सौरभ जी का तो धन्यवाद शब्दो में कर ही नही सकते कि उनका ये लल्लन टॉप कितना मन को प्रसन्न कर देता है सभी कार्यक्रम सराहनीय है हम कोशिश भर सभी सुनते देखते है। बेटा यही आशीर्वाद है कि तुम ऐसे ही ऊंचाइयों पर चढ़ते जाओ
अति सुन्दर सुनकर आप दोनों को में प्रसन्न हो गया ।मै मधुबनी बिहार से हूं।अगर संभव हो सके तो मिथिलांचल के इतिहास के बारे में कोई जानकार आगंतुक को बिठाकर संबाद करें ।हमलोगो के तरफ इतनी सुद्घ हिंदी पे पाकर सायद किन्हीं को हो ।
सौरभ, हमें इस अद्भुत व्यक्ति और उन की कृति से मिलने के लिए आप का हार्दिक धन्यवाद. आप की बातें सुन कर ऐसा लग रहा था जैसे किसी अंधेरी गुफा में खजाने से भरे बक्से खुलते जा रहे हों. सचमुच, बनारस का इतिहास इतना तिलिस्मी और विरोधाभास से भरा है . व्योमेश जी को हार्दिक बधाई उन का बनारस के प्रति प्यार हर शब्द मे छलकता है.
Saurabh sir aap dil jeet liye ho ....kitaabwala me aap jis prakar padhkar apna interpretation dete huye interview karte hai ye puri duniya se kahi alag hi le jaate ho .....bohot saara pyaar aapko priy bhaiya❤🙏🏻
कई अत्यंत मार्मिक एवं भावुक प्रसंग।व्योमेश जी की व्यथा उभर कर सामने आई। मैं यह पुस्तक अवश्य पढूंगा और अपेक्षा करता हूं कि अपने स्तर पर बनारस का जागरूक समाज इन सांस्कृतिक धरोहर और स्मृतियों को सहेजने की और संरक्षण की कोशिश अवश्य करेगा। श्रीनिवासन।
सौरभ, तुम्हारे साथ किताबवाला समय आज बहुत संजीदा रहा। बनारस अभी तक नहीं गया हूँ। मेरी माँ BHU में पढ़ी थीं। बहुत से किस्से सुने हैं और जाना भी चाहता हूँ पर कौन दिखाये/सुनाए/मिलाएगा उन सबसे जिनको अभी तुमने बांचा है।
मैंने लल्लनटॉप के इस शो ' किताबवाला ' में जितने लोग आए सबको तो नही सुन पाया लेकिन कई लोगों को जरूर सुना पर यह संवाद आदियोगी के शहर की गलियों में मन ही मन घुमा रहा है । कबीर , शहनाई , तबला , कोठे पुरानी रची बनारसी अल्लहड़पन सब है । 🙏🙏
बनारस का अद्भुत वर्णन। मैं भी एक प्राचीन नगर अज़मेर से हूं। संभवतः बनारस की तरह सांस्कृतिक संपन्न तो नहीं, हां पुराना ज़रूर, और आपके वर्णन ने मुझे अपने शहर को उस नज़रिए से देखने के लिए प्रेरित किया है। अजीब सा सुकून और बैचेनी एक साथ अनुभव कर रहा हूं। अनेकानेक धन्यवाद और अनुमोदना।
@@singhsagar2323 it is in existence since year 800, more than 1200 years old city..... definitely not older than Indraprastha, patliputra, avantika, vikramshila....but still old
Dear Lallantop Bohot bohot shukriya banaras ki asli khubsurti ka zikar krne k liye…aaj to banaras me rehne walo ko bhi nhi pta h ki kin mahan logo ki karam sthalli h banaras…ho skta h ki ye dekh k hi kisi ko to banaras ka mahattwa pta chle…shukriya ek bar or❤
अति सुन्दर संवाद आप दोनो का। मैं बनारस और उसके अतीत में ऐसा खो गया की पता ही नही चला। इस कुछ घंटों में मैने बनारस के पिछले सौ डेढ़ सौ वर्षो का सफर तय कर लिया। धन्यवाद सौरभ आपका।
बेहतरीन 👌👌 मैं तो स्वयं काशी से हूं लेकिन काशी के बारे में जिसको जानना है , हो तो इस इंटरव्यू को सुने और इस किताब को जरूर पढ़े , आपके बेहतरीन प्रोग्राम के लिए सौरभ जी बहुत बहुत शुभकामनाएं 💐🔱🥰🙏
बहुत मार्मिक व जानकारी पूर्ण रहा बातचीत कई मौकों पर आंखे भर आईं मैं रह किताब जरूर लूँगा। ये सब बातचीत को हम सब तक शेयर करने आप सब लल्लनटॉप टीम का बहुत बहुत शुक्रिया💐🤗
उत्कृष्ट संवाद जिसे कई बार सुना जा सकता है उसे प्रचारित करने के लिए " PM मोदी के किस्से " टैग लाइन में लिखना जबकि पूरी बातचीत में उनका कोई जिक्र नहीं , यह बतलाता है कि lallantop का दर्शकों के प्रति निष्ठावान होना बाकी है । भारतीय मानस को बारीकी से देखेंगे तो पाएंगे कि कम योग्यता तो स्वीकार कर ली जाती है परंतु छल नहीं । शेष शुभ है ।
आदरणीय व्योमेश जी शब्द गौण है "बनारस" केसंगीतकला, साहित्य और संस्कृति केअदभुत और व्यापक कीइतिहास जानकारी की प्रशंसा के लिए ।बनारस को जाना थाअपने विवाह पर दहेज मे मिली बनारसी साडियो के बाद पुत्र जन्म के बाद काशी विश्वनाथ के दर्शन को ही जाना हुआ था पावन स्थली पर आपकी इस वार्ता के बाद लगा प्रधान मंत्री मोदीजी और योगी जी के संरक्षण मे बनारस मे काफी विकास कार्य हो रहा है अपेक्षा हैप्राचीन धरोहर और महान विभूतियो के लिए भी वास्तविक धरातल पर भी कुछ ठोस कदम उठाया जाय। पुनः हार्दिक धन्यवाद अद्भुत जानकारी के लिए 🙏🙏
मार्मिक ! गहन ! बनारस के सभी रसों को एक ही पात्र में उड़ेल कर एक जीवन दायिनी अमृत का पान करने कराने के लिए साधुवाद! बनारस अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बचाए, बताये, दिखाए, समझाये, इस हेतु एक जन आन्दोलन का श्री गणेश आवश्यक हो गया है ! यही इस अंक की उपलब्धि है !! व्योमकेश सशक्त हो, सक्षम हो, सुयोगी हो, इस प्रार्थना के साथ...
