आज रोहित को ऐसे क्या मिल गए 🏃🏻 ||आज गए हम पहाड़ी सब्जी लिंगोडे लेने ||

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 8 сен 2024
  • लिंगुड़ा दिखने में मुड़ी हुई पत्ती और डंठल की तरह होती है, जिससे लोग अचार (अचार बनाने की विधि) और साग बनाकर खाते हैं। आप इसे दाल के साथ भी उबालकर खा सकते हैं। दाल के साथ मिलने पर यह और भी ज्यादा फायदेमंद हो जाएगा ,इसलिए इसे पालक की जगह दाल में पकाएं और चावल-रोटी के साथ इसका आनंद लें। पहाड़ी क्षेत्रों में आपको लिंगुड़ा 60-70 रुपये किलोग्राम में मिल जाएगी। बता दें कि यह बाकी समतल क्षेत्रों में नहीं होती है इसलिए दूसरे लोगों के लिए दुर्लभ सब्जी है। यह सब्जी बारिश के दिनों में ही मिलता है और पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण मार्केट में इसकी डिमांड भी ज्यादा बेहद दुर्लभ है यह कंद मूल, फलाहार बनाने के लिए किया जाता है उपयोग
    लिंगुड़ा की सब्जी खाने के फायदे

Комментарии • 16

  • @user-hs6zo7mw9g
    @user-hs6zo7mw9g 2 месяца назад

    😮

  • @user-if4nr6kz9u
    @user-if4nr6kz9u 2 месяца назад +1

    बहुत सुंदर

  • @Luckybhaiuk12
    @Luckybhaiuk12 2 месяца назад

    ❤❤

  • @Anilpant1964
    @Anilpant1964 2 месяца назад

    बहुत सुंदर।

  • @rekhabhandari6264
    @rekhabhandari6264 Месяц назад

    बहुत ही बढ़िया 👍❤️🙏

  • @vidyanegi7979
    @vidyanegi7979 2 месяца назад

    बहुत सुन्दर बिलोक

  • @shikhabhandari5718
    @shikhabhandari5718 2 месяца назад

    Bahut sundar 👌👌

  • @deepaknegi8009
    @deepaknegi8009 Месяц назад

    Meri favourite sabji

  • @VijeshwariBhandari-zv3hw
    @VijeshwariBhandari-zv3hw 2 месяца назад

    , बहुत सुंदर ब्लॉग महेश हमारे लिए भी भेज देना बेटे लंगड़ा

  • @RudraThapliyal
    @RudraThapliyal 2 месяца назад

    बहुत सुंदर महेश भाई 👌👌

  • @devenderabhandari7191
    @devenderabhandari7191 2 месяца назад

    बहुत बहुत सुन्दर महेश

  • @ShivHariBhajan
    @ShivHariBhajan 2 месяца назад

    बहुत सुंदर बिलोक

  • @ukbudsvlogs7307
    @ukbudsvlogs7307 2 месяца назад

    Bhaut sundar

  • @triloksingh3946
    @triloksingh3946 2 месяца назад

    कितने रुपए किलो है

    • @maheshbhandari935
      @maheshbhandari935  2 месяца назад +1

      भाई जी वैसे तो हम अपने लिए ही लाते हैं खाने के लिए अगर किसी रिश्तेदार को भेजना है तो हम 5 से 10 किलो भेज देते हैं पर आज तक अभी हमने यह चीज नहीं भेजी है सिर्फ अपने लिए खाने के लिए लाते हैं और सिर्फ गांव वालों के लिए कभी-कभी गांव वालों को भी बांट देते हैं पर हमने कभी पैसों में नहीं बेचे