माँ पराई हुई देहरी तेरी - नीलम कुलश्रेष्ठ - व्याकुल मन हाथ से सत्ता जातीदेख कातर हुआ

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  • Опубликовано: 28 янв 2025

Комментарии • 2

  • @nishijha2653
    @nishijha2653 7 дней назад

    आपकी सभी कहानियाँ अद्भुत होती हैं।इस कहानी ने तो एक साथ ही होंठों पर मुस्कुराहट और आँखों में पानी भर दिया ❤

    • @KathaNidhi
      @KathaNidhi  6 дней назад

      बहुत बहुत धन्यवाद निशी जी 👍मुझे खुशी है कि आपको मेरी कहानियाँ अच्छी लगती हैं