चिरंजीव सौरभ जी मै पचहतर वर्ष का एक साहित्य प्रेमी हूँ आप के चैनल को नियमित सुनता हूँ ।संतोष होता है कि आप है तो बयोमेश जी जैसे लोगों की खोज खबर होती रहेगी ।साधुवाद और आशीर्वाद के सिवा कुछ नहीं दे सकता ।ईश्वर आपको सपरिवार प्रसन्न और आरोग्य रहे यह कामना करता हूँ ।
ये कहलाती है कि किस्सागोई। सौरभ भैया और शुक्ला जी की जुगलबंदी ने आज तो समां बांध दिया। मुझे माफ़ कीजियेगा पर यह पूरा इंटरव्यू आँखों को बंद कर सुना जाए तो रोम रोम बनारस मय हो जाता है। साधुवाद साधुवाद।🙏🙏
ऐसे लगा कि किसी अलग आयाम की बात हो रही हो, इत्ती महानता और सरलता दोनों एक गली में साथ चलती हुई और इससे इत्ते सुंदर तरह से vyomesh ji ने समझाया है,आभारी।
Mujhe kitaab pfne ka shauk h, but time nhin milta to jyada nhin pd pata hun to apka show kitab wala dekh leta hun, bada achha lgta hai,.. शब्दों का सही चयन कोई आप से सीखे, क्या कमाल का बोलते हो आप🙏🙏🙏❤️
सैंकड़ों सालों का बनारस का सांस्कृतिक इतिहास साकार कर दिया सौरभ जी।कितना करीब से समझने समझाने में सफल रहे हैं आप और व्योमकेश जी। मणिकर्णिका की ओर जाने वाली मोक्ष की गली से गुजरने वाली शास्त्रीय ज्ञान परम्परा पर भी ऐसी पुस्तक और विवेचना होनी चाहिए। वर्तमान जिन कलाकारों विद्वानों और गाने बजाने नाचने वाली सुंदरियों की दीर्घकालिक स्मृतियों को संजोये रखने के प्रति जितना उदासीन रहता है भविष्य उतना ही उन स्मृतियों की तस्वीर रूपी भूतनाथ को देखने के लिए उतावला रहता है।
Harr Ek Vykya mein Kitni Ghehrai hain, Kitni Baarikya hain, Kitni Jaankari hain . Aur Sourabh ji Toh Priy Hain Humare aaj see Vyomesh ji ke liye bhi iss Dil ne Jagah Bana li ❤
यही नहीं... आश्चर्यजनक तो ये भी है कि बुद्ध शब्द से बुत शब्द का आविर्भाव हुआ... यानी बुद्ध की इतनी प्रतिमाएं लगी कि फिर किसी भी प्रतिमा को बुत कहा जाने लगा।🥰🤗
Vyomesh ji Har har mahadev aaj aapki ye interview dekh ke bhot acha aur bhot kuch pata chala ham aapki ye book padhenge Bhi aur jitna hoske utana aage pahuchayenge bhi aur bhot bhot shukriya lallantop wale ji ko ji unhone ye interview kiya superb surabh bhai . Har har Mahadev..
सौरभ जी बनारस पर लिखी गई कुछ और पुस्तकों का विवरण दे जिनको पढ़ने से बनारस को और ज़्यादा करीब से समझा जा सके ... 🙏 व्योमेश जी आपसे बनारस आ कर कैसे मुलाकात हो ... बनारस को आपकी नज़रो से देखने का मन भी है और आप की पुस्तक पर आपके हस्ताक्षर लेने का मन भी 🙏
सौरभ जी,आपको सुनना अभूतपूर्व सुकून देता है ,और आपका बातों के सिरे को पकड़ने का अंदाज बहुत ही सुन्दर है ।इसी तरह से और किताबों की बातें करते रहे स्वस्थ और प्रसन्न रहें । शुभकामनाओं के साथ एक श्रोता और दर्शक ।
सौरभ जी आपका आभार जो आपने इस महत्वपूर्ण किताब पर अपना ये एपिसोड बनाकर इसको और अधिक विस्तृत किया, व्योमेश जी सचमुच आपने अपनी कलम से बनारस को जितनी खूबसूरती से उकेरा है और उन अनेक बिंबो की तरफ जनमानस का ध्यान आकृष्ट कराया है जो बनारस को जानने और उसे सहेजने की दिशा में बहुत जरूरी था आपको साधुवाद🙏🏻
अद्भुत चित्रण बनारस का किया है बड़े भाई व्योमकेश जी ने ,मानो शब्दों से कान को हटाने का जी ही नहीं करता वास्तव में जो बनारस जी लिया मानों शाश्वत जगत का अमृत पी लिया,,, अति प्रशंसनीय । और अद्भुत कौशल है भाई सौरभ जी का ,हिंदी पत्रकारिता उदीयमान रवि की भांति हैं।इनका वाचन संबोधन एवं प्रस्तुतीकरण अत्यंत प्रिय है , आप सदैव ऐसे ही तमाम बिंदुओं को प्रकाशित करते रहिए बाबा से हमारी यही कामना है।
छोटा सा जीवन और कितना कुछ है पढ़ने को, जब भी किसी लेखक को सुनता हूं तो अपने ज्ञान को बौना पाता हूं | दर्शन पढना है, काव्य पढना है, उपन्यास जीने है और इन सब के बीच रोटी की मार है और उसके लिए Marketing and Finance की किताबें अपने माथे पर रगड़नी है | धन्यवाद ऐसे लोगो को बुलाने के लिए, जो मेरे हिस्से के बनारस को और विस्तृत कर देते है ❤️
लल्लन टाप के प्रमुख टीवी / यू-ट्यूब शो का किताबवाला शो अत्यन्त रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियों को , हमारे जैसे अनेकानेक दर्शकों / श्रोताओ को मन्त्रमुग्ध कर देता है ! कोटि-कोटि नमन-वन्दन संग अभिनन्दन है आपका!
