Karna- As He Was | Part -1 | Karna vs Arjuna | Rashmi Shukla

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  • Опубликовано: 29 окт 2024

Комментарии • 993

  • @gojoflexunlimited
    @gojoflexunlimited Месяц назад +18

    ARJUN IS THE EXAMPLE OF EXCELLENCE
    AND
    KARN IS THE EXAMPLE OF KARMA

  • @SunitaKumari-qv4ge
    @SunitaKumari-qv4ge 2 месяца назад +56

    According to the tv serial masala Karan but according to the original Mahabharata Arjun was the best..

  • @AjitVishwakarmaji
    @AjitVishwakarmaji 2 месяца назад +41

    Mahanayak Arjuna 🗿💪🏻🏹🏹🏹🏹

  • @animestoryexplain424
    @animestoryexplain424 28 дней назад +1

    Mera favourite to hamesha Arjun hi rahega kyunki Karna chahe kitna bada yoddha kyun na ho lekin wo galat(adharmi Duryodhan) ke saath khada tha isiliye wo galat tha aur Arjun sahi, agar Karna ke saath galat hua bhi tab bhi usey koi haq nahi ki wo galat ke saath khada hojaye.

  • @mr.stranger8193
    @mr.stranger8193 Месяц назад +10

    Arjun ne mahadev ko मलयुध me apne bhujaao se tript kr diya tha nd Mahadev ne kaha tha unke siva aur koi dusra nahi hain to Arjun ko hara sake...❤❤❤

  • @arvind4486
    @arvind4486 Месяц назад +3

    आपको कोटि कोटि धन्यवाद देवी जो आपने बहुत अच्छे तरीके से वर्णन किए । अर्जुन और कर्ण में बस यही अंतर था । जो आपने बताया ।
    अर्जुन के पास इतने महाअस्त्र होते हुए भी उसका अपने मतलब और दुनिया में किसी जीवो को नुकसान न पहुंचे इसके लिए दुरुपियोग नही किया । मैंने अर्जुन के व्यक्तित्व को उसके बचपन से फॉलो करता हूं । मुझे अर्जुन बहुत पसंद है । कर्ण भी अच्छा है बस वो अधर्म को न देखते हुए अधर्म का साथ दिया ।

  • @gauravyogeshwar-8666
    @gauravyogeshwar-8666 2 месяца назад +15

    एक चीज़ जो अर्जुन .. को बाकी सबसे प्रिय एंड स्पेशल पात्र बनती है.. उनका भगवान कृष्ण के प्रति समर्पण, जैसे कि जब भगवान सोए होते हैं तो उनके सर के पास पे नही पैर के पास बैठाना । उनके लिए नारायणी सेना को ठुकरा देना, जबकि उन्होंने तो शस्त्र न उठाने की प्रतिज्ञा की थी । फिर गीता में ये कहना की मैं आपका शिष्य हूं आपकी शरण में आता हूं (शिष्यस्तेऽहं शाधि मां त्वां प्रपन्नम्।।2.7।।) और फिर चाहे पशुपतास्त्र पाने के लिए कई महीनों तक भगवान शिव को प्रसन्न करने लिए अत्यंत घोर तपस्या करना,और युद्ध से पूर्व भगवान श्री कृष्ण के आदेश पर मां दुर्गा की स्तुति कर उनके दर्शन तथा विजय का आर्शीवाद लेना। ।।जय श्री कृष्ण।।

  • @kru.007
    @kru.007 Месяц назад +6

    कर्ण ज्ञानी और वीर योद्धा थे । भीष्म पितामह परशुराम श्रीकृष्ण जिसकी प्रशंशा करे वो साधारण नहीं ही होते है ✅✨🎊

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад +1

      1. अर्जुन ने हमेशा 'उत्तम' बनने का प्रयास किया, हर दिन खुद को improve करने की कोशिश की
      जबकि करण ने हमेशा अर्जुन से प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या रखी जिससे वो केवल सक्षम बन पाया पर उत्तम means perfect कभी नही बन पाया।
      २. अगर हम scriptures पढ़े तो पाएंगे कि हर बार अर्जुन ने करण को कितनी आसानी से रणभूमि हो या रणकौशल धूल चटाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
      ३. करण ने भगवान परशुराम जी सेछल से विद्या प्राप्त की, तुम्हे लगता है वो विद्या सही समय पे कहीं काम आयेगी ???
      करण ने एक माता द्रौपदी के चीर हरण में न केवल भाग लिया बल्कि एक स्त्री का अपमान किया। क्या ये सही है? ?
      रही बात छल की, वीर अभिमन्यु के लिए षड्यंत्र में करण भी शामिल थे।
      "You reap what you sow"
      Hare Krishna

  • @IndraneelSarkar-127
    @IndraneelSarkar-127 Месяц назад +7

    यह जो आज के सीरियल और फिल्म कर्ण को महान बनाकर कमाई कमा रहे हैं पर वास्तविकता तो यह है की जिन्होंने महाभारत महाकाव्य की रचना की थी भगवान वेद व्यास जी उन्होंने कर्ण के चरित्र को महाकाव्य के शुरुवात में ही लिख दिया है🙏🏻
    "दुर्योधन काम-वासना से उत्पन्न एक महान वृक्ष है, कर्ण उसका तना है, शकुनि उसकी शाखाएँ हैं, दुःशासन प्रचुर फल-फूल है और बुद्धिहीन धृतराष्ट्र उसकी जड़ है।
    युधिष्ठिर धर्म से उत्पन्न एक महान वृक्ष है, अर्जुन उसका तना है, भीम उसकी शाखाएँ हैं, माद्री के दो पुत्र उसके प्रचुर फल-फूल हैं, और कृष्ण, ब्रह्मा और ब्राह्मण उसकी जड़ हैं।"
    अनुक्रमणिका पर्व- खंड एक

  • @RaviYadav-v8p3g
    @RaviYadav-v8p3g 2 месяца назад +35

    Arjun is the best warrior

  • @RajeshRai-od2rk
    @RajeshRai-od2rk Месяц назад +5

    Jiske Purn Bahubal ko Gandiv bhi nahi sambhal sakti thi jiska samana karane ka samarthya Devtao me bhi nahi tha aise Sabaysachi Mahabahu Arjun ki jai ho 🙏🙏🚩🚩

  • @Sameervalmiki-d6l
    @Sameervalmiki-d6l Месяц назад +7

    परशुराम का शिष्य खड़ा है बनके सूरज इस रण का हे पार्थ सुनो यह कणॅ नहीं यह रूद्र रूप है शंकर का राधे कणॅ 🔥

    • @swapnilmishra3537
      @swapnilmishra3537 Месяц назад

      Haha Mahabharat me arjun hi best tha Bhai pdh le jake ye rashmirathi ki fake bate Mt chep

  • @mis.apart.jorhat
    @mis.apart.jorhat 2 месяца назад +10

    Dwaparyug hero- Arjun and Kaliyug hero- Karna 👈 ghor kaliyug 🙏🙏 where is Krishna and Arjun 😢 we need you in kaliyug

  • @AjitVishwakarmaji
    @AjitVishwakarmaji 2 месяца назад +30

    Mahanayak Arjuna 🗿💪🏻💪🏻 Gudakesh mahabahu parantap

  • @kapil-nq5rl
    @kapil-nq5rl 2 месяца назад +11

    Hare Krishna mataji

  • @sujitkumarshaheta
    @sujitkumarshaheta 2 месяца назад +18

    हरी हरी ❤❤

  • @pavantiwari731
    @pavantiwari731 2 месяца назад +64

    Arjun was the best 🎉🎉

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +2

      @@pavantiwari731 Hare Krishna 🙏

    • @luciferaoi8188
      @luciferaoi8188 2 месяца назад +3

      Bilkul...dharma jaha Arjun waha

    • @Sigma01350
      @Sigma01350 2 месяца назад

      ​@@luciferaoi8188Pahar se ludak kar kaun mara ??
      Yad nhi a raha a raha uska nam.... Kya tha uska nam. Tumhe pata hai uska nam💀

