Ep. 3122 शिखरजी: हाथी ने कैसा चमत्कार दिखाया: 5 को सूंड से उठाया, पारस पर मस्तक झुकाया
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- Опубликовано: 6 фев 2025
- श्री सम्मेदशिखरजी के 100 साल के इतिहास में पहली बार हाथी करने आया वंदना, क्यों?
अनेक दुकानों को क्रोध में हाथी ने तहस-नहस किया, तोड़ा-लूटा: जैसे संदेश दिया कि, जैन तीर्थ पर अतिक्रमण करती दुकानें हटा लो।
पहाड़ घूमने आये सोते 5 पर्यटकों को सूंड से उठाया- स्पष्ट संदेश इस तीर्थ को पर्यटक स्थान ना समझे।
पारस टोंक की सीढ़ियों पर मस्तक झुकाया और शांत होकर किधर गया, पता नहीं चला।
पुलिस अनुसार फिलहाल रात में वंदना के लिए नहीं चढे़।
क्रोध भरा हाथी, क्या कोई संदेश देने आया था?
#sammedshikharji #sammedshikhar #shikharji #parasnath #parasnathhill
अगर आपके पास भी कोई प्रमाणिक जैन तीर्थ या जैनहित में कोई जानकारी हो, तो आप अपने नाम पते के साथ 99106 90823 पर व्हाट्सएप भेज सकते हैं।
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बहुत सुंदर काम किया है सभी दुकानें बंद होनी चाहिए पवित्र स्थान है
पार्श्वनाथ भगवान कि जय, बहुत बढ़िया संदेश दिया कि यह जैनीयोंका पवित्र स्थान है पवित्र ही रहने दो जय हो पारस प्रभू🙏🙏🙏
बहुत सुंदर जो इंसान नही कर पाये वो एक मूक प्राणी कर गया
बहुत सुन्दर संदेश दिया हाथी ने🙏🙏🙏
जैन समाज नहीं कर पा रही हैं ।वो एक तिर्यंच ने कर दिखाया । निश्चित रूप से यह भव्य जीव ही है। जिसने इस धरती पर इस रूप में जन्म लिया है।जय हो चौबीस तीर्थंकर की🙏🙏🙏
पहाड़ पर ये लोग दुकानें हम जैन लोगों के लिए ही लगाए बैठे है। पवित्र भूमि जिसका एक एक कण पूजनीय है उसपर ऐसी किसी दुकान का होना ही श्राप है।
हम जैन लोगों की ही भूल है, न हम इनसे कुछ खरीदे और न ही ये लोग वहां दुकान लगा कर उस स्थान को अपवित्र करेंगे।
सम्मेदशिखर कि जय हो पारस नाथ भगवान कि जय मनोकामना पूर्ण करो भगवान नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु भगवान ❤
हम ने भी उसी दिन वंदना की है घटना तो सत्य है ... यह तो बहुत ही ज्वलंत समस्या है पवित्र पहाड़ को स्वच्छ और सुरक्षित रखना जरूरी है .... वीरेंद्र गंगवाल रतलाम
@@virendragangwal3572 पहाड़ पर ये लोग दुकानें हम जैन लोगों के लिए ही लगाए बैठे है। पवित्र भूमि जिसका एक एक कण पूजनीय है उसपर ऐसी किसी दुकान का होना ही श्राप है।
हम जैन लोगों की ही भूल है, न हम इनसे कुछ खरीदे और न ही ये लोग वहां दुकान लगा कर उस स्थान को अपवित्र करेंगे।
🙏🏻 सत्यमेव जयते जिनका कोई नहीं होता उनका ईश्वर होता हैं ।
ईश्वर के नाम को कहा बीच में ला रहे हो।
पहाड़ पर ये लोग दुकानें हम जैन लोगों के लिए ही लगाए बैठे है। पवित्र भूमि जिसका एक एक कण पूजनीय है उसपर ऐसी किसी दुकान का होना ही श्राप है।
हम जैन लोगों की ही भूल है, न हम इनसे कुछ खरीदे और न ही ये लोग वहां दुकान लगा कर उस स्थान को अपवित्र करेंगे।
हाथी ने सन्देश दिया कि पवित्र स्थल को पवित्र ही रहने दे।
शुरुआत खुद से करो।
शपथ को की वंदना करते समय पहाड़ पर कुछ नहीं खाना है।
पहाड़ पर ये लोग दुकानें हम जैन लोगों के लिए ही लगाए बैठे है। पवित्र भूमि जिसका एक एक कण पूजनीय है उसपर ऐसी किसी दुकान का होना ही श्राप है।
हम जैन लोगों की ही भूल है, न हम इनसे कुछ खरीदे और न ही ये लोग वहां दुकान लगा कर उस स्थान को अपवित्र करेंगे।
जय जय श्री पार्श्वनाथ भगवान की
Namostu Parasnath jai jenedra🙏🙏🙏
पहाड़ पर ये लोग दुकानें हम जैन लोगों के लिए ही लगाए बैठे है। पवित्र भूमि जिसका एक एक कण पूजनीय है उसपर ऐसी किसी दुकान का होना ही श्राप है।
हम जैन लोगों की ही भूल है, न हम इनसे कुछ खरीदे और न ही ये लोग वहां दुकान लगा कर उस स्थान को अपवित्र करेंगे।
Jaago Jain Jaago
Tirath Raksha hetu sab ek ho Jaao . Ye tirath hum sabka hai . Unity mei bahut badi takat hoti hai . Yeh tirath hamari Amulya darohar hein . Inki raksha hame hi karni hogi .
