श्री रामानुजाचार्य का जीवन परिचय# प्रसिद्ध वैष्णव संत// प्रमुख संत रामानुज जी के बारे में जानकारी

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  • Опубликовано: 15 окт 2024
  • रामानुजाचार्य
    श्री रामानुज जी का जन्म तमिलनाडु में हुआ और उन्होंने वेदों की शिक्षा अपने गुरु यादव प्रकाश से ली। रामानुजाचार्य के गुरु श्री यामुनाचार्य भी प्रमुख आलवार सन्त थे। रामानुजाचार्य ने पूरे भारत की यात्रा करके वैष्णव धर्म का प्रचार प्रसार किया और 120 वर्ष की आयु में इनका ब्रह्मलीन हो गया।
    श्री रामानुजाचार्य वेदांत की एक उप विद्या विशिष्टाद्वैत के एक प्रमुख प्रस्तावक थे। वैष्णव आचार्यों में प्रमुख रामानुजाचार्य की शिष्य परम्परा में ही रामानन्द हुए ।
    'स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी' को संत रामानुजाचार्य के जन्म के 1,000 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बनाया गया है ।
    रामानुजाचार्य ने अस्पृश्यों के साथ भेदभाव न करने की बात करते हुए कहा कि विश्व-रचयिता ने कभी किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया। इन्होंने जन्म या जाति की बजाय व्यक्ति के आध्यात्मिक ज्ञान के आधार पर सम्मान की बात की तथा वेदों के गोपनीय और सर्वोत्कृष्ट ज्ञान को मंदिरों से निकाल कर आमजन तक पहुँचाया।

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