हो गए है जय भीम
Thank you. If we discount BAPUJI'S contributions of uniting this vast spread out land ,we are harbouring divisiveness...Sad... the INDEPENDENCE struggle was unique & managed to make the armed- to - hilt British leave the land, with a hand shake... Millions suffered, were looted, but did not die ,on the battlefield
।। सत्यमेव जयते।। श्री मुकेश जी एवं श्रीराम पुनिया जी, महात्मा गांधी जी को महात्मा क्यों कहा जाता है और उन्हें राष्ट्रपिता क्यों कहा जाता है यह दोनों प्रश्न यक्ष प्रश्न के समान हम सभी के खोपड़ी अर्थात बुद्धि में विचाराधीन स्थित में सदैव विराजमान है और श्रीराम पुनिया जी हमारे पिताजी के समतुल्य है हमने अपने पिताजी से यही यक्ष प्रश्न किया था जब हम नौवीं कक्षा में काली प्रसाद इण्टर कालेज इलाहाबाद में पढ़ते थे उन्नीस सौ एक्यासी १९८१ और हमारे पिताजी कुलभाषकर कृषि महाविद्यालय इलाहाबाद से स्नातक थे उन्होंने भी यही उत्तर दिया था जो श्रीराम पुनिया जी दे रहे हैं और देश संविधान से चलता है वेद पुराण कुरान गीता बाइबिल रामायण से मनुष्य चलते हैं और इलाहाबाद की रामलीला विश्वविख्यात है इसलिए जय संविधान हर हर महादेव जय श्रीराम।। सत्यमेव जयते।।
Muslim samuday achhe se janta he ki mahatma gandhi ko mahanatma kisne banaya but muslim leeder ki sab se badi bhul thi or yeh bhul jab pata chali jab turki ki khalafat ke khatme ka virodh hua tab or jab doctor ambedkar ko jab mubai se haraya tab yeh mahan atma ne muslimo ka sath nahi diya tha
Subversion has several stages. At first you have to neutralse the existing ideas , then to induct your ideas in colourful bouquet. Moreover time span is another factor lastly induct your ideas vigourusly , crucedly .
अरे डॉक्टर साहबो , फिर भी देश का पिता कोई कैसे हो सकता है ? राष्ट्र के पुत्र पुत्री तो हो सकते है। एक काम करो तुम गाँधी को अपना बाप घोषित करो अपने आधार कार्ड में भी, लेकिन हम तो नहीं कर सकते
तुमने जीवन मे साहित्य, दर्शन कभी पड़ा हैश्री मद bhagwat गीता, ऋषि अष्टावक्र गीता, रिभु गीता ,swami विवेकानंद की 28book पड़े नही हो क्या आत्मा- सत्य,मौन, आनंद, अचल, अनादि, अविनाशी, nirdosh, निर्विकार, निर्लिप्त है। रही मन बुद्धि चित्त अहंकार ये प्रकृति के तत्व है जो हर पल बदल रहे है बनते है टूटते है तो प्रकृति मे शोक के करने के लिए कुझ नही है मात्र अज्ञानता है पानी में मीन प्यासी मोहे सुन सुन आवत हंसी शरीर से कुझ भी नही उढता है आत्मा या कुझ भी जो बोलते हो अज्ञानवश जैसे पेड़ से पत्ता गिरता है ऐसे सभी प्राणी, जीव जंतु प्रकृति मे जीवन काल पूर्ण होते ही गिर जाते हैं
With all these qualities he was totally against Untouchables to give them even citizens.rights . He deprived SC ST communities to select. Elect their represetative kin poona pact. He had one future Vision of Nation . He proved pro varana wadi. Brahman wad wichwas clear when Sardar Patel ji was. deprived from Priministership He insisted throughout that Every Caste must follow their parents occupation In this situation what these Castes should think.
