आठवे के स्वामी का सभी बारह भावो में जाने का फल, इन ग्रहों को अष्टमेश दोष नहीं,
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- Опубликовано: 25 сен 2023
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आठवे के स्वामी का सभी बारह भावो में जाने का फल, इन ग्रहों को अष्टमेश दोष नहीं,
1 पहला घर -: जातक अपना जीवन गरीबी में व्यतीत करता है एवं उसके जीवन में अनेक समस्याएं आती हैं। अष्टमेश के कमजोर एवं उसके नवांशा लग्न के 6] 8 और 12वें घर में होने की स्थिति में समस्याएं कुछ कम हो सकती हैं। अष्टमेश के बुरी तरह से पीडित होने पर परेशानियां बढ़ भी lकती हैं। यह अपने वरिष्ठ अधिकारियों को कभी प्रसन्न नहीं कर पाते।
2 दूसरा घर -: दूसरे घर में द्वितीय भाव के स्वामी के साथ अष्टमेश के होने के कारण जातक के वैवाहिक जीवन में कई समस्याएं आ सकती हैं एवं उसे अच्छा भोजन भी नसीब नहीं होता। अष्टमेश के नवांशा लग्न के 6] 8 और 12वें घर में होने से समस्याएं कम होने के आसार हैं। जातक को दांत एवं नेत्र के रोग हो सकते हैं।
3 तीसरा घर -: त्रतियेश अष्टमेश के साथ तृतीय भाव में जातक बहरा हो सकता है अथवा उसे कान का कोई रोग होने की संभावना रहती है। यह कर्ज में दबे रहते हैं एवं इनका भाई-बहनों के साथ मतभेद हो सकते हैं। अष्टमेश के साथ छठे और बारहवें भाव के स्वामी के होने की दशा में जातक को लाभ की भी संभावना है।
4 चौथा घर -: चर्तुथेश अष्टमेश के साथ भाव में जातक को जीवन में कभी शांति नहीं मिलती। वह भावनात्मक के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी दुखी रहता है। जीवन की मुश्किलों का कारण इनकी माता और संपत्ति होती है। इनके वाहन की चोरी हो सकती है एवं किसी भारी नुकसान की संभावना है।
5 पांचवा घर -: नवम भाव के स्वामी का पंचमेश की अष्टमेश के साथ युति एवं लग्न के दुर्बल होने पर जातक गरीब और अशिक्षित रहता है। इनकी संतान की अल्पायु में मृत्यु संभव है अथवा जीवित रहने की स्थिति में संतान को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। नवाशा लग्न में अष्टमेश के होने पर जीवन में सम्स्याएं बड़ी तेजी से बढ़ सकती हैं।
6 छठा घर -: अष्टमेष के साथ छठे भाव के स्वामी का छठे घर में उपस्थित होना विपरीत राज योग बनाता है। इस स्थिति में जातक प्रसिद्ध और धनी बनता है। लेकिन यदि ग्रह पीडित हो तो जातक को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। यदि वह स्वामी किसी त्रिकोण अथवा केंद्र में नवांश में स्थित है तो बुरे प्रभाव अधिक हो जायेंगे। छठे भाव के स्वामी के प्रबल स्थिति में होने पर शत्रुओं का नाश होगा।
7 सातवां घर -: जातक की पत्नी का स्वास्थ्य खराब रह सकता है एवं जातक को स्वयं पूरी जिंदगी कोई स्वास्थ्य समस्या घेरे रह सकती है। इन जातकों का जीवन बहुत छोटा होता है। अष्टमेष के पीडित होने की स्थिति में जातक को विदेश यात्रा करनी पड़ सकती है। सप्तम और अष्टमेष के प्रबल होने पर जातक के राजनयिक बनने की संभावना है।
8 अष्टम् घर -: जातक के पिता की किसी दुर्घटना में मृत्यु संभव है। जीवन के प्रारंभिक चरणों में हानि के संकेत हैं। यह लंबा जीवन जीते हैं।
9 नवम् घर -: नौवें घर में अष्टमेष के साथ नवमेश की उपस्थिति में जातक को अपनी विरासत को खोना पड़ सकता है। सूर्य के पीडित होने पर नवमेश की दशा के समय जातक की अपने पिता के साथ अनबन हो सकती है। ऐसे समय में दोस्तों का सान्निध्य भी नहीं मिलेगा एवं बुजुर्ग आपकी आलोचना करेंगें।
