I am working in one the Big IT company in Senior Position, having very hectic routine. Your videos are for satisfaction the soul. When ever I need some 15-30 mins break I watch these videos especially with Dr. HS Sinha. It answered and cleared many of my doubts. Please create album of these videos if possible
डाक्टर सिन्हा साहब का इतिहास के इस विषय पर विचार तर्कसंगत नही है। इनके अनुसार यदि आर्य और द्रविड़ एक हैं तो भारत में आर्य और द्रविडों के डीएनए अलग-अलग कैसे मिले हैं? आर्यों और द्रविडों की शारीरिक संरचनाएं भी अलग अलग पाई जाती हैं। पूजा पद्धति और जीवन शैली में भी अंतर पाया गया है। वेद आदि ग्रंथों का संकलन भी आर्यों ने भारत आकर सरस्वती जैसी नदियों के किनारे पर ही किया था। इसलिए इन ग्रंथों में भारतीय भूगोल के दिग्दर्शन की कुछ झलक मिलती है। केवल इसी को आधार बनाकर आर्य अपने को यहां का स्थाई निवासी मानने की निराधार दलील देते आए हैं। ऋग्वेद में जब आर्य-अनार्यों, दास-दस्युओं के संघर्ष का वर्णन आया है तो ये अनार्य और दस्यु लोग कौन थे? वैदिक मंत्रों में आर्य लोग अनार्यों से अपने किलों की और अपनी सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं। वैदिक ग्रंथों में वर्णित आर्यों के यज्ञों में बाधा डालने वाले तथा आर्य केंद्रों (आश्रमों) पर धावा बोलने वाले लोग द्रविड़ नहीं तो क्या आर्य लोग थे? भारत में द्रविड़ सभ्यता कोई पांच-दस हजार साल नही,अपितु हजारों हजार साल पुरानी है क्योंकि इनकी जीवन शैली से पुरानी कोई जीवन शैली भारत में कहीं नही मिलती है। सिंधु सभ्यता की खुदाईयों में राखीगढ़ी सहित सभी चिन्ह सैंधवों के ही मिलते है ना की आर्यों के। इसके अतिरिक्त इनके लगातार वैचारिक टकराव भी अलग-अलग संस्कृतियों को ही उजागर करते हैं। इसलिए मैक्समूलर तो क्या दुनियां के किसी भी विद्वान ने (आर्य विद्वानों को छोड़कर) आर्यों की भारत का आदि निवासी होने की गलत हठधर्मिता का समर्थन नही किया है।
ऐसी महान विभूति को सरकार द्वारा विशेष संरक्षण और सम्मान दिया जाना चाहिए जिससे इनका ज्ञान सारे देशवासियों तक पहुंच सके। आपसे अनुरोध है कि गुरुजी से ऐसी ही जानकारी प्राप्त करते रहें और उसे संरक्षित करके रखें।
Guruji koti pranaam 🙏.... Guruji your wisdom is like a Sea and silver lining containing all the ebbs and flows in life,, your wisdom will always win and assist in getting on brighter side..
गुरूजी को राम राम एवं सादर चरणस्पर्श आप के ज्ञान की गंगा से गत वर्षों में बहुत कुछ सीखने को मिला। आप से विनम्र निवेदन है कि यदि कोई छात्र मूल भारतीय दर्शन का अध्ययन करना चाहता है तो आज किस कालेज, यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना चाहिए। कृपया ऐसे कालेज का नाम सुझाएं जहां सनातन धर्म के मूल स्वरूप में पढ़ाया जाए, वामपंथी दृष्टिकोण से नहीं। बच्चों को वेद, वेदांत, उपनिषद, पुराण, भगवत गीता, योग, इतिहास, भारतीय दर्शन, तुलनात्मक पश्चिमी दर्शन,आदि विषयों का ज्ञान प्राप्त हो। आपका आभारी भारत भूषण सारस्वत 🙏🙏😀
Bhai dibakar ,amader WB e keu erakon channel chalay na ? Koto lok indic ba dharmik wing er channels e comment kore , amader rajye ki ei bishal hindu churning ba reckoning er kichhu matro presence achhe ? Ami baire thaaki . I want to know about the knowledge practice of my community there . thanks
गुरूजी के अनमोल तथा अकाट्य ज्ञान का लाभ हर हिंदुस्तानियों के लिए अमूल्य रत्न तुल्य होगा । दुख है की अनंत ज्ञान के अधिकारी गुरुजी आज हमारे बीच नहीं रहे पर क्वेस्ट उनके दर्शन को अनंत काल तक ऊर्जावान रखेगा । महान योग आत्मा को शश्रद्ध बंदन।🙏
As per the modern scientific research River sarswati was dried up about 8000-10000 years ago on the same channel of modern ghaggar hakra river. On the other hand Rigveda mentioned river sarswati as a mighty and revered river. Ramayan also mentioned river sarswati when Bharat was coming back from his nonihal after hearing the coronation /exile news of Lord Ram. These are the points those reject Aryan Invasion Theory categorically.