जब भी किसी इतिहास की कल्पना करती हूँ कुछ सोच सकना मुश्किल होता है, पर आप ने ब्योमेश कई वर्ष पीछे धकेल कर सब चल चित्र की भाति इसे समक्ष ही प्रस्तुत किया ! आप की ब्यथा को में भली भाति समझ पाई हूँ , खुद भी ब्याथित हूँ ! धन्यवाद 🙏
Sargarbhi shabdo ka chayan sunder bhasha dono hee. Badheen Jay patre hai. Din par din. Llantop uachiyo ko choo raha hay. Saurabh dwiwedi ko aneko sadhuvad 🎉❤
बनारस व खांटी बनारसियों की चर्चा,लल्लन टॉप पर सौरभ भाई व आपके के बीच,आपकी किताब "आग व पानी" के साथ सुनकर बड़ा ही अच्छा लगा।आपके द्वारा चर्चा के दौरान जो बनारसी वर्णन व उपलब्धियां से हम सभी को दुर्लभ किंतु सत्य से परिचित कराया गया,उसके लिए हम आपके अत्यंत आभारी है।
सौरभ जी, बनारस के भदेस परिचय के लिए हार्दिक आभार। आपका और व्योमेश जी का वार्तालाप अपने आप में ही आनंद रहा। एक पुस्तक से और परिचय कराने के लिए आपको और आपकी टीम को साधुवाद।
@@vyomeshshukla1662 आदरणीय व्योमेश जी, सादर नमस्कार, आपका और सौरभ जी वार्तालाप सुना। अंत की बात चीत के दौरान जो व्यथा सुनाई, शायद वो आज हमारे हर पुराने शहर की व्यथा है। और तो और यह शायद हमारी समाज के रुप विफलता भी है जो जब इटली, फ्रांस या यूरोप जाता है और उनके इतिहास के प्रतीकों को देखकर अचंभित होता है और उनकी तारीफ में कसीदे पढ़ता है। परंतु अपने ही इतिहास से या तो अंजान है या फिर अंजान होने का अभिनय करता है। फिर भी एक लेखक के रुप में आपने कुछ हद तक संजो दिया है। आशा करता हूं कि ऐसा ही कुछ और शहरों, गांवों के लिए भी होगा। धन्यवाद
कितने ही सत्य, तथ्य और संदर्भ जो साहित्य और संगीतिक महफिलों का हिस्सा हुए बगैर नहीं जाने जा सकते। उन सबका बखान है ये इंटरव्यू। और उससे कहीं ज्यादा मोहक होगी यह किताब जो अभी मेरी स्टडी रैक का हिस्सा नहीं बन पायी है।
मुझे गर्व है कि मैं भी उस ही शहर से हूँ जहाँ से व्योमेश शुक्ल जी जैसे लेखक और कवि हैं l आपकी इस किताब ने मेरे दिल में बनारस को एक नया जन्म दे दिया l ऐसे अद्भुत लेखन के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद l
ये आतिशबाजी और कुछ समय के लिए रोड पर जलाई गई लाईट (रंग बिरंगी विद्युत झालरे) से निकलने वाली तेज प्रकाश ने काशी के इतिहास, धार्मिक महत्व को कही न कही अपने आगोश मैं ले लिया है । हर हर महादेव।
Dear lallantop...love and respect for host Saurabh is natural and deep rooted...but this episode became special because of the guest..Vyomesh ji...wonderful..spellbound it left.. Mahadev🙏🙏
My wife and I visited Banaras last year. We had hired one guide to help us to visit major land marks in the city. I told her to take us to the residence of Pandit Kishan Maharaj. I knew that he is no more but I wanted to see his residence. I was surprised when the guide asked me who is he ? After telling her about him she asked few people and took her there. Luckily Pandit Puran Maharaj was at home. He showed us the room where Pandit ji used to do riaz. The Padmabhushan award, tabla and dagga of Pandit ji. The mohalla in which Pandit ji was staying has produced many Padmashrees and Padmavibhushans. It was really a memorable visit.
Bahut subsurat jankariya chhipi hai es book me . .mai Banaras ki galiyon me ahesha dhundati rahati rhi .......ki koi raj chhipa hai in jarjar divaro me kash mere hath lage ki mai khajana pa gai...... Thank Saurabh ji .
pehli baar koi sourabh bhaiya ke nikatam mila hai!!
