तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है। सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है।
अभी तक हम लोग सच्चा सतगुरु की अभाव में शस्त्र विरुद्ध साधना कर रहे थे लेकिन अभी कर टाइम में संत रामपाल जी महाराज सतगुरु के रूप में धरती पर मौजूद हैं और सभी धर्म ग्रंथों के आधार से भक्ति प्रदान कर रहे हैं abhilamb सतगुरु रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा प्राप्त करके मानव जीवन का कल्याण करें
अभी इस पूरी पृथ्वी पर सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान है सच्चा है अर्थात यही एकमात्र संत है उनसे नाम उपदेश लेकर भक्ति करने से ही साधक के सभी दुखों का निवारण व मोक्ष प्राप्ति हो सकती है।
पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज ही तत्वदर्शी संत हैं वह सभी शास्त्रों के आधार पर भक्ति विधि बता रहे हैं भक्ति विधि से सभी को लाभ हो रहे हैं संत रामपाल जी महाराज ने कभी अपने आप को भगवान नहीं कहा उन्होंने यह कहा की भगवान पाने के लिए गुरु को भगवान के तुल्य मानना होगा
गरीब, हम तो लोहा कठिन हैं, सतगुरु बने लुहार। जुगन-जुगन के मोरचे, तोड़ घड़े घणसार गरीब, सतगुरु पूर्ण ब्रह्म हैं, सतगुरु आप अलेख। सतगुरु रमता राम हैं, यामें मीन न मेख।।
श्री मदभागवत जी में प्रमाण है कि शास्त्रविधि त्यागकर मनमाना आचरण अथार्त् मनमानी पूजा (देवों की, पितरों की, भूतों की पूजा) करके प्राणी पितर व भूत (प्रेत) बने। वे देवलोक में हैं चाहे यमलोक में या प्रेत बने हैं, सर्व कष्टमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया। जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां। कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है। अपने माता-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो। उनकी आत्मा को प्रसन्न करो। उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर" पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया। जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां। जीवित बाप के साथ तो लड़ाई रखते हैं और उनके मरने के उपरांत उनके श्राद्ध निकालते हैं। परमात्मा कहते हैं रे भोली सी दुनिया सतगुरु बिन कैसे सरिया।
गीता जी अध्याय 17श्लोक4 यजन्ते सात्त्विका देवन यक्ष-रक्षांशी राजसा। प्रेतन भूत-गणनां: चान्ये यजन्ते तमसा जना:।। सात्विक लोग देवताओं की पूजा करते हैं,राजसी लोग यक्ष राक्षसों को पूजते हैं, और तामसी प्रेत भूत आत्माओं की पूजा करते हैं।
संत रामपाल जी महाराज के वचन में शक्ति है तथा वे जो भी ज्ञान तथा भक्ति बताते हैं वह पवित्र सद्ग्रन्थों (गीता, कुरान, वेद, पुराण, गुरुग्रंथ साहिब, बाइबल, कबीर सागर इत्यादि) से प्रमाणित करके बताते हैं। गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 के अनुसार शास्त्रविधि अनुसार भक्ति से ही लाभ (सुख, कार्यसिद्धि तथा मोक्ष) सम्भव है। शास्त्रविरुद्ध मनमाना आचरण व्यर्थ है।
कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है। अपने माता-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो। उनकी आत्मा को प्रसन्न करो। उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
♦️ कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को समय पर टुक (रोटी) भी नहीं दिया जाता मृत्यु के पश्चात उसको पवित्र दरिया मैं बहा कर आता है कितना खर्च करता है अपने मात-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो उनकी आत्मा को पर्सन करो उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
संत रामपाल जी महाराज ने सभी शास्त्रों से प्रमाणित कर हमें सच्चा आध्यात्मिक ज्ञान दिया है। इसके साथ ही हमें सच्ची उपासना भी प्रदान की गई है जिससे मानव जीवन सफल होता जा रहा है। इस उपकार के लिए हम संत रामपाल जी महाराज के सदैव ऋणी रहेंगे
संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक ज्ञान का डंका सारे विश्व में बज रहा है। समाज सुधार और मानव कल्याण के अद्भुत काम करने वाले ऐसे महान संत की महिमा के चर्चे घर-घर में हो रहे हैं।
