जाति से नही कर्म से पहचान है(समाज में इन्सान कर्मों से ही ऊंचा- नीचा होता है न कि जन्म हुआ)शैलेन्द्र जी महान गीतकार थे उनकी कालजई रचनाएं उत्कृष्ट, सारगर्भित व दिल-दिमाग को छुने वाली हैं, उन्हें सत् सत् नमन है 🙏
हर गीत में शैलेन्द्र जी ने शब्दों का चयन ऐसा किया जैसे मुक्ता हार में l आज भी इनके गीत सदा बहार, अविस्मरणीय हैं l मैं शत शत नमन करता हूँ l संगीत प्रेमी उनको कभी भुला नहीं सकते ll
क़ाबिलियत किसी मज़हब या जाति की मोहताज नहीं होती शैलेन्द्र साहब जो कर गये वो कोई नहीं कर सकता शैलेन्द्र जी मेरे दिल के बहुत क़रीब हैं बिना उनके गीतों के संगीत की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
हिंदु समाज मे हमेशा योग्यता को महत्व दिया जाता है शैलेंद्र जी की यह सफलता इसी सत्यका प्रमाण है शैलेन्द्र जी के करोडो हिंदु फैन रहे है और आजभी उनके गीतोंको गुनगुनाते है शैलेंद्र जी को जात पात के किचड मे लथेडने की यह कोशिश एक गिरी हुई मानसिकताका प्रतिक है हर ऐसा हीरो संकीर्ण दायरों से परे होता है
Varn vivistha hindu dharm m hi h ,Yh duniya k kise aur dharm m. Hindu dharm ki neev hi jatt patt per tiki h.kon hi h joh iss bat ko nhi janta. Kise ko bewakuff bna rhe ho.
महान गीतकार स्व शैलेन्द्र जी को शत शत नमन! आप ने बिहार के साथ-ही-साथ पूरे दलित समाज का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। भारत के दलितों के साथ साथ पिछड़ों को भी आप पर गर्व है। 🙏🙏🙏🙏🙏
सबसे पहले VDO दिखाने के लिए बहुत, बहुत साधुवाद । ------------------------- बहुत से "संगीत प्रेमी जनों" के विचार पढ़े तो बहुत सकून मिला। "सभी ने "जाति को नकारते हुए" बहुत सुंदर विचार दिए, जो कि अनुकर्णीय हैं और एक आईना की तरह सच दिखाई दिया । मैं आप सभी सम्मानित *संगीत* *प्रेमियों* को नमन करते हुए एक प्यार भरा संदेश भेज रहा हूॅ :-- "आप जैसे महान विचारशील" "सच्चे मानवता के पुरोधा" और "इन्सानियत को जीवंत रूप देने" बाले , सभी *प्रबुद्ध-नागरिक* "देश भारत के गौरव हैं" । *नत-मस्तक स्नेहिल प्यार* एवं "सम्मान" के साथ *यथोचित* "अभिवादन करता हूॅ" । ------------------------ बात दलित, जाति एवं भेद-भाव, पर चली है तो मेरा-मानना है कि अगर "भारत में घृणा, द्वेश, जाति आधारित ऊॅच-नींच , छुआ-छात" घृणा और *इन्सानियत" तथा *मानव-मूल्यों* की हत्या करके प्रकृति के द्वारा रचित "व्यक्तियों" को "जानवरों से भी बदतर जीवन जीने को "मजबूर किया जाना" *देश की "प्रगति" में बहुत बड़ी* "बाधा" है । "समाज व्यवस्था" ऐसी ही--- *शोषक और दमनकारी नीति* रहेगी *भारत* "वर्बादी की ओर ही जाएगा" ------------------------ *सबका मंगल हो* ---------------------- एस पी सिंह *सामाजिक चिंतक*
Jai Bhim sir ji🙏, आपके विचार पढ़कर बहुत अच्छा लगा, आशा करता हूं आप समाज को ऐसे ही जागरूक करने का कार्य अनवरत जारी रखेंगे, तथागत बुद्ध आपको स्वस्थ रखें यही कामना करता हूं।
Salute to Shilendra ji. He was a great poet and his contribution to film industry will be remembered for ever. It is not necessary to be from any upper caste as far as talent is concerned.Talent can take birth from any mother. It is our society which differentiates. God sends everybody as a human/ insaan on this earth.
जातिवाद मत फैलाओ,हमें शैलेंद्र जी की जात ना पता थी और ना जानना चाहते थे और अब जानकर भी उनकी इज्जत कहीं से भी कम नहीं होगी । जाति बताकर उन्हें हमसे अलग मत बनाओ ।
शैलेन्द्र जी मूलतः बिहार के थे । वे पहले गीतकार थे जिन्होंने फिल्मीं गानों को एक नई दिशा प्रदान किया। राजकपूर की महानता है कि उन्होंने शैलेन्द्र जी की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें प्रोत्साहित किया। शैलेन्द्र जी का बनायी फिल्म तीसरी कसम ने अपने वर्ष के सर्वोच्च पुरस्कार प्राप्त किया था ।
He was a responsible person and he had always been respected one amongst poets Please don't abuse in the name of caste and creed..A big salute to our great lyricist...O.K.
