जज का कोई दोस्त, रिश्तेदार, या परिवार में कोई कुछ भी कर दे कितना भी बड़ा गलत काम कर दे। क्या जज निर्दोष परिवार को आरोपी बना कर आरोपीयों को बचा ले। क्या जज का जांच नहीं हो सकता है यह गलत है जज का जांच एसआईटी जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ जाय
वाह ! एक बच्चे का मासिक खर्च 40 हजार खर्च देने का ऑर्डर दिया । ये अपराध नहीं तो क्या? बच्चे को भी मोहरा बनाने के लिए कोई अपराध नहीं ? चाइल्ड कमिशन क्यू चुप है? जहाँ नौ नौ केस चल रहा हो। क्या यह क्षेत्राधिकार के अंतर्गत था? जब निकिता गुड़गोवं में रहती थी तो केस जौनपुर में क्यू?
जज की पैसा मांगने की जांच होनी चाहिए। उसकी सम्पति की भी इमानदारी से जांच हो । यदि दोषी हो जिसकी संभावना है, तो तुरंत निलंबित कर जेल भेजो । जनता का न्यायपालिका पर विश्वास बना रहना चाहिए।जज कानून से ऊपर नहीं है ।
पत्रकार महोदय सादर प्रणाम आप से मेरा सवाल है भारत की जनता से मेरा सवाल है कानून और न्यायालय बच्चा कहां है सर्वोच्च न्यायालय को इससे बड़ा सबूत और क्या चाहिए ईवीएम मशीन के खिलाफ और चुनाव आयोग के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम आया उसे परिणाम के खिलाफ महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक गांव वालों ने साबित कर दिया है ईवीएम मशीन है की गई है ईवीएम मशीन बदली गई है क्योंकि उसे गांव वालों ने अपने पैसे से अपने खर्चे से बोट करवा रहे थे यह जानने के लिए कि हमारा वोट मशीन में सही गया है या नहीं उन गांव वालों को पुलिस की छावनी बना दिया गया 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दिया गया प्रशासन के द्वारा सत्ता के द्वारा क्यों डर रहे थे सब शासन और प्रशासन चुनाव आयोग अगर वह गांव वालों ने अपने पैसे से पायलट पेपर से चुनाव कर रहे थे सिर्फ ईवीएम मशीन में पड़े बोर्ड की जांच करने के लिए गवर्नमेंट ने भारत सरकार ने 56 इंच वाले प्रधानमंत्री ने विश्व गुरु वाले प्रधानमंत्री ने उसे गांव में कर्फ्यू क्यों लगाया धारा 140 की लगवा दिए 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों हुआ क्योंकि इसका मतलब है कि सरकार डरी हुई है ईवीएम मशीन बदलकर हर जगह चुनाव जीत रही है मोदी सरकार में खुला आरोप लगा रहा हूं इससे बड़ा और सबूत सर्वोच्च न्यायालय को क्या चाहिए फिर भी सर्वोच्च न्यायालय अंधा गूंगा बहरा बन गया है
पत्रकार महोदय आज न्यायपालिका बच्चा कहां है जब सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश महाराष्ट्र में ढाई साल वैध सरकार चली उसके बावजूद कोई फैसला नहीं दिए मुख्य न्यायाधीश रिटायर हो गए तो अब न्यायपालिका बच्चा कहां है न्याय से उम्मीद ना करें अब गरीब और किसान के लोग भारत देश में भारत सरकार ने एक देश एक चुनाव का कानून पास कर रही है और दूसरी तरफ छात्रों के ऊपर लाठी चार्ज हो रही है आज जब तानाशाह हिटलर साहब डरता है तब पुलिस प्रशासन को आगे करता है आज छात्रों के साथ क्या हो रहा है एक साथ भारत सरकार चुनाव नहीं कर पा रही है और पूरे भारत में बोल रही है एक चुनाव एक देश का कानून पास कर रही है
यदि इतनी सक्रियता अतुल के मामले में दिखाती तो आज उसकी जान बच जाती।सबकी जान अमूल्य है ।अतुल ने आरोप लगाया है इनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए इस पर कोई वकील सक्रिय नहीं है।
पत्रकार महोदय सादर प्रणाम उत्तर प्रदेश में एक बालक को बर्थडे पार्टी में बुलाकर जबरन उसके ऊपर पेशाब किया जाता है मर जाता है बाद में थूक चढ़ाया जाता है उसके बाद वह बालक ने वह आदमी ने अपने आत्म सम्मान को आत्महत्या कर ली पुलिस ने सिर्फ देखते रह गए कानून का डर कहां है अगर पुलिस वालों ने सही समय पर कार्रवाई किए होते तो उसे बालक की जान बन जाती इस पर आप इस पर भी आप वीडियो बनाया आपसे अपील है आपसे
