मैं बंधन और मुक्ति का हेतु है//श्री गुरुदेव स्वामी केदारनाथ जी महाराज

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  • Опубликовано: 18 янв 2025

Комментарии • 8

  • @ShyamSundarSharma-z8u
    @ShyamSundarSharma-z8u 18 дней назад +1

    *" निन्दा समझो , इस मार्ग में शरीर का आभुषण। जैसे सधवा के हाथ का लोहे का छल्ला सोभाग्य सूचक है। इस पथ पर निन्दा अनिवार्य और सहायक।"---- श्री श्री मां आनंदमयी।

  • @Matrvaani
    @Matrvaani 20 дней назад

    Jai maa

  • @ShyamSundarSharma-z8u
    @ShyamSundarSharma-z8u 18 дней назад

    जय मां। जय मां।

  • @rakhimahajan5384
    @rakhimahajan5384 15 дней назад

    Jai Maa