पुलवामा में CRPF की शहादत के बाद श्रद्धांजलि

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  • Опубликовано: 12 сен 2024
  • बीते 5 दिनों में शहादत की 45 कहानियों से दो चार हुआ, मीडियाकर्मी होने की वजह से आम लोगों से पहले और ज्यादा खबरें मिलीं, सभी कहानियों में छोटे-छोटे गांव, छोटी सी गृहस्ती, छोटे-छोटे बच्चे, छोटे से सपने थे, शहादत की इस बड़ी कहानी के सभी शूरवीरों ने ज़िंदगी से बहुत बड़ा कुछ नही मांगा था, लेकिन जितना सोचा उसे पूरा करने के लिए भी ज़िन्दगी छोटी पड़ गई...ये कहानियां दिमाग में चल रही हैं, पीड़ा, वेदना, कष्ट कुछ भी कह लीजिये...अब सारी हदों को पार कर रहे हैं,
    CRPF जवानों का सदमा कम नही हुआ कि मेजर चित्रेश बिष्ट की खबर आ गई, 7 मार्च को शादी थी लेकिन वतन की राह पर कुर्बान हो गए, उनके बारे में सोच रहा था कि फिर से आतंकियों के साथ एनकाउंटर में चार शहादत हो गईं...
    क्या करूं कैसे दर्द कम होगा समझ नही आ रहा, आज से करीब 3 साल पहले ऐसा ही दर्द महसूस हुआ था जब कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन सौरभ कालिया और कैप्टन अमोल कालिया के परिवार से मुलाकात हुई थी, माता-पिता से बात करके मालूम चला था आखिर कैसे होते हैं ये सरफरोश,
    "जो मुल्क से मोहब्बत की खातिर मौत को अपना मुक़द्दर बनाने से भी परहेज नही करते"
    उस वक्त एक गीत के माध्यम से इन शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी, आज फिर दिल का हाल वैसा ही है तो फ़िर से उस गीत को विस्तार दे रहा हूं, जो कुछ पिछ्ले 5 दिन में महसूस किया वो सुनिए, एक छोटी सी श्रद्धांजलि भारत के उन शूरवीरों के लिए जिनके जाने के गम से आज पूरा देश सिसक रहा है ।।#pulvamaattack #shahadat #martyr #crpf #crpfsadaajey #sradhanjali

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