थोर माणसांचे सानिध्य कीर्तन न्यायाचार्य नामदेव शास्त्री महाराज प्रवचन Kirtan Namdev Shastri Maharaj

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  • Опубликовано: 28 авг 2024
  • ‪@user-pf8dd1pm9s‬
    थोर माणसांच्या सानिध्यात

Комментарии • 32

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад +3

    भगवानगडावर रोज आनंदाचा सोहळा ज्ञानेश्वरी चा अभ्यास सोहळा आगळा वेगळा 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @suneetpawar7012
    @suneetpawar7012 6 месяцев назад +2

    🌹🙏🙏🙏🌹जय श्री राम कृष्ण हरी 🌹🙏🙏🙏🌹प. पू. ज्ञानमुर्ती न्यायाचार्य गुरूमाऊली सा. दं. 🌷🙏🙏🙏🌷🌞🌛🪔🍚📿🚩🚩🚩🚩🚩

  • @user-ho2nz2kd7o
    @user-ho2nz2kd7o 5 месяцев назад +2

    नामदेव महाराज शास्त्री म्हणजे वारकरी संप्रदायातला कोहिनूर हिरा

  • @chandrakantjadhav2881
    @chandrakantjadhav2881 4 месяца назад +1

    जय जय राम कृष्ण हरी जय जय रघुवीर समर्थ 🚩🙏

  • @annasahebandhale4484
    @annasahebandhale4484 6 месяцев назад +8

    महाराज अतिशय सुंदर निरूपण आहे. अतिशय अभ्यास पूर्ण किर्तन व समाजातील लोकांची सुधारणा व्हावी ही खरी तळमळ आहे .

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад +1

    गुरूशास्ञीजीबाबा महंत आहेत शुरविर सिमोलंघणाचे वेळी हाती शोभते तलवार 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @madangutthe5022
    @madangutthe5022 4 месяца назад +1

    खुप सुंदर खूप सुंदर किर्तन

  • @SubhashZaskar-ug4wh
    @SubhashZaskar-ug4wh 5 месяцев назад +1

    Jay jay ramkrushn hari jay bhagwan baba

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад +1

    गुरूशास्ञीजीबाबांने नाहीं घेतली विश्रांती शक्य नव्हते जे कुणाला केली महान प्रगती 🎉जयभगवानबाबा रामकृष्णहारी 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉

  • @asha212
    @asha212 6 месяцев назад +2

    जयभगवानबाबा रामकृष्णहारी जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад +1

    भगवानबाबांची गादी आहे पवीञ आणी पुण्यवान कळण्या गादीचे महत्व घ्यावे लागतील शंभर जन्म 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @sachinchaudhari6625
    @sachinchaudhari6625 6 месяцев назад +1

    राम कृष्ण हरी माऊली

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад +1

    भगवानबाबांची गादी आहे अलौकिक मानाची गादीजवळ लक्ष्मी नाही उणीव धनाची 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @anantashindepatil2255
    @anantashindepatil2255 6 месяцев назад +1

    खूप छान विचार असतात शास्त्रीजीचे माउली

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад +2

    भगवानबाबांच्या पाउलावरी पाउल टाकीत चालले ज्ञानेश्वरीचा प्रसाद ज्ञान वाटीत चालले 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @KINASHELKE
    @KINASHELKE 5 месяцев назад +1

    राम कृष्ण हरी

  • @SagarNarwade-yw9nv
    @SagarNarwade-yw9nv 6 месяцев назад +1

    श्री हरी विठ्ठल जय हरी विठ्ठल 🚩

  • @pradipgaikwad4163
    @pradipgaikwad4163 5 месяцев назад

    जय योगेश्वर... रामकृष्ण हरी.. जय जय रामकृष्ण हरी... 🎉🎉🎉

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад

    गुरूशास्ञीजीबाबा महंत आहेत खंबीर राहातात वनामध्ये साधु संत बरोबर स्वामीजी बरोबर 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @subhashmore6279
    @subhashmore6279 6 месяцев назад

    Jay jay ramkrishn hari vithal shri dyaneshwr mauli jay bhagvan baaba mauli

  • @panduranggosavi5072
    @panduranggosavi5072 5 месяцев назад +1

    Very nice

  • @subhashmore6279
    @subhashmore6279 6 месяцев назад +2

    Shri namdev shatri mauli

  • @user-jn7mw4ht4u
    @user-jn7mw4ht4u 6 месяцев назад

    गुरू माऊली, धन्य झालो
    आपलं ज्ञान मिळाले,

  • @kavitarothe
    @kavitarothe 6 месяцев назад

    Ram Krishna hari

  • @KINASHELKE
    @KINASHELKE 5 месяцев назад

    खरचं महाराज तुमच्या कडुन खुप काही शिकायला भेटतय

  • @digamberbhamare4958
    @digamberbhamare4958 6 месяцев назад

    mauli

  • @asha212
    @asha212 5 месяцев назад

    गुरूशास्ञीजीबाबांने घेतली लेखणी हातात ग्रंथ निर्माण होऊ लागले आनंदाचे सिद्धांत 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @narayankhomane9110
    @narayankhomane9110 5 месяцев назад

    न्यायाचार्य नामदेव महाराज शास्त्री अतिशय सुंदर असा निरूपण जय जय राम कृष्ण हरी

  • @govinddiggikar7747
    @govinddiggikar7747 6 месяцев назад

    🙏🙏🙏🚩

  • @raghunathmagar6258
    @raghunathmagar6258 6 месяцев назад

    Jay Mauli very nice kirtan

  • @bajranggunjal566
    @bajranggunjal566 6 месяцев назад

    राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण. हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी

  • @NarayanSapkal-rs6rs
    @NarayanSapkal-rs6rs 6 месяцев назад

    Tumhi swami samrtaha kadhi ullekh karat nahi