अंग्रेज़ी भौंकने वाले गँवार || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 26 июл 2022
  • आचार्य जी से मिलने व ऑनलाइन सत्रों में भाग लेने के लिए यह फॉर्म भरें: acharyaprashant.org/enquiry?s...
    फॉर्म भरने के बाद जल्द ही संस्था आपसे सम्पर्क करेगी।
    ये वीडिओ आचार्य जी की ऑनलाइन उपलब्ध 10,000 निःशुल्क वीडिओज़ में से एक है। ये निःशुल्क वीडिओज़ प्रतिदिन लाखों जीवन बदल रहे हैं। ज़रूरी है कि ये वीडिओज़ करोड़ों, अरबों लोगों तक पहुँचें।
    संस्था का काम सबके लिए है। अपने काम को ताकत दें और सच के प्रचार-प्रसार हेतु आर्थिक योगदान करें। आचार्य जी के हाथ मज़बूत करें, साथ आएँ: acharyaprashant.org/contribute/
    ➖➖➖➖➖➖➖➖
    आचार्य प्रशांत के साथ जीवन बदलें:
    ⚡ डाउनलोड करें Acharya Prashant APP: acharyaprashant.org/app
    यदि आप आचार्य प्रशांत की बात से और गहराई से जुड़ना चाहते हैं तो Acharya Prashant App आपके लिए ही है। यहाँ हैं निशुल्क, विज्ञापन-मुक्त और विशेष वीडियोज़ जो यूट्यूब पर नहीं डाले जाते। साथ में पोस्टर्स, उक्तियाँ, लेख, और बहुत कुछ!
    ⚡ गहराई से जीवन व ग्रंथों को समझें: solutions.acharyaprashant.org...
    यहाँ आप पाएँगे जीवन व अध्यात्म से जुड़े विषयों पर आचार्य जी के 200+ वीडिओ कोर्सेस। यहाँ आपको गीता, उपनिषद व संतवाणी जैसे आध्यात्मिक विषयों के साथ ही निडरता, मोटिवेशन, व्यक्तित्व जैसे सामान्य विषयों को सरल भाषा में समझने का अवसर मिलेगा।
    ⚡ आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ें: books.acharyaprashant.org/
    जीवन के हर पहलू को सरलता से समझें। राष्ट्रीय बेस्टसेलिंग सूची में गिनी जाने वाली ये पुस्तकें ईबुक व पेपर्बैक (हार्ड-कॉपी) दोनों संस्करणों में उपलब्ध हैं। आप इन्हें ऐमज़ान व फ्लिपकार्ट आदि से भी ख़रीद सकते हैं।
    ➖➖➖➖➖➖
    ⚡ आचार्य प्रशांत कौन हैं?
    अध्यात्म की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ हैं, जिन्होंने जनसामान्य में भगवद्गीता, उपनिषदों ऋषियों की बोधवाणी को पुनर्जीवित किया है। उनकी वाणी में आकाश मुखरित होता है।
    और सर्वसामान्य की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत प्रकृति और पशुओं की रक्षा हेतु सक्रिय, युवाओं में प्रकाश तथा ऊर्जा के संचारक, तथा प्रत्येक जीव की भौतिक स्वतंत्रता व आत्यंतिक मुक्ति के लिए संघर्षरत एक ज़मीनी संघर्षकर्ता हैं।
    संक्षेप में कहें तो,
    आचार्य प्रशांत उस बिंदु का नाम हैं जहाँ धरती आकाश से मिलती है!
    आइ.आइ.टी. दिल्ली एवं आइ.आइ.एम अहमदाबाद से शिक्षाप्राप्त आचार्य प्रशांत, एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं।
    उनसे अन्य सोशल मीडिया पर भी जुड़ें:
    फ़ेसबुक: / acharya.prashant.advait
    इंस्टाग्राम: / acharya_prashant_ap
    ट्विटर: / advait_prashant
    ➖➖➖➖➖➖
    #acharyaprashant
    वीडियो जानकारी: 25.06.2022, वेदांत महोत्सव, ग्रेटर नॉएडा
    प्रसंग:
    ~ हिंदी भाषा का जीवन में क्या महत्त्व है?
    ~ युवाओं में हिंदी भाषा के प्रति पूर्ण सम्मान व स्वीकार क्यों कम देखने को मिलता है?
    ~ भारत की संस्कृति में हिंदी भाषा का क्या महत्त्व व योगदान रहा है?
    ~ हिंदी भाषा का चलन इतना कम क्यों हो गया है?
    ~ हिंदी भाषा का संस्कृति में, और धर्म में क्या योगदान है?
    ~ हिंदी भाषा का विधायक प्रचार-प्रसार करने के लिए हमें क्या करना होगा?
    ~ हिंदी भाषा के पतन के प्रमुख कारण?
    ~ हिंदी भाषा को कैसे फैलाएं?
    ~ भारत ने हिंदी का सम्मान क्यों नहीं किया?
    ~ अंग्रेजी न आने पर ग्लानि क्यों होती है?
    ~ आजकल सभी लोग उन्हें ही क्यों पसंद करते हैं जिनको अंग्रेजी आती है?
    संगीत: मिलिंद दाते
    ~~~~~

Комментарии • 905

  • @ShriPrashant
    @ShriPrashant  2 года назад +188

    नई 'Acharya Prashant' App डाउनलोड करें: acharyaprashant.org/app
    उपनिषद, गीता व सभी प्रमुख ग्रंथों पर ऑनलाइन कोर्स: solutions.acharyaprashant.org
    संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209

    • @deepshikhadeepu7872
      @deepshikhadeepu7872 2 года назад +4

      🙏🙏🙏

    • @Kismat3578
      @Kismat3578 2 года назад

      🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹

    • @akshay7singh
      @akshay7singh 2 года назад +1

      वाकई आपकी एक एक बात बहुत मार्गदर्शन करती है
      हर मुद्दे पर आप बहुत ही बारीकी से चीजों को बताते हैं ।
      धन्यवाद।।