Gandhi ne jo bhi mulya banae vah Sare hinduon Ke Liye Ghatak ho gaye aur aaj Hindu cut rahe hain Mar rahe hain Hindu Apne Desh Mein surakshit Nahin Hai Apne Tohar Ne banaa Pa rahe hain unko Pathar barsaye ja rahe hain aur koi bhi kam unhone musalmanon ke vipaksh mein nahin kiya Desh Ka bantwara Kar Diya musalmanon ko hi rakhva Diya aap Keval Ahinsa hinsa Dekhkar Gandhi ko rashtrawadi rashtrapita banaa Denge aur jo kiya unhone usse kya Uska Kya Aane Wale Samay Aisa Hoga Jaise Bangladesh Mein rashtrapita ki Murti girai Gai na ho sakta hai aisa hi ho jaaye
कभी समय हो तो गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर के छुपे सच को भू बताइए। गुरु देव बौद्ध थे/चांडाल /बराहमन थे। वे पुनः बंगाल में क्यों नहीं जन्म लेना चाहते थे। बंगाल का भद्र लोग गुरुदेव से क्यों मन ही मन चिढ़ता था, पसंद नहीं करता था। उजागर कीजिए कि वे बराहमन नहीं थे। बराहमन गुरुदेव को बराहमन बताने के लिए क्यों व्याकुल था।
Manyavar Aap Jo bhi hain aapko ek baat Pata Hona chahie ki Gandhi ko 50 Sal Mein Azadi ki Yad I Jab Africa Mein gaye the yah Ek sochi samjhi angrejon ki niti Thi Jab vah angrejon ko Marne Lage the Hindustani Krantikari to Ek Bande Ko Yahan Laya Jaaye aur vah Ahinsa ka partner Ko Na Marne Se Bachaye Yahi men Karan tha aur Gandhi aur Gandhi ko Sara Shrey Diya Gaya ki desh ko Azad karaya jabki Desh Azad Nahin Hua Use Angrej chhodkar gaye hain use Nahin uske sath 14 Desh bhi Chhod Kar Gaye Hain ab unhen Krantikari se Marne Ka Dar tha isliye vah yahan se Chhod Chhod Kar Apne Wapas Le Gaye isliye Azadi wali koi baat nahin aur abhi bhi Jahan Tak Mujhe Yad Hai per Pada Hai vah news per hai hamara Desh
सबसे पहले महात्मा की उपाधि अंग्रेजो ने ज्योतिवा राव फूले को उनके सत्यसोधक समाज के स्थापना एवं उनके कार्य शैली के आधार पर दिया था।सच्चे माने मे भारत के वही राष्ट्रपिता है। गांधी बहुरूपिया था।
@@purnendusharma1256 हमने कब कहा उनको महात्मा कहो लेकिन जो मूलभूत आधार संविधान तत्व सबको समान अधिकार, सबको साथ लेकर चलना, आज़ादी, ये सब विचार उनके पृष्ठ भूमि है
क्या संविधान में लिखा है की महात्मा गांधी राष्ट्रपिता है...फिर हम क्यों माने।भारत तो गांधी के पहले से चला आ रहा फिर वे कैसे राष्ट्रपिता हुए।रही बात त्याग और बलिदान की तो देश पर एक नही लाखो लोग शहीद हो गए तो क्या सबको राष्ट्रपिता बना दें।
Jis Gandhi ke bagair tumhara jivan mein sans Lene ki bhi musibat Ho uski tarah aur apman hi tum jaise ka vichardhara ko pradarshit karta hai
अगर गांधी राष्ट्र पिता हुए तो मनु गांधी को राष्ट्र माता क्यों नहीं कहा गया जो महात्मा की सहशायिनी रहीं ?
