श्री रामचरित मानस इस कलियुग में एक ऐसा ग्रन्थ है जो सम्पूर्ण संसार की नैया पार करता है | ऐसे पवित्र ग्रन्थ को सत सत नमन | इसके रचयिता श्री तुलसीदास जी को बार बार प्रणाम ||
Mharaj g aap jo ram g ka charitra sabhi sansar ke praniyo ko net ke madhyam se suna rhe ho dhanya ho aap me apko namo namo dandvat pranam karta hu❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सर जी नमस्कार , सर जी मैनेँ भी भगवान शिव जी और माँ पार्वती के चल रही " अमर कथा " लिखी हूई है । सन 1970 में एक सिद्ध योगी ने भारत भ्रमण करते हुए , भारत के 7 लोगोँ को खोजा था । वो एक आम नागरिक की बिल्कुल साधरण वेश भूसा में थे , जिन्हें पहचान पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन था । वो अपनी जीविका के लिए नोकरी कर रहे थे । और मेरे साथ कार्य कर रहे थे । इस प्रकार उनके साथ कई वर्ष बीत चुके थे । एक दिन ऐसा भी आया कि , उन्होनें मेरी दुनिया ही बदल दी । उस सिद्ध योगी स्वामी रामेश्वम जी ने हमें - भगवान शिवजी की गुहा विद्या " ग्रहस्थ आश्रम का गुहा विज्ञान " नामक दिव्य विद्या सिखाई थी । लगभग 19 वर्षों तक हम पति- पत्नी ने यह कठोर विद्या सीखी थी और अपार अनुभूतियाँ प्राप्त की । जिनको माध्यम बना कर मैनेँ योग क्रियाओँ सहित अमर कथा लिखी । जिसमें माँ पार्वती और भगवान शिव के बीच संसार को लेकर संवाद चल रहे हैं , और स्टिंग ऑपरेशन भी किये गये हैं , ताकी धार्मिक अन्धविश्वासों का पर्दा फाश किया जा सके । । यह पूरी की पूरी अमर कथा वर्तमान काल पर आधारित है , जिसका मूल आधार प्रत्यक्ष रूप में " सूर्य , चन्द्रमाँ और पंच तत्व " हैं । इस अमर कथा में किसी के भी " नाम व रूप " की चर्चा अथवा गुणगान नहीं है । नई दिल्ली से मनोँ योगी 🙏🙏
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
@@पं-ललितमोहनशास्त्री आश्चर्य है... कि - तुम पंडित हो --- ?? ------------------------- इन्हें सुनकर तुम्हें ऐसा क्यों लगा कि ये जिहादी हैं.! कम से कम अपने शास्त्री नाम को बदनाम न करो --- सिन्हा साहब एक बुजुर्ग अनुभवी समीक्षक भर हैं.! -- कोई गुरू नहीं हैं -- न ही अपने को गुरू बताया है... तुम झूठ मूठ का इतना.. आग बबूला हो रहे हो.! --- ------------------------- खैर... तुम जो भी हो ---- मगर... न पंडित हुए हो -- न ही ब्राह्मण -- ??? अगर तुम्हें लग रहा है कि तुम सच्चे शास्त्री...हो --- तो तीन बात बताओ --- 1 - शास्त्री का क्या अर्थ है..! --- 2 - पंडित की परिभाषा क्या हैं..! --- 3 - ब्राह्मण कैसे हुआ जाता है..! --- ऊँ....
Tulsi Das ji had Darshan of Shiv Parvati,Hanuman&Ram Sita ji,it would have been great service bof mankind if their swarup was painted & described for authenticity,as today any can say,depict these deities in any form&general public takes it for granted,many enlightened people say.
