जय जय हरियाणा पुरानी यादे पुराने हिसार के चार दरवाजे थे. मोरी गेट, दिल्ली गेट ,तलाकी गेट, नागोंरि गेट, ओल्ड सिटी के नागोंरि गेट मोती बाजार में प्रवेश करने से पहले लिखा था मोटे मोटे शब्दों में ,शाही दुर्ग फिरोज का, कहते जिसे हिसार ,कल तक मरुस्थल था आज हरियाणा का singar,. मे हिसार में 1984 से रहने लगा. गुजरी महल के पीछे पठानौ के मौहले में रहता था. हमारा बचपन गुजरी महल में खेल कर गुजरा है.,अनगिनत यादे याद हे. हमने देखा था 1984 के दंगों में सिक्ख लोगों ने यहां छिप कर अपनी जान बचाई थीं,पीछे सरकारी स्कूल थीं आजकल जिंदल पार्क बना है ,
नमस्कार जी ll डॉ महेंद्र सिंह जी बहुत ही अच्छे शिक्षक के साथ साथ अच्छे इंसान हैं ll गुरू जी के चरणों में प्रणाम ll
Dr Mahender Singh aapki historical knowledge gajab ki hai or apka narrate karne ka andaz bhi bahut umda hai..
इतीहास की जनकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर जी
जय जय हरियाणा
पुरानी यादे
पुराने हिसार के चार दरवाजे थे. मोरी गेट, दिल्ली गेट ,तलाकी गेट, नागोंरि गेट,
ओल्ड सिटी के नागोंरि गेट मोती बाजार में प्रवेश करने से पहले लिखा था मोटे मोटे शब्दों में ,शाही दुर्ग फिरोज का, कहते जिसे हिसार ,कल तक मरुस्थल था आज हरियाणा का singar,.
मे हिसार में 1984 से रहने लगा. गुजरी महल के पीछे पठानौ के मौहले में रहता था. हमारा बचपन गुजरी महल में खेल कर गुजरा है.,अनगिनत यादे याद हे. हमने देखा था 1984 के दंगों में सिक्ख लोगों ने यहां छिप कर अपनी जान बचाई थीं,पीछे सरकारी स्कूल थीं आजकल जिंदल पार्क बना है ,
बहुत ही शानदार प्रस्तुति सर, हमारी जानकारी दुरुस्त करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Excellent presentation
Encompassing so many narratives so far generally unknown.
Congrats Dr Mahendra Singh
Ajeet Singh
Thanks
Thanks for sharing this valuable information
28:20 सर ने जो नहर का जिक्र किया है कृपया उसके बारे में भी बताएं। क्या यही "चौतांग" है जो drishadvati का paleo channel है ?
बहुत खूब जानकारी
Good 👍
Ram ram guru ji
👍
As per knowledge koi gussa nhi krega
Haryana me aaj k marshal kom
Ki haryana unka h kha thi us time
As per knowledge
Hisar is not an Arabic word rather it is Turkish Persian word
Gujari is not an Arabic word. It depicts a caste or tribe - Gujjar
हिसार के ही है क्या महेंद्र जी
डॉ साब कैथल के रहने वाले हैं। और कई वर्षों से हिसार के दयानन्द कॉलेज में अध्यापन का कार्य कर रहे है
हिसार का पुराना इतिहास बताओ ये मुल्लो का इतिहास क्यों गाने लगे ... डाँ सहाब हिंदू इतिहास याद करो.ये मुस्लिम इतिहास रट कर बैठे हो बस
Jo h vahi to batayega yaha bhi hindu muslim gusa de aake
No
😢@@Sushilkharod
Hissar ilaqa ka itihas hi muslamano se shuru hota he