तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है। सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
Jagatguru Tatvdarshi Saint Rampal Ji Maharaj reveals the deep secrets of the scriptures in satsang. And gives complete knowledge and information about creation along with proof.
तत्वदर्शी संत (गीता अध्याय 4 श्लोक 34) से दीक्षा लेकर शास्त्र विधि अनुसार सत्य साधनाकरने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहां जन्म मरण सर्व सुख प्राप्त होता है वह अविनाशी लोग है
कबीर, राम नाम को सुमरतां, अधम तरे अपार। अजामेल गणिका स्वपच, सदना सबरी नारीसत गुरुदेव की शरण मे आने से ही सद्भगति व भगति मिलती है परमात्मा इस चौरासी के बंधन से भी मुक्त करते है।।
गीता भी हमें श्राद्ध के विषय में निर्णायक ज्ञान देती है। गीता के अध्याय 9 के श्लोक 25 में कहा है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते हैं, पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं।
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है
गीता अध्यय 16 के श्लोक 23 और 24 में प्रमाण है कि शास्त्रविधि त्यागकर मनमाना आचरण करने वाले न सुख प्राप्त करते हैं ना ही उनकी कोई गति होती है। Kabir Is God
♦️ श्राद्ध क्रिया कर्म मनमाना आचरण है यह शास्त्रों में अविद्या कहा गया है बल्कि गीता अध्याय 16 का 23 और 24 में कहा है कि जो शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी ना तो गति होती है न ही उन्हें किसी प्रकार का आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है इसलिए शास्त्र ही प्रमाण है
श्राद्ध क्रिया कर्म मनमाना आचरण है यह शास्त्रों में अविद्या कहा गया है बल्कि गीता अध्याय 16 का 23 और 24 में कहा है कि जो शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी ना तो गति होती है न ही उन्हें किसी प्रकार का आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है इसलिए शास्त्र ही प्रमाण है
पितृ पूजा से अधिक लाभकारी भक्तिविधि विष्णु पुराण, तृतीय अंश के अध्याय 15 में श्लोक 55-56, पृष्ठ 213 पर लिखा है कि एक योगी (शास्त्रानुकूल सत्य साधक) अकेला ही पित्तरों तथा एक हजार ब्राह्मणों तथा यजमान सहित सर्व का उद्धार कर देगा। शास्त्रानुकूल सत्य साधना केवल संत रामपाल जी महाराज करवाते हैं इसलिए उनके शिष्य ही वह योगी हैं जिसका उपरोक्त शास्त्र में जिक्र किया है। अर्थात सतगुरु के निमित्त होकर धर्म भंडारे के लिए दान करना सर्वाधिक लाभकारी है।
श्राद्ध करना शास्त्र विरुद्ध साधन है ,वेदों मै इसे अविदा कहा गया है अधिक जानकारी के लिए अवश्य सूनीए जगत गूरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी म राज के मंगल प्रवचन साधना चैनल पर रोजाना शाम 7.30बजे ।
♦️ पितृ पूजा से अधिक लाभकारी भक्तिविधि विष्णु पुराण, तृतीय अंश के अध्याय 15 में श्लोक 55-56, पृष्ठ 213 पर लिखा है कि एक योगी (शास्त्रानुकूल सत्य साधक) अकेला ही पित्तरों तथा एक हजार ब्राह्मणों तथा यजमान सहित सर्व का उद्धार कर देगा। शास्त्रानुकूल सत्य साधना केवल संत रामपाल जी महाराज करवाते हैं इसलिए उनके शिष्य ही वह योगी हैं जिसका उपरोक्त शास्त्र में जिक्र किया है। अर्थात सतगुरु के निमित्त होकर धर्म भंडारे के लिए दान करना सर्वाधिक लाभकारी है।।
श्राद्ध करना गीता जी में मना किया हुवा है श्राद्ध करना मनमाना आचरण है। संत रामपाल जी महाराज जी महाराज जी के पास ही कंप्लीट ज्ञान है हमारे सभी धर्मो के सद्ग्रंथो का जिससे हमारा कंप्लीट मोक्ष होगा।
तत्वदर्शी सन्त वह होता है जो वेदों के सांकेतिक शब्दों को पूर्ण विस्तार से वर्णन करता है जिससे पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति होती है वह वेद के जानने वाला कहा जाता है।
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है❤❤
केवल मात्र तत्वदर्शी संत पूर्ण परमात्मा के अवतार बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी हमें हमारे जीवन में होने वाली पूजा विधि क्रिया शास्त्रों के अनुकूल बता रहे हैं वह सत्य है उससे ही हमारा मोक्ष संभव है
आज पूरे विश्व मे सिर्फ एक मात्रा संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरू है
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो।
सत साहेब जी 🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
संत रामपाल जी महाराज जी की सत्संग सुन कर ही मुझे अध्यात्म का वास्तविक ज्ञान हुवा
राम नाम निज सार है,राम नाम निज मूल।
राम नाम सौदा करो राम नाम नही भूल।।🙏🏼🙏🏼
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी है🙏 सर्व ब्रह्माण्डो की रचना करने वाले प्रभू और सब का मोक्छ करने वाले उस परमात्मा की भगती करने से कल्याण होता है🙏📚
वेदों कै अनुसार संत रामपाल जी महाराज है तत्वदर्शी संत हैं 🙏🙏🌹🌹🙏🙏
Sant rampalji is true saint. He providing us true knowledge.