    • @alokJaiswal-vn5qf
      @alokJaiswal-vn5qf 2 месяца назад

      ​@@KrsnaConsciousVibesनास्य शस्त्रं व्यर्थ याति पूर्वेषां च महारथः। नास्य हि विक्रमे तुल्यः पृथिव्यां विद्यते जनः ॥ अर्थ: कर्ण के द्वारा छोड़ा गया कोई भी शस्त्र कभी व्यर्थ नहीं जाता। वह महारथी है और युद्ध के मैदान में उसकी वीरता और शक्ति के समान कोई नहीं है। विश्लेषणः इस श्लोक में कर्ण की शक्ति और कौशल की सराहना की गई है। यह बताता है कि कर्ण युद्ध में अपार शक्ति और दक्षता रखते थे, और उनका हर शस्त्र अपने लक्ष्य को अवश्य भेदता था। उन्हें पृथ्वी पर युद्ध में अजेय योद्धा के रूप में देखा जाता था।
      2. दानवीरः कृतवीरः सत्यवाक्यः प्रतापवान्। ऐश्वर्ये व समं कर्णं न पश्यामि पृथा कुले ॥ अर्थः कर्ण दानवीर, कृतवीर (कार्य करने वाला वीर), सत्यव्रती, और प्रतापवान था। पृथ्वी पर ऐश्वर्य में उनके समान कोई दूसरा नहीं था। विश्लेषणः यह श्लोक कर्ण की उदारता, सच्चाई, और पराक्रम का वर्णन करता है। कर्ण को दानवीर के रूप में जाना जाता था, जो अपने शत्रुओं को भी दान देने से नहीं हिचकिचाते थे। उनकी वीरता और ऐश्वर्य का कोई सानी नहीं था।
      3. कर्णो विक्रमसंयुक्तो नास्य तुल्यः पृथा कुले। अस्ति यो योद्धृत्यां हि शत्रुवशं नयेत् ॥ अर्थ: कर्ण विक्रम से संपन्न था और पृथा (पृथ्वी) पर उसके समान कोई दूसरा योद्धा नहीं था, जो अपने शत्रुओं को पराजित कर सके। विश्लेषणः इस श्लोक में कर्ण की अद्वितीयता और शक्ति का वर्णन है। यह बताता है कि युद्ध के क्षेत्र में
      कर्ण के बराबर का कोई योद्धा नहीं था। उनका
      साहस और युद्ध कौशल उन्हें अत्यंत शक्तिशाली योद्धा बनाता था। 4. कर्मण्यकौशलमिदं कर्णस्येति मया श्रुतम्। व्रणेऽपि च न विप्राणि रणोऽप्यस्य न दुस्तरः ॥ अर्थ: मैंने सुना है कि कर्ण की युद्ध में अद्वितीय दक्षता है। वह घाव से भी विचलित नहीं होता और रणभूमि में कोई भी उसे आसानी से पराजित नहीं कर सकता।
      विश्लेषणः इस श्लोक में कर्ण की अद्वितीय युद्ध क्षमता की प्रशंसा की गई है। यह बताता है कि कर्ण युद्ध में घायल होने पर भी नहीं झुकते थे, और उनका सामना करना किसी के लिए भी आसान नहीं था। 5. निहत्यानि हतं सर्वं राजानं कर्णनायकम्। न शक्यं केनचिन्मयें कर्तुं यद्धि कृतं त्वया ॥ अर्थः जिस प्रकार कर्ण ने युद्ध में विजय प्राप्त की और शत्रुओं को पराजित किया, वैसा किसी और मानव के लिए करना संभव नहीं है। 6. अद्यापि च मया ज्ञातं कर्णं योद्धारमुत्तमम्। यस्य वीर्येण बलिना नित्यं सर्वे नश्च यस्यति ॥ अर्थः आज भी मुझे यह ज्ञात हुआ है कि कर्ण एक सर्वोत्तम योद्धा है, जिसकी वीरता और शक्ति के कारण सभी उसके सामने झुकते हैं। 7. कर्णस्य बलवृत्तं च सदा सत्ववतः प्रिये। नान्यः कर्णसमः पुमान् विद्यते रणमूर्धनि ॥ अर्थ: कर्ण के बल और साहस की कोई सीमा नहीं है।
      रणभूमि में कर्ण के समान कोर्ड परुष नहीं है।

    • @Zeroman10
      @Zeroman10 2 месяца назад +4

      @@Sigma01350ye log serial ke gyaani hai 😂. Arjun lost to some foot soldier lol.

  • @dennisgeorge4924
    @dennisgeorge4924 2 месяца назад +6

    Lord Krishna says Arjun will get only one opportunity to kill Karn when his curses will act. Krishna says he will signal Arjuna at that and also says that it is almost impossible to kill Karna when he has weapons in his hands. So,here Lord Krishna considered Karna to be superior warrior to Arjuna.

    • @vibekpradhan3494
      @vibekpradhan3494 2 месяца назад

      Ghanta Virat yudh m kya hua tha bhagoda ko

    • @vibekpradhan3494
      @vibekpradhan3494 2 месяца назад

      Tab Krishna bhi nh the

    • @manotoshroy3022
      @manotoshroy3022 2 месяца назад

      Right

    • @strife49
      @strife49 Месяц назад

      krishna said this to arjun ”The Sun himself may fall down from his place, the Earth herself maysplit into a 1,000 fragments; fire itself may become cold. Still Karna will not be able to slay u, O Dhananjaya!
      (karna parva section 87)

    • @strife49
      @strife49 Месяц назад

      @@vibekpradhan3494 ulta hua tha bhai krishna said this to arjun ”The Sun himself may fall down from his place, the Earth herself maysplit into a 1,000 fragments; fire itself may become cold. Still Karna will not be able to slay u, O Dhananjaya!
      (karna parva section 87)

  • @niteshmahto2615
    @niteshmahto2615 Месяц назад +3

    Karan kuchh nhi tha sirf masala diya gya hai episode me shastra ka study kro

  • @Kajal_parmar
    @Kajal_parmar 2 месяца назад +6

    Hare krishna mataji
    Amazing videooo❤❤❤❤❤ thankyou for giving your precious time and you made this video ❤❤ to give us knowledge about karna and arjuna story.
    You're enlighting our brains and heart with this wonderful knowledge ❤👏👏

  • @SamS-lr5ub
    @SamS-lr5ub Месяц назад +1

    Karna vs Arjuna? Who was the greater warrior? How can we decide? Let us work it out logically.
    To begin with, there can be no comparison between the disciples of Parashurama and the disciples of Dronacharya. Parashurama taught for the love of teaching, whereas Dronacharya taught for money, so any rich king/prince/nobleman could become his disciple. Talent and aptitude took a back seat, if they mattered at all.
    Just look at the logistics, and the picture becomes clear. Parashurama only had a few disciples at any point of time, whereas, Dronacharya, like a good businessman, ran a large establishment (ashrama) with at least 110 disciples (5 Pandavas + 100 Kaurarvas + Ashwathama + several other princes/kings from all over Aryavrata). If he loved Arjuna most of all, this was at least partly based on his very successful business strategy for becoming the foremost martial arts teacher in the region.
    In any case, how much time and personal attention could he have given Arjuna, in a class of 110+ students? He couldn't simply ignore all the others, could he? And being an excellent businessman, he always worked on the principle of extending the dependency of his clients on himself for as long as possible. Consequently, he never taught Arjuna all he knew, whereas Parashurama, prompted only by his love for teaching deserving disciples, was always ready to give 100% of his knowledge to his disciples.
    To sum up, Karna was the son of a god just like Arjuna, had at least as much martial aptitude as him, quite possibly a greater determination to prove his worth to the world (because of all the discrimination and injustice he continually faced), a far better quality of martial education, an impenetrable armour, and also a bow (Vijaya) that made him invincible, all at the same time. It is even said that he embodied the martial prowess of all the Pandavas put together.
    Where, then, is the question of his being inferior to Arjuna? No wonder Lord Krishna praised him so much, to Arjuna's consternation. Another, crucial, point here is that being the greatest ARCHER does not automatically equate to being the greatest WARRIOR. He who has the greatest skill/knowledge/capacity in archery can be the greatest ARCHER. But to win a war, he would need a great deal more - specialized weapons and equipment and techniques that his opponents lack, both offensive and defensive. Plus expertise/experience in various vidyas/siddhis/mayas/combat strategies, formations etc.
    No doubt Arjuna was a highly skilled archer and a great fighter to boot, but he acutely lacked the extra-special skills/weapons/equipment/specialized knowledge needed to win wars against his rivals (at least until the time he obtained the Pashupata missile and other weapons from Indra). Until then, he couldn't really aspire to become the greatest WARRIOR of HIS time, let alone of all times. In any case, the rivalry between Indra and Surya, and consequently their sons, has been ongoing since Ramayana times. In both avataras, the Lord sided with the weaker one - His devotee, the one on dharma's side - and made him win against the odds.

    • @strife49
      @strife49 Месяц назад

      1. Virat war: Arjuna singlehandedly defeated all kaurava warriors including Karna (thrice), Bhishma and Drona and destroyed the entire kuru army alone to save the Matsya kingdom (refer Virata Parvam in Authentic Mahabharat eg: BORI CE)
      2. Fight with Gandharvas: Karna was defeated by Gandharva king Chithrasena, captured Duryodhana and Karna fled away. But Arjuna alone defeated Chithrasena and released Duryodhana
      3. Panchal war: Karna was defeated along with other Kauravas by Drupada; Arjun defeated and captured Drupada
      4. At Draupadi Swayamvar: Karna fought with Arjun but was defeated by Arjun and Karna retreated.
      5. Mahabharat war day 14: Arjuna slaughtered the Kaurava army and defeated Karna and Drona while hunting for Jayadratha. Nobody could stand against him on that day. He destroyed 7 akshauhinis that day (refer wikipedia Drona parva)
      Who is better:
      1. Abhimanyu's death: Abhimanyu defeated Karna many times during the war and he was invincible for anyone so he along with 7 other warriors through betrayal jointly attacked him like a coward. But on 17th day Arjun challenged the entire army to protect Karna's son Vrishsena and killed him in front of Karna in one-to-one battle.
      2. Arjuna was ambidextrous: He was the only warrior who could use both right and left hand for using weapon
      3. Arjuna could aim and shoot upto many kilometers even during night
      4. Arjuna was the only warrior to wield the mighty Pashupatastra in dwapara yuga, which could
      destroy the entire cosmos; the only warrior to fight Lord Shiva and impress him. If you read Kirata parva, Lord Shiva said, that no one except him and lord Vishnu from all the three worlds could defeat
      Arjuna
      5. Arjuna was the only warrior who knew all the five tatvas of Archery(fifth one is the ability to give back life)
      6. Dhanur Veda, the holy scripture of archery starts by praising lord Shiva, lord Rama and Arjuna
      7. Arjuna singlehandedly killed 30 million Nivatakavachas and Kalakeyas whom even Ravan couldn't defeat
      8. Arjuna was Nara, the partial incarnation of lord Vishnu himself.

