कर्ण तुम वास्तव में तेज और प्रतिभा का प्रतीक है जो आज तुम इस स्वयंवर में में प्रदर्शित कर दिया है और सच्चे प्रेम को पहचान लिया तुम जैसे वीर पर यह देश नाज करता है
Wow कर्ण आप दानवीर थे कुंती पुत्र आप ने अपने हर भाई को जीवनदान दिया था यहां तक आप ने अर्जुन को भी दिया था ☺️कर्ण आप बहुत अच्छे मित्र भी थे सब कुछ जानकर भी बहुत गर्व की बात है
इतिहास जो भी कहे लेकिन मैं दुर्योधन को प्रणाम करता हूं जिसने कर्ण से कभी उसकी जाति नहीं पूछी. कारण जो भी रहा हो लेकिन दुर्योधन को देख कर पता चलता है प्राचीन काल में भी उच्च कुल में ऐसे लोग थे जो जन्म में नहीं कर्म में यकीन करते थे. राधे राधे🙏.
@@yug4883 shree krishna ne mna kiya tha draupadi ko ki karna ko mna kre to usne krna ki bejaati ki thi vo sut putra se vivah nhi kregi karna usko utha sakta tha ye tv serial mai jo dhekte ho usi ko sach maante ho 😂 karna k saath bura hi hua h hamesha but karna itna accha bhi nhi tha jo kuch tv serial mai dhikaya jata h mera fav warriors to Indrajeet h what h warrior he was man 🙌 bhagwaan ko thoda pareshan kiya tha usnai ismai to bhagwan ko shasta uthane ki jarurat nhi pdi 😂 ram ravan yudh sabse katharnak tha baki karna was worthy to lift that bow
@@HINDU522 firstly SUT is not Lower Caste Sut is combination of Brahmin and Kshatriya parent, Karn's foster father was Brahmin and his foster mother was Kshatriya, SUT PUTR KARN was not lower caste cuz Sanjay, Virat and infact Daughter-in-law of Arjun that's Uttra too was was Sut Putri Sut Putr Karn got Kavach Kundal since birth in free without any hardwork and lived his life in luxury with servants not like shown in TV serials GuruDronacharya ji never rejected Karn by saying him Sut Putr, GuruDronacharya gave education to Sut Putr Karn but Karn was jealous of Arjun and Arjun's Archery skill that's why Dronacharya suspended Sut Putr Karn Devi Drāupadi never rejected Karn saying Sut, it was Sut Putr Karn himself who failed to lift bow at Devi Drāupadi's Swamvyar having Kavach Kundal too 🤣🤣 Arjun defeated Karn 3times but TV serials glorifys fake Lower Caste Sut Putr Karn loll It was Sut Putr Karn who ordered to bring Mata Drāupadi to court even knowing that Mata is only in one piece clothes Sut Putr said he don't find problem if she comes naked too and later orders to remove her clothes and laugh at her situation Sut Putr Karn is such failure, coward R@pist type 🤡
Itna khush mat ho bhai,ye fantastical stories h, original Mahabharata padhi h meine sayad hi kabhi uski patni ka jikra h lekin aisa kahani kahi nahi h.
कर्ण से ज्यादा दुःख किसी ने नही सहे होंगे , लेकिन दुख भी उन्ही को मिलते है जिनके अंदर सहन करने की छमता होती है ।। कर्ण से महान कर्म और धर्म मे कोई नही , 🙂
11:18 राजकुमारी छोड़ कर, खूब निभाई प्रीत, दासी को अपना लिया, हुई प्रेम की जीत, हुई प्रेम की जीत... ऊंच नीच के भेद की, जन्म नहीं पहचान, उच्च उसी को जानिए, जिसके कर्म महान, जिसके कर्म महान...