Rampal ji Maharaj is complete saint and avtar of lord Kabir
वेदों में प्रमाण हैं कबीर साहेब भगवान हैं
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
Jagatguru Tatvdarshi Saint Rampal Ji Maharaj reveals the deep secrets of the scriptures in satsang. And gives complete knowledge and information about creation along with proof.
Vedo ke anusar tatv drsi sant Rampal Ji Maharaj hi hai
तत्वदर्शी संत (गीता अध्याय 4 श्लोक 34) से दीक्षा लेकर शास्त्र विधि अनुसार सत्य साधनाकरने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहां जन्म मरण सर्व सुख प्राप्त होता है वह अविनाशी लोग है
कबीर, पत्थर पानी पूजकर, पल पल मरा संसार।
भेद निराला रह गया, कोई विरला उतरा पार।।
पुर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी 🙏🙏🙏🏽🙏🙏🏽
ध्यान धरो अपने सतगुरु का ,रखो अटल विश्वास
मत घबरा मन बावरे,जब सतगुरु हैं तेरे साथ।।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है सत साहेब
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है ईस पुस्तक ज्ञान गंज्ञा को अवश्य पढे जी
Saint rampalji Maharaj ji is a real guru in this world
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो
Kabir Sahib
कबीर, राम नाम को सुमरतां, अधम तरे अपार।
अजामेल गणिका स्वपच, सदना सबरी नारीसत गुरुदेव की शरण मे आने से ही सद्भगति व भगति मिलती है परमात्मा इस चौरासी के बंधन से भी मुक्त करते है।।
🙏जय बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो🙏
Bandichod Satguru Rampal Ji Maharaj provide true spiritual knowledge on earth 🌎❤❤❤❤
सत साहेब जी🙏🙏🥰
Geeta m varnit om ,tat ,Sat k anusaar Tatvdarshi sant Rampalji maharaj se permanit satbhakti kerne hum bhoot pretty piter yoni m nahi ja sakte ❤
नाम उठत, नाम बैठत, नाम सोवत जाग रे ।
नाम खाते, नाम पीते, नाम सेती लाग रे ।।
जो आया सो चला गया, धरती छोड़ शरीर ।
जो देहि के संग गया, ताका नाम कबीर ।।
जो आया सो चला गया,धरती छोड़ शरीर। जो देही के संग गया,ताका नाम कबीर।
True God kaber saheb ji
गीता जी में स्पष्ट कहा गया है की देवतायो को पूजने वाले देवतायो को प्राप्त होते है और पितृ को पूजने वाले पितरों को ही पूजते है।
अद्भुत मार्मिक सत्संग परमात्मा द्वारा संचालित किया जा रहा है अवश्य सुनें और पुस्तक जीने की राह पढ़ें 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Only Sant Ram Pal ji Maharaj gives true spritual knowledge
गीता भी हमें श्राद्ध के विषय में निर्णायक ज्ञान देती है। गीता के अध्याय 9 के श्लोक 25 में कहा है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते हैं, पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं।
गरीब चंद्र सुर की आयु लग , जे जीव का रहे शरीर।
सतगुरू से भेटा नही तो ,अंत किर का किर।।
कबीर, पत्थर पानी पूजकर, पल पल मरा संसार।
भेद निराला रह गया, कोई विरला उतरा पार।❤❤❤❤
Sant Rampal Ji Maharaj ji एकमात्र ऐसे संत है जो सभी धर्म के धर्मग्रंथों में से ज्ञान बताते हैं
सतगुरु पुरुष कबीर है चारों युग प्रमाण झूठे गुरुवा मर गए होगए भूत भूत मसान 🙏🙏
कबीर साहेब पूर्ण समर्थ अविनाशी परमात्मा है
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
Nice hidden real information from holy books providing by Saint Rampal Ji Maharaj.