  • @riturajdutta1815
    @riturajdutta1815 2 месяца назад +29

    Karna❤

  • @avijitsamanta-sz9gf
    @avijitsamanta-sz9gf Месяц назад +1

    Kaha gyea karan fan

  • @Flicky_flub
    @Flicky_flub 2 месяца назад +6

    If arjun was more powerful than what was the logic behind abducting kavach kundal , why didn't shree Krishna left the kavach with karna to fight with the battle ❓❓❓❓

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +2

      Hare Krishna 🙏
      Kavach Kundala were taken away by Indra not by Lord Krishna, and Indra being father of Arjuna was anxious about Arjuna. But ultimately, whatever happened was the will of the Supreme Lord.
      Krishna alone could have killed all during the Mahabharat war, but He wanted to establish Pandavas (who were pious and His devotees), and annihilate the demons with all sinful activities.

    • @Flicky_flub
      @Flicky_flub 2 месяца назад +2

      @@KrsnaConsciousVibes read bori ce, when gatoth kach dies ,shree Krishna explained arjun that he is the main reason behind abduction of kavah kundal , eklavyas finger cutting and know gatothkach death

    • @manotoshroy3022
      @manotoshroy3022 2 месяца назад

      Right ​@@prideandprejudice9156

    • @shreyashraja9394
      @shreyashraja9394 2 месяца назад +3

      ​@@prideandprejudice9156more logical knowledge is that using dev ansh in the battle of mortals is unfair. It was ansh of surya dev not mahadev or vishnu. Arjun was able to counter it with pashupatastra or vaishnavastra. But it could have brought insolence to surya dev, similarly use of vasavi shakti on ghatotkach was also necessary as if arjun had countered it with pashupatastra or vaishnavastra ( clearly pashupatastra and vaishnavastra have no counter other than these 2 weapons itself) it could have brought insolence to indra as he gave vashavi sakti as infallible.
      And if your only dominant ability that gives you edge above your competitor is kawach and kundal gifted by gods without any penance or anything in return, then how can anyone say he is better than arjun.

    • @prideandprejudice9156
      @prideandprejudice9156 2 месяца назад

      @@shreyashraja9394 i think arjuna and karna are equals pretty much in the... Warrior range and abilities.... No doubt arjuna had the better personality among the two... I think may be drona some what stronger than arjuna.... His performance against arjuna on the 14th day was amazing.. What u think

  • @niteshmahto2615
    @niteshmahto2615 Месяц назад +2

    Arjun ke samne Karan bchacha tha

  • @cybergame074
    @cybergame074 2 месяца назад +6

    Mam karna ke chele aayenge aur bolenege ye fake hai karna hi yodha thaa unhe bass tv seriel wala karna acha lagta hai 😂

  • @nomadicsaurabh5829
    @nomadicsaurabh5829 Месяц назад

    Ye book maharshi vedvyas jine jo likhi hai milegi kaise can you plz suggest me how to purchase and where .

  • @MahabharatEditz_44
    @MahabharatEditz_44 2 месяца назад +3

    Arjun is the best❤❤❤❤

  • @pramitbiswas8772
    @pramitbiswas8772 Месяц назад +1

    Hare Krishna 🙏🏻. May God bless you.
    I am so proud to see youngsters having so much interest in our Indian culture.
    Keep it up.

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  Месяц назад +1

      @pramitbiswas8772 The youngsters should understand the History as it was not as understood by so called modern authors who have manipulated the baseline story and misrepresented it's characters. They must know dharma.
      Hare Krishna 🙏

    • @pramitbiswas8772
      @pramitbiswas8772 Месяц назад +1

      @@KrsnaConsciousVibes I also loved the fact that you called these epics as history. Most people think Mahabharat and Ramayana are myth but they fail to realise that those are 'itihasa'.

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  Месяц назад +1

      @@pramitbiswas8772 If Mahabharat is a myth then all other scriptures of the world must also be myth. They also talk about heaven and hell, God's, Angels etc. They must also be myth.
      Actually Ramayana and Mahabharata are the glorious History of India. Mahabharat and Ramayan are not mythology. One must try to understand this fact by reading Bhagavadgita.
      Hare Krishna 🙏

    • @pramitbiswas8772
      @pramitbiswas8772 Месяц назад

      @@KrsnaConsciousVibes I am also reading Bhagvat Gita.
      Hare Krishna.

  • @shieeramdl2835
    @shieeramdl2835 Месяц назад +7

    आपको कंपेयर करते नहीं आता दानवीर कर्ण ही सर्वश्रेष्ठ योद्धा थे❤ उनके जीवन के संघर्ष को जानो

    • @meet4126
      @meet4126 Месяц назад +1

      Seriyal mai hai uska

    • @shieeramdl2835
      @shieeramdl2835 Месяц назад

      @@meet4126 हकीकत में तो किसी ने भी नहीं देखा ना तूने और ना मैंने

    • @strife49
      @strife49 Месяц назад +1

      @@shieeramdl2835 vidur ki zindagi me bhi bahut sangharsh tha aur keechak bhi sutputra the woh kyu nhi pasand apko ?

  • @Nilejadhav
    @Nilejadhav Месяц назад +2

    Jo sach ka saath deta hai wahi mahan hota hai... bhagawan to khud Arjun ke saath the...jiske Rath ke Sarthi swayam bhagwan ho wahi bahut badha yodha hai....🔥🔥🔥

  • @alokJaiswal-vn5qf
    @alokJaiswal-vn5qf 2 месяца назад +10

    नास्य शस्त्रं व्यर्थ याति पूर्वेषां च महारथः। नास्य हि विक्रमे तुल्यः पृथिव्यां विद्यते जनः ॥ अर्थ: कर्ण के द्वारा छोड़ा गया कोई भी शस्त्र कभी व्यर्थ नहीं जाता। वह महारथी है और युद्ध के मैदान में उसकी वीरता और शक्ति के समान कोई नहीं है। विश्लेषणः इस श्लोक में कर्ण की शक्ति और कौशल की सराहना की गई है। यह बताता है कि कर्ण युद्ध में अपार शक्ति और दक्षता रखते थे, और उनका हर शस्त्र अपने लक्ष्य को अवश्य भेदता था। उन्हें पृथ्वी पर युद्ध में अजेय योद्धा के रूप में देखा जाता था।
    2. दानवीरः कृतवीरः सत्यवाक्यः प्रतापवान्। ऐश्वर्ये व समं कर्णं न पश्यामि पृथा कुले ॥ अर्थः कर्ण दानवीर, कृतवीर (कार्य करने वाला वीर), सत्यव्रती, और प्रतापवान था। पृथ्वी पर ऐश्वर्य में उनके समान कोई दूसरा नहीं था। विश्लेषणः यह श्लोक कर्ण की उदारता, सच्चाई, और पराक्रम का वर्णन करता है। कर्ण को दानवीर के रूप में जाना जाता था, जो अपने शत्रुओं को भी दान देने से नहीं हिचकिचाते थे। उनकी वीरता और ऐश्वर्य का कोई सानी नहीं था।
    3. कर्णो विक्रमसंयुक्तो नास्य तुल्यः पृथा कुले। अस्ति यो योद्धृत्यां हि शत्रुवशं नयेत् ॥ अर्थ: कर्ण विक्रम से संपन्न था और पृथा (पृथ्वी) पर उसके समान कोई दूसरा योद्धा नहीं था, जो अपने शत्रुओं को पराजित कर सके। विश्लेषणः इस श्लोक में कर्ण की अद्वितीयता और शक्ति का वर्णन है। यह बताता है कि युद्ध के क्षेत्र में
    कर्ण के बराबर का कोई योद्धा नहीं था। उनका
    साहस और युद्ध कौशल उन्हें अत्यंत शक्तिशाली योद्धा बनाता था। 4. कर्मण्यकौशलमिदं कर्णस्येति मया श्रुतम्। व्रणेऽपि च न विप्राणि रणोऽप्यस्य न दुस्तरः ॥ अर्थ: मैंने सुना है कि कर्ण की युद्ध में अद्वितीय दक्षता है। वह घाव से भी विचलित नहीं होता और रणभूमि में कोई भी उसे आसानी से पराजित नहीं कर सकता।
    विश्लेषणः इस श्लोक में कर्ण की अद्वितीय युद्ध क्षमता की प्रशंसा की गई है। यह बताता है कि कर्ण युद्ध में घायल होने पर भी नहीं झुकते थे, और उनका सामना करना किसी के लिए भी आसान नहीं था। 5. निहत्यानि हतं सर्वं राजानं कर्णनायकम्। न शक्यं केनचिन्मयें कर्तुं यद्धि कृतं त्वया ॥ अर्थः जिस प्रकार कर्ण ने युद्ध में विजय प्राप्त की और शत्रुओं को पराजित किया, वैसा किसी और मानव के लिए करना संभव नहीं है। 6. अद्यापि च मया ज्ञातं कर्णं योद्धारमुत्तमम्। यस्य वीर्येण बलिना नित्यं सर्वे नश्च यस्यति ॥ अर्थः आज भी मुझे यह ज्ञात हुआ है कि कर्ण एक सर्वोत्तम योद्धा है, जिसकी वीरता और शक्ति के कारण सभी उसके सामने झुकते हैं। 7. कर्णस्य बलवृत्तं च सदा सत्ववतः प्रिये। नान्यः कर्णसमः पुमान् विद्यते रणमूर्धनि ॥ अर्थ: कर्ण के बल और साहस की कोई सीमा नहीं है।
    रणभूमि में कर्ण के समान कोर्ड परुष नहीं है।

