समझें शरीर के सात चक्रों को / Sadhguru Hindi

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 30 мар 2019
  • समझें शरीर के सात चक्रों को
    ग्रंथों में जो भी लिखा गया है, क्या वह किसी को आत्म-ज्ञान प्रदान करने के लिए काफ़ी है? जानते हैं कि ग्रन्थ सिर्फ तब बने जब किसी आत्मज्ञानी ने अपने अनुभव को शब्दों के माध्यम से बांटना चाहा।
    सद्गुरु: हमें सात चक्रों और उन्हें योग का विकास किस तरह हुआ, इसे एक विशेष संदर्भ में देखना चाहिए। हमने हमेशा योग को विज्ञान और तकनीक माना है, क्योंकि हम अस्तित्व से संबंधित चीजों के साथ काम करते हैं।
    आज की दुनिया में बहुत सारे लोग योग को दर्शन या फिलोसोफी कहने की गलती करते हैं। दर्शन या फिलोसोफी को बनाया जा सकता है, जरूरी नहीं कि उसकी वास्तविकता से कोई संबंध नहीं हो। ज्यादातर दर्शन या फिलोसोफी उन चीजों की शानदार व्याख्या हैं, जिनके बारे में आप कुछ नहीं जानते हैं। हर कोई अपना दर्शन या फिलोसोफी गढ़ हो सकता है क्योंकि उन चीजों के बारे में कोई कुछ नहीं जानता है। कई समाजों में दर्शन लंबे समय तक टिके रहे हैं।
    योगियों की कही गई बातों से ग्रन्थ बन रहे हैं
    योगिक संस्कृति के बारे में अनोखी बात यह है कि इसमें किसी तरह का कोई दर्शन या फिलोसोफी नहीं है। निरीक्षण का उपहास किया गया है। कुछ लोग यह कहते हैं कि बहस करने की कोशिश करते हैं, में क्या ग्रंथों में आपकी बातों की पुष्टि की गई है? आप जो कुछ जानते हैं, उसका प्रमाण किस ग्रंथ में है? 'ज्यादातर लोग यह नहीं समझते हैं कि ग्रंथि के ज्ञान की उपज जो योगियों और ऋषियों को प्राप्त हुई हैं। योगी और ऋषि किसी ग्रंथ की उपज नहीं हैं। एक इंसान ने जो ज्ञान हासिल किया और जिसे उसने किसी रूप में बोला, प्रकटित किया या संप्रेषित किया, उस ज्ञान को उसके आस-पास के लोगों ने एक किताब के रूप में लिखित तौर पर रखने और व्यवस्थित करने की कोशिश की। ये ऐसे लोग थे, जिनके पास ज्ञान नहीं था। पुस्तक में इक्का-दुक्का ज्ञान की बातें हो सकती हैं, बाकी सब अज्ञानता है, पवित्र अज्ञानता।
    गौतम और आनंदतीर्थ इसके सबसे अच्छे उदाहरण हैं। हम गौतम के बारे में इतना कुछ इसलिए जानते हैं क्योंकि आनंद ने उनके बारे में लिखा है। मेरे बारे में आप जो कुछ जानते हैं, वह सिर्फ यूट्यूब से जानते हैं, जिसे वीडियोग्राफरों ने रिकॉर्ड किया है। मुझे उन पर भरोसा है क्योंकि वे कैमरा में अपना दिमाग नहीं लगा सकते और अपने मन मर्जी से उसे रिकॉर्ड नहीं कर सकते। लेकिन अगर वे उसे लिखते हैं, तो वे अपना दिमाग भी लगाते हैं। जब लिखने वालों में अधिक आत्मविश्वास आया, तो वे अपने विचार अधिक से अधिक डालने में लगे हुए थे क्योंकि किसी आत्मज्ञानी व्यक्ति की कही हुई बहुत सारी बातें लोगों को समझने में नहीं आती थीं। इसलिए जो उस व्यक्ति ने कहा, उसे उस तरह व्यवस्थित कर दिया गया, जो रूप में लोगों को पसंद आता है।
    किसी के अनुभव की प्रकृति को कोई दूसरा व्यक्ति ग्रहण नहीं कर सकता, चाहे वह पूर्णिमा के चांद को देखने के रूप में सरल बात हो। जब एक मामूली अनुभव को भी कैद नहीं किया जा सकता है, तो आप किसी अद्भुत अनुभव को कैसे कैद कर सकते हैं। आप उसे ग्रहण नहीं कर सकते, इसलिए लोग सिर्फ उसे व्यवस्थित रूप में पेश करते हैं। लोग पूछते हैं कि चांद का मतलब है कि वह एक गोल वस्तु है, जिसे देखकर आपको अच्छा लगता है। इसे पढ़कर अलग-अलग लोगों को अलग-अलग चीजें दिखेंगी जो उनकी अपनी चेतनता पर निर्भर होगी। फुटबॉल खिलाड़ी को वहाँ एक बड़ी गेंदबाज़ी नज़र आई। भूखे लोगों को मक्खन का गोला नजर आएगा, जैसा कि भारतीय बच्चों को हमेशा बताया गया है।)
    ब्रह्माण्ड से एकाकार होने के लिए बुद्धि काम नहीं कर सकती
    ये सात आयाम कोई दर्शन या फिलोसोफी नहीं, बल्कि एक तरह का वर्गीकरण हैं। मूलभूत रूप से जीवन का कोई भी वर्गीकरण गलत है, लेकिन यह वर्गीकरण समझने में आसानी के कारण किया गया है।
    सात चक्रों को सात खंडों के रूप में नहीं देखना चाहिए। जीवन संपूर्णता में घटित होता है। लेकिन बुद्धि को वर्ग की जरूरत पड़ती है। वर्गीकरण के बिना आपकी बुद्धि कुछ भी ग्रहण नहीं कर सकती। बुद्धि का स्वभाव है चीज़ों को देखने और उन्हें समझने का। देखने और समझने की क्षमता के बिना आपकी बुद्धि एक बेकार की मशीन है।
    विवेक इस दुनिया में जीने का बहुत महत्वपूर्ण उपकरण है, लेकिन अगर आप ब्रह्मांड को आत्मसात करना चाहते हैं, यानी आप उसे अपना एक हिस्सा बनाना या अपने अंदर विलीन करना चाहते हैं तो यह बिलकुल अच्छी बात नहीं है। अगर आप विवेक से निर्णय लेते हैं, तो आप किस ग्रह को छोड़ना चाहेंगे? विवेक-शक्ति का मतलब है कि आप क्या चाहते हैं और क्या नहीं, आपको क्या पसंद है, और क्या नहीं पसंद है, क्या अच्छा है, क्या बुरा है, क्या ऊंचा है, क्या नीचा है, क्या भगवान है और क्या शैतान।
    Hello Welcome to Nello News
    we are sharing Inspirational & Motivational Videos which Help You For Your Success.
    All images are only for educational purpose and we do not own the images and also most of them are cc creative licensed Images
    So Hope You Guys Like My Videos Share And Subscribe.