सर मै आपके व्याक्यान से बहुत प्रभावित हू मै आपसे निवेदन कर रहा हू कि मुझे मार्गदर्शन करे की मै किस एक देव की पुजा करू कि भवसागर पार हो जाऊ ,दुसरा यह मुझे बताओ कि मै ऐसा कोनसा शास्त्र पढो जिसके पढने से सब देव खूश हो सके
तो क्या हमें केवल एक ही भगवान की पूजा करनी चाहिए, हिंदू धर्म मे बहुत कन्फ्यूजन होता है शिवपुराण में मैने पढ़ा था कि सभी भगवान की पूजा करनी चाहिए क्या सच है कृपया मार्गदर्शन करने की कृपा करें 🙏
श्री रामचरित मानस इस कलियुग में
एक ऐसा ग्रन्थ है जो सम्पूर्ण संसार
की नैया पार करता है | ऐसे पवित्र
ग्रन्थ को सत सत नमन | इसके
रचयिता श्री तुलसीदास जी को बार बार
प्रणाम ||
Mharaj g aap jo ram g ka charitra sabhi sansar ke praniyo ko net ke madhyam se suna rhe ho dhanya ho aap me apko namo namo dandvat pranam karta hu❤❤❤❤❤❤❤❤❤
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
मिटहि पाप प्रपंच सब। सकल अमंगल भार ।। लोक यह सुजसु परलोक सुख । जो सुमरत नाम तुम्हार ।। मुनि ओर भरत संवाद ॐ
8656
गुरुजी ने बहुत ही आसान शब्दों में व्याखान दिया। प्रणाम
Koti koti naman hai aapko aisi sundar katha ke liye🙏😇Jai Shri Ram 🙏Har Har Mahadev 🙏
वास्तव में रक्षा दुर्गा, हनुमान जी और शंकर भगवान जी के संयुक्त प्रयास से हुई।
Saader Prenaam Bahut Bahut Bahut Sukriya
अति सुन्दर मनोहारी विचार🙏🏼🙏🏼🙏🏼
धनयवाद गुरु जी प्रणाम।🙏🙏
Excellent videos of Dr. Sinhaji. 🙏🙏🙏
Jay Jay guru ji🙏🙏
Bahut hi Sundar....
गुरुजी आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🏻
सिनाजी आप को भी बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति दी है आपकी पर्सनेलिटी को तेज़ होने पर ज्ञान प्राप्त हुआ है
।।रां।। ऊं सत्यं शिवम् सुंदरम 🙏 ऊं श्री गुरु भ्यो नमः ॐ मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सोदशरथ अजिरबिहारीदीन दयाल बिरूद संभारी हरहुं नाथ मम संकट भारी सकल सुमंगल दायक रघुनायक गुणगान सादर सुनहिं जे तरहिं भव सिंधु बिना जल जान मंगल भवन अमंगल हारी उमा सहित जेहिं जपत पुरारी देबि पूजि पद कमल तुम्हारे सुर नर मुनि जन होहिं सुखारे ऊं श्री गुरु भ्यो नमः ॐ
Great knowledgeable concept has been described in a simple,pRnam Guruji
ॐ नमो नारायणा ❣️
ओम नमः शिवाय ❣️
जय जय गौरीशंकर जय जय सियावररामचंन्द्र जय जय भारत भाई जय जय वीर हनुमान 😍❤😍🙏🥰😘😘
Very nice and very simple language. To the point and very effective. Thank you 🙏
Bahut Sundar byakhyan
शत् शत् नमन, कोटि-कोटि वंदन, चरणस्पर्श।🙏
Jai gurudev 🙏 jai shree Ram ji 🙏🌻🌹 jai shiv Shankar
Bahut badhiya 🙏🙏
अद्वितीय व अतुलनीय व्याख्या🙏
हरे कृष्णा हरे राम ❤❤❤
Jai Gurudev aapki vani adhbhut h aapka gyan adhbhut h aap ka dhanyawad.
आप इतनी अच्छी तरह से समझाते हैं।। और आपकी बातें सोने पे सुहागा है।।मन करता सुनते रहे।।आप सभी देवी देवताओं के बारे में explain जरूर करें please
बहुत पुनीत कार्य कर रहे हैँ आप.
