तो राज्य सरकार से जो टैक्स कलैक्शन केंद्र सरकार ले जाती है उसे बंद कर दें! हम अपने अधिकार राज्य सरकारों से खुद ही लागू करवा लेंगे !! अगर किसी विषय की जानकारी ना हो तो उस पर उपदेश नंही देना चाहिए !!
विजय सरदाना जी की बात 100% सही है! पंजाब की नालायक सरकार केवल अख़बार और TV के विज्ञापनों के हो रहे खर्चो को पंजाब के किसानों को सब्सिडी पे उड़ाए तो बेहतर होगा
Hats off to Vijay Sardana ji. Bare truth is always bitter. 90% farmers are not from Punjab and it's pity politics played by Bhagwat Mann and when it backfire Bagwant Mann first stop funding and fled away first. Jai Hind Jai Bharat.
विदेशी फंडिंग की लालच देकर उपद्रियों द्वारा हिंसा,उपद्रव, पत्थर बाजी का आतंक फैलाना और वो भी उन भोले भाले किसानों के नाम पर कहां तक जायज है! बातचीत और शांतिपूर्ण तरीके नाम का भी कोई रास्ता होता है!शर्म आनी चाहिए🙏
बिल्कुल सत्य प्रतिशत 100% सही विजय सरदाना जी की बात इस डिबेट से यह पता चल चुका की यह सारा काम सरकार की है और राज्य सरकार की है केंद्र सरकार पर झूठी आप मनीी जा रही है
विजय सरदाना सही बोल रहे है,सब किसान को मुक्त देंगे,पानी,बिजली, नुकसान तो बचेगा क्या? सभी बिजनेस वाले नुकसान मांगने लगे तो क्या होगा, कांग्रेस ने सत्तर साल में क्या किया, धान को ओपन बीकने का कानून लाना ही होगा,किसान कहीं भी बीक सके,तोही अच्छे दाम मिलेगा।
तथ्यपूर्ण सही बात रखी है आपने सभी लोगों को गारंटी मिलनी चाहिए कपड़ा बनाने वाले, मकान बनाने वाले, जूता बनाने वाले, रिक्शे वाले........ आदि इन सभी ने क्या बिगाड़ा है क्या किसान ही सबसे बड़ा है क्या।
हां किसान सबसे बड़ा हैं खाने के लाले पड़ जायेंगे जिस दिन किसान काम करना छोड़ देगा और हां मूर्ख कपड़ा भी किसान की फसल से बनता है जरा कल सुबह से रात तक ये बिचार लगाना कि आज मैने किसान के हाथ से पैदा हुई कौन सी चीज उपयोग कि 😅
Ye sabhi keval moonafa lekar hi bechte hai. Kisan ki production cost jayada hoti hai .Vo munafa lekar nahi bech sakta kyoki fal, sabji, jyada din rakh nahi sakta 😢😢
किसान हर तरह से तकरीबन खुशहाल है न कोई टैक्स रिटर्न फाइल करनी न देश के विकास मे कोई पैसा देना उल्टा सरकारो से सब कुछ लेना उधार लेकर ऐश करना और फिर रिण माफी के लिए आम जनता को तंग करना ये आज के किसान का हाल है।
ये किसान आंदोलन तो यूं ही चलता रहेगा कितनी भी मांग जायज और न नाजायज हों। यह आंदोलन राजनीति से प्रेरित है इसका फैसला नहीं हो सकता। आढ़ती लाइसेंस रद्द कर FCI खरीद करे डायरेक्ट किसान से और किसान को उसके खेत में ही चेक से भुगतान करें।
दो कौड़ी के लोग सरकार की तरफदारी करने वाले कृषि विशेषज्ञ बनकर ना बोलें ना अपनी बात उनके माथे पर ठोंके। किसान आज कहां आजाद है या आज कहां वह मूल्य मिल रहा है जो परेशानी या मुसीबत में आ जायेंगे? यही हाल रहा तो सरकार के साथ साथ पूरा देश मुसीबत में आ जायेगा फिर विदेशी गेहूं चावल से ही जिंदगी चलेगी जो करीब तीन गुना महंगी होगी। सरकार तो उसमें भी कमा लेगी चाहे जिसकी सरकार हो पर पूरे देश की जनता इसमें फंस जायेगी।
International wheat aur paddy tumhare yahan msp pe milne wale wheat aur paddy ki price se kam hi. Warna gov ko kya problem wo kisaano se leke international market me bech deti. Tum jaise khud me hi jo gyani aur free wale logo ki wajah se desh ka bhatta baith jata hi. Unhone jitne question raise kiye uska ek bhi jawab hi tumhare pass bus faltu ki bakaiti karte ho
किसानी करने वाले किसान किस प्रकार संकट में आयेंगे यह जानने की जरूरत है और यदि किसान पर संकट आता है तो किसान के संकट में उसके साथ खुले में हर मौसम में खड़ा कौन होता है। अगर संकट से बचने के लिए जैसे कि हर धंधे वाला घाटा से बचने के लिए अपना धंधा बदल देता है तो क्या किसानों को भी घाटा से बचने का अन्यों की तरह धंधा बदलना भी समाधान हो सकता है।
ये देश विरोधी चैनल है ये देश हित से सम्बंधित कोई बात होगी तो बीच-बीच में रोकेगी और टोकेगी । विजय बहुत बहुत धन्यवाद इस चैनल की बोलती बंद करने के लिए इसे पता है विजय जी लाख टका सही बात जनता के बीच रख रहे हैं तो बीच शिवकुमार को ले आई ।
