निश्चय - व्यवहार,नयचक्र || 13/08/2024 || डॉ.अरुणजी शास्त्री

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 9 сен 2024

Комментарии • 1

  • @maltijain8472
    @maltijain8472 28 дней назад

    व्यवहार के नष्ट होने से निश्चय प्रगठ होता है और निश्यय के प्रगठ होने से धर्म प्रगट होता है,