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +3

      हरे कृष्ण 🙏
      निश्चित रूप से कर्ण महान् धनुर्धर थे। उनमें योग्यता थी, भगवान कृष्ण ने भी उनकी प्रशंसा की है। वास्तव में सारी योग्यता भगवान से ही मिलती है जिसका उपयोग हमें अच्छे कार्यों में करना चाहिए जिससे सबका भला हो।
      यदि किसी योग्यता को सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जाता है तो वो किसी काम की नही होती बल्कि अपने ही विनाश का कारण बन जाती है। भगवान कर्ण के द्वारा हमें ये शिक्षा दे रहे हैं।
      कर्ण की योग्यता का गुणगान करने के बाद भी सम्पूर्ण सृष्टि के स्वामी अर्जुन के रथ के सारथी बने रहे और उनकी हर प्रकार से सहायता की। जिनसे सारी योग्यताएं आ रही हैं वे अर्जुन के साथ थे।
      तो अगर आप ये मान भी लो कि अर्जुन कर्ण से कम योग्य थे (जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं था, हमनें श्लोकों के साथ बताया है कि कर्ण को कितनी बार हराया है अर्जुन ने), फिर भी अर्जुन ही महान् थे क्योंकि भगवान श्री कृष्ण उनका साथ दे रहे थे। भगवान श्री कृष्ण ने कर्ण को भी समझने का प्रयास किया था लेकिन वो नहीं माने। उनके लिए भगवान के आदेश से ज्यादा जरूरी उनके अपने विचार थे। परिणाम सब जानते हैं, कोन विजयी हुआ और कौन परस्त।
      हरे कृष्ण 🙏
      हरे कृष्ण 🙏

    • @alokJaiswal-vn5qf
      @alokJaiswal-vn5qf Месяц назад

      @@KrsnaConsciousVibes wahi to fair fight me kabhi Arjun karn ko harya nhi ar aap Arjun fan ho isliye bl rha agar granth padhe ho to itna pta hga bhale karn adharm ke pakch me tha but karn Arjun se jyda saktisali tha wo seam bhagwan parshuram ji ka sishya tha jinhone apna sara Astra karn ko diya tha jo dronacharya ko bhi nhi diya tha ar bhagman pasuram ji ke pass mahadev ka sara Astra tha agar karn ko fair fight me harya Jaa skta to chal karna hi nhi padta jay shree krishna ❤️❤️

  • @KAIKI2894AD
    @KAIKI2894AD Месяц назад +4

    I love karn❤❤❤❤

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад

      1. अर्जुन ने हमेशा 'उत्तम' बनने का प्रयास किया, हर दिन खुद को improve करने की कोशिश की
      जबकि करण ने हमेशा अर्जुन से प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या रखी जिससे वो केवल सक्षम बन पाया पर उत्तम means perfect कभी नही बन पाया।
      २. अगर हम scriptures पढ़े तो पाएंगे कि हर बार अर्जुन ने करण को कितनी आसानी से रणभूमि हो या रणकौशल धूल चटाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
      ३. करण ने भगवान परशुराम जी सेछल से विद्या प्राप्त की, तुम्हे लगता है वो विद्या सही समय पे कहीं काम आयेगी ???
      करण ने एक माता द्रौपदी के चीर हरण में न केवल भाग लिया बल्कि एक स्त्री का अपमान किया। क्या ये सही है? ?
      रही बात छल की, वीर अभिमन्यु के लिए षड्यंत्र में करण भी शामिल थे।
      "You reap what you sow"
      Hare Krishna

    • @KrishnaTheAlmighty
      @KrishnaTheAlmighty Месяц назад

      Tera pita mata tumko Koi sanskar diya kya.
      Daru pk a comment kar diya kya.

  • @harshalsuryawanshi6978
    @harshalsuryawanshi6978 Месяц назад +1

    अर्जुन.......🙏🙏🙏🌺🌺🌺

  • @RadheBheel-z6v
    @RadheBheel-z6v 2 месяца назад +5

    Arjun ki tulna Karan se karna paap h jaise Shri Ram ko Ravan se tulna krna h😢.Shri Arjun Suweyam Narayan hain.

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +3

      Hare Krishna 🙏
      Arjuna is not Narayana. He is Nar.

    • @nomadicsaurabh5829
      @nomadicsaurabh5829 Месяц назад

      Comparison karna 😅paap nhi manna pap hai galat ka sath dena pap hai sikhna pap nhi hai janab jiski baat kar rhe wo to bhut powerful tha but kitna bhi ho galat hai to mara jayega aur ye sab bs examples the ramayana aur mahabharata ki insaane ko gande acharan aur negativity kabhi laani nhi chahiye chahe kitna bhi spiritual ho ya powerful.

  • @susanofficial6388
    @susanofficial6388 Месяц назад +1

    Totally agree 👍

  • @Kamalkumar9871-d4s
    @Kamalkumar9871-d4s 2 месяца назад +6

    Hare Krishna Mata ji dhanvat pranam 🙏🏻🙇🏻🙌🏻
    So wonderful explanation ✨

  • @August00029
    @August00029 2 месяца назад +1

    Karn is best 🙏🙏

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 2 месяца назад

      Hero is not all about warrior,its also about personality,Arjun had a best personality and great heart ,,karna was a good worried but karna disrespect women,always run for fame and support the wrong, i know duryadhan was his friend but friendship is not about supporting the wrong its also about correct their mistake.

  • @himanshikumari6885
    @himanshikumari6885 2 месяца назад +5

    Wonderful explanation mataji.. harekrishna 🙏❤️, aage bhi margdarshan dete rahiye.. aapke ye chote chote efforts, mujhe motivate karte hai.. thankyou mataji 😊

  • @maheshSahu-ph2yj
    @maheshSahu-ph2yj Месяц назад +1

    I like your statement. Thank you

  • @GlendaTurkowitsch
    @GlendaTurkowitsch 2 месяца назад +4

    Karan ❤

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 2 месяца назад

      Hero is not all about warrior,its also about personality,Arjun had a best personality and great heart ,,karna was a good worried but karna disrespect women,always run for fame and support the wrong, i know duryadhan was his friend but friendship is not about supporting the wrong its also about correct their mistake.