@@rakeshnaik3642 xx,d xx xx Dad dx Masonic m km hahahahahahahaha we could do chunk lookingl I wis,,,h we could xkkx😚😄😍😚😚🖱️🎤📣🖥️🖥️🖥️🖲️🖲️🖲️🥁🖱️😊😄😄😄😚😚😍😊😄😍😍😍😄😍😄😄😍😄😚🤗🤗🤗😚😚😊😚😍😚😚😍,😊😊😍😚😍😍😊😊⁴"_**733😚,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,😚🤗🤗🎧🎧🔉
हे सूर्यपुत्र कर्ण मैं आपके प्रेम को नमन करता हूं अर्जुन तो तुम्हारे आगे एक घास का तिनका के बराबर भी नहीं था ऐसा कर्ण युगो मे एक बार ही जन्म लेता है और ऐसा प्रेम भी लोग सदियों मे एक बार ही करते है
Mahabeer, daan veer, sacha mitra, sabse bada dhanurdhar, param brahmacharya man ne wala angaraj karna.... Aap ko koti koti pranam....... Karna ne purusarth ki charam sima ko chun liya tha..... Jo ki aaj tak kisi ne nahin ki..... Pranam Angaraaj Karna..... Pranam Radheya.... 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हे महादानी दानवीर कर्ण आप जैसा शूरवीर योद्धा कोई दूसरा नहीं धन्य हो आप और धनी है आपका सूत्र पुत्र होना आपकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है जय हो दानवीर कर्ण सूर्यपुत्र करण की
@@himanshuveer4205 loudu tu bhe us jamane me suth he tha sale aur rahi karn ke bat to oh kbhi sut nhi the oh pandav putra the to sut kaha se bol raha he tu
बड़ी सुन्दर कथा है ठाकुर जी महाराज की अवश्य पढ़े 🙏🙏 . एक बार की बात है कि यशोदा मैया प्रभु श्री कृष्ण के उलाहनों से तंग आ गयीं और छड़ी लेकर श्री कृष्ण की ओर दौड़ी। . जब प्रभु ने अपनी मैया को क्रोध में देखा तो वह अपना बचाव करने के लिबए भागने लगे। . भागते-भागते श्री कृष्ण एक कुम्हार के पास पहुँचे। कुम्हार तो अपने मिट्टी के घड़े बनाने में व्यस्त था। . लेकिन जैसे ही कुम्हार ने श्री कृष्ण को देखा तो वह बहुत प्रसन्न हुआ। . कुम्हार जानता था कि श्री कृष्ण साक्षात् परमेश्वर हैं। . तब प्रभु ने कुम्हार से कहा कि, कुम्हार जी, आज मेरी मैया मुझ पर बहुत क्रोधित है। . मैया छड़ी लेकर मेरे पीछे आ रही है। भैया, मुझे कहीं छुपा लो। . तब कुम्हार ने श्री कृष्ण को एक बडे से मटके के नीचे छिपा दिया। . कुछ ही क्षणों में मैया यशोदा भी वहाँ आ गयीं और कुम्हार से पूछने लगी, क्यूँ रे, कुम्हार ! तूने मेरे कन्हैया को कहीं देखा है, क्या ? . कुम्हार ने कह दिया, नहीं, मैया ! मैंने कन्हैया को नहीं देखा। . श्री कृष्ण ये सब बातें बड़े से घड़े के नीचे छुपकर सुन रहे थे। मैया तो वहाँ से चली गयीं। . अब ठाकुर जी महाराज कुम्हार से कहते हैं, कुम्हार जी, यदि मैया चली गयी हो तो मुझे इस घड़े से बाहर निकालो। . कुम्हार बोला, ऐसे नहीं, प्रभु जी ! पहले मुझे चौरासी लाख यानियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो। . ठाकुर जी मुस्कुराये और कहा, ठीक है, मैं तुम्हें चौरासी लाख योनियों से मुक्त करने का वचन देता हूँ। अब तो मुझे बाहर निकाल दो। . कुम्हार कहने लगा, मुझे अकेले नहीं, प्रभु जी ! मेरे परिवार के सभी लोगों को भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दोगे तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकालूँगा। . ठाकुर जी कहते हैं, चलो ठीक है, उनको भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त होने का मैं वचन देता हूँ। अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो। . अब कुम्हार कहता है, बस, प्रभु जी ! एक विनती और है। उसे भी पूरा करने का वचन दे दो तो मैं आपको घड़े से बाहर निकाल दूँगा। . ठाकुर जी बोले, वो भी बता दो, क्या चाहते हो ? . कुम्भार कहने लगा, प्रभु जी ! जिस घड़े के नीचे आप छुपे हो, उसकी