राम और रोम में फंसी भाजपा

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  • Опубликовано: 19 ноя 2024

Комментарии • 3,4 тыс.

  • @BhomaramMeghwal-tn9fk
    @BhomaramMeghwal-tn9fk Месяц назад +38

    रवीश कुमार जी में आप को धन्यवाद देना चाहता हूं आप दुनिया के बहुत बड़े वक्ता

  • @jabwemet26
    @jabwemet26 Месяц назад +138

    हरियाणा चुनाव से पहले पेरोल बाबा आ गए हैं सब सेटिंग हो चुकी हैl भाजपा के लिए अब बदल चुका है "साम, दाम, दण्ड, भेद और राम"

    • @LSBhoriya-cy8tn
      @LSBhoriya-cy8tn Месяц назад +4

      Ram rhem kya bun mrayga

    • @MuftiAbdurRahman-rd1ke
      @MuftiAbdurRahman-rd1ke Месяц назад

      प्रामाणिक ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि जब भी कोई राष्ट्र या समाज यौन रूप से अनैतिक हो जाता है और अपने शारीरिक सुखों को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कृत्यों में संलग्न हो जाता है, तो सभी प्रकार के नैतिक पंथों को त्यागने के अपने उत्साह के कारण, उन्होंने अनिवार्य रूप से किसी भी प्रकार के नैतिक पंथ में भगवान के धर्म और विश्वास को छोड़ दिया है। शुद्ध प्रेम और शुद्धता. धर्म त्यागने के एक दशक के भीतर, उन देशों ने खुद को नश्वर पीड़ा और खतरों में पाया। पहले और दूसरे विश्व युद्ध की भयावहता अभी भी हममें से कई लोगों के दिमाग में ताज़ा है, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि 1900 के दशक में यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मौत और विनाश की भयावहता उनके आवारा यौन क्रांतिकारी तरीकों के कारण थी, और भी अधिक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत के लोगों पर अप्रत्यक्ष पीड़ा पड़ी। हालाँकि भारत सीधे तौर पर युद्ध में शामिल नहीं था, लेकिन उनके लोगों को भुखमरी से अनकहा आतंक और दर्द का सामना करना पड़ा क्योंकि पूरे क्षेत्र को सदी के सबसे खराब अकाल का सामना करना पड़ा। भारत में स्थानीय इतिहासकारों ने बताया कि प्रथम विश्व युद्ध के अंत से, लाखों भारतीय जो हाल ही में मुट्ठी भर विलासिता की वस्तुओं के आदी हो गए थे, जो आधुनिक तकनीक ने उन्हें प्रदान की थी, वे खुश हो गए और कई लोग अपने यौन जीवन में अत्यधिक लिप्त हो गए, और हालांकि अधिकांश विवाहित जोड़े के बीच यौन मुठभेड़ हुई, आनंद की अधिकता और मानव मांस के आनंद और शोषण के कारण वे अपनी आत्मा खो बैठे और लापरवाह हो गए। जल्द ही, उन्हें भीषण अकाल और सूखे का सामना करना पड़ा जिसके कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो गई। इसे बाद में 1943 के बंगाल अकाल के रूप में जाना गया और ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत में इस मानवजनित अकाल में कम से कम 50 लाख लोग प्रत्यक्ष रूप से या अप्रत्यक्ष रूप से कुपोषण और जोखिम से भुखमरी से मर गए। भारत के बुजुर्गों और गुरुओं ने इस बात पर शोक व्यक्त किया था कि वहां के लोग बहुत अधिक कामुक थे और इसके कारण उन्हें इतनी तीव्र पीड़ा झेलनी पड़ी। इतिहास में कहीं भी ऐसा एक भी स्थान या क्षेत्र नहीं मिलेगा जहां लोगों ने एक-दूसरे के साथ यौन आनंद लेने के लिए रचनात्मक तरीके ईजाद करके यौन संबंधों में अत्यधिक लिप्त होने के बाद बहुत अधिक पीड़ा न झेली हो। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीयों को जो कठिनाई हुई, वह उनकी यौन संकीर्णता के कारण थी, ठीक उसी तरह, उसी समय के दौरान रूस में जो भयानक युद्ध हुआ, वह उनकी यौन भोग-विलास की अधिकता के कारण था। आर्थिक इतिहासकारों ने बंगाल के अकाल के पीछे के वास्तविक कारण की जांच करने की कोशिश की है, लेकिन वे शायद ही किसी एक विशेष कारण पर सहमत हो पाए हैं। हालाँकि, वे इस बात पर ज़ोर देते हैं कि इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकती कि उपनिवेशवाद के कारण अकाल पड़े, क्योंकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि पहले अकाल कम पड़ते थे या कम घातक होते थे। लेकिन जैसे-जैसे कई भारतीय क्षेत्रों में यौन गतिविधियाँ बढ़ीं, जनसंख्या बढ़ी और आपदा ने उन पर बेरहमी से हमला किया, और भले ही उन्होंने विश्व युद्ध में शामिल नहीं होने का फैसला किया था, फिर भी उन्हें उन तीन मिलियन लोगों के समान भाग्य का सामना करना पड़ा जो लगभग भूख से मर गए थे। लेनिनग्राद की घेराबंदी. कुछ दावों के विपरीत, अंग्रेजों ने अकाल की शुरुआत नहीं की। भूगोल ने ऐसा किया और ऐसा उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के अत्यधिक यौन भोग के कारण हुआ। कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि लोगों के बीच यौन मुठभेड़ हजारों वर्षों से होती आ रही है, और जब पिछली पीढ़ियों को अपेक्षाकृत आसानी से छोड़ दिया गया तो इस पीढ़ी को अप्रत्याशित उथल-पुथल और आतंक से क्यों पीड़ित होना चाहिए? तथ्य हम सभी के लिए काफी स्पष्ट रूप से बोलते हैं, जैसा कि हम देख सकते हैं कि पिछली शताब्दियों के दौरान, यहां तक कि छठी शताब्दी की शुरुआत में, जब जस्टिनियन प्लेग हुआ था और दुनिया को क्रूर ज्वालामुखी सर्दियों का सामना करना पड़ा था, पिछली शताब्दी तक। जिसने दो सबसे घातक विश्व युद्ध देखे, हमारे पूर्वजों को पीड़ा का सामना करना पड़ा, जो लगभग हमेशा यौन गतिविधियों में वृद्धि से पहले होता था। हालाँकि, इस युग में लोगों को निश्चित रूप से अकल्पनीय परिमाण की बहुत बड़ी आपदा का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि मानव इतिहास में पहले कभी भी लोग इतने अधिक यौन रूप से विकृत और कामुक रूप से रचनात्मक नहीं हुए थे।