ये कोई किसान नहीं हैं ये जमींदार हैं जो पंजाब मे एक या दो एकङ के किसान थे वो आधे तो बेचकर कनाडा चले गए और जो ये आंदोलन कारी है इन को कनाडा सै फंडीग होती है उसी पैसे से छोटे किसानो की जमीन खरीदते है
यदि समान नागरिकता का विषय है तो जो नागरिक बिना जमीन वाले है उनको भी जमीन दिलाने की क्रपा करे । जमीन बालो की कुछ परेशानी कम होगी और अन्य लोगो का भी भला होगा ।
विजय सरदाना जी कैपिटल और टर्न ओवर में हर धंधे में अंतर होता है। खेती में लागत का सर्कल तकरीबन, 6 महीने का होता है परन्तु व्यापार में एक दो दिन से लेकर औसत 15 से 20 दिन का होता है। किसान जो 50% मांग रहा है वो 6 महीने का मांग रहा है जिसमें कुदरती आफत तथा सरकार की कार्यप्रणाली और प्रबंधन के नुकसान भी शामिल हैं।
आपका लेख " किसानों की मांगें मानना कितना व्यावहारिक होगा " शीर्षक से दैनिक भास्कर dt 17.2.24 में पढ़ा । नीरज कौशल आपने बिना पूर्ण सही तथ्य जानें लेख लिख दिया है।आपकी तरह के अपूर्ण ज्ञान से लिखे लेखों से अर्थ व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने वाले आंदोलन के प्रति देश की जनता के मन में किसानों के प्रति गलत भाव पैदा होते हैं। किसानों की मांग है कि सरकार msp पर कानून बनाएं कि फसल की वास्तविक लागत से 1.5 गुने से कम पर फसल की खरीद करना जुर्म होगा। सरकार किसान की फसल की लागत का 1.5 गुना रेट MSP घोषित करे। सरकार पूरा खरीद करना जरूरी नही है ,लेकिन विशेषज्ञ जानबूझकर पूरी खरीदी सरकार की बता कर भटका रहे हैं और देश को मिस गाइड कर रहे हैं सरकार एवम अन्य व्यापारी भी MSP के रेट से फसल कम पर नही खरीद सकता । अभी व्यापारी कम रेट पर फसल खरीद भारी मुनाफे से बाद में बेचता है । किसान की जमीन होती है, किसान बहुत मेहनत करता है लेकिन अपनी लागत तक नहीं निकाल पता है ,और आत्महत्या करने पर मजबूर होता है । आज देश में MSP का फायदा मात्र हरियाणा और पंजाब के किसान ही ले पाते हैं इसलिए वे धनाढ्य भी है जबकि देश के अन्य भागों में किसान ये फायदा ना ले पाने के कारण आत्महत्या को मजबूर है। हरियाणा और पंजाब के किसान MSP का फायदा जानते हैं इसीलिए वे आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। हरियाणा और पंजाब को छोड़ देश के अन्य भागों में किसानों की फसल MSP रेट पर नही बिकती है इसलिए वे इसका फायदा नहीं जानते हैं , और इसी कारण आंदोलन से जुड़ नही पाते हैं । मजबूरन अपनी लागत नही निकाल पाते हैं तथा आत्महत्या को मजबूर हो जाते हैं । आप जैसे पत्रकार अधूरी जानकारी के आधार पर देश में किसानों के प्रति गलत धारणा पैदा करने का काम करते हैं।
विजय सरदाना जी ने सही कहा, लेकिन केन्द्र सरकार को भी चुनावी लाभ के लिए किसी राज्य की मदद करने से बचना चाहिए।ऐसी नीति बननी चाहिए कि जो राज्य चुनाव के कारण लोक लुभावन वादे करते हैं,वो अपने खजाने से उसे पूरा करें। उसमें केन्द्र सरकार उसकी मदद न करें, फिर सरकार किसी भी पार्टी की हो।
Election '24 aya hai Loan maffi ke liye tractor aaya hai....yaha adivasi ka income sab se niccha hai...use 2000 loan maaf aur dusaro ko 80k se 2 lakh loan maff...ye kon sa nyay hai😂😂
इस महान कृषि विशेषज्ञ पर हंसी आ रही है मुझे आज 70 सालों में पहली बार किसी महान कृषि विशेषज्ञ ने इक्वलिटी की बात वह क्या बात है महान कृषि विशेषज्ञ किसान अगर अपनी एसपी 50 प्लस प्रॉफिट पर मांगी तो इक्वलिटी की और जो खुला व्यापार हो रहा है उसे पर मनचाही रेट डालकर पैसा कमाया जाता है उसे पर क्या कहेंगे महान विशेषज्ञ
किसान संकट में आज तक नहीं है पंजाब जैसे फर्जी खलिस्तानी,देश के हित के लिए नहीं देश बिगाड़ रहे ऐसा हालत रही तो यह इस्तीथ रहा तो सरकार का किसानों पर भरोसा उठ जाएगा,एम एस पी से फायदा नहीं होगा 🚩🚩
Swaminathan commission is an expert in growing crops. Not in fixing the price for the crops. It should be let to farmers not to the Government. Farmers land rates are increased 10+ times from the time his report has come. People staying in rented houses, ni farming land and doing small private job pays income tax and they don't come into that tax bracket.