अब तक का सबसे ग़ज़ब सेशन। २ बार सुन चुका हूँ । लल्लनटॉप भारतीयता की जड़ से जुड़ी मिट्टी है। बहुत शुभकामनाएँ।
छुपे हुए रत्नो से रूबरू करवाने के लिए और अप्रतिम संवाद का आनंद देने में आपका मुकाबले में कोई नहीं है,साधूवाद।
😊👍
सौरभ जी का तो धन्यवाद शब्दो में कर ही नही सकते कि उनका ये लल्लन टॉप कितना मन को प्रसन्न कर देता है सभी कार्यक्रम सराहनीय है हम कोशिश भर सभी सुनते देखते है। बेटा यही आशीर्वाद है कि तुम ऐसे ही ऊंचाइयों पर चढ़ते जाओ
बहुत आभार आपका. स्नेह से पगी यहीं टिप्पणियाँ प्रेरित करती हैं कि, आगे काम को और बेहतर करना है.
ये संवाद सुनके मन गदगद हो जाता है। इसमें बहुत सी बाते मुझे नही पता थी।
😊👍
क्या बात है पुरानी चीजों को खोज कर निकलते हैं यही आपकीमहानता है।
अति सुन्दर सुनकर आप दोनों को में प्रसन्न हो गया ।मै मधुबनी बिहार से हूं।अगर संभव हो सके तो मिथिलांचल के इतिहास के बारे में कोई जानकार आगंतुक को बिठाकर संबाद करें ।हमलोगो के तरफ इतनी सुद्घ हिंदी पे पाकर सायद किन्हीं को हो ।
Vyomeshji kamalke vyakti hai. Wo joh bhi bolte hai, kavya hokar hi nikalta hai. Bahot surili Hindi bolte hai. Ajab gajab insan.
सौरभ, हमें इस अद्भुत व्यक्ति और उन की कृति से मिलने के लिए आप का हार्दिक धन्यवाद. आप की बातें सुन कर ऐसा लग रहा था जैसे किसी अंधेरी गुफा में खजाने से भरे बक्से खुलते जा रहे हों. सचमुच, बनारस का इतिहास इतना तिलिस्मी और विरोधाभास से भरा है . व्योमेश जी को हार्दिक बधाई उन का बनारस के प्रति प्यार हर शब्द मे छलकता है.
क्या भूमिका है माता सरस्वती की कृपा आप पर आपार है। जबरदस्त बोले हो भाई भूमिका मे। प्रशंसा के लिए शब्द नही मिल रहे है।🙏
Wah…kya batt hei‼️
Aapne hamein shabdo se Banaras ghuma diya
Maza aa gaya
Dhanyawad
આભાર🙏🏻
आभार.
Saurabh sir aap dil jeet liye ho ....kitaabwala me aap jis prakar padhkar apna interpretation dete huye interview karte hai ye puri duniya se kahi alag hi le jaate ho .....bohot saara pyaar aapko priy bhaiya❤🙏🏻
👍
कई अत्यंत मार्मिक एवं भावुक प्रसंग।व्योमेश जी की व्यथा उभर कर सामने आई। मैं यह पुस्तक अवश्य पढूंगा और अपेक्षा करता हूं कि अपने स्तर पर बनारस का जागरूक समाज इन सांस्कृतिक धरोहर और स्मृतियों को सहेजने की और संरक्षण की कोशिश अवश्य करेगा। श्रीनिवासन।
अपनी प्रति अमेजन आज ही सुरक्षित करें.
😊😊
प्रिय सौरभ, मैं निशब्द हूँ! कहने को कोई शब्द नहीं हैं सिवाय तुम्हें और वयोमेश जी को साधुवाद के!
इसी प्रकार “लल्लनटॉप” बने रहो! 😇
💐
@@vyomeshshukla1662 8ooo99o9
Vhi8vv
आज बेहद विराट समय के बाद इतनी शुद्ध, प्रखर हिंदी सुनने का अवसर मिला....विश्वास कीजिये मैंने हिंदी के कुछ बेहद उपयोगी शब्द चुन लिए
👍👍
😊😊
सौरभ, तुम्हारे साथ किताबवाला समय आज बहुत संजीदा रहा। बनारस अभी तक नहीं गया हूँ। मेरी माँ BHU में पढ़ी थीं। बहुत से किस्से सुने हैं और जाना भी चाहता हूँ पर कौन दिखाये/सुनाए/मिलाएगा उन सबसे जिनको अभी तुमने बांचा है।
जय हो.
दिल का खिलौना हाये....ये बैजू बावरा का गीत है!
आपको तेरे सूर और मेरे गीत कहना है शायद ये गुंज उठी शहनाई का
जिसे वसंत देसाई इन्होंने स्वरबद्ध किया है!
मैंने लल्लनटॉप के इस शो ' किताबवाला ' में जितने लोग आए सबको तो नही सुन पाया लेकिन कई लोगों को जरूर सुना पर यह संवाद आदियोगी के शहर की गलियों में मन ही मन घुमा रहा है । कबीर , शहनाई , तबला , कोठे पुरानी रची बनारसी अल्लहड़पन सब है । 🙏🙏
बनारस का अद्भुत वर्णन। मैं भी एक प्राचीन नगर अज़मेर से हूं। संभवतः बनारस की तरह सांस्कृतिक संपन्न तो नहीं, हां पुराना ज़रूर, और आपके वर्णन ने मुझे अपने शहर को उस नज़रिए से देखने के लिए प्रेरित किया है। अजीब सा सुकून और बैचेनी एक साथ अनुभव कर रहा हूं। अनेकानेक धन्यवाद और अनुमोदना।
धन्यवाद सर.
😊😊🙏🙏🙏
Ajmer utana purana nahi hai
@@singhsagar2323 it is in existence since year 800, more than 1200 years old city..... definitely not older than Indraprastha, patliputra, avantika, vikramshila....but still old
@@cyanobug main bhi vahi keh raha hu
Dear Lallantop
Bohot bohot shukriya banaras ki asli khubsurti ka zikar krne k liye…aaj to banaras me rehne walo ko bhi nhi pta h ki kin mahan logo ki karam sthalli h banaras…ho skta h ki ye dekh k hi kisi ko to banaras ka mahattwa pta chle…shukriya ek bar or❤
😊💐🙏
सच.