  • @rampyare4220
    @rampyare4220 Месяц назад +46

    ढोंग पाखण्ड झूठ जुमला वैमनस्य भ्रष्टाचार दूसरों को मूर्ख समझना स्वयं को सिद्ध पुरुष देवता समझने वाले राक्षसों
    का ऐसा अंत होगा। अधिकांश लोगों की भावना है।
    धन्यवाद सर्वश्रेष्ठ और सर्वोच्च समाचार विश्लेषण।

  • @rajkishoreprasadsingh8107
    @rajkishoreprasadsingh8107 Месяц назад +71

    एक महंत/ संत का ये चाल चरित्र और चेहरा देखकर धार्मिक आस्थाओं से मोहभंग हो गया।

  • @ataharbegataharbeg6380
    @ataharbegataharbeg6380 Месяц назад +27

    Salam he aap ki patarkarita ko ravis ji i rispekt you❤❤❤❤❤

  • @ramankaswan5466
    @ramankaswan5466 Месяц назад +17

    रवीश जी, बड़ा दुख होता है जब ऐसा व्यक्ति इतिहास की बात करता है जो ढंग से कभी स्कूल भी न गया हो। पर किया भी क्या जा सकता है। जो इनको सुनने वाले हैं वो भी तो ऐसे ही हैं।

  • @ZEPETO-c2q
    @ZEPETO-c2q Месяц назад +65

    इसके अलावा ये कुछ बोल नहीं सकते क्योंकि इन्होंने कभी आम आदमी की समस्याएँ देखी ही नहीं...

  • @PatkashbhaiSohan
    @PatkashbhaiSohan Месяц назад +128

    हिंदू मुस्लिम के बेगर ना तो ईनकी राजनिती सलती है ना ईनके नेताओं की जुबान सलती है

  • @sanjittoppo1805
    @sanjittoppo1805 Месяц назад +4

    Ravish ji you are my favourite news reader.... jis din NDTV se resign diye my channel dekhna band kr diya..... you are such a the best Patrakaar.

  • @nanaksingh7743
    @nanaksingh7743 Месяц назад +56

    BJP के नेता भटकयेगें, लटकायेगें, घँटा बज्बायेंगे, धर्म की अफीम चटआयेगें, लेकिन शिक्षा एवं रोजगार की बात पर वोट नहीं माँग सकते। यह देश का दुर्भाग्य है।

  • @zilesingh9646
    @zilesingh9646 Месяц назад +26

    रविश जी, यदि भारतियों ने BJP अथवा किसी धार्मिक पार्टी या धार्मिक संगठन को सरे से नहीं नकारा तो आने वाले समय में अवश्य ही इजराइल जैसे हालात पैदा हो जाएंगे। एक समय था जब अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा ने भारतीयों की शिक्षा क्षेत्र में प्रगति को लेकर विचार व्यक्त किया था। लेकिन आज उसी शिक्षित समाज को किस विनाश व अंधकार की ओर धकेल दिया गया है!!!