आपमें और आपकी मौजूदा सत्ता में दम है तो कहलवा दीजिए।😂
तेरी मॉ रूठ जाएंगी ना😂 @rajeevSri 420
@@rajeevsri423 ये नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से पूछिए। उन्होंने गांधी जी को सबसे पहले राष्ट्रपिता पुकारा था।
👌👌👌💕 जय महात्मा गांधी
शत शत नमन गांधी ज़ी क़ो 💐
राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले है जिन्होंने शुद्रो के लिए संघर्षरत होकर ज्योति सावित्री को शिक्षित करके प्रथम महिला शिक्षक बनाया सच में राष्ट्रपिता ज्योति सावित्री फूले है
राष्ट्र की क्या भूमिका है कुछ नही महात्मा गांधी न हो तो आज भी गुलाम रहें
आपकी भावना से सहमत हूं, पर जब तक शूद्र जातियां सत्ता में नहीं आएंगी, तब तक ज्योतिबा और सावित्री को राष्ट्रपिता और राष्ट्रमाता नहीं कहा जा सकता। सारे शूद्र तो रामलला, विश्वकर्मा, कांवर जैसी नौटंकियों में लगे हैं!😂
Thanks to all concerned
एकांगी विश्लेषण है। भारत का विभाजन होने देना गांधी का महापाप है। अक्षम्य पाप तो और भी हैं, बाबा साहेब अम्बेडकर जी भी गांधी को महात्मा नहीं मानते थे। गांधी शुद्ध रूप से राजनैतिक खिलाड़ी थे।
Desh mein sabse ganda vichardhara ka pratyek hai RSS Sangh Parivar
गाँधी बनना,, महात्मा गांधी ,,महान से बना महान वह है जो समर्पित। जनता, देश ,लोगों मे अपने दर्द ,,और अपने को उसी रूप में ढाला,, देश की जनता उनके सद्बुद्धि सदभव ,समान जीवन ,,देश की पहले की कुर्तियों पर चोट ऐसा मानव ,,कभी कभी जन्म लेते हैं,, महात्मा गांधी,, लोगों ने कहा
हिंसा से आजादी नही मिलती ,,अहिंसा से मिली है यह अहिंसा का ज्ञान महात्मा ही देते हैं
बाबा साहब ने जो गांधी जी के बारे में बोला या लिखा है उस पर भी एक एपिसोड बनाएं
राष्ट्रपिता बनने की ईच्छा तो बहुत से लोगों की होती हैं पर उनकी त्याग, तपस्या का कोई मुकाबला नहीं कर सकता।उपाधी देने वाले की योग्यता को कोई नहीं जान सका अतुलनीय क्षमता
जो अंग्रेजों का एजेंट मोहन गांधी अपनी सजा पैलेस में कटता था वह राष्ट्रपिता हो गया और वीर सावरकर अपनी सजा अंडमान के कला पानी सजा के कांटे 20 साल वह राष्ट् द्रोही हो गया ऐसे ही हमारे देश के वामपंथी अंधभक्त गुलाम लोग हैं😂😂😂
anaadi kaal me hindu shabd hi nahi tha to hindurashtrwaad anaadi kaal se kaise kaha jayega
मुकेश जी❤ सच का सामना ❌ इस एपीसोड में जो आप बातचीत कर रहे हो वही सच है❤❤
डॉ बाबासाहेब आंबेडकर साहेब ने गांधी को महात्मा कहने हे मना किया
@@yogindragawarguru6911 वो वही करते थे, जो उनसे अंग्रेज चाहते थे, बाबासाहब अंग्रेजों से बहुत लगाव रखते थे।
सत्यमेव जयते
Salute Prof.Ram Puniyani Sir Ji_Sikrai dausa Raj.
राष्ट्र पिता का मतलब origin of प्रेम, बोध, विवेक, करुणा, शुद्ध चेतना, एकता, देह या लिंग् के आधार पर भेद भाव न करना, समान अधिकार, अपरिग्रह, अहिंसा, मन को सत्य के प्रति समर्पित, मुक्ति, libration, आज़ादी ये सब आधार है❤❤❤❤
बुद्ध- दुःख है, दुःख का कारण है, दुःख का अंत है, दुःख का अंत का मार्ग है❤❤❤❤
सभी का कल्याण हो सभी जीव जंतु पेड़ पौधों के प्रति प्रेम ये आधार है ये पृष्ठ भूमि इसे महात्मा कहते हैं
प्रोफेसर राम पुनियानी जी का जवाब काफी सटीक और ज्ञानवर्धक था..महात्मा गांधी का इतने विस्तार से वर्णन करने के लिए मैं उन्हें सलाम करता हूं..
Wonderful analysis about Bapu the most iconic man of centuries.
Absolutely right. Mukesh ji!
अगर आप लोक तंत्र मे विश्वास रखते है तो सबसे पहले मोहनदास करमचंद गांधी नेही लोकतंत्र का खून किया है ज जॉब सरदार वल्लभभाई पटेल काँग्रेसचे अध्यक्ष जुने गये थे तो उनको खारीज करके नेहरू को क्यू बना दिया अध्यक्ष😂😂
महात्मा गांधी-- देशाचे सर्वोच्च नेते...... विश्वव्यापी नेतृत्व...... विश्व नायक
Vote Congress 🤚 for Progress Jai Hind 🇮🇳🤝🙏
असली रास्ट्र पिता dr. अंबेडकर जी हैं. न की मोहन दास गन्धि.