भाई प्रतिभा किसी जाति विशेष की बपौती नही होती है । ब्यक्ति किसी भी घर में जन्म ले ,पर प्रतिभा ईश्वर प्रदत्त होती है ।आज हमें सनातन की बात करनी है जिसमें महर्षि बाल्मीकि ,संत रविदास ,नानक सभी हमारे आदर के पात्र है ।
शैलेंद्र जी का परिचय एक महान गीतकार के रूप में ही होना चाहिए, उनकी जाति बताकर समाज के संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों के उनका कद कम न होने दे, शैलेंद्र जी महान थे महान रहेंगे,
जी, वे महान तो तब भी थे,परन्तु मनुवादी मिडिया ने कभी जिक्र ही नहीं किया,ये सोचनेवाली बात है,उनको हाशिए पर डाल दिया गया और ये बात भी कहना पड़ेगा कि संकीर्ण मानसिकता वाला मनु ने जाति बनाकर समाज को बांट दिया
शेलेंद्र जी महान गीतकार थे उनके यादगार गाने देश के सभी श्रोताओं को वो किसी भी समुदाय को हो पसंद थे पसंद हैं पसंद रहेंगे उनको जातिवाद दलित में न खींचे बस वो मधुर गीतकार हैं थे रहेंगे सदा
Me Brahmin hu aur LtShailendraji ka bahut Adar karti hu unke shabdo ke karan . Krupa karke kalakar ko jati dharm se door rakhe. Industry ke muslim lobby ne unhe sataya .
आश्चर्य है कि अनेकों बार कविवर स्व ० श्री शैलेन्द्र जी के बारे में प्रशंसात्मक चर्चाएं फिल्मी पत्र-पत्रिकाओं , रेडियो सीलोन आदि माध्यमों सै हुई है, होती रही है,,,आज एक महान गीतकार को जाति से जोड़ कर उसकी अक्षुण्ण प्रतीष्ठा को घायल करने की सस्ती और काल्पनिक योजना गढ़,,,,, क्या कहें, मै ऐसे व्यक्ति त्व को सादर नमन करता हूं
उनकी स्मृतियों में हमने जाति के बारे कभी नहीं सुना , लेकिन परम आदरणीय शैलेंद्र जी एक दुर्लभ श्रेणी की नैसर्गिक प्रतिभा लेकर जन्मे थे। जातिवाद मुर्दाबाद। हालांकि उनके पुत्र ने पुस्तक की भूमिका में जो कुछ भी लिखा, उससे भी हम सहमत हैं क्योंकि ऐसा हमारी सामाजिक सोच में बदलाव के लिए जरूरी है।
He might have born in a Dalit community , but his exaordinary talent in lyrics is incomparable . His philosophical lyrics in film TEESRI KASAM had impressed me so much that I have become his fan.
Mujhe aaj tak Shailendra ji ki jati ka pata nahi tha aur na Mai jan na chahta. mere sabse achche geetkaron me un ka vishisht sthan hai aur sada rahega. Shailendra ji ka us samay bhi bahut samman tha aur aaj bhi hai. aapse hath jodkar nivedan hai ki aap jatiwad faila kar bhed bhav utpann na karen.
जी, आपने सही कहा, क्या आप नही चाहते हैं की बहुजन अपने महापुरुषों के बारे में जानें। बहुजन महापुरुषों का इतिहास अभी भी बहुजन समाज को पता नहीं है, इसमें जातिवाद तो कहीं दिखाई नहीं देता है मुझे,और ये जो मैने बताया है वो भी गूगल से ही लिया है,इसका मतलब गूगल भी जातिवाद फैला रहा है।
शैलेन्द्र जी स्वाभिमानी एवं गीत लेखन में प्रतिभाशाली थे लेकिन वास्तव में Cast feeling की बजह से उनको अनेक विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता रहा पर उनकी लेखन प्रतिभा (अमर गीतों)से फिल्मी दुनियां के लोगों ने अमूल्य लाभ उठाया।अगर वे खुद हारकर बैठ जाते तो आज इस तरह उनके बारे में जानकारी/चर्चा न होती।एक महान गीतकार *शैलेन्द्र*
शैलेंद्र एक महान गीतकार , जो जीवन का तत्वज्ञान सिधी, सरल भाषामे अपने गीतद्वारे हभी को समझाया. एक ऋषी मुनी से कम नही थे. वह एक महान इन्सान थे. सभु के नजर ऊंचे थे ,ऊचे रहेंगे. कृपया ऊन्हे जात पात मे मत अटकाना. आपकी राय से हम सहमत नही है.
He was a great writer,jati to valmik ji ke bare me bola jata hai,but he too is highly respected,professional prejudices may be subjective matters, enlightened persons are saying, public is talking.
धन्यवाद भारतीय बहुजन संघ >>>>> अच्छे इन्सान की बारीकीसे विवेचनासहीत जानकारी. व्हीडीओ समय 01:18 पर हिंदी फील्मी जगतमे नाम छिपानेकी विवचनमे मुसलमानोंको अपना नाम छीपाना पडनेकी जरूरत नही थी. फील्म इंडस्ट्री पहले "लाहोर"मे ही चली. बटवाँरे के बाद मुंबईमे बसी. कृपया नमूद हो. 卐ॐ卐
जाति वाद मत फैलाव स्वर्गीय शैलेन्द्र की जगह दुनिया में कोई भी नहीं ले सकता. शैलेन्द्र को खुद वक़्त ने अपने हाथों से तराशा था. वैसे तो उस ज़माने के सारे ही गीतकार अनमोल थे लेकिन साहिर साहब और शैलेन्द्र जी की बात ही कुछ और थी. मेरी नजर में दोनों कोहिनूर हीरे से ज्यादा कीमती थे .