अगर इन बिंदुओं पर आरक्षण प्रदान किया जाएगा तो इस प्रकार के शासन तंत्र में आम आदमी की कोई हैसियत ही नहीं है। जबतक निर्णय सही ग़लत के अनुसार न होकर व्यक्ति बिशेष के अनुसार होगा तबतक न्याय की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दुवे जी आपको सादर प्रणाम।
Ab judge sahiba hi maafi mangegi, in media houses ke paas bhi vakilo ki kami nahi hai, jab justice gogoi ka naam chal sakta hai, to ye devi koi bhagwan hai
जज साहिबा को यह पता होना चाहिए कि यह सब आरोप अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड लेटर में लिखकर गए थे। मीडिया का काम है इसको लोगों तक पहुंचाना। ज्यादा कानून न झाड़ें।
Judge ko sanspend krke kanooni karyvahi krni chahiye 🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🙏🙏🏿🙏🏿🙏🙏 Indian Judiciary is curapt system is curapt 😂😂😂😂💔💔💔💔💔💔💔💔 Me bhi esi problem se preshan hu kya kru 🙏🙏🙏🙏💔💔💔💔💔🙏💔💔💔💔🙏
श्री मान जी लोअर ज्यूडिशियरी में तो तारीखों के अलावा कुछ नहीं है: हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन दिल के खुश रखने को ग़ालिब ख्याल अच्छा है । न्याय की आशा उसी समय समाप्त हो जाती है जब बड़े से बड़े ईमानदार जज के सामने पेशकार/बाबू तारीख देने के 50/100 रुपए लेता है । नकल के पैसे , तारीख के पैसे इसके पैसे उसके पैसे बिना पैसे हम हिलें कैसे
It's a note from a suicide note . Everything believed to be true in a suicide note then the said judge should be arrested and prosecute appropriately .
My Elder son is facing AI Engineer facing False 498A,125 and other cases, instead of Snatching my grandson with5 lakhs and Ornaments.They demand 50 lakhs for Settlement. Shame,Shame. Rectify the Police &Judicial System unitedly.
Rira Kaushik is a good officer. Her husband was also a judge.She has only one issue. Both husband and wife are earning and there is no need of asking for Rs 5 lacs as favor while both are earning more than 6 lacs per month togather. Allegation has no standing.It has only maligned a honest lady judge who has 25 yrs of unblemished service record.
Meri wife mujse 64 lakh ki maang kar rahi thi court me or muje bahot tang karte the uski maa behen jhuta aarop lagaye mujpe unko laga ye sidha sada ladka hai eske bus ki kya hai or na esko support karne wala koi hai phir mene apni biwi ko pyar or dimaG se apni taraf khich liya kuch saal baad jab Pura MamLa Thanda Ho Gaya pata nahi meri biwi .saali or sasu teeno ka kise ne achanak accident kr diya 😊 Muje Aaj Bhe Unki Maut Ka Bahot Dukh hai 😁😊
हत्यारा कानून है अनगिनत हत्याओं के लिए इस कानून के खिलाफ क्या कर रही है सरकार ? वैवाहिक जीवन की ख्वाहिश खतरनाक हो गई है तनाव और प्रतिस्पर्धा से जूझता आज के जीवन शैली में पुरूष घर में अपनी जीवन संगनी से दुख सुख में सहानुभूति और हौसला की उम्मीद रखने की जानलेवा कीमत चुका रहा है और कानून की दुकान चलाने वाले से लेकर पुलिस भी अपने धंधे में फंसने वाले को इतना जलील करती है कि विवाहित पुरुष को भविष्य में हताशा के सिवा कुछ नहीं दिखता, कानून की ये साजिश है इनकी सच्चाई यहां तक नजर आने लगी है कि पत्नी से शारीरिक संबंध बनाने वाले कानून को भी हवा दी जा चुकी है वास्तव में ये साजिश परिवार और समाज में अराजकता फैला चुके हैं ?
