समस्या लड़की मैं लड़की के मां बाप में है जो बात बात पर समाज की बात सुनते हैं वह जैसा समाजचाहता है समाज का तो काम ही है कुछ बोलना व्यक्ति को अपनी चेतना पर ध्यान देना चाहिए और अपनी चेतना और आत्मा की सनी चाहिए जैसा कि इस कहानी की लड़की ने किया
पुनर्विवाह ही एक मात्र उपाय है । यही उपाय कहानी सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी ने सोचा होगा, लेकिन तब विधवा विवाह का प्रचलन नहीं था । इसलिए उन्होंने वह उपाय प्रकट नहीं किया। बहुत ही शानदार कहानी है जो आज के परिवेश में सोचने को मजबूर करती है।
Behad sundar katha hai. Kailashi ka jeevan dishaheen vaahan ki bhaati ho gaya hai. Nairashya insaan ko kitna badal deta hai. Kailashi ke pita ko apni putri ka punarvivah kardena chahiye tha. Bechari stree kab tak akele jeevan nirvah karti rahegi ? woh bhi purush pradhan samaj me stree ka varchasva hi kya hai?
Hello Shweta ji🙏 Is kahani ka ant to jaisa abhi keh rhe h shayad punar vivah hi ho jo juban pe nhn laya ja skta tha👍 Magar samaj tb b aisa tha aur aj b aisa hi h jo majbur h usko suna k mar dega jine nhn dega agr kisi pe koi kmi h to samaj ka kam h use bar bar us kami ka ehsas dila k use khush na rehne dena 🙏
Hi Neetu 😇 कुछ तो लोग कहेँगे, लोगों का काम है कहना...😇 पुनर्विवाह करवा देना यहाँ उचित ही जान पड़ता है परन्तु निश्चित तौर पर कहा नहीं जा सकता की समस्या हल हो ही जाये, क्यूंकि विवाह किसी समस्या का पूर्ण समाधान नहीं, लड़कियों के लिए विवाह ही एक रास्ता क्यूँ? धन्यवाद नीतू 🙏🏻🌹❤️
मुझे ऐसा तो नहीं लगता कि वह लोग आत्महत्या करेगा। ऐसा करना होता तो बहुत पहले ही कर चुका होता। यहां तो लड़की का दूसरा शादी करवाएगा, नहीं तो वह जगह छोड़कर कहीं और जाएगा। अपना बेटी से बहुत प्यार करता है ना, कुछ भी त्याग करेगा vah मां-बाप 🙏🏼
Muje bhi punar vivha ka lagta hai kyu k wo apni beti se bohot pyar karte hai or us samay k samaz ki manasthiti k hisab se ye baat jubaan pe bhi nahi la sakte
बेचारी कैलाश के ऊपर बहुत तरस आता है जो माता पिता की कहे हुए राह पर हर बार चल देती है और समझाने पर पुनः वापस लौट पड़ती है उसके माता पिता भी पुत्री की प्रसन्नता के लिए तमाम तरीके अपनाते हैं पर समाज के भय से किसी भी रास्ते पर टिक नहींपाती है ऐसी स्थिति में उन्हें केवल अपनी पुत्री की खुशी का ध्यान रखना चाहिए लोग क्या कहेंगे की चिंता बिलकुल छोड़ देनी चाहिए क्योंकि कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना। सुंदर कहानी।
समस्या लड़की मैं लड़की के मां बाप में है जो बात बात पर समाज की बात सुनते हैं वह जैसा समाजचाहता है समाज का तो काम ही है कुछ बोलना व्यक्ति को अपनी चेतना पर ध्यान देना चाहिए और अपनी चेतना और आत्मा की सनी चाहिए जैसा कि इस कहानी की लड़की ने किया
सुन्दर प्रस्तुति कहानी सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा अंत यही सोचा की कैलाशी का punr विवाह कर दिया जय
👍🏻ये ही सही होगा 😇धन्यवाद पूनम जी 😇
Adbhut...aisa laga ki kahani hamare samne chal rahi hai. Ma saraswati ki kripa aap par bani rahe.
