बहुत-बहुत धन्यवाद , सर जी ❤ आप द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर किया गया विश्लेषण अद्वितीय अद्भुत है , ये तथ्यात्मक उदाहरण हो सकता है , झूठ के आधार पर प्रस्तुत किए गए प्रचार-प्रसार काल्पनिक कथाओं वालों को हजम ही नहीं होगा 😂 आपके द्वारा वर्णित साक्ष्य बहुत-बहुत अद्वितीय हैं ❤ आप को बार-बार साधुवाद सर जी ❤❤
इतिहासकार हो तो डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद सिंह जैसा हो जो तथ्यों के साथ प्रमाण सहित प्रस्तुत कर इतिहास की तह में जाकर सत्य तक ले जाने का प्रयास करते हैं।इस महान कार्य के लिए आपको साधुवाद।
Tathyo nahi distrotions ... Jameen ke andar gade murdo ke adhar pe history ka gyan lene vaa;e jahilo ke liye Ashok. Khule aasman me chaand sitaaro ki position ke adhar pe itihas seekhne padhne vaalo ke liye Mahabharat. aap kaun si category ke hai?
परम् आदरणीय प्रो0राजेन्द्र प्रसाद सिंह जीआपको बहुत-बहुत साधुवाद धम्मवाद।महोदय जी आप-विश्व के महानतम शासक विश्व सपूत युगनायक सम्राट असोक महान जी के असली इतिहास को आप जन-जन तक पहुंचा रहें हैं; हम भारत के मानवतावादी लोग आपके आभारी हैं। सत्यमेव जयते। जय भारत जय संविधान। नमो बुद्धाय जय युगनायक सम्राट असोक महान जय भीम।
@@ramlakhanmaurya9581 Ashok ke baap dada ka bhi itihas bataya inhone ya seedhe ashok pe switcgh maar gaye? Ashok shayad Bharat ka pahala communal shashak tha jisne tax payers money ko ek samdraday vishesh ke prpmotion pe kharch kiya... Gautam Buddha ke pita Shuddhodhan ne apane bete ka Naam Gautam kis mahapurush ke nama pe rakha hoga? kabhi socha? Budhha to gyani logo ek title matra hai.. jaise sadhuo me paramhans type hain..
@@ramlakhanmaurya9581 अशोक जिसने सत्ता के लिए अपने भाई का कत्ल कर दिया, जिसने सत्ता विस्तार के लिए अपने ही देश के कलिंग राज्य मे लाखों आम नागरिको का नरसंहार करवाया..भला ऐसे क्रुर राजा महान कैसे हो सकता है..अशोक महान नही शैतान था वो नरभक्षी पिशाच था..
बहुत सारे भारत के मूलनिवासियों को आप अपने जैसे बुद्धिजीवी बनाइए ताकी भारत के मूलनिवासी लोग अपना सही इतिहास अपने लोगो को तर्क और तथ्य के साथ आपके जैसे ही समझा सके ताकि बहुत सारे लोग मनुवादी, पाखंडी, ब्राह्मणवादी व्यवस्था से लड़ सके।
@@sachchidanandsharma2420 हकीकत ठीक इसके उलट है!....बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक में अनेक स्थानों पर हिंदू देवी देवता जैसे की ब्रह्मा, इंद्र, कुबेर, यम, प्रजापति, वरुण, ईशान आदि का उल्लेख आया है !....जिससे सिद्ध होता है की हिंदू धर्म बौद्ध धर्म से ज्यादा पुराना है!.....उदाहरण के लिए त्रिपिटक के धजग्गा सूत्र में देवासुर संग्राम की चर्चा है और हिंदू देवता जैसे की ईशान, वरुण, प्रजापति आदि का जिक्र आया है!....इसके अलावा तेविज्जा सूत्र में वेद, तैतरीय ब्राह्मण, छांदोग्य ब्राह्मण आदि का जिक्र है इसके अलावा वैदिक ऋषि जैसे की वामदेव, कश्यप, भारद्वाज, वशिष्ठ, विश्वामित्र आदि का भी जिक्र है!.....