अति सुन्दर संवाद आप दोनो का। मैं बनारस और उसके अतीत में ऐसा खो गया की पता ही नही चला। इस कुछ घंटों में मैने बनारस के पिछले सौ डेढ़ सौ वर्षो का सफर तय कर लिया। धन्यवाद सौरभ आपका।
वाह.
मेने बनारस नही देखा ही,,,इस एपिसोड के बाद देखने की ओर प्रबल इच्छा हो गई ही,,,शानदार कार्यक्रम,,,,❤❤
बेहतरीन 👌👌 मैं तो स्वयं काशी से हूं लेकिन काशी के बारे में जिसको जानना है , हो तो इस इंटरव्यू को सुने और इस किताब को जरूर पढ़े , आपके बेहतरीन प्रोग्राम के लिए सौरभ जी बहुत बहुत शुभकामनाएं 💐🔱🥰🙏
😊👍
बहुत मार्मिक व जानकारी पूर्ण रहा बातचीत कई मौकों पर आंखे भर आईं मैं रह किताब जरूर लूँगा। ये सब बातचीत को हम सब तक शेयर करने आप सब लल्लनटॉप टीम का बहुत बहुत शुक्रिया💐🤗
बहुत तथ्यपूर्ण बातचीत
😊🙏🙏🙏
आपका बहुत-बहुत आभार.
व्योमेश जी आप कितनी सहजता से अपनी बात रखते है ।इतनी धैर्यशीलता को नमन.....
उत्कृष्ट संवाद जिसे कई बार सुना जा सकता है उसे प्रचारित करने के लिए " PM मोदी के किस्से " टैग लाइन में लिखना जबकि पूरी बातचीत में उनका कोई जिक्र नहीं , यह बतलाता है कि lallantop का दर्शकों के प्रति निष्ठावान होना बाकी है । भारतीय मानस को बारीकी से देखेंगे तो पाएंगे कि कम योग्यता तो स्वीकार कर ली जाती है परंतु छल नहीं । शेष शुभ है ।
आदरणीय व्योमेश जी शब्द गौण है "बनारस" केसंगीतकला, साहित्य और संस्कृति केअदभुत और व्यापक कीइतिहास जानकारी की प्रशंसा के लिए ।बनारस को जाना थाअपने विवाह पर दहेज मे मिली बनारसी साडियो के बाद पुत्र जन्म के बाद काशी विश्वनाथ के दर्शन को ही जाना हुआ था पावन स्थली पर आपकी इस वार्ता के बाद लगा प्रधान मंत्री मोदीजी और योगी जी के संरक्षण मे बनारस मे काफी विकास कार्य हो रहा है अपेक्षा हैप्राचीन धरोहर और महान विभूतियो के लिए भी वास्तविक धरातल पर भी कुछ ठोस कदम उठाया जाय। पुनः हार्दिक धन्यवाद अद्भुत जानकारी के लिए 🙏🙏
मार्मिक ! गहन ! बनारस के सभी रसों को एक ही पात्र में उड़ेल कर एक जीवन दायिनी अमृत का पान करने कराने के लिए साधुवाद! बनारस अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बचाए, बताये, दिखाए, समझाये, इस हेतु एक जन आन्दोलन का श्री गणेश आवश्यक हो गया है ! यही इस अंक की उपलब्धि है !! व्योमकेश सशक्त हो, सक्षम हो, सुयोगी हो, इस प्रार्थना के साथ...
प्रणाम !
बनारस के प्रति जिज्ञासा अभी बाकी है। बहुत सुंदर जानकारी मिली और हम गोपाल मंदिर,कबीर चौरा,चौक परिसर के ही हैं।
चिरंजीव सौरभ जी मै पचहतर वर्ष का एक साहित्य प्रेमी हूँ आप के चैनल को नियमित सुनता हूँ ।संतोष होता है कि आप है तो बयोमेश जी जैसे लोगों की खोज खबर होती रहेगी ।साधुवाद और आशीर्वाद के सिवा कुछ नहीं दे सकता ।ईश्वर आपको सपरिवार प्रसन्न और आरोग्य रहे यह कामना करता हूँ ।
प्रणाम ! अभिवादन !
ये कहलाती है कि किस्सागोई। सौरभ भैया और शुक्ला जी की जुगलबंदी ने आज तो समां बांध दिया।
मुझे माफ़ कीजियेगा पर यह पूरा इंटरव्यू आँखों को बंद कर सुना जाए तो रोम रोम बनारस मय हो जाता है।
साधुवाद साधुवाद।🙏🙏
क्या बात क्या बात…no words. आपकी हिंदी का मैं क़ायल हूँ…
सौरभजी हिंदी के सर्वोत्तम कुछ लोगों में से एक हैं.
वाह, अद्भुत संवाद !
इसे सुन कर यह अहसास हुआ कि समर्थ साहित्यकार भाषा को भी अपने वश में कर सकता है।
आप दोनों का आभार!
मैं आपके किताब वाला का प्रसंशक तो हों ही, प्रायः सभी संस्करणों को सुनता हूं ,पर यह किताब वाला अद्भुत है। धन्यवाद।
शुक्रिया
🙏🙏😊😊
ऐसे लगा कि किसी अलग आयाम की बात हो रही हो,
इत्ती महानता और सरलता दोनों एक गली में साथ चलती हुई
और इससे इत्ते सुंदर तरह से vyomesh ji ने समझाया है,आभारी।
😊😊
Mujhe kitaab pfne ka shauk h, but time nhin milta to jyada nhin pd pata hun to apka show kitab wala dekh leta hun, bada achha lgta hai,.. शब्दों का सही चयन कोई आप से सीखे, क्या कमाल का बोलते हो आप🙏🙏🙏❤️
👍
@@vyomeshshukla1662 Thank you so much sir🙏🙏❤️
मैं भी बनारस की हूँ इस interview को सुन कर मन पता नहीं क्यों भावुक है शब्द नहीं मिल रहा है क्या कहूँ.