चोरी और सीनाजोरी वाह रे अन्यायपालिका। थू है ऐसे कानून पर
498A और IPC 125 खत्म हो
जज कोई भगवान नहीं है, गलती मान लो जज , नहीं तो फैसला पब्लिक कर देगी
Judge bhagwan hain
Corrupt judge bhi😅@@premsagaryadav1587
पब्लिक को फैसला कर ही देना चाहिए। इतनी देर क्यों?
और भी पुरुषों के मरने का इंतजार है क्या?
Yes public ko कानून हाथ में लेना ही hoga tabhi ये सब darenge
Bilkul sahi kaha aapne 💯 Atul jaise ko jaj bhi parishan karegi to Atul jaise partarit purush kaha jainge
😢 जज्जोंपर सामान्य नागरिक जैसे ही कार्यवाही हो, जज्ज भगवान नहीं।
जज क्या कानून से ऊपर है यदि मरने के पहले इंजीनियर ने आरोप लगाया है तो वह बिल्कुल सच है इसे सजा मिलनी चाहिए।
बिल्कुल सजा मिलनी ही चाहिये जज साहिबा रीता कौशिक को सजा मिलनी ही चाहिये हाई कोर्ट एवम् सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेते हुए तुरंत सजा मिलनी चाहिए
ये जज कोई खुदा नहीं है मरते वक्त कोई झूठ नहीं बोलता ।इन जज साहिबा की सम्पत्ति की जांच होनी चाहिए ।ये ख़ुद को बचाने के लिए पेशबंदी कर रहीं हैं ।
प्रणाम श्रीमान जी
इस जज को बर्खास्त किया जाए। पुरूष आयोग बने तभी इंजीनियर की आत्मा को शांति मिलेगी।
ऐसे जजों को जनता खुद दंड देगी यदि कानून अपने हाथ में लेने पर आमादा हुई जनता तो बचना मुश्किल होगा
Atul Subhash ko nyaay Milana chahie अतुल सुभाष के साथ अन्याय हुआ है ऐसी कोई अपनी जान नहीं देता
इस समय भारत की सभी जनता जज साहिबा की आलोचना कर रही है। जज साहिबा को समूचे भारत पर कंटेंप्ट आफ कोर्ट कर देना चाहिए।
जज का कोई दोस्त, रिश्तेदार, या परिवार में कोई कुछ भी कर दे कितना भी बड़ा गलत काम कर दे। क्या जज निर्दोष परिवार को आरोपी बना कर आरोपीयों को बचा ले। क्या जज का जांच नहीं हो सकता है यह गलत है जज का जांच एसआईटी जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ जाय
भारत की न्याय व्यवस्था में इसे कोलेजियम प्रणाली कहा जाता है, जहाँ न्यायाधीश महोदय के ऊपर लगे आरोप रफा दफा कर दिए जाते है।
जज का नाम अतुल सुभाष ने लिया है और लिखा भी है, जज मीडिया को रोक नहीं सकता।
*पुरुष आयोग कब बनेगा*
आश्चर्य है कि कुल मतों में 55% वोट पुरुषों की पाने वाली बीजेपी पुरुष आयोग के मुद्दे पर चुप है
जज तो अपने आप को भगवान समझते ही हैं उसमें कोई शक नहीं है
वाह !
एक बच्चे का मासिक खर्च 40 हजार खर्च देने का ऑर्डर दिया ।
ये अपराध नहीं तो क्या?
बच्चे को भी मोहरा बनाने के लिए कोई अपराध नहीं ?
चाइल्ड कमिशन क्यू चुप है?
जहाँ नौ नौ केस चल रहा हो। क्या यह क्षेत्राधिकार के अंतर्गत था?
जब निकिता गुड़गोवं में रहती थी तो केस जौनपुर में क्यू?
लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है जनमत की रक्षा हो ।
जेल भेजो इसे
जज की पैसा मांगने की जांच होनी चाहिए। उसकी सम्पति की भी इमानदारी से जांच हो । यदि दोषी हो जिसकी संभावना है, तो तुरंत निलंबित कर जेल भेजो । जनता का न्यायपालिका पर विश्वास बना रहना चाहिए।जज कानून से ऊपर नहीं है ।
यही तो भारत की कानून व्यवस्था है लोगों को न्यायपालिका पर विश्वास करना पड़ता है और न्यायपालिका के जजों द्वारा रुपया लेकर गलत निर्णय देतेहैं
Judge ko bhi saja hone chahiye
पब्लिक को न्याय कर देना चाहिए अब तो।
न्यायालय व्यर्थ है
सादर प्रणाम भैया 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏।
Jaj yani vakil shahiba par kathor karvayi honi chahiye, i support patrakar bhai
I love you dubey ji aaj apne dil jeet liya hai aise video banaya kro
पत्रकार महोदय सादर प्रणाम आप से मेरा सवाल है भारत की जनता से मेरा सवाल है कानून और न्यायालय बच्चा कहां है सर्वोच्च न्यायालय को इससे बड़ा सबूत और क्या चाहिए ईवीएम मशीन के खिलाफ और चुनाव आयोग के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम आया उसे परिणाम के खिलाफ महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक गांव वालों ने साबित कर दिया है ईवीएम मशीन है की गई है ईवीएम मशीन बदली गई है क्योंकि उसे गांव वालों ने अपने पैसे से अपने खर्चे से बोट करवा रहे थे यह जानने के लिए कि हमारा वोट मशीन में सही गया है या नहीं उन गांव वालों को पुलिस की छावनी बना दिया गया 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दिया गया प्रशासन के द्वारा सत्ता के द्वारा क्यों डर रहे थे सब शासन और प्रशासन चुनाव आयोग अगर वह गांव वालों ने अपने पैसे से पायलट पेपर से चुनाव कर रहे थे सिर्फ ईवीएम मशीन में पड़े बोर्ड की जांच करने के लिए गवर्नमेंट ने भारत सरकार ने 56 इंच वाले प्रधानमंत्री ने विश्व गुरु वाले प्रधानमंत्री ने उसे गांव में कर्फ्यू क्यों लगाया धारा 140 की लगवा दिए 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों हुआ क्योंकि इसका मतलब है कि सरकार डरी हुई है ईवीएम मशीन बदलकर हर जगह चुनाव जीत रही है मोदी सरकार में खुला आरोप लगा रहा हूं इससे बड़ा और सबूत सर्वोच्च न्यायालय को क्या चाहिए फिर भी सर्वोच्च न्यायालय अंधा गूंगा बहरा बन गया है
मीडिया भी एक संविधानिक संस्था जिसे अन्य कोई संस्था आँखे नहीं दिखा सकता
संदेहास्पद महिला जज के भ्रष्ट आचरण की जांच सीबीआई से करबाना चाहिए। जज के आंखों के सामने पेशकार पैसा लेते रहता है❓
जज भगवान नहीं है लेकिन वो खुद को भगवान ही समझते हैं। बहुत लोगों के साथ जज गलत कर रहे हैं।
भाजपा का साथ मिल गया होगा जज को.
Aise judge ko jail bhejo..
पत्रकार महोदय आज न्यायपालिका बच्चा कहां है जब सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश महाराष्ट्र में ढाई साल वैध सरकार चली उसके बावजूद कोई फैसला नहीं दिए मुख्य न्यायाधीश रिटायर हो गए तो अब न्यायपालिका बच्चा कहां है न्याय से उम्मीद ना करें अब गरीब और किसान के लोग भारत देश में भारत सरकार ने एक देश एक चुनाव का कानून पास कर रही है और दूसरी तरफ छात्रों के ऊपर लाठी चार्ज हो रही है आज जब तानाशाह हिटलर साहब डरता है तब पुलिस प्रशासन को आगे करता है आज छात्रों के साथ क्या हो रहा है एक साथ भारत सरकार चुनाव नहीं कर पा रही है और पूरे भारत में बोल रही है एक चुनाव एक देश का कानून पास कर रही है
Aise notice se darne ki jarurat nahin hai
punishment hona chahiye
यदि इतनी सक्रियता अतुल के मामले में दिखाती तो आज उसकी जान बच जाती।सबकी जान अमूल्य है ।अतुल ने आरोप लगाया है इनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए इस पर कोई वकील सक्रिय नहीं है।
चाहे कुछ भी हो जाएं कुछ भी लेकिन नीचता का अधिकार सुरक्षित रहना चाहिए।
Save mans justise for atul subash Jai shree Ram 🚩🚩🚩🚩