10 दसवां घर -: दसवें घर में अष्टमेष और दशमेश के साथ होने की स्थिति में जातक का विकास धीमी गति से होता है। उसे अपने प्रयासों का प्रतिफल नहीं मिल पाता है। दूसरे घर के स्वामी और अष्टमेष के पीडित होने पर जातक को बहुत नुकसान झेलना पड़ता है एवं उसे कर्ज भी लेना पड़ सकता है। परिवार के सदस्यों की मृत्यु के बाद उसे पारिवारिक संपत्ति से बेदखल किया जा सकता है।
11 ग्यारहवां घर -: जातक के बड़े भाई के बुरे कर्मों का प्रभाव इनकी जिंदगी पर भी पड़ता है। इन्हें दोस्तों से धोखा मिल सकता है। व्यापार में धन की हानि होने की संभावना है।
12 बारहवां घर -: द्वादश घर में अष्टमेष और बारहवें भाव के स्वामी की संयुक्त स्थिति में विपरीत राज योग बनता है। लेकिन लाभकारी ग्रह की भागीदारी से इसके प्रभावों को कम किया जा सकता है। बारहवें घर में अष्टमेष और बारहवें घर के स्वामी के केंद्र और त्रिकोण की स्थिति में जातक को धार्मिक कार्यों से लाभ होगा। किंतु ग्रहों के पीडित होने की स्थिति में जातक धोखेबाज, कपटी और बलात्कारी बनता है। Развлечения
उत्तम विश्लेषण के लिए धन्यवाद।
कुंडली का बहुत अच्छा विश्लेषण। आपका बहुमूल्य मार्गदर्शन और स्पष्टीकरण उत्कृष्ट है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।🙏🚩🕌🚩🪐☀️🌙⭐✨🌟⚡💫⚪✳️🌑✴️🏵️🌼🌺🌸💮🍁🌷🌹🌻
❤ अभ्यासपूर्ण और अनुभवसिद्ध, सरल,सुगम,प्रभावी , विवेचन. ,🙏
आप अच्छा. समझाते है l आप मेरे गुरू है
great as always
In 8th house - 21:51
वाह जी वाह
बहुत ही व्यवस्थित विश्लेषण किया है आपने अष्टमेश की द्वादश भावों में स्थिति का
आपसे निवेदन है
आप वक्रीय ग्रह पर एक वीडियो बनाएं
कि वास्तविकता में ग्रह वक्रीय हो कर किस प्रकार से अपने स्वभाव से भिन्न हो कर क्या क्या कर सकता है
व
अन्य भावेश के द्वादश भावों में फल कैसे क्या क्या होंगे कृपया वीडियो के माध्यम से कहें
आप साफ सुथरी बात स्पष्टता से कहते है मान्यवर..आपके समझाने का तरीका बहुत बढ़िया है..
आपका एक शुभ चिंतक.🙏
Sir aap bahut acha batate ho ,
Nice information sir thnx
Acharayaji Parnam 🙏 Thanks 🙏
100%sahi adbhut hai astrology.
प्रणाम ज्योतिषाचार्य जी🙏
Har har Mahadev guru jee ❤
Very good afternoon sir 🌹🙏👍 thank you so much
Parnam ji🙏
Parnam guru ji 🙏🙏🙏🙏
parnam guruji
पंडितजी सादर प्रणाम
Guruji Pranam
Pranipat Guru Ji
Good
100 % true......!
First view
Lagnesh aur ashtmesh dono neech ke hain 😅😅
Same here..
Guruji mere kumbha lagan ki kundali hai 5 aur 8 house ka Swami budha hai aur v 9 house mein hai accha hai ki kharab hai🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏
Aapse kundli vishleshan karaya hai mere kundli mei apne likh kar Diya hai ki ashtmesh khrab hai na uska ratan phno na kuch..
Aur jabki is video mei dekhkar pta laga ki voh acha hai ..vipreet rajyog mei hai Chandra hai aur ucch ka hai.
अष्टमेश राजयोग में है तब भी स्टोन नहीं पहनना है उसका
8 house me 5 no,?
धन्यवाद गुरुदेव 🙏🙏🙏
Agar astmesh subh kartari my h to kya prabhav hoga
जय सिया राम,
गुरुजी
छठे भाव में शनि गुरू की युति हो तो इसका अर्थ क्या होगा
🙏 जय श्री कृष्णा। मेरा तुला लग्न है राशि कुम्भ है। मेरा लग्नेश और अष्टमेश एक ही ग्रह है। लग्नेश और अष्टमेश शुक्र + राहु की युति कर्क राशि अश्लेषा नक्षत्र दूसरे चरन दशम भाव मे है। क्या फल होगा?
