वेद वेदांत गुरुकुल महाविद्यालय में शामिल होने के लिए अध्यापकगण और वैदिक छात्रों को निमंत्रण

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 25 янв 2025
  • वेदवेदांत गुरुकुल महाविद्यालय श्री श्रृंगेरी पीठ, श्वेतैश्रृंगाचलम् अट्चेम्पेट् मंडल, पलनाड जिला, आंध्र प्रदेश, भारत - 522409
    नमस्ते,
    विषयः वेद विद्यार्थियों और वेद अध्यापकों से वेदवेदांत गुरुकुल महावि‌द्यालय (श्री श्रृंगेरी शारदा पीठ की एक शैक्षिक शाखा) के साथ जुड़ने के लिए सविनय आह्वान।
    हमें आपको यह बताते हुए अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि वेदवेदांत गुरुकुल महावि‌द्यालय (वे.वे.गु.म.), श्री श्री जगद्‌गुरु शंकराचार्य महासंस्थान, दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठ, श्रृंगेरी की एक शैक्षिक शाखा, शाश्वत वैदिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए इस वर्ष 1 मई, 2024 से स्वकीय शैक्षिक प्रवेश प्रारम्भ कर रही है।
    यह परिसर आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिला, अट्चम्पेट् मंडल, मादिपाडु गांव, श्वेत श्रृङ्गचलम स्थल के पुण्य कृष्णवेणी नदी के तट पर स्थित है।
    वेदवेदांत गुरुकुल महावि‌द्यालय, 1990-91 में स्थापित एक शैक्षिक संस्था है जो वेद और वैदिक जान के अध्ययन, अनुसंधान और प्रसार पर केंद्रित है। श्री श्रृंगेरी शारदा पीठ, जगद्‌गुरु श्री आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार आम्नाय पीठों (वैदिक ज्ञान की सर्व प्रमुख पीठ) में से प्रथम है। श्री श्रृंगेरी शारदा पीठ के पूज्य जगद्‌गुरुजी वेदवेदांत गुरुकुल महाविद्यालय के कुलाधिपति हैं और डॉ. डी. वी.आर. शेषादि इस संस्था के धर्माधिकारी के रूप मे कुशल नेतृत्व कर रहे है। डॉ. शेषाद्रि, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद में मार्केटिंग विषय के प्रोफेसर हैं।
    श्री श्रृंगेरी जगद्‌गुरुओं के आशीर्वाद से, 86 एकड़ में फैला इस मनमोहक तथा शांत परिसर में, पिछले तीस वर्षों से पारंपरिक पद्धति से वैदिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। इस वेदपाठशाला में, यह अपेक्षा की जाती है कि निम्नलिखित वेद शाखाओं को सक्षम गुरुओं द्वारा पढ़ाया जाएगा, जो स्वयं अपने ज्ञान की सतत वृद्धि में भी प्रयत्नशील रहेंगे।
    इस वेदपाठशाला में पढ़ाई जाने वाली वेद शाखाएँ यथाः
    1. ऋग्वेद- शाकाल शाखा
    2. शुक्ल यजुर्वेद- कण्व शाखा
    3. कृष्ण यजुर्वेद - तैत्तिरीय शाखा
    परिसर में 2029 तक प्रयोग की जाने वाली भाषा हैं: संस्कृतम्
    अनध्ययन (जब विद्यार्थियों को वेद औपचारिक रूप से नहीं पढ़ाया जाता है) के दिनों (प्रति माह 6 दिन) के दौरान आधुनिक विषय भी पढ़ाए जाते हैं ताकि छात्रों को 10वीं, 12वीं और स्नातक की डिग्री निजी तौर पर दूरस्थ माध्यम (Distance Mode) में उत्तीर्ण करने में सक्षम बनाया जा सके। सर्वांगीण विकास के लिए, छात्रों को योग, शारीरिक व्यायाम भी सिखाया जाएगा और गैर-शैक्षणिक समयकाल के दौरान खेल खेलने की सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
    जगद्‌गुरुओं के आशीर्वाद से वेदपाठशाला में निम्नलिखित योजनाएँ क्रियान्वित की जा रही हैं:
    1) क्रमपाठी (श्रृंगेरी श्री शारदा पीठ से प्रमाणीकृत) के सफल समापन पर 5 लाख रु. धनराशि प्रदान।
    2) यदि वेद विद्यार्थी घनपाठी के चरण तक अध्ययन जारी रखने का विकल्प चुनतें है तो घनपाठी (श्रृंगेरी श्री शारदा पीठ से प्रमाणीकृत) के सफल समापन पर 7.5 लाख रु. धनराशि प्रदान ।
    इसके अतिरिक्त, वेदपाठशाला में प्रति माह 2000/- रुपये की राशि वेद वि‌द्यार्थी के खाते में जमा की जाएगी, जो श्री श्रृंगेरी शारदा पीठ के जगद्‌गुरुओं के आशीर्वाद से क्रमपाठी प्रमाणपरीक्षा तथा घनपाठी प्रमाणपरीक्षा के सम्पूर्णता के समय दी जाएगी।
    उपरोक्त सभी छात्रवृत्तियाँ श्री श्रृंगेरी जगद्‌गुरुओं के आशीर्वाद से मान्य प्रमाणपत्र के साथ प्रदान की जाएंगी।
    छात्रयोग्यता - उपनयन (यज्ञोपवीत संस्कार) पूरा होने के बाद 7-12 वर्ष के मध्य आयु वाले बालक
    छात्र क्षमता केवल 100 छात्र
    शैक्षणिक प्रवेश रोलिंग प्रवेश प्रक्रिया (Rolling admission basis) दिनांक 1 मई 2024 से प्रारंभ होगी।
    अधिक जानकारी के लिये संपर्क करें:
    (इच्छुक माता-पिता के पुत्रों के प्रवेश तथा इच्छुक वेद अध्यपकों के स्थान विषयक पूछताछ के लिए निम्नलिखित पते पर संपर्क करें ।)
    श्री डी.वी.आर. शेषाद्रि,
    धर्माधिकारी
    वेदवेदांत गुरुकुल
    श्री श्रृंगेरी शारदा पीठ, श्रृंगेरी
    श्वेत श्रृंगाचलम,
    मादिपाड्डू गांव,
    अट्चेम्पेट् मंडल, पलनाड जिला, आंध्र प्रदेश, भारत - 522409 मोबाइल: 9448362173/6300023435
    ईमेल: vvgm.dharmadhikari@gmail.com साथ में ईमेल की एक प्रतिलिपि इस मेल पर भी अवश्य भेजें: dvrs57.gmail.com

Комментарии •