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है
अनमोल ज्ञान केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास सत् ज्ञान हैं और इस धरती पर किसी के पास नही है, 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏
❤
Nice satsang
वेदों के अनुसार संत रामपाल जी महराज ही त्रत्वदर्सी संत है ❤😮
Bedo ke aanusar sant rampal ji Maharaj ji tatvdarsee sant h
गीता अध्यय 16 के श्लोक 23 और 24 में प्रमाण है कि शास्त्रविधि त्यागकर मनमाना आचरण करने वाले न सुख प्राप्त करते हैं ना ही उनकी कोई गति होती है।
Kabir Is God
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।🙏🙏🙏🌟
Very nice satsang
पूरे विश्व में एकमात्र जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही ऐसे सच्चे संत हैं जो सभी धर्मों के शास्त्रानुकूल सतभक्ति विधि बताते हैं।
Jagadguru tatvdarshi SantRampaljiMaharajji Ko koti koti dandwat pranaam
♦️ श्राद्ध क्रिया कर्म मनमाना आचरण है यह शास्त्रों में अविद्या कहा गया है बल्कि गीता अध्याय 16 का 23 और 24 में कहा है कि जो शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी ना तो गति होती है न ही उन्हें किसी प्रकार का आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है इसलिए शास्त्र ही प्रमाण है
श्राद्ध क्रिया कर्म मनमाना आचरण है यह शास्त्रों में अविद्या कहा गया है बल्कि गीता अध्याय 16 का 23 और 24 में कहा है कि जो शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी ना तो गति होती है न ही उन्हें किसी प्रकार का आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है इसलिए शास्त्र ही प्रमाण है
पितृ पूजा से अधिक लाभकारी भक्तिविधि
विष्णु पुराण, तृतीय अंश के अध्याय 15 में श्लोक 55-56, पृष्ठ 213 पर लिखा है कि एक योगी (शास्त्रानुकूल सत्य साधक) अकेला ही पित्तरों तथा एक हजार ब्राह्मणों तथा यजमान सहित सर्व का उद्धार कर देगा। शास्त्रानुकूल सत्य साधना केवल संत रामपाल जी महाराज करवाते हैं इसलिए उनके शिष्य ही वह योगी हैं जिसका उपरोक्त शास्त्र में जिक्र किया है। अर्थात सतगुरु के निमित्त होकर धर्म भंडारे के लिए दान करना सर्वाधिक लाभकारी है।
Right
श्राद्ध करना शास्त्र विरुद्ध साधन है ,वेदों मै इसे अविदा कहा गया है अधिक जानकारी के लिए अवश्य सूनीए जगत गूरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी म राज के मंगल प्रवचन साधना चैनल पर रोजाना शाम 7.30बजे ।
♦️ पितृ पूजा से अधिक लाभकारी भक्तिविधि
विष्णु पुराण, तृतीय अंश के अध्याय 15 में श्लोक 55-56, पृष्ठ 213 पर लिखा है कि एक योगी (शास्त्रानुकूल सत्य साधक) अकेला ही पित्तरों तथा एक हजार ब्राह्मणों तथा यजमान सहित सर्व का उद्धार कर देगा। शास्त्रानुकूल सत्य साधना केवल संत रामपाल जी महाराज करवाते हैं इसलिए उनके शिष्य ही वह योगी हैं जिसका उपरोक्त शास्त्र में जिक्र किया है। अर्थात सतगुरु के निमित्त होकर धर्म भंडारे के लिए दान करना सर्वाधिक लाभकारी है।।
Kabir is God
True guru sant Rampal Ji Maharaj Ji 🙏🙇🏻♀️🙇🏻♀️
Kabir is supreme god
संत रामपाल जी महाराज जी की सत्संग सत्संग सुन कर ही मुझे अध्यात्म का ज्ञान का पता लगा है आज की डेट में संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान ही सत्य है
Protector of soul. Saint rampal ji maharaj. They provide a tight knowledge. In whole world ❤
Great knowledge of satguru Rampal Ji Maharaj ji ka adbhut satsang satguru ji ko koti koti Naman
True spiritual knowledge according to the scriptures is only available with Sant Rampal Ji Maharaj which grants complete salvation..
Saint Rampal Ji Maharaj Ji is the Only one Great Saint in the all world.
संत रामपाल जी महाराज ही पूरे विश्व में केवल ऐसे संत हैं जो शास्त्रों के अनुसार भक्ति बता रहे हैं मोक्ष प्रदान कर रहे हैं
सत्य भगती करने से ही हमारा पूर्ण मोक्ष सम्भव है
True spiritual knowledge by Sant Rampal ji maharaj
Sant rampal ji maharaj is the only true leader in this entire world. He educated us and frees up from this cruel world. Kabir is God .🙏🙏🙏
मृत्यु उपरान्त जीव के कल्याण अर्थात् गति कराने के लिए की जाने वाली शास्त्रविरूद्ध क्रियाऐं व्यर्थ हैं।
World me tatva darsi sant rampal ji Maharaj ji hi Hain ji.
Sant rampalji is true sant
Heproviding us true knowledge.
