Om Purna-mada Purna-midam (Thou art every One and ever whole) Purnaat Purnam-udach-yate (From you this perfect world was born) Purna sayah Purna madaya (Yet should all this world disappear from view) Purnamevah Va-shish-yate (Still you would always be the same.)
लगभग सभी मंत्रों में ॐ क्यों लगाया जाता है? कितनी बार लगाया जाता है? शब्द ब्रह्म को ये अक्षर क्यों दिया गया है? कृपया विस्तार से समझायें जो कोई जानकार हो तो 🙏🙏🙏🙏
राधे राधे !! जय प्रकाश जी मैं (कृष्ण) आपकी प्रश्न की खूबसूरती को महसूस किया और मैं अपनी सोच (जो मेरी अंतरात्मा की आवाज है) से कुछ लिखने की प्रयास करता हूं। अगर मेरे द्वारा लिखने में कुछ त्रुटि हो जाए तो मैं क्षमाप्राथी हुं। मैं जहा तक समझता हू की, ॐ शून्य है, और जो शून्य है, वही सबकुछ है, और जो सबकुछ है उसकी स्थान मैं/आप या स्वयं भगवान भी तय नहीं कर सकते। वेदों को लिखने वालें जो ब्राह्मण हुए वो अपनी दृष्टिगोचर रूपी अंतरात्मा की दृष्टि से शब्दों की खूबसूरती ॐ के साथ लिखी है, और जो लिखी है उसे हम एक परिभाषा से परिभाषित नही कर सकते, क्योंकि ॐ स्वयं में शून्य भी हैं और स्वयं में पूरा ब्रह्मांड। ये सुनिश्चित करना यथः संभव नहीं की, किसी मंत्र में ॐ कितनी बार लगेगा। हा, अपनी अंतरात्मा की आवाज से आप अपनी अधरों पर ॐ की जाप जितनी बार चाहे उतनी बार कर सकते है। और हा, ॐ कोई अक्षर नही जिसे किसी को दिया जा सके। ॐ ही ब्रह्म है और ब्रह्म ही ॐ है !! 😊श्री राधे..!!
ॐ पूर्णमदःपूर्णमिदंपूर्णात्पूर्णमुदच्यते। पूर्णस्यपूर्णमादायपूर्णमेवावशिष्यते॥ अर्थात: वहसच्चिदानंदघनपरमात्मासभीप्रकारसेसदापरिपूर्णहै।यहजगतभीउसपरब्रह्मसेपूर्णहीहै, क्योंकियहपूर्णउसपूर्णपुरुषोत्तमसेहीउत्पन्नहुआहै। 🙏🕉
Om Purna-mada Purna-midam (Thou art every One and ever whole) Purnaat Purnam-udach-yate (From you this perfect world was born) Purna sayah Purna madaya (Yet should all this world disappear from view) Purnamevah Va-shish-yate (Still you would always be the same.)
Thanks for your delightful interpretation / translation I have found in 70 years of life
( Solar Returns )
Hari om 🙏🙏🙏
ठाकुर जी की जय हो 🙏 सब कष्ट मुक्त हों 🙏
Fine. Dhanyavadagalu for sharing. Namaskaram.
Thanks a lot Pathak ji
Hari om
Hari omdanda dahal
Hari Om
Thanku so much ❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Purnamada
Narayan Narayan 😊
Thanku so much 🙂
Hori om tat sat.🙏🙏🙏
super
great
thanks
Just love this Shanti paat
Thank you
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Om Shanti Shanti 🙏🙏🙏🙏🙏🌺🍀🙏
ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्षं शान्तिः
पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयःशान्तिः । chant this mantra
🙏🏼
❤
Thank you ❤
🙏🙏🙏🙏
Very soothing ..🧘♀
🌿🌷✨🙏🏻✨🌷🌿
Chant in this voice
time is cyclical where the current universe was preceeded by infinite number of universes and will be followed by infinite number of universes
om shanti shanti shanti hi
Om ke tankar se ya sound se body ki bimari thik hoti hai...
👍
लगभग सभी मंत्रों में ॐ क्यों लगाया जाता है? कितनी बार लगाया जाता है? शब्द ब्रह्म को ये अक्षर क्यों दिया गया है? कृपया विस्तार से समझायें जो कोई जानकार हो तो 🙏🙏🙏🙏
राधे राधे !!
जय प्रकाश जी मैं (कृष्ण) आपकी प्रश्न की खूबसूरती को महसूस किया और मैं अपनी सोच (जो मेरी अंतरात्मा की आवाज है) से कुछ लिखने की प्रयास करता हूं। अगर मेरे द्वारा लिखने में कुछ त्रुटि हो जाए तो मैं क्षमाप्राथी हुं।
मैं जहा तक समझता हू की, ॐ शून्य है, और जो शून्य है, वही सबकुछ है, और जो सबकुछ है उसकी स्थान मैं/आप या स्वयं भगवान भी तय नहीं कर सकते।
वेदों को लिखने वालें जो ब्राह्मण हुए वो अपनी दृष्टिगोचर रूपी अंतरात्मा की दृष्टि से शब्दों की खूबसूरती ॐ के साथ लिखी है, और जो लिखी है उसे हम एक परिभाषा से परिभाषित नही कर सकते, क्योंकि ॐ स्वयं में शून्य भी हैं और स्वयं में पूरा ब्रह्मांड।
ये सुनिश्चित करना यथः संभव नहीं की, किसी मंत्र में ॐ कितनी बार लगेगा।
हा, अपनी अंतरात्मा की आवाज से आप अपनी अधरों पर ॐ की जाप जितनी बार चाहे उतनी बार कर सकते है।
और हा, ॐ कोई अक्षर नही जिसे किसी को दिया जा सके।
ॐ ही ब्रह्म है और ब्रह्म ही ॐ है !!
😊श्री राधे..!!
Kyonki sabhi mantro ka utpati om se hi huaa hai .om namak kamandal se sabhi mantra aaye hai 🙏
Om hi paramatma ki mukkhya naam hai.. aum kham bramha..
🙏🙏🙏🙏
मंत्र के हर एक शब्द को हाई Frequency ले जाने का कार्य ॐ करता है !
ॐ नमः शिवाय , ॐ गं गणपतये नमः , ॐ शांती शांती. सनातन धर्म की बहूत बडी खोज है ॐ ॐ ॐ ॐ
Love this very much. Thank you
Welcome 🙏
Hari om