  • @farukkhankhan216
    @farukkhankhan216 Месяц назад +3

    रवीश कुमार जी आप बहुत बहादुर पत्रकार हे

  • @user-pd2zj2xj4k
    @user-pd2zj2xj4k Месяц назад +24

    BJP pe aise sidhe sawal sirf kuch hi log daag sakte hai.......Thank-you Ravish Ji

  • @SushilJohari-s6k
    @SushilJohari-s6k Месяц назад +21

    योगी जी आपकी सोच बस यन्ही तक सीमित है बस आप लोगों का समय पूरा हो चुका है जनता समझ चुकी है

  • @anandsinghnegi5600
    @anandsinghnegi5600 Месяц назад +29

    धर्म की बात किए बिना इनको जनता वोट नहीं देगी और अब तो धर्म का स्वार्थी प्रचार नहीं चलेगा
    ये जनता समझ चुकी है ❤❤

  • @Lalit_Kumar13
    @Lalit_Kumar13 Месяц назад +111

    धर्म अलग है और राजनीति अलग है ये बात जनता को समझनी होगी वरना वो दिन दूर नही जब हम वस्तु विनिमय चालू कर दे पाषाण काल में चले जाएं।

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад +2

      Gorkhyani
      A fact you need to know about most favorite ally of british from Indian sub continent that is gorkha

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад

      Peel commission report 1857 AD
      A must read report

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад

      Bagula bhagat
      A must read story

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад

      Ab jo humay btaya gaya hai
      Woh ye kuch martial races hain
      Bus taarif btayi gayi hai
      Jabki peel commission 1857 AD ki report mein ye bhi saaf saaf likha hai ki inki intellectual capabilities kam hain
      Matlab sochnay samajhnay mein kamzor hain

    • @haroldmartis3209
      @haroldmartis3209 Месяц назад +1

      Abhi Christian se bhi khatra hoga?

  • @rashidkareem8491
    @rashidkareem8491 Месяц назад +25

    Thank you for your real news

  • @soniyaghatak-pb3os
    @soniyaghatak-pb3os Месяц назад +6

    मैं आपके सभी न्यूज पूरी देखती हूं, इसका फायदा ये होता है कि सही खबर साक्ष्यों के साथ जानने को मिलती है।

  • @kailashsibal7058
    @kailashsibal7058 Месяц назад +16

    EXCELLENT PROGRAM RAVISH JI ❤❤❤❤❤. SHAME ON BJP/MODI/YOGI SARKAR AND IT'S LEADERS HAVE NOTHING TO SAY EXCEPT SPEAKING NONSENSE AGAINST OPPOSITION PARTIES IN ELECTION RALLIES 😢😢😢😢

  • @DhannaRamDhansa-oe5hr
    @DhannaRamDhansa-oe5hr Месяц назад +11

    Thanks for Ravish Kumar ji

  • @gaurishanker101
    @gaurishanker101 Месяц назад +18

    रवीश कुमार जी आप श्रेष्ठ पत्रकारिता को सैल्यूट।

  • @bharatsinghyadav4520
    @bharatsinghyadav4520 Месяц назад +17

    ❤❤❤ good news sir je 🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉

  • @IssaqSyed-j7d
    @IssaqSyed-j7d Месяц назад +7

    Best news. Thank you so much sir.

  • @jvohra6317
    @jvohra6317 Месяц назад

    RAVI SAHEB AAPKPO LAKH LAKH SALAM YOU ARE COMPLETELY GENIU

  • @bckams
    @bckams Месяц назад +21

    Salute sir you are great reporting

  • @raphaelpo2482
    @raphaelpo2482 Месяц назад +19

    You have always shown truth....sir but people 🍺 only like juts

  • @mithunbhasakar3233
    @mithunbhasakar3233 Месяц назад

    Thanks sir ji❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏

  • @newchapchap393
    @newchapchap393 Месяц назад +51

    शिक्षा ज्ञान योग्यता और तर्क से इनका दूर दूर तक कोई नाता नहीं है इनकी शिक्षा इन चौथी फेल बाबाओं से ज्यादा नहीं है और भक्तों को भरोसा हो गया है कि सम्पूर्ण ज्ञान यही है।

  • @RajuAli-u1e
    @RajuAli-u1e Месяц назад +6

    रविस जी आप बहुत acha बात krte hai

  • @RazaGroupTuition
    @RazaGroupTuition Месяц назад +12

    बस किसी भी क़ीमत पर वोट चाहिए
    सत्ता चाहिए
    कुर्सी चाहिए

  • @umeshYadav-ok7pt
    @umeshYadav-ok7pt Месяц назад +47

    अब तो लगता है विपक्ष के नेता इस तरह के मामलों को चुनाव आयोग के पास शिकायत करना भी छोड़ दिया है क्योंकि चुनाव आयोग बीजेपी के सेल की तरह काम कर रही है