हरियाणा के रामभक्त आपको प्रणाम 🙏
4jai shree ram jai bajrang bali jai guru ji bahut he sundar
Ram ram g Ram ram guru g
Mahan Atma ho
Ramji kikrapa Hy pranam ji
Ham nasib wale apse अमृत मिल रहा है... 🙏🙏🙏🙏🙏
Om namah shivaye
धन्य है आप गुरू देव----🙏
Thank you so much for sharing this wisdom❤
Atma world Take one path Any Gifts everywhere gifts sharing gifts honour's everyone enjoy journey shine more life Atma shine more thanks again
जय सियाराम ।
सर जी नमस्कार , सर जी मैनेँ भी भगवान शिव जी और माँ पार्वती के चल रही
" अमर कथा " लिखी हूई है । सन 1970 में
एक सिद्ध योगी ने भारत भ्रमण करते हुए , भारत के 7 लोगोँ को खोजा था । वो एक आम नागरिक की बिल्कुल साधरण वेश भूसा में थे , जिन्हें पहचान पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन था । वो अपनी जीविका के लिए नोकरी कर रहे थे । और मेरे साथ कार्य कर रहे थे । इस प्रकार उनके साथ कई वर्ष बीत चुके थे । एक दिन ऐसा भी आया कि , उन्होनें मेरी दुनिया ही बदल दी । उस सिद्ध योगी स्वामी रामेश्वम जी ने हमें - भगवान शिवजी की गुहा विद्या " ग्रहस्थ आश्रम का गुहा विज्ञान " नामक दिव्य विद्या सिखाई थी । लगभग 19 वर्षों तक हम पति- पत्नी ने यह कठोर विद्या सीखी थी और अपार अनुभूतियाँ प्राप्त की ।
जिनको माध्यम बना कर मैनेँ योग क्रियाओँ सहित अमर कथा लिखी । जिसमें माँ
पार्वती और भगवान शिव के बीच संसार को लेकर संवाद चल रहे हैं , और स्टिंग ऑपरेशन भी किये गये हैं , ताकी धार्मिक अन्धविश्वासों का पर्दा फाश किया जा सके । ।
यह पूरी की पूरी अमर कथा वर्तमान काल पर आधारित है , जिसका मूल आधार प्रत्यक्ष रूप में " सूर्य , चन्द्रमाँ और पंच तत्व " हैं ।
इस अमर कथा में किसी के भी " नाम व रूप " की चर्चा अथवा गुणगान नहीं है ।
नई दिल्ली से मनोँ योगी 🙏🙏
Ati sunder 🙏🌹🌹
जय श्री राम जय जय जय जय श्री राम
जय गुरु देव ❤😍🙏
🌹🇮🇳🌹 Bahut Achchha prayaas.
Koti koti pranam guruji
Embodiment of modesty and knowledge.
DADDU SAHIB JI
KOTI KOTI PARNAM
AAP DHANYA. HAI.
🕉🌹 dhanyvad s*** s*** Naman karta hun 🌹🙏
Jai Shri krishna from raghav Verma KARNAL
Ram Ram hamare liye guru ji aap ki vani gadhu sangati hai krapa ise aage bhi carry on karte rahe.
जय श्री राम 🙏🙏
Har har mahadev 🌹🚩🙏
Thanku so much जी.
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
❤️❤️❤️
Pranaam Guru ji
प्रणाम गुरुवर💖🙏🙏
Mere Ram karunanidan hen 🙏
मैने अपने पूरे जीवन में इतना ज्ञानी गुरु nhi देखा सादर प्रणाम
क्या देख लिया आपने... जो विस्मृत हैं - ??
@@पं-ललितमोहनशास्त्री
आश्चर्य है... कि - तुम पंडित हो --- ??
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इन्हें सुनकर तुम्हें ऐसा क्यों लगा कि ये जिहादी हैं.!
कम से कम अपने शास्त्री नाम को बदनाम न करो ---
सिन्हा साहब एक बुजुर्ग अनुभवी समीक्षक भर हैं.! --
कोई गुरू नहीं हैं -- न ही अपने को गुरू बताया है...
तुम झूठ मूठ का इतना.. आग बबूला हो रहे हो.! ---
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खैर... तुम जो भी हो ----
मगर... न पंडित हुए हो -- न ही ब्राह्मण -- ???