जी हा,हमारे यहां बड़े स्कॉलर आचार्य,पीएचडी मानते है कि सरस्वती पवित्र नदी का उद्गम स्थान कोटखाई तहसील के कुपड़ स्थान से हुआ है जो लगभग 11000 फुट की ऊंचाई पर है। यहां इसका ढलान दूसरी ओर जुब्बल की ओर पाबर अर्थात पार्वती नदी की ओर है जहा अधिक पानी है क्योंकि वह बहुत दूर चांशल टॉप से आती है।जो आगे तिऊनी में टोंस नदी में मिलती है।टोंस नदी पौंटा साहब में यमुना में मिलती है।सरस्वती नदी जुब्बल की ओर पार्वती में नही मिली।कहते है कि पार्वती ने सरस्वती को छोटा मान कर कहा था की तेरा नाम मेरे में मिलने के बाद नही रहेगा । मैं बड़ी हु तुम छोटी हो।लेकिन सरस्वती अपने को बड़ी मानती थी इसलिए इसने उस और की ढलान को चीर करके अपना बहाव इस और कोटखाई सिरमौर की ओर बतर्फ पिहोवा , घागर हो कर किया। पिहोवा पितरों की मुक्ति का सबसे बड़ा मोक्ष देने वाला तीर्थ सरस्वती v राजा वा भगवान पृथु के वजह से बना हुआ है।दैविक अथवा प्राकृतिक घटना क्रमों अथवा भूकंपों के कारण सिरमौर के इलाके में सरस्वती नदी का रुख घाघर पहाड़ियों को तोड़ कर पोंटा की और चला गया और यह नदी टोंस बजाए यमुना मैया में मिल गई।हमारे यहां ऐसा माना जाता है। यहां उद्गम स्थान को गिरी कुपड कहते है।ऋषियों के कमंडल से यहां कौए ने जल गिरा दिया था।गिरने के बाद उस गंगा जल की स्थापना वहा कर दी थी।अब वहा एक बावड़ी है जो किसी किसी को वहा मिलती है।गिरी कुप्पड़ तीर्थ काफी नीचे है जो खड़ा पत्थर से 6km दूर है। यहाँ गिरी गंगा नाम से यह नदी प्रसिद्ध हैक्यो की ये कुमंडल से गिर गई थी।जय गिरी गंगे।जय सरस्वती मैया की।
Guru ji, I was never aware ot MAX MULLER episode. In Kolkata we have been performing at Max Muller Bhawan with pride. I would like to investigate more about this historical aberration. We must set right the lies taught to us
इनके ज्ञान को नमन करता हूं। परंतु शास्त्रों में और व्यवहार में यही दिखता है कि ब्रह्मण श्रेष्ठ है लगभग 90% भारतीय जातियों का इतिहास अज्ञात है सिर्फ कुछेक जातियों का स्वर्णाक्षरों में लिखा मिथकीय इतिहास मिलता है शेष जातियों को विवश किया गया कि वे उनके कल्पना की उड़ान को सच मान कर उनका अनुगमन करे।
आपकी शब्द रचना बहुत लाजवाब है सिन्हा जी बहुत अच्छे शब्द पॉइंट टू पॉइंट आप बोलते जैसा आपने कपोल कल्पित यह शब्द बोला यह वीडियो में वह बहुत लाजवाब, बहुत टैलेंटेड इंसान ऐसे शब्द रछे सिंगाजी बहुत टैलेंटेड, हैं आप
आपने सही कहा आर्य मूल रूप से ईरान से आए बाकी सबकी अपनी अपनी सोच है क्योंकि आर्यों की मूलभाषा संस्कृत से भी पुरानी लगभग पांच भाषा या लिपि को ढूंढा जा सका है।
यूपीएससी के लिए इतिहास पढ़ाने वाले एक व्यक्ति को सुन रहा था वह कह रहे थे कि यदि आर्य भारत से बाहर गए तो फिर बाहर जातिवादी व्यवस्था क्यों नहीं है कृपया इस सवाल का जवाब दें..