    • @Asish_amit
      @Asish_amit 2 года назад

      Excellent acharya ji

    • @Asish_amit
      @Asish_amit 2 года назад

      Jabardast terefic excellent acharya ji ese hi baate batya karye aur hum logo ko janwar se insaan bana dijye

  • @ankitsharma-zw1mo
    @ankitsharma-zw1mo 2 года назад +347

    वाकई में मैंने अपने 33 साल के जीवन में आचार्य प्रशांत जी जैसे तर्क के साथ बात समझाने वाले गुरु नहीं देखा अब तो ये लग रहा कि वाकई में आचार्य प्रशांत जी जो ये प्रेरणात्मक कार्य कर रहे है उससे देश सुधार कि ओर जाएगा जो नित्नत आवश्यक है । Shraday नमन है आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @smitapandey-5551
    @smitapandey-5551 2 года назад +468

    मूल बात यही है की हम में हिन्दी को लेकर प्रेम नहीं। शत प्रतिशत सत्य कथन आचार्य जी। ♥️🕉🚩

    • @music_lover7837
      @music_lover7837 2 года назад +12

      Sehi kaha logg hai hi gawaar... Dusre countries ko dekho sab aapni aapni bhashaon m baat krte hn. But hum yahn angreji bolne pe hi educated mane jate hn🤦‍♀️

    • @umeshpatel5120
      @umeshpatel5120 2 года назад +16

      प्रेम आएगा कहां से जब तक उसको समझेंगे नहीं हिंदी को हिंदी में 84 हजार शब्द और अंग्रेजी में सिर्फ 12000 शब्द hai कितनी गरीब भाषा है अंग्रेजी यह अमीर लोग फिर अंग्रेजी गरीब भाषा को क्यों अपनाते हैं अमीर भाषा को क्यों नहीं अपनाते हिंदी को यह पढ़े-लिखे मूर्ख लोग है

    • @shadowtechz9O9O
      @shadowtechz9O9O 2 года назад +19

      मे देख रहा था एक हॉकी प्रतियोगिता का फाइनल था और मैच था भारत और जापान का और जब मैच खत्म हुआं और मीडिया सवाल जवाब कर रही थी और जब जापानी टीम के कप्तान की बारी आई थी तो वो एक अनुवादक साथ लेकर आये थे और हर सवाल का जवाब मातृभाषा जापानी में जवाब दे रहे थे
      और इस देश का हाल ये है कि यहां शानदार से शानदार कोई क्रिकेटर हो लेकिन अगर उसको अंग्रेजी नहीं आती हो तो इस बात की पुरी संभावना है कि वो आगे करियर नहीं बना पायेगा
      और ऐसे कई विदेशी है जो भारत आकर हिंदी सीखते हैं
      जापान की मायो और कोहे
      कोरिया से कोरिया का लाला
      चीन से मीरा
      अपनी मातृभाषा पर क्या हीन भावना
      चाहे वो कोई भी भाषा हो

    • @roshanishyam2999
      @roshanishyam2999 2 года назад +6

      Sahi h

    • @robertfuest2508
      @robertfuest2508 Год назад +4

      @@shadowtechz9O9O cricketer me virat kohli match fixer he.

  • @neelam098
    @neelam098 8 месяцев назад +16

    भाषा मात्र भाषा नहीं होती है वो एक संस्कृति की पहचान होती है....।🙏🏻

  • @baharrunzun2598
    @baharrunzun2598 2 года назад +125

    हम मराठी हैं और हम अपनी मातृभाषा और राष्ट्रभाषा हिंदी का सम्मान करते हैं.और भारत के और राज्य की भाषा सिखने का प्रयास कर रहे है.

    • @ravibaghel2903
      @ravibaghel2903 10 месяцев назад +1

      Bahut badhiya 👌👌👌

    • @user-du2bu4zx6p
      @user-du2bu4zx6p 5 месяцев назад +2

      কে বললো হিন্দী রাষ্ট্র ভাষা

    • @user-du2bu4zx6p
      @user-du2bu4zx6p 5 месяцев назад +1

      ভারতের কোনো রাষ্ট্রভাষা নেই

    • @sushrutpatil9120
      @sushrutpatil9120 3 месяца назад

      Jai Maharashtra

  • @Saloni_thakur269
    @Saloni_thakur269 2 года назад +301

    हिंदी पढ़े, हिंदी पढ़ाए
    देश को समृद्ध और संस्कृत मय बनाए
    हिंदी के प्रति सम्मान लाए,
    🙏🙏

    • @anantnitw5366
      @anantnitw5366 2 года назад +5

      Wahh...kya baat hai 👏👏🙏

    • @blahblah05
      @blahblah05 2 года назад +5

      Hindi nai sanskrit

    • @ulhas_pedamkar
      @ulhas_pedamkar 2 года назад +5

      गुरुकुल शिक्षणपद्धती ही एक अच्छा पर्याय हे

    • @harmoniumyaman709
      @harmoniumyaman709 Год назад +4

      Not only Hindi sabhi ki apni language h apni matribhasa

    • @user-du2bu4zx6p
      @user-du2bu4zx6p 5 месяцев назад +1

      ​@@harmoniumyaman709একদম মাতৃভাষা সর্বশ্রেষ্ঠ জয় ভারত জয় বাংলা

  • @AakashRishi
    @AakashRishi 2 года назад +379

    अंग्रेज़ी सीखना गलत नहीं है, अंग्रेज़ बन जाना गलत है🙏
    भाषा सीखो, पर अपनी संस्कृति को न भूलो, किसी भाषा को सीखने में 🙏🙏🙏

    • @professor8533
      @professor8533 2 года назад +3

      Yes Bhai.