जहाँ एक ओर अन्य धार्मिक गुरुओं के ज्ञान का कोई आधार या प्रमाण नहीं है वहीं सन्त रामपाल जी का ज्ञान पूर्णतः वैज्ञानिक, तर्कपूर्ण एवं शास्त्रों में वर्णित पद्धति पर आधारित है।
🙏🙏🌹गीता अध्याय 15 श्लोक 17 उत्तम पुरुष: तू अन्य:, परमात्मा इती उदाह्यत, यः लोकत्रयम आविश्य, विभर्ति अव्यय: ईश्वर:। गीता जी में उत्तम पुरुष को क्षर पुरुष व अक्षर पुरुष से अलग बताया गया है। जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सब धारण पोषण करता है वह वास्तव में अविनाशी अर्थात समर्थ प्रभु है। वह पुरुषोत्तम कबीर साहेब हैं।
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
गीता शास्त्रों में प्रमाण है कि तिन गुण अर्थात ब्रमहा, बिष्णु और शिबजी देवी तथा देवताओं की पूजा करने वाले केवल अपने किए का प्रतिफल पाएंगे लेकिन पूर्ण मोक्ष अर्थात् जन्म-मरण से छुटकारा पूर्ण संत की शरण में जाकर सत्य भक्ति करने से मिलता है।
Sat saheb ji jagat guru tatodharsi sant rampal ji hamagarj hii purn barma parmesor kabir dev ke rup me dhrti prr aawatritw huyee he aap ke chaarno me kotikoti naman 🙏🙏🙏🙏
पवित्र गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है।कि भूत पूजा करने वाले भूत बनेंगे।और पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
Creater of the universe sant rampal ji maharaj 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिए जा रहे आध्यात्मिक ज्ञान को समझ कर जिसने भी संत जी से नाम दीक्षा ग्रहण की वो आज तन मन धन से सुखी और स्वस्थ हैं।
Satguru Rampal Ji Maharaj Ji Ki Jai Ho
श्राद्ध क्रिया, पितृ पूजा इत्यादि करना व्यर्थ की साधना है,
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj
Very nice satsang
कबीर,गुरु बिन माला फेरते, गुरु बिन देते दान। गुरु बिन ये सब निशफल है ,चाहे पूंछो वेद पुराण।।🙏🙏🙏🙇🙇🙇
वेद में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है।
जीवन रक्षक परमात्मा
कबीर परमात्मा की सतभक्ति करने से ही हमारी रक्षा हो सकती है।
अद्वितीय तत्वज्ञान
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
अद्भुत अनमोल सत्संग 🙏🏽🙏🏽
परमात्मा सतगुरु शब्द उलंग के जो सेवक कहूं जाए*
*जहां जाए तहां काल है कहें कबीर समझाय।।*
Sant Rampal Ji Maharaj is the Avtaar of Supreme God Kabir 🙇🙇🙇🙏🙏🙏🙏
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
सत साहेब जी 🙏
जय हो बन्दी छोड की जय 🙏
sat sahib ji
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
Amazing video👌
Sat saheb ji
"Gunn teenon ki Bhakti me ye bhool pado sansar kahe Kabir Nij Naam Bina Kaise Utro Paar " - Saint Rampal Ji Maharaj
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है।
🙏🍁🌻🍁🌻सतगुरु की सिजदा करु जिसने कर्म छुटाए कोट।
ऐसे सद्गुरु की निंदा करें उनके जम तोड़ेंगे होठ।।🌻🍁🌻🍁🙏
जीवित बाप के लठ्म लठ्म , मुवे गंग बनइया।
आये असौज का महिना , कौवा बाप बनाइया ।।
अभी तक हम लोग सच्चा सतगुरु की अभाव में शस्त्र विरुद्ध साधना कर रहे थे लेकिन अभी कर टाइम में संत रामपाल जी महाराज सतगुरु के रूप में धरती पर मौजूद हैं और सभी धर्म ग्रंथों के आधार से भक्ति प्रदान कर रहे हैं abhilamb सतगुरु रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा प्राप्त करके मानव जीवन का कल्याण करें
अभी इस पूरी पृथ्वी पर सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान है सच्चा है अर्थात यही एकमात्र संत है उनसे नाम उपदेश लेकर भक्ति करने से ही साधक के सभी दुखों का निवारण व मोक्ष प्राप्ति हो सकती है।
पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज ही तत्वदर्शी संत हैं वह सभी शास्त्रों के आधार पर भक्ति विधि बता रहे हैं भक्ति विधि से सभी को लाभ हो रहे हैं संत रामपाल जी महाराज ने कभी अपने आप को भगवान नहीं कहा उन्होंने यह कहा की भगवान पाने के लिए गुरु को भगवान के तुल्य मानना होगा
तीरथ गये एक फल ,संत मिले फल चार!सदगुरू मिले अनेक फल,कहे कबीर बिचार
Beautiful gyan
सत् गुरुदेव रामपाल जी भगवान की जय हो