❤❤❤🎉🎉🎉❤❤❤
Astmesj Mangal yadi phach ve bhav mai ho to
gurudev mere ashtmesh 12be ghar me budh aur ketu ke sath h
Guruji agr 8 house ka swami 6 house me nich hokar betha he to kaya hoga kripya bataye
mera 8 ve ghar me 4 number likha hai. aur chandra 12 ve ghar mangal aur ketu ke betha hai to kaisha phal dega? meri madad kijiye
,🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿❤️
Astmesh uchka ho & ashtam bhavme betha ho to kya phal dega
गुरु जी मेरा कर्क लग्न में दूसरे भाव में गुरु, शुक्र बुध और सूर्य, चौथे में केतु, आठवें में मंगल, दसवें में राहु, 11वें में चंद्र और 12वें में शनि क्या अरबपति योग है गुरु जी 🙏अभी मेरी राहु की महादशा चल रही है क्या गुरु की महादशा में मेरी जिंदगी में बदलाव आएगा
agar vrichik lagna ho....aur 11th aur 8th lord Budh agar 4th main ho to kya rehta hai? budha mahadasa kaisa rehta hai?
Sury chndr ko ashtmesh dosh lagega kya
mesh lagan walo ka lagnesh aur ashtmesh dono mangal dev hai, toh kaise samjh aayega?? @नक्षत्र तक
Tula rashi k ashtamesh yadi lagan me ho ?
Tula Lagan main gadbad Holi hai Kay
अष्टमेश सूर्य हो और सप्तम भाव में बैठे हों तो क्या इस भाव को बिगड़ेंगे??
सिंह लग्न में अष्टमेश बृहस्पति चलित कुण्डली में द्वादश भाव में हो और लग्न कुंडली में लग्न कुंडली में हो तो क्या विपरीत राजयोग बनेगा फल किस भाव का मिलेगा कृपया मार्गदर्शन करें 🌹🙏🙏🌹
Lagan n astam ka swami lagan me
Agar kumb loan ho shani sukar kj dasha ho.8 th House mein Surya, sukar budh,rahu,shani ho to kya hota hai
पंडित जी
लग्नेश ऑर अष्टमेश हमेशा एक दुसरे के शत्रू ग्रह होंगे।
Sir mera singh lagn ki kundali hai kya hoga
Ashtmesh 12 bhao me hai par 12 bhao me kanya rashi hai...yani ashtmesh me 2 no likha hai or shukar 12 bhao me or 12 bhao me 6 no likha hai...plz bataye ye neech ka hai ki ucch ka
जी पंचम भाव में हो लेकिन पंचम अष्टम भाव के स्वामी एक ही हो तो जी जैसे सिंह लग्न में ❤🌹🌹🙏🙏
तुला लग़न में अषटमेष शुक़ संवग़ही होकर सुयं मंगल के साथ है और असंत का होता है
मेरा तो सब चला गया
लग्नेश ही छठे जा कर सूर्य से अस्त हो गया है😢
Mera aisa hai lekin sab thik hai aisa kuch problem nehi hai.
Tula lagn kikundLime ashtmesh dwadasbhavmen Surya Shani ketukesath hai
अगर rahu 3rd house me ho to kya दिल से दी गयी बद्दुआ lagti है kya
दूसरे भाव मे ये होता है
Ashtamesh vakri ho to??
यदि अष्टमेश के साथ बुध अपनी निच राशि में हो तो.
Shani agar 7'8ghar me ho to kya talak ho jata hai
आपके charges
Ashtmies Chatur Mein jata hai To Mata ko Sukh Milta Hai gadi vahan naukar jakar Sab chij Ka Sukh Milta
me dan kar raha hu gud ka
in tula lagna what if venus 25deg. is in ascendant bcos venus is astamesh as well as lagnesh .
Mera bhi yahi question hai
Lagnesh ko ashtamesh ka dosh nahi lagta hai
@@sssty44 thankyou
मेष लग्न, मंगल 1 house में ??
Ruchak mahapurush yog hai.
अगर अष्टम भाव मे चन्द्र व केतु बैठे हो और अष्टमेश का स्वामी वारहवे भाव मे बैठा हो और उसमे भी अष्टमेश शनि हो साथ मे गुरूभी हो तो क्या फल.देगा
Lagnesh supta hai
sub kuch negative ?
no upay
यदि मंगल अष्टमेश द्वितय भाव में हो तो ? क्योंकि मंगल लग्नेश भी होता है।
2nd me baith ke apne ghar 8th house ko dekhenga, isliye 8th house ke ache results denga.
जय मां पाटेश्वरी...🙏🏻🙏🏻
अगर अष्टम का स्वामी अस्त हो तो
कर्क लग्न में राहु कुंभ/शतभिषा में हो तो क्या अष्टम स्वामी अष्टम भाव में समझे? वैसे शनि छटे भाव में धनु/मूल में है सप्तम भाव खाली और पाप करतरी में है 😂
Jivan kaisa chal raha hai
@@AbhigyanSundaram जिंदगी में गम है, गम में मजा है और मैं मजे में हूं 😂
Totally wrong
🙏🙏
🙏
🙏