मिट्टी मेरे बैलों के ऊपर लाद के लायी गयी है। . मेरे इन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो। . ठाकुर जी ने कुम्हार के प्रेम पर प्रसन्न होकर उन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त होने का वचन दिया। . ठाकुर जी बोले, अब तो तुम्हारी सब इच्छा पूरी हो गयी, अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो। . तब कुम्हार कहता है, अभी नहीं, भगवन् ! बस, एक अन्तिम इच्छा और है। उसे भी पूरा कर दीजिये.. . और वो ये है, जो भी प्राणी हम दोनों के बीच के इस संवाद को सुनेगा, उसे भी आप चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करोगे। . बस, यह वचन दे दो तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकाल दूँगा। . कुम्हार की प्रेम भरी बातों को सुन कर ठाकुर जी महाराज बड़े प्रसन्न हुए और कुम्हार की इस इच्छा को भी पूरा करने का वचन दिया। . फिर कुम्हार ने बाल श्री कृष्ण को घड़े से बाहर निकाल दिया। . उनके चरणों में साष्टांग प्रणाम किया। प्रभु जी के चरण धोये और चरणामृत पीया। . अपनी पूरी झोंपड़ी में चरणामृत का छिड़काव किया और प्रभु जी के गले लगकर इतना रोये क़ि प्रभु में ही विलीन हो गये। . जरा सोच करके देखिये, जो बाल श्री कृष्ण सात कोस लम्बे-चौड़े गोवर्धन पर्वत को अपनी इक्क्नी अंगुली पर उठा सकते हैं, तो क्या वो एक घड़ा नहीं उठा सकते थे । . लेकिन बिना प्रेम रीझे नहीं नटवर नन्द किशोर। पल में चित्त चुराए वो नटखट माखन चोर । कोई कितने भी यज्ञ करे, अनुष्ठान करे, कितना भी दान करे, चाहे कितनी भी भक्ति करे, . लेकिन जब तक आपके दिल मे प्राणी के लिए दुख दर्द नही है तो प्रभु श्री कन्हा जी की भक्ति व उनका दर्शन नही हो सकता.......🖋️
महान दानवीर, महान तपस्वी, महान वीर,महान इंसान।कर्ण जैसा कोई नहीं ।
महान आत्मा ...….
कर्ण के जीवन का यह भाग मुझे सबसे अच्छा लगा। इसकी वजह से कर्ण मेरे लिए सम्माननीय हैं।
कर्ण तुम वास्तव में तेज और प्रतिभा का प्रतीक है जो आज तुम इस स्वयंवर में में प्रदर्शित कर दिया है और सच्चे प्रेम को पहचान लिया तुम जैसे वीर पर यह देश नाज करता है
श्रेष्ठ विचार......
जिनके मन मे भय और आडंबर बस जाते है उनके मन मे प्रेम और विश्वास घर नही करता है।।
......इंटर कास्ट मैरिज-हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ।।
कर्ण को सादर नमन, सच्चे प्रेम का आदर इससे बढ़कर क्या हो सकता है। 🙏🙏🙏🙏🙏
Wow कर्ण आप दानवीर थे कुंती पुत्र आप ने अपने हर भाई को जीवनदान दिया था यहां तक आप ने अर्जुन को भी दिया था ☺️कर्ण आप बहुत अच्छे मित्र भी थे सब कुछ जानकर भी बहुत गर्व की बात है
Abhimanyu ka hatya me samil the,
Sale arjun ne karn ko jivandan Diya tha naki karn be
@@yashupadhyay3808 dono ne ek dusre ko 1 1 baar jane diya tha....
@@yashupadhyay3808Arjun ke karn ko kab jivan daan Diya tha batana thoda
@@NRY_NEWS
Sirf karn Arjun ko jivanadan diya tha na ki arjun
कोन कोन कर्ण को पसंद करता है लाइक करे
मूर्ख व्यक्ति सदैव ही जाति को पूछता है, परन्तु विद्वान व्यक्ति सदैव कर्म और गुण को प्रधानता देता है. जय श्री राम.
जाति प्रथा कल भी थी और आज भी है, नुकसान तो केवल सामर्थ का ही है, कल जो जातिप्रथा को गलत कहते थे आज वही उस प्रथा का लाभ उठा रहे है, यही विडंबना है।
@@Mr_DukeDJ
Q
@@ditto2452 परंतु दोनों ही स्थिति में samarthya का ही नुकसान है, जिसके लिए कर्ण लड़ा था
@@Mr_DukeDJ 9ओ
श्री राम जाती वादी है अखंड
इतिहास जो भी कहे लेकिन मैं दुर्योधन को प्रणाम करता हूं जिसने कर्ण से कभी उसकी जाति नहीं पूछी.