मृत्यु उपरान्त जीव के कल्याण अर्थात् गति कराने के लिए की जाने वाली शास्त्रविरूद्ध क्रियाऐं व्यर्थ हैं।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहिब जी भगवान है
गरीब, हम तो लोहा कठिन हैं, सतगुरु बने लुहार।
जुगन-जुगन के मोरचे, तोड़ घड़े घणसार
गरीब, सतगुरु पूर्ण ब्रह्म हैं, सतगुरु आप अलेख।
सतगुरु रमता राम हैं, यामें मीन न मेख।।
श्री मदभागवत जी में प्रमाण है कि
शास्त्रविधि त्यागकर मनमाना आचरण अथार्त् मनमानी पूजा (देवों की, पितरों की, भूतों की पूजा) करके प्राणी पितर व भूत (प्रेत) बने। वे देवलोक में हैं चाहे यमलोक में या प्रेत बने हैं, सर्व कष्टमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
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जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया।
जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां।
कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है। अपने माता-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो। उनकी आत्मा को प्रसन्न करो। उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
यह ज्ञान शास्त्रों से प्रमाणित है अद्वितीय ज्ञान है
अद्भुत, अनमोल,आलोकिक, ज्ञान 🙏🏽🙏🏽🙏🏽
कबीर, गुरु बड़े गोबिन्द से , मन में देख विचार |
हरि सुमरें सो रह गये , गुरु भजे हुए पार / /
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
An Authentic tattagyan by Bandichod Satguru Rampalji Maharaj, aapki charno mein Das ka koti koti pranam
कबीर,गुरु बिन काहु न पाया ज्ञाना, ज्यो थोड़ा भुस छड़े मूढ़ किसान।
कबीर,गुरु बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी।।
जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया।
जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां।
जीवित बाप के साथ तो लड़ाई रखते हैं और उनके मरने के उपरांत उनके श्राद्ध निकालते हैं।
परमात्मा कहते हैं रे भोली सी दुनिया सतगुरु बिन कैसे सरिया।
गीता जी अध्याय 17श्लोक4
यजन्ते सात्त्विका देवन यक्ष-रक्षांशी राजसा।
प्रेतन भूत-गणनां: चान्ये यजन्ते तमसा जना:।।
सात्विक लोग देवताओं की पूजा करते हैं,राजसी लोग यक्ष राक्षसों को पूजते हैं, और तामसी प्रेत भूत आत्माओं की पूजा करते हैं।
अद्वितीय अध्यात्मिक ज्ञान अवश्य सुनों जगत् गुरु तत्वदर्शी पुर्ण संत रामपाल जी महाराज के मुखकमल से अमृत वचन
BANDI CHHOD SAT GURU RAMPAL JI BHAGWAAN KI JAY HO 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 SAT SAHEB JI 🙏🙏🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज के वचन में शक्ति है तथा वे जो भी ज्ञान तथा भक्ति बताते हैं वह पवित्र सद्ग्रन्थों (गीता, कुरान, वेद, पुराण, गुरुग्रंथ साहिब, बाइबल, कबीर सागर इत्यादि) से प्रमाणित करके बताते हैं।
गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 के अनुसार शास्त्रविधि अनुसार भक्ति से ही लाभ (सुख, कार्यसिद्धि तथा मोक्ष) सम्भव है। शास्त्रविरुद्ध मनमाना आचरण व्यर्थ है।
श्राद्ध शास्त्र विरुद्ध साधना है।
कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है। अपने माता-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो। उनकी आत्मा को प्रसन्न करो। उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
कबीर गुरु बङे है गोविन्दसे मन मे देख विचार हरी समरे सो वार गुरु सुमरे सो होय पार
Kabir is God
🙏🙏🙏🙏
♦️ कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को समय पर टुक (रोटी) भी नहीं दिया जाता मृत्यु के पश्चात उसको पवित्र दरिया मैं बहा कर आता है कितना खर्च करता है अपने मात-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो उनकी आत्मा को पर्सन करो उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
श्राद्ध शास्त्र विरुद्ध साधना
मात पिता मिल जायेगे , लख चौरासी माहीं ।
सतगुरु सेवा और बंदगी , ये फेर मिलन की नाहीं।
Sabhi dharmshastra dwara pramanit satsang
संत रामपाल जी महाराज ने सभी शास्त्रों से प्रमाणित कर हमें सच्चा आध्यात्मिक ज्ञान दिया है। इसके साथ ही हमें सच्ची उपासना भी प्रदान की गई है जिससे मानव जीवन सफल होता जा रहा है। इस उपकार के लिए हम संत रामपाल जी महाराज के सदैव ऋणी रहेंगे
संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक ज्ञान का डंका सारे विश्व में बज रहा है। समाज सुधार और मानव कल्याण के अद्भुत काम करने वाले ऐसे महान संत की महिमा के चर्चे घर-घर में हो रहे हैं।
अद्भुत
यह बहुत अनमोल ज्ञान है
जहाँ एक ओर अन्य धार्मिक गुरुओं के ज्ञान का कोई आधार या प्रमाण नहीं है वहीं सन्त रामपाल जी का ज्ञान पूर्णतः वैज्ञानिक, तर्कपूर्ण एवं शास्त्रों में वर्णित पद्धति पर आधारित है।
पूरे विश्व में एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी है सत भक्ति ज्ञान प्राप्त करने के लिए अवश्य सुने साधना चैनल पर शाम 7:30 से 8:30
सतभक्ति करने से उजड़ा परिवार भी बस जाता है और पूरा परिवार सुख का जीवन जीता है। जीवन का सफर आसानी से तय हो जाता है क्योंकि जीवन का मार्ग साफ हो जाता है।
Spiritual knowledge 💥💥
गुरु बङे गोविंद से मन में देख विचार
हरि सुमरे सो वार है गुरु सुमरे होये पार
🙏🙏🌹गीता अध्याय 15 श्लोक 17
उत्तम पुरुष: तू अन्य:, परमात्मा इती उदाह्यत, यः लोकत्रयम आविश्य, विभर्ति अव्यय: ईश्वर:।
गीता जी में उत्तम पुरुष को क्षर पुरुष व अक्षर पुरुष से अलग बताया गया है। जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सब धारण पोषण करता है वह वास्तव में अविनाशी अर्थात समर्थ प्रभु है।
वह पुरुषोत्तम कबीर साहेब हैं।
कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम।
चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।
गरीब, तप से राज, राज मध्य मानम ।
जन्म तीसरे शुकर श्वानम ||
बहुत अच्छा ज्ञान है
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
Very nice
Right way of worship
बहुत ही अनमोल निर्णायक ज्ञान दिया है संत जी ने पाखंडवाद का खात्मा अब निश्चित है
श्राद्ध और पितृ पूजा से जीव की गति नहीं होती।
प्रमाण के लिए देखिए👇
मार्कण्डेय पुराण गीता प्रेस गोरखपुर से प्रकाशित पृष्ठ 237
Kabir Is God
हरि सेवा युग चार हैं ,गुरु सेवा पल एक
तासु पटंतर न तुले , संतन किया विवेक।।
तीरथ गये तो एक फल, संत मिले फल चार।
सदगुरू मिलै अनंत फल कहै कबीर विचार।।
Sat shaheb 🙏🙇♂️🙏🙇♂️
शास्त्रों में प्रमाण है की कबीर परमेश्वर चारों युगों में प्रकट होते हैं वो माँ से जन्म नहीं लेते हैं।
Kabir is supreme God
VERY VERY NICE SATSANG PARAMATMA KA BANDI CHHOD SATGURU RAMPAL JI BHAGWAN KI JAY HO
संत रामपाल जी महाराज के दो से प्रमाणित भक्ति विधि बताते हैं आप इनकी शरण में आए और अपना कल्याण करवाएं
true Gyan ❤️
गीता शास्त्रों में प्रमाण है कि तिन गुण अर्थात ब्रमहा, बिष्णु और शिबजी देवी तथा देवताओं की पूजा करने वाले केवल अपने किए का प्रतिफल पाएंगे लेकिन पूर्ण मोक्ष अर्थात् जन्म-मरण से छुटकारा पूर्ण संत की शरण में जाकर सत्य भक्ति करने से मिलता है।
Sat saheb ji jagat guru tatodharsi sant rampal ji hamagarj hii purn barma parmesor kabir dev ke rup me dhrti prr aawatritw huyee he aap ke chaarno me kotikoti naman 🙏🙏🙏🙏
Sat Sahib g 🙏🙏
Satbhakti karne se hi jiv apne jivan me Sare shukha praapt kar sakte hai🙏🙏🙏🙏🙏
The amazing knowledge
पवित्र गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है।कि भूत पूजा करने वाले भूत बनेंगे।और पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।
कंठी माला काठ की , तिलक घार का होय।
जन दरिया निज नाम बिन , पार न पहुँचे कोय।।
Real god of kabir
तीर्थ गए फल एक है, संत मिले फल चार।
सतगुरु मिले अनेक फल ,कहे कबीर विचार।।
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
Kabir is supreme God 🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो बन्दी छोड़ सद्गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो सत साहेब जी
Satguru dev ki seva sachhi seva
Very nice satsang👌👌🌹🌹🌷🌷🌺🌺
Heart touching knowledge👍
Kabir Saheb is the Supreme God and Saint RampalJi Maharaj is the Satguru and Tatvadarshi Sant in this creation.
कबीरा सब जग निरधना धनवन्ता ना कोय धनवन्ता सोई जानियो जाके राम नाम धन होय।।
सत साहेब जी