ऐसे इतिहास कार और जानकर है करके देश कि जनता को सच्चाई मालूम होती है. सलाम है ऐसे लोगो के योगदान को
महात्मा गाँधी अमर रहे।
Very right analysis, thank you sir for giving true information
अति सुंदर विश्लेषण
बहुत सुंदर जानकारी के लिए धन्यवाद।
THANK BOTH OF YOU FOR YOUR GOOD DISCUSSION AND information l
।। सत्यमेव जयते।। मुकेश जी, जगजाहिर सत्य है कि जन्म से कोई ज्ञानी नहीं पैदा होता है और ना ही मूर्ख पैदा होता है शिक्षा से ही ज्ञान अर्जित होता है इसलिए भारत के न्यायाधीश राष्ट्रपति एवं सभी सांसद और सभी भाषाओं के वैज्ञानिक तथा सभी धर्मों के धर्मगुरु को बताना चाहिए कि महात्मा किसे कहते हैं और राष्ट्रपिता किसे कहते हैं या फिर राष्ट्रमाता किसे कहा जा सकता है भारत माता किसे कहा जा सकता है सभी की बोलती बंद हो जायेगी अपने आप आगे हर कोई समझदार है जय संविधान हर हर महादेव जय श्रीराम।। सत्यमेव जयते।।
👌
अतिशय सुंदर माहिती.......
जो आज गौमाता को राष्ट्र माता बनवाना चाहते हैं क्या वही लोग गांधी जी को राष्ट्रपिता बनवाया होगा
Ram puniyani ji aapki Jo itihaas ki jankari hamen dete Hain vah bahut hi rochak tathya sahit rahata hai aapko sadhan Naman Salam pranam Jay Bheem
महंमद बिन कासीम तो अरब था.
Professor purani ji AVN sabhi Sathi ko meri taraf se dil se Jo Mahatma Gandhi ji ki baten batai hai vah Shakti Shikari the
मेरा प्रश्न है यदि राहुल गाँधी को नोबेल प्राइज मिले तो क्या मोदी जी उनको बधाई देंगे ?
Railway connected the India , Gandhi united the India.
Very informative and interesting..
राष्ट्र से कोई भी व्यक्ती बडा नही होता इसलिये किसी को भी राष्ट्रपिता कहना गलत है
महात्मा गांधी पं नेहरू डा अम्बेडकर इत्यादि महान नेताओं ने संविधान दिया जिसके बल पर दलितों आदिवासियों दबे कुचले पिछडों गरीबों को आरक्षण मिला शोषण से मुक्ति मिली
राम पुनिया नी सा. बहोत देश के पुराने इतिहास कार है और सोशल मीडिया मे ओ सही इतिहास कि जनकरी लोगोको देकर जागृक कर रहे है.
हिंदी पाठ्यक्रम में बताया गया कि हरिद्वार में विश्व विद्यालय में कांग्रेस ने सम्मेलन किया था वहां कांग्रेस चमचे नेताओं ने महात्मा की उपाधि प्रदान की थी गांधी ने केवल हिंदू के हितों में कम किया। सेवाग्राम में गांधी ने सफाई काम गारो
Mukesh ji n professor ram puniyani. Jai bhim Jai samvidhan
Punyani sirji bahut Sundar Vartan aadhunik bharat ke rachayita gandhi ek mahatma the,ye duniyake buddhijibi mantehe jaisa itihas Kar Punyani sir ko naman,itihas mitanewaleke liye bachaneme jaisa mahatma gandhi ke jaisa mazbut vichar leke chalrahe naman yinko.
अच्छा माना गाँधी जी राष्ट्रपिता थे तो क्या अब भारत अनाथ है। या गांधी के के पहले भारत देश को पिता नही था । मेरे विचार से भगवान राम ही भारत देश के राष्ट्रपिता हो सकते है।
जैसे दिल्ली के सभी ऑफिस से गांधी जी की तस्वीर गायब हैं
देशको " भारत माता " हम सम्भोदित करते है . श्री. मोहनदास करमचंद गांधी को " राष्ट्रपिता " सम्भोदित करना कैसा उचित है ?
Mahatma Gandhi ka roop Saty hai, Satyamev Jayate.
