भारत के प्रमुख तेल शोधक कारखाने: भारतीय ऊर्जा संसाधन ||

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  • Опубликовано: 9 фев 2025
  • इस वीडियो में हम भारत के प्रमुख तेल शोधक कारखानों (Oil Refineries in India) के बारे में विस्तार से जानेंगे। भारत में पेट्रोलियम और कच्चे तेल (Crude Oil) के शोधन के लिए कई महत्वपूर्ण रिफाइनरी स्थापित की गई हैं। यह वीडियो UPPCS, RO, ARO और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
    तेल शोधक कारखाने वे औद्योगिक इकाइयाँ होती हैं, जहां कच्चे तेल (Crude Oil) को परिशोधित (Refine) करके उपयोगी उत्पादों जैसे पेट्रोल, डीजल, एलपीजी, एविएशन फ्यूल (ATF), नैफ्था, ल्यूब्रिकेंट्स और पेट्रोकेमिकल्स में बदला जाता है। भारत में कई सरकारी एवं निजी क्षेत्र की तेल शोधक कंपनियाँ कार्यरत हैं।
    भारत के प्रमुख तेल शोधक कारखाने एवं उनके स्थान
    डिगबोई रिफाइनरी, असम - यह भारत की सबसे पुरानी रिफाइनरी है।
    बोंगाईगांव रिफाइनरी, असम - इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा संचालित।
    नुमालीगढ़ रिफाइनरी, असम - इसे पूर्वोत्तर भारत के विकास हेतु स्थापित किया गया था।
    गुवाहाटी रिफाइनरी, असम - इंडियन ऑयल की पहली सार्वजनिक क्षेत्र की रिफाइनरी।
    पानीपत रिफाइनरी, हरियाणा - उत्तर भारत की सबसे बड़ी रिफाइनरी।
    मथुरा रिफाइनरी, उत्तर प्रदेश - इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा संचालित।
    बाड़मेर रिफाइनरी, राजस्थान - एचपीसीएल और राजस्थान सरकार का संयुक्त उपक्रम।
    कोयली (वडोदरा) रिफाइनरी, गुजरात - गुजरात में स्थित एक प्रमुख रिफाइनरी।
    हाजीरा रिफाइनरी, गुजरात - रिलायंस इंडस्ट्रीज की महत्वपूर्ण रिफाइनरी।
    मंगलुरु रिफाइनरी, कर्नाटक - मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा संचालित।
    चन्नई रिफाइनरी, तमिलनाडु - चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा प्रबंधित।
    विशाखापत्तनम रिफाइनरी, आंध्र प्रदेश - हिंदुस्तान पेट्रोलियम द्वारा संचालित।
    जामनगर रिफाइनरी, गुजरात - रिलायंस इंडस्ट्रीज की दुनिया की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी।
    नायरा (वाडीनार) रिफाइनरी, गुजरात - पहले एस्सार ऑयल के नाम से जानी जाती थी।
    बड़ौदा रिफाइनरी, गुजरात - एचपीसीएल मित्तल एनर्जी लिमिटेड द्वारा संचालित।
    तेल शोधक कारखानों का महत्व
    भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
    लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है।
    पेट्रोकेमिकल्स और अन्य औद्योगिक उत्पादों की आपूर्ति होती है।
    घरेलू शोधन क्षमता बढ़ाकर तेल आयात पर निर्भरता कम की जाती है।
    चुनौतियाँ और समाधान
    कच्चे तेल की उच्च कीमतें: भारत अपनी कुल तेल आवश्यकताओं का लगभग 80% आयात करता है।
    समाधान: घरेलू उत्पादन और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का विकास।
    पर्यावरण प्रदूषण: तेल शोधन प्रक्रिया में ग्रीनहाउस गैसों और जल प्रदूषण की समस्या होती है।
    समाधान: क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी और नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर देना।
    ऊर्जा मांग में वृद्धि: बढ़ती आबादी और औद्योगिकीकरण के कारण पेट्रोलियम की मांग तेजी से बढ़ रही है।
    समाधान: सौर और पवन ऊर्जा जैसे स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देना।
    सरकार की पहल
    प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना: पूर्वी भारत में पाइपलाइन के माध्यम से ऊर्जा आपूर्ति।
    राष्ट्रीय जैव-ईंधन नीति: एथेनॉल ब्लेंडिंग और जैव डीजल उत्पादन को प्रोत्साहन।
    सौर ऊर्जा मिशन: पेट्रोलियम पर निर्भरता घटाने हेतु नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा।
    निष्कर्ष
    तेल शोधक कारखाने भारतीय अर्थव्यवस्था और ऊर्जा आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी कार्यप्रणाली को समझना UPPCS, RO, ARO, एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अनिवार्य है। इस वीडियो को अंत तक देखें और अपने एग्जाम की तैयारी को मजबूत करें!
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