ऋग्वेद के सबसे नये मण्डल मे वर्ण व्यवस्था देखने को मिलती है, जबकि ईरान और मध्य एशिया मे जा कर बसे आर्य ऋग्वेद के 10वें मण्डल के रचना के पूर्व के है, संभवतः इसी कारण काफ़ी कुछ समानता के बाद भी वहां वर्ण व्यवस्था देखने को नहीं मिलती.
भगवान श्री विष्णु जी ने द्रविड़ संस्कृति व ब्रह्मा जी ने वेदीक संस्कृति और शिव जी ने देव संस्कृति का नेतृत्व किया शुरू में आपस मैं मनमुटाव रहा फिर तीनों एक ही संस्कृति बन गई
आपने सही कहा गुरुजी, अगर आर्य बिदेसी थे इस भारत को लुटा और राज किया था ये बोलने वाले पश्चिमी लोग भारतीय थे क्या? अगर आर्य उनकी बिराद्री थे तो उनकी तरह क्यूं नहीं थे, ओर उनके मानस पुत्र जो तथा कथित नव बौद्ध लोग ये भूल जाते हैं , इनके मुंह पर ऐक दिन उनके बच्चे सवाल करेंगे क्या उनके पूर्वज भारत में पैदा हुए थे।
नेपालमे भि यहि हाल।आर्य लोगो चारो तरफ से घेरा जा रहा है।पर संख्या मे हम लोग उनसे बहुत है ,डरने कि बात तो नहि है फिर भि आर्य बाहारके लोग है का ज्यादा हल्ला है।
Kha gye gore angrej hmari Vedic Sanskriti ko......puri history ko palat diya or hme hmari sanskriti se nafrat krna sikha diya....Rajiv Dixit ji ne b Dr Sinha k jese Bharat k logo ko jagruk kiya tha......vedik sanskriti ki importance abi b hm Puri tarah samaj nhi pay jo mahan he....aajki politics dahrm ka galat samaja kr logo ko nafrat krna sikha rhi he.....thnx Guruji Dr sinha is imp jankari k liye 🙏🙏🙏🙏
क्या हुआ सिन्हा जी क्या उतार-चढ़ाव आया आपके जीवन में भगवान आपके साथ है, भगवान कहते हैं बच्चे तू चिंता मत कर मैं बैठा हूं चिंता मत करो भगवान बैठा है, सिन्हा जी दिवाली की मुबारक बहुत-बहुत मुबारक आपके सत्य परिवार को और आप को भी
प्रणाम, गुरुजी राजा विक्रमादित्य पर जरूर बताएं। सुना है वह सबसे बड़े चक्रवर्ती राजा थे। राजा विक्रमादित्य पर क्या कोई बाते सबूत के साथ बताई जा सकते है?
गुरुजी सादर प्रणाम मैं आपको 2 साल से सुन रहा हूं। आपसे बहुत इंप्रेस्ड हूं। आर्यन invasion थ्योरी को लोकमान्य तिलक, पंडित नेहरू, और महापंडित राहुल संस्कृतायन ने भी माना ह। जो सनातन धर्म के विरोधी ह और ब्राह्मणों को विदेशी बताते ह। इन तीनो को quote करते ह। Anti Brahman मूवमेंट पूरे देश विदेश में फैला huwa ह। प्लीज एक्सप्लेन it
Dr HS Sinha जी को नमन जिन्होंने ज्ञान का अथाह सागर अपने में समेटा हुआ है 🙏
Pranams to Guruji!
I am from Karnataka and is always joyous to listen to Guru ji.
May his blessings be upon us.
Maharshi Dayanand ko is rashtra ka pitamah kahna chahiye. Om
Sir do also listen to our very own late Baananje Govindacharya also. He too was vast source of wisdom and knoweldge
आदरणीय गुरुजीं ने हमारी सुदूर प्राचीन सांस्कृति का परिचय देकर एक मानसिक नुन्यगंडता दूर कर दी. शुभ दीपावली गुरुवर्य. नमन.
Ghnta sanskriti
@@amandmx tum ghanta ho
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Boasting of big it company and senior position
Boasting of big it company and senior position
RSS propaganda. It is now a proven fact after rakigarhi excavation, that aryan migrated from middle east.