🙏🙏
तीर्थ को पवित्र रखने की जिम्मेदारी पहले हमारी है अगर हम पहाड़ से कुछ भी नहीं खरीदें तो ये अतिक्रमण अपने आप ही हट जाएगा और हमारा पवित्र तीर्थ हमेशा पवित्र रहेगा
अब तिर्यांचों को ही धर्म की रक्षा के लिए आगे आना होगा. क्योकि जैनो के बस मे अब कुछ नही. हम आपस मे लड़ने मे शेर है. बाकी.....
पार्श्वनाथ भगवान् का जीव भी हाथी था और वही से उनके उत्थान का समय प्रारम्भ हुआ था. ये हाथी भी भविष्य मे एक प्रभावक संत बनेगा और जो संत है वही अरिहंत बनेगा.
जय पारस बाबा
यदि शिखरजी को बचाना है तो हम संकल्प ले की पर्वत पर कुछ भी न खरीदे
हमारे सर्वोउत्कृष्ट तीर्थ राज सम्मेद-शिखरजी की यात्रा आत्मशुद्धि की भावना से नियम-संयम संकल्पित होकर की जाती है। क्या हम सभी जैन धर्मावलंबी मात्र एक दिवस भी संकल्पित नहीं रह सकते है। यह यात्रा मंनोरंजन या आमोद-प्रमोद का पर्यटन स्थल नहीं है, यदि हमने पर्वत वंदना में खाद्य सामग्री खरीद कर खाना बंद नहीं किया तो
क्षैत्र की पवित्रता और गरिमा नष्ट हो जायेगी और इस तरह की वन्य-प्राणियों द्वारा हमलें की घटनाएं एंव विघर्मीयो द्वारा पर्वत पर भू -अतिक्रमण बढ़ता ही जायेगा।।
सभी जैन श्रावक श्राविका ध्यन दे की हम सब ने एक प्रण लेना है वनंदना करते समय उन दुकान पर कुच ना खरिदे 🙏🙏🙏
पहाड़ पर ये लोग दुकानें हम जैन लोगों के लिए ही लगाए बैठे है। पवित्र भूमि जिसका एक एक कण पूजनीय है उसपर ऐसी किसी दुकान का होना ही श्राप है।
हम जैन लोगों की ही भूल है, न हम इनसे कुछ खरीदे और न ही ये लोग वहां दुकान लगा कर उस स्थान को अपवित्र करेंगे।
दुनिया चाहे हम पर कितने भी उपसर्ग क्यों न कर ले। हमारे पर्वत राज की रक्षा स्वयं देव करते हैं।।जैनम जयतु शासनम
Hatthi Mera saithe jai adhinath
हाथी ने सन्देश दिया पवित्र स्थल को पर्यटन नहीं बनाया जाऐ पवित्र ही रहने दें जय जिनेन्द्र
Gang gang parshv yakshaya ganpatye nameh
Tirthankar ajitnath bhagwan ki jai ho unka chinh haathi hae
Namostu Bhagwan Namostu
सभी लोग पर्वत पर खाना छोड़ दें तो कुछ हो सकता है
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Shree Sammed Shikharji Tirth Kshetra
Jay Shree Gaj Raj
Jai jinendra.
