बेशक सुभालनल्लाह बहुत ही खूब सूरत और बेहतरीन हदीश आज हमने सुना इस हदीश से ईमान ताजा हो गया! हजरत सलमान अजहरी साहब तख़रीरो की कोई जवाब नही हमारे हिंदुस्तान की शान और शेर ए हिंदुस्तान जनाब सलमान अजहरी जिन्दाबाद
Subhan Allah - Masha Allah : Allah Mufti Salman Azhari Sahab ke Ilam Amal Umar Sehat Shohrat Aur Izzat me Be-Sumar Barkate Ata Kare Aur Allah Mufti Sahab ko Zalimon ki Tang Najri se Allah Mehfooz Rakhe - Amin Summa Amin. Tajdare khatme Nabuvvat Zindabad🇮🇳 Maslake Aala Hazrat Zindabad🇮🇳 Olema-E-Ehle Sunnat Zindabad🇮🇳
माशाल्लाह हजरत ने नसीहत बहुत अच्छी करी है सुभान अल्लाह अल्लाह ताला उम्र में बरकत अता फरमाए से हजरत के सदके अल्लाह हमको भी दीन इस्लाम की तौफीक अता फरमाए जजाकल्लाह
12:45 sabse bada duniyaka fitna 19:00 true 21:25 Allahse jaisi ummeed karoge waise allah karta hai 28:30 Insha Allah, Kuchh nek kaam shuru karwayenge aur karwaaunga
क्या इस दुनिया में‘अल्लाह’ है? या नहीं? और ★मैं अल्लाह को क्यों नहीं मानता? * मैं अल्लाह को इसलिए नहीं मानता क्योंकि मैं अल्लाह से भी श्रेष्ठ हूं। * अल्लाह को न मानकर भी जीवित हूं। * मैं अल्लाह का गुलाम नहीं हूं और न ही अल्लाह मुझसे अपनी गुलामी करवा सकता है। * मैं अल्लाह को इसलिए नहीं मानता क्योंकि मैं अल्लाह से कई गुना अधिक ज्ञानी हूं। * मैं अल्लाह की संतान नहीं क्योंकि वो मेरा पिता नहीं, और न ही मुझे जन्म देने में अल्लाह का कोई सहयोग रहा। * मैं अल्लाह को नहीं मानता फिर भी अल्लाह को मनाने वाले कई लोगों से उत्कृष्ट जीवन जीता हूं। * अल्लाह से मांगने से कुछ नहीं मिलता इसलिए अल्लाह से कुछ मांगता भी नहीं, और और बिना मांगे भी मेरे पास बहुत कुछ है,जितना मेरे पास है उतने मे खुश भी हूं। * मैं प्राणी मात्र को अल्लाह से भी श्रेष्ठ मानता हूं क्योंकि मैं अल्लाह से कई गुना ज्ञानी हूं। * मैं तुमको अल्लाह से भी अधिक श्रेष्ठ मानता हूं क्योंकि मैं अल्लाह से कई गुना श्रेष्ठ हूं। * अल्लाह मानव को मुस्लिम बनाता है लेकिन मैं मानव को समझदार,स्वतंत्र,आत्मनिर्भर,तार्किक और वैज्ञानिक विचारधारा का मानव ही बनाता हूं। इसका अर्थ स्पष्ट है कि अल्लाह को मानव की आवश्यकता है जबकि मानव को अल्लाह की नहीं। * अल्लाह को मेरी जरूरत है लेकिन मुझे अल्लाह की जरूरत नहीं। * स्वयं को अल्लाह से अधिक शक्तिशाली मानता हूं फिर भी अल्लाह मेरी शक्ति को छीन नहीं सकता, * अल्लाह को मैं कुछ बुरा कहूं तो भी अल्लाह मेरा कुछ कर नहीं सकता, * मैं अल्लाह को मनाने वाले को गुलाम भी बना सकता हूं लेकिन उस गुलाम को