@@jitendraprasad987yeh tumhara papa dalal jaisa baat karte hai, toh usko dalal Nahi bolega, tumhara baap Kabhi Gaya hai kept me kaam karne k liye aur economist banter hai
@@babasidhu1255 बेटा इससे समस्या हल नहीं होगा तू दूसरों को मिर्ची लगवा उससे क्या फायदा जी सच्चाई है वो सच्चाई ही रहेगी अपने बारे में अपने परिवार के बारे में सोच किसी के सहारे से कोई ज़िन्दगी में तरक्की नहीं करता जा कर मार्केट का थोड़ा रिसर्च कर जिन लोगों को MSP नहीं मिल रही वो तुमसे ईन किसानों से ज़्यादा कमा रहें हैं तुझे पता है कभी सोने का भाव और गेंहू का भाव एक हुआ करता था आज सोना कहां है गेहूं कहाँ है क्यों कि सोने को बाजार मिला और गेहूं को MSP पैसा बाज़ार से मिलता है सरकार से नहीं
Navika केवल केंद्र सरकार के खिलाफ़ propegenda चला रही है। पंजाब का सारा अनाज पंजाब सरकार को खरीदना चाहिए। केंद्र सरकार किसी भी राज्य सरकार से खरीद सकती है। अगर नहीं बेचना है तो मत बेचो
सरदानासाहब, प्याज निर्यात बंदी किसने किया? खाद्य तेल आयात किसने किया हैं?जब किसान को दो पैसे मिलने हैं तो सरकार क्यों निर्यात बंदी और आयात करती है।ये ठीक नहीं है, इससे किसान को घाटा होता है।
17 लाख करोड़ की फ़सल यदि सरकार खरदती है तो क्या उस फ़सल को फ्री मै बेच देगी। 14 या 15 लाख करोड़ मै बेचेगी। 2 3 लाख करोड़ 45 लाख किसानों के लिए दे देगी सही दाम तो क्या फर्क पड़ता है। पिछले 10 साल मै 13 लाख करोड़ रुपए धन्ना सेठों का माफ कर दिया। क्या किसान अपने परिवार को अच्छे से पालन नहीं कर सकता है। अच्छी जिंदगी धन्ना सेठ ही जी सकते हैं। क्या फायदा फिर लोकतंत्र का, गद्दी छोड़ो फिर तो। 70 साल मै देश पर लगभग 56 लाख करोड़ का कर्जा था जो पिछले 10 साल में बढ़कर 173 लाख करोड़ रुपए हो गया है। इतने बगोड़े देश छोड़ कर भाग गए उनका क्या।
राज्य की कृषि भूमि पर राज्य के सभी नागरिकों का अधिकार है सबसे पहले कृषि भूमि को सभी नागरिकों में बराबर बांटना चाहिए ।जो भूमिहीन हैं उन्हें भूमि उपलब्ध कराई जानी चाहिए ।भूमिहीन के साथ बहुत बड़ा छल किया गया है ,उन्हें उनके प्रथम संवैधानिक अधिकार कृषि भूमि के अधिकार से वंचित किया गया है ।
M.S.P VARIES FROM STATE TO STATE ... STATE GOVT DECISION IS 90% ON MSP GUARANTEE. CENTRAL GOVT CAN NOT GIVE LEGAL GUARANTEE ON MSP WITHOUT OPENION OF STATES.. LEGAL GUARANTEE. SHOULD BE GIVEN STATE WISE. CROPS, MARKETING, TAX, ETC COME UNDER STATE.