    • @gauravgaur4480
      @gauravgaur4480 2 года назад +11

      Our history books glorify the englishness in everything..and yeah there's no word called as Englishness but I wrote this to prove my point.

    • @prembond123
      @prembond123 Год назад +3

      Good👍

    • @demonking4492
      @demonking4492 Год назад +8

      Learn English but don't become like Sashi Tharoor

    • @aarif009
      @aarif009 Год назад +6

      @@demonking4492 why not

  • @Saloni_thakur269
    @Saloni_thakur269 2 года назад +240

    हिंदी को छोड़कर लोग अंग्रेजी की ओर भागते हैं उनकी मानसिकता ये है कि अंग्रेजी बोलेंगे , लिखेंगे तो हम आधुनिक समझे जाएंगे। इस आधुनिक बनने के चक्कर में अपनी संस्कृति ,सभ्यता मातृ भाषा सब भूलते जा रहे हैं ।।

    • @politicalroaster7255
      @politicalroaster7255 2 года назад +1

      Bhulane se kya hoga 😐

    • @arjunrathor7002
      @arjunrathor7002 2 года назад +4

      सही कहा आपने

    • @dailymotivation11237
      @dailymotivation11237 2 года назад +2

      English language ko bolne ya padhne ka mtlb ye bhi hein ki job professional specially IT sector or research jobs mein Hindi mein kaam nhi kr skte, wha aapko English ko bolna bhi pdega, or likhna, world se connect krna h to, baki time Hindi language or apni mother tongue bolo, kon rok rha h

    • @pratikstark6696
      @pratikstark6696 11 месяцев назад

      Bharat ke saare bhashaon ka ye haal hai.

  • @MukeshKumar-lb8vc
    @MukeshKumar-lb8vc 2 года назад +227

    आचार्य जी यहाँ हिंदुस्तान ही नहीं पूरा विश्व आएगा . क्योंकि जब बात सत्य और प्रेम की होगी तो हर कोई आकर्षित होगा🙏

  • @SandeepKumar-wk1pj
    @SandeepKumar-wk1pj 2 года назад +126

    कल मैंने यही बातें अपने विद्यार्थियोंको आपका बिना लेक्चर देखे ही बताई थी इसीलिए हम आपको दिल से प्रणामकरती हूं आप वास्तव में एक महान व्यक्तित्व के स्वामी हैं

  • @uarveshigoyal4466
    @uarveshigoyal4466 2 года назад +123

    हिंदी के प्रति आपका प्रेम देखकर हार्दिक प्रसन्नता हुई गुरुजी🙏🙏❤❤

  • @rajpurohitjabarsingh4325
    @rajpurohitjabarsingh4325 2 года назад +45

    हिंदी बोलने से अपने मन मे नम्रता का भाव पैदा होती है
    वही अंग्रेजी बोलने से अपने मन मे घमंड का भाव पैदा होता है

  • @SangeetaSingh-ey6dq
    @SangeetaSingh-ey6dq 2 года назад +63

    मुझे बिलकुल शर्म नहीं आती हिंदी बोलने में मैं कविताएं लिखती तो मुझे तो प्रेम है हिंदी से👏👏

  • @ashokupadhyay5592
    @ashokupadhyay5592 2 года назад +34

    हिंदी हमारी मातृभाषा है हम कभी नहीं भूल सकते

  • @user-oi3gq2qs5f
    @user-oi3gq2qs5f 2 года назад +112

    सुप्रभात प्रशांत जी।आपने सच में दिल जीत लिया। हृदय से नमन करती हूं आपको 🙏🙏

  • @npchudasama471
    @npchudasama471 2 года назад +7

    जय महादेव
    जय गुरुदेव
    भारत से अंग्रेज गये परन्तु अंग्रेजी भाषा का भारतीय अभी तक गुलाम है जो अंग्रेज ने भारतीय स्त्री और लोगों पर अत्याचार किए हमारी संस्कृति पर भी फीर भी अंग्रेजी भाषा बोल रहे हैं और अपने आप को होशीयार महान व्यक्ति समझते हैं
    में एक गुजराती हु मुझे हिंदी और गुजराती पर गर्व है

  • @anshumantiwari3626
    @anshumantiwari3626 2 года назад +120

    हिंदी पर आपके विचार सुन कर अत्यन्त आनंद प्राप्त हुआ।
    हिंदी में बात करना कही से गवार नही है, अंग्रेज़ी का पर्याप्त ज्ञान होने और बोलने के बाद भी, मैं हिंदी का अधिक से अधिक उपयोग करता हूँ, मुझे इसपर गर्व है।
    जय हिन्द, जय हिंदी

  • @deepikadongare3000
    @deepikadongare3000 2 года назад +14

    बिल्कुल सत्य हम विदेशी भाषा को बढ़ावा दे रहे हैं। हमारी भाषा कितनी मधुर और सुभोभित है हमें अपने देश और देश कि अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए।

  • @vipulmakvana7171
    @vipulmakvana7171 2 года назад +227

    હું એક ગુજરાતી છું અને મને મારી માતૃભાષા પર અને હિન્દી રાષ્ટ્રભાષા પર ગર્વ છે..!!
    સત સત નમન આચાર્યજી..!! 🙏🏻🌹

    • @vishantbayani2177
      @vishantbayani2177 2 года назад +22

      હિન્દી રાષ્ટ્રીય ભાષા નથી.

    • @vipulmakvana7171
      @vipulmakvana7171 2 года назад +10

      @@vishantbayani2177 આપણે બનાવીશુ તો ચોક્કસ બનશે..!!

    • @professor8533
      @professor8533 2 года назад

      @@vipulmakvana7171 yes sir ,

    • @professor8533
      @professor8533 2 года назад +6

      राष्ट्र भाषा हिन्दी एक दिन जरूर होगी....