अल्लाह मेरी गुलामी से छुड़ा भी नहीं सकता। * हालाकि मैं एक चरित्रवान,जीवों पर दया करने वाले व्यक्ति,निर्दोष पशु और जानवरों की हत्या न करने वाले के सामने नतमस्तक होता हूं लेकिन मुझे ऐसा करने से अल्लाह रोक भी नहीं सकता। ★ अब जब मैं इतने सारे कृत्य अल्लाह की इच्छा के विरुद्ध जाकर भी कर सकता हूं तो मैं उस काल्पनिक अल्लाह को क्यों मानूं? ★अब प्रश्न ये आता है कि आखिर ये * अल्लाह आया कैसे? * अल्लाह को माना क्यों गया? * अल्लाह को supreme power क्यों माना गया? तो ये सब चतुर,चालक और बुद्धिजीवी वर्ग ने असभ्य,भोलेभाले,हिंसक,घमंडी अशिक्षित, अल्पज्ञानी लोगों को डराकर,समूहों का निर्माण कर और ये बात बताकर कि तुमसे भी शक्तिशाली कोई इस ब्रम्हांड में है, तुम्ही सब कुछ नहीं हो। इस तरह से मासूम लोगों को एकजुट करके एक सही रास्ते पर लाने के लिए किया गया था। लेकिन अब लोग समझदार,सभ्य,तार्किक शिक्षित,हिंसा को नकारने वाले,आत्मसम्मान के साथ-साथ दूसरों का सम्मान करना और वैज्ञानिक विचारधारा वाले हो गए हैं, तो अब मजहब,religion और इस्लाम को मानने की कोई आवश्यकता नहीं है। और जैसे-जैसे तार्किक और वैज्ञानिक विचारधारा का विकास होगा तो धीरे-धीरे इस्लाम का पतन भी शुरू हो जाएगा और अंततः इस्लाम विलुप्त हो जाएगा। यदि आप विज्ञान पढ़कर भी अतार्किक और मूर्ख बनते हो तो ये आपकी मूर्खता ही नहीं बल्कि आप महामूर्ख हो।
@@joyajoya5230 मैं काल्पनिक और मनगढ़ंत अल्लाह को नहीं मानता , उस काल्पनिक,डरपोक में इतनी शक्ति ही नहीं कि वो मेरे दिमाग में ये बात घुसेड़ सके कि अल्लाह होता है। अल्लाह शब्द व्यक्ति को मानसिक नपुंसक बनाता है। पर हां मैं मानव द्वारा अपने मन से और फायदे के लिए बनाई गई इस्लामिक विचारधारा के अस्तित्व को स्वीकार करता हूं। इसलिए पूछता हूं कि इस्लामिक विचारधारा ने मानव जीवन को क्या दिया? इस इस्लामिक विचाधारा की क्या उपलब्धियां हैं? मुझे बताओ।
@@joyajoya5230 अल्लाह को सदैव पैगंबर क्यों भेजना पड़ता है? यदि अल्लाह इतना शक्तिशाली है तो एकबार शक्तिशाली पैगंबर भेज दे, बार -बार पैगंबर भेजने से मुक्ति मिल जाए। या फिर अल्लाह एक बार धरती पर स्वयं आ जाय तो पैगंबर भेजने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। वैसे अल्लाह को पृथ्वी एक बार भेजो मैं अल्लाह से combat fight(मल्ल युद्ध) करना चाहता हूं,देखता हूं अल्लाह जीतता है या मैं? साथ ही मुझे ये भी ज्ञात हो जायेगा कि अल्लाह कितना शक्तिशाली है। वैसे मैं तो अल्लाह को अस्तिवहीन,और काल्पनिक ही मानता हूं। क्योंकि अल्लाह कुछ नहीं होता। मुझे मूर्ख नहीं बनना। क्या अब भी आप मूर्ख बनोगे?