@@bbs.756 वैसे राजकपूर और शंकर जय किशन ने तीसरी कसम के लिये कोई फीस नहीं ली थी. राज कपूर, शैलेन्द्र, हसरत जयपुरि और शंकर जय किशन ये चारो चार जिस्म एक जान थे. अगर शैलेन्द्र एक बार भी अपने नुकसान के बारे मे बताते तो ये लोग उनका नुकसान भर देते लेकिन. शैलेन्द्र बड़े आत्म सम्मानी .किसी से सहायता लेने के बजाये मरना पसंद किया. ऐसे लोग मर की भी नही मरते सदा अमर रहते है
मित्रों, दलित कह कर उनकी प्रतिभा का सम्मान भारत का कोई भी व्यक्ति नहीं करेगा ,ये आपने कैसे सोच लिया। श्रीमद्भागवत के वाचक श्री सूतजी महाराज शूद्र वंश से आते हैं और हमारे धर्मग्रंथों में परम् पूज्यनीय हैं
शैलेन्द्र chamar हो या कुछ भी हों, उनके जैसा गीतकार "ना भूतो ना भविश्य ती"। हम उन्हें याद रखें तो ठीक, ना भी रखें तो भी इतिहास सदियों तक उन्हें याद रखेगा।
भाई आप अपने युटिउब को चमकाने के लिए इतनें बडे गीतकार के नाम का सहारा लेकर बार बार जाति सूचक शब्दों का ब्यवहार करते हैं इसे सुनकर कष्ट होता है ।पुरा देश उन्हें श्रेष्ठ गीतकार एवं एक शरीफ मनुष्य के रूप में जानता एवं इज्जत करता है ।कृपया आप ऐसा कुछ न करें ।धन्यवाद ।
जब संसार मे सबसे उच्च शिक्षित और सबसे महान लोकतंत्र और संविधान के रचियता डा भीमाराव अंबेडकर जैसी मह्नतम शख्शियत आदर्श जिस दलित समाज के पास है तो उसे और क्या चाहिये दलितवर्ग की सबसे बडी कमी भी यह है कि यह वर्ग बाबा साहिब की तरह सूटबूट और साफ सुथरे माहौल मे आज भी नही रहता हर शहर गाव, कस्बे मे हरिजन बस्ती मतलब गंदी बस्ती और असभ्य लोग यह माहौल जब तक नहीं बदलता दलित मुख्य धारा मे नही स्वीकृत होते नहीं दिखाई देते जबकि आज दलितवर्ग खूब पैसा कमाता है लेकिन जुआ, शराबखोरी,सट्टेबाजी आदि गलत कार्यो मे धन गवाते है चाहे तो साफ सफाई से भी रह सकते है जो व्यक्ति अन्य बस्तियो को साफ रखने मे जीतोड मेहनत करते है खुद अपने घर के पास की गंदगी क्यो नही हटा पाते
आप 100% प्रतिशत सही कह रहे हैं। किन्तु हमारा समाज अब भी परिवर्तन की ओर जाता दिखाई नहीं देता,खासकर गांवों में। शहरी जीवन में तो कुछ परिवर्तन हो भी रहा है। धीरे धीरे ही सही समाज में बदलाव जरूर होगा, हज़ारों बरस की मनुवादी मानसिकता से निकलना उतना आसान भी तो नहीं। आपकी जागरूकता भरी कमेंट से बहुत अच्छा लगा,आशा करता हूं आप समाज को सतत जगाने का प्रयास करेंगे। जय भीम 🙏 जय संविधान
Let us assume that there should be no comparison with them regarding caste, then can you tell why caste was created. Even now people look down on lower caste people in the name of caste. Can you explain to those people who feel proud of being of upper caste? Caste and religion are leading humans towards destruction.
शैलेन्द्र जी सभी के लिए आदरणीय हैं और आप कृपया इस तरह जाति विभाजन करने की कोशिश न करे और कूछ काम धंधा करिए क्योकि जो आप बता रहे हैं वो बात पहले ना कोई जानता था और ना अब जानना चाहता शैलेन्द्र जी बहुत ही उच्च स्तरीय कलाकार थे , हैं और रहेंगे
ये तो आप भी नही जानते थे, आज जान गए। ठीक उसी तरह अधिकांश बहुजन भी नही जानते थे आज वे भी जानने लगेंगे, अगर इतिहास बताना गलत है तो ये गलती बार बार करूंगा,
Aspka sharmnaq comment hai.mai.unhe sarvoch samman Bharat Ratna ki mang ker chuka hun.p.m Se fir request hai ki shailendre.j ko ya samman mile Mai unka kattar fan hu.aur mai forward caste se hu.asj bhi meri guzarish hai ki unke film teesri kasm ko colour me pesh kiya jay.plza aisi neech bat n bole.i am proud of shailendr j.
आप सही कह रहे हैं जाति से बाहर आना चाहिए, लेकिन तथाकथित विशेष जाति के लोग आने नही देना चाहते। आप देखिए राजस्थान,गुजरात और देश ma आए दिन निचली जातियों को लोग टारगेट कर मार रहें हैं,तो आप ही बताइए जाति जाएगी कैसे?
राजस्थान गुजरात ही नहीं लगभग पूरे देश में ऐसा हो रहा है, जाति नहीं निर्बलता मुख्य कारण है। तमिलनाडु में छोटी जाति के लोग पंडितों को दबाते हुए दिख जाएंगे। मुझे नौकरी के दौरान अनुसूचित जाति के अधिकारी ने इस लिए torture किया कि मैं लोक सेवा आयोग से हुए चयन में topper था और वह सबसे bottom पर जिसकी जैसी बन पड़ती है अपनी दबंगई दिखाता है। आप की original post भी महत्त्वपूर्ण है मेरी post भी outrightly रिजेक्ट नहीं करिए। सामाजिक बुराईयां हर वर्ग मे मौजूद हैं, आप अवश्य ही सहमत होंगे। बाहर हाल शैलेन्द्र किसी भी अन्य वर्ग के कवि से कमतर नहीं है।
Marathhi mediame unper bahut likha gaya hain aur ab bhi likha ja raha hain.Kalakaar ki jaati koi nahi dekhta jab uski kala uchch kotiki ho ! Unke bahut Brahman prashansak hain yehan! Jaatiywaad mat failaaiye!
हम जातिवाद नही फैला रहे हैं, बल्कि बहुजनों को बहुजन महापुरुषों के बारे में जानकारी दिया जा रहा है, वैसे सिर्फ बहुजन महापुरुष ही नहीं इतर और भी लोगों की जानकारी दी जाती है, जैसे इंदिरा गांधी,राजीव गांधी इत्यादि
It is futile to talk on caste etc today when constituent assembly formulated right decision and uplift downtrodden. Now stress on an lyricist who contributed is no more and people love his songs even after his death.