सम्राट असोक का अस्तित्व था इसीलिए पुरातात्विक खुदाई में उनका स्ट्रक्चर मिलता है महाभारत एक महाकाव्य है जिसका प्रमाण पुस्तक है जमीन की खुदाई में उसका कुछ भी नहीं मिलता है हर जगह बुद्ध हैं देश हो चाहे विदेश
Abe nath sampradaya Budh dhamm ki vazryaan se hi nikla hai jo picture tu laga ke baitha hai isko jra dhyan se dekh, ek ek chiz ko aur phir budh ko dekh, samajh aa jayega.@@sagark1042
बुद्ध, अशोक, महावीर स्वामी से पूर्व काल में भारत में चन्द्रवंश, नागवंश, द्रविड़वंश का शासन विद्धमान था। महावीर स्वामी से पूर्व जैन धर्म के तीर्थंकर चन्द्रवंश के ही बनते थें। सूर्यवंश के सारे राजा बाहर देश से भारत में आ बसे हैं, 100 ईसा पूर्व में। सारे आर्यवंशी (ब्राह्मण राजपूत वेश्य) अरब मुस्लिम की हि तरह विदेशी हैं।
सर महाभारत, रामायण,33करोड़ देवी देवता, धर्म ग्रंथों महापुराणों उपनिषद वेदों, स्वर्ग नरक, मनुस्मृति सबकुछ काल्पनिक है।जो 3%विदेशी ब्राह्मणों द्वारा लिखित पुस्तक है।जो 97%लोगो को अन्धविश्वास पाखण्ड मानसिक गुलाम बना कर उनकी मेहनत मजदूरी से कमाये हुए धन को पूजा पाठ हवन यज्ञ के नाम पर लूट रहा है।
बहुत बहुत धन्यवाद श्री राजेंद्र प्रसाद सिंग सर जी इस ज्ञान वर्धन केलिये ।ज्ञान वर्धक जानकारी के लिये इसका मतलब यह है कि महाभारत काल्पनिक है ।जो कहानियाँ महाभारत क़ालीन सुनते है यदि उनका बुद्धि की कसौटी पर कसा जाय तो लगता ही है कि क्या ऐसा हो सकता है ? सम्राट असोक सत्य है क्योंकि सम्राट असोक के बनाये बुद्ध मंदिर स्तुप के पुरातात्विक अवशेष मिलते है । बुद्ध ही सत्य है । क्यों की बुद्ध के पुरातात्विक अवशेष मिलते है । महाभारत क़ालीन पुरातात्विक अवशेष कहीं कभी मिले है ऐसा ना पढ़ा है ना सुना है ।
शानदार । आप रोजाना 15 मिनट की क्लास तो लगा ही दिया करो देखते ही देखते हजारों लाखों लोग आपके वीडियो का इंतजार किया करेंगे । सबूतों के साथ आपकी तरह बात करने वाला कोई और नही है ।
जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏 डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह जी ....आपकी दो पुस्तक छिपाए रैदास बाहर आए और इतिहास का मुआयना, पढ़ी मैंने आपकी लेखनी, आपके तर्क और उन्हें बेबाकी से प्रस्तुत करना, भाषा पे आपका ज्ञान ... आप एक महान इतिहासकार है....आपको सम्यक संस्कृति के इतिहास को कड़े प्रयासों से खोज कार हमारे समक्ष लाए उसके लिए कोटि कोटि नमन 🙏🙏
ha pr Bhole ko manane wale shivaji or maharana pratap ka itihas talwaro se likha isiliye tum ye sab bat kr pa rhe ho nhi to bangladesh or pakistan me v same itihas he bat krke dekho😂😂😂
युधिष्ठिर का चरित्र अशोक से प्रेरित है। बोलिये अम्बेडकर, ज्योतिबा फुले, बुद्ध, कर्पूरी ठाकुर और लालू यादव की जय। और हां, रोमिला थापर और कार्ल मार्क्स को नमन।
स्थानेश्वर (कुरुक्षेत्र) हर्षवर्धन की राजधानी इतिहास मे वर्णित है। असोक द्वारा बनवाये गये 84000 स्तूपों मे से एक स्तूप आज भी कुरुक्षेत्र में उपस्थित है। किन्तु महाभारत-युद्ध का प्रमाण ढूँढने से भी नही मिलता।
महाभारत और रामायण बस एक रचनात्मक लेखन है जो पीढ़ी दर पीढ़ी अपभ्रंश का शिकार हुई है और भारतीय समाज में अंधी आस्था और श्रद्धा विश्वास को हर प्रकार से पुनर्स्थापित किया जाता है और रहेगा ।
India mein kitne andhbhakt hain Ye padhe likhe andhbhakt Hain.. Prakrat language ke archaeological evidence historical evidence hone ke bad bhi inki aankhon per ta.... ka chashma Chadha hai.... khate Hain yah log to buddhi kahan se aaegi inmein
Aryo ne lohe ke Hathiyaro se hamre purvjo par waar Kiya Kasa ,Taba ke teer bharchhe Lohe ke pade pade parso ke samane haar gaye Atatayiyo ne khoob maar kaat ki , Hame shudra kaha khud ko shreshth
महोदय आप अद्भुत बातें करते हैं। भीम का गदा जनता कहतीं है, इतिहास कार नहीं । गौतमबुद्ध के समय से कुछ पहले ही हस्तिनापुर डुब गया था और वहां के लोग कोसांबी आ कर बस गये थे। बुद्ध के समय कोसांबी का राजा उदयंन था। यह प्रमाणित है। फिर हस्तिनापुर मे मौर्य कालीन भवनों के अवशेष कैसे मिले। यह सही है कि महाभारत की रचना कयी बार हुई और अंतिम संस्करण मे वरणन मे मौरयों की नकल की गयी हो। सही इतिहास के लिए इसके मूल ग्रन्थ जय और जय भारत पढ़ना चाहिए।