@@joyajoya5230 वैसे एक बात कभी सोचा है कि इस पृथ्वी पर अल्लाह कभी क्यों नहीं आता? नहीं सोचा न! तो अब जान लो कि अल्लाह कभी आयेगा भी नहीं। इससे इस बात की पुष्टि होती है कि या तो अल्लाह का कोई अस्तित्व ही नहीं है,काल्पनिक है या तो अल्लाह डरपोक है। और उस डरपोक दुरात्मा(अल्लाह) को पता है कि इस धरती पर सत्य का वास है और यदि सत्य के समक्ष आया तो भस्म हो जाएगा। अल्लाह काल्पनिक ही है अब तो मूर्खता मत करो, सच्चाई स्वीकार करो,अल्लाह कुछ नहीं होता। 💪💪💪
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बेशक सुभालनल्लाह बहुत ही खूब सूरत और बेहतरीन हदीश आज हमने सुना
इस हदीश से ईमान ताजा हो गया!
हजरत सलमान अजहरी साहब तख़रीरो की कोई जवाब नही
हमारे हिंदुस्तान की शान और शेर ए हिंदुस्तान जनाब सलमान अजहरी जिन्दाबाद
❤سبحان اللہ ماشاء اللہ ❤
कितना बेहतरीन तरीके से समझाते हैं आप ❤
समझाते नही है. झूठी कहानियों से मुसलमानों को गुमराह कर रहे है, कुरान ने मुतशाबेह आयतों की तफसीर करन मना किया है ये फसादी है
Maa shaa Allah ❤️ ❤️ ❤️ ❤️ beshaq Allah ap se razi ho
Subhan Allah - Masha Allah : Allah Mufti Salman Azhari Sahab ke Ilam Amal Umar Sehat Shohrat Aur Izzat me Be-Sumar Barkate Ata Kare Aur Allah Mufti Sahab ko Zalimon ki Tang Najri se Allah Mehfooz Rakhe - Amin Summa Amin. Tajdare khatme Nabuvvat Zindabad🇮🇳 Maslake Aala Hazrat Zindabad🇮🇳 Olema-E-Ehle Sunnat Zindabad🇮🇳
*SubhanAllah Beshak MashaAllah Umda Bayan Bahut Behatreen Labbaik Labbaik Labbaik Ya RasoolAllah ﷺ* 💚🌷💖⚡👌👌
Labbaik ya rasulullah sallallahu tala alaika vasllam
❤❤❤
Gulam rasool🇮🇳🌹
Labbaik ya RasoolAllah
Masallah achi tarike sae samjharahe hai Mufti sahab
माशाल्लाह हजरत ने नसीहत बहुत अच्छी करी है सुभान अल्लाह अल्लाह ताला उम्र में बरकत अता फरमाए से हजरत के सदके अल्लाह हमको भी दीन इस्लाम की तौफीक अता फरमाए जजाकल्लाह
Beshak subhanallah mashallah alhamdulillah Allahu Akbar labbaik ya Rasulullah
Subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah yaa kabbik yaa kabbik yaa rasool allah yaa rasool allah yaa rasool allah subahanallah subahanallah
me apki har vidio dekhti hu mashaallh apki jesi takrir koi nhi kr sakta mashaallh 🤲🤲🤲🤲🤲
Subhanallah subhanallah Kya bayan kiya hai Mufti sahab ne
Bahot bahot acchi baat बताये
Beshak subhan allah mashallah Allah hu akbar
12:45 sabse bada duniyaka fitna
19:00 true
21:25 Allahse jaisi ummeed karoge waise allah karta hai
28:30 Insha Allah, Kuchh nek kaam shuru karwayenge aur karwaaunga
Subhanallah alhamdulillah very good bayan thanks
Subhan Allah❤️❤️
Labbaik ya rasool Allah
Beshaq Masha Allah subhan Allah
ALLAHA AAP KO SALAMAT RAKHKE AAMIN ❤
Ameen summa Ameen ❤️🤲🏻
MashaAllah ♥♥♥ 🙂🤲🤲🤲👍👏👏👏
Aap ko alhhaa salamat rakhe
Pehle Allah to likh lo sahi se Allah tala ka name likh rahe ho koi inshan ka name nhi likh rhe ho jo ulta pulta bhi chale ga
Mashallah Aap bahut accha bayan karte ho
❤
Hamesha Sacchai ki Jeet hogi inshallah 🤲♥️
Allah ham sab ka sath hai❤❤❤❤❤
Bhout.sundr....