Excellent knowledge and memory. Such persons should be recognised by our government and give awards to him. Great Sir
Our Sincere Pranaams 🙏
डाक्टर सिन्हा साहब का इतिहास के इस विषय पर विचार तर्कसंगत नही है। इनके अनुसार यदि आर्य और द्रविड़ एक हैं तो भारत में आर्य और द्रविडों के डीएनए अलग-अलग कैसे मिले हैं? आर्यों और द्रविडों की शारीरिक संरचनाएं भी अलग अलग पाई जाती हैं। पूजा पद्धति और जीवन शैली में भी अंतर पाया गया है। वेद आदि ग्रंथों का संकलन भी आर्यों ने भारत आकर सरस्वती जैसी नदियों के किनारे पर ही किया था। इसलिए इन ग्रंथों में भारतीय भूगोल के दिग्दर्शन की कुछ झलक मिलती है। केवल इसी को आधार बनाकर आर्य अपने को यहां का स्थाई निवासी मानने की निराधार दलील देते आए हैं। ऋग्वेद में जब आर्य-अनार्यों, दास-दस्युओं के संघर्ष का वर्णन आया है तो ये अनार्य और दस्यु लोग कौन थे? वैदिक मंत्रों में आर्य लोग अनार्यों से अपने किलों की और अपनी सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं। वैदिक ग्रंथों में वर्णित आर्यों के यज्ञों में बाधा डालने वाले तथा आर्य केंद्रों (आश्रमों) पर धावा बोलने वाले लोग द्रविड़ नहीं तो क्या आर्य लोग थे? भारत में द्रविड़ सभ्यता कोई पांच-दस हजार साल नही,अपितु हजारों हजार साल पुरानी है क्योंकि इनकी जीवन शैली से पुरानी कोई जीवन शैली भारत में कहीं नही मिलती है। सिंधु सभ्यता की खुदाईयों में राखीगढ़ी सहित सभी चिन्ह सैंधवों के ही मिलते है ना की आर्यों के। इसके अतिरिक्त इनके लगातार वैचारिक टकराव भी अलग-अलग संस्कृतियों को ही उजागर करते हैं। इसलिए मैक्समूलर तो क्या दुनियां के किसी भी विद्वान ने (आर्य विद्वानों को छोड़कर) आर्यों की भारत का आदि निवासी होने की गलत हठधर्मिता का समर्थन नही किया है।
Very good thanks
यह मनुवादी है तो मनुवादी ज्ञान ही देंगे । जब बुड्ढा ईश्वर को मान रहा है तो इसको कितना गहरा ज्ञान है समझा जा सकता है ।
बाबा जितनी बची है विश्राम और मोन में गुजारो तुम सिर्फ़ वेद समर्पित हो।।।जिज्ञासा और खोज की आकांशा दो अपने बच्चों को ....❤
ऐसी महान विभूति को सरकार द्वारा विशेष संरक्षण और सम्मान दिया जाना चाहिए जिससे इनका ज्ञान सारे देशवासियों तक पहुंच सके। आपसे अनुरोध है कि गुरुजी से ऐसी ही जानकारी प्राप्त करते रहें और उसे संरक्षित करके रखें।
दीपावली के अवसर पर ज्ञान की ऐसी धारा,नमन!वंदन।
Ek bar hindu scriptures me padh le
@Deepak Yadav mulla spoted
@Deepak Yadav don't barking fake jahil gulam of mugal mavalies
Yah. Gyan. Atidurlabhai. Pl. Not
धर्म दर्शन संस्कृति इतिहास का इतना विस्तृत ज्ञान लाखों में किसी किसी को होता है👌👌👌🚩🚩
His knowledge worth more than gold .⚜️
महर्षि दयानन्द सरस्वती को नमन जिन्होंने वेदों का सही अर्थ हमें दिया, अन्यथा आज भारत कि स्तिथि क्या होती ये कल्पना भी नहीं किया जासकता है.
महर्षि देव दयानंद सरस्वती को नमन
Dayanand ne jo andha kutil saap ke bare me bola hai ispr kya vihar hai aapke??
Aap bhi lete hai kya??
@@RohitRaj-rd7tl यजुर्वेद 25:7 के मंत्र की बात कर रहे हैं
You can read nastik vaad khanadan blog on this mantra 25:7 of yajurveda nastikwadkhandan.blogspot.com/2017/10/blog-post_17.html?m=1
स्वामी दयानंद एक के पहले वेद नही था क्या और स्वामी जी के बाद क्या बदलाव आ गया ? कृपया बताने का कष्ट करें।
मात्र 10 % ही सही हैं स्वामी जी की बातें।
महर्षि दयानन्द जी को नमन कि जिन्होंने हम भारतीयों को परम सत्य की खोज के लिए मार्ग दिखाया।
Guruji koti pranaam 🙏....
Guruji your wisdom is like a Sea and silver lining containing all the ebbs and flows in life,, your wisdom will always win and assist in getting on brighter side..