GOD AND TRUEST PERSONS ARE TRUST ABLE. NOT THE WRONG INTENTIONS. THOUGHTS. IDEAS KARMAS. GOD HOTA RAVIDAS. JI GOD IS CHAMAR. S. C./ S. T. TOO. THIS IS, ELIGIBILITY OF PERSONS. WHAT THEY WATCH. LEARN. AND FOLLOW. GOD TOLD. SHOWED. PROVED. PRACTICALLY BHI. MANN CHANGA TOH KATAUTI MEIN GANGA. ☀️☀️
शैलेंद्र जी का चमार हो चाहे ब्राह्मण हो वह एक महान गीतकार से और रहेंगे उनकी हम आज भी प्रशंसक हैं
जाति से नही कर्म से पहचान है(समाज में इन्सान कर्मों से ही ऊंचा- नीचा होता है न कि जन्म हुआ)शैलेन्द्र जी महान गीतकार थे उनकी कालजई रचनाएं उत्कृष्ट, सारगर्भित व दिल-दिमाग को छुने वाली हैं, उन्हें सत् सत् नमन है 🙏
शैलेन्द्र आज भी प्रासंगिक हैं
शत शत नमन
हर गीत में शैलेन्द्र जी ने शब्दों का चयन ऐसा किया जैसे मुक्ता हार में l आज भी इनके गीत सदा बहार, अविस्मरणीय हैं l मैं शत शत नमन करता हूँ l संगीत प्रेमी उनको कभी भुला नहीं सकते ll
जी बिल्कुल सही कहा आपने
क़ाबिलियत किसी मज़हब या जाति की मोहताज नहीं होती शैलेन्द्र साहब जो कर गये वो कोई नहीं कर सकता शैलेन्द्र जी मेरे दिल के बहुत क़रीब हैं बिना उनके गीतों के संगीत की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
Shailendra Ji was great artist.
हिंदु समाज मे हमेशा योग्यता को महत्व दिया जाता है शैलेंद्र जी की यह सफलता इसी सत्यका प्रमाण है
शैलेन्द्र जी के करोडो हिंदु फैन रहे है और आजभी उनके गीतोंको गुनगुनाते है शैलेंद्र जी को जात पात के किचड मे लथेडने की यह कोशिश एक गिरी हुई मानसिकताका प्रतिक है हर ऐसा हीरो संकीर्ण दायरों से परे होता है
Sahi kaha yogyata jati ki mohtaz nahi hoti
Varn vivistha hindu dharm m hi h ,Yh duniya k kise aur dharm m.
Hindu dharm ki neev hi jatt patt per tiki h.kon hi h joh iss bat ko nhi janta.
Kise ko bewakuff bna rhe ho.
महान गीतकार स्व शैलेन्द्र जी को शत शत नमन! आप ने बिहार के साथ-ही-साथ पूरे दलित समाज का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। भारत के दलितों के साथ साथ पिछड़ों को भी आप पर गर्व है। 🙏🙏🙏🙏🙏
Shailendra ji mahan the. Mahan log apne jati se nahin, apne karmon se mahan bante hain. Unhen shat shat naman.
सबसे पहले VDO दिखाने के
लिए बहुत, बहुत साधुवाद ।
-------------------------
बहुत से "संगीत प्रेमी जनों" के विचार पढ़े तो बहुत सकून मिला।
"सभी ने "जाति को नकारते हुए"
बहुत सुंदर विचार दिए, जो कि
अनुकर्णीय हैं और एक आईना की तरह सच दिखाई दिया ।
मैं आप सभी सम्मानित *संगीत*
*प्रेमियों* को नमन करते हुए एक
प्यार भरा संदेश भेज रहा हूॅ :--
"आप जैसे महान विचारशील"
"सच्चे मानवता के पुरोधा" और
"इन्सानियत को जीवंत रूप देने"
बाले , सभी *प्रबुद्ध-नागरिक*
"देश भारत के गौरव हैं" ।
*नत-मस्तक स्नेहिल प्यार* एवं
"सम्मान" के साथ *यथोचित*
"अभिवादन करता हूॅ" ।
------------------------
बात दलित, जाति एवं भेद-भाव,
पर चली है तो मेरा-मानना है कि अगर "भारत में घृणा, द्वेश, जाति आधारित ऊॅच-नींच , छुआ-छात"
घृणा और *इन्सानियत" तथा
*मानव-मूल्यों* की हत्या करके
प्रकृति के द्वारा रचित "व्यक्तियों"
को "जानवरों से भी बदतर जीवन
जीने को "मजबूर किया जाना"
*देश की "प्रगति" में बहुत बड़ी*
"बाधा" है । "समाज व्यवस्था" ऐसी ही---
*शोषक और दमनकारी नीति*
रहेगी *भारत*
"वर्बादी की ओर ही जाएगा"
------------------------
*सबका मंगल हो*
----------------------
एस पी सिंह
*सामाजिक चिंतक*
Jai Bhim sir ji🙏, आपके विचार पढ़कर बहुत अच्छा लगा, आशा करता हूं आप समाज को ऐसे ही जागरूक करने का कार्य अनवरत जारी रखेंगे, तथागत बुद्ध आपको स्वस्थ रखें यही कामना करता हूं।
मुझे सबसे ज्यादा पसंद इनके गीत है और इनके गीत याद भी है, आज तक इतने उच्च कोटि के गीत कोई फिल्म में लिख सका मुझे नहीं लगता,l
Salute to Shilendra ji. He was a great poet and his contribution to film industry will be remembered for ever. It is not necessary to be from any upper caste as far as talent is concerned.Talent can take birth from any mother. It is our society which differentiates. God sends everybody as a human/ insaan on this earth.