  • @ramprabeshyadav57
    @ramprabeshyadav57 Месяц назад +1

    बहुत अछा कहा आपने

  • @saffronise_sanatan
    @saffronise_sanatan Месяц назад +6

    कर्ण पर्व अध्याय 79
    कर्ण शल्य से कहता है
    भयं मे वै जायते साध्वसं च दृष्ट्वा कृष्णावेकरथे समेतौ ।। ६६ ।। अतीव पार्थो युधि कार्मुकिभ्यो नारायणश्चाप्रति चक्रयुद्धे ।
    एवंविधौ पाण्डववासुदेवौ चलेत् स्वदेशाद्धिमवान् न कृष्णौ ।। ६७ ।।
    श्रीकृष्ण और अर्जुनको एक रथपर मिले हुए देखकर मुझे बड़ा भय लगता है, मेरा हृदय घबरा उठता है। अर्जुन युद्धमें समस्त धनुर्धरोंसे बढ़कर हैं और नारायणस्वरूप भगवान् श्रीकृष्ण भी चक्र-युद्धमें अपना सानी नहीं रखते। पाण्डुपुत्र अर्जुन और वसुदेवनन्दन श्रीकृष्ण दोनों ऐसे ही पराक्रमी हैं। हिमालय भले ही अपने स्थानसे हट जाय;
    किंतु दोनों कृष्ण अपनी मर्यादासे विचलित नहीं हो सकते ।।

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад +1

      1. अर्जुन ने हमेशा 'उत्तम' बनने का प्रयास किया, हर दिन खुद को improve करने की कोशिश की
      जबकि करण ने हमेशा अर्जुन से प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या रखी जिससे वो केवल सक्षम बन पाया पर उत्तम means perfect कभी नही बन पाया।
      २. अगर हम scriptures पढ़े तो पाएंगे कि हर बार अर्जुन ने करण को कितनी आसानी से रणभूमि हो या रणकौशल धूल चटाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
      ३. करण ने भगवान परशुराम जी सेछल से विद्या प्राप्त की, तुम्हे लगता है वो विद्या सही समय पे कहीं काम आयेगी ???
      करण ने एक माता द्रौपदी के चीर हरण में न केवल भाग लिया बल्कि एक स्त्री का अपमान किया। क्या ये सही है? ?
      रही बात छल की, वीर अभिमन्यु के लिए षड्यंत्र में करण भी शामिल थे।
      "You reap what you sow"
      Hare Krishna

  • @avijitsamanta-sz9gf
    @avijitsamanta-sz9gf Месяц назад +1

    Always Arjun❤❤

  • @DhoniDhoni-qz7fl
    @DhoniDhoni-qz7fl 2 месяца назад +9

    The king 👑 of dhanurdhar Karn

    • @Sigma01350
      @Sigma01350 2 месяца назад

      The greatest warrior of Mahabharat Surya putra Karna🚩🚩🗿

    • @Sykkihc24
      @Sykkihc24 2 месяца назад

      Sony putra tv serial karna

    • @YogeshChauhan30323
      @YogeshChauhan30323 2 месяца назад +5

      Abe itne facts jaan ke bhi karn ko mahan samajh rahe ho.andhabhakti ke last stage pe ho tum log 😂

    • @vibekpradhan3494
      @vibekpradhan3494 2 месяца назад

      Bhagoda karna 😂😂😂😂

    • @knowledgeconsumer1289
      @knowledgeconsumer1289 2 месяца назад +1

      ​@@Sigma01350tere bolne nahi hoga munna😂

  • @manmohangadariya8489
    @manmohangadariya8489 Месяц назад +1

    Arjun was better personality compare to Karna. Our close friend decides nature. Karna disrespected Droupati, Vidur and Bhisma, but Arjun even respected even his cosin like Krishna who scolded Arjun many times even both has same age. I don't know who has better fighting skills.

  • @mohnishdevda8435
    @mohnishdevda8435 2 месяца назад +3

    Aapko bahut bahut dhanyawad Sahi gyaan aur jaankari dene ke liye..jin logo ko sirf serial ka gyaan h unhe yeh avashya dekhna chahiye...🙏jai shree krishna..

  • @skilltopguide9738
    @skilltopguide9738 Месяц назад +1

    Here are the realities and prove from Mahabharat ( KMG & Gita Press [ Vyas Dev] ) and still you have no argument / comment on this section.
    1. On 17th day Arjun was defeated 3 times by Karna & reached almost near to death situation but he was saved by 3 different ways as given below. Bheem, Satyki, Dristadumana, Yudhisthir, Nakul, Sahadeb, Sikhandi also were defeated by KARNA Multiple times.
    1.A. On 17th day Karna cut Arjun's Gandiv’s strings 11 times, but Gandivs had 100 strings, Karna did not know that. Every time Arjun was attaching just a new string end on the other side of his bow end but not the previous one. It was not a really tough matter for anyone if he got a pre arranged bow like that. It was the reality & the mystery. It means Arjun just took the advantage of his celestial bow which has too much multiple strings. It means if Gandiv had only one string then Arjun was killed by Karna for next ten times. But no needed of ten times, Arjun had only one head and only because of 100 strings in Gandiv Arjun was survived - proved. So obviously it was the sure defeating of Arjuna. -
    proved from KMG (Vyas Mahabharata.) Karna Parva -Day 17 - Section LXXXIX
    & from Gita Press.
    1.B. After some time again Arjuna was failure to measure the speed of ‘Avimantrit SharpaMukhi Van’. Karna had more than one SharpaMukhi van. That arrow was the sure death of Arjuna actually but Krishna saved him.
    The speed of the arrow was controlled by Karna's Mantra mixed with his tremendous accurateness with throwing power. Arjun was not able at all to estimate the speed and power of that special arrow. So Krishna had to save Arjun. Krishna's technique brought the whole chariot in down position with Arjun and the arrow cut his crown instead of his head.
    But on the other side without the special arrow of Karna, Aswasen Nag had not the enough speed and power so he was killed when he tried alone. That entire incident proves, the credit to trapping Arjuna in sure death goes to Karna again. It was the 2nd 100% defeating of Arjuna. - Proved from KMG (Vyas Mahabharata.) Karna Parva -Day 17 - Section LXXXIX
    & the Gita Press also.
    1.C. In between all the general and all celestial weapons of Arjuna were destroyed by Karna, including 2 Brambhastra, those were destroyed by just general arrows of Karna. Although Karn’s chariot wheel was absorbed by the field of war so he was fighting without the advantage of a chariot. At the end of war Arjun was failure to protect himself from Karna’s special wind powered Arrow (Bayabiastra) and he became unconscious then Gandiv was fallen from his hand. Karna watched all, but his great idealism to not to hit or kill a unconscious person- saved Arjun’s life again. Obviously it was the 3rd 100% defeating of Arjuna. Then Karna kept his Bow on the chariot, jumped down and started to lift the wheel of his chariot.
    Proved from KMG (Vyas Mahabharata.) Karna Parva -Day 17 - Section LXXXIX and the Gita Press also.
    1.D After some time Arjun came back from the fainted situation and followed the advice of Krishna to use weapon against weaponless Karna. Krishna told Arjuna very clearly that “ It will not be possible for you to kill or defeat Karna, if Karna hold his Bow again.” So Arjun used weapon on weaponless Karna & who was engaged in completely different work. Arjun’s activity itself proves that Arjun understood that - ‘it was not possible to win on Karna if Karna take Bow again and start fight’, Obviously it was 4rth 100% defeating of Arjuna. His Previous three defeating were physically and this was mentally.
    Proved from KMG (Vyas Mahabharata.) Karna Parva -Day 17 - Section LXXXIX and the Gita Press also.

    • @vibekpradhan3494
      @vibekpradhan3494 Месяц назад

      Kuch bhi.....why are u sharing only feats of karna.
      Do share the whole story....

    • @skilltopguide9738
      @skilltopguide9738 Месяц назад

      @@vibekpradhan3494 Because Karna is the main & center character of the Mahabharata. Krishna told him 'Mahanayak' & he is the one & only character whom Krishna and Arjuna feared from the beginning to end, and both succumbed to him actually so Karna allowed them to kill himself illegally.

  • @AjitVishwakarmaji
    @AjitVishwakarmaji 2 месяца назад +6

    Sony Putra korona serial wale dur rhe 😂😂

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +2

      @@AjitVishwakarmaji 😄 Hare Krishna 🙏

    • @Sigma01350
      @Sigma01350 2 месяца назад

      @@AjitVishwakarmaji Swami Vivekananda and Adi Guru Shankaracharya supremacy 🗿

    • @AjitVishwakarmaji
      @AjitVishwakarmaji 2 месяца назад

      @@Sigma01350 kahana kya chahte ho

    • @Sigma01350
      @Sigma01350 2 месяца назад

      @@AjitVishwakarmaji They called Karna is the greatest warrior

    • @shubhammeshram3718
      @shubhammeshram3718 2 месяца назад

      Tu dur rah

  • @KAIKI2894AD
    @KAIKI2894AD Месяц назад +1

    Karn

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад

      1. अर्जुन ने हमेशा 'उत्तम' बनने का प्रयास किया, हर दिन खुद को improve करने की कोशिश की
      जबकि करण ने हमेशा अर्जुन से प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या रखी जिससे वो केवल सक्षम बन पाया पर उत्तम means perfect कभी नही बन पाया।
      २. अगर हम scriptures पढ़े तो पाएंगे कि हर बार अर्जुन ने करण को कितनी आसानी से रणभूमि हो या रणकौशल धूल चटाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
      ३. करण ने भगवान परशुराम जी सेछल से विद्या प्राप्त की, तुम्हे लगता है वो विद्या सही समय पे कहीं काम आयेगी ???
      करण ने एक माता द्रौपदी के चीर हरण में न केवल भाग लिया बल्कि एक स्त्री का अपमान किया। क्या ये सही है? ?
      रही बात छल की, वीर अभिमन्यु के लिए षड्यंत्र में करण भी शामिल थे।
      "You reap what you sow"
      Hare Krishna

  • @Komaltripathi_
    @Komaltripathi_ 2 месяца назад +3

    Very well explained mtji...

