@satgurugyanganga9475 'प्राण' वायु है, यह मायावी प्रकृति से जोड़ के कारण अनुभव में आया परिणाम है। योग को समझें! अनुभव से हुए जोड़ ने, 'है' से वियोग में पहुंचाया है। संयोग को प्राप्त हों। 'संयोग' योग की समता में आई अवस्था का नाम है। 🕉️👍🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹 !🙏🏻!श्रीहरिशरणम्!🌹!,,,,;
भक्ति मर्यादा के नियम जैसे जन्म के और मरण प्रसंगों में किए जाते कर्म में कोनशे नियम मर्यादा का पालन करना होगा वही सम्पूर्ण नियम मर्यादा बताने की कृपा करे, सत साहेब
ऐसा जीव जीते जी सभी बंधनों से मुक्त हो जाता है, उसके लिए ना कोई कर्म है और ना कोई कर्मफल, ना संसार है ना कुछ और। वो केवल सत्य में ही जीता है, वह इस संसार में होते हुए भी नहीं होता 🙏
To fir guruji aapko satguru satyapurush parmatma kis roop me akar adesh detein h sakar ya nirakar ya kisi dhawani ya aawaz ke dwara@@satgurugyanganga9475
Sir please ye bataye Krishan ji ne Geeta m bola h ki tu sab dharmo ko tyag kar sirf meri bhakti kar meri saran aa ja m tujhe sab papo se mukt kar dunga daro mat to kya Krishna ji ki pooja bhakti karne se moksha milega ya nahi janam maran se mukti milegi please bataye
Sat Saheb 🙏 sir ji me fir aa gayi aapko pareshan karne par maf kijiyega ek or sawal leke aayi hu, ki kya hum is bhakti ki rah pe chal ke shiv ji ko Bhagwan ke rup me paa sakte he kya, kyu ki me kuch bhi bhakti karlu par zehen me shiv hi Aa jate he sapne me bhi vichar me bhi jese aatma pukar kar kehti he mujhe unhe pana he unki duniya me jana he, me nhi janti esa kyu ho raha he par kya karu jo he bas aap hise share Kar sakti hu pata nhi koi samjhega ki nhi par mere man me yhi sawal chalta rehta he Mujhe shiv ko pana he par kese, maf kijiyega agar kuch galat sawal kar liya hoto par marg darshan zaroor dijiyega.
परमात्मा पिछले जन्म के ज्ञान के स्तर तक व्यक्ति को पहुंचाता है उसके आगे व्यक्ति के पुरुषार्थ के अनुसार ही उसकी गति होती है। आप शिव की उपासना करना चाहती हैं तो बेशक कीजिए, लेकिन वो भी अमर नहीं है। आपको शिव की ही प्राप्ति होगी और फिर से संसार में जन्म लेना होगा लेकिन मनुष्य का, और फिर यही चक्कर शुरू हो जाएगा 🙏
@satgurugyanganga9475 Sat Saheb 🙏 aapki Bat sahi he sir ji par me isme kuch nhi kar sakti me apni aatma se apne vichar or andar se aavaz aati he vhi aapko bata rahi Hu, Me nhi janti par andar se koi or vichar ya moksh ko pane ka vichar nhi aata bas yahi vichar aata he or sapne me bhi kafi bar shiv ji dikhte he or mandir dikhte he or me vaha apne aapko bahot rote huve dekhti hu mafi mangti huyi dikhti hu or ye ghatna kafi bar ho chuki he. Ab aap hi bataye ki mujhe kya karna chahiye. 🙏
Guru g,, main pirtham manter jap raha huin ,sant rampal g ka ,,or jo aapne btaya uska bhi kar rha hui ,,man ko theek karne ko,,sarshabd tak pahuchne ko,,to mere guru main galat to nahi huin,kyu ki main unhe pahle guru bna chuka tha tab aap ke satsan sune,,piriye guru g mujhe btain