    • @harsh9024
      @harsh9024 2 года назад +3

      तो हिन्दी में लिखते

  • @godishelping
    @godishelping 2 года назад +46

    Britisher Lord Macaulay said that "if Indians think that all that is foreign and english is good and greater than their own, they will lose their self esteem, their native culture and they will become what we want them, a truly dominated nation".

  • @alamgiransari8486
    @alamgiransari8486 2 года назад +50

    यदा यदा धर्माश्या...अर्थात जब जब धर्म की हानि होती है,तब तब मैं पृथ्वी पर अवतरित होऊंगा।लगता है आचार्य जी के रूप में भगवान श्री कृष्ण का अवतार हो चुका है। जिस तरह से आचार्य जी ने गीता कि व्याख्या की है वो किसी ने नहीं।सभी ने अपने हित को ध्यान में रखकर गीता को परिभाषित किया ,लेकिन आचार्य जी ने गीता को गीता की तरह ही व्याख्या किया है। अर्थात कृष्ण कि तरह .... कोटि कोटि नमन।🙏

  • @Kanha-1912
    @Kanha-1912 2 года назад +140

    अंग्रेजी सीखो.. पर उसे सिर पर मत चढाओ...और..हिंदी बोलने में कोई भी आंतरिक हिनभावना मत रखो 👌👌👌नमन आचार्यजी 🙏🙏🌹

  • @atulkumarmishra7102
    @atulkumarmishra7102 2 года назад +42

    सब मरे जा रहे हैं consumption के लिए, मूल और सच बात 🙏🙏🙏अचार्यजी❤️

  • @KashyapCricket
    @KashyapCricket 2 года назад +129

    सौभाग्य है कि हमें अनगिनत हीरे दिए इस माटी ने, और एक हीरा आचार्य जी भी हैं।
    और दुर्भाग्य इस देश का की हीरे को पहचान नहीं पा रहा।
    नमन आचार्य जी।

  • @rajat5988
    @rajat5988 2 года назад +81

    जो भी मेरे पास आता है अगर वह भारतीय और वह अंग्रेज़ी में बोल रहा है है तो मैं उसके साथ हिंदी में ही बात करता हूं। हिन्दी के प्रति यह विश्वास आप से आता है आचार्य जी।

  • @Indorinomadic
    @Indorinomadic 2 года назад +206

    😊The most educated and staright forward Guru ❤️🙏

    • @pranjalpandey4205
      @pranjalpandey4205 2 года назад +39

      इतना ज्ञान दिया फिर भी भाई तू

    • @ashmitjha4912
      @ashmitjha4912 2 года назад +29

      कमेंट हिंदी मै भी कर सकते है

    • @mukeshnirala589
      @mukeshnirala589 2 года назад +9

      @@pranjalpandey4205 😂😂

    • @v.s138
      @v.s138 2 года назад +6

      👍

    • @keshav2562
      @keshav2562 2 года назад +10

      @@pranjalpandey4205 sahi kaha kintu main Bengali hoon islea Hindi sentence main nhi likh sakta

  • @vinaydubey108
    @vinaydubey108 Год назад +14

    सत्य वचन - जो प्रदर्शन प्रिय है, कायर हैं, हीन भावना से ग्रस्त हैं, मानसिक रूप से गुलाम है वो अंग्रेजी की ओर भागते हैं।
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @misssoni4466
    @misssoni4466 2 года назад +68

    विदेश के लोग हंसते होंगे हम हिंदुस्तानीयो पर ...की कैसे मूर्ख है जो अपने देश की भाषा को छोड़ कर दूसरो की भाषा का रट्टा लगाते हैं ... पड़े लिखे मूर्ख है ...

    • @CookwithPahadigirl
      @CookwithPahadigirl Год назад

      बिल्कुल सही बात है आज विदेशी लोग भारत मे आकर यहाँ की संस्कृति को अपना रहे हैं और कुछ अंग्रेज़ बने फिर रहे भारतीय इसको ढोंग मूर्खता और पता नही कैसे कैसे शब्दो मे अपनी संस्कृति का मज़ाक बनाते हैं।। पहनावा या अंग्रेज़ी भाषा बोलना गलत नही है ।मगर अपनी मातृभाषा और अपनी संस्कृति को मूर्खता या ढोंग या हिंदी बोलने वालों को कम स्तर का समझना भारतीयों की सबसे बड़ी मूर्खता है । सब भाषा सब देश बढिया है ।मगर हिंदी और हमारा भारत महान था । है । और रहेगा ।जय भारत

  • @HarwinderSingh-ul4xq
    @HarwinderSingh-ul4xq 2 года назад +16

    मेरे ख़्याल से ये समस्या भारत की हर भाषा से संबंध रखती है चाहे पंजाबी हो,हिंदी हो या कोई और🙏🙏

  • @ATLAS10.
    @ATLAS10. 2 года назад +33

    चीफ की दावत 😌 हमने तो दसवी में पढ़ा आज फिर याद आ गया ♥️♥️ महाराष्ट्र बोर्ड 😌

  • @Agyaat_
    @Agyaat_ 2 года назад +20

    On the other hand there are Punjabis who have converted Canada into Brampton Pind. I play Punjabi songs at my workplace here in Australia. The culture would only spread if you are proud of it.

  • @pritambarsahu7209
    @pritambarsahu7209 2 года назад +25

    प्रणाम आचार्य जी, बुरे लोग आसानी से एक हो जाते हैं, जबकि अच्छे लोगों को एक साथ लाना बहुत कठिन होता है, जिस दिन ये एकजुट हो जायेंगे मेरा देश सच में महान हो जाएगा ,जय श्री कृष्ण राधे राधे.