कारण जो भी रहा हो लेकिन दुर्योधन को देख कर पता चलता है प्राचीन काल में भी उच्च कुल में ऐसे लोग थे जो जन्म में नहीं कर्म में यकीन करते थे.
राधे राधे🙏.
Absolutely right 👍
Naman samrth Ashok jain ke kal me bhrath akhand bhrath tha
Karan was super Hero. My all time Favourite character 🥰😘😘😘😘 Pankaj Dheer nailed it.
प्रेम निस्वार्थ भाव और आत्मा के लगाव से होता है, ना की डर और विवसता भरा ।
जय हो सूर्यपुत्र कर्ण👏
हे महावीर , महादानी तुम सच में ही एक महापुरुष हो राजकुमारी को छोड़कर एक दासी को जीवन संगनी बनाकर सच्चे प्रेम को अपनाया❤❤❤
करण आप महान हो आप जैसा ना तो योद्धा कोई पैदा होगा नहीं पैदा हुआ है
Bhismpitama
कर्ण जैसा महान योद्धा शायद ही कोई आए... नमन है कर्ण को🙏🏼🙏🏼
सत्य वचन भ्राता 🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩
🙏👍❤️
@@indrajeetthakur7782 which type of mahan Karn was that he failed to lift bow at Draupadi's Swayamvar? 😂😂
Failure Sut Putr Karn loll
@@yug4883 shree krishna ne mna kiya tha draupadi ko ki karna ko mna kre to usne krna ki bejaati ki thi vo sut putra se vivah nhi kregi karna usko utha sakta tha ye tv serial mai jo dhekte ho usi ko sach maante ho 😂 karna k saath bura hi hua h hamesha but karna itna accha bhi nhi tha jo kuch tv serial mai dhikaya jata h mera fav warriors to Indrajeet h what h warrior he was man 🙌 bhagwaan ko thoda pareshan kiya tha usnai ismai to bhagwan ko shasta uthane ki jarurat nhi pdi 😂 ram ravan yudh sabse katharnak tha baki karna was worthy to lift that bow
@@HINDU522 firstly SUT is not Lower Caste
Sut is combination of Brahmin and Kshatriya parent, Karn's foster father was Brahmin and his foster mother was Kshatriya, SUT PUTR KARN was not lower caste cuz Sanjay, Virat and infact Daughter-in-law of Arjun that's Uttra too was was Sut Putri
Sut Putr Karn got Kavach Kundal since birth in free without any hardwork and lived his life in luxury with servants not like shown in TV serials
GuruDronacharya ji never rejected Karn by saying him Sut Putr, GuruDronacharya gave education to Sut Putr Karn but Karn was jealous of Arjun and Arjun's Archery skill that's why Dronacharya suspended Sut Putr Karn
Devi Drāupadi never rejected Karn saying Sut, it was Sut Putr Karn himself who failed to lift bow at Devi Drāupadi's Swamvyar having Kavach Kundal too 🤣🤣
Arjun defeated Karn 3times but TV serials glorifys fake Lower Caste Sut Putr Karn loll
It was Sut Putr Karn who ordered to bring Mata Drāupadi to court even knowing that Mata is only in one piece clothes Sut Putr said he don't find problem if she comes naked too and later orders to remove her clothes and laugh at her situation
Sut Putr Karn is such failure, coward R@pist type 🤡
जय हो महादानी दानवीर कर्ण जी🙏👏
वाह कर्ण वाह,,कितने श्रेष्ठ हो तुम,,राजकुमारी को त्याग कर तुमने सच्चे प्रेम की सच्ची परिभाषा समझाई है!
O
Itna khush mat ho bhai,ye fantastical stories h, original Mahabharata padhi h meine sayad hi kabhi uski patni ka jikra h lekin aisa kahani kahi nahi h.
@@ankitarani2868 आपने शायद पुरा नही पढ़ा
@@diwakarshukladhiru4723 plz send me the link of original Mahabharata which says so bro
@@ankitarani2868 is se badhiya mahabharat tumhe kaha milegi bhai... #faujiwithcamera
हे दानवीर से महारथी आपकी वीरता आपकी मानवता आपकी मित्रता आपका त्याग आपका बलिदान आपकी दान वीरता को युगो युगों तक याद रखा जाएगा।
कर्ण के पात्र ने पुरुषत्व को वह ऊँचाई दी है जो कदाचित् दूसरा कोई नहीं दे पाया.