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад

      @@Komaltripathi_ Thank You. All Glories to Shrila Prabhupada 🙌

  • @mayankkumarsharma3762
    @mayankkumarsharma3762 Месяц назад +2

    Bhaiyuoo Arjun is great ye serial Wale par dyan mat dijiya ye masla dalthe hain pls read Mahabharata

  • @BHAKTIPRASD
    @BHAKTIPRASD 2 месяца назад +3

    Haribol❤

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад

      @@BHAKTIPRASD Hare Krishna 🙏 Pranaam Maharaj 🙇‍♀️

  • @urvashikumari3071
    @urvashikumari3071 2 месяца назад +2

    Hare krishna mata ji❤️ thankyou so much for this amazing video❤️ can't wait to see second part😍

  • @KAIKI2894AD
    @KAIKI2894AD Месяц назад +1

    Karn ka vijai danos hi

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад

      1. अर्जुन ने हमेशा 'उत्तम' बनने का प्रयास किया, हर दिन खुद को improve करने की कोशिश की
      जबकि करण ने हमेशा अर्जुन से प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या रखी जिससे वो केवल सक्षम बन पाया पर उत्तम means perfect कभी नही बन पाया।
      २. अगर हम scriptures पढ़े तो पाएंगे कि हर बार अर्जुन ने करण को कितनी आसानी से रणभूमि हो या रणकौशल धूल चटाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
      ३. करण ने भगवान परशुराम जी सेछल से विद्या प्राप्त की, तुम्हे लगता है वो विद्या सही समय पे कहीं काम आयेगी ???
      करण ने एक माता द्रौपदी के चीर हरण में न केवल भाग लिया बल्कि एक स्त्री का अपमान किया। क्या ये सही है? ?
      रही बात छल की, वीर अभिमन्यु के लिए षड्यंत्र में करण भी शामिल थे।
      "You reap what you sow"
      Hare Krishna

  • @saurabhsharma5115
    @saurabhsharma5115 2 месяца назад +3

    Shri Krishna ke Param Sakha Arjun.

  • @yaksharoopam606
    @yaksharoopam606 Месяц назад

    Arjuna is nara one of 24 Vishnu avatars. He is transcendental personality. Karna is a portion of devata/demigod Surya. Karna is nowhere near Arjuna.

  • @ManishKumar-wv6gy
    @ManishKumar-wv6gy Месяц назад +11

    Karna se bada yodha koi nahi hai na hi hoga I love the karna ❤❤

  • @nomadicsaurabh5829
    @nomadicsaurabh5829 Месяц назад +1

    Aapne to sab adhura hi btaya jab vasudev sath ho to fir kya unbalance hona powers me kyuki isiliye sath the no doubt arjuna is pure and kind hearted, respect to all his elders and deities. But karna to tha hi power full sab se wo isiliye liye mara gaya kyuki wo adharm ka sath de rha tha aur bhagwana krishna ne kai baar usse avasar diye ki dusri team me aa jao wo bhi badhahuaa tha apne vachano me aur ye sari rachna to svayam vasudev ki thi to na lagaye dimmag jyada samjh nhi aane wala wo yaha aaye the example dene sahi galat ka .

  • @ramakantaadhikari4800
    @ramakantaadhikari4800 2 месяца назад +3

    So what about ekalavya

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +1

      Hare Krishna 🙏 We will present the Eklavya incident and it's insights in a different video.

    • @motivate91rs
      @motivate91rs 2 месяца назад +1

      I think ..u don't know.....Arjun dono hathon se ek saman gati se teer chalana jantha tha ......eklavya ka ek hath ka angutha gaya tha ....dono hath ka nhi ......samjha Bhai......

  • @avijitsamanta-sz9gf
    @avijitsamanta-sz9gf Месяц назад +1

    Very good video

  • @savageentertainer6527
    @savageentertainer6527 2 месяца назад +3

    You tell me one simple thing, if Arjun was better warrior in comparison to other warriors in kurukshetra then why did God (Lord krishna) himself have to come to help Arjun and other Pandavs as well ?Why didn't Arjun finish this war alone without any help of lord Krishna lord Indra and lord Hanuman?Now I will teach you how to compare. To defeat that great warrior karn , Lord Krishna himself and Indra, the king of the gods and Hanuman, the king of the powers had to take Arjuna's side to beat just Karna 😂 . Three Gods were involved directly to beat Karna . And you still think he's better then Karn.And look at the other side, his armor ,which was his real power. His armor was also taken away by the god Indra and his divine weapon was also destroyed because of the curse.This means that Arjun had entered the battle with his full power and with the support of three Gods, whereas the karn is without his actual power, even with the half his real power he was entered in the battle .And you be honest with yourself, just imagine if Krishna, Hanuman, Indra were not with Arjun and And karn would enter the battle with his full power and his real strength then what would have happened to Arjun ?

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +1

      Hare Krishna 🙏
      Thank you for observing things very closely and now let's try to understand this in the same way. Lord is equal to everyone, but for those who are His devotees, He specially favours them (Bhakta vatsala).
      Krishna says in Bhagavadgita (Which is a part of Mahabharat- Bhishma Parva)- ये तु धर्मामृतमिदं यथोक्तं पर्युपासते ।
      श्रद्दधाना मत्परमा भक्तास्तेऽतीव मे प्रिया: ॥-12.20 (Those who follow this imperishable path of devotional service and who completely engage themselves with faith, making Me the supreme goal, are very, very dear to Me.)
      We see in Mahabharata that Lord Krishna always supported Pandavas. And Krishna is the Supreme Lord Himself. And the Supreme Lord always support His devotees. Hence proved that Pandavas were devotees of the Lord and that's how they always got a special favour by Him.
      On the other side, Karna having all strength, was not specially favoured by the Lord, that means He was not His devotee at all. Lord Krishna, being compassionate towards him, warned him, but Karna kept the evil side. He had his own principles superior than the Lord's instructions. Hence all power given to him was snatched away from him eventually.

    • @manotoshroy3022
      @manotoshroy3022 2 месяца назад

      You are 200% right ❤❤❤

    • @RajeshShetty-ui5ub
      @RajeshShetty-ui5ub Месяц назад

      If u read mahabharat u will find aswathama Drona bheesma and bhagaddta did maximum damage then karna in war .till karna was made commander he killed only gathokacha which was gifted by indra.on 17 day he fought a better war which was almost equal. Even then arjuna killed his brothers and his son in front of him

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  Месяц назад

      @@RajeshShetty-ui5ub To? Kehna kya chahte hain?

  • @RoshanBohara-v7h
    @RoshanBohara-v7h Месяц назад +2

    I have attitude like karna But vision is like krishna

  • @ManidevBhanu
    @ManidevBhanu 2 месяца назад +11

    Arjun me hajaro acchhe gun the. Dhanurvidya ki 5 vidhiya mahabharat kal me keval arjun hi janta tha. Mahabharat kal me keval Arjun hi aisa yodha tha jiske pass tridevo ke vinashkari astra brahmastra pashuatastra aur vaishnavastra tha. Ye Arjun ko sarvshreshth yodha banate hai.

    • @knowledgeconsumer1289
      @knowledgeconsumer1289 2 месяца назад

      Vaishnavastra ka koi mention nahi hai arjun pass wo bhagdutta ke pass tha

    • @shreyashraja9394
      @shreyashraja9394 2 месяца назад

      ​@@knowledgeconsumer1289bhisma kehte h ki arjun ke paas sare dev ke astra h including varuna yama agneya aindra brahma pashupati and vaishnavas. Narayanastra ko viphal krna krishna ne btaya tha ki surrender kro iska mtlb narayanastra to nhi tha.
      Lekin jb bhagdatta ne vaishnavastra chlaya aur krishna ji apne upr le liye tb arjun bole ki unhe iska counter pta tha tb krishna ne btaya ki ye astra unhone hi bhu devi ko diya narkasur ke liye

    • @knowledgeconsumer1289
      @knowledgeconsumer1289 2 месяца назад

      @@shreyashraja9394 iss tarah to ye bhi mention hai karn ne bhagwan se sabhi divyastra gyan lia tha aur dronacharya ko bhi bhagwan parshuram ne sabhi divyastra ka daan dia tha iska matlab inn dono ke pass bhi pashupatastra, vaishnavastra Narayanstra hai

    • @shreyashraja9394
      @shreyashraja9394 2 месяца назад

      @@knowledgeconsumer1289 karna ne kripa drona aur Parshuram se siksha li thi lekin arjun ne kripa drona aur sbhi dev, gandharv, yaksha, aur mahadev aur krishna se siksha li thi.
      Mahadev ne arjun se ye kaha tha
      "Neither the chief himself of the gods, nor Yama, nor the king of the Yakshas, nor Varuna, nor Vayu, knoweth it. How could men know anything of it? But, O son of Pritha, this weapon should not be hurled without adequate cause; " isi se pta chlta h ki sirf arjun ke paas tha.
      Aur narayanastra drona ko swayam vishnu ji ne diya tha Parshuram ne nhi

    • @shreyashraja9394
      @shreyashraja9394 2 месяца назад

      @@knowledgeconsumer1289 according to bhishma:- The weapons appertaining to Agni, Varuna, Soma, Vayu, and Vishnu, as also those appertaining to Indra, Pasupati, and Paramesthi, and those of Prajapati, Dhatri, Tashtri, Savitri, and Vivaswat, all these are known to Dhananjaya alone in this world of men! Apart from this, there is a mention that Krishna trained Arjuna.