श्री गुरु जी प्रणाम कृपया अपना फोन नंबर दे
@@harishankardwivedi8915 🙏To get noticed ,sir please post your comment directly onto to Guruji page, you had commented to my comment. 🙏
गुरूजी को राम राम एवं सादर चरणस्पर्श
आप के ज्ञान की गंगा से गत वर्षों में बहुत कुछ सीखने को मिला। आप से विनम्र निवेदन है कि यदि कोई छात्र मूल भारतीय दर्शन का अध्ययन करना चाहता है तो आज किस कालेज, यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना चाहिए। कृपया ऐसे कालेज का नाम सुझाएं जहां सनातन धर्म के मूल स्वरूप में पढ़ाया जाए, वामपंथी दृष्टिकोण से नहीं।
बच्चों को वेद, वेदांत, उपनिषद, पुराण, भगवत गीता, योग, इतिहास, भारतीय दर्शन, तुलनात्मक पश्चिमी दर्शन,आदि विषयों का ज्ञान प्राप्त हो।
आपका आभारी
भारत भूषण सारस्वत
🙏🙏😀
सही सवाल किया है आपने. आपको जवाब मिलने पर मुझे भी send करिए... 🙏🙏🙏
सायद व जगह बनारस हि है।
bahut achha prashan hai , iski collection aapko search krni pdegi, govindram hasanand publication me aapko esa sahitya milega
@@chirankandel604 nhhi hai bnaras, vaha puran ke vishay me milega ved aur upnishad aur yog ke vishay me nhi
गुरूजी, कोटि कोटि प्रणाम आपके चरणों में,भगवान आपको स्वस्थ रखे ऐसी प्रार्थना करता हूं। 🙏🙏
गुरुदेव आप बोलते रहो हम सुनते रहे खूब जबरदस्त जानकारी
I was waiting for this topic since long ..... thanks a lot
Tons of valuable information, everyone must at least listen once this before die, Thanks
Bahot bhgwan kinkrpa hai ki aapne esko justify nhi kiya so now respect you more . Thank you 🙏 Harekrsna
आज मुझे गर्व हो rha की me सनातनी हूँ ❤❤🙏🙏🙏🙏जय श्री गुरु देव ❤🙏
You are able to weave wisdom and present in such simple manner
I'm from bengal, he is a university in himself. Kripa kar mera pranam swikar kare
Bhai dibakar ,amader WB e keu erakon channel chalay na ?
Koto lok indic ba dharmik wing er channels e comment kore , amader rajye ki ei bishal hindu churning ba reckoning er kichhu matro presence achhe ?
Ami baire thaaki . I want to know about the knowledge practice of my community there . thanks
Wonderful! Thanks! I wish all your knowledge and artefacts would be preserved by the government of india
गुरूजी के अनमोल तथा अकाट्य ज्ञान का लाभ हर हिंदुस्तानियों के लिए अमूल्य रत्न तुल्य होगा । दुख है की अनंत ज्ञान के अधिकारी गुरुजी आज हमारे बीच नहीं रहे पर क्वेस्ट उनके दर्शन को अनंत काल तक ऊर्जावान रखेगा । महान योग आत्मा को शश्रद्ध बंदन।🙏
🙏
Satya ko ujagar karne k liye koti koti dhanyawaad guruji 🙏🙏🙏
As per the modern scientific research River sarswati was dried up about 8000-10000 years ago on the same channel of modern ghaggar hakra river. On the other hand Rigveda mentioned river sarswati as a mighty and revered river. Ramayan also mentioned river sarswati when Bharat was coming back from his nonihal after hearing the coronation /exile news of Lord Ram.
These are the points those reject Aryan Invasion Theory categorically.