  • @KumarSandeep007
    @KumarSandeep007 Месяц назад +7

    जब तक भारत का युवा रील की दुनिया से निकलकर रीयल की दुनिया मे नही आएगा तब तक इस देश का कुछ नही हो सकता है, ये अटल सत्य है।

  • @irshadahmad1181
    @irshadahmad1181 Месяц назад +79

    भगवान ने ठीक किया अयोध्या हराकर झूठ बोल ने वाले को जीत जाते तोऔर झूठ बोलते 🤭👌

    • @tirkeytirkey931
      @tirkeytirkey931 Месяц назад +1

      एकदम सही Sirji

    • @ShivaAnjali-l3n
      @ShivaAnjali-l3n Месяц назад

      अभी भगवान तो होता नहीं है हम तो कन्वर्ट हो गए अब अल्लाहहोते हैं😂

    • @irshadahmad1181
      @irshadahmad1181 Месяц назад +3

      @@ShivaAnjali-l3n इश्वर अल्लाह तेरा नाम सब को बुध्दी दे भगवान 🤲🤲

  • @Mitu_a1x
    @Mitu_a1x Месяц назад +13

    I'm so proud of you sir godi media se acha ek sacha desh bhakt ! Ek sacha patrakar app hai❤🎉✊🇮🇳🙏

  • @prayagR2718
    @prayagR2718 Месяц назад +17

    सत्यमेव जयते

  • @r.pverma1496
    @r.pverma1496 Месяц назад +52

    कैसे कैसे लोग देश के सत्ता में है, जिन्हे संविधान की शपथ लेकर उसे तोड़ कर गुनाह कर रहे हैं।

  • @mdashraf5471
    @mdashraf5471 Месяц назад +231

    सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
    हिंदू मुस्लिम सिख इसाई हम सब आपस में भाईभाई
    दुनिया खुश रहने के लिए इंसानियत को बचाना जरूरी है

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад +3

      The Peel Commission was established in 1857 to redesign the British military system after the Sepoy Mutiny of 1857. The commission was headed by Major-General Peel, the Secretary of State of War, and was made up of high-ranking officers from the British and Indian armies.
      Toh 1857 AD ke revolt ke baad ye koi peel commission baitha tha enquiry ke liye ki kya wajah thi 1857 AD ke revolt ki
      Issi mein martial races or non martial races mein baanta gaya tha
      Toh peel commission report ye thi ki jo martial race thay umne martial capabilities toh thin magar intellectually weak thay
      Na hi umne initiative lene ki ya koi badi fouj ka lead karnay ki koi capabilities thin
      The British regarded the 'martial races' as valiant and strong but also intellectually inferior, lacking the initiative or leadership qualities to command large military formations. They were also regarded as politically subservient or docile to authority.
      aaj bhi fouj ki bharti peel commission 1857 AD ki report pe hotin hain

    • @anirudhpratap8869
      @anirudhpratap8869 Месяц назад +5

      Aisa tab tak hi hai jab tak hindu bahusankhyak hain... nhi to tum sab sariya se chalne wale log ho

    • @ombagria9475
      @ombagria9475 Месяц назад

      सही कहा आपने पर हम नहीं समझने वाले मगर समझ भी जाऐ तो एसे गांडू पत्रकार नहीं समझने देते​@@anirudhpratap8869

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад

      Ab jo humay btaya gaya hai
      Woh ye kuch martial races hain
      Bus taarif btayi gayi hai
      Jabki peel commission 1857 AD ki report mein ye bhi saaf saaf likha hai ki inki intellectual capabilities kam hain
      Matlab sochnay samajhnay mein kamzor hain

    • @MskHr-Karnal
      @MskHr-Karnal Месяц назад +8

      @@anirudhpratap8869
      अपने अपने धर्म ग्रंथो को फॉलो करो
      दूसरे की धर्म ग्रंथो को गलत बोलना
      यह अच्छी बात नहीं है
      किसी का धर्म ग्रंथ
      यह नहीं सिखाता है
      कि वापस में बैर रखना
      हिंदू धर्म के लोग दूसरे की धर्म को
      कुछ ज्यादा ही उंगली करते हैं

  • @MDHumayun-jo3iy
    @MDHumayun-jo3iy Месяц назад +1

    Thank Good 👍👍👍👍👍

  • @Aasifsayad143
    @Aasifsayad143 Месяц назад +29

    आपने हमेशा सच को दिखाया है सर लेकिन लोगो को सिर्फ जूट पसंद आता है

  • @Saghovlogs
    @Saghovlogs Месяц назад +52

    जो कहते हैं साफ साफ कहते हैं रविश कुमार जी के समाचार बहुत ही साफ सुथरी रहते हैं 🎉🎉🎉❤❤❤