महाभारत काल्पनिक ग्रन्थ है। इसका मूल चरित्र गंगा पुत्र भीष्म है। क्या आप मानते हैं कि गंगा जो एक नदी है, वह एक आदमी से शादी कर उससे बच्चा पैदा कर सकती है? और अगर आप मानते हैं कि हो सकता है तो आप तर्कहीन व्यक्ति हैं। अंध विश्वासी हैं।आप यथार्थ स्वीकार नहीं कर सकते।
हम बहुजन भाई-बहन को वास्तविक इतिहास पढना जरूरी है । आज तक हमे जो इतिहास पढाया गया है या जो पढ़ाई जा रही है उसेमे सच्चाई से परे है।अब देर ही सही मगर इतिहास मे सच्चाई दिखनी शुरू हो गयी है।जय भीम, जय संविधान।
महाभारत एक काव्य रचना है ...मतलब HX :H historically event ,X Variable thought ,imagination and creations. ये कोई history book नहीं, बल्कि inspired/ Reaction from event,situations, Social Environment...मनगढ़ंत ग्रंथ काव्य .... # persia priest of Zerostrian Magus or Magi Brahman settled after arab conquest in 6 A.D in Northern India,....Ganthara, sindh,taxile and frequently migration in ward गुजरात, राजस्थान,पंजाब, then after transformation of language start like....old persian,....Avestan,...pahlavi....then pali pakit +Avesta pajlavi become ivolved ".Samskrit" and its script "Nagari" after Dhamma lipi.
Jameen ke andar gade murdo ke adhar pe history ka gyan lene vaa;e jahilo ke liye Ashok. Khule aasman me chaand sitaaro ki position ke adhar pe itihas seekhne padhne vaalo ke liye Mahabharat. aap kaun si category ke hai?
@@purushottamsingh9284 मुद्दा लिपि और भाषा है या ज्ञान? जब किताबे नही थी, कागज नहींतः, भोज पत्र नही थे, oral tradition SE Gyan transmit Hota था या मूर्तियों के माध्यम से। जाहिलो को ये बात समझ में नहीं आयेगी। माइग्रेशन पूरी दुनिया में होते है। काले चमार अफ्रीका से आए। अफगानिस्तान पाकिस्तान। या अपने कश्मीर से मार कूट के भागा दिए गए लोग यदि भारत आ गए इसका मतलब ये भी है वहां तक भारत था। मिश्र फारस या अरब से कुछ लोग जान बचाकर भारत आए तो वहां तक भारत था। अंग्रेज ने उल्टा पट्टी पढ़ाया के वे बाहर से आए।। मूर्ख अंग्रेज गुलामी में अंग्रेज का वर्जन की आंख बंद कर एक्सेप्ट कर लिया।
इतिहासकार क्रिस्टोफर बैकविथ के अनुसार अशोक और देवानम पियादासी दो अलग राजा थे !....मेजर रॉक एडिक्ट का निर्माण देवानाम पियादासी ने करवाया था जबकि अशोक एक बहुत ही छोटे स्तर का स्थानीय राजा था जिसने माइनर रॉक एडिक्ट का निर्माण करवाया!....
@@vkvk3393 अधिकांश अनुवाद त्रुटिपूर्ण है!.....क्योंकि प्राचीन संस्कृत में किसी एक ही शब्द के अनेकों अर्थ संभव होते थे इसलिए सही अनुवाद करने के लिए उसका सही संदर्भ जानना जरूरी है!.....
महाभारत काल्पनिक नही ऐतिहासिक और सत्य है, जबकि अशोक जैसा क्रूर राजा जिसने कलिंग मे लाखों आम नागरिक का नरसंहार किया..मै अशोक को कातिल समझता हुँ..अशोक मुर्दाबाद, सिकंदर जिंदाबाद
@@abhaybisen8175istarah meini buddha or mahabir dono ko nehi dekha jise meine nehi dekha uspar yekin nehi srif likhi hone sei kya hota hei ajto humbhi kuch likh de or bohut Paisa deke prochar kor de 20 sal bad bohi itihas podi jayegi itihas srif biro ka hota baki itihas podta hei isleye Buddha ki itihas nehi hei Jo lad sakta hei bohi itihas rach sakta hei
Kon manega iski chutiyapanti ko bina proof ke? Basic Google search se pta chla jata h Mahabharat kal kitna purana hai Ise pta hai iski bato se kon chutiya banega. Mst chutiyo ko chutiya bna rha h or Paisa kma rha h
Jameen ke andar gade murdo ke adhar pe history ka gyan lene vaa;e jahilo ke liye Ashok. Khule aasman me chaand sitaaro ki position ke adhar pe itihas seekhne padhne vaalo ke liye Mahabharat. aap kaun si category ke hai?