  • @Freefireking-yj3lo
    @Freefireking-yj3lo Месяц назад +1

    Karn baithega mera brahmastra mai 😂. Arjun ko tou karn ne kabhi nahi haraya hai. Karn arjun k aage kuch nahi tha , hai or rahega. Ye ma islia bola ki karn ke fan ko bura lage. Main arjun ki tarah banna chahata hun , karn ki tarah darpok nahi. Arjun Arjun Arjun Arjun Arjun Arjun Arjun Arjun Arjun ..........................................................................................................................................................+ Infinitive

  • @vipinpathak2183
    @vipinpathak2183 2 месяца назад +8

    Hare Krishna dandvat pranam mataji

  • @himanshusingh7328
    @himanshusingh7328 Месяц назад +1

    are gadhi uchi jati aur nichi jati ki baat nhi hoti to arjun se yuddh k liye kyu use ang desh ka raja bnana pada

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  Месяц назад +1

      हरे कृष्ण 🙏
      आपको ये पता होना चाहिए कि वह रंगमंच की प्रतियोगिता कुरु वंश के राजकुमारों के बीच थी। कोई अचानक से आकर एक राजकुमार को challenge करेगा तो उससे उसके बारे में तो पूछा ही जाएगा न की कौन हो। और अर्जुन को challenge करना बड़ी बात थी और कर्ण के मन में ईर्ष्या थी अर्जुन के प्रति। इसलिए उनका कुल गोत्र पूछा था कृपाचार्य जी ने महामंत्री विदुर के कहने पर।
      दुर्योधन ने कर्ण को राजा बनाया था अपना उल्लू सीधा करने के लिए। और वो कोई दोस्ती नहीं थी, दुर्योधन ने राज्य देकर एक तरह से कर्ण को खरीद लिया था ये सभी जानते हैं।

  • @Komaltripathi_
    @Komaltripathi_ 2 месяца назад +4

    Hare Krishna mtji PAMHO

  • @MANOJMANDAL-o7c
    @MANOJMANDAL-o7c Месяц назад +1

    Next video

  • @ritikvarshney-ee5zy
    @ritikvarshney-ee5zy 2 месяца назад +5

    Krna real diamond my role model or mere jaise anek log jo midle class mai janam lete h unke liye karn ek inspiration se kam nhi

    • @mohnishdevda8435
      @mohnishdevda8435 2 месяца назад +2

      @@ritikvarshney-ee5zy karn middle class nhi tha..uske pita higher class ke the..

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 2 месяца назад +2

      Hero is not all about warrior,its also about personality,Arjun had a best personality and great heart ,,karna was a good worried but karna disrespect women,always run for fame and support the wrong, i know duryadhan was his friend but friendship is not about supporting the wrong its also about correct their mistake.

    • @mohnishdevda8435
      @mohnishdevda8435 2 месяца назад

      @@pankajdhiman4763 sahi kaha...👍

  • @Ramvikashjatav1
    @Ramvikashjatav1 Месяц назад

    कर्ण ने भीम को दो बार पराजित किया था और वह माता कुन्ती को वचन दिया अर्जुन के अलावा किसी भी पाण्डव को नहीं मारेगा आपने ये क्यों नहीं बताया mam ♥️ ❤️
    कर्ण जैसा होना अर्जुन की बात नहीं

  • @ROHITKUMAR-vh5qp
    @ROHITKUMAR-vh5qp 2 месяца назад +3

    jai shree krishna..subscribed channel..sri sri krishna gobind harey murari..gopal govardan dhari....

  • @halder9408
    @halder9408 2 месяца назад +2

    Modi ji is best🎉

  • @AdnanYousaf-zj9cc
    @AdnanYousaf-zj9cc 2 месяца назад +4

    Karan karan karan only karan❤❤❤

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад +1

      @@AdnanYousaf-zj9cc Hare Krishna 🙏

    • @urvashikumari3071
      @urvashikumari3071 2 месяца назад +3

      Arjun Arjun Arjun only arjun❤❤

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 2 месяца назад

      Hero is not all about warrior,its also about personality,Arjun had a best personality and great heart ,,karna was a good worried but karna disrespect women,always run for fame and support the wrong, i know duryadhan was his friend but friendship is not about supporting the wrong its also about correct their mistake.

  • @ManishKumar-eq1ou
    @ManishKumar-eq1ou Месяц назад +2

    अर्जुन फिर भी अर्जुन है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @Ramvikashjatav1
    @Ramvikashjatav1 Месяц назад +5

    अर्जुन महान थे तो कर्ण को छल से उनका कवच कुदाल क्यों लिया गया और उसे निहत्थे करने पर मारा गया तो बताओ भाईयो महान कौन था ❤❤❤❤

    • @aartigoswami5429
      @aartigoswami5429 Месяц назад

      Ved vyas ki mahabharat padho, clear ho jaega

    • @Ramvikashjatav1
      @Ramvikashjatav1 Месяц назад +1

      @@aartigoswami5429 aapne pada hai

    • @D_Eagle_gaming102
      @D_Eagle_gaming102 Месяц назад

      भाई एक तो करण इन पांडवों का बड़ा भाई था दूसरा कवच और कुंडल खोजो अस्त्र तोड़ता उसे स्वयं अर्जुन का भी badh हो जाता दूसरा कारण की माता कुंती ने भगवान श्री कृष्णा से यह मांगा था कि उनके बड़े पुत्र के साथ में उन्होंने अन्याय किया था उसको भगवान श्री कृष्णा ने महान बनाया जिससे के कुंती के हृदय को शांति मिली दूसरा भाई एक बात समझ लो की अर्जुन भगवान श्री कृष्णा का ही अंश था

    • @D_Eagle_gaming102
      @D_Eagle_gaming102 Месяц назад

      अर्जुन नर अवतार था और नर और नारायण भगवान विष्णु का के अंश थे

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  Месяц назад

      @@Ramvikashjatav1 Bhagvan kisi k sath chhal nhi karte hain. Karna ne aisa Abhimanyu k sath kia tha, jab wo Rath viheen the tab 4 maharathiyon ne unhe ghera tha jinme se ek Karn bhi the. To Bhagavan Krishna kisi k sath chhal nhi karte hain balki use uske karm k anusaar vaisa hi dand dete hain. Aur rhi baat nihatthe hone ki to jab Arjun Karna par teer chala rhe the tab Karna nihatthe nhi the, wo bhi teer chala rhe the. Wo sirf Rath par nhi the that's it. Come out of television zone.
      Hare Krishna 🙏

  • @mrssb3278
    @mrssb3278 Месяц назад +1

    Corona putra covid 19 spotted here😂😂😂

  • @ajayabehera5837
    @ajayabehera5837 2 месяца назад +3

    Karn shresth tha ya Arjun shresth tha ye toh gahan charcha ka bisay hai,par ye baat confirm hai ki khud karn ne apne aap ko Arjun se kamjor manta tha.
    Iss liye toh wo har bakt Arjun jitana saktisali ya phir usse behtar banne ka kosish kar raha tha.
    Arjun karn ke liye idel tha wo Arjun jaise feats ko achieve karna chahta tha.😂😂😂😂

  • @tushar_k.
    @tushar_k. 2 месяца назад +2

    As per Indian serial Karan was greatest even greater than Lord Krishna😂😂😂
    Hare Krishna 🙏

  • @KAIKI2894AD
    @KAIKI2894AD Месяц назад +2

    Arjun ki shat krisna and hanuman thee

  • @niteshmahto2615
    @niteshmahto2615 Месяц назад +1

    Only Arjun kisi me dm hai to debate kre hmse Pani pila denge

  • @anveshi_jain_live
    @anveshi_jain_live Месяц назад +1

    Aab Samjh Aaya - Aap Karn Ke Khilaaf Bol Ke Comments Aur View Lena Chahti Ho , Koi Bhi Advertising Buri Nhi Hoti 😮

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  Месяц назад

      Hare Krishna 🙏
      Karna k khilaaf ya Arjuna k paksha me hone ki baat hi nhi hai. Baat hai facts janne ki.
      Real me Mahabharat me kya hua aur kyon hua wo janna zaruri hai. Jisse ye clear ho sake ki Mahabharat kyon hui, uska aim kya tha aur ultimately Lord Krishna Hume kya sikhana chahte hain. That is the most important thing to understand.
      Hare Krishna 🙏

  • @pramitbiswas8772
    @pramitbiswas8772 Месяц назад +1

    Make an episode on akhand Brahmachari Bhishma Pitamah.

  • @Im.....introvert...
    @Im.....introvert... Месяц назад +1

    Arjun ❌ Support of supreme god and Nyay ✅
    At the end everything is god's lilaa.... No one is powerful or no one is powerless !