  • @jajwindersingh7371
    @jajwindersingh7371 Месяц назад +1

    धन्यवाद महोदय

  • @umeshYadav-ok7pt
    @umeshYadav-ok7pt Месяц назад +113

    जितना जल्दी हो सके ऐसे लोगों को सत्ता से बाहर कर दिया जाए, संवैधानिक पद पर बैठे हुए लोग जब संविधान विरोधी बयान देते हैं तो सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं स्वत संज्ञान लेती है ऐसे लोगों को किसी भी पद अथवा चुनाव के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए।

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад

      The Peel Commission was established in 1857 to redesign the British military system after the Sepoy Mutiny of 1857. The commission was headed by Major-General Peel, the Secretary of State of War, and was made up of high-ranking officers from the British and Indian armies.
      Toh 1857 AD ke revolt ke baad ye koi peel commission baitha tha enquiry ke liye ki kya wajah thi 1857 AD ke revolt ki
      Issi mein martial races or non martial races mein baanta gaya tha
      Toh peel commission report ye thi ki jo martial race thay umne martial capabilities toh thin magar intellectually weak thay
      Na hi umne initiative lene ki ya koi badi fouj ka lead karnay ki koi capabilities thin
      The British regarded the 'martial races' as valiant and strong but also intellectually inferior, lacking the initiative or leadership qualities to command large military formations. They were also regarded as politically subservient or docile to authority.
      aaj bhi fouj ki bharti peel commission 1857 AD ki report pe hotin hain

    • @ombagria9475
      @ombagria9475 Месяц назад

      मुर्ख यह जबरदस्ती सत्ता पर नहीं बैठे 130 करोड़ लौगों द्वारा चुनी हुई सरकार है

  • @ayubansari2898
    @ayubansari2898 Месяц назад +4

    Bahut satik veshleshn Ravish ji dhanyavad .

  • @udairajsaroj5641
    @udairajsaroj5641 Месяц назад +6

    माननीय रवीश जी आपकी पत्रकारिता में उच्च स्तरीय रिसर्च और विमर्श की पर्याप्तता है जो नवीन संभावनाओं की शोधात्रि है। आभार । साधुवाद।

  • @rameshkumar-ev2it
    @rameshkumar-ev2it Месяц назад +60

    योगी जी का भाषण जिसने भी लिखा होगा, नि:संदेह उसने न तो इतिहास की किताब और न ही विज्ञान की किताब को नहीं छुआ होगा; अन्यथा ऐसा हास्यास्पद भाषण नहीं दिया होता।

    • @shivam-tiwari-8465
      @shivam-tiwari-8465 Месяц назад

      जली क्या बे तेरी उस भाषण से
      तुझे इतिहास, विज्ञान आता है?😂😂😂😂

  • @m.d.talhashaikhm.d.talhash8224
    @m.d.talhashaikhm.d.talhash8224 Месяц назад +22

    Ravish Kumar ji aapki imandari ko slot

  • @shivnarayanpareek8353
    @shivnarayanpareek8353 Месяц назад +16

    योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर, फिर अपने विचार रखने चाहिए

  • @creators1689
    @creators1689 Месяц назад +40

    आप सच्चे हिंदुस्तानी पत्रकार हैं रवीश कुमार जी आप सच्ची खबर दिखाते हैं इसलिए आपको सलूट करता हूं रवीश कुमार जी जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम सत्यमेव जयते

  • @funnystarfriends3275
    @funnystarfriends3275 Месяц назад +84

    Bjp हार रही है। और मोदी जी, अमित शाह जी सहित सभी नेता बोखला गए है।

    • @MskHr-Karnal
      @MskHr-Karnal Месяц назад

      80 पर्सेंट लोग समझ चुके हैं भाजपा
      को 20% चुटिया तो हर देश में रहते हैं

  • @Shaneaza-o6o
    @Shaneaza-o6o Месяц назад +1

    Sachchi patrakarita ko salaam hai

  • @vimalyadav7408
    @vimalyadav7408 Месяц назад +35

    हर वक़्त हर जगह धर्म की बात, हिन्दू मुस्लमान सिर्फ़ और सिर्फ नफरत इसके सिवा इन बी जे पी नेताओ के पास कहने को कुछ नहीं है। अरे अब तो जागो इन झूठ बोलने वाले नेता को सबक सिखाओ, अपने देश को बर्बाद होने से बचाना है तो राहुल गांधी जी को लाना ही होगा, अब धार्मिक बातो में मत उलझाओ जनता के हक और रोजगार की बात करो, सभी का सम्मान करो सभी के साथ न्याय करो।