जातिवाद मत फैलाओ,हमें शैलेंद्र जी की जात ना पता थी और ना जानना चाहते थे और अब जानकर भी उनकी इज्जत कहीं से भी कम नहीं होगी । जाति बताकर उन्हें हमसे अलग मत बनाओ ।
बिल्कुल, लेकिन बहुजनों को अपने महापुरुषों को जानने का हक है, जो कभी मनुवादियों ने उन्हें हाशिए पर डाल रखा था, और टीवी चैनलों ने कभी चर्चा तक नहीं की
ऐसी छोटी बातें करके अपने आप को नीचा मत करे 😢😢😢
Jay bhìm namo buddhya 👍
Jai Bhim Namo Budhdhay🙏🙏🙏
तुम जैसे लोग ही जातिवाद फैलाते हैं।
श्रद्धेय शैलेन्द्र जी धर्म, जाति,वर्ग आदि सबसे ऊपर थे।
Wah kitni kimti baate ki aapne aapko bhi SHAILEDRA SAHAB KO SHAT SHAT NAMAN 🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
शैलेंद्र जी चाहे किसी भी जाति से हो वो सभी के दिलों में बसते हैं।उनका जैसा गीतकार और अच्छा इंसान सदियों में जन्म लेते हैं
शैलेन्द्र जी मूलतः बिहार के थे । वे पहले गीतकार थे जिन्होंने फिल्मीं गानों को एक नई दिशा प्रदान किया। राजकपूर की महानता है कि उन्होंने शैलेन्द्र जी की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें प्रोत्साहित किया। शैलेन्द्र जी का बनायी फिल्म तीसरी कसम ने अपने वर्ष के सर्वोच्च पुरस्कार प्राप्त किया था ।
जी,बिल्कुल सर जी, आप सही कह रहे हैं
Aaj mujhe yeh jaankar bahut khushi hui ki shailendra ji dalit geetkar the. Kyonki ye mere lokpriya geetkar the. Shat-shat naman.
अपने बचपन से पता है कि दलित समुदाय से थे =संगम के गाने हर दिल जो प्यार करेगा ने उन्हीं आसमान की ऊँचाई दी
जी, बिल्कुल सही कहा आपने
पढ़ कर अच्छा लगा, गर्व महसूस हुआ।
मेहनती ईमानदार और सच्चे लोग सम्मान, समानता और सम्पत्ति को तरसते रहे 😢😢😢
आप 100% प्रतिशत सही कह रहे हैं,
प्रतिभा किसी की गुलाम नहीं ।
He was a responsible person and he had always been respected one amongst poets Please don't abuse in the name of caste and creed..A big salute to our great lyricist...O.K.
Sh shainendra ji ko mera koti koti pranam
भाई प्रतिभा किसी जाति विशेष की बपौती नही होती है । ब्यक्ति किसी भी घर में जन्म ले ,पर प्रतिभा ईश्वर प्रदत्त होती है ।आज हमें सनातन की बात करनी है जिसमें महर्षि बाल्मीकि ,संत रविदास ,नानक सभी हमारे आदर के पात्र है ।
Shailender ji is great 🎉🎉
It doesn't metter frome which cast he is
शैलेंद्र मेरे पसंद के शीर्ष गीतकार रहे।उनके लिखे गीत गहन भाव लिए होते थे।मै उनका सम्मान करता हूँ।उनकी कला को कोटि कोटि नमन।
Great poet
Sat sat naman
शैलेंद्र जी का परिचय एक महान गीतकार के रूप में ही होना चाहिए, उनकी जाति बताकर समाज के संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों के उनका कद कम न होने दे, शैलेंद्र जी महान थे महान रहेंगे,
जी, वे महान तो तब भी थे,परन्तु मनुवादी मिडिया ने कभी जिक्र ही नहीं किया,ये सोचनेवाली बात है,उनको हाशिए पर डाल दिया गया और ये बात भी कहना पड़ेगा कि संकीर्ण मानसिकता वाला मनु ने जाति बनाकर समाज को बांट दिया
Shailendra Saab The Legendary Lyricist 🎉🎉🎉
शैलेन्द्र जाति से क्या था, इसका कोई महत्व नहीं, वो एक महान गीतकार थे और उसी रूप में याद किये जायेंगेंl
Bilkul sahi, bahujan apne itihas ko janenge tabhi to inspire honge
शेलेंद्र जी महान गीतकार थे उनके यादगार गाने देश के सभी श्रोताओं को वो किसी भी समुदाय को हो पसंद थे पसंद हैं पसंद रहेंगे उनको जातिवाद दलित में न खींचे बस वो मधुर गीतकार हैं थे रहेंगे सदा
Me Brahmin hu aur LtShailendraji ka bahut Adar karti hu unke shabdo ke karan . Krupa karke kalakar ko jati dharm se door rakhe. Industry ke muslim lobby ne unhe sataya .
Excellent effort.
Thanks bade Bhai
ਸ਼ੈਲੇਦਰ ਜੀ ਨੂੰ ਜਾਤ ਨਾਲ ਨਾ ਦੇਖੋ, ਆਪ ਇਕ ਮਹਾਨ ਸੰਗੀਤਕਾਰ ਸਨ, ਜੋ ਸਾਡੇ ਦਿਲ ਵਿੱਚ ਵਸਦੇ ਹਨ 😢😢🙏🙏
🙏🙏🙏
आश्चर्य है कि अनेकों बार कविवर स्व ० श्री शैलेन्द्र जी के बारे में प्रशंसात्मक चर्चाएं फिल्मी पत्र-पत्रिकाओं , रेडियो सीलोन आदि माध्यमों सै हुई है, होती रही है,,,आज एक महान गीतकार को जाति से जोड़ कर उसकी अक्षुण्ण प्रतीष्ठा को घायल करने की सस्ती और काल्पनिक योजना गढ़,,,,, क्या कहें, मै ऐसे व्यक्ति त्व को सादर नमन करता हूं
No no, i respect him ,we respect him and will always.