बहुत अच्छा ज्ञान है
मन को मारे हरी मिले , मन की माने काल ।
सद्गुरु की दया बिना , छूटे ना यम का जाल ।।
TRUE sant in the world sant rampal ji maharaj ji ❤
Satya ghaan, sant Rampal ji maharaj ke siwa koi es ghaan ko nhi bta skta h
धीरे धीरे रे़ मना ,धीरे धीरे सब होय।
माली सींचे सौ घड़ा, ऋतु आए फल दे।।
World Champion Sant Rampal Ji Maharaj Ji
पूर्ण सतगुरु के बिना मोक्ष नहीं हो सकता चाहे लाख जतन कर लो पितृ पूजा कर लो श्राद्ध कर लो कुछ भी कर लो
Very important tatwagyan ji dosto sharadh se sambandhit sampuran jankari
Sant Rampal Ji Maharaj ji shastron ke anusar bhakti batate Hain
एकै साधे सब सधै, सब साधै सब जाय।
माली सीचें मूल को, फलै फूलै अघाय।।
आज के इस कलयुग में संत रामपाल जी महाराज जी शास्त्र अनुकूल साधना बता रहे हैं सत्य भक्ति करने से ही मोक्ष होगा
कबीर, एक साधे सब सध, सब साधे सब जाव।।
माली सिंच मूल को, फल फूल अघाय।।
शास्त्र अनुकूल भक्ति ना करने से ना तो सुख की प्राप्ति होती है और ना तो परम शांति मिलती है
parmanit gyan by saint Rampal ji Maharaj ❤❤❤
श्राद्ध करना गीता जी में मना किया हुवा है श्राद्ध करना मनमाना आचरण है।
संत रामपाल जी महाराज जी महाराज जी के पास ही कंप्लीट ज्ञान है हमारे सभी धर्मो के सद्ग्रंथो का जिससे हमारा कंप्लीट मोक्ष होगा।
Aj pure Vishv me sirf sant Rampal ji Maharaj
Hai Jo sahi bhakti Sadhana Bata Rahe hai
मानव जीवन में आये दुःख का कहर पूर्ण परमात्मा की सत भक्ति से ही टल सकता है। इसलिए असली रक्षक पूर्ण परमात्मा हैं। देखें साधना टीवी शाम 07:30 बजे।
गरीब, सेवक होकर उतरे, इस पृथ्वी के माही ।
जीव उधारण जगत गुरु, बार बार बलि जाहि ।।
कबीर साहिब जी कहते हैं ।
दाता के तो धन घना सुरा के सर बीस ।
पतिव्रता के तन सही सत राखे जगदीश ।
True spiritual knowledge according to our holy books.
कबीर, दर्शन साधु का,मुख पर बसै सुहाग ।
दर्श उन्ही को होत हैँ ,जिनके पुर्ण भाग ।।
श्राद्ध निकलना मुर्खो का काम है वेदों में प्रमाण है कि पितरों को पुजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं।
गरीब काशी करौत लेत है, आन कटावे शीश/
बन बन फिरता खात है, पावत ना जगदीश
सत् साहेब जी🙏🙏🙏🙏
Purn parmaatma ki bhakti krne s hi purn laabh milta h or paap krm kt te h
Bandi chhod sat guru rampal ji bhagvan ki jay?
तत्वदर्शी सन्त वह होता है जो वेदों के सांकेतिक शब्दों को पूर्ण विस्तार से वर्णन करता है जिससे पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति होती है वह वेद के जानने वाला कहा जाता है।
True Saint Rampal Ji Maharaj
परमात्मा आपके चरणों में रखना मेरे मालिक
कबीर,अगम निगम को खोज ले, बुद्धि विवेक विचार। उदय अस्त का राज मिले, तो भी बिन नाम बेगार।।
कबीर, सतगुरु सरण में आने, से आए टले बला जो मस्तिष्क में सुली है वो कांटे मै टल जा❤❤
बन्दी छोड़ जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
लख भर सुरा जुजहि, लख भर सावंत देह।
लख भर यती जहान में, तव सतगुरु शरणा लेह।।🙏🙏
आज पूरे विश्व में सिर्फ एक ही पूर्ण संत है और वह है संत रामपाल जी महाराज जो आज हमारे ही सर्व धर्म के सर्व ग्रंथो को खोल खोल कर बता रहे है
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है❤❤
केवल मात्र तत्वदर्शी संत पूर्ण परमात्मा के अवतार बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी हमें हमारे जीवन में होने वाली पूजा विधि क्रिया शास्त्रों के अनुकूल बता रहे हैं वह सत्य है उससे ही हमारा मोक्ष संभव है
कबीर साहब ही पूर्ण परमात्मा है 🙏🌹🙏🌹🙏
कुमति कीच चेला भरा, गुरु ज्ञान जल होय।
जनम जनम का मोरचा, पल में डारे धोय
Sat Guru dev ki Jay