कुछ इतिहासकारों का मानना है कि महाभारत किसी एक कवि की रचना नहीं है। मूल काव्य में मात्र 8000 श्लोक थे। बाद में अनेक लेखक इसे बढ़ाते चले गए। सम्भव है कि मूल कथा ऐतिहासिक हो। बाद में उसे कल्पना से बढ़ाया गया।
अशोक के जीवन की वास्तविक घटना के आधार पर महाभारत महाकाव्य को लिखा गया है, पांडव कौरव कोई नहीं थे, अशोक के भी सौ भाई थे, कौरव भी सौ थे, जिनको अशोक ने मारा था, ऐसे अनेक पात्र मिलते हैं, जो अशोक के समय से मेल खाते हैं, महाभारत को इसी कल्पना के आधार पर लिखा गया है,
ये अशोक सम्राट के बारे में इसलिए कहते है की उन्होंने बौद्ध धम्म को अपनाया ये विक्रमादित्य सम्राट की चर्चा नहीं करते विक्रमादित्य शिव जी के महाकाल के देवी के उपासक थे उजैन नगरी थी इसलिए आप ने सही कहा धन्यवाद आपका
अर्थात, रोमिला थापर कहती हैं कि युधिष्ठिर ने सम्राट अशोक के सिद्धांतों से प्रेरित होकर राजकाज के त्याग की इच्छा जताई थी। सम्राट अशोक ने 268 ईसा-पूर्व से लेकर 232 ईसा-पूर्व तक राज किया था। इसका मतलब यह कि रोमिला थापर मानती हैं कि महाभारत का युद्ध अशोक के शासनकाल के बाद हुआ था।
4:34 ❤❤❤❤❤ आदरणीय श्रीमान जी आप नें इतिहास और भाषा को सही दिशा दी है यह पाठ्यक्रम में शामिल होने चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों में सही जानकारी और ज्ञान हो विश्व की मुख्य धारा में अग्रणी बनें बहुत बहुत धन्यवाद आप हमारे लिए देव तुल्य है,,🎈🙏🙏🙏🙏🙏
कवि कल्पनाशील होता है, जो कल्पनाओं को साकार रूप देने में सक्षम होता है। इसलिए रामायण एवं महाभारत काल्पनिक ग्रंथ ही हे। हां कुछ वास्तविकता के तत्थ हो सकते हैं, जेसे कि शोले फिल्म है, को एक काल्पनिक कहानी पर आधारित हे। किंतु इसके पात्र, जेसे धर्मेंद्र, अभिताभ, हेमा मालनी, संजीव कुमार तो वास्तविक ही है।
मैं नासिक कई बार जा चुका हूं, अब गया तो पाण्डव गुफा अवश्य देखने जाऊंगा। मुझे ये तो पता है कि पाण्डव गुफा को पाण्डव लेणी बोलते हैं, मैं पाण्डव लेणी से होकर अपने ऑफिस जाता था। इतनी सुंदर जानकारी देने के लिए धन्यवाद प्रो साहब
Yudhishthir in Mahabharat was not aggressive even before the war. He is portrayed as a 'man of peace' right from the beginning. Emperor Ashoka was completely different. According to the versions available Emperor Ashoka was ambitious right from the beginning. So comparison is not relevant.
रोमिला थापर एक ऐसी इतिहासकार हैं जिन्हें पढ़कर लोग बड़ी बड़ी परीक्षाओं को पास करते हैं। यह बात तो कोई भी अच्छा पढ़ा लिखा जानता है कि महाभारत एक काल्पनिक है जबकि बुद्ध वास्तविक हैं। नमो बुद्धाय 🙏
सम्राट असोक के महल का हुबहू वर्णन महाभारत में मिलता है, जेसे आपने बताया ! लेकिन पुरातात्विक प्रमाण तो असोक के महल के मिलते हे। कही ऐसा तो नही है की जब खुदाई में सम्राट असोक के महल का प्रमाण मिला उसे देख कर हुबहू वर्णन महाभारत में अलग से जोड़ा गया हो? ऐसा हो सकता है , क्यू की महाभारत देवनागरी लिपी में लिखी मिलती है। और महाभारत के किसी पात्र का पुरातात्विक प्रमाण ASI को आज तक नही मिला है!