वे प्रतिभाशाली कवी एवं मन्जे हुए गीतकार थे पुरुष थे पुरुष ही उनकि पहली और आखिरी पहचां न थी और रहेगी जयभीम जय जननि जय मातृभूमी
❤❤❤❤❤
LAJWAB WOW 😳😲 ATI 🌞 SUNDR AMEZING LAJWAB
WRITER KIRAN RANSORE MAHESHWAR KHARGONE MP INDIA
Jai bhim hamen garv hai aise mhan git kar par
So proud of him,he will remain forever,still eternity for his contribution to Indian cinema
उनकी स्मृतियों में हमने जाति के बारे कभी नहीं सुना , लेकिन परम आदरणीय शैलेंद्र जी एक दुर्लभ श्रेणी की नैसर्गिक प्रतिभा लेकर जन्मे थे। जातिवाद मुर्दाबाद। हालांकि उनके पुत्र ने पुस्तक की भूमिका में जो कुछ भी लिखा, उससे भी हम सहमत हैं क्योंकि ऐसा हमारी सामाजिक सोच में बदलाव के लिए जरूरी है।
Shailendra Ji Ko naman
He might have born in a Dalit community , but his exaordinary talent in lyrics is incomparable . His philosophical lyrics in film TEESRI KASAM had impressed me so much that I have become his fan.
Nice to listen your comments
Jai bhim
Shelendra.ji.ko.koti.koti.naman
My. Favorite
मूर्खता पूर्ण बयान है।विभिन्न जातियों के लाखों प्रशंसक उन्हें हमेशा पसन्द करते रहे हैं और करते रहेंगे।
बहुजनों को अपने महापुरुषों को जानने में कोई दिक्कत किसी को नहीं होनी चाहिए। इसमें मूर्खता कहां है
Rajkapoor or shelendra dono pakke dost the ❤❤❤❤
शैलेंद्र तो महान हें पर तू नीच ही रहेगा।
क्यों बे जली न, ऐसे ही जलते रहो
तेरी जली है आगे भी जलती रहेगी।
तेरी जली तभी तो तुझे मिर्ची लगी
और तू बहुत बड़ा नीच भी है, जब पता है की शैलेंद्र जी चमार हैं तो उसमे नीच कहना कहां की अक्लमंदी है बे
My favorite.
बिल्कुल सर जी
Jabardasti dosh dena. Shailendra ji ko kaun nahi janta yogyata ka samman hota h
Shalender ji ko Salute
Bahut oonche the Shalindra Sahib
Mujhe aaj tak Shailendra ji ki jati ka pata nahi tha aur na Mai jan na chahta. mere sabse achche geetkaron me un ka vishisht sthan hai aur sada rahega. Shailendra ji ka us samay bhi bahut samman tha aur aaj bhi hai. aapse hath jodkar nivedan hai ki aap jatiwad faila kar bhed bhav utpann na karen.
जी, आपने सही कहा, क्या आप नही चाहते हैं की बहुजन अपने महापुरुषों के बारे में जानें। बहुजन महापुरुषों का इतिहास अभी भी बहुजन समाज को पता नहीं है, इसमें जातिवाद तो कहीं दिखाई नहीं देता है मुझे,और ये जो मैने बताया है वो भी गूगल से ही लिया है,इसका मतलब गूगल भी जातिवाद फैला रहा है।
शैलेन्द्र जी स्वाभिमानी एवं गीत लेखन में प्रतिभाशाली थे लेकिन वास्तव में Cast feeling की बजह से उनको अनेक विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता रहा पर उनकी लेखन प्रतिभा (अमर गीतों)से फिल्मी दुनियां के लोगों ने अमूल्य लाभ उठाया।अगर वे खुद हारकर बैठ जाते तो आज इस तरह उनके बारे में जानकारी/चर्चा न होती।एक महान गीतकार *शैलेन्द्र*
शैलेंद्र एक महान गीतकार , जो जीवन का तत्वज्ञान सिधी, सरल भाषामे अपने गीतद्वारे हभी को समझाया. एक ऋषी मुनी से कम नही थे. वह एक महान इन्सान थे. सभु के नजर ऊंचे थे ,ऊचे रहेंगे. कृपया ऊन्हे जात पात मे मत अटकाना. आपकी राय से हम सहमत नही है.
मैंने तो सिर्फ उनका परिचय बताया है, इसमें नाराज होनेवाली कोई बात ही नही है।
शैलेंद्रजी मिट्टीसे जुडे,लोगौंका दर्द समजने वाले प्रभावशाली कवीज्ञ/गीतकार थे. ऊनकी पहचान साम्यवादी या किसी जात,धरम से जमात से जुडी नही.
Jatav Hone Ke Bad Shailendra Aur Mahan Ho Gaye.
Jay bhim
Jai Bhim 🙏
Me Brahmin hu lekin Lt Shailendra ji i bahut
TALENT IS ABOVE COMMUNITY. RELIGION.
PRACTICALLY BHI.. GOD HOTA HAIN JI🐝🐝
He was a great writer,jati to valmik ji ke bare me bola jata hai,but he too is highly respected,professional prejudices may be subjective matters, enlightened persons are saying, public is talking.
Bhai saheb, valmiki ji kis caste ke the,pahle is bare me to bata dete
Shailendra ek mahan kavi aur safal geetkar the yani kala kar the.vo jatibhed se upar uth chuke the.unke prashansakon ko in baton se koi matlab nahi
धन्यवाद भारतीय बहुजन संघ >>>>>
अच्छे इन्सान की बारीकीसे विवेचनासहीत
जानकारी.
व्हीडीओ समय 01:18 पर हिंदी फील्मी जगतमे
नाम छिपानेकी विवचनमे मुसलमानोंको अपना नाम
छीपाना पडनेकी जरूरत नही थी.