सैंकड़ों सालों का बनारस का सांस्कृतिक इतिहास साकार कर दिया सौरभ जी।कितना करीब से समझने समझाने में सफल रहे हैं आप और व्योमकेश जी। मणिकर्णिका की ओर जाने वाली मोक्ष की गली से गुजरने वाली शास्त्रीय ज्ञान परम्परा पर भी ऐसी पुस्तक और विवेचना होनी चाहिए। वर्तमान जिन कलाकारों विद्वानों और गाने बजाने नाचने वाली सुंदरियों की दीर्घकालिक स्मृतियों को संजोये रखने के प्रति जितना उदासीन रहता है भविष्य उतना ही उन स्मृतियों की तस्वीर रूपी भूतनाथ को देखने के लिए उतावला रहता है।
मैं बहुत शुक्रगुजार हूँ जो आप लोगो को सुना और एक अनसुलझे सवालों मे खो सा गया।
बहुत बहुत धन्यवाद व्योमश जी और सौरभ जी।
जुग जुग जियो सौरभ जी इतने अच्छे अच्छे कार्यक्रम देने के लिये चाहे दुनियादारी हो या किताबवाला किताबवाला तो लाजवाब है बनारस की जानकारी तो अदभुद है 👌👌👌
किताब पढ़ने पर और भी वृहदता से जानेंगे. 💐
आपका बहुत आभार.
Harr Ek Vykya mein Kitni Ghehrai hain,
Kitni Baarikya hain,
Kitni Jaankari hain .
Aur Sourabh ji Toh Priy Hain Humare aaj see Vyomesh ji ke liye bhi iss Dil ne Jagah Bana li ❤
सौरभ आपको सुनकर भीतर का हिन्दी प्रेमी हृदय आनंदित हो जाता है! भगवान आपकी बेबाकी और खांटीपन बचाए रखें
😊😊
सही.
सत्य वचन
Sach hai
यही नहीं... आश्चर्यजनक तो ये भी है कि बुद्ध शब्द से बुत शब्द का आविर्भाव हुआ... यानी बुद्ध की इतनी प्रतिमाएं लगी कि फिर किसी भी प्रतिमा को बुत कहा जाने लगा।🥰🤗
Vyomesh ji Har har mahadev aaj aapki ye interview dekh ke bhot acha aur bhot kuch pata chala ham aapki ye book padhenge Bhi aur jitna hoske utana aage pahuchayenge bhi aur bhot bhot shukriya lallantop wale ji ko ji unhone ye interview kiya superb surabh bhai .
Har har Mahadev..
शुक्रिया रॉकी जी.
अद्भुत ज्ञान🙏🙏
सौरभ की किताब वाला कि कड़ी को बिना पलक झपकe बिना रुके पूरा ध्यान से सुना - देखा और महसूस किया is प्रस्तुति को सादर प्रणाम राजीव गुप्ता प्रयागराज 🙏🏾🙏🏾
सौरभ जी बनारस पर लिखी गई कुछ और पुस्तकों का विवरण दे जिनको पढ़ने से बनारस को और ज़्यादा करीब से समझा जा सके ... 🙏
व्योमेश जी आपसे बनारस आ कर कैसे मुलाकात हो ... बनारस को आपकी नज़रो से देखने का मन भी है और आप की पुस्तक पर आपके हस्ताक्षर लेने का मन भी 🙏
सौरभ जी,आपको सुनना अभूतपूर्व सुकून देता है ,और आपका बातों के सिरे को पकड़ने का अंदाज बहुत ही सुन्दर है ।इसी तरह से और किताबों की बातें करते रहे स्वस्थ और प्रसन्न रहें ।
शुभकामनाओं के साथ
एक श्रोता और दर्शक ।
बहोत सुंदर। लग रहा था सुनते चले जाये। जीवन से भरपूर मुलाकात।
😊
🙏🙏🙏
किताब भी पढ़ी लेकिन व्योमेश भाई को सुनना अलग ही है। आप ये सब किस्से यूट्यूब पर भी सुनाएं भाई...
जिस श्रद्धा से सौरभ द्विवेदी शुक्ला जी को सुन रहे हैं ... कोई हैरानी की बात नहीं है , बनारसियों को लोग इतनी ही शिद्दत से सुनते हैं...
सौरभजी देश के सर्वोत्तम संपादक हैं. उनका सुनना क़माल है.
@@vyomeshshukla1662जी बिल्कुल दो उत्तम लोगों का संवाद बेहतरीन है।
ज़बरदस्त। व्योमेश जी सिर्फ लेखक नहीं बल्कि बेहद साहसी लेखक हैं।हमारा भी सलाम पहुँचे।
सौरभ जी आपका आभार जो आपने इस महत्वपूर्ण किताब पर अपना ये एपिसोड बनाकर इसको और अधिक विस्तृत किया, व्योमेश जी सचमुच आपने अपनी कलम से बनारस को जितनी खूबसूरती से उकेरा है और उन अनेक बिंबो की तरफ जनमानस का ध्यान आकृष्ट कराया है जो बनारस को जानने और उसे सहेजने की दिशा में बहुत जरूरी था आपको साधुवाद🙏🏻
प्रणाम मै'म.