Namostu bhgwanji 🙏🙏🙏🙏
Aagye dev
Jay paras baba ke Jay paras baba yese hi chamatkaar dikhay
Jai ho parshv prabhu ki
Maine 26 JAN 2025 ko sammed shikharji ka vandana kiya... Aaj 27/01 ko bhi shikarji me hun... Mine ek aur hathi ka nishana dekha o hai ki udhar 3-4 Banana tree/plant thaa usse giraya hai.
જય જિનેન્દ્ર
M MAA padmavati ji ki savika Nisha jain up se
Jain samaj ko seekh lekar Sabhi dukano par se shopping ka bahishkar karna chahiya jisse Yeh dukane swath hi band ho jaayegi....
Doossra comeeti ya jain samaj ko kahi ek jagh ooper hi yatra ke beech me alphaar ka nisulk vayvasta banani chaiya jisse yatri anya jagh se khaane ki vastue nahi leve....
Yeh karna jaroori hi nahi balki Kshetra ko bachane ke liye bhi jaroori ho gaya hai.....
🙏🙏
🎉🎉🎉🎉
Jai Paras 🎉
Hmne ek din pahle ki thi vandna🙏
Hathi ne paras prabhu ke darshan kiye hai.
Pakka ,uska pichle janm ka punya hai.
@@siddharthjain6465 dev aaye honge koi yein.pavitra hona chaiye sab kuch
Haathi ne hame yah sandesh diya hai ki ham teefthraj parvat se kuchh na kharide apna saman lekar jaye
Yes
Is hundaavsarpini kaal mai sammed shikhar ji se nirean prapt karne wale pratham tirtgankar unka chinh haathi
Ajitnath Bhagwan Ji Moksh gaye hain sabse pahle Shikharji se ajitnath Bhagwan ka Chin Hathi hai janon ke chhatron per Ek bhi dukaan Nahin honi chahie
Chanda Prabhu,Aravat,(haathi KAA Pravesh)*
में त्याग करता हु की पर्वत पे कुछ भी नही खाऊंगा 🙏
Jay Parasnath Baba ki pahad per sabhi dukanen band honi chahie tirth Sthal Hai Tirath ki tarah hi Lena chahie
Bhai ji jain sakal samaj ko jaagna hoga aap jaagruk hote hai t u sarkaar bhi sunti hai humare saansad Amit shaha ji hai baat karni chahiye
Hau sabhi jainiyo ko sabse mahan Sammed Shikhraji ko pavitra rakhana chahiye vahan per stall se kuccha bhi kharidna nahi
Sammed shikhar to jamon ka abhiman h ye to bhut hi pavitra pahad h.
Jai Ho
जय अजित्नाथ जय पारस
Hum ek bar gaye thy tab bhi aaya tha hathi
हाथी कोई वंदन करने नहीं आया था , जबरन की कहानी मत बनाओ
Or Jo bha pr upadrab kiya bo kisne kiya
Saamed shikharji ko tourist place na bnaye pls
Entry fee lga do sb bnd ho jayenge
हाथी की विडिओ नहीं बनाई किसी ने
Hathi tonk par leed karne gaya ta 😂😂😂
Mujhe nhi lagta h ki tu jain h
@tarunjain3742 jain hona mere liye Garv ki baat nahi hai. Mai sanatan dharm ko accha manta hu . विदेश से भी लोग जब उन्हें कहीं शांति नहीं मिलती है तो सनातन हिंदू धर्म की ओर आस्था से देखते हैं और सनातन अपनाते हैं महाकुंभ में स्टीव जॉब्स की पत्नी भी सनातन अपना चुकी है और हिंदू बन चुकी है
@@xyx3479 Ha ha sanatani ke kaam toh bhot h
Par unse lakh guna acha h jain dharm. aur pta na ho toh jain dharm sanatan se phele ka h. Agr nhi toh tumhare shastra mein aadinath bhagwan ka naam bhot phle se kyu h
Pagal log sabka dharam acha hota h samjhe
पहाड़ पर ये लोग दुकानें हम जैन लोगों के लिए ही लगाए बैठे है। पवित्र भूमि जिसका एक एक कण पूजनीय है उसपर ऐसी किसी दुकान का होना ही श्राप है।
हम जैन लोगों की ही भूल है, न हम इनसे कुछ खरीदे और न ही ये लोग वहां दुकान लगा कर उस स्थान को अपवित्र करेंगे।