सत् साहेब सत् साहेब गुरुदेब सन्तरामपाल कुलकामालिक कबिरभगबान कोटि कोटि प्रणाम् दुष्ट डानभ चन्दधाल्नि बाट सबै बचालाई रक्षा गर्नुस रक्षा गर्नुस हजुरको चर्णका धुल्ह्योैं जय जय होस् 👃👃👃👃👃☀️🌙☀️🌙☀️🌙👃👃👃👃💖💗💙💚💛💜❤️🌟⭐️🌟⭐️🌟⭐️👃👃👃👃👃👃👃
Sat saheb ji 🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🤩🤩😍😍🥰🥰🥰😇😇😋😋😇😇😍🤩🤩😻😻❤❤😻🤩😍🥰😋💝💝💗🙏🏼💝💗💖🙏🏼👌🏽🍊🌭🥪🍭🍭🍭🍩🍩🍰🍰🍰🍌🍌🥭🥭🥝🥝🥝🍒🍟🍓🌭🍍🍏🍏🍎🍎🍉🍉🍿🍿🍿🥩🍋🍋🧁🧁🍕🍕🧁🍋🥩🥩🍿🍉🍎🥰😇🥰😍🤩😛😛😍🥰😇😇🥰😍🤩😛😇🥰😍🤩😛👍🏿👍🏿👍🏿👍🏿
वि. सं. 1505 (सन् 1448) में कबीर परमेश्वर जी द्वारिका में गए। समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी सागर में आकर मिलती है, उसके पास एक बालू रेत के टीले (कोठा) पर अर्थात् मिट्टी के ढ़ेर पर बैठकर तीर्थ भ्रमण पर आने वाले श्रद्धालुओं को तत्व ज्ञान सुनाया करते थे। उस स्थान पर एक गोलाकार चबूतरा (कोठा) बना रखा है। कहा जाता है कि आज तक उस बालू रेत के टीले (कोठे) को समुद्र की लहरों ने छुआ भी नहीं। समुद्र में ज्वार भाटा आता है। तब भी समुद्र की लहरें उस ओर नहीं जाती।
कविः और कवीर में फरक नही दिखाई देता है आपलोगो को? धरती के इन्सान किसिको भगवान और किसिको भी गूरू बनाता देता है। मा बाप ने भगवान नाम रख दिया है तो ईसका मतलब भगवान हो जायगा। तूम ने रेसतूरेन देखा है क्या?तूम तो ब्रह्मा बिसनू ,शिव को भगवान मानता ही नही तो बकवास कयो कर रहे हो ?
श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद) का सारांश है तथा यह पुस्तक ‘‘गरीमा गीता की’’ श्रीमद्भगवत गीता का यथार्थ सारांश है। प्रत्येक अध्याय से मक्खन निकालकर फिर उसको शुद्ध करके गीता रूपी गाय का घी बनाया है। आप जी इसे पढ़ें तथा गीता की गरीमा से यथार्थ रूप से परिचित होकर स्वयं तथा अपने परिवार को धन्य बनाऐं। नाम दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त करें। विश्व के सर्व प्राणी एक परमेश्वर कबीर जी के बच्चे हैं यानि परमेश्वर द्वारा उत्पन्न आत्माऐं हैं जो काल ब्रह्म के लोक में जन्म-मरण तथा अनेकों कष्ट उठा रहे हैं। परमेश्वर कबीर जी चाहते हैं कि मेरी आत्माऐं मुझे अध्यात्म ज्ञान से पहचानें। फिर सत्य साधना करके सनातन परम धाम (सत्यलोक) में जाकर सदा सुखी जीवन जीऐं। उस परमेश्वर जी ने स्वयं यथार्थ भक्ति मंत्रों को बताया है जो सर्व शास्त्रों में प्रमाण मिला है। जिस कारण सत्य भक्ति की साधना की सार्थकता सिद्ध हुई है। जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
सत् साहेब सत् साहेब गुरुदेब सन्तरामपाल कुलकामालिक कबिरभगबान कोटि कोटि प्रणाम् दुष्ट डानभ चन्दधाल्नि बाट सबै बचालाई रक्षा गर्नुस रक्षा गर्नुस हजुरको चर्णका धुल्ह्योैं जय जय होस् 👃👃👃👃👃☀️🌙☀️🌙☀️🌙👃👃👃👃💖💗💙💚💛💜❤️🌟⭐️🌟⭐️🌟⭐️👃👃👃👃👃👃👃
Jai ho bandichhor ki 🙏🙏🙏🙏
बंदी छोड़ सतगुरु देव रामपाल जी महाराज जी की जय हो🙏🙏🙏🙏
Mera gurdav bagwan ji 🙏🙏🌹🌹🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
संत रामपाल जी महाराज की जय हो
Sat saheb
Sat saheb ji
Mera Gurudev Bhagwan Hai
Malik Daya Banaye Rakhna is Dasi per
Jay ho bandichhod ki🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍👍💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚
Sat saheb ji 🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍟🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🥭🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍉🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🤩🤩😍😍🥰🥰🥰😇😇😋😋😇😇😍🤩🤩😻😻❤❤😻🤩😍🥰😋💝💝💗🙏🏼💝💗💖🙏🏼👌🏽🍊🌭🥪🍭🍭🍭🍩🍩🍰🍰🍰🍌🍌🥭🥭🥝🥝🥝🍒🍟🍓🌭🍍🍏🍏🍎🍎🍉🍉🍿🍿🍿🥩🍋🍋🧁🧁🍕🍕🧁🍋🥩🥩🍿🍉🍎🥰😇🥰😍🤩😛😛😍🥰😇😇🥰😍🤩😛😇🥰😍🤩😛👍🏿👍🏿👍🏿👍🏿