💙💐
🙏🙏
अद्भुत चित्रण बनारस का किया है बड़े भाई व्योमकेश जी ने ,मानो शब्दों से कान को हटाने का जी ही नहीं करता वास्तव में जो बनारस जी लिया मानों शाश्वत जगत का अमृत पी लिया,,,
अति प्रशंसनीय ।
और अद्भुत कौशल है भाई सौरभ जी का ,हिंदी
पत्रकारिता उदीयमान रवि की भांति हैं।इनका वाचन संबोधन एवं प्रस्तुतीकरण अत्यंत प्रिय है , आप सदैव ऐसे ही तमाम बिंदुओं को प्रकाशित करते रहिए
बाबा से हमारी यही कामना है।
बनारस पर कितना भी कहा सुना जाए, मन फिर भी अतृप्त ही रहता है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद इस अद्भुत प्रस्तुति के लिए। प्रणाम।
प्रणाम !
😊😊
जीवनमे बना रस रहे
हिंदी संस्थाओं की अपेक्षा और जीर्णता पर व्योमेश सर की पीड़ा और असहायता हमारी संकुचित और स्वार्थी मनोवृति का गवाह है।
छोटा सा जीवन और कितना कुछ है पढ़ने को, जब भी किसी लेखक को सुनता हूं तो अपने ज्ञान को बौना पाता हूं | दर्शन पढना है, काव्य पढना है, उपन्यास जीने है और इन सब के बीच रोटी की मार है और उसके लिए Marketing and Finance की किताबें अपने माथे पर रगड़नी है |
धन्यवाद ऐसे लोगो को बुलाने के लिए, जो मेरे हिस्से के बनारस को और विस्तृत कर देते है ❤️
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यह चैनल विशिष्ट है. चर्चा में तथ्य, गहराई, विविधता, रोचकता आदि का सुन्दर संमिश्रण बहुत आकर्षक होता है. सौरभ जी को बधाई.
*धन्य भाग सेवा का अवसर पाया* -- *पंडित श्री राजन मिश्रा एवं पंडित श्री साजन मिश्रा जी*
प्रणाम !
कल ही कुंदन जी का इंटरव्यू देखा......और आज फिर ये.…... बनारस ही बनारस.… अद्भुत है बनारस और अद्भुत हैं बनारस के लोग 💌
गजब की हिंदी..सुंदर..सरस..भाषा पर आप दोनो का अधिकार अप्रतिम..शानदार एपिसोड
बहुत अच्छी और सुंदर तरह से अतीत के समय काल का विवरण दिया है।
ऐसी ही बातों के लिये लल्लनटॉप देखा करता हूँ..बहुत बहुत धन्यवाद सौरव और आप की टीम को..
😊😊💐💐🙏
लल्लन टाप के प्रमुख टीवी / यू-ट्यूब शो का किताबवाला शो अत्यन्त रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियों को , हमारे जैसे अनेकानेक दर्शकों / श्रोताओ को मन्त्रमुग्ध कर देता है !
कोटि-कोटि नमन-वन्दन संग अभिनन्दन है आपका!
परमादरणीय श्रीमान सौरभ द्विवेदी जी,आपकी पत्रकारिता,भाषा शैली को सलाम,जमीन से जुङी बातो को ऊकेरते है।
😊😊
कोटी कोटी प्रणाम ऐसी धरोहर को
वाह भाई सौरभ,
आज का 'किताबवाला' कार्यक्रम बड़ा ही लाजवाब बन पड़ा है।
आपको और 43 वाले मेरे प्रिय भाई व्योमकेश जी को हृदय से साधुवाद ।
व्योमेश की आवाज़ में एक दर्द सा है। बहुत ही हृदय स्पर्शी बात-चीत
जब भी किसी इतिहास की कल्पना करती हूँ कुछ सोच सकना मुश्किल होता है, पर आप ने ब्योमेश कई वर्ष पीछे धकेल कर सब चल चित्र की भाति इसे समक्ष ही प्रस्तुत किया ! आप की ब्यथा को में भली भाति समझ पाई हूँ , खुद भी ब्याथित हूँ ! धन्यवाद 🙏
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बनारस है ही ऐसा.
शुक्रिया.
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सौरभ जी की किस्सागोई बहुत ही उत्कृष्ट है।
है.
वाह जी वाह अद्भुत संस्मरण सौरभ जी आपने अपने शब्दों से ऐसी जीवन्तता प्रदान की काशी की महिमा को मानो ऐसा लगा जैसे यह हमारे आगे घटित हो रहा हो 👍👍👍
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@@kashikavaranasi2236thankyou
अच्छी प्रस्तुति सौरभ द्विवेदी जी। आग और पानी किताब के लिए बधाई। सुस्ती की सक्रियता अद्भुत।
वाह व्योमेश जी। आप की बातों में ही बनारस की खुशबू है
Sargarbhi shabdo ka chayan sunder bhasha dono hee. Badheen Jay patre hai. Din par din. Llantop uachiyo ko choo raha hay. Saurabh dwiwedi ko aneko sadhuvad 🎉❤
भाई साहब जी वाह बहुत ऊपर लेवल की डिस्कशन थी मजा आ गया
बनारस व खांटी बनारसियों की चर्चा,लल्लन टॉप पर सौरभ भाई व आपके के बीच,आपकी किताब "आग व पानी" के साथ सुनकर बड़ा ही अच्छा लगा।आपके द्वारा चर्चा के दौरान जो बनारसी वर्णन व उपलब्धियां से हम सभी को दुर्लभ किंतु सत्य से परिचित कराया गया,उसके लिए हम आपके अत्यंत आभारी है।
Saurav sir sun ke aand aa gaya ♥️
Ha ek bat or app ki sirt aaj ki.kamal ki h 💙
बहोत अच्छा लगा. खुल जा सिम ,सिम ...
बहुत बहुत धन्यवाद सौरभ भइया ऐसे ऐसे साक्षात्कारों के लिए बेहद उम्दा 👌 मैं बनारस से हूं तो मज़ा दोगुना हो गया!
जिया रजा.