अन्याय तो हुआ है
Justice for Atul Subhash
जजभीपैसेलेतेहै जजकोफासीदो
इस जज का नार्को टेस्ट होना चाहिए, जिससे सच्चाई सामने आ सके।
नोटिस भिजवाने का मतलब चोर की ढाड़ी में तिनका
पत्रकार महोदय सादर प्रणाम उत्तर प्रदेश में एक बालक को बर्थडे पार्टी में बुलाकर जबरन उसके ऊपर पेशाब किया जाता है मर जाता है बाद में थूक चढ़ाया जाता है उसके बाद वह बालक ने वह आदमी ने अपने आत्म सम्मान को आत्महत्या कर ली पुलिस ने सिर्फ देखते रह गए कानून का डर कहां है अगर पुलिस वालों ने सही समय पर कार्रवाई किए होते तो उसे बालक की जान बन जाती इस पर आप इस पर भी आप वीडियो बनाया आपसे अपील है आपसे
किसी पर आरोप प्रत्यारोप लगाने का कोई फायदा नही जब 498A और IPC 125 मे ही लोचा है क्यों न कानून को खत्म करने के लिए दवाब बनाया जाए एक स्वर में ।
Bhaisab ji sadar namaste ji Parnam 🙏
अन्याय के सिवा कुछ नहीं है न्याय पालिका में
Itna hi tha to media ke samne aakar bolti tum katil ho tum jaise judge ke chlte kitnw privar barbad huae
सादर प्रणाम
प्रयागराज मेले का कार्य भी दिखा दीजिये
@@Bhardwaj92 waha nahi jayega isko bawasir ka operation karwa do
न्याय पालिका मर चुकी है
अगर इन बिंदुओं पर आरक्षण प्रदान किया जाएगा तो इस प्रकार के शासन तंत्र में आम आदमी की कोई हैसियत ही नहीं है। जबतक निर्णय सही ग़लत के अनुसार न होकर व्यक्ति बिशेष के अनुसार होगा तबतक न्याय की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दुवे जी आपको सादर प्रणाम।
Judge par dhamki aur artical 19 ke ullanghan ka mukadma hona chahiye
Shame on judicial system in india
अंधेर नगरी चौपट राजा। उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।
🙏🏾👍🏾
Men's rights commission is needed
Ab judge sahiba hi maafi mangegi, in media houses ke paas bhi vakilo ki kami nahi hai, jab justice gogoi ka naam chal sakta hai, to ye devi koi bhagwan hai
Jaj ghuskhor Hai kharab hai
Purus ayog banaya jaye
HUMLOG DESH ME JUDGE, BABUS AUR NETA APNE AAPKO BAHUT UCHCHA SAMJHATE HAIN
जज साहिबा को यह पता होना चाहिए कि यह सब आरोप अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड लेटर में लिखकर गए थे। मीडिया का काम है इसको लोगों तक पहुंचाना। ज्यादा कानून न झाड़ें।
Jaj sahiba ke sath sath unke sambndhit sb log ka bank statement kre cbi 🙏🙏🙏🙏
Atul bhai ko nyay mile jai nyay dishi
आप भी सोच समझकर बोलिए नहीं तो आप के ऊपर भी मुकदमा दर्ज हो जाऐगा 🤣😂😅😆
महिलाओं के कानून बदलना चाहिए
अनीता कौशिक ने जो उसे बंदे को 120 बार बुलाया उसमें कोई संविधान का उल्लंघन नहीं हुआ है
मैं तो कहूंगा अगर एक जज या सरकारी कर्मचारी इस तरह की कोई भी गलती करें तो उनका न्याय न्यायालय नहीं जनता को करनी चाहिए
ऐसे जज तो वास्तव में जेल रहना चाहिए था ये शर्म की बात है अभी तक ये जज बाहर है और मीडिया को नोटिस भेजकर हड़काया जा रहा है जो बहुत ही शर्मनाक है
Atul ko insaaf milna chahiye
Judge ko sanspend krke kanooni karyvahi krni chahiye 🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🙏🙏🏿🙏🏿🙏🙏
Indian Judiciary is curapt system is curapt 😂😂😂😂💔💔💔💔💔💔💔💔
Me bhi esi problem se preshan hu kya kru 🙏🙏🙏🙏💔💔💔💔💔🙏💔💔💔💔🙏
When govt servant name has come in public domain, then anyone can question.
Sadar pranam guruji ko 🙏
Judge pe FIR ho
श्री मान जी लोअर ज्यूडिशियरी में तो तारीखों के अलावा कुछ नहीं है:
हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन
दिल के खुश रखने को ग़ालिब ख्याल अच्छा है ।
न्याय की आशा उसी समय समाप्त हो जाती है जब बड़े से बड़े ईमानदार जज के सामने पेशकार/बाबू तारीख देने के 50/100 रुपए लेता है ।
नकल के पैसे , तारीख के पैसे
इसके पैसे उसके पैसे
बिना पैसे हम हिलें कैसे
ise judge ko saja honi chahiye umarkaid .