फील्म इंडस्ट्री पहले "लाहोर"मे ही चली. बटवाँरे के
बाद मुंबईमे बसी. कृपया नमूद हो. 卐ॐ卐
अपन के सनातन संस्कृति में जाति से ज्यादा प्रतिभा का सम्मान,आदर है..जो व्यक्ति जीवित नही है उसकी जाति बताने का क्या मतलब है?
Great chamaar 👍
Thanks, Jai Bhim 🙏
जाति वाद मत फैलाव स्वर्गीय शैलेन्द्र की जगह दुनिया में कोई भी नहीं ले सकता. शैलेन्द्र को खुद वक़्त ने अपने हाथों से तराशा था. वैसे तो उस ज़माने के सारे ही गीतकार अनमोल थे लेकिन साहिर साहब और शैलेन्द्र जी की बात ही कुछ और थी. मेरी नजर में दोनों कोहिनूर हीरे से ज्यादा कीमती थे .
हम जातिवाद नही फैला रहे हैं,सिर्फ उनके बारे में संक्षिप्त में जानकारी दे रहे हैं
@@bbs.756 वैसे राजकपूर और शंकर जय किशन ने तीसरी कसम के लिये कोई फीस नहीं ली थी. राज कपूर, शैलेन्द्र, हसरत जयपुरि और शंकर जय किशन ये चारो चार जिस्म एक जान थे. अगर शैलेन्द्र एक बार भी अपने नुकसान के बारे मे बताते तो ये लोग उनका नुकसान भर देते लेकिन. शैलेन्द्र बड़े आत्म सम्मानी .किसी से सहायता लेने के बजाये मरना पसंद किया. ऐसे लोग मर की भी नही मरते सदा अमर रहते है
Ye mahan geetkar hai .aise log jati nahi apne hunar se Jane jate hai.
मित्रों, दलित कह कर उनकी प्रतिभा का सम्मान भारत का कोई भी व्यक्ति नहीं करेगा ,ये आपने कैसे सोच लिया। श्रीमद्भागवत के वाचक श्री सूतजी महाराज शूद्र वंश से आते हैं और हमारे धर्मग्रंथों में परम् पूज्यनीय हैं
Jo jaati ko apni sab se.badi pehchan samjh.te.hai un mein ,,heere ,,pedh a nahi huy wo mari
Mahan Gitkar sara World
World' janta h jati karma
Se. Banta h janm se nhi
शैलेन्द्र chamar हो या कुछ भी हों, उनके जैसा गीतकार "ना भूतो ना भविश्य ती"। हम उन्हें याद रखें तो ठीक, ना भी रखें तो भी इतिहास सदियों तक उन्हें याद रखेगा।
SHAILENDRA IS SUN
Jitne bhi kohinur huy un sab isi.jaati mein .ne isi jaati mein janm liya hai
भाई आप अपने युटिउब को चमकाने के लिए इतनें बडे गीतकार के नाम का सहारा लेकर बार बार जाति सूचक शब्दों का ब्यवहार करते हैं इसे सुनकर कष्ट होता है ।पुरा देश उन्हें श्रेष्ठ गीतकार एवं एक शरीफ मनुष्य के रूप में जानता एवं इज्जत करता है ।कृपया आप ऐसा कुछ न करें ।धन्यवाद ।
Come out of jAt/pAt 🤨.... Pls don't fuel this vicious agend of "devide & rule".🙄🥴 Let us move forward. 😋
आप बेशर्मी की हद कर दी।शैलेंद्र हमारे लिए महान कलाकार हैं ।आप ओछे हैं ।
मैने सच्चाई बता दी तो में ओछा हो गया, शैलेंद्र जी sc, थे तो छुपाना क्यूं भाई, जाति तो इसीलिए बनाई न।
सही कहा आपने
🙏🙏🙏
जब संसार मे सबसे उच्च शिक्षित और सबसे महान लोकतंत्र और संविधान के रचियता डा भीमाराव अंबेडकर जैसी मह्नतम शख्शियत आदर्श जिस दलित समाज के पास है तो उसे और क्या चाहिये
दलितवर्ग की सबसे बडी कमी भी यह है कि यह वर्ग बाबा साहिब की तरह सूटबूट और साफ सुथरे माहौल मे आज भी नही रहता हर शहर गाव, कस्बे मे हरिजन बस्ती मतलब गंदी बस्ती और असभ्य लोग यह माहौल जब तक नहीं बदलता दलित मुख्य धारा मे नही स्वीकृत होते नहीं दिखाई देते जबकि आज दलितवर्ग खूब पैसा कमाता है लेकिन जुआ, शराबखोरी,सट्टेबाजी आदि गलत कार्यो मे धन गवाते है चाहे तो साफ सफाई से भी रह सकते है जो व्यक्ति अन्य बस्तियो को साफ रखने मे जीतोड मेहनत करते है खुद अपने घर के पास की गंदगी क्यो नही हटा पाते
आप 100% प्रतिशत सही कह रहे हैं। किन्तु हमारा समाज अब भी परिवर्तन की ओर जाता दिखाई नहीं देता,खासकर गांवों में। शहरी जीवन में तो कुछ परिवर्तन हो भी रहा है। धीरे धीरे ही सही समाज में बदलाव जरूर होगा, हज़ारों बरस की मनुवादी मानसिकता से निकलना उतना आसान भी तो नहीं। आपकी जागरूकता भरी कमेंट से बहुत अच्छा लगा,आशा करता हूं आप समाज को सतत जगाने का प्रयास करेंगे। जय भीम 🙏 जय संविधान
Pl don't tell us the caste of a great lyricist we love him for his immortal songs and Hindi film. Industry will always be grateful to him
Let us assume that there should be no comparison with them regarding caste, then can you tell why caste was created. Even now people look down on lower caste people in the name of caste. Can you explain to those people who feel proud of being of upper caste? Caste and religion are leading humans towards destruction.