Mashallah mashallah 💐💐💐💐🌹🌹🌺
AP bhut acchese samjateho allha apko salaamat rkhe
Mashallah Subhanallah Subhanallah 💚💚💚🌼🌼🌼🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
❤Mashah Allah
MASHALLAH MASHALLAH subhanALLAH
Masahallah hazrat aap ki awaz or aap ka husn do no hi khubsurat hai allha aap ko salamat rakhe💗💗💗
Ameen summa ameen
Ameen
Mashaallah😊
Mashallah mufti Sahaba az rhari
Ya Allah ham sabko neeki ki tofek ata farmay
Masha allah aap se allah razi ho mere nabi razi ho ameen
Masha Allah apke Taqreer bahut sachi hoti h
So Beautiful ❤❤❤❤❤
Mashallah❤❤❤
Aap kitna accha smjhate hai allah aapko slamat rakhe.aamin.
Besaq
Bhai app kaha se he
Ameen
@@SekhJuyel101 1
Beshaq aameen
Subhan Allah
Mashah allah bahut achcha byan krte h ap
Allah ta ala apki umr draj kre aameen
Allah paak app ko sehat mand rakhe❤❤❤
Takreer ka andaaz yahi hona chahye" MaseAllaah
Mashallah Subhan Allah Amin
Subhanallah subhanallah 💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞
Masha allah beshaq ❤❤
Allahu Akbar
Mashallah subhanallah ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
माशाअल्लाह माशाअल्लाह माशाअल्लाह
SubhanAllah 🌹🌹🌺🌺
Subhan Allha
Massha Allha
Kya byan hai
👍🤲🌹
سبحان اللہ ❤😊
Mashallah salman ajhari sahab
Aap lajawab hai
Salman azhari Allah salamat rakhe
Masha Allah
Mashallah ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Allhau akbar allah sab se bada hi
Beshak mashallah bot hi badiya
Ye molana bhohat achi awaj me samjte hai
Subhanallah subhanallah
اللہ آپکو خوب لمبی امر ادا کرے امین ❤❤❤❤🎉
Allah Mufti Salman azhari shahab ko 😢 salamat rakhe 🤲🇮🇳☪️
Ameen
HaaQ ❣️💯💙🥺😭
Mash Allah Subhan Allah ❤️
Subhanallah masa Allah
Sher e Hindustan zindabad mufti Salman azhari❤❤❤
Mashaallah Bahut khoob hadees hain
سبحان اللہ ماشااللہ
Subhanallah
Allah aap ki hafazat farmaye
Mufti salman ajhari sahab ko allah rihai ata farma 🇵🇸🇵🇸🤲🤲
Aap bohot khubsurat bolte hai... Masha allah badi hi sahi example de kar bolte ho Masha Allah aapki zubaan meethi avr attractive hai ❣️
क्या इस दुनिया में‘अल्लाह’ है? या नहीं?
और
★मैं अल्लाह को क्यों नहीं मानता?
