आखिर क्या था अम्मा के संदूक में..??जिसे देख कर बेटे बहु अवाक रह गए!!Writer: Shilpa Sikka !

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 26 ноя 2024
  • अम्मा (विद्यादेवी जी) का भरा पूरा परिवार हुआ करता था। उनके दो बेटे तथा एक बेटी थी। उनके पति रामशरण जी ने अपने बेटों के लिए कारोबार खोला। जो कुछ ही समय में फलने फूलने लगा। लेकिन दोनो बेटों के स्वार्थ के कारण कारोबार में रामशरण जी को बड़ा घाटा हुआ। और हृदय घात से चल बसे। दोनो बेटों ने जमीन जायदाद का बंटवारा कर लिया। और अम्मा का भी। दोनो बेटे बारी बारी से अम्मा को रखते थे। परंतु कोई भी अम्मा को दो वक्त की पेटभर रोटी तक नहीं खिला पाता था। बेचारी लाचार बूढ़ी अम्मा मन मारकर गुजारा कर लेती।अम्मा के पास एक संदूक था।अम्मा अपने संदूक के पास किसी को ना आने देती थी।एक दिन बहु को शक हुआ की अम्मा ने अपने संदूक में कुछ कीमती सामान या गहने छिपा रखे हैं । लेकिन जब संदूक का रहस्य खुला तो सब के पैरों तले जमीन खिसक गई। आख़िर ऐसा क्या था संदूक में..??
    #FamilyStruggles
    #SiblingRivalry
    #FinancialDisaster
    #EstateDispute
    #ElderAbuse
    #SacrificingMother
    #BusinessFailures
    #UngratefulChildren
    #HiddenTreasure
    #MysteryBox
    #InheritanceIssues
    #PropertyDistribution
    #LifeLessons
    #TrustIssues
    #GenerationalConflict
    #MoralDilemma
    #BrokenFamily
    #ParentalSacrifice
    #Betrayal
    #LessonsLearned
    #अम्माकीकहानी
    #परिवारकेदुखदायीहालात
    #बेटोंकास्वार्थ
    #रामशरणजी
    #जमीनजायदाद
    #लाचारबूढ़ी
    #दोवक्तकीरोटी
    #संदूककारहस्य
    #कीमतीसामान
    #गहने
    #संदूककारहस्यखोला
    #बेटोंनेधोखादिया
    #संदूकमेंक्याथा
    #अम्माकासंदूक
    #अम्माकीअनमोलवारसी
    #बेटोंकाबेशर्मी
    #गहनोंकीकहानी

Комментарии • 81