निर्णय आपको लेना है लेकिन दो नाव में सवारी नहीं करते हैं 🙏 आप चाहें तो उन्हीं का दिया नाम जाप कर सकते हैं , मेरी तरफ से आप मुक्त हैं, क्योंकि जीवन आपका है और गति भी आपकी
सार शब्द आपके अंदर सतगुरु जी खुद प्रकट करते हैं, उसे संसार का कोई गुरु नहीं दे सकता। उसके लिए बहुत कठोर साधना और भक्ति करनी पड़ती है। स्वयं को भुलाना पड़ता है 🙏
यदि मेरे द्वारा बताई गई साहिब की वाणी पर भरोसा है तो जुड़े रहिए, नहीं तो संसार में बहुत गुरु हैं आप उनके पास जा सकते हैं, ये दास किसी को कैसे रोक सकता है। लेकिन दुविधा में कभी मत रहना, जहां रुको पूरे विश्वास के साथ रुको 🙏
Saar shabad hum bhakh sunaya murkh jeev maram na paya ye kabir parmatma ne kabir sagar mein likha hai jo sat guru dev ji Ram pal ji ne khol kar bata dya
तो वो सार शब्द लोगों को देते क्यूँ नहीं है । मैं कैसे आप लोगों को समझाऊं , कोई बात नहीं समय आने दीजिए। सच्चाई सबको पता चलेगी, लेकिन अफसोस तब किसी के पास समय नहीं रहेगा। बस एक विनती है भगत जी, कुछ भी हो जाए कभी किसी की निंदा मत करना 🙏
हां भैया आपने डीपी में बताया कि राम नाम का बहनों ने मना किया आदमी राम बोला करो जैसे पहली कक्षा के अंदर कबूतर खरबूजा बोलते हैं ऐसे ही आगे आगे बढ़कर बुद्धि किस तरह कैसे आगे मतलब गुरु कबीर जी ने बताया कि राम नाम 84 और तीन लोग के हैं एक तरह का राम नाम इसके समान है जैसे दूध के जवान लग जाता है थोड़ी खटाई छाछ और दही से ऐसे ही वह नाम है आदि नाम बिरला ही जानता है
Ye rampal kal guru hai Kabir mat ko bhrmit karta hai nida ke bina bewsta nahi chalti hai dusta dustata kare aur kanoon ninda karta hai aur saja bhi deta hai
यदि ऐसा होता तो किसी भी संत ने किसी व्यक्ति की निंदा क्यूँ नहीं की । आप किसी व्यवस्था की निंदा कर सकते हैं लेकिन किसी व्यक्ति की नहीं 🙏 प्रभु कल्याण करे
आपको बहुत अच्छी जानकारी है जय गुरुवर शत शाहेब 🙏🙏🙏🙏🙏🎉🎉🎉
🙏🙏
पूर्ण परमात्मा कबीर परमेश्वर कि जय हो
ram ram ji
aapa pujaniya he aapka bachan pabitra he ❤jaya mera malik jaya mera satguru ji ❤❤
वचन तो सतगुरु जी के हैं, ये दास तो केवल एक जरिया है उन वचनों को आप तक पहुंचाने का 🙏
आपका ज्ञान सुनकर आनंद ही आनंद आ रहा है सत साहेब
🙏🕉🙏
साहिब बंदगी गुरुजी सत साहेब🙏🙏
satsaheb ji
Sat Saheb Kabir Saheb ki Jay Ho aapki bahut bahut dhanyvad
🙏
Ram Ram ji sat shaib 🙏🙏
Ram Ram ji
Thank you❤❤❤
Satnam sahev vandegi🙏🙏
सतनाम जी
साहेब जी को बंदगी
saheb bandagi ji
महान संत कबीर शाहेब 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏
सारशब्दी संत श्रीअरुणजी महाराज जी को प्रणाम 🎉🎉🎉
🙏 एक बार महाराज जी से पूछना की गुरुजी क्या आपको सार शब्द मिला है, दिल पर हाथ रखकर बताइए, बाकी चर्चा उसके बाद करेंगे
@@satgurugyanganga9475 दिल पर हाथ रख के तो फकीर चंद ही बोलतें है।
Satshaheb satguru saheb ram ram
Satsaheb ji
बात तो कबीर शाहेब की बिल्कुल सत्य है 🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏
Sat saheb ji 🙏🌹🌹🙏
Satsaheb ji
राम राम जी, साखीयो की प्रतीक्षा रहेगी
साखी चल रही हैं जी
Sat Sahib Guruji 🙏
Satsaheb ji 🙏
Ha ji chaaie
सादर सप्रेम साहेब बंदगी साहेब 🙏
सप्रेम साहेब बंदगी जी 🙏
सत साहेब साहेब बंदगी
साहेब बंदगी जी 🙏
साथ वही है जो साथ रहकर भी अनुभव में नहीं आता है, अनुभव में वही आता है जो सदा साथ नहीं रहता है!