एम एस पी की गारंटी सभी राज्य अपने अपने राज्य मे घोषित कर यही न्यायिक तथा संवैधानिक दृष्टिकोण से उचित होगा ।जयहिन्द जय भारत
ऐसा ही होता है वास्तव मे, ये राजनीति हो रही है और मीडिया वाले या तो जानते नहीं या फिर मजे ले रहे हैं टीआरपी हेतु
सबसे पहले विजय सरदाना को हटावो जब भी आता है ए भाजा वाली बात करता
तो राज्य सरकार से जो टैक्स कलैक्शन केंद्र सरकार ले जाती है उसे बंद कर दें! हम अपने अधिकार राज्य सरकारों से खुद ही लागू करवा लेंगे !! अगर किसी विषय की जानकारी ना हो तो उस पर उपदेश नंही देना चाहिए !!
विजय सरदाना जी की बात 100% सही है! पंजाब की नालायक सरकार केवल अख़बार और TV के विज्ञापनों के हो रहे खर्चो को पंजाब के किसानों को सब्सिडी पे उड़ाए तो बेहतर होगा
To फिर केंद्र सरकार क्यों तीन क़ृषि क़ानून बनाता है
भाजपा देश का सारा पैसा मोदी गारंटी के प्रचार मे खर्च करे तो सही,,,पंजाब मे अच्छे काम करने वाली सरकार यदि प्रचार करे तो खराब।.।भाजपा भगाओ देश बचाओ।
मोदी से ज्यादा प्रचार पर पैसा किसी ने नहीं उड़ाया
@@vikashmahtokrantikari9501wo commerce & trade list k kanoon the na ki agriculture ke.
Hat's off to Sardana ji
Sardana is too the point 👉😂.
Rest baseless
Sardana Saheb ko Naman hai! 🙌👏👍
Hats off to Vijay Bhai....Rest all discussing without any basis...
Sir Aap ne samjha hi nhi
Kis baat ka hats off de rahe ho kucch samajh me aa bhi raha hai kya
Sardana ji ko to aa hi nahi raha
Ki samasya kya hai aur samadhan kya hoga
To samjhao
Koi ni har ek ka iq average nahi, jinke kam hote h vo border par police par pathrav kar rahe h ya us act samarthan kar rahe h
P@@prakashjha7103
Hats off to Vijay Sardana ji. Bare truth is always bitter. 90% farmers are not from Punjab and it's pity politics played by Bhagwat Mann and when it backfire Bagwant Mann first stop funding and fled away first. Jai Hind Jai Bharat.
sati zVidhatrinasEndrasserbylordavishnu
विदेशी फंडिंग की लालच देकर उपद्रियों द्वारा हिंसा,उपद्रव, पत्थर बाजी का आतंक फैलाना और वो भी उन भोले भाले किसानों के नाम पर कहां तक जायज है! बातचीत और शांतिपूर्ण तरीके नाम का भी कोई रास्ता होता है!शर्म आनी चाहिए🙏
देहली पहुंच कर ही बात होगी जब सरकार दिल्ली नहीं पहुंचने देगी किसानों को तो क्या बात होगी
Kon se sperm se paida huye ho aap thodi to sharam kro
@@santoshyadav-jw7hxCM jhak maar rhe hai kya?. rajya sarkar degi ya center??
बिल्कुल सत्य प्रतिशत 100% सही विजय सरदाना जी की बात इस डिबेट से यह पता चल चुका की यह सारा काम सरकार की है और राज्य सरकार की है केंद्र सरकार पर झूठी आप मनीी जा रही है
विजय सरदाना किसान आन्दोलन के शुरुआती दौर से किसान विरोधी रही है ।
विजय सरदाना सही बोल रहे है,सब किसान को मुक्त देंगे,पानी,बिजली, नुकसान तो बचेगा क्या? सभी बिजनेस वाले नुकसान मांगने लगे तो क्या होगा, कांग्रेस ने सत्तर साल में क्या किया, धान को ओपन बीकने का कानून लाना ही होगा,किसान कहीं भी बीक सके,तोही अच्छे दाम मिलेगा।
तथ्यपूर्ण सही बात रखी है आपने सभी लोगों को गारंटी मिलनी चाहिए कपड़ा बनाने वाले, मकान बनाने वाले, जूता बनाने वाले, रिक्शे वाले........ आदि इन सभी ने क्या बिगाड़ा है क्या किसान ही सबसे बड़ा है क्या।
Sabhi ko गारन्टी मिलती है Sabhi की mrp लागू है Sabhi ko पता है
हां किसान सबसे बड़ा हैं खाने के लाले पड़ जायेंगे जिस दिन किसान काम करना छोड़ देगा और हां मूर्ख कपड़ा भी किसान की फसल से बनता है जरा कल सुबह से रात तक ये बिचार लगाना कि आज मैने किसान के हाथ से पैदा हुई कौन सी चीज उपयोग कि 😅
Ye sabhi keval moonafa lekar hi bechte hai. Kisan ki production cost jayada hoti hai .Vo munafa lekar nahi bech sakta kyoki fal, sabji, jyada din rakh nahi sakta 😢😢
सभी को पहले से गारंटी है ,MRP पर बेचते है,सिर्फ किसान की फसल का कोई रेट नहीं है
किसान हर तरह से तकरीबन खुशहाल है न कोई टैक्स रिटर्न फाइल करनी न देश के विकास मे कोई पैसा देना उल्टा सरकारो से सब कुछ लेना उधार लेकर ऐश करना और फिर रिण माफी के लिए आम जनता को तंग करना ये आज के किसान का हाल है।
किसान को हर वास्तु पर जीएसटी देनी पडती है
Proud of you सरदाना सर
विजय सरदाना जी बहुत ही सुंदर तर्क सहित समझाया
पंजाब सरकार को किसानों की मांग लेना चाहिए
किसान स्वार्थ छोड़ देश हित में सोचें।
Sahi kaha.