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क्या संवाद है, दिल ख़ुश हो गया! सौरभ और ब्योमेश शुक्ला की अधभुत जुगलबंदी, one of the best kitabwaka episode 🙏👍
सौरभ जी,
बनारस के भदेस परिचय के लिए हार्दिक आभार।
आपका और व्योमेश जी का वार्तालाप अपने आप में ही आनंद रहा।
एक पुस्तक से और परिचय कराने के लिए आपको और आपकी टीम को साधुवाद।
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@@vyomeshshukla1662
आदरणीय व्योमेश जी,
सादर नमस्कार,
आपका और सौरभ जी वार्तालाप सुना।
अंत की बात चीत के दौरान जो व्यथा सुनाई, शायद वो आज हमारे हर पुराने शहर की व्यथा है।
और तो और यह शायद हमारी समाज के रुप विफलता भी है जो जब इटली, फ्रांस या यूरोप जाता है और उनके इतिहास के प्रतीकों को देखकर अचंभित होता है और उनकी तारीफ में कसीदे पढ़ता है।
परंतु अपने ही इतिहास से या तो अंजान है या फिर अंजान होने का अभिनय करता है।
फिर भी एक लेखक के रुप में आपने कुछ हद तक संजो दिया है।
आशा करता हूं कि ऐसा ही कुछ और शहरों, गांवों के लिए भी होगा।
धन्यवाद
वाह भई वाह!
क्या कहना भाई व्योमकेश, बनारस ऐसा है जैसे बगदाद ...
ISSEY KHUBSURAT....ISSEY GEHRA....ISSEY PRABHAVSHALI.... INTERVIEW @LALLANTOP PE AAAAYA HI NAHI HAI 😘😎❤️#SAURABH JI
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किताब वाला के ये प्रसंग अद्भुत है।। शुक्ला जी ठहराव बातों को समझने पे मजबूत कर देता है। जबर्दस्त।।
Kitna "Sukun" milta hai "Kitabwala" Programe sun Kar.
Saurabh Jee please continue this wonderful Programe.
🙏🙏🙏
बहुत मार्मिक इंटरव्यू, इतने महत्पूर्ण स्थानो और लोगों का ऐसा हाल है जानकर स्तब्ध हुँ।
किताब वाला का यह एपिसोड बडा मार्मिक लगा और सुनने की जिज्ञासा है
मेरे पास भी कहने की बहुत कुछ बाक़ी है मित्र. 😊
Bahut achha laga dekh sun kar
Jai Maa
कितने ही सत्य, तथ्य और संदर्भ
जो साहित्य और संगीतिक महफिलों का हिस्सा हुए बगैर नहीं जाने जा सकते।
उन सबका बखान है ये इंटरव्यू। और उससे कहीं ज्यादा मोहक होगी यह किताब जो अभी मेरी स्टडी रैक का हिस्सा नहीं बन पायी है।
जल्दी से अमेज़न पर आर्डर करें 😊😊🙏🙏
@@kashikavaranasi2236 धन का अभाव है बहन!
मिलती तो हमाये डिपार्टमेंट के सामने VT पर ही है।
बहुत उपयोगी चर्चा,ज्ञानवर्धक कर्णप्रिया
मुझे गर्व है कि मैं भी उस ही शहर से हूँ जहाँ से व्योमेश शुक्ल जी जैसे लेखक और कवि हैं l आपकी इस किताब ने मेरे दिल में बनारस को एक नया जन्म दे दिया l ऐसे अद्भुत लेखन के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद l
ये आतिशबाजी और कुछ समय के लिए रोड पर जलाई गई लाईट (रंग बिरंगी विद्युत झालरे) से निकलने वाली तेज प्रकाश ने काशी के इतिहास, धार्मिक महत्व को कही न कही अपने आगोश मैं ले लिया है ।
हर हर महादेव।
Dear lallantop...love and respect for host Saurabh is natural and deep rooted...but this episode became special because of the guest..Vyomesh ji...wonderful..spellbound it left..
Mahadev🙏🙏
वृतयानुप्रास का बेहद खूबसूरत प्रयोग , प्रत्येक परिचय में 👌👌👌
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बहुत captivating discussion था. आनंद आ गया।
अत्यंत ज्ञानवर्धक व भावुक साक्षात्कार के लिए साधुवाद 🙏
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बहुत सुंदर ❤ से गर्व होता है की हम भी बनारस से है धन्यवाद लैलनटॉप
My wife and I visited Banaras last year. We had hired one guide to help us to visit major land marks in the city. I told her to take us to the residence of Pandit Kishan Maharaj. I knew that he is no more but I wanted to see his residence. I was surprised when the guide asked me who is he ? After telling her about him she asked few people and took her there. Luckily Pandit Puran Maharaj was at home. He showed us the room where Pandit ji used to do riaz. The Padmabhushan award, tabla and dagga of Pandit ji. The mohalla in which Pandit ji was staying has produced many Padmashrees and Padmavibhushans. It was really a memorable visit.
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Wo banaras se bahar ka hoga
🙏🙏⚘🍁🌷🍒
बहुत कुछ कहते है ये शब्द आप के यू ही सब्दो को बुनते रहिये बहुत बहुत धन्यवाद आप का
Bahut subsurat jankariya chhipi hai es book me . .mai Banaras ki galiyon me ahesha dhundati rahati rhi .......ki koi raj chhipa hai in jarjar divaro me kash mere hath lage ki mai khajana pa gai......
Thank Saurabh ji .
साहित्य सिंधु में स्नान हो गया,धन्यवाद.
बनारस आपको अज्ञानी से ज्ञानी होने की यात्रा आरंभ कराता है,
और आप ज्ञानी हैं इस अभिमान का अन्त भी...
Bahut Sundar ! 🙏🏻
😊
अद्भुत संवाद। विभोर कर गई!धन्यवाद दोनो बुद्धि जीवियों का!🙌🍁🤗🌿💚