  • @Panjab54
    @Panjab54 2 года назад +13

    भारत में ज्यादातर लोग अंग्रेजी भाषा का प्रोयोग दूसरे को दिखाने के लिए करते है और अपने आप को दूसरो से ऊपर होने का शो ऑफ करते हैं।

  • @harshtripathi973
    @harshtripathi973 2 года назад +12

    हिंदी को लेकर हमारे मन में बहुत हीनभावना है ,प्रणाम आचार्य जी 🙏🏻

  • @kumarutkarsh99
    @kumarutkarsh99 2 года назад +21

    हिंदी हमारा स्वाभिमान है । वंदे मातरम्

  • @anantsharma9989
    @anantsharma9989 2 года назад +51

    शत शत नमन आचार्य जी🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳

  • @user-iq3iq5lm9g
    @user-iq3iq5lm9g 2 года назад +9

    बहुत आभारी रहेंगे हम हिन्दी भाषी आपने जो उपकार
    किया इतने सारे गुढ बाते हम आम लोगो को पता चल रहा है |

  • @pradeepsah6872
    @pradeepsah6872 2 года назад +51

    गुरू जी आप की चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩😭🕉️

  • @suhanirao700
    @suhanirao700 2 года назад +59

    जब तक हमारी अपनी भाषा हिन्दी के प्रति सम्मान नही होगा, हमारे भाषा का उत्थान नहीं हो सकता, , प्रणाम आचार्य जी🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @ajeetkumarjay.
    @ajeetkumarjay. 2 года назад +21

    अन्य भाषाएँ भारत के अंग हो सकती हैं परन्तु हिंदी इसकी आत्मा है । 😘

  • @vandanakashyap5176
    @vandanakashyap5176 2 года назад +7

    आप इतने पढ़े लिखे है आचार्य जी और आपकी हिंदी बहुत अच्छी और मुझे आपकी हिंदी ही पसन्द आयी थी।

  • @youthwave
    @youthwave Год назад +22

    हिंदी में हमारे देश की आत्मा बसती है ...भाषा का अत्यंत ही सुंदर विश्लेषण ...

  • @Say_My_Name--
    @Say_My_Name-- Год назад +5

    वाह ! हिंदीमय कॉमेंट सेक्शन पढ़के आनंद आ गया 😄

  • @yogendramandal4387
    @yogendramandal4387 2 года назад +45

    शत् शत् नमन आचार्य जी 🙏❤️

  • @asadfiroz2343
    @asadfiroz2343 Год назад +4

    जिस देश ने अपनी भाषा अपनी जुबान को सबसे ज्यादा अहमियत दी, सबसे ऊपर रखा, उन देशों ने ज़्यादा उन्नति कि, वो देश बहुत आगे गए, चीन को देख सकते हैं एशिया और यूरोप के दर्जनों देशों को हम देख सकते हैं ☺️

  • @rikkiyadav5898
    @rikkiyadav5898 2 года назад +11

    आचार्य जी,
    ये हमारी आंतरिक खोखलापन ही तो है।
    जो अपनी विकसित संस्कृति को छोड़कर ,एक अविकसित संस्कृति को अपनाते हैं।

  • @Trilochan21265
    @Trilochan21265 2 года назад +21

    आचार्य जी प्रणाम! ज्यादातर प्रतिक्रियाएं हिंदी में आनी प्रारम्भ हो गई हैं : बहुत अच्छा लगा | 🙏
    कितना प्रकाश मिलता है आपके सानिध्य में 🙏

  • @yogendramandal4387
    @yogendramandal4387 2 года назад +20

    भीतर गुलामी की हीनता की इतनी गहरी चोट मन पर पड़ी है कि अभी तक उससे उबर नहीं पाये है उस हीनता को छुपाने के लोग इतना दिखावा करते हैं अंग्रेज़ी बोलना अलग बात है और अंग्रेज बन बिल्कुल अलग बात है 🙏🙏

  • @renusingh3404
    @renusingh3404 2 года назад +27

    9:16-9:40 अंतर्मन को छू गई😇
    ईमानदारी-निष्ठा ज़रूरी है🙏🏼😊🌸

  • @Saloni_thakur269
    @Saloni_thakur269 2 года назад +56

    शत शत नमन गुरुजी।
    🙏❤️🕉️

  • @Eklavya458
    @Eklavya458 2 года назад +13

    प्रणाम आचार्या जी 🙏
    मै एक शिक्षिका हूं ।जब छोटे छोटे बच्चो को पाठ के प्रश्न - उत्तर,रिक्त स्थान, सही गलत आदि अंग्रेजी में याद करने को के देती हूं तो मुझे उनकी स्थिति पर बहुत बुरा लगता है,बेचारे छह सात साल के बच्चे उन्हीं प्रश्नों का उत्तर हिंदी में अच्छे से समझ जाते हैं और अपनी भाषा में लिख भी लेते पर फिर भी उन्हे रटना परता है। पहले spelling, फिर word meaning , फिर grametically arangement करना।
    इस वजह से कई बच्चो को पढ़ाई बहुत बोझिल लगने लगता है।

    • @vidhutalan1248
      @vidhutalan1248 2 года назад

      Bilkul shi.. maine bhi 7 sal school me padhaya.. bht bchche yad h aise jinki bhasha k prati bebasi abhi bhi aise hi yad aati h .. kitne mushkil me h aajkal bchche...