Karna is the legendary character in the Mahabharat.Inspite of his defeat, he wins in the Dharma Youdh.🙏🙏
वास्तविक प्यार को स्पष्ट दिखाया है कर्ण के माध्यम से।
शत शत नमन.. आपके महान त्याग और महान प्रेम के लिए 🙏🙏🚩🚩
Karan 💓 Padmavati 🙏 Amazing Love Story 💯😘😘😘
But in star plus Mahabharat they show it was karn and Vrushali.. not padmavati....I don't understand it what was the actual name of Karn's wife....
@Goldmine films okay...
धन्ये है -वो माँ जिसने करन जैसे पुत्र को जन्म दिया
Yet the one who should enjoy it was Radha
Janam dene wali ne paida kar ke phek diya tha
Dhanay hai Radha jisne Karna jaise putar ka palan poshan kiya
कर्ण ने जितने दुख सहे है उसकी कोई सीमा नहीं है दुखो की परिकाष्ठा हैँ
Kuthe suru aahet episode
Dukh to sab pate hai, sahate kitne hai?
@@babysikdar1220 khud ke mata pita saath me hai na tabhi bol rhe ho
Krishna ne b sahe bhai..bhagwan hoke..kshatriy hoke b vo gwale k rup me rahe..kabhi raja nhi bane.. janm se hi mout k saye me rahe
@@rohitshaha108 unhe shesnag ka asis prapt tha unke mukh me sampur brahmand basta tha bhai wo lord the
"Ucchh usi Ko janiye jiske karm mahan". Kya baat hai.
रे boss अपुन तो तेरा die heart fan हो गया रे हिला डाला असावरी को इस पे movie बन सकती है
Br Chopra's Mahabharat is the best
Waah
Raj kumari ko thukra diya
Daasi ko apna liya
Ye dekh kr or bhi respect or dil main karn ke liye pyar badh gaya
🇮🇳 🙏🏽 Jai Shri Krishna 🙏🏽🇮🇳
Radhe Radhe
Whatever he did, he did out of his ego.
Nothing grand about it.
Tum uski egoic actions ko respect de rahe ho? bas Yahi bacha hai??
@@sahilgoyal9676 kya bak raha he🤣🤣🤣
@@karnaraj8451 tu bata?
कर्ण से ज्यादा दुःख किसी ने नही सहे होंगे , लेकिन दुख भी उन्ही को मिलते है जिनके अंदर सहन करने की छमता होती है ।।
कर्ण से महान कर्म और धर्म मे कोई नही ,
🙂
pranam
Yeh hain asli Shaktishali Yoddha, "Angaraj Radhe Karna." Asli Power! Pranam Angaraj Karna. 🙏
महाभारत के सबसे बेहतरीन भागों में से एक ❤
11:18
राजकुमारी छोड़ कर, खूब निभाई प्रीत,
दासी को अपना लिया, हुई प्रेम की जीत,
हुई प्रेम की जीत...
ऊंच नीच के भेद की, जन्म नहीं पहचान,
उच्च उसी को जानिए, जिसके कर्म महान,
जिसके कर्म महान...
Nice
Mujhse ye part itne dino tk miss kaise ho gya.... I loved this episode 💞
कर्ण एक महान योद्धा था ऐसा वीर कभी नही हो सकता है महान दानी था महान दयालु था लेकिन बेचारे को अपनी असली मा का प्यार नही मिला ओर दोस्ती का पक्का था
भाई 🙏100% सत्य कहा और इसका जवाब भी इसी वीडियो में है, 1:41 ... नियति के खेल 🤔
Arjuna uttam Dhanurdhar the!!
Good. Friend
Tu Ek SUDRA hai.
Aur Mahabharata me SUDRA hona gunah hai..
Karan mahan yodhs
Ye scene dekhne k baad karn k liye izzat aur badh gyi dil me......
Ger I
No doubt karn is the brilliant example of humanity ❤️💯🙌
दानवीर आप महान थे सादर प्रणाम 🙏🙏
Amar h
महाभारत का सबसे सुंदर दृश्य
Sahi kaha ..
Yes
@@labagogoi3561 Mahabharata bhal pai apuni?