शिक्षक महोदय मैं आपकी ज्ञान की प्रशंसा करता हूं किन्तु अगर ब्राह्मण धर्म सिर्फ एक कल्पना मात्र है तो बौध पुस्तक ( त्रिपिटक) में क्यों भगवान बुद्ध अपने अगले जन्म में ब्राह्मण बनने कि बात कही है। मानता हूँ आपमे अपार ज्ञान है इसका इसतेमाल सही जगह करे धन्यवाद
महाभारत की कथा जातक कथा में हैं, पढ़ लीजिए । महाभारत में जो किरदार है वह बोधिसत्व के पूर्व जन्म से जुड़े हुए है त्रिपिटक के अनुसार । बुद्ध ने स्वयं बताया
सर हम सब जानते हैं महाभारत पूरी तरीके से काल्पनिक है सम्राट अशोक से संबंधित कुछ कुछ ऐतिहासिकतथ्य साथ साथ दिखाईरहे ताकि लोगों का भ्रम महाभारत से खत्म हो सके धन्यवाद सरजी आपका
बहुत-बहुत धन्यवाद , सर जी ❤
आप द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर किया गया विश्लेषण अद्वितीय अद्भुत है , ये तथ्यात्मक उदाहरण हो सकता है , झूठ के आधार पर प्रस्तुत किए गए प्रचार-प्रसार काल्पनिक कथाओं वालों को हजम ही नहीं होगा 😂
आपके द्वारा वर्णित साक्ष्य बहुत-बहुत अद्वितीय हैं ❤
आप को बार-बार साधुवाद सर जी ❤❤
प्रेम एवं सम्मान डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह जी को ❤
जय भीम, नमो बुद्धाय।❤
इतिहासकार हो तो डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद सिंह जैसा हो जो तथ्यों के साथ प्रमाण सहित प्रस्तुत कर इतिहास की तह में जाकर सत्य तक ले जाने का प्रयास करते हैं।इस महान कार्य के लिए आपको साधुवाद।
तुमको ये ही नहीं पता की ये इतिहासकार है या भाषा विद 😂😂
Tathyo nahi distrotions ... Jameen ke andar gade murdo ke adhar pe history ka gyan lene vaa;e jahilo ke liye Ashok. Khule aasman me chaand sitaaro ki position ke adhar pe itihas seekhne padhne vaalo ke liye Mahabharat. aap kaun si category ke hai?
परम् आदरणीय प्रो0राजेन्द्र प्रसाद सिंह जीआपको बहुत-बहुत साधुवाद धम्मवाद।महोदय जी आप-विश्व के महानतम शासक विश्व सपूत युगनायक सम्राट असोक महान जी के असली इतिहास को आप जन-जन तक पहुंचा रहें हैं; हम भारत के मानवतावादी लोग आपके आभारी हैं।
सत्यमेव जयते।
जय भारत जय संविधान।
नमो बुद्धाय जय युगनायक सम्राट असोक महान जय भीम।
@@ramlakhanmaurya9581 Ashok ke baap dada ka bhi itihas bataya inhone ya seedhe ashok pe switcgh maar gaye? Ashok shayad Bharat ka pahala communal shashak tha jisne tax payers money ko ek samdraday vishesh ke prpmotion pe kharch kiya... Gautam Buddha ke pita Shuddhodhan ne apane bete ka Naam Gautam kis mahapurush ke nama pe rakha hoga? kabhi socha? Budhha to gyani logo ek title matra hai.. jaise sadhuo me paramhans type hain..
@@ramlakhanmaurya9581 अशोक जिसने सत्ता के लिए अपने भाई का कत्ल कर दिया, जिसने सत्ता विस्तार के लिए अपने ही देश के कलिंग राज्य मे लाखों आम नागरिको का नरसंहार करवाया..भला ऐसे क्रुर राजा महान कैसे हो सकता है..अशोक महान नही शैतान था वो नरभक्षी पिशाच था..
हमारे वृहत्तम भारत के संस्थापक चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान को कोटि कोटि नमन 💐🙏⚔️
You are right. Bruhattam Bharat sabd Akhanda Bharat sabd se jyada thik hai. Akhand Bharat sabd jaisa koi itihaas main nahin hai.
@@drkrishnachandramallik8742 आभार...💐
बहुत सारे भारत के मूलनिवासियों को आप अपने जैसे बुद्धिजीवी बनाइए ताकी भारत के मूलनिवासी लोग अपना सही इतिहास अपने लोगो को तर्क और तथ्य के साथ आपके जैसे ही समझा सके ताकि बहुत सारे लोग मनुवादी, पाखंडी, ब्राह्मणवादी व्यवस्था से लड़ सके।
ऐसा प्रतीत होता है कि हिंदू सारे ग्रंथों का थ्योरी कहानी बौद्ध ग्रंथों तथा जातक कथाओं से ली गई है।
@@sachchidanandsharma2420same case bible se chori story quran me h.🤠 Indian religion not matches with other abrahmic religion.