  • @skstartimlidance9078
    @skstartimlidance9078 Месяц назад +1

    Are pahle tu sikha prapt kar bade me dusare ko batana

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад

      1. अर्जुन ने हमेशा 'उत्तम' बनने का प्रयास किया, हर दिन खुद को improve करने की कोशिश की
      जबकि करण ने हमेशा अर्जुन से प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या रखी जिससे वो केवल सक्षम बन पाया पर उत्तम means perfect कभी नही बन पाया।
      २. अगर हम scriptures पढ़े तो पाएंगे कि हर बार अर्जुन ने करण को कितनी आसानी से रणभूमि हो या रणकौशल धूल चटाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
      ३. करण ने भगवान परशुराम जी सेछल से विद्या प्राप्त की, तुम्हे लगता है वो विद्या सही समय पे कहीं काम आयेगी ???
      करण ने एक माता द्रौपदी के चीर हरण में न केवल भाग लिया बल्कि एक स्त्री का अपमान किया। क्या ये सही है? ?
      रही बात छल की, वीर अभिमन्यु के लिए षड्यंत्र में करण भी शामिल थे।
      "You reap what you sow"
      Hare Krishna

  • @fununlimited2134
    @fununlimited2134 2 месяца назад +2

    Yeh problem suru esliye hua ki original mahabharat ved bysha ko jab alag writers ne anubad kiya wo 100% same nehi hai isme thoda bahut change kardiya gaya hai

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  2 месяца назад

      @@fununlimited2134 So true. That' s the main problem. The writers have highlighted their own opinions in their version of"Mahabharata". The readers purchase these books to know the opinion of the writers. Somehow they get influenced by their flowery language and presentation.
      Good observation. Hare Krishna 🙏

  • @NavjotSingh-u4s
    @NavjotSingh-u4s Месяц назад +1

    Duno hee

  • @rajwativerma6615
    @rajwativerma6615 27 дней назад

    कर्ण से कुंती ने वचन लिया था कि वो अपने भाइयों पर तीर नही चलाएगा

  • @theskull4666
    @theskull4666 Месяц назад +1

    aswasthama ke upr bhi ek video bnaite

  • @vugshollywoodmovies2634
    @vugshollywoodmovies2634 Месяц назад +1

    Part 2 kab tak aayega..

  • @anannyaart8745
    @anannyaart8745 Месяц назад +1

    Arjun and Eklabya ka vi bat boliye?

    • @KrsnaConsciousVibes
      @KrsnaConsciousVibes  Месяц назад

      @@anannyaart8745 Bolenge. Kisi aur video me. 😊🙏
      Hare Krishna 🙏

  • @AjayKumar-pq6uc
    @AjayKumar-pq6uc 2 месяца назад +2

    Arjun

  • @sagap7777
    @sagap7777 Месяц назад

    अर्जुन कर्ण के मुकाबले एक चौथाई भी नहीं था!
    कर्ण सर्व श्रेष्ठ योद्धा था! यह स्वयं गुरु परशुराम ने और श्री कृष्ण ने बताया था!❤

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад

      1. अर्जुन ने हमेशा 'उत्तम' बनने का प्रयास किया, हर दिन खुद को improve करने की कोशिश की
      जबकि करण ने हमेशा अर्जुन से प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या रखी जिससे वो केवल सक्षम बन पाया पर उत्तम means perfect कभी नही बन पाया।
      २. अगर हम scriptures पढ़े तो पाएंगे कि हर बार अर्जुन ने करण को कितनी आसानी से रणभूमि हो या रणकौशल धूल चटाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
      ३. करण ने भगवान परशुराम जी सेछल से विद्या प्राप्त की, तुम्हे लगता है वो विद्या सही समय पे कहीं काम आयेगी ???
      करण ने एक माता द्रौपदी के चीर हरण में न केवल भाग लिया बल्कि एक स्त्री का अपमान किया। क्या ये सही है? ?
      रही बात छल की, वीर अभिमन्यु के लिए षड्यंत्र में करण भी शामिल थे।
      "You reap what you sow"
      Hare Krishna

    • @SatyamKumar-kw8mn
      @SatyamKumar-kw8mn Месяц назад

      😂😂😂arjun vala diloglog karn per copy paste wah vedavyas ji be lik ;; andhbhakt ki bhi haad hoti hai 😂😂😂😂😂😂

  • @soumyajithazra8904
    @soumyajithazra8904 Месяц назад

    Facts to yeh bhi hai ki Karna never used his Viajaya Bow before the Kurukshetra war...

    • @pankajdhiman4763
      @pankajdhiman4763 Месяц назад

      Shri Krishna has called karna as “ trunk of adharma" in Vedvyaas MahaBharat . Moreover He has used various positive adjectives for arjuna in Bhagwad geeta. In fact, the choosing of Arjuna as a receipient of Bhagwad geeta itself proves that arjuna was the favourite of Krishna.
      Such is the perfection of arjuna , that in one of the shloka Krishna said “ Of pandavas I m arjuna'.
      Only a fan of fictional novels , an ignorant person or a man with deficient IQ and analysis skills can conclude that Krishna preferred karna over arjuna.
      Undoubtedly arjuna was one of the best warriors of his age . But the important point is that “ he was a devotee of Krishna" (confirmed in bhagwad geeta). Arjuna representing pandavas was the epitome of “dharma” whereas karna representing kauravas was an “adharmi”. Krishna always favours dharma or better words would be to say, “ Krishna determines what Dharma is".
      Hare Krishna 🙏

  • @kavyagadde1710
    @kavyagadde1710 Месяц назад

    Well said madam arjuna is the best karn is villon
    13:35 13:35

  • @singhmonty08
    @singhmonty08 2 месяца назад +2

    Shri Karan ji and shri Meghnath ji my super hero

    • @shreyashraja9394
      @shreyashraja9394 2 месяца назад +2

      Yahi kalyug h criminal, gangster, asur, rakshas, rape ko glorify krne wale bhagoda, kukarm karne wale ko hero bnaya ja rha h. Hari om
      Hari om

  • @d2creation305
    @d2creation305 2 месяца назад +1

    यात्रा योगेश्वर कृष्णयात्रा पार्थो धनुर्धर तत्तरा श्रीविजयो भूतिरधव नितिर्मतिरमाम

  • @vishnubajpai3761
    @vishnubajpai3761 2 месяца назад +2

    Superb ❤
    Hare krishna 🙏

  • @IndraneelSarkar-127
    @IndraneelSarkar-127 Месяц назад +2

    कर्ण के गुरु के भी गुरु प्रभु देवों के देव महादेव द्वारा अर्जुन की शक्तियों का वर्णन 🙏🏻
    "महादेव ने कहा, "हे फाल्गुन! मैं तुम्हारे अतुलनीय कार्यों के कारण तुमसे प्रसन्न हूँ। वीरता और धीरज में तुम्हारे समान कोई क्षत्रिय नहीं है। हे निष्कलंक! तुम्हारा तेज और पराक्रम आज मेरे समान है। हे महाबाहु! हे नरश्रेष्ठ! मैं तुमसे प्रसन्न हूँ। मुझे देखो। हे बड़ी आँखों वाले! मैं तुम्हें आँखें देता हूँ। तुम पहले ऋषि रह चुके हो। तुम युद्ध में अपने सभी शत्रुओं पर विजय प्राप्त करोगे, चाहे वे स्वर्गवासी ही क्यों न हों।"
    "महान् भगवान ने कहा, "तुम पहले के शरीर में नर थे, नारायण के साथी थे। तुमने बदरी में भयंकर तपस्या में अनेक आयु वर्ष व्यतीत किए। तुममें परम शक्ति है, जैसे कि मनुष्यों में श्रेष्ठ भगवान विष्णु में है। तुम दोनों मनुष्यों में श्रेष्ठ की शक्ति से ही यह ब्रह्माण्ड टिका हुआ है। हे प्रभु! शक्र के अभिषेक के समय तुमने और कृष्ण ने दानवों का दमन किया था और तुमने मेघों के समान गरजने वाला महान धनुष उठाया था। हे पार्थ! यह गांडीव तुम्हारे हाथों के लिए उपयुक्त है। हे मनुष्यों में श्रेष्ठ! इसे मैंने अपनी माया के द्वारा तुमसे छीन लिया था। हे पार्थ! ये दोनों तरकश फिर से तुम्हारे लिए अक्षय रहेंगे, जैसे कि पहले थे। हे पार्थ! मैं तुमसे प्रसन्न हूँ। सत्य ही तुम्हारा पराक्रम है। हे मनुष्यों में श्रेष्ठ! मुझसे वरदान स्वीकार करो। तुम क्या चाहते हो? आप ही सम्मान देने वाले हैं। पृथ्वी पर कोई भी आपके बराबर नहीं है। न ही स्वर्ग में कोई है। हे शत्रुओं को जीतने वाले! क्षत्रिय आप में अपना प्रमुख पाते हैं।"
    कैराट पर्व- अध्याय ३३७(४०) और ३३८(४१)

  • @ArjunKumar-ge7vs
    @ArjunKumar-ge7vs Месяц назад +1

    Didi arjun ka koyi dos nahi hai lekin arjun to arjun hai