Комментарии • 30

  • @ashokkhanna89khanna34
    @ashokkhanna89khanna34 3 года назад

    प्रणाम सद्गुरु

  • @bhanwarlalvashisth5786
    @bhanwarlalvashisth5786 3 года назад +2

    Shivoaham मेजा मांडल भीलवाड़ा राजस्थान

  • @neelamgupta4131
    @neelamgupta4131 3 года назад +1

    सही है गुरू जी सत् सत् प्रणाम आपको 😇😇😇😇

  • @travellover4568
    @travellover4568 4 года назад

    ये मेरे अब तक देखी गई वीडियो में जीवन कि सबसे अच्छी वीडियो है।

  • @nutanbhatt7762
    @nutanbhatt7762 3 года назад +1

    very nice

  • @ajaysuman1493
    @ajaysuman1493 4 года назад

    Shdguru parnam jivan Sunyata tak anubav hi shuk duk khana pina etc her chiz anubav hi he jivan ka her shan anubav hi he es shrir ke liye

  • @rajeshbehera8479
    @rajeshbehera8479 5 лет назад

    ॐ नमः शिवाय 🔱 छमा परंतु बैराग का अर्थ आसक्ति से मुक्त या लगाव से मुक्त है राग यानी आसक्ति... बैराग... सम्पूर्ण स्वतंत्र... ॐ

  • @innersmilebydrsanjeevmonga9369
    @innersmilebydrsanjeevmonga9369 4 года назад +1

    Very good video very practical knowledge thank you

  • @bharatisarkar6847
    @bharatisarkar6847 4 года назад +1

    How to awaken these chakras.please make video of Sadhguru....only instructions by Him

  • @chandraprakashgupta3878
    @chandraprakashgupta3878 5 лет назад +4

    कृपया सात चक्रो के बारे मे विस्तार से बताये और उनको नियंत्रित कैसे किया जा सकता है ।

  • @Ajit_babu1186
    @Ajit_babu1186 2 года назад

    U r doing a very well done work and all of us are agree with you thank for telling us this beautiful knowledge 👍 keep going ,
    I hope in future you will be successful 👍

  • @puneetsharma4991
    @puneetsharma4991 4 года назад

    sir aap great ho aap aise hi videos bnaate raho

  • @aardhyakanke2755
    @aardhyakanke2755 5 лет назад

    Om namah shivaha

  • @sunitasinha4244
    @sunitasinha4244 5 лет назад +2

    Very true...&...Very nice..keep it up.👍👌

  • @merajbhairabari4571
    @merajbhairabari4571 5 лет назад +1

    supar

  • @pschauhanpradeep9805
    @pschauhanpradeep9805 4 года назад

    मेरा मन सांत नहीं हो पा रहा है कृपा करें

  • @vinaypl72
    @vinaypl72 4 года назад +1

    What about seven chakras ,what swamiji said about them ?? plz change the title 🙏🙏🙏

  • @vishnubholo4933
    @vishnubholo4933 3 года назад

    7 चक्र मै से दो के तीन चक्र के मंत्र कर शकते है

  • @prashantkaushik2058
    @prashantkaushik2058 Год назад

    इसमे चक्रों के बारे में क्या बताया गया है.

  • @Ram13791
    @Ram13791 5 лет назад

    "अगर आप हर समय अपर्रवतित (refractive)रोशनी में रहेंगें तो आप की जीवन द्र्ष्टि विकृति हो जाएगी"👍

  • @vishal3696
    @vishal3696 4 года назад

    Nahi

  • @bir43khushboosingh20
    @bir43khushboosingh20 5 лет назад +2

    7 chakra sarir ke andar aur 2 bahar

  • @neelamgupta4131
    @neelamgupta4131 3 года назад

    ये गीता में लिखा है पहलें से... पढने वाले हजार है पर उस पर चलना पसन्द नहीं करतें हैं केवल दिखावा करतें हैं रोब झाडते हैं

  • @jaydeepgirigoswami2712
    @jaydeepgirigoswami2712 3 года назад

    Ela tu 7 chakar nu bol ne biji filosofi didha vagar

  • @rahulmishra-vn8zi
    @rahulmishra-vn8zi 4 года назад

    Jis bare me bola na gaya ho, kripaya wo caption me na likhe....Ye apne viewers k sath dhokha hai. Isliye maine ye video dislike kiya hai.. Dhanywaad 🙏