  • @lallamaurya9879
    @lallamaurya9879 Месяц назад +65

    मुख में राम बगल में छुरी वाली कहावत चरितार्थ कर दिखाया है भाजपा वालोँ ने ।

    • @neerajkatiayr1905
      @neerajkatiayr1905 Месяц назад +1

      मुख में हाली ....... ulla और बगल में बम ये कहावत हमास और हिजबुल्ला ने चरितार्थ किया है 😂😂😂😂

  • @MdishaAli-tg7rx
    @MdishaAli-tg7rx 24 дня назад

    Bahut badhiya sir

  • @Vimal_mani
    @Vimal_mani Месяц назад +32

    धर्म के नाम पर अधर्म करने वालो का सत्यानाश जल्द होता है भाई। वोट के लिए एकता का नारा। जीतने पर वोट देने वालो का बटवारा।

  • @maheshprasad-yf6hv
    @maheshprasad-yf6hv Месяц назад +22

    Great Ravish jiiiiii👍
    Aapko Congratulations Dene ke yogya to nahi par ye aapke liye mere dil se hai🙏🙏🙏🇮🇳

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад

      The Peel Commission was established in 1857 to redesign the British military system after the Sepoy Mutiny of 1857. The commission was headed by Major-General Peel, the Secretary of State of War, and was made up of high-ranking officers from the British and Indian armies.
      Toh 1857 AD ke revolt ke baad ye koi peel commission baitha tha enquiry ke liye ki kya wajah thi 1857 AD ke revolt ki
      Issi mein martial races or non martial races mein baanta gaya tha
      Toh peel commission report ye thi ki jo martial race thay umne martial capabilities toh thin magar intellectually weak thay
      Na hi umne initiative lene ki ya koi badi fouj ka lead karnay ki koi capabilities thin
      The British regarded the 'martial races' as valiant and strong but also intellectually inferior, lacking the initiative or leadership qualities to command large military formations. They were also regarded as politically subservient or docile to authority.
      aaj bhi fouj ki bharti peel commission 1857 AD ki report pe hotin hain

    • @aaditya509575
      @aaditya509575 Месяц назад

      Ab jo humay btaya gaya hai
      Woh ye kuch martial races hain
      Bus taarif btayi gayi hai
      Jabki peel commission 1857 AD ki report mein ye bhi saaf saaf likha hai ki inki intellectual capabilities kam hain
      Matlab sochnay samajhnay mein kamzor hain

  • @paulprobodh9976
    @paulprobodh9976 Месяц назад

    So many thanks for this episode Ravish Sir.

  • @Arshad_Chemistry
    @Arshad_Chemistry Месяц назад +51

    बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था. हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा.

    • @AlokSingh-s1q
      @AlokSingh-s1q Месяц назад

      Isliye aaj world ki sabse illiterate religion tmhara hai, unko madarsa se nikalo or school college bhejo, Kab tak dharm k jaal mai tm fasey rahogey

  • @rafiqahmadsaifi9375
    @rafiqahmadsaifi9375 Месяц назад +30

    जो आता है वही तो करेंगे, ये तो अपने साधु होने का धर्म भी नहीं निभा रहे हैं😊

  • @ShahidKhan-yl9dn
    @ShahidKhan-yl9dn Месяц назад

    sahi bola aap ne

  • @amaryadav2859
    @amaryadav2859 Месяц назад +6

    Excellent analysis ❤

  • @pdlohani9670
    @pdlohani9670 Месяц назад +137

    बीजेपी क़े धार्मिक मिश्रित भाषण ही बीजेपी क़े लिए उलटे पड़ रहे है l यही भाषण बीजेपी को डुबोयेंगे l

  • @dadi1510
    @dadi1510 Месяц назад

    As always excellent reporting and understanding of the subject.

  • @Pooja-1111
    @Pooja-1111 Месяц назад +17

    इस अघोषित आपातकाल में इतिहास याद रखेगा की हजारों गीदड़ पत्रकारो के बीच एक मात्र शेर पत्रकार था जिसने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया‌,,,,, सैल्यूट है सर आपको को ❤❤👍👍🇮🇳

  • @Har3w694Jaat
    @Har3w694Jaat Месяц назад +81

    बीजेपी और अंग्रेजो में कोई फर्क नहीं ह

    • @Summaiya9987
      @Summaiya9987 Месяц назад +3

      Angrezi ne to kam se kam kuch kaam to karwaye h lekin yeh BJP wale to bechte hi ja rahe h

    • @dreamakhandbharat5213
      @dreamakhandbharat5213 Месяц назад +1

      Kharid kon rha hai tumhare papa​@@Summaiya9987

  • @nareshchandrasachan5277
    @nareshchandrasachan5277 Месяц назад +41

    योगी आदित्यनाथ तू कितना राम भक्त है तेरे ही मुख्यमत्री काल में कितना धन राम मन्दिर के निर्माण में लूटपाट हुआ तब तू कहां था राम भक्त बनता है और लूट पाट कराता रहा