जी हा,हमारे यहां बड़े स्कॉलर आचार्य,पीएचडी मानते है कि सरस्वती पवित्र नदी का उद्गम स्थान कोटखाई तहसील के कुपड़ स्थान से हुआ है जो लगभग 11000 फुट की ऊंचाई पर है। यहां इसका ढलान दूसरी ओर जुब्बल की ओर पाबर अर्थात पार्वती नदी की ओर है जहा अधिक पानी है क्योंकि वह बहुत दूर चांशल टॉप से आती है।जो आगे तिऊनी में टोंस नदी में मिलती है।टोंस नदी पौंटा साहब में यमुना में मिलती है।सरस्वती नदी जुब्बल की ओर पार्वती में नही मिली।कहते है कि पार्वती ने सरस्वती को छोटा मान कर कहा था की तेरा नाम मेरे में मिलने के बाद नही रहेगा । मैं बड़ी हु तुम छोटी हो।लेकिन सरस्वती अपने को बड़ी मानती थी इसलिए इसने उस और की ढलान को चीर करके अपना बहाव इस और कोटखाई सिरमौर की ओर बतर्फ पिहोवा , घागर हो कर किया। पिहोवा पितरों की मुक्ति का सबसे बड़ा मोक्ष देने वाला तीर्थ सरस्वती v राजा वा भगवान पृथु के वजह से बना हुआ है।दैविक अथवा प्राकृतिक घटना क्रमों अथवा भूकंपों के कारण सिरमौर के इलाके में सरस्वती नदी का रुख घाघर पहाड़ियों को तोड़ कर पोंटा की और चला गया और यह नदी टोंस बजाए यमुना मैया में मिल गई।हमारे यहां ऐसा माना जाता है। यहां उद्गम स्थान को गिरी कुपड कहते है।ऋषियों के कमंडल से यहां कौए ने जल गिरा दिया था।गिरने के बाद उस गंगा जल की स्थापना वहा कर दी थी।अब वहा एक बावड़ी है जो किसी किसी को वहा मिलती है।गिरी कुप्पड़ तीर्थ काफी नीचे है जो खड़ा पत्थर से 6km दूर है। यहाँ गिरी गंगा नाम से यह नदी प्रसिद्ध हैक्यो की ये कुमंडल से गिर गई थी।जय गिरी गंगे।जय सरस्वती मैया की।
No, 4000 years ago.
श्री गुरु जी को प्राचीन भारतीय संस्कृति के यथार्थ स्वरूप से वर्तमान युवा पीढ़ी को अवगत कराने के लिए बेहद धन्यवाद🙏💕 नमन🙏💕 बेहद की महा परमशान्ति🙏💕
बहुत बहुत धन्यवाद आपका, सत्य से पर्दा उठा देने के लिए।
गुरुजी प्रणाम।
आप हमेशा खुश रहे , और हमे भारतिय इतिहास का परिचय देते रहे ।
जय श्री कॄष्ण
Guru ji,
I was never aware ot MAX MULLER episode.
In Kolkata we have been performing at Max Muller Bhawan with pride.
I would like to investigate more about this historical aberration.
We must set right the lies taught to us
Hope you both had a nice Diwali..Best wishes of festivities to Dr. Sinha and Vikas Ji!!
Guruji pranam 🙏 ♥
And
Extreme valuable discussion about glory of satya 💪🐅sanatan🐅💪 culture/ dharma nationwide and worldwide. 🚩🛕💐🙏
सर मैं एक स्टूडेंट हूं और हम लोगो को आज भी यही थ्योरी पढ़नी पड़ती हैं बहुत बहुत धन्यवाद आप सब भारतीय संस्कृति को सम्मान वापिस दिला रहे हो 🙏
सद्गुरू जी, इतना अच्छा विवरण किया हैं. शब्दोंसे नहीं बोल सकते.
🌹🙏श्री राम समर्थ 🙏🌹
इनके ज्ञान को नमन करता हूं।
परंतु शास्त्रों में और व्यवहार में यही दिखता है कि ब्रह्मण श्रेष्ठ है लगभग 90% भारतीय जातियों का इतिहास अज्ञात है सिर्फ कुछेक जातियों का स्वर्णाक्षरों में लिखा मिथकीय इतिहास मिलता है शेष जातियों को विवश किया गया कि वे उनके कल्पना की उड़ान को सच मान कर उनका अनुगमन करे।
Guru ji very well said🙏🙏👍🏻👍🏻
Guru jee aapkae charnoe mae sat Sat Naman wa Pranam thank you for your enlightened views Jai shri Krishna LtCol Man Mohan Bisht kangra
Behtareen
Aise sessions ki bahut zaruri hai❤❤
Ye video mimo ko shere karo❤❤
गुरूजी को प्रणाम । राखी गढी उत्खनन की बहुत ही अच्छी और सही जानकारी से आर्य बाहर से आए उसका खण्डन करने के लिए बहुत बहुत साधुवाद ।
यदि भारत सरकार इनके विचारों को उचित मंच दे तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं ,,
इससे भारत के बच्चो के मानसिक विकास में सहायता मिलेगी ,,,
अहो भाग्य, अहो भाग्य 🙏🏻
गुरु जी दंडवत प्रणाम 🙏🏻
GURU JI KA GYAN AUR VAANI ADBHUT HAI....JAI GURU JI KI.