श्री मान जी आप महात्मा गांधी जी अनेको कार्य का नाम गिनाए हैं ए सब अपने आप में सरहनीय है लेकिन उनको महात्मा जी का उपाधि देना सही नही है क्योंकि उनमें पूर्ण का भाव नहीं था।उन्होंने समय जगह स्थान देखकर अपने स्वभाव का उपयोग करते हुए लोगों को आकर्षित कर उनके दीमक सनुभूति पैदा करते थे।अगर उनके विचार में समभाव न्याय सभी वर्गो के लिए होता तो शायद बाबा शाहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने महत्मा गांधी कहने से इंकार नहीं करते।क्योंकि कई बार ऐसा ओसर आया जिसमें सभी वर्ग के लोगो निर्णय बाबा शाहब डॉ भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिया गया जिसमे गांधी जी के विरोध पर उस कार्य को आगे बढ़ाया नही जा सकता था।इसलिए महात्मा गांधी जी का खाने का दांत अलग था दिखाने वाले दांत अलग था।इसलिए राष्ट्र महात्मा नही हो सकता।जरूर राजनीति महात्मा गांधी जी है।जय सतनाम छत्तीसगढ़।
Ardha Satya
मोदी जी को परमात्मा ने टपकाया है विश्व गुरु बनेगा। ऐसे ही कुछ कुछ गांधी जी के बारे में है।
जब तक गांधी की राष्ट्रपिता की प्रसिद्धि को मिट्टी में नहीं मिलाया जाएगा, तब तक सावरकर और नाथूराम गोडसे को भारतरत्न नहीं दिया जा सकेगा। दूसरी बात, 2014 में गोडसेवादी ने काका बनने की कोशिश की थी, पर नहीं बन पाया 😂! आज भी सोचता होगा कि नेहरू चाचा कैसे बन गए!😂
चैनल का नाम बदल लीजिए😂
इस चैनल के साथ सत्य का नाम बदनाम मत करो झूठ झूठ झूठ सब कुछ झूठ
यह प्रोपेगेंडा चलाना बंद करो👎👎👎👎
Sach kadwa hi Hota hai Jo kuchh bhadwo ko pachta nhi .jisko pachta nhi wo manuwadi hi Hota hai
हिंदु धर्म की सबसे प्रतिष्ठित किताब है गीता।
जब तक गीता नही पढ़ते समझते तब तक गांधी जी को समझना मुश्किल है।
गीता अध्याय 12 के कई श्लोको से प्रभावित है गांधी जी का आचरण
In Singapore in a meeting of INA, Gandhi ji was declared as father of the nation/ rashtrapita by Netaji Subhash Chandra Bose.
गांधी जी को छोडो,बताओ कि उस उज्बेक मुगल को पं,डित किसने बनाया।
DMA विदेशी
Jo insanon Ko barabari ka Adhikar Na mile iske liye amrud anshan karta ho use rashtrapita kaise kaha ja sakta hai
@@shyamlalmaurya6010 आपको गलत बताया गया है, गाँधीजी तो समानता चाहते थे, लेकिन बाबासाहब एस सी एस टी के लिए चुनाव में
डबल, तिबल वोटों का अधिकार देना चाहते थे.।
अब समझो ये कैसी समानता थी।
बहुत सुंदर प्रस्तुति मनुवादी बराबर अपने बर्चस्व क़ायम
रखने के लिए प्रोपेगेंडा काम करते हैं और महात्मा गांधी जी कैसे लीडर को अपमान करते रहते हैं तरह के गलत इतिहास को पढ़ाते है कि राजाओं , देवी-देवताओं को प्रचार करते हैं ताकि मुल मुद्दे पर ध्यान न दें।
लोकमान्य तिलक ब्राम्हणवाद के पुरोधा शूद्रों अतिशुद्रो के परम शत्रु।लोक नायक जय प्रकाश,समाजवाद के नाम पर सांप्रदायिक शक्तियों(RSS)को शक्ति दाता,।
Manush ko gyat hona chahiye ki Ishwar hi manush ko mahatma banata hai, un j achran dwara, nanav seva k dwara, har manush mae ishwar niwas karta hai, jo har insan ko prem karta hai, wah mahan atma hai, ham sabhi mahatma ban sakte hai ban sakte hain, ghos
Aghoshit
Gandhi और उनके पुरखों ने मुगलों अंग्रेजों को इस देश में टिकाए रखने का काम किया है क्यों चमचागिरी कर रहे हो गांधी के पिता जी ने क्यों अंग्रेजों को भागने का काम नहीं किया अब लोगो को मूर्ख बनाना छोड़ो लोग अब तर्कशील हो गए है जय भीम
We must take pride in our great leaders.