Hum to sury Putra karn k fan ho gay hain...🥰
Hum already fan hain.
@GAMER ARMY r
अर्जुन फिर भी अर्जुन हैँ
Pls request gufi sir to bring pankaj dheer on his channel on his latest video
On shakuni se sune bate anokhi
🙏🏽Jai Shri Krishna 🙏🏽🇮🇳
All these episodes of Ramayana and Mahabharata give lessons for life ..
सूर्यपुत्र कर्ण महान है उनको उनको 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कार्ण सूर्य के समान हैं और अर्जुन, अर्जुन तो उनके आगे दीपक जैसे कोई साधारण वस्तु भी नही।।।❣️
Tv serial chodkar kabhi real mahabharat ved vyas ki padho tab pata chalega arjune shresth hai ya karna
@@Ak58119ये सब व्हट्स अप यूनिवर्सिटी वाले हैं इनके लिए अर्जुन से महान कर्ण और राम से महान रावण है भाई
रशिम रथी आप भी पढ़ लो पता चलेगा कर्ण क्या था
Kuchh bhi kah lo lekin Arjun sadaiv satya aur dharm ke pratik hai, lekin Karna ne to apne dharm aur satya ko chhod diya🙏
Arjun adhik...shrest hain...aur vir bhi...
सूर्यपुत्र प्रणाम।।🙏🙏🙏
Karna The Greatest Worrier of All Time's
कर्ण जैसे योद्धा विरले ही जन्म लेते हैं
Blox
@@rakeshnaik3642 xx,d xx xx Dad dx Masonic m km hahahahahahahaha we could do chunk lookingl I wis,,,h we could xkkx😚😄😍😚😚🖱️🎤📣🖥️🖥️🖥️🖲️🖲️🖲️🥁🖱️😊😄😄😄😚😚😍😊😄😍😍😍😄😍😄😄😍😄😚🤗🤗🤗😚😚😊😚😍😚😚😍,😊😊😍😚😍😍😊😊⁴"_**733😚,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,😚🤗🤗🎧🎧🔉
Karan Mahabharata yudh mai satki se har Gaya
भारतीय इतिहास,कला, संस्कृति, संस्कार एवं सभ्यता अद्भुत है।
हे सूर्यपुत्र कर्ण मैं आपके प्रेम को नमन करता हूं
अर्जुन तो तुम्हारे आगे एक घास का तिनका के बराबर भी नहीं था
ऐसा कर्ण युगो मे एक बार ही जन्म लेता है
और ऐसा प्रेम भी लोग सदियों मे एक बार ही करते है
Karn wasn't only a brave warrior.he was a gentle person. Bure sangati ne bhi uski keerti ko dhumil na kar saka
Ye bunda solid tha bhai
The great karn 🙏🙏💪कर्ण jesa वीर धनुधरि महावीर योध्दा ही नही हे इस धरा पर 💪💪🙏🙏💐
Waw nice karn
कर्ण की वीरता संसार में अद्वितीय है
What a line में प्रेम और वासना का अंतर जान गया हुं ❤
महाभारत देखना कौन कौन पसंद करता पलीज लाइक करे 🙏🙏🙏
Ham mahabharat dekhna bahut pasand karte hai keya aap bhi bahut pasand karte hai
Mai sirf chut marna pasand karta hu koi vyavastha h kya
माझahaMahabharata
महाभारत
I like u
Wah wah karna kya example Diya hai
.......❤❤❤❤❤
सूर्य पुत्र अंगराज कर्ण की जय हो
यही धीर धीर गंभीर करण हैयदि वीर यदुवंशहै
Mahabeer, daan veer, sacha mitra, sabse bada dhanurdhar, param brahmacharya man ne wala angaraj karna.... Aap ko koti koti pranam....... Karna ne purusarth ki charam sima ko chun liya tha..... Jo ki aaj tak kisi ne nahin ki..... Pranam Angaraaj Karna..... Pranam Radheya.... 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Waaaaah shreee karan dev waaaah aaap sabse srest sabse Mahan ho aaapko sat sat naman om namho siwaaay
इनके आगे हमारी सोच तुच्छ है,, यह वास्तव में असली मनुष्य है,, हम तो मनुष्य कि सक्ल में जानवरों की तरह है
Dakha karan ka parakram ❤❤❤❤❤❤❤❤
Padmavati jaisi life partner hona ,ek aadmi keliye garv ki baat hai 🙏
हे महादानी दानवीर कर्ण आप जैसा शूरवीर योद्धा कोई दूसरा नहीं धन्य हो आप और धनी है आपका सूत्र पुत्र होना आपकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है जय हो दानवीर कर्ण सूर्यपुत्र करण की
Wah danveer maharathi karn kya mast entry kiya mitra aur very nice choice padmavati dil ko jeet liya yaar
Proud of you Karn
कर्ण को बार बार प्रणाम 🙏🙏
कर्ण के जैसा न कोई था और n hi कोई होगा🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏
Maharathi suryaputra Karn ke liye like
Maharathi sutputra bol...