आपकी शब्द रचना बहुत लाजवाब है सिन्हा जी बहुत अच्छे शब्द पॉइंट टू पॉइंट आप बोलते जैसा आपने कपोल कल्पित यह शब्द बोला यह वीडियो में वह बहुत लाजवाब, बहुत टैलेंटेड इंसान ऐसे शब्द रछे सिंगाजी बहुत टैलेंटेड, हैं आप
आपने सही कहा आर्य मूल रूप से ईरान से आए बाकी सबकी अपनी अपनी सोच है क्योंकि आर्यों की मूलभाषा संस्कृत से भी पुरानी लगभग पांच भाषा या लिपि को ढूंढा जा सका है।
There are no Aryan people, this is made up by Europeans. Aryan is an enlightened human being can be from anywhere
हम भारतीयों की ऐक बीमारी है अगर कोई घरका लोग ज्ञान दे तो हम मानते नहीं लेकिन कोई बाहर का आदमी अंधा ज्ञान दे तो हम आख बंद कर सच मान बैठे ते हे।
Hume bas sach Jaana hai..chahe wo Ghar ka ho ya bahar ka...only truth..aur kuch matter hi nahi karta
@@bikashbeck455सच जानने के लिए आत्म मंथन , तर्क और प्रमाण,विबेक की आबस्यक होता है। 🙏
इस जागृति को नमन। प्रणम्य कार्य। मोदी सरकार पदम् अवर्ड्स में आपको शामिल करे।
यूपीएससी के लिए इतिहास पढ़ाने वाले एक व्यक्ति को सुन रहा था वह कह रहे थे कि यदि आर्य भारत से बाहर गए तो फिर बाहर जातिवादी व्यवस्था क्यों नहीं है कृपया इस सवाल का जवाब दें..
ऋग्वेद के सबसे नये मण्डल मे वर्ण व्यवस्था देखने को मिलती है, जबकि ईरान और मध्य एशिया मे जा कर बसे आर्य ऋग्वेद के 10वें मण्डल के रचना के पूर्व के है, संभवतः इसी कारण काफ़ी कुछ समानता के बाद भी वहां वर्ण व्यवस्था देखने को नहीं मिलती.
Jati vyavastha toh yha bhi nahi hai
Yha varn vyavastha thi naki jati
Varn vyavastha duniya ki har ek jagah mei hai
Kayastho me ek se ek mahagyani purush huey hein lekin sinha ji definitely a gem
Sinha guru ji is a great person guru ji sabki ankien khol di
best vedio Guruji for expose western culture
Boht acha guru ji...guru ji ka boht bada bhakt hu...Kash guru ji se shiksha prapt krne ka mouka mila Hota...
Gold source of knowledge and wisdom... These were to be our history syllabus in our education system. NOT the current british raj mughal raj history
Ultimate knowledge guruji,🙏🙏🙏
Shubh Deepavali and Sashtang Namaskar to Guruji🙏🙏🙏
आपकी प्रस्तुति बहुत ही ज्ञानवर्धक होती है,
कृपया introductory music बदलें, ये क्रिसमस कैरोल music है।
GURUJI KO SADAR PRANAM 🙏
JAI SHRI RAM 🚩
JAI BHARAT 🚩
भगवान श्री विष्णु जी ने द्रविड़ संस्कृति व ब्रह्मा जी ने वेदीक संस्कृति और शिव जी ने देव संस्कृति का नेतृत्व किया शुरू में आपस मैं मनमुटाव रहा फिर तीनों एक ही संस्कृति बन गई
गप्पे तो आपसे सीखे
आपने सही कहा गुरुजी, अगर आर्य बिदेसी थे इस भारत को लुटा और राज किया था ये बोलने वाले पश्चिमी लोग भारतीय थे क्या? अगर आर्य उनकी बिराद्री थे तो उनकी तरह क्यूं नहीं थे, ओर उनके मानस पुत्र जो तथा कथित नव बौद्ध लोग ये भूल जाते हैं , इनके मुंह पर ऐक दिन उनके बच्चे सवाल करेंगे क्या उनके पूर्वज भारत में पैदा हुए थे।
नेपालमे भि यहि हाल।आर्य लोगो चारो तरफ से घेरा जा रहा है।पर संख्या मे हम लोग उनसे बहुत है ,डरने कि बात तो नहि है फिर भि आर्य बाहारके लोग है का ज्यादा हल्ला है।
असतो मा सत् गमय॥ तमसो मा ज्योतिर् गमय ॥ मृत्योर् मा अमृतम् गमय ॥
Guruji aapne bahut hi acche tarike se aur essay way me samjhaya .
Thankyou so much. 🙏🙏
🚩🌹🌹🙏🙏इतिहास के धुरंधर anveshk ऋषि जी को सादर नमन 🙏🙏🙏
i am addicted of this channel..