@@sachchidanandsharma2420 हकीकत ठीक इसके उलट है!....बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक में अनेक स्थानों पर हिंदू देवी देवता जैसे की ब्रह्मा, इंद्र, कुबेर, यम, प्रजापति, वरुण, ईशान आदि का उल्लेख आया है !....जिससे सिद्ध होता है की हिंदू धर्म बौद्ध धर्म से ज्यादा पुराना है!.....उदाहरण के लिए त्रिपिटक के धजग्गा सूत्र में देवासुर संग्राम की चर्चा है और हिंदू देवता जैसे की ईशान, वरुण, प्रजापति आदि का जिक्र आया है!....इसके अलावा तेविज्जा सूत्र में वेद, तैतरीय ब्राह्मण, छांदोग्य ब्राह्मण आदि का जिक्र है इसके अलावा वैदिक ऋषि जैसे की वामदेव, कश्यप, भारद्वाज, वशिष्ठ, विश्वामित्र आदि का भी जिक्र है!.....
ye mool nivasi kaun sa babaal hai bhai? africa se aaye kaale chamar mool nivasi maane jayenge kya?
ye hun ki aulad ko sacchai malum nahi, aur baat karte hain.DNA ke bare men padha hai,kabhi.
सम्राट असोक का अस्तित्व था इसीलिए पुरातात्विक खुदाई में उनका स्ट्रक्चर मिलता है
महाभारत एक महाकाव्य है जिसका प्रमाण पुस्तक है
जमीन की खुदाई में उसका कुछ भी नहीं मिलता है
हर जगह बुद्ध हैं देश हो चाहे विदेश
बुद्ध के समकालीन साक्ष सबुत दिखा
Abe nath sampradaya Budh dhamm ki vazryaan se hi nikla hai jo picture tu laga ke baitha hai isko jra dhyan se dekh, ek ek chiz ko aur phir budh ko dekh, samajh aa jayega.@@sagark1042
मतलब अशोक के पहले कोई नहीं था भारत में।
बुद्ध, अशोक, महावीर स्वामी से पूर्व काल में भारत में चन्द्रवंश, नागवंश, द्रविड़वंश का शासन विद्धमान था। महावीर स्वामी से पूर्व जैन धर्म के तीर्थंकर चन्द्रवंश के ही बनते थें। सूर्यवंश के सारे राजा बाहर देश से भारत में आ बसे हैं, 100 ईसा पूर्व में।
सारे आर्यवंशी (ब्राह्मण राजपूत वेश्य) अरब मुस्लिम की हि तरह विदेशी हैं।
@@Dhoonki इतने ही वंश नहीं थे बहुत से छोटे छोटे कबीले थे। सब अपने आप में एक वंश थे।
सर महाभारत, रामायण,33करोड़ देवी देवता, धर्म ग्रंथों महापुराणों उपनिषद वेदों, स्वर्ग नरक, मनुस्मृति सबकुछ काल्पनिक है।जो 3%विदेशी ब्राह्मणों द्वारा लिखित पुस्तक है।जो 97%लोगो को अन्धविश्वास पाखण्ड मानसिक गुलाम बना कर उनकी मेहनत मजदूरी से कमाये हुए धन को पूजा पाठ हवन यज्ञ के नाम पर लूट रहा है।
बहुत बहुत धन्यवाद श्री राजेंद्र प्रसाद
सिंग सर जी इस ज्ञान वर्धन केलिये ।ज्ञान वर्धक जानकारी के लिये इसका मतलब यह है कि महाभारत काल्पनिक है ।जो कहानियाँ महाभारत क़ालीन सुनते है यदि उनका बुद्धि की कसौटी पर कसा जाय तो लगता ही है कि क्या ऐसा हो सकता है ?