  • @sanupoo1421
    @sanupoo1421 Месяц назад

    We appreciate you and all true journalists who brings all news

  • @SampatPoonia-fn8qi
    @SampatPoonia-fn8qi Месяц назад +19

    😂 good evening sir ji 😢😢😢
    भगवान आपको खुश रखे रवीश कुमार जी 😢😢😢😢

  • @supermeelu
    @supermeelu Месяц назад +4

    Thanks to real journalists and journalism

  • @sajjukhan5829
    @sajjukhan5829 20 дней назад

    Jendabad sar ji❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @nadeemahmad7875
    @nadeemahmad7875 Месяц назад +77

    बीजेपी बिगर हिंदू मुस्लिम मंदिर मस्जिद के बिना एक लाइन भी नहीं बोल पाएगी

  • @gulshansharma1779
    @gulshansharma1779 Месяц назад +8

    Ravish sir salute to you 🙏🏻

  • @rajaram6158
    @rajaram6158 25 дней назад

    धन्यवाद रवीश कुमार का जो मोर्चा ले रहे हैं ऐसी राज्य पार्टी से जो सत्ता में है परंतु सच की जीत होती है

  • @Bhardwaj.Gurujee
    @Bhardwaj.Gurujee Месяц назад +5

    बहुत ही उम्दा ऐफ
    एपिसोड ❤❤❤

  • @vmberiart4344
    @vmberiart4344 Месяц назад +10

    Good Bhai shab . Best clarification.

  • @OmshankarBaraulia-mk7uz
    @OmshankarBaraulia-mk7uz Месяц назад +42

    धर्म एक प्रकार का जुमला ही है,योगी तुम्हारे बहकावे में जनता नहीं आने वाले हैं।

  • @jordangillgill527
    @jordangillgill527 Месяц назад +337

    जितने लोग यह वीडियो देख रहे हैं मै आप सभी से यह पूछना चाहता हूं कि बीजेपी के किसी एक नेता का नाम बता दीजिए जिसने काम के नाम पर वोट मांगा हो

    • @SahjadKhan-yu2uh
      @SahjadKhan-yu2uh Месяц назад +23

      Only nitin gadgadi

    • @Jai_Hanuman207
      @Jai_Hanuman207 Месяц назад +10

      ​@@SahjadKhan-yu2uhनितिन गडकरी को साइड लाइन कर दिया गया।
      हर हर महादेव।।

    • @Surajbd1
      @Surajbd1 Месяц назад +23

      ​@@SahjadKhan-yu2uhबेशक नितीन गडकरी अच्छे काम कर रहे हैं लेकिन जो इतना पुल और सड़क टूट रहा है उसका जिम्मेदार कौन है?

    • @KamalSk-c4d
      @KamalSk-c4d Месяц назад +3

      Abhi tak koi mantri kam ki baat nahin ki

    • @KamalSk-c4d
      @KamalSk-c4d Месяц назад +3

      ​@@Surajbd1itni Rasiya Tut raha hai BJP ki
      Itni rasta kharab ho rahe hain BJP

  • @ssingh909
    @ssingh909 Месяц назад +295

    प्रभु राम के नाम पर रामरहीम जैसे अपराधियों के साथ खड़े भाजपाईयों से कोई क्या उम्मीद कर सकता है

    • @satyadevmishra4641
      @satyadevmishra4641 Месяц назад +6

      Right

    • @ychand1326
      @ychand1326 Месяц назад

      Sahi baat.kaha....aise dhongi ...netao ko vote krke chunkte logo ko kya kehke naam buladu ...goobhaktology....😝😜😜😛😛🤓😃😃🤣🤔🤔🤔🤔🤔😎😎😎

    • @maal77vlogs
      @maal77vlogs Месяц назад +3

      तू रवीश कुंवार तो है ही, तुझे कौन नहीं जानता, तू खुद ही सवाल खड़ा करो उस का जवाब भी खुद ही दो हद हो गई रवीश कुंवार का 😂😂😂😂😂

    • @besradada2330
      @besradada2330 Месяц назад +3

      ​@@maal77vlogstu gober khane wale or mutru pi wala yanha q tapaka h .