🕉️👍🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹
!🙏🏻!श्रीहरिशरणम्!🌹!,,,,;
स्वांस में प्राण वायु है, अनुभव में आती है या नहीं, कैसी बात कर रहे हो जी, नजरिया बदलो प्रभु जी
@satgurugyanganga9475
'प्राण' वायु है, यह मायावी प्रकृति से जोड़ के कारण अनुभव में आया परिणाम है। योग को समझें! अनुभव से हुए जोड़ ने, 'है' से वियोग में पहुंचाया है। संयोग को प्राप्त हों। 'संयोग' योग की समता में आई अवस्था का नाम है।
🕉️👍🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹
!🙏🏻!श्रीहरिशरणम्!🌹!,,,,;
Sat saheb 🙏
satsaheb ji
Sat sahebji guruji
Satsaheb ji
पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज है।
ram ram ji
Sattay bachan guru g,,Sat saheb,,saheb kahte hai Mai Tere bish bash main
🙏
सत साहेब
Satsaheb ji 🙏
Kabir dhara agam ki sad guru dayee lakhay...ulat tahi sumiran karo swami sang lagay. .....please explain this Kabir's Doha. ....Joyguru
@@bijanpramanik1493 सतगुरु ने ज्ञान की अमृत धारा हमे दिखा दी है, अब संसार से मन को उल्ट कर उस मालिक का सुमिरन करो और उस मालिक के पास आ जाओ
टक टकी त्रिकुटी ध्यान। और तीसरे तिल पर ध्यान यह दोनों अलग अलग है या एक ही है इनके बारे में बताएं।
लोगों ने अपनी दुकान चलाने के लिए अलग अलग नाम रखें हुए हैं, क्या-क्या बताऊँ 🙏
@@satgurugyanganga9475 Jao Jao मालिक का हुक्म लगें।😊
नाम दिख्सा देने का अधिकार केबल संत रामपाल जी महाराज जी को अधिकार है।
wo to jail me h
@@satgurugyanganga9475 नाम दीक्षा देना सब काम टीवी ओर memory के द्वारा हो रहा है जी।
Aap thik h hmny jana.dekha.h.añubhv.kiya.h..hai.me.satsngi to nhi hu.or.nam dani bhi.na.hu.kewl.kbhi.kabhar.dhyan.aap.hi.lg.jata h ji
राम राम जी
Aap ka gayan kuch nhi nhi baghwan rampal ji ke samne sar sabd diya jata h uska jap bhi hota hai uske jap ke bina satlok nhi Jaya ja skta
कोई बात नहीं भगत जी, जब मिल जाए सार नाम तो जप लेना, मिले तो मुझे भी बताना क्योंकि मुझे भी पता चले कि कैसे दिया जाता है वो भी बोलकर 🙏
भक्ति मर्यादा के नियम जैसे जन्म के और मरण प्रसंगों में किए जाते कर्म में कोनशे नियम मर्यादा का पालन करना होगा वही सम्पूर्ण नियम मर्यादा बताने की कृपा करे, सत साहेब
इस कर्मकांड और मर्यादा के शब्द जाल में ना उलझे, भक्ति में केवल परमात्मा से प्रेम और पूर्ण विश्वास चाहिए और कुछ नहीं 🙏
आपकी गुरु गद्दी कहां से है अपने गुरु जी का नाम बताएं कृपया
मेरे गुरुजी स्वामी गुरु दयाल दास जी, गरीब दासी हैं जी और गुरु गद्दी छुड़ानी धाम, झज्जर हरियाणा
Guru ji ek baar aap sharshabad tak pahunch gye to uske baad kiye gye karmo ka kya hota h kya baar baar sharshabad me samana padega jeevan bhar
ऐसा जीव जीते जी सभी बंधनों से मुक्त हो जाता है, उसके लिए ना कोई कर्म है और ना कोई कर्मफल, ना संसार है ना कुछ और। वो केवल सत्य में ही जीता है, वह इस संसार में होते हुए भी नहीं होता 🙏
To fir guruji aapko satguru satyapurush parmatma kis roop me akar adesh detein h sakar ya nirakar ya kisi dhawani ya aawaz ke dwara@@satgurugyanganga9475
सतगुरु रामपाल भगवान की जय