सम्राट असोक सत्य है क्योंकि सम्राट असोक के बनाये बुद्ध मंदिर स्तुप के पुरातात्विक अवशेष मिलते है । बुद्ध ही सत्य है । क्यों की बुद्ध के पुरातात्विक अवशेष मिलते है ।
महाभारत क़ालीन पुरातात्विक अवशेष कहीं कभी मिले है ऐसा
ना पढ़ा है ना सुना है ।
शानदार ।
आप रोजाना 15 मिनट की क्लास तो लगा ही दिया करो देखते ही देखते हजारों लाखों लोग आपके वीडियो का इंतजार किया करेंगे ।
सबूतों के साथ आपकी तरह बात करने वाला कोई और नही है ।
इनको अपना paytm वगैरा शेयर करना चाहिए , ताकि इनकी मेहनत और ईमानदारी को सराहना दी जा सके।
अतिरिक्त आय ही व्यक्ति को अतिरिक्त समय और हिम्मत देती है
अति श्रेष्ठ ज्ञान मिला बंदन आदरणीय गुरुजी
जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏 डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह जी ....आपकी दो पुस्तक छिपाए रैदास बाहर आए और इतिहास का मुआयना, पढ़ी मैंने आपकी लेखनी, आपके तर्क और उन्हें बेबाकी से प्रस्तुत करना, भाषा पे आपका ज्ञान ... आप एक महान इतिहासकार है....आपको सम्यक संस्कृति के इतिहास को कड़े प्रयासों से खोज कार हमारे समक्ष लाए उसके लिए कोटि कोटि नमन 🙏🙏
Good
महाभारत एक काल्पनिक कथा है असोक एक वास्तविक इतिहास है
बुद्ध के समकालीन साक्ष सबुत दिखा
Hahaha tu sach me namuna hai... Go and read about the relics of Buddh @@sagark1042
तुम्हारे परदादा काल्पनिक है। क्योंकि तुम देखे नही हो और कोई सबूत भी नही है
देवताओं का इतिहास कागजों पर है और मौर्य, बुद्ध और जैनों का इतिहास पत्थरों पर है।❤
ha pr Bhole ko manane wale shivaji or maharana pratap ka itihas talwaro se likha isiliye tum ye sab bat kr pa rhe ho nhi to bangladesh or pakistan me v same itihas he bat krke dekho😂😂😂
@@jogendra1989kye sambidhan ki den hai
Maine bhi dekha hai pathar...budh kaise paida hue the....haha
Achchha to Greek Historians ne Hercules ko Shri Krishna se kyun compare kar diya during Alexander's invasion of India?
Right
युधिष्ठिर का चरित्र अशोक से प्रेरित है। बोलिये अम्बेडकर, ज्योतिबा फुले, बुद्ध, कर्पूरी ठाकुर और लालू यादव की जय। और हां, रोमिला थापर और कार्ल मार्क्स को नमन।
bewkoof ho
Buddh nhi kyoki Buddh aaryn the
@@AnilKumar-vt8mf😂😂😂😂😂
Aarya anarya ki baate murkhtapurna hai.
स्थानेश्वर (कुरुक्षेत्र) हर्षवर्धन की राजधानी
इतिहास मे वर्णित है। असोक द्वारा बनवाये गये 84000 स्तूपों मे से एक स्तूप आज भी कुरुक्षेत्र में उपस्थित है। किन्तु महाभारत-युद्ध का प्रमाण ढूँढने से भी नही मिलता।
क्या 5000 वर्ष पुराना कोई दस्तावेज या ऐतिहासिक प्रमाण दिखा सकते हो अपने बाप दादाओं का?
सत्य कड़वा होता है पाण्डेयजी।
@@akshrapandey4835 हड़प्पा सभ्यता मे तो सब कुछ मिल गया तो इसके साक्ष्य मिलने चाहिए
@@akshrapandey4835Harappa 5000 saal purana hai.
हड़प्पा में नृत्यकला करने वाली मूर्तियाँ मिलती है …सिर्फ़ सनातन में नृत्यकला की मान्यता है …बुद्धिजम में नृत्य का कोंसेप्ट नही है ..
बहुत अच्छी प्रस्तुति सर जी धन्यवाद
सर ये जो तथ्य आप वर्णन कर रहे हैं यदि इसका रिफरेंस दिखाकर चर्चा करें तो ज्यादा रिलाइबल और मजबूत जानकारी हो सकती है
महाभारत और रामायण बस एक रचनात्मक लेखन है जो पीढ़ी दर पीढ़ी अपभ्रंश का शिकार हुई है और भारतीय समाज में अंधी आस्था और श्रद्धा विश्वास को हर प्रकार से पुनर्स्थापित किया जाता है और रहेगा ।
Lagta hai tum hi yudhishthir the
बुद्ध के समकालीन साक्ष सबुत दिखा
India mein kitne andhbhakt hain
Ye padhe likhe andhbhakt Hain..