@@himanshuveer4205 the
@@himanshuveer4205 loudu tu bhe us jamane me suth he tha sale aur rahi karn ke bat to oh kbhi sut nhi the oh pandav putra the to sut kaha se bol raha he tu
@@sarangbawadkar6370 bhai vo pandu putra nii the kyuki unka janm Kunti ki shadi hone se pehle hua tha isliye wo Pandav nii hue
@@Instantstatus0 Jake mahabharat pdha karn pandav putra bhe he aur radhe karn bhe he .
Waah waah aap bahut hi brilliant yodha and guno se sampann
करण always op ❤️❤️❤️
Love you karan
इसे कहते हैं छाती में मूंग दलना ❤❤
Karna ne padmavati se vivah karke apne apko true love sabit kiya. Kyuki zalim rajkumar kabhi dasi se vivah ni krte the. Jai ho karna danveer ji
Karn was perfect man in the earth
ऊंच नीच के भेद की जन्म नही पहचान, उच्च उसी को जानिए जिसके कर्म महान।🙏🙏🙏
Karn,tum,great,,,apko,koti,koti,naman
True love is always greater than lust.
❤️❤️
Bilkul sahi kaha aapne
Nice
Very nice
Lust is part of love my sweety
Aap par hume garv hai aap kitne mahan hai...... Aapke charno me mera marnaam❤❤❤❤❤
Mind blowing dialogues of Karan 💓🙏😘 in this epic Episode of Mahabharata 👏👏👏
@
Kya vyakhya hai Karm ki... Angraj Karna ka drushya dekhkar Rashmirathi yaad aa gayi aaj...
karna, the best character in Mahabharat...
दानवीर कर्ण की जय हो
लेकिन आप ने अधर्म का साथ दिया इस लिए आज आपको कोई नही पूछता
An ideal marriage of principle, an unique incident of Mahabharat.
कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि यहाँ योग्यता जाति आधारित है
वाह महान दानवीर कर्ण
वाह.... जय श्री कृष्णा
Karn... Thug life in Mahabharata style. Jai Ho...
यही है हमारा सनातन धर्म 🙏🙏👍👍
Nice🙏
We always loves you 💪💪 LEGEND KARAN ❤️❤️
करण जैसा दानवीर और कोई नहीं
Great Karan , karama mahaan h.
Big fan
He danveer karan aapko parnam
कर्ण जेसे महान यो द्वा का नाम कभी नही भुलाया जा सकता।
वाह जय हो... दानवीर कर्ण...
One of the best love story of my life any also
दानवीर अंगराज कर्ण को मेरा सादर प्रणाम
I love mahabharat, only because karn❤
Jab tak duniya rahegi tab tak karan ka naam rahega
बड़ी सुन्दर कथा है ठाकुर जी महाराज की अवश्य पढ़े 🙏🙏
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एक बार की बात है कि यशोदा मैया प्रभु श्री कृष्ण के उलाहनों से तंग आ गयीं और छड़ी लेकर श्री कृष्ण की ओर दौड़ी।
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जब प्रभु ने अपनी मैया को क्रोध में देखा तो वह अपना बचाव करने के लिबए भागने लगे।
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भागते-भागते श्री कृष्ण एक कुम्हार के पास पहुँचे। कुम्हार तो अपने मिट्टी के घड़े बनाने में व्यस्त था।
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लेकिन जैसे ही कुम्हार ने श्री कृष्ण को देखा तो वह बहुत प्रसन्न हुआ।
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कुम्हार जानता था कि श्री कृष्ण साक्षात् परमेश्वर हैं।
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तब प्रभु ने कुम्हार से कहा कि, कुम्हार जी, आज मेरी मैया मुझ पर बहुत क्रोधित है।
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मैया छड़ी लेकर मेरे पीछे आ रही है। भैया, मुझे कहीं छुपा लो।
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तब कुम्हार ने श्री कृष्ण को एक बडे से मटके के नीचे छिपा दिया।
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कुछ ही क्षणों में मैया यशोदा भी वहाँ आ गयीं और कुम्हार से पूछने लगी, क्यूँ रे, कुम्हार ! तूने मेरे कन्हैया को कहीं देखा है, क्या ?