Great work Dr. Guru ji and sir you.
Kha gye gore angrej hmari Vedic Sanskriti ko......puri history ko palat diya or hme hmari sanskriti se nafrat krna sikha diya....Rajiv Dixit ji ne b Dr Sinha k jese Bharat k logo ko jagruk kiya tha......vedik sanskriti ki importance abi b hm Puri tarah samaj nhi pay jo mahan he....aajki politics dahrm ka galat samaja kr logo ko nafrat krna sikha rhi he.....thnx Guruji Dr sinha is imp jankari k liye 🙏🙏🙏🙏
इनके पास जितनी भी प्राचीन पुस्तकें है उनको सुरक्षित होना चाहिए उनके कवर इत्यादि सब ठीक करवाना चाहिए .
The best knowledge
इसी तरह सनातनियो को जागरूक करते रहे 🙏
Khup khup aabhar aabhar dhanyawad Gyan aatma ko anant anant vandan naman mathyen vandami
Thanks!
Abhar !
गुरु जी धर्म दर्शन और संस्कृति में आप का कोई जवाब नही लेकिन इतिहास के बारे में नही
aadarniye Shrimaan ji ko 🙏..aap ko sun ker Dhanya ho gaya...aap humare prachin gyan k encyclopedia hai...please keep posting videos like this 👌
Guru Ji aap ko Allah sehut de qoob lanmbi umar de… Aameen 🙏🙏🙏
Aap sahi bolrhe hai, ye Tamil bolne wale log jhuthe proud ke lie Aryan invasion ko mante hsi
Pranam Sir. Bahut kuchh mila
Dhanya hai guruji apki vidwata ki aap Anmol heera hai sarkar ki inke knowledge ka use karna chahiye
What an Epic and knowledgeable interview 👏☺️
क्या हुआ सिन्हा जी क्या उतार-चढ़ाव आया आपके जीवन में भगवान आपके साथ है, भगवान कहते हैं बच्चे तू चिंता मत कर मैं बैठा हूं चिंता मत करो भगवान बैठा है, सिन्हा जी दिवाली की मुबारक बहुत-बहुत मुबारक आपके सत्य परिवार को और आप को भी
गुरुजी सादर प्रणाम🙏आपको दिवाली की बहोत शुभकामना.💐आप को दीर्घायु मिले ऐसी मै परब्रह्म से प्रार्थना करता हु.!🙏🚩
आपने आंखे खोल दी, धन्यवाद
प्रणाम गुरु जी, चरण स्पर्श🙏
बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी 🙏🏼👍👌🙏🏼
प्रणाम, गुरुजी राजा विक्रमादित्य पर जरूर बताएं। सुना है वह सबसे बड़े चक्रवर्ती राजा थे। राजा विक्रमादित्य पर क्या कोई बाते सबूत के साथ बताई जा सकते है?
Pranaam to Sinha sir.
Pranam guru ji👏👏👏
Gyan ki prakastha...pranam sweekar kare.
स्वामी महर्षि दयानंद जी महाराज को नमन
ॐ नमो नारायण सादर प्रणाम 🙏🙏🙏
He is totally a gem 💎 of knowledge.
गुरुजी को सादर प्रणाम। 🙏🏵️
Simply great Pranaam
Guruji sab concept clear kar deta hei ..guruji pranam..last wish whole my life ek bar apka per chune ka mera kismat mei mile 🙏
दंडवत प्रणाम गुरुजी. ..
great discussion
गुरुजी
सादर प्रणाम
मैं आपको 2 साल से सुन रहा हूं। आपसे बहुत इंप्रेस्ड हूं। आर्यन invasion थ्योरी को लोकमान्य तिलक,
पंडित नेहरू, और महापंडित राहुल संस्कृतायन ने भी माना ह। जो सनातन धर्म के विरोधी ह
और ब्राह्मणों को विदेशी बताते ह।
इन तीनो को quote करते ह।
Anti Brahman मूवमेंट पूरे देश विदेश में फैला huwa ह।
प्लीज एक्सप्लेन it
Bhai sahab Dr Ambedkar ne nakara hai
धन्य है आप गुरूजी को नमन 🧡🧡🧡
Definitely .
गुरु जी के चरण स्पर्श करने का एक तरीक़ा Video को like करना है so, please like video
Bal Gangadhar Tilak was a sanatani hindu but his view is that Aryan people were migrated from artic region.
सादर प्रणाम गुरु जी 🙏🙏
Saadar Pranam 🙏🕉🙏🇱🇷🇮🇳🇱🇷🇮🇳