बहुत बेहतरीन जवाब दिया है सरदाना जी ने
ये किसान आंदोलन तो यूं ही चलता रहेगा कितनी भी मांग जायज और न नाजायज हों। यह आंदोलन राजनीति से प्रेरित है इसका फैसला नहीं हो सकता।
आढ़ती लाइसेंस रद्द कर FCI खरीद करे डायरेक्ट किसान से और किसान को उसके खेत में ही चेक से भुगतान करें।
दो कौड़ी के लोग सरकार की तरफदारी करने वाले कृषि विशेषज्ञ बनकर ना बोलें ना अपनी बात उनके माथे पर ठोंके। किसान आज कहां आजाद है या आज कहां वह मूल्य मिल रहा है जो परेशानी या मुसीबत में आ जायेंगे? यही हाल रहा तो सरकार के साथ साथ पूरा देश मुसीबत में आ जायेगा फिर विदेशी गेहूं चावल से ही जिंदगी चलेगी जो करीब तीन गुना महंगी होगी। सरकार तो उसमें भी कमा लेगी चाहे जिसकी सरकार हो पर पूरे देश की जनता इसमें फंस जायेगी।
International wheat aur paddy tumhare yahan msp pe milne wale wheat aur paddy ki price se kam hi. Warna gov ko kya problem wo kisaano se leke international market me bech deti. Tum jaise khud me hi jo gyani aur free wale logo ki wajah se desh ka bhatta baith jata hi. Unhone jitne question raise kiye uska ek bhi jawab hi tumhare pass bus faltu ki bakaiti karte ho
Ye kisan nahi gunde hai
Ap kitne kori ke he
किसानी करने वाले किसान किस प्रकार संकट में आयेंगे यह जानने की जरूरत है और यदि किसान पर संकट आता है तो किसान के संकट में उसके साथ खुले में हर मौसम में खड़ा कौन होता है। अगर संकट से बचने के लिए जैसे कि हर धंधे वाला घाटा से बचने के लिए अपना धंधा बदल देता है तो क्या किसानों को भी घाटा से बचने का अन्यों की तरह धंधा बदलना भी समाधान हो सकता है।
It appears that government of Punjabi has not fulfilled their responsibility towards farmers and motivated farmers towards Centre
तो इन किसानों के नेता केवल दिल्ली में प्रदर्शन करने के लिए क्यों आते हैं,यह क्यों नही राज्य सरकार के पास धरना प्रदर्शन करते हैं।
Vijay sardanaji speaking on tv one sides all educated citizens of this country understand where stand you very much.
He thinks all others are lliterate Andhbhakts.
@@mohinderkumar7298❤
Write the actual truth
@@mohinderkumar7298And u r by birth mindless 😂😂😂
Have toTalk of right only bcoz of Gobar book written by mindless person 😂😂😂
BJP ka h
Very well said Vijay Sardana
विजय जी ने तो सटीक और ला जबाब दीया है बहुत हु बडीया
बहुत अच्छा समझाया विजय सरदाना ने
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सुभाष यादव
देश के तिरंगे को फुटबॉल बना कर खेलने वालो को सजा दी जानी चाहिये। कम से कम उन्हें माफ़ी मंगवाना बहुत जरूरी है। जिससे फिर से ऐसी गलती और कोई ना कर सके।
Rss or bjp ko sabse pahle deni chahiye tirange ka apman bjp rss ne Kiya shayad hi kisi ne Kiya hoga
ये देश विरोधी चैनल है ये देश हित से सम्बंधित कोई बात होगी तो बीच-बीच में रोकेगी और टोकेगी । विजय बहुत बहुत धन्यवाद इस चैनल की बोलती बंद करने के लिए इसे पता है विजय जी लाख टका सही बात जनता के बीच रख रहे हैं तो बीच शिवकुमार को ले आई ।
Sahi bola hai aapne sir
vijay ji aap great ho sir....