अगर तुम्हें लग रहा है कि तुम सच्चे शास्त्री...हो ---
तो तीन बात बताओ ---
1 - शास्त्री का क्या अर्थ है..! ---
2 - पंडित की परिभाषा क्या हैं..! ---
3 - ब्राह्मण कैसे हुआ जाता है..! --- ऊँ....
सारद शेष महेश विधि। आगम निगम पुराण ।। नेति नेति कही जासु गुण। करही निरन्तर गान ।। बन्दहु बालरूप सोई रामु। सब सिद्धि सुलभ जपत जिस नामु । मंगल भवन अमंगल हारी।। द्रवहु सो दशरथ अजिर बिहारी ।। रामब्रह्म परमार्थ रूपा । अविगत अलख अनादि रुपा ।। सकल विकार रहित गत भेदा। कहि नित नेति निरूपहि वेदा ।। बन्दहु चारो वेद भव बारिधि बोहित सरिस ।। जिन्हहु न सपनेहु खेद बरनत रघुबर बिषद जस ।। ॐ
Aap amar hain gurujee
Jgd
Ram Ram guru ji🙏🙏
Gratitude Guruji 🙏
Om Namah Shivay
Saral bhasha aur maanavta ka sandesh..
Radhe Radhe
Radhe krishna
Sir , you have explained homely language.
Guruji is a divine soul 🙏
You too are a divine soul. 🙏
Tulsi Das ji had Darshan of Shiv Parvati,Hanuman&Ram Sita ji,it would have been great service bof mankind if their swarup was painted & described for authenticity,as today any can say,depict these deities in any form&general public takes it for granted,many enlightened people say.
Beautiful explain 🙏
जय पारितोष ़
"जय गुरुदेव" 🙏🙏🙏
Jai shree Ram
Hari om guruji
Jai sita Ram
Very nice🙏🙏🙏
Jai Prabhu Mahadev 🙏🌹🙏🙏🙏🌹🌹🌹😭😭😭😭
अनेको धन्यवाद गुरुजी🙏😌 स्वामी विवेकानंद जी के संबंध में भी कुछ कहे🙏
सिन्हा जि कलयुग के संत है
Good good
Bharatji is sato khando me likha gaya hai
सर मै आपके व्याक्यान से बहुत प्रभावित हू मै आपसे निवेदन कर रहा हू कि मुझे मार्गदर्शन करे की मै किस एक देव की पुजा करू कि भवसागर पार हो जाऊ ,दुसरा यह मुझे बताओ कि मै ऐसा कोनसा शास्त्र पढो जिसके पढने से सब देव खूश हो सके
नमस्कारं । इस सम्बंध में **गुरु * से मार्गदर्शन उत्तम होगा
धन्यवाद
Guru ji toh bht bhayankar valay gyaani hai yrr, kya kya pata hai inko pata nhi, pleto vlato, laotsu, st Augustine aur pata nhi kya kya
Pranam guru
Om sairam🙏 28.07.22
Ram chariot manas me Lakshanji ke lie kya likha hai?
Sir, aapko sunte rahne ka hee mann karta rahta hai..
Gyan ka sagar
Puxau ragupate katha parsnga sakal loog jag paawne ganga jay shree ram
✨🙏🏽✨
Dear dada ji हीदुमे अनेक देव देवी कि पुजा कयु है ये सा कयु है प्ननाम
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏
🙏🙏🙏
ओम नम शिवाय ओम नम शिवाय ओम नम शिवाय ओम नम शिवाय
🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Ram ram
तो क्या हमें केवल एक ही भगवान की पूजा करनी चाहिए, हिंदू धर्म मे बहुत कन्फ्यूजन होता है शिवपुराण में मैने पढ़ा था कि सभी भगवान की पूजा करनी चाहिए क्या सच है कृपया मार्गदर्शन करने की कृपा करें 🙏
🍀🌻🌸🌺🌼🌹🌷
How could this samvad others could decode, kindly throw light on this for those keenl interested , thanks with due regards.
Sar pustakon ka sangrah Kahan se Kiya hai yah dharmik Granth kahan milenge