I have the book published in 1925. Gandhi was referred as Mahatma Gandhi
Mahatma title was given by Rabindranath Tagore.
Rashtrapita title was given by Netaji Subhash Chandra Bose.
Gandhi photo should be removed from the currency notes and instead of any political figure, scientists photo should be used on currency notes.
Subhash Chandra Bose called Gandhiji as Father of the nation.
Thank you. If we discount BAPUJI'S contributions of uniting this vast spread out land ,we are harbouring divisiveness...Sad... the INDEPENDENCE struggle was unique & managed to make the armed- to - hilt British leave the land, with a hand shake... Millions suffered, were looted, but did not die ,on the battlefield
।। सत्यमेव जयते।। श्री मुकेश जी एवं श्रीराम पुनिया जी, महात्मा गांधी जी को महात्मा क्यों कहा जाता है और उन्हें राष्ट्रपिता क्यों कहा जाता है यह दोनों प्रश्न यक्ष प्रश्न के समान हम सभी के खोपड़ी अर्थात बुद्धि में विचाराधीन स्थित में सदैव विराजमान है और श्रीराम पुनिया जी हमारे पिताजी के समतुल्य है हमने अपने पिताजी से यही यक्ष प्रश्न किया था जब हम नौवीं कक्षा में काली प्रसाद इण्टर कालेज इलाहाबाद में पढ़ते थे उन्नीस सौ एक्यासी १९८१ और हमारे पिताजी कुलभाषकर कृषि महाविद्यालय इलाहाबाद से स्नातक थे उन्होंने भी यही उत्तर दिया था जो श्रीराम पुनिया जी दे रहे हैं और देश संविधान से चलता है वेद पुराण कुरान गीता बाइबिल रामायण से मनुष्य चलते हैं और इलाहाबाद की रामलीला विश्वविख्यात है इसलिए जय संविधान हर हर महादेव जय श्रीराम।। सत्यमेव जयते।।
Great leader was Subhash Chandra Bose.
Hi mukesh kumar abdul qaiyoom
, आपके लिए महात्मा गांधी महात्मा थे और अब नरेंद्र मोदी महात्मा हैं क्या आपके यहां ऐसे ही महात्मा होते हैं
Aap.Ko.Bahut.Histry.Malum.Hai...
राष्ट्रपिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर होने चाहिए क्योंकि उनके पास 32 डिग्री थी
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Intelligent person /learning person/samajik person/ mulyavan person can only learn right things in world
Muslim samuday achhe se janta he ki mahatma gandhi ko mahanatma kisne banaya but muslim leeder ki sab se badi bhul thi or yeh bhul jab pata chali jab turki ki khalafat ke khatme ka virodh hua tab or jab doctor ambedkar ko jab mubai se haraya tab yeh mahan atma ne muslimo ka sath nahi diya tha
Dear Ram Puniyani. Tum PUSPENDRA KULSHRESTHA ko suno aur dimag ka kachra saf karo Agar tumhe lajja hoti to is prakar ka vedio nahin banata
Subversion has several stages. At first you have to neutralse the existing ideas , then to induct your ideas in colourful bouquet. Moreover time span is another factor lastly induct your ideas vigourusly , crucedly .
Congress bhakti 😅😅
The real father of our nation is Dr Bhim rao ambedkar ji and not mahatma Gandhi.
Baba. Shab. Dr. Ambedakr. Ko. Baba. Kau. Mante. He. Jai. Bhim.
अरे डॉक्टर साहबो , फिर भी देश का पिता कोई कैसे हो सकता है ? राष्ट्र के पुत्र पुत्री तो हो सकते है। एक काम करो तुम गाँधी को अपना बाप घोषित करो अपने आधार कार्ड में भी, लेकिन हम तो नहीं कर सकते
तुमने जीवन मे साहित्य, दर्शन कभी पड़ा हैश्री मद bhagwat गीता, ऋषि अष्टावक्र गीता, रिभु गीता ,swami विवेकानंद की 28book पड़े नही हो क्या आत्मा- सत्य,मौन, आनंद, अचल, अनादि, अविनाशी, nirdosh, निर्विकार, निर्लिप्त है।
रही मन बुद्धि चित्त अहंकार ये प्रकृति के तत्व है जो हर पल बदल रहे है बनते है टूटते है तो प्रकृति मे शोक के करने के लिए कुझ नही है मात्र अज्ञानता है पानी में मीन प्यासी मोहे सुन सुन आवत हंसी
शरीर से कुझ भी नही उढता है आत्मा या कुझ भी जो बोलते हो अज्ञानवश जैसे पेड़ से पत्ता गिरता है ऐसे सभी प्राणी, जीव जंतु प्रकृति मे जीवन काल पूर्ण होते ही गिर जाते हैं
With all these qualities he was totally against Untouchables to give them even citizens.rights . He deprived SC ST communities to select. Elect their represetative kin poona pact. He had one future Vision of Nation . He proved pro varana wadi. Brahman wad wichwas clear when Sardar Patel ji was. deprived from Priministership He insisted throughout that Every Caste must follow their parents occupation In this situation what these Castes should think.