    • @maal77vlogs
      @maal77vlogs Месяц назад

      @@besradada2330 औरत की पीछे से चकने वाले हो अबे वह गोबर नहीं tatti है

  • @suhasgawade9581
    @suhasgawade9581 Месяц назад +4

    किसान और नौजवान बचाव

  • @rameshkumar-ev2it
    @rameshkumar-ev2it Месяц назад +92

    " राम और रोम में फंसी भाजपा " जैसे बेजोड़ शीर्षक के लिए रवीश कुमार जी कोटि - कोटि धन्यवाद 🎉❤🎉❤

  • @आदिवासीमुंडासमाज

    मुख्यमंत्री है या हिंदू धर्म प्रचारक।

    • @javedakthar9706
      @javedakthar9706 Месяц назад +10

      न प्रचारक न मुख्यमंत्री , मुख्यमंत्री तो ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए ।

    • @psm4727
      @psm4727 Месяц назад +3

      Church agent

    • @vivekdixit4622
      @vivekdixit4622 Месяц назад +2

      मोहन यादव, हेमंता विश्व सरमा और आदित्यनाथ ये तीनों धर्म प्रचारक ही हैं।

    • @rkn-904
      @rkn-904 Месяц назад

      😂😂😂😂😂

    • @srjmobile7481
      @srjmobile7481 Месяц назад

      Pakhandi sadhu hai or kuch ni. Pakka ye v rat me rangraliya manata hoga.

  • @abrarahmed7359
    @abrarahmed7359 Месяц назад

    Superb reporting.. Salute to u... Ravish sir

  • @DevendraSingh-jb8qi
    @DevendraSingh-jb8qi Месяц назад +12

    समझ में नहीं आता कि ये राजनीतिज्ञ हैं या धर्म प्रचारक। इन्हें एक रास्ता चुनना चाहिए।

  • @jagdishchitra5611
    @jagdishchitra5611 Месяц назад +25

    इंडिया जिंदाबाद

  • @shubhashlingade6018
    @shubhashlingade6018 Месяц назад

    Congratulations to you sir for your darring to Say reality of rss thought govt thanks sir

  • @shahzadsaifi7735
    @shahzadsaifi7735 Месяц назад +7

    Thenk you ravish sir...
    Sach dikhane ke liye...

  • @nirmalkumarmarandi6334
    @nirmalkumarmarandi6334 Месяц назад +21

    Isliye educated aadmi ko apne baccho ke ujwal bhavishya ke liye vote dena chahiye

  • @RSCHOWDHARY-i9x
    @RSCHOWDHARY-i9x Месяц назад

    Excellent Journalism 👍👍👍

  • @MrRegeoVarghese
    @MrRegeoVarghese Месяц назад +4

    This shows the difference between literacy and education😱
    Thank you Ravish sirji

  • @balramsingh9115
    @balramsingh9115 Месяц назад +8

    कुर्सी के लिए जो मन में आए बोल दीजिए। इनका भक्त बुद्धि हीनता का परिचय देता है। ऐसे लोफर व आवारा भक्तों को पाकर ये खुश हैं। अब इन पर हंसा/रोया जाए।

  • @MahmoodAlam-h5m
    @MahmoodAlam-h5m 23 дня назад

    सारे कमेंट पढ़े पर सब के बाद रविश भाई जिंदा बाद बस बात खत्म🙏🙏

  • @pipalkoti
    @pipalkoti Месяц назад +19

    रोम रोम मे बसने वाले राम को जानने वाले लोगों की भलाई करने में विश्वाश करते हैं बुराई में नहीं.

  • @shahidnayeem6658
    @shahidnayeem6658 Месяц назад +54

    अयोध्या मंदिर की जमीन के दाम 10 मिनट में करोड़ों रुपए बढ़ाकर मुनाफा खाने वाले कौन सी संस्कृति के थे।

  • @Vivekkumar-gm3ex
    @Vivekkumar-gm3ex Месяц назад +4

    दुनिया चाहे कितना भी आगे चली जाये,लेकिन भारतीय जनता पार्टी धर्म,मन्दिर और मसजिद से आगे नहीं जायेगी,,ये सब कसम खाकर बैठे हैं||

  • @sauravsaran3217
    @sauravsaran3217 Месяц назад +15

    *घुटनों पे झूके हुए लोग*
    *टुकड़ों पर बिके हुए लोग*
    *करते हैं बरगद की बातें*
    *ये गमले में उगे हुए लोग...* 🌹🌹

  • @jagdishchitra5611
    @jagdishchitra5611 Месяц назад +41

    कांग्रेस जिंदाबाद

  • @GitanjaliNayak-jy5bt
    @GitanjaliNayak-jy5bt Месяц назад

    Very nice reporting sir🙏👍👌

  • @jagbirjhajharia1115
    @jagbirjhajharia1115 Месяц назад +4

    Well explained !

  • @ZEPETO-c2q
    @ZEPETO-c2q Месяц назад +72

    विनाश काले, विपरीत बुद्धि...
    यहां तो बुद्धि से वास्ता ही नहीं है...

  • @MakhanLalSahu-fw9pn
    @MakhanLalSahu-fw9pn Месяц назад

    Ravish Ji AAP bahut ahacha asdami hai

  • @gupteshwarbaitha8118
    @gupteshwarbaitha8118 Месяц назад +24

    यही सत्य है ❤❤