  • @kumaraman821
    @kumaraman821 2 года назад +6

    "निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।
    बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।
    विविध कला शिक्षा अमित, ज्ञान अनेक प्रकार।
    सब देसन से लै करहू, भाषा माहि प्रचार।।”
    भावार्थ: __ निज यानी अपनी भाषा से ही उन्नति संभव है, क्योंकि यही सारी उन्नतियों का मूलाधार है।
    मातृभाषा के ज्ञान के बिना हृदय की पीड़ा का निवारण संभव नहीं है।
    विभिन्न प्रकार की कलाएँ, असीमित शिक्षा तथा अनेक प्रकार का ज्ञान,
    सभी देशों से जरूर लेने चाहिये, परन्तु उनका प्रचार मातृभाषा के द्वारा ही करना चाहिये।
    __ प्रणाम आचार्य जी ✍️

  • @PushPendrASHakYa.
    @PushPendrASHakYa. 2 года назад +67

    किसी भी काम में आंतरिक खोखलापन हमें किसी भी हद तक गिरा सकता है।🙏🙏

  • @VedKaShikharVedant
    @VedKaShikharVedant 2 года назад +31

    वो देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता जो अपनी मातृभाषा का सम्मान नहीं करते l
    बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी आप जैसे लॉगो की इस देश को जरूरत है |
    आज बहुत जरुरी है कि आचार्य जी के साथ मिल के अपने धर्म और देश की रक्षा करें l

  • @gaurdiksha103
    @gaurdiksha103 Год назад +2

    मैं जिस विद्यालय में पढ़ाने गई थी , वहां जाकर दिल टूट गया, वहां संस्कृत पढ़ाने का मन था और हमेशा से संस्कृत पढ़ाने का मन है पर समस्या ये है कि, बच्चों का मन नहीं है, संस्कृत पढ़ने का , और प्राथना भी अब आंग्ल भाषा में हो रही है जन गण मन भी😭😞 ऐसे कैसे चलेगा आचार्य जी आप अंतर्राष्ट्रीय मंच पर आपका महोत्सव करिए आचार्य जी बहुत बहुत निवेदन है आपसे, हम 90 के बच्चे हैं नहीं देखते बनता ये सब😭🙏

  • @Aplhasahil
    @Aplhasahil 2 года назад +13

    बहुत ही सही कहा आचार्य जी आपने 🙏💐आज हम सब इंग्लिश के शिकार हो रहे हैं,उसी को अहमियत मिल रही है,यहां तक कि स्कूलों में अगर किसी शिक्षक को इंग्लिश नही आती तो उनको विद्यालय में रखते भी नही हैं।।🙏प्रणाम आचार्य जी

  • @Balajitaxiservices
    @Balajitaxiservices 2 года назад +15

    असली बात ये है कि हमारे अंदर गुलामी की इतनी बड़ी छाप छोड़ी गई है कि 800 साल गुलामी करके वो गुलामी हमारे खून में घुस चुकी है । हम दूसरे के बाप को अपना बाप मानने लगे हैं , अपने बाप को बाप कहने में हम शर्म महसूस करते हैं।

  • @jahnaviyadav2225
    @jahnaviyadav2225 2 года назад +25

    You are my favourite sir🙏🙏

    • @Indorinomadic
      @Indorinomadic 2 года назад +2

      Mine also 😊🙏

    • @ashmitjha4912
      @ashmitjha4912 2 года назад +1

      ये बात आप हिंदी मै लिख सकते थे। लगता है आपको अपनी भाषा से प्यार नहीं है।

    • @ujjwal_rao_yadav9522
      @ujjwal_rao_yadav9522 2 года назад

      देवनागरी में भी लिखो

  • @Arnav.Advait
    @Arnav.Advait 2 года назад +18

    शत शत नमन गुरुजी 🍂❤

  • @happylife5773
    @happylife5773 2 года назад +2

    Thanks!

  • @monikadubey5183
    @monikadubey5183 2 года назад +15

    पहले तो प्रणाम है नमन है प्रणाम है नमन है प्रणाम है नमन है नाम है नमन है आचार्य जी आप क्या है आप भगवान करें इतनी ऊंचाई पाई देश का हर व्यक्ति आपको जाने नई पौध खासकर लड़कियां जो आपसे आपके द्वारा वह ज्ञान हासिल करेंगी जो उन्हें बहुत जरूरत है

  • @pragatiadhau8932
    @pragatiadhau8932 Год назад +11

    Behad ki param param mahashanti hai 🙏🙏🙏💐🙏

  • @PRAVINKUMAR-rv7pe
    @PRAVINKUMAR-rv7pe 2 года назад +15

    आज यही हो रहा है जो अचार्य जी ने बोले बिल्कुल 100 प्रतिशत सच्च है 🙏🙏

  • @PushPendrASHakYa.
    @PushPendrASHakYa. 2 года назад +22

    चरण स्पर्श आचार्य जी❤️❤️🙏🙏🙏

  • @durgeshkushwaha2534
    @durgeshkushwaha2534 2 года назад +16

    लोग बड़े गर्व से बोलते हैं कि , हमें हिंदी नहीं आती।
    ये बोलना आजकल smartness का प्रतीक हो गया है।
    शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों को जो दिखावे और smart बनने के चक्कर में अपनी भाषा छोड़कर दूसरी भाषा की गुलामी कर रहे हैं।

  • @DilipSingh-ub8by
    @DilipSingh-ub8by 2 года назад +9

    आचार्य जी को प्रणाम। बहुत सुंदर तरीके से हमारे देश के अंग्रेजों को समझाया है आचार्य जी ने बहुत बहुत धन्यवाद

  • @toralpatel2101
    @toralpatel2101 2 года назад +6

    आपने बिल्कुल सत्य कहा. भले ही अंग्रेजी सीखना आवश्यक हो, पर अपनी मातृभाषा और अपनी राष्ट्रभाषा हिंदी को सबसे अधिक महत्व देना चाहिए. आधुनिक बनने के लिए अंग्रेजी भाषा अनिवार्य नहीं हैं आप अपनी भाषा सीख कर भी आधुनिक बन सकते हैं. जापानी और कोरियन प्रजा इसका श्रेष्ठ उदाहरण हैं. अपनी भाषा और संस्कृति भी नहीं छोड़ी और आधुनिकता और तकनीकी विकास मेे भी श्रेष्ठता प्राप्त की हैं.