Well said Vijay sahab
ये कोई किसान नहीं हैं ये जमींदार हैं जो पंजाब मे एक या दो एकङ के किसान थे वो आधे तो बेचकर कनाडा चले गए और जो ये आंदोलन कारी है इन को कनाडा सै फंडीग होती है उसी पैसे से छोटे किसानो की जमीन खरीदते है
पहले पंजाब के गांवों में दो साल पक्के तौर पर रहकर वस्तु स्थिति को समझें फिर टिप्पणी करें तो ज्यादा अच्छा और सही होगा।
वाह सरधना जी वाह क्या करे कोई इस देश में डेमोक्रेसी के नाम पर मेहनत, इमानदारी और दिमाग की कोई कदर नहीं है।
Grima ji vijay sardhana corporate ka agent h, kisano ki bahas m isse mt bulaye kare,Yeh na krishi visesag na arithsastri.
Kisaan ganta …ye saab khangress and AAP ke log hai
Vijay ji sahi bata rahe hai.
यदि समान नागरिकता का विषय है तो जो नागरिक बिना जमीन वाले है उनको भी जमीन दिलाने की क्रपा करे । जमीन बालो की कुछ परेशानी कम होगी और अन्य लोगो का भी भला होगा ।
Vijay Sardana made it all points very clear- Excellent analysis
सरधाना जी बिलकुल सही कह रहे हैँ
विजय सरदाना जी कैपिटल और टर्न ओवर में हर धंधे में अंतर होता है।
खेती में लागत का सर्कल तकरीबन, 6 महीने का होता है परन्तु व्यापार में एक दो दिन से लेकर औसत 15 से 20 दिन का होता है। किसान जो 50% मांग रहा है वो 6 महीने का मांग रहा है जिसमें कुदरती आफत तथा सरकार की कार्यप्रणाली और प्रबंधन के नुकसान भी शामिल हैं।
आपका लेख " किसानों की मांगें मानना कितना व्यावहारिक होगा " शीर्षक से दैनिक भास्कर dt 17.2.24 में पढ़ा । नीरज कौशल आपने बिना पूर्ण सही तथ्य जानें लेख लिख दिया है।आपकी तरह के अपूर्ण ज्ञान से लिखे लेखों से अर्थ व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने वाले आंदोलन के प्रति देश की जनता के मन में किसानों के प्रति गलत भाव पैदा होते हैं।
किसानों की मांग है कि सरकार msp पर कानून बनाएं कि फसल की वास्तविक लागत से 1.5 गुने से कम पर फसल की खरीद करना जुर्म होगा। सरकार किसान की फसल की लागत का 1.5 गुना रेट MSP घोषित करे। सरकार पूरा खरीद करना जरूरी नही है ,लेकिन विशेषज्ञ जानबूझकर पूरी खरीदी सरकार की बता कर भटका रहे हैं और देश को मिस गाइड कर रहे हैं
सरकार एवम अन्य व्यापारी भी MSP के रेट से फसल कम पर नही खरीद सकता । अभी व्यापारी कम रेट पर फसल खरीद भारी मुनाफे से बाद में बेचता है । किसान की जमीन होती है, किसान बहुत मेहनत करता है लेकिन अपनी लागत तक नहीं निकाल पता है ,और आत्महत्या करने पर मजबूर होता है ।
आज देश में MSP का फायदा मात्र हरियाणा और पंजाब के किसान ही ले पाते हैं इसलिए वे धनाढ्य भी है जबकि देश के अन्य भागों में किसान ये फायदा ना ले पाने के कारण आत्महत्या को मजबूर है।
हरियाणा और पंजाब के किसान MSP का फायदा जानते हैं इसीलिए वे आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
हरियाणा और पंजाब को छोड़ देश के अन्य भागों में किसानों की फसल MSP रेट पर नही बिकती है इसलिए वे इसका फायदा नहीं जानते हैं , और इसी कारण आंदोलन से जुड़ नही पाते हैं । मजबूरन अपनी लागत नही निकाल पाते हैं तथा आत्महत्या को मजबूर हो जाते हैं । आप जैसे पत्रकार अधूरी जानकारी के आधार पर देश में किसानों के प्रति गलत धारणा पैदा करने का काम करते हैं।
विजय सरदाना जी ने सही कहा, लेकिन केन्द्र सरकार को भी चुनावी लाभ के लिए किसी राज्य की मदद करने से बचना चाहिए।ऐसी नीति बननी चाहिए कि जो राज्य चुनाव के कारण लोक लुभावन वादे करते हैं,वो अपने खजाने से उसे पूरा करें। उसमें केन्द्र सरकार उसकी मदद न करें, फिर सरकार किसी भी पार्टी की हो।
इस बिजय सरदाना का वेतन इसके आफिस के पूयून बराबर देंगे तभी संविधान का का पालन सही होगा क्योंकि वो भी तो कृषि बिभाग कार्यालय इसके साथ बराबर संभलता है.