Fight for gender neutral laws
जज की गुंडागर्दी हो रही है
It's a note from a suicide note .
Everything believed to be true in a suicide note then the said judge should be arrested and prosecute appropriately .
Ye jaj nahi tanashahi hai
sabi logo ko sja milni chayiye
जज है नौकरी है भगवान थोड़ी है
Sir,gee,RADHE,,RADHE
कुदरत का कानून जैसा होना चाहिए क्या?
एफआईआर दर्ज कौन करता है सरकार के कारिन्दे ही।
Uttar Pradesh ke andar jitne bhi court mein jaj bataye gaye hain sab chor Hai
koi fayda nahi aise kanoon ka jo itna kuchh hone ke baad bhi judge ko arrest nahi kar sakti...
G ....🙋🙋🙋🙋🙋
Jaj ko jail Hona chahie
Dying declaration m 1st name Rita kaushik ka hi . Lekin kuch nhi hoga
Kya jajj sabhi sistam ka Malik hota hai kya jajj ko ko bhi b n s ke tahat hi chalna hoga
मीडिया जज के पीछे पड़ जाएगी तो इज्जत बताना तो बाहर होजाएगा
My Elder son is facing AI Engineer facing False 498A,125 and other cases, instead of Snatching my grandson with5 lakhs and Ornaments.They demand 50 lakhs for Settlement. Shame,Shame. Rectify the Police &Judicial System unitedly.
Aaj ke Kanoon vyavastha se chor ko Jeet mil rahi hai v Jaise Ritika Kaushik
Shame on Rita kaushik. Shame on you.
kanoon se badkar koi nhi hai
Yeh judge apne aap ko kya bhagwan samjhti hai...agar kanoon iss ka faisla nahin karega toh public usska faisla kar degi...
हमारे केश में भी ट्रायल कोर्ट की जज ने फर्जी ऑर्डर लड़की के हक़ में दे रखा है
kaha hai justice
Rira Kaushik is a good officer. Her husband was also a judge.She has only one issue. Both husband and wife are earning and there is no need of asking for Rs 5 lacs as favor while both are earning more than 6 lacs per month togather. Allegation has no standing.It has only maligned a honest lady judge who has 25 yrs of unblemished service record.
😅😅😂
Agr monthly maintenance bnd kr diya jaaye to kitne ghr bigdenge
Judge galat h to vo bhi doshi h to name lene me kiya dikkat h
Meri wife mujse 64 lakh ki maang kar rahi thi court me or muje bahot tang karte the uski maa behen jhuta aarop lagaye mujpe unko laga ye sidha sada ladka hai eske bus ki kya hai or na esko support karne wala koi hai phir mene apni biwi ko pyar or dimaG se apni taraf khich liya kuch saal baad jab Pura MamLa Thanda Ho Gaya pata nahi meri biwi .saali or sasu teeno ka kise ne achanak accident kr diya 😊
Muje Aaj Bhe Unki Maut Ka Bahot Dukh hai 😁😊
Muje to lgta bhai aapne he niptaya hoga 😆
@@LuckySajwanlucifer mene nhi unke Lalach or unki Burai Ne NipTaya uNko 😊
@@DeVSinGhUk07 nahi aPne he kia
@@LuckySajwanlucifer 🙂
हत्यारा कानून है अनगिनत हत्याओं के लिए इस कानून के खिलाफ क्या कर रही है सरकार ?
वैवाहिक जीवन की ख्वाहिश खतरनाक हो गई है तनाव और प्रतिस्पर्धा से जूझता आज के जीवन शैली में पुरूष घर में अपनी जीवन संगनी से दुख सुख में सहानुभूति और हौसला की उम्मीद रखने की जानलेवा कीमत चुका रहा है और कानून की दुकान चलाने वाले से लेकर पुलिस भी अपने धंधे में फंसने वाले को इतना जलील करती है कि विवाहित पुरुष को भविष्य में हताशा के सिवा कुछ नहीं दिखता, कानून की ये साजिश है इनकी सच्चाई यहां तक नजर आने लगी है कि पत्नी से शारीरिक संबंध बनाने वाले कानून को भी हवा दी जा चुकी है वास्तव में ये साजिश परिवार और समाज में अराजकता फैला चुके हैं ?
Judge sahiba brasht hai aur peshkaar madhav bhi ...Dono ko bachane ki kosish ki ja rahi hai.Justice is due