  • @amitprajapati8595
    @amitprajapati8595 2 года назад +5

    प्रणाम आचार्य जी 🙏☺️🇮🇳
    जरूरत है आचार्य जी आपकी इस देश को 🇮🇳🙏

  • @daksharanderia
    @daksharanderia 2 года назад +3

    हिन्दी भाषा "अ" अज्ञानता/अनपढ़ अक्षर से शुरू हो कर "ज्ञ" के ज्ञानता पर आ कर पूर्ण होती है.
    हिन्दी भाषा में कोई भी अक्षर को चुप/silent न कर के आधे शब्द को अगला शब्द उसे सहायक/पूर्ण करता है.
    गर्व है हिन्दी भाषा पर और बोलने में.

  • @kumarneeraj7510
    @kumarneeraj7510 2 года назад +15

    आपसे मिलने से पहले बहुत बेवकूफों से मिला,
    किन्तु जबसे आप मिले और कोई भाता नहीं आचार्य जी।🙏🙏🙏🙏

  • @Saloni_thakur269
    @Saloni_thakur269 2 года назад +38

    मुझे भारत में भारत के लोगों को आपस में अंग्रेजी बोलते देखना सबसे अधिक मूर्खतापूर्ण लगता है।

  • @ketankhotele3631
    @ketankhotele3631 2 года назад +7

    पिछले कही महीनो से मैं भी अपनी हिंदी सुधारने का प्रयत्न कर रहा हूं और दूसरो को भी हिंदी बोलने और लिखने के लिखे प्रोत्साहित करता हूं ।

  • @akshaynagarwal
    @akshaynagarwal 2 года назад +43

    आचार्य जी के द्वारा बारी- बारी से आंतरिक हास्यास्पद इस्तेमाल करने से हंसी आ ही जाती है.😁 Hey Bro..

  • @RanjeetKumar-os4yl
    @RanjeetKumar-os4yl 2 года назад +14

    सत्य वचन अचार्य जी के चरणों में बारम्बार प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @sanatanivikramdutt3637
    @sanatanivikramdutt3637 2 года назад +8

    उच्च चेतना के इंसान हो आप
    आचार्य जी🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @magansinghmachar2585
    @magansinghmachar2585 2 года назад +17

    हमारे प्रधानमंत्री जी पी तो हिंदी में बात करते हैं लोगों के साथ

  • @ananttheinfinite1081
    @ananttheinfinite1081 2 года назад +117

    हमने तो भईया जी हिंदी माध्यम से ही अध्ययन किया है और बढ़िया हिंदी जानता हूं और उपयोग भी यही करता हूं। रही बात हिंदी के महत्व की, तो हम हिंदी पर अडिग रहते हैं सामने वाला जहां अंग्रेजी बोलना शुरू करता है हम शुद्ध और परिष्कृत हिंदी का उपयोग करते हैं तो वो स्वयं ही पूछता है कि भैया अपरिहार्य का क्या अर्थ? परिष्कृत का क्या मतलब? ज़रा सरल भाषा में बोलो न, तो हम भी यही बोलते हैं कि सरल एवम् सहज बोलो न, काहे को अपने देशवासियों से अंग्रेजी झाड़ते हो? वो भी केवल दिखावे के लिए! अपने घर में, अंग्रेजी में ही बातें करते हो?
    भारतीय भाषाओं में कितना प्रेम है। हमारे लिए शांति,गर्व और गहरा आनंद तो अवधी,बांग्ला,हिंदी,मराठी,असमिया,तमिल,संस्कृत आदि भाषाओं में ही है❤️

    • @harshitkumar9745
      @harshitkumar9745 2 года назад +7

      मैं भी ऐसा ही करता हूं भ्राता

    • @notspecial9240
      @notspecial9240 2 года назад +3

      बहुत बढिया भैय्या 😎👌😘

    • @businessmind3288
      @businessmind3288 2 года назад +4

      बहुत ही अच्छे बड़े भाई

    • @ananttheinfinite1081
      @ananttheinfinite1081 2 года назад +2

      @@harshitkumar9745 जी भईया जी

    • @ananttheinfinite1081
      @ananttheinfinite1081 2 года назад +2

      @@businessmind3288 धन्यवाद भैया

  • @prakashjoshi4185
    @prakashjoshi4185 Год назад +8

    आचार्य जी प्रणाम आपके बोधयुक्त वक्तब्यों से मन स्थिर एवं हृदय पबित्र हो जाता है आपको कोटिश. प्रणाम चरण स्पर्श

  • @youthwave
    @youthwave Год назад +2

    अत्यंत सरल भाषा में आचार्य जी अपनी बातों को बखूबी कह देते हैं

  • @rekhakumari-cx1kh
    @rekhakumari-cx1kh 2 года назад +11

    शत् -शत् नमन आचार्य जी🙏

  • @kumarneeraj7510
    @kumarneeraj7510 2 года назад +5

    आप अगर हिन्दी में नही बोलते तो मैं आपके ज्ञान से वंचित ही रह जाता आचार्य जी🙏🙏🙏🙏

  • @mayasharma2790
    @mayasharma2790 2 года назад +5

    🙏🙏 आचार्य जी आप बहुत सही बात कहे रहे हो हम ही लोग है जो हिन्दी का पतन कर रहे है सोचने वाली बात हिन्दु ही हिन्दी नही बोलगे तो बाकी देशों मैं हम कैसे बोलगे अपनी मात्र भाषा ये सोचना का विषय है

  • @rajveersinghholkar1943
    @rajveersinghholkar1943 2 года назад +6

    🙏🌹🇮🇳 नमस्कार प्रिय सम्माननीय व आदरणीय आचार्य जी।
    बहुत अच्छा बोला आपने हमारी राष्ट्रीय भाषा हिन्दी के लिए।🇮🇳
    वन्देमातरम् 🇮🇳