Vijay sardana rocks तर्क पूर्ण विश्लेषण
Vijay Sardana ji ne bahot acchi baat boli
विजय सरदाना जी सही बात बता रहे हैं ।
Well explained by Vijay Sardana 👍
कुछ राज्यों में अबतक एम एस पी से ऊपर ही फ़सल बेचते हैं
पंजाब के ही किसान क्यों शोर मचाते हैं।
गलती विजय सरदाना की नही हैं गलती किसानों की ही हैं क्योंकि किसान जरूरत से ज्यादा प्रोडक्शन कर रहे हैं
अन्नदाता मुफ्त में अनाज नहीं देता
सरदाना जी सही जानकारी दे रहे हैं । मोदी जी देश हित में कार्य कर रहे हैं ,
सरकार को wto की शर्तों को किसनो पर नहीं ठोकना चाहिए
शिव कुमार जी जी सही बात की है बहुत विद्वता से जवाब दिया कृषि विशेषज्ञ को
किसानों का दुश्मन सरदाना ,जो कृषि विशेषज्ञ है
क्यों कि देश में और भी तो समस्या है एक किसान भर नहीं है
क्या सारा पुण्य कॉर्पोरेट ne किया है क्या
Election '24 aya hai
Loan maffi ke liye tractor aaya hai....yaha adivasi ka income sab se niccha hai...use 2000 loan maaf aur dusaro ko 80k se 2 lakh loan maff...ye kon sa nyay hai😂😂
2014 में मोदी जी ने कहा था कि सत्ता में आयेंगे तो MSP लागू कर देंगे।
Vijay sir yours right
इस महान कृषि विशेषज्ञ पर हंसी आ रही है मुझे आज 70 सालों में पहली बार किसी महान कृषि विशेषज्ञ ने इक्वलिटी की बात वह क्या बात है महान कृषि विशेषज्ञ किसान अगर अपनी एसपी 50 प्लस प्रॉफिट पर मांगी तो इक्वलिटी की और जो खुला व्यापार हो रहा है उसे पर मनचाही रेट डालकर पैसा कमाया जाता है उसे पर क्या कहेंगे महान विशेषज्ञ
कर्ज माफी , बिजली फ्री करके देश को आर्थिक नुकसान हो रहा है सब राजनीती के लिये फ्री का फंडा गलत है
विजय सरदाना जी तर्कों के आधार पर अपनी बातें रख रहे हैं, उनकी बातों में दम हैं।
Jai kisan
जय हो बहुत बढ़िया सरदाना जी जय श्री राम
किसान दूसरे राज्यों में भी हैं फिर पंजाब का किसान ही क्यों पुलिस वालों पर हमला कराता है l पुलिस वाले भी तो किसी किसान के बच्चे हैँ l
चरण चुम्बक पत्रकार और मीडिया
किसान संकट में आज तक नहीं है पंजाब जैसे फर्जी खलिस्तानी,देश के हित के लिए नहीं देश बिगाड़ रहे ऐसा हालत रही तो यह इस्तीथ रहा तो सरकार का किसानों पर भरोसा उठ जाएगा,एम एस पी से फायदा नहीं होगा 🚩🚩
Fir center govt ko msp kanun banene m kya dikat h
Kakka is a gunda badmash
कृषि विशेषज्ञ का तर्क स्पष्ट है कि
कृषि msp राज्य का विषय है
केंद्र का बिलकुल नही हो सकता
Nice Vijay ji
विजय सरदाना जी एक साल खेती कीजिए और अपने परिवार का पालन पोषण कीजिए समस्या आपको पता लग जाएंगी😢😢
Swaminathan commission is an expert in growing crops. Not in fixing the price for the crops. It should be let to farmers not to the Government. Farmers land rates are increased 10+ times from the time his report has come. People staying in rented houses, ni farming land and doing small private job pays income tax and they don't come into that tax bracket.
Great sardana Ji
sardana dalal hai koi arthshastri nhi
तू बता कितना पैसा देना होगा?