ऐसे नहीं बोलते भगत जी, आपकी भावना निर्मल है लेकिन अनजाने में आप ईशनिंदा कर रहे हैं। गुरु के प्रति श्रद्धा रखिए, लेकिन देह सतगुरु या ईश्वर नहीं होती 🙏
आपने कहा राम नाम दिल से निकलता है आदत पड़ गई मेरी यह मैं हमेशा आगे से गुर्जर बोलते हैं उसमें आप तो डल रहे हो जो वह नासमझ मिले ना
एक बात बताइए, कबीर साहेब जी ने तो राम कहा है ना कि आदि राम, फिर ये भ्रम क्यूँ आ गया, क्यूँ लोगों की बातों में आते हैं आप लोग ।
Sir please ye bataye Krishan ji ne Geeta m bola h ki tu sab dharmo ko tyag kar sirf meri bhakti kar meri saran aa ja m tujhe sab papo se mukt kar dunga daro mat to kya Krishna ji ki pooja bhakti karne se moksha milega ya nahi janam maran se mukti milegi please bataye
KYA KRISHNA KI PUJA KARNE WALE AGYANI HAIN aap meri ye wali video dekhiye, uttar mil jayega
Sat Saheb 🙏 sir ji me fir aa gayi aapko pareshan karne par maf kijiyega ek or sawal leke aayi hu, ki kya hum is bhakti ki rah pe chal ke shiv ji ko Bhagwan ke rup me paa sakte he kya, kyu ki me kuch bhi bhakti karlu par zehen me shiv hi Aa jate he sapne me bhi vichar me bhi jese aatma pukar kar kehti he mujhe unhe pana he unki duniya me jana he, me nhi janti esa kyu ho raha he par kya karu jo he bas aap hise share Kar sakti hu pata nhi koi samjhega ki nhi par mere man me yhi sawal chalta rehta he Mujhe shiv ko pana he par kese, maf kijiyega agar kuch galat sawal kar liya hoto par marg darshan zaroor dijiyega.
परमात्मा पिछले जन्म के ज्ञान के स्तर तक व्यक्ति को पहुंचाता है उसके आगे व्यक्ति के पुरुषार्थ के अनुसार ही उसकी गति होती है। आप शिव की उपासना करना चाहती हैं तो बेशक कीजिए, लेकिन वो भी अमर नहीं है। आपको शिव की ही प्राप्ति होगी और फिर से संसार में जन्म लेना होगा लेकिन मनुष्य का, और फिर यही चक्कर शुरू हो जाएगा 🙏
@satgurugyanganga9475 Sat Saheb 🙏 aapki Bat sahi he sir ji par me isme kuch nhi kar sakti me apni aatma se apne vichar or andar se aavaz aati he vhi aapko bata rahi Hu, Me nhi janti par andar se koi or vichar ya moksh ko pane ka vichar nhi aata bas yahi vichar aata he or sapne me bhi kafi bar shiv ji dikhte he or mandir dikhte he or me vaha apne aapko bahot rote huve dekhti hu mafi mangti huyi dikhti hu or ye ghatna kafi bar ho chuki he. Ab aap hi bataye ki mujhe kya karna chahiye. 🙏
Guru g,, main pirtham manter jap raha huin ,sant rampal g ka ,,or jo aapne btaya uska bhi kar rha hui ,,man ko theek karne ko,,sarshabd tak pahuchne ko,,to mere guru main galat to nahi huin,kyu ki main unhe pahle guru bna chuka tha tab aap ke satsan sune,,piriye guru g mujhe btain
निर्णय आपको लेना है लेकिन दो नाव में सवारी नहीं करते हैं 🙏 आप चाहें तो उन्हीं का दिया नाम जाप कर सकते हैं , मेरी तरफ से आप मुक्त हैं, क्योंकि जीवन आपका है और गति भी आपकी
Apke guru kon h m naam dikhsa lena chti hu
swami gurudayal dass shastri ji
Enka Aashrm kha per h ji
हमे आत्मशाक्षत्कारी सन्त द्वारा नाम मिला है क्या उसी का नाम जपते जपते सार नाम प्रकट हो जायेगा क्या या फिर आपसे कोई नाम लेना पड़ेगा
नहीं उसी से होगा