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कुम्हार ने कह दिया, नहीं, मैया ! मैंने कन्हैया को नहीं देखा।
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श्री कृष्ण ये सब बातें बड़े से घड़े के नीचे छुपकर सुन रहे थे। मैया तो वहाँ से चली गयीं।
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अब ठाकुर जी महाराज कुम्हार से कहते हैं, कुम्हार जी, यदि मैया चली गयी हो तो मुझे इस घड़े से बाहर निकालो।
.
कुम्हार बोला, ऐसे नहीं, प्रभु जी ! पहले मुझे चौरासी लाख यानियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।
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ठाकुर जी मुस्कुराये और कहा, ठीक है, मैं तुम्हें चौरासी लाख योनियों से मुक्त करने का वचन देता हूँ। अब तो मुझे बाहर निकाल दो।
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कुम्हार कहने लगा, मुझे अकेले नहीं, प्रभु जी ! मेरे परिवार के सभी लोगों को भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दोगे तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकालूँगा।
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ठाकुर जी कहते हैं, चलो ठीक है, उनको भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त होने का मैं वचन देता हूँ। अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।
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अब कुम्हार कहता है, बस, प्रभु जी ! एक विनती और है। उसे भी पूरा करने का वचन दे दो तो मैं आपको घड़े से बाहर निकाल दूँगा।
. ठाकुर जी बोले, वो भी बता दो, क्या चाहते हो ?
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कुम्भार कहने लगा, प्रभु जी ! जिस घड़े के नीचे आप छुपे हो, उसकी मिट्टी मेरे बैलों के ऊपर लाद के लायी गयी है।
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मेरे इन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।
. ठाकुर जी ने कुम्हार के प्रेम पर प्रसन्न होकर उन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त होने का वचन दिया।
.
ठाकुर जी बोले, अब तो तुम्हारी सब इच्छा पूरी हो गयी, अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।
.
तब कुम्हार कहता है, अभी नहीं, भगवन् ! बस, एक अन्तिम इच्छा और है। उसे भी पूरा कर दीजिये..
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और वो ये है, जो भी प्राणी हम दोनों के बीच के इस संवाद को सुनेगा, उसे भी आप चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करोगे।
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बस, यह वचन दे दो तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकाल दूँगा।
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कुम्हार की प्रेम भरी बातों को सुन कर ठाकुर जी महाराज बड़े प्रसन्न हुए और कुम्हार की इस इच्छा को भी पूरा करने का वचन दिया।
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फिर कुम्हार ने बाल श्री कृष्ण को घड़े से बाहर निकाल दिया।
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उनके चरणों में साष्टांग प्रणाम किया। प्रभु जी के चरण धोये और चरणामृत पीया।
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अपनी पूरी झोंपड़ी में चरणामृत का छिड़काव किया और प्रभु जी के गले लगकर इतना रोये क़ि प्रभु में ही विलीन हो गये।
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जरा सोच करके देखिये, जो बाल श्री कृष्ण सात कोस लम्बे-चौड़े गोवर्धन पर्वत को अपनी इक्क्नी अंगुली पर उठा सकते हैं, तो क्या वो एक घड़ा नहीं उठा सकते थे ।
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लेकिन
बिना प्रेम रीझे नहीं नटवर नन्द किशोर।
पल में चित्त चुराए वो नटखट माखन चोर ।
कोई कितने भी यज्ञ करे, अनुष्ठान करे, कितना भी दान करे, चाहे कितनी भी भक्ति करे,
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लेकिन जब तक आपके दिल मे प्राणी के लिए दुख दर्द नही है तो प्रभु श्री कन्हा जी की भक्ति व उनका दर्शन नही हो सकता.......🖋️
Very nice
life insaan ko karn banana hi dathi hi
Dan veer karn❤
He sury putr danveer karan aapko baar baar prnam krta hun