  • @HarshadRajputOfficial
    @HarshadRajputOfficial 2 года назад +20

    अचार्य प्रशांत जिस मैं आपकी बात से सहमत और हमारी राष्ट्रीय भाषा मैं सारी बात करनी चाहिए मैं हमेशा हिंदी में ही बात करता हूं -और मैं गुजराती हूं तो ज्यादा हिंदी और गुजराती बोलता हूं इंग्लिश मुझे भी पसंद नहीं मतलब अपने देश इंग्लिश का काम के अलावा इस्तेमाल ना करें

  • @neetayadav7786
    @neetayadav7786 2 года назад +6

    🙏🙏🙏🙏, बहुत ही सही और स्पष्ट वक्तव्य, धन्यवाद आचार्य जी सही मार्ग दर्शन के लिए🙏🙏

  • @gambhirsahu105
    @gambhirsahu105 2 года назад +14

    प्रणाम आचार्य जी🙏🙏💐💐❤❤

  • @ShubhamSharma-eb7ys
    @ShubhamSharma-eb7ys 2 года назад +9

    हिंदी भाषा की महिमा ही अलग है..

  • @anishmishra7980
    @anishmishra7980 Год назад +3

    प्रणाम आचार्य जी! 🙏🏻

  • @seemakapila6137
    @seemakapila6137 2 года назад +6

    Very true, Acharya ji. I am glad that I always spoke in Hindi with confidence.

  • @devanandkumar266
    @devanandkumar266 2 года назад +5

    आचार्य जी हम हिंदी भाषा छोड़ नहीं रहे है बल्कि सरकार, संस्थाएं, दफ्तर, विद्यालय, कुछ उच्च पद पर बैठे लोग हमें जबरन छुड़वा रहे है
    लोग लाचार है , ये हैं सच गुरु जी😐

  • @NandanLLB
    @NandanLLB Год назад +3

    अंग्रेज़ी अगर एक भाषा होता तो कितना अच्छा होता ॥ लेकिन लोग इसे अपना स्टैंडर्ड समझते हैं ।। हिन्दी बहुत हैं प्यारा भाषा है ॥

  • @youthwave
    @youthwave Год назад +4

    आंतरिक खोखलापन हमें गिरा सकता है.. बहुत खूब आचार्य जी!

  • @krishnavii_shri
    @krishnavii_shri 2 года назад +7

    प्रणाम आचार्य जी अद्भुत हैं आप श्रीकृष्ण जी ने वरदान स्वरूप आप को हमारे जीवन में प्रवेश दिया है.. 🙏🙏

  • @bibekanandshah944
    @bibekanandshah944 2 года назад +85

    English should be taken just as tool, and mother tongue must be promoted highly. Salute to Acharya Ji.

    • @vishalchouhan9328
      @vishalchouhan9328 2 года назад +3

      😂

    • @macksequeira4233
      @macksequeira4233 Год назад +13

      यही बात हिन्दी में कह सकते थे मित्र 😄😄😄

    • @rajprotimautriya5962
      @rajprotimautriya5962 Год назад +6

      @@macksequeira4233 har kisika matri bhasa hindi nahi hota bhaiji . Hindi me hi bole ye jaruri nahi , par apne matri bhasa aur uske sath sath baki bharatiya bhasao ki bhi samman karna sahiye .

  • @sadhanaverma4036
    @sadhanaverma4036 2 года назад +2

    आचार्य जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं , यहाँ गाँव और कस्बों मे भी ऐसे ऐसे विद्यालय बन रहे हैं ,जहाँ बच्चो को हिन्दी बोलने पर भी दंड मिलता है ।
    भले ही बच्चे कुछ समझ आए न आए मगर बोलना और पढा़ना सिर्फ अंग्रेजी ही है ।✍️✍️✍️✍️

  • @samadhanmarkande6944
    @samadhanmarkande6944 Год назад +2

    आपका व्याख्यान व्यक्ती को आत्मविश्वास से पुरा भर देता हैं आचार्य जी. मै नोकरी पर हुं मगर मेरे बस मे जितना काम हैं उतना काम मैं मेरी मातृभाषा मराठी मे ही करता हुं,मैं मेरी स्वाक्षरी भी मातृभाषा मे ही करता हुं,काम का बस १०% होगा जो बस मे नाही मगर चलना,उठणा,सोना, जगना,खाना पिणा सबमे हमने खुद इंग्रजी को लाके खडा कर दिया हैं.भाषा ज्ञान तो हमे जरूर होना चाहिए मगर खुद को भाषा को मरवा कर नाही.

  • @yehmeraandaman
    @yehmeraandaman Год назад +11

    हम सब बेवफा हो गाए। हिन्दी राष्ट्रभाषा है और रहेगी। जय हिन्द वन्देमातरम 👍🥰

  • @spyler1565
    @spyler1565 2 года назад +5

    only listening to osho discourses and acharya prashant made me understand how beautifully one can speak in hindi.

  • @RavinderKumar-sc1dl
    @RavinderKumar-sc1dl 2 года назад +1

    प्रणाम आचार्य जी। भारत में यदि धर्म और अध्यात्म की बात शुद्ध हिंदी में ना हो तो उसका स्वयं से संबंध नजर सा नही आता है।
    शुद्ध धर्म और अध्यात्म की गहरी बातो को शुद्ध हिंदी भाषा में सुनने में जो आनंद की अनुभूति होती है वही अध्यात्म और हमारे बीच एक मौलिक कड़ी का काम करती है।
    बाकी अंग्रेजी भाषा को आज भारत में लोग बहुत हद तक व्यर्थ में ढो रहे है।
    आचार्य जी आपने अध्यात्म को और उपनिषद के शुद्ध ज्ञान को हिंदी भाषा में बताकर भारत में पुनर्जीवित कर दिया है। आचार्य जी को कोटि कोटि प्रणाम।

  • @user-dt4ye5yj3k
    @user-dt4ye5yj3k 2 года назад +28

    "हिंदी"पीछे नहीं हट गई है।
    बोलने वाले कायर हो गए हैं।। आचार्य प्रशान्त