Propoganda 😂😂😂
Prasant dhawan wala
OneQuestionShrimanJiGandhiWhyDoNotLikFoolClothBigTragdyPlsComent
In the criticism of Gandhiji , Sanghis, Marxists and Amedkarites are in the same page, although Marxists have realized their mistake now,
Yes, correct
इस्का भी जवाब दिजिये की मोहनदास करमचंद मुस्लिम ओंकाइतना लांगूलचालन क्यू करते थे
mahabakwas
Gandhi ne jo bhi mulya banae vah Sare hinduon Ke Liye Ghatak ho gaye aur aaj Hindu cut rahe hain Mar rahe hain Hindu Apne Desh Mein surakshit Nahin Hai Apne Tohar Ne banaa Pa rahe hain unko Pathar barsaye ja rahe hain aur koi bhi kam unhone musalmanon ke vipaksh mein nahin kiya Desh Ka bantwara Kar Diya musalmanon ko hi rakhva Diya aap Keval Ahinsa hinsa Dekhkar Gandhi ko rashtrawadi rashtrapita banaa Denge aur jo kiya unhone usse kya Uska Kya Aane Wale Samay Aisa Hoga Jaise Bangladesh Mein rashtrapita ki Murti girai Gai na ho sakta hai aisa hi ho jaaye
कभी समय हो तो गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर के छुपे सच को भू बताइए। गुरु देव बौद्ध थे/चांडाल /बराहमन थे। वे पुनः बंगाल में क्यों नहीं जन्म लेना चाहते थे। बंगाल का भद्र लोग गुरुदेव से क्यों मन ही मन चिढ़ता था, पसंद नहीं करता था। उजागर कीजिए कि वे बराहमन नहीं थे। बराहमन गुरुदेव को बराहमन बताने के लिए क्यों व्याकुल था।
Gandhi...missionaries..
christinity ka adhar ko follow kiya or ahinsha niti or ashram khola..
Puniya ji muslim per bhi kuch boliyega ,😅
Manyavar Aap Jo bhi hain aapko ek baat Pata Hona chahie ki Gandhi ko 50 Sal Mein Azadi ki Yad I Jab Africa Mein gaye the yah Ek sochi samjhi angrejon ki niti Thi Jab vah angrejon ko Marne Lage the Hindustani Krantikari to Ek Bande Ko Yahan Laya Jaaye aur vah Ahinsa ka partner Ko Na Marne Se Bachaye Yahi men Karan tha aur Gandhi aur Gandhi ko Sara Shrey Diya Gaya ki desh ko Azad karaya jabki Desh Azad Nahin Hua Use Angrej chhodkar gaye hain use Nahin uske sath 14 Desh bhi Chhod Kar Gaye Hain ab unhen Krantikari se Marne Ka Dar tha isliye vah yahan se Chhod Chhod Kar Apne Wapas Le Gaye isliye Azadi wali koi baat nahin aur abhi bhi Jahan Tak Mujhe Yad Hai per Pada Hai vah news per hai hamara Desh
Hamare samaj ko adhikar na mile birodhme anshan kiya ham kaise unko rashtra pita mane hamare rashtra pita matma jyotiba phule hain
Gandhi was evil
Mukesh ji kuor bhi h
Nice
गांधी जी को राष्ट्रपिता कहना या मानना देश का अपमान और मूर्खतापूर्ण है।
Yadi nahi ha to rupees per tasbeer kiyun ha.
B. J. P. Rss. Wale. Nafrati. Gang
Andh bakht ke papa rupiya se unki tasveer kiyun nahi hta dete hain.
Ram puniyani jee Vedant,Gita ko Bahar Kar diya apnea interview se.Apurn knowledge ise kahte