* मैं अल्लाह को इसलिए नहीं मानता क्योंकि मैं अल्लाह से भी श्रेष्ठ हूं।
* अल्लाह को न मानकर भी जीवित हूं।
* मैं अल्लाह का गुलाम नहीं हूं और न ही अल्लाह मुझसे अपनी गुलामी करवा सकता है।
* मैं अल्लाह को इसलिए नहीं मानता क्योंकि मैं अल्लाह से कई गुना अधिक ज्ञानी हूं।
* मैं अल्लाह की संतान नहीं क्योंकि वो मेरा पिता नहीं, और न ही मुझे जन्म देने में अल्लाह का कोई सहयोग रहा।
* मैं अल्लाह को नहीं मानता फिर भी अल्लाह को मनाने वाले कई लोगों से उत्कृष्ट जीवन जीता हूं।
* अल्लाह से मांगने से कुछ नहीं मिलता इसलिए अल्लाह से कुछ मांगता भी नहीं, और और बिना मांगे भी मेरे पास बहुत कुछ है,जितना मेरे पास है उतने मे खुश भी हूं।
* मैं प्राणी मात्र को अल्लाह से भी श्रेष्ठ मानता हूं क्योंकि मैं अल्लाह से कई गुना ज्ञानी हूं।
* मैं तुमको अल्लाह से भी अधिक श्रेष्ठ मानता हूं क्योंकि मैं अल्लाह से कई गुना श्रेष्ठ हूं।
* अल्लाह मानव को मुस्लिम बनाता है लेकिन मैं मानव को समझदार,स्वतंत्र,आत्मनिर्भर,तार्किक और वैज्ञानिक विचारधारा का मानव ही बनाता हूं।
इसका अर्थ स्पष्ट है कि अल्लाह को मानव की आवश्यकता है जबकि मानव को अल्लाह की नहीं।
* अल्लाह को मेरी जरूरत है लेकिन मुझे अल्लाह की जरूरत नहीं।
* स्वयं को अल्लाह से अधिक शक्तिशाली मानता हूं फिर भी अल्लाह मेरी शक्ति को छीन नहीं सकता,
* अल्लाह को मैं कुछ बुरा कहूं तो भी अल्लाह मेरा कुछ कर नहीं सकता,
* मैं अल्लाह को मनाने वाले को गुलाम भी बना सकता हूं लेकिन उस गुलाम को अल्लाह मेरी गुलामी से छुड़ा भी नहीं सकता।
* हालाकि मैं एक चरित्रवान,जीवों पर दया करने वाले व्यक्ति,निर्दोष पशु और जानवरों की हत्या न करने वाले के सामने नतमस्तक होता हूं लेकिन मुझे ऐसा करने से अल्लाह रोक भी नहीं सकता।
★ अब जब मैं इतने सारे कृत्य अल्लाह की इच्छा के विरुद्ध जाकर भी कर सकता हूं तो मैं उस काल्पनिक अल्लाह को क्यों मानूं?
★अब प्रश्न ये आता है कि आखिर ये
* अल्लाह आया कैसे?
* अल्लाह को माना क्यों गया?
* अल्लाह को supreme power क्यों माना गया?
तो ये सब चतुर,चालक और बुद्धिजीवी वर्ग ने असभ्य,भोलेभाले,हिंसक,घमंडी अशिक्षित, अल्पज्ञानी लोगों को डराकर,समूहों का निर्माण कर और ये बात बताकर कि तुमसे भी शक्तिशाली कोई इस ब्रम्हांड में है, तुम्ही सब कुछ नहीं हो।
इस तरह से मासूम लोगों को एकजुट करके एक सही रास्ते पर लाने के लिए किया गया था।
लेकिन अब लोग समझदार,सभ्य,तार्किक शिक्षित,हिंसा को नकारने वाले,आत्मसम्मान के साथ-साथ दूसरों का सम्मान करना और वैज्ञानिक विचारधारा वाले हो गए हैं,
तो अब मजहब,religion और इस्लाम को मानने की कोई आवश्यकता नहीं है।
और जैसे-जैसे तार्किक और वैज्ञानिक विचारधारा का विकास होगा तो धीरे-धीरे इस्लाम का पतन भी शुरू हो जाएगा और अंततः इस्लाम विलुप्त हो जाएगा।
यदि आप विज्ञान पढ़कर भी अतार्किक और मूर्ख बनते हो तो ये आपकी मूर्खता ही नहीं बल्कि आप महामूर्ख हो।
@@Prodigy427tu.nashtik.janwar.hai
Apni.mawot.she.bach.ke.dikha
Apni.ma.ke.pet.she.aaya
Dobara.jake.dikha
@@joyajoya5230 मैं काल्पनिक और मनगढ़ंत अल्लाह को नहीं मानता , उस काल्पनिक,डरपोक में इतनी शक्ति ही नहीं कि वो मेरे दिमाग में ये बात घुसेड़ सके कि अल्लाह होता है।
अल्लाह शब्द व्यक्ति को मानसिक नपुंसक बनाता है।
पर हां मैं मानव द्वारा अपने मन से और फायदे के लिए बनाई गई इस्लामिक विचारधारा के अस्तित्व को स्वीकार करता हूं।
इसलिए पूछता हूं कि इस्लामिक विचारधारा ने मानव जीवन को क्या दिया?