chat.whatsapp.com/ED9p3wu7RrUA2BCPL3X8cO
Aapke Guru dev ji ka Aashrm kha per h ji
sswami gurdayal das shastri ji
आपसे सार शब्द ग्रहण करना है कैसे लें
सार शब्द आपके अंदर सतगुरु जी खुद प्रकट करते हैं, उसे संसार का कोई गुरु नहीं दे सकता। उसके लिए बहुत कठोर साधना और भक्ति करनी पड़ती है। स्वयं को भुलाना पड़ता है 🙏
कौन से नाम का जाप करना है साहेब जी
नाम दान की वीडियो में बताया है और विधि भी बताई है
Pranam,kya appne Bagwan Ko pa liya hai
बस एक झलक पाई है
बस एक झलक लेकिन उसमें और मुझमें कोई भेद नहीं कर पाया
Aap ka guru khon hai aap kis panth se belong karte hain
मेरे गुरुदेव जी स्वामी गुरदयाल दास जी हैं, वो गरीब दासी पंथ से हैं और मैं सिर्फ उस एक मालिक के पंथ में हूँ
काल ने बोल है कबीर सहाब को 12पथं काल के कलजूग मै चले गए
कौन से हैँ ये 12 पंथ, कृपया नाम बताइए
Aapse milna hai hme
सत्संग में रोज मिलते तो हैं
आप तो सुनो सुनाई बात नहीं करना लग जाए ऐसे ही वाले बोलतेहैं
यदि मेरे द्वारा बताई गई साहिब की वाणी पर भरोसा है तो जुड़े रहिए, नहीं तो संसार में बहुत गुरु हैं आप उनके पास जा सकते हैं, ये दास किसी को कैसे रोक सकता है। लेकिन दुविधा में कभी मत रहना, जहां रुको पूरे विश्वास के साथ रुको 🙏
ओर बाकी सब नकली गुरु हैं और
यह सब काल के दूत है।
ye to samay batayega bhagat ji
Rampal guru NAHI pakhandi hai
Pata h lekin apne mukh se kisi ki ninda nhi karni chahiye
इस मानव शरीर में कर्म शरीर करता है या आत्मा करता है
आप सोचिए कि आप कौन है, मन, शरीर, अंत: करण या आत्मा। जो आप हैं वही कर्ता है
Saar shabad hum bhakh sunaya murkh jeev maram na paya ye kabir parmatma ne kabir sagar mein likha hai jo sat guru dev ji Ram pal ji ne khol kar bata dya
तो वो सार शब्द लोगों को देते क्यूँ नहीं है । मैं कैसे आप लोगों को समझाऊं , कोई बात नहीं समय आने दीजिए। सच्चाई सबको पता चलेगी, लेकिन अफसोस तब किसी के पास समय नहीं रहेगा। बस एक विनती है भगत जी, कुछ भी हो जाए कभी किसी की निंदा मत करना 🙏
तुमलोग नकली हो जनता को भ्रमित कर रहे हो जी
parmatma aapko sahi raah dikhaye, ram ram
@satgurugyanganga9475 संत रामपाल जी महाराज ओर कबीर परमेश्वर कि जय हो। सात साहेब, राम राम जी।
आप दुसरेको समझाने की कोशिश मत करो अपना काम करो@@rajkishorelakra7901
हां भैया आपने डीपी में बताया कि राम नाम का बहनों ने मना किया आदमी राम बोला करो जैसे पहली कक्षा के अंदर कबूतर खरबूजा बोलते हैं ऐसे ही आगे आगे बढ़कर बुद्धि किस तरह कैसे आगे मतलब गुरु कबीर जी ने बताया कि राम नाम 84 और तीन लोग के हैं एक तरह का राम नाम इसके समान है जैसे दूध के जवान लग जाता है थोड़ी खटाई छाछ और दही से ऐसे ही वह नाम है आदि नाम बिरला ही जानता है
अगले सत्संग में ये सेवक आदि राम और रामायण दोनों की बात बतायेगा, जरूर देखना 🙏
Ye rampal kal guru hai Kabir mat ko bhrmit karta hai nida ke bina bewsta nahi chalti hai dusta dustata kare aur kanoon ninda karta hai aur saja bhi deta hai
यदि ऐसा होता तो किसी भी संत ने किसी व्यक्ति की निंदा क्यूँ नहीं की । आप किसी व्यवस्था की निंदा कर सकते हैं लेकिन किसी व्यक्ति की नहीं 🙏 प्रभु कल्याण करे
Sat saheb ji 🙏🌹🌹🙏
Satsaheb ji
सत साहेब
Satsaheb ji