Shailendra Ji ko vinamra shradhanjali Shailendra Ji ko kabhi Bulaya nahin ja Sakta
चमार राजपूत सब्कास्ट से आए अंग्रेजो को ५० साल तक सौराष्ट्र में मारा पॉलिटिकल गेम chvar को chmar कर दिया😢
शैलेन्द्र जी सभी के लिए आदरणीय हैं और आप कृपया इस तरह जाति विभाजन करने की कोशिश न करे और कूछ काम धंधा करिए क्योकि जो आप बता रहे हैं वो बात पहले ना कोई जानता था और ना अब जानना चाहता शैलेन्द्र जी बहुत ही उच्च स्तरीय कलाकार थे , हैं और रहेंगे
ये तो आप भी नही जानते थे, आज जान गए। ठीक उसी तरह अधिकांश बहुजन भी नही जानते थे आज वे भी जानने लगेंगे, अगर इतिहास बताना गलत है तो ये गलती बार बार करूंगा,
To. Fir Bhi. Sawarn. Log. Name. Ke age peche jate qu lekhte hay🎉
❤❤❤❤❤❤
हिन्दुस्तान सहोदर
शैलेन्द्र माता सरस्वती पुत्र थे उनको उनकी लेखनी से पहचाने, कुछ लोग यहां भी आ गये जाति का रायता फैलाने,अरे भाई यहां न आरक्षण मिलेगा न वोट
Aspka sharmnaq comment hai.mai.unhe sarvoch samman Bharat Ratna ki mang ker chuka hun.p.m
Se fir request hai ki shailendre.j ko ya samman mile
Mai unka kattar fan hu.aur mai forward caste se hu.asj bhi meri guzarish hai ki unke film teesri kasm ko colour me pesh kiya jay.plza aisi neech bat n bole.i am proud of shailendr j.
Aap jaise jativadi mansiktawale log mahan vibhootion ko bhi jati ke aadhar par bantane me sankoch nahi karte hai
जाति बनाई किसने ,जरा ये भी बता दो
Jati sirf teen hai stree purush aur kinnar baki jo dharam ka theka le ker baithe hai unki ghatiya soch hai .❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
No problem, whether he was Chamar or Brahmin, Shailendra was Genus and you can not compare him with other lyric writers.
Jati pata nahi thi karake sanman karate the agar pahale jati malum rahati to koikam nahi deta bolanema kya jata ki ham sanmankarte
Aiser baten. Na. Bataye. Vidwan. Sr atre. Pujyaye
गहन मूर्खतापूर्ण प्रस्तुतिकरण। शैलेन्द्र शैलेन्द्र थे जात-पात से ऊपर।
जिसने भी जाति बनाई वो महामूर्ख
भाई साहब, हमे नहीं पता है कि वे किस जाति के थे। हम तो उन्हें साहिर की टक्कर का मानते हैं।
जातिवाद से बाहर आओ मित्र admin sir
आप सही कह रहे हैं जाति से बाहर आना चाहिए, लेकिन तथाकथित विशेष जाति के लोग आने नही देना चाहते। आप देखिए राजस्थान,गुजरात और देश ma आए दिन निचली जातियों को लोग टारगेट कर मार रहें हैं,तो आप ही बताइए जाति जाएगी कैसे?
राजस्थान गुजरात ही नहीं लगभग पूरे देश में ऐसा हो रहा है, जाति नहीं निर्बलता मुख्य कारण है। तमिलनाडु में छोटी जाति के लोग पंडितों को दबाते हुए दिख जाएंगे। मुझे नौकरी के दौरान अनुसूचित जाति के अधिकारी ने इस लिए torture किया कि मैं लोक सेवा आयोग से हुए चयन में topper था और वह सबसे bottom पर
जिसकी जैसी बन पड़ती है अपनी दबंगई दिखाता है। आप की original post भी महत्त्वपूर्ण है मेरी post भी outrightly रिजेक्ट नहीं करिए। सामाजिक बुराईयां हर वर्ग मे मौजूद हैं, आप अवश्य ही सहमत होंगे। बाहर हाल शैलेन्द्र किसी भी अन्य वर्ग के कवि से कमतर नहीं है।
Jaati ka naam lene se kavaliyt nahi chip jaati hai 🙏
आप सही कह रही हैं,लेकिन मनुवाद ने ऐसे लोगों को इतिहास के पन्नों से गायब कर दिया
Marathhi mediame unper bahut likha gaya hain aur ab bhi likha ja raha hain.Kalakaar ki jaati koi nahi dekhta jab uski kala uchch kotiki ho ! Unke bahut Brahman prashansak hain yehan! Jaatiywaad mat failaaiye!
हम जातिवाद नही फैला रहे हैं, बल्कि बहुजनों को बहुजन महापुरुषों के बारे में जानकारी दिया जा रहा है, वैसे सिर्फ बहुजन महापुरुष ही नहीं इतर और भी लोगों की जानकारी दी जाती है, जैसे इंदिरा गांधी,राजीव गांधी इत्यादि
It is futile to talk on caste etc today when constituent assembly formulated right decision and uplift downtrodden. Now stress on an lyricist who contributed is no more and people love his songs even after his death.
GOD AND TRUEST PERSONS ARE TRUST ABLE. NOT THE WRONG INTENTIONS. THOUGHTS. IDEAS KARMAS.
GOD HOTA RAVIDAS. JI
GOD IS CHAMAR.
S. C./ S. T. TOO.
THIS IS, ELIGIBILITY OF PERSONS. WHAT THEY WATCH. LEARN. AND FOLLOW.
GOD TOLD. SHOWED. PROVED.
PRACTICALLY BHI.
MANN CHANGA TOH KATAUTI MEIN GANGA. ☀️☀️
This is for the first time that somebody is talking about caste of shailendra. He y known as shailendra only. You are after cheap popularity..