इस इस्लामिक विचाधारा की क्या उपलब्धियां हैं? मुझे बताओ।
@@joyajoya5230 अल्लाह को सदैव पैगंबर क्यों भेजना पड़ता है?
यदि अल्लाह इतना शक्तिशाली है तो एकबार शक्तिशाली पैगंबर भेज दे, बार -बार पैगंबर भेजने से मुक्ति मिल जाए।
या फिर अल्लाह एक बार धरती पर स्वयं आ जाय तो पैगंबर भेजने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।
वैसे अल्लाह को पृथ्वी एक बार भेजो मैं अल्लाह से combat fight(मल्ल युद्ध) करना चाहता हूं,देखता हूं अल्लाह जीतता है या मैं?
साथ ही मुझे ये भी ज्ञात हो जायेगा कि अल्लाह कितना शक्तिशाली है।
वैसे मैं तो अल्लाह को अस्तिवहीन,और काल्पनिक ही मानता हूं।
क्योंकि अल्लाह कुछ नहीं होता।
मुझे मूर्ख नहीं बनना।
क्या अब भी आप मूर्ख बनोगे?
@@joyajoya5230 वैसे एक बात कभी सोचा है कि इस पृथ्वी पर अल्लाह कभी क्यों नहीं आता?
नहीं सोचा न!
तो अब जान लो कि अल्लाह कभी आयेगा भी नहीं।
इससे इस बात की पुष्टि होती है कि
या तो अल्लाह का कोई अस्तित्व ही नहीं है,काल्पनिक है या तो अल्लाह डरपोक है।
और उस डरपोक दुरात्मा(अल्लाह) को पता है कि इस धरती पर सत्य का वास है और यदि सत्य के समक्ष आया तो भस्म हो जाएगा।
अल्लाह काल्पनिक ही है अब तो मूर्खता मत करो,
सच्चाई स्वीकार करो,अल्लाह कुछ नहीं होता।
💪💪💪
Mashaallah, allah pak aap ke hasalon aur jazbe ko aur taqat var banae
Allah hu Akbar
Subhanallah Allahu Akbar
Masha Allah bohut khoob samjhate ho aap moulana Saab
سبحان اللہ
इस्लाम की जड़ों में ही ठरकी पना है वाह जी वाह
subhanallah ❤️
Masha.allha.vai.jaan
Hamare pyare nabi ko phale bhi San dekho ✨💙🌍
Salman azhari salamat rahe Allah Salma najare ki lambi Umra de
Beshak sahi baat hai
Allah aap salamat rakhe, aamin
Allah ke dain hai ye ilm very good infermation
Subhanallah mashallah beshak allah akbar ❤️💚❤️💚❤️💚❤️💚❤️💚❤️💚❤️💚
Aap ke bayanat sun kr to iman taza ho jata h hazarat
Mashallah 😢😢
Masha Allah Hajrat pahli par sun Raha Hu ye wakya
Jazakhillah aapne achhi baat kahi
Masha allah bahut umda
Aap bhohot badiya samjhate hai Hazrat
In sha Allah Ameen summa Ameen
Hadees samjhane ka Tarika bahut achcha hai Imaan taaja Ho Gaya
Allah Mufti Salman azhari ko Umra Mein Barkat ata farmae Ameen
Masllah❤❤❤