थोड़ा हँस ले थोड़ा नच ले
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- Опубликовано: 4 фев 2025
- थोड़ा हँस ले थोड़ा नच ले...
थोड़ा हँस ले थोड़ा नच ले...
कैसे...ऐसे...
क्योंकि हँसने दे दिन आ गए...
सजनों ईश्वर कहते हैं
एक दा करो अजपा जाप, फिर ब्रह्म शब्द दा पाओ प्रकाश।
एहो सजनों पकड़ो इतिहास, फिर ब्रह्म-स्वरूप है अपना आप।।
एक ही मानो एक ही जानो, सजनों एक ही करो प्रवान।
इक इक ही सारा जग दिस्से, इक है ओ सर्व महान।।
हम एक हैं हम एक हैं, कुल संसार नगरी हम एक हैं।
फिर एक ही विराट हुआ, सारी विश्व सारी सगली हम एक हैं।
एक दी है रौशनी एक है विश्राम।
इको रूप तुम्हारा महाराज जी इको रूप तुम्हारा।
प्रकाश रिहा जग सारा महाराज जी इको रूप तुम्हारा।।
विचार नूं सजनों पकड़ो, सत करो ज़बान।
ओ एक दृष्टि ओ एकता, एकता पकड़ो महान।
एकता पकड़ो एकता दिखाओ, प्रीत महाराज नाल लाके तोड़ निभाओ।
इसी में तुहाडी शान है फिर रौशन तुहाडा नाम।
सजनों एकता पकड़ो एकता दिखाओ, सजनों एकता पकड़ो एकता दिखाओ।
सजनों एकता दा पवे प्रभाव ओये, सजनों एकता पकड़ो एकता दिखाओ।।
चमत्कार एक है, एक ही विशेष ओ सजनों एक है।
हर अन्दर प्रवेश ओ सजनों एक है।।
हम एक हैं, हम एक हैं
हम एक हैं, हम एक हैं
एक दा है प्रवेश ओ सजनों
एक ही है विशेष ओ सजनों एक है
इस परचम के साये तले हम एक हैं हम एक हैं
Jai sitsram ji
👌👌👏👏