@@jitendraprasad987yeh tumhara papa dalal jaisa baat karte hai, toh usko dalal Nahi bolega, tumhara baap Kabhi Gaya hai kept me kaam karne k liye aur economist banter hai
@@jitendraprasad987mirchi lagi ...😅😅😅
@@babasidhu1255 बेटा इससे समस्या हल नहीं होगा तू दूसरों को मिर्ची लगवा उससे क्या फायदा जी सच्चाई है वो सच्चाई ही रहेगी अपने बारे में अपने परिवार के बारे में सोच किसी के सहारे से कोई ज़िन्दगी में तरक्की नहीं करता जा कर मार्केट का थोड़ा रिसर्च कर जिन लोगों को MSP नहीं मिल रही वो तुमसे ईन किसानों से ज़्यादा कमा रहें हैं तुझे पता है कभी सोने का भाव और गेंहू का भाव एक हुआ करता था आज सोना कहां है गेहूं कहाँ है क्यों कि सोने को बाजार मिला और गेहूं को MSP पैसा बाज़ार से मिलता है सरकार से नहीं
@@jitendraprasad987 U.P or Bihar ke gareeb kisaano se 1200 1500 me gehnu or dhaan khreed hoti hai ...m.s.p kya hai .control kon karega .modi ya tu.
Navika केवल केंद्र सरकार के खिलाफ़ propegenda चला रही है। पंजाब का सारा अनाज पंजाब सरकार को खरीदना चाहिए। केंद्र सरकार किसी भी राज्य सरकार से खरीद सकती है। अगर नहीं बेचना है तो मत बेचो
Great, really explained
Bijoy sardanaji , you are right .
जब सब कुछ राज्य सरकार के हाथ में है तो, हर जींस की आयत निर्यात का अधिकार भी राज्य सरकार को ही देना चाहिए।
विजय सरदाना सही कह रहे हैँ
एक देश एक कानून हो
Sardhana ji you are great
सरकार झक मार रही थी, दो साल से msp ka वादा करके।सविधान तो विजय ने भी नही पड़ा है।मोदी याने इंडिया नही है।
I like the Anchor. Very Smart Anchor.
बात तर्क संगत है। केन्द्र सरकार का इस में कोई अधिकार नहीं है। सरकार ने कभी नहीं बुलाया पंजाब के किसानों ने केन्द्र का दिल्ली आ कर,घेरा और बलवा किया ।
Sardana ji bilkul Thik kah rahe hai
This anchor seems unhappy with absolute arguments by Vijay Sardana
किसानों की फ्री वाली सुविधा बंद करो
विजय जी बहुत बढ़िया
विजय सरदाना जी का विश्लेषण बहुत ही अच्छा है
सरदानासाहब, प्याज निर्यात बंदी किसने किया? खाद्य तेल आयात किसने किया हैं?जब किसान को दो पैसे मिलने हैं तो सरकार क्यों निर्यात बंदी और आयात करती है।ये ठीक नहीं है, इससे किसान को घाटा होता है।
17 लाख करोड़ की फ़सल यदि सरकार खरदती है तो क्या उस फ़सल को फ्री मै बेच देगी। 14 या 15 लाख करोड़ मै बेचेगी। 2 3 लाख करोड़ 45 लाख किसानों के लिए दे देगी सही दाम तो क्या फर्क पड़ता है। पिछले 10 साल मै 13 लाख करोड़ रुपए धन्ना सेठों का माफ कर दिया। क्या किसान अपने परिवार को अच्छे से पालन नहीं कर सकता है। अच्छी जिंदगी धन्ना सेठ ही जी सकते हैं। क्या फायदा फिर लोकतंत्र का, गद्दी छोड़ो फिर तो। 70 साल मै देश पर लगभग 56 लाख करोड़ का कर्जा था जो पिछले 10 साल में बढ़कर 173 लाख करोड़ रुपए हो गया है। इतने बगोड़े देश छोड़ कर भाग गए उनका क्या।
राज्य की कृषि भूमि पर राज्य के सभी नागरिकों का अधिकार है सबसे पहले कृषि भूमि को सभी नागरिकों में बराबर बांटना चाहिए ।जो भूमिहीन हैं उन्हें भूमि उपलब्ध कराई जानी चाहिए ।भूमिहीन के साथ बहुत बड़ा छल किया गया है ,उन्हें उनके प्रथम संवैधानिक अधिकार कृषि भूमि के अधिकार से वंचित किया गया है ।
काका जी ये सरदाना भाई मोदी जी नजरो में हीरो बन रहे थे अपना सही पकड़ा,
विजय सरदाना 100% राइट
M.S.P VARIES FROM STATE TO STATE ... STATE GOVT DECISION IS 90% ON MSP GUARANTEE. CENTRAL GOVT CAN NOT GIVE LEGAL GUARANTEE ON MSP WITHOUT OPENION OF STATES.. LEGAL GUARANTEE. SHOULD BE GIVEN STATE WISE. CROPS, MARKETING, TAX, ETC COME UNDER STATE.
सारी समस्या का समाधान कोर्ट से निकलना चाहिए । कोई नेतागिरी नही चलेगी।
हर समस्या का समाधान कोर्ट है।
किसानों को लाभ नहीं तो नेताओं को पेंशन नहीं
Absolutely right