Thankyou so much 🙏🏻🌹
पुनर्विवाह ही एक मात्र उपाय है । यही उपाय कहानी सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी ने सोचा होगा, लेकिन तब विधवा विवाह का प्रचलन नहीं था । इसलिए उन्होंने वह उपाय प्रकट नहीं किया। बहुत ही शानदार कहानी है जो आज के परिवेश में सोचने को मजबूर करती है।
Behad sundar katha hai. Kailashi ka jeevan dishaheen vaahan ki bhaati ho gaya hai. Nairashya insaan ko kitna badal deta hai. Kailashi ke pita ko apni putri ka punarvivah kardena chahiye tha. Bechari stree kab tak akele jeevan nirvah karti rahegi ? woh bhi purush pradhan samaj me stree ka varchasva hi kya hai?
Hello Shweta ji🙏
Is kahani ka ant to jaisa abhi keh rhe h shayad punar vivah hi ho jo juban pe nhn laya ja skta tha👍
Magar samaj tb b aisa tha aur aj b aisa hi h jo majbur h usko suna k mar dega jine nhn dega agr kisi pe koi kmi h to samaj ka kam h use bar bar us kami ka ehsas dila k use khush na rehne dena 🙏
Hi Neetu 😇
कुछ तो लोग कहेँगे, लोगों का काम है कहना...😇
पुनर्विवाह करवा देना यहाँ उचित ही जान पड़ता है परन्तु निश्चित तौर पर कहा नहीं जा सकता की समस्या हल हो ही जाये, क्यूंकि विवाह किसी समस्या का पूर्ण समाधान नहीं, लड़कियों के लिए विवाह ही एक रास्ता क्यूँ?
धन्यवाद नीतू 🙏🏻🌹❤️
नमस्ते एवं आभार । प्रेमचन्द जी की रचनाओं में जो क्रमिक सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक विकास देखने को मिलता है , वह विधवा विवाह की ओर संकेत करता है ।
सुन्दर प्रस्तुति 🙏🙏🙏
धन्यवाद चंद्रशेखर जी 🙏🏻
मुझे ऐसा तो नहीं लगता कि वह लोग आत्महत्या करेगा। ऐसा करना होता तो बहुत पहले ही कर चुका होता। यहां तो लड़की का दूसरा शादी करवाएगा, नहीं तो वह जगह छोड़कर कहीं और जाएगा। अपना बेटी से बहुत प्यार करता है ना, कुछ भी त्याग करेगा vah मां-बाप 🙏🏼
True Juliana ji 👍🏻 most of the people guessed second marriage 😇 parents bachho ke liye acha hi sochte hai hamesha 🙏🏻
Behtreen👏👏👏👏punrvivah
धन्यवाद अल्का जी 🙏🏻
@@InspiredCorner 🙏😊😍🙏
Muje bhi punar vivha ka lagta hai kyu k wo apni beti se bohot pyar karte hai or us samay k samaz ki manasthiti k hisab se ye baat jubaan pe bhi nahi la sakte
माता पिता की दृष्टि से देखा जाऐ तो ये ही समाधान उचित जान पड़ता है 🙏🏻🌹धन्यवाद प्रीतम जी 🙏🏻
बेचारी कैलाश के ऊपर बहुत तरस आता है जो माता पिता की कहे हुए राह पर हर बार चल देती है और समझाने पर पुनः वापस लौट पड़ती है उसके माता पिता भी पुत्री की प्रसन्नता के लिए तमाम तरीके अपनाते हैं पर समाज के भय से किसी भी रास्ते पर टिक नहींपाती है ऐसी स्थिति में उन्हें केवल अपनी पुत्री की खुशी का ध्यान रखना चाहिए लोग क्या कहेंगे की चिंता बिलकुल छोड़ देनी चाहिए क्योंकि कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना। सुंदर कहानी।
🙏🏼🙏🏼🌺🌺
🌹🙏🏻
🙏
🙏🏻🌹
Bahut hi sundar kahani mam 🥰
Thankyou so much 🙏🏻
पुनः विवाह कर देना चाहिए ।
🙏mujhe khushi hai ki ab samaj badal raha hai.. Per purane jamane me aisa nhi tha
Sweet voice
Thankyou so much 🙏🏻
Shadi 🙏
👍🏻🙏🏻
Gd afternoon ☺️ mam
Hi Soniya ji ❤️
मैं सोचता हु वह जहर खाने या दुबारा शादी की सोच रखते हैं
दूसरी शादी
👍🏻🙏🏻
Mrityu
Punarvivah
😇🙏🏻
@@InspiredCorneraap ki awaj me kahani bahu achi lagti hai
Welcome back dear
🌹🙏🏻
Poison
😊
💐🙏