आध्यात्मिक अनमोल ज्ञान संत रामपाल जी महराज की जय ❤
Sat Saheb ji 👏👏👏👏👏👏👏👏
बंदी छोर कबीर देव जी परमेश्वर की जय
सतगुरु देव राम पाल जी महाराज के चरण कमलों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम स्वीकार करो दाता।
Bandichhor sadgurudev Rampal Ji Maharaj ki Jai Ho
Sat guru Dev ki Jay Bandi chhod ki Jay
सत साहेब जी👏��👏
Sat sahibji 🙏🙏🙏🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤❤
💐🙇💐
🙏🙏🙏🙏
V n
Sadguru Rampal ji maharaj ji ki jai 🙏
वि. सं. 1505 (सन् 1448) में कबीर परमेश्वर जी द्वारिका में गए। समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी सागर में आकर मिलती है, उसके पास एक बालू रेत के टीले (कोठा) पर अर्थात् मिट्टी के ढ़ेर पर बैठकर तीर्थ भ्रमण पर आने वाले श्रद्धालुओं को तत्व ज्ञान सुनाया करते थे। उस स्थान पर एक गोलाकार चबूतरा (कोठा) बना रखा है। कहा जाता है कि आज तक उस बालू रेत के टीले (कोठे) को समुद्र की लहरों ने छुआ भी नहीं। समुद्र में ज्वार भाटा आता है। तब भी समुद्र की लहरें उस ओर नहीं जाती।
Sat aaheb
Very nice satsang
Rampal ji maharaj is complete Saint and Avtar of lord Kabir
सतभक्ति करने वाले की अकाल मृत्यु नहीं होती जो मर्यादा में रहकर साधना करता है।
Immortal god kabir
भेड़ पुछ पण्डित पकडे,भादो नदी विहंगा।
गरीबदास वे बहुजल डुबे,जिन नहीं साध सत्सन्गा ।।
रामपालमहाराजीही मोछमारगबततासकतेहै
सचीसधनाउनकेपासहै
सात्रप्रमाणितज्ञनबिस्तारसे
बताते है
पबित्र पुस्तक पढै ज्ञानगंगा
ईससे पहले आप लोगों को मूल मंत्र मिलाही नही था क्या? शिव भक्तो से पूसना ब्रह्म वासक मूल मंत्र कब से है। रामपाल ने अभी तो नकल किया है।
कविः और कवीर में फरक नही दिखाई देता है आपलोगो को? धरती के इन्सान किसिको भगवान और किसिको भी गूरू बनाता देता है। मा बाप ने भगवान नाम रख दिया है तो ईसका मतलब भगवान हो जायगा। तूम ने रेसतूरेन देखा है क्या?तूम तो ब्रह्मा बिसनू ,शिव को भगवान मानता ही नही तो बकवास कयो कर रहे हो ?
Its not correct. Rampal is not avter and is not guru. This is your wrong.
Parmatma aaea hua h ye sant rampal ji maharaj ke roop mein... Mane 7-8mahine malik ka gyan smj kr kaal he naam diksha li h
Pahchan skte ho to pahchan lo ye parmatma aaea hua h is bat m koa fark nahi h aap satsang suno malik ke apne aap pta chal jaega 🙏🙏🙏🙏
श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद) का सारांश है तथा यह पुस्तक ‘‘गरीमा गीता की’’ श्रीमद्भगवत गीता का यथार्थ सारांश है। प्रत्येक अध्याय से मक्खन निकालकर फिर उसको शुद्ध करके गीता रूपी गाय का घी बनाया है। आप जी इसे पढ़ें तथा गीता की गरीमा से यथार्थ रूप से परिचित होकर स्वयं तथा अपने परिवार को धन्य
बनाऐं। नाम दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त करें। विश्व के सर्व प्राणी एक परमेश्वर कबीर जी के बच्चे हैं यानि परमेश्वर द्वारा उत्पन्न आत्माऐं हैं जो काल ब्रह्म के लोक में जन्म-मरण तथा अनेकों कष्ट उठा रहे हैं। परमेश्वर कबीर जी चाहते हैं कि मेरी आत्माऐं मुझे अध्यात्म ज्ञान से पहचानें। फिर सत्य साधना करके सनातन परम धाम (सत्यलोक) में जाकर सदा सुखी जीवन जीऐं। उस परमेश्वर जी ने स्वयं यथार्थ भक्ति मंत्रों को बताया है जो सर्व शास्त्रों में प्रमाण मिला है। जिस कारण सत्य भक्ति की साधना की सार्थकता सिद्ध हुई है।
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
🙏❤️