Prakrat language ke archaeological evidence historical evidence hone ke bad bhi inki aankhon per ta.... ka chashma Chadha hai.... khate Hain yah log to buddhi kahan se aaegi inmein
Salute Sir, एक नम्र निवेदन है यदि हो सके तो बीच में ऐतिहासिक साक्ष्य जरूर दिखाते चले ।
Aap you tube channel Science Journey, Rational World, Rational Debate, Untold History dekhen knowledge barhega
Dhanyawad
है ही नहीं पूरी धरती की खुदाई के बाद 10% इतिहास ही पता चलेगा।
Mahabharat is Epic. यानि काल्पनिक है
ऐसा लगता है किः
“कलिंग युद्ध” को ही महाभारत के रुप में प्रस्तुत किया गया है…।
Sahi ja rahe ho dosto
Mujhhe bhi kuchh esa hi lagta hai
Aryo ne lohe ke
Hathiyaro se hamre purvjo par waar Kiya
Kasa ,Taba ke teer bharchhe
Lohe ke pade pade parso ke samane haar gaye
Atatayiyo ne khoob maar kaat ki ,
Hame shudra kaha khud ko shreshth
😮😮😮 wow
हस्तिनापुर, इंद्रप्रस्थ, सब हरियाणा में है कलिंग उड़ीसा में कुर्तक है सब।
महोदय आप अद्भुत बातें करते हैं। भीम का गदा जनता कहतीं है, इतिहास कार नहीं । गौतमबुद्ध के समय से कुछ पहले ही हस्तिनापुर डुब गया था और वहां के लोग कोसांबी आ कर बस गये थे। बुद्ध के समय कोसांबी का राजा उदयंन था। यह प्रमाणित है। फिर हस्तिनापुर मे मौर्य कालीन भवनों के अवशेष कैसे मिले।
यह सही है कि महाभारत की रचना कयी बार हुई और अंतिम संस्करण मे वरणन मे मौरयों की नकल की गयी हो। सही इतिहास के लिए इसके मूल ग्रन्थ जय और जय भारत पढ़ना चाहिए।
Tumhara matlab buddha ke pahale baudh they hi nahi, jankari ke liye bata du buddha 27ve buddha huye
@@ugrasenyadav2890ये सब चुटियापे हैं।
महाभारत काल्पनिक ग्रन्थ है। इसका मूल चरित्र गंगा पुत्र भीष्म है। क्या आप मानते हैं कि गंगा जो एक नदी है, वह एक आदमी से शादी कर उससे बच्चा पैदा कर सकती है? और अगर आप मानते हैं कि हो सकता है तो आप तर्कहीन व्यक्ति हैं। अंध विश्वासी हैं।आप यथार्थ स्वीकार नहीं कर सकते।
हम बहुजन भाई-बहन को वास्तविक इतिहास पढना जरूरी है । आज तक हमे जो इतिहास पढाया गया है या जो पढ़ाई जा रही है उसेमे सच्चाई से परे है।अब देर ही सही मगर इतिहास मे सच्चाई दिखनी शुरू हो गयी है।जय भीम, जय संविधान।
Ashok kya tumhara baap tha
बहुजन भाई टाइम मशीन इजाद करेंगे और सारे सबूतों को इकट्ठा करेंगे😢
@@GaganThakur-js9qssatyata se dar lag rha h...hona bhi chahiye log jagruk ho rhe h
Sr मैं आपको तब से सुन रहा हूं जब आपके 6k सब्सक्राइबर थे❤❤❤❤
आप ऐसे ही विडियो डालते रहे आपको इतिहास याद करेगा
Asoka is older than both Maha Bharat as well as Ramayana.
Asoka really lived on earth but all Vaidic Puranas are just imaginary stories. 😮😮😊😊
महाभारत एक काव्य रचना है ...मतलब HX :H historically event ,X Variable thought ,imagination and creations. ये कोई history book नहीं, बल्कि inspired/ Reaction from event,situations, Social Environment...मनगढ़ंत ग्रंथ काव्य .... # persia priest of Zerostrian Magus or Magi Brahman settled after arab conquest in 6 A.D in Northern India,....Ganthara, sindh,taxile and frequently migration in ward गुजरात, राजस्थान,पंजाब, then after transformation of language start like....old persian,....Avestan,...pahlavi....then pali pakit +Avesta pajlavi become ivolved ".Samskrit" and its script "Nagari" after Dhamma lipi.
Jameen ke andar gade murdo ke adhar pe history ka gyan lene vaa;e jahilo ke liye Ashok. Khule aasman me chaand sitaaro ki position ke adhar pe itihas seekhne padhne vaalo ke liye Mahabharat. aap kaun si category ke hai?
Teri ma ne bataya ki bap ne?? Tu hai kya history ka tujhko kuch ata jata nahi aur bat karte ...
@@purushottamsingh9284 मुद्दा लिपि और भाषा है या ज्ञान? जब किताबे नही थी, कागज नहींतः, भोज पत्र नही थे, oral tradition SE Gyan transmit Hota था या मूर्तियों के माध्यम से।
जाहिलो को ये बात समझ में नहीं आयेगी।
माइग्रेशन पूरी दुनिया में होते है। काले चमार अफ्रीका से आए। अफगानिस्तान पाकिस्तान। या अपने कश्मीर से मार कूट के भागा दिए गए लोग यदि भारत आ गए इसका मतलब ये भी है वहां तक भारत था।
मिश्र फारस या अरब से कुछ लोग जान बचाकर भारत आए तो वहां तक भारत था।
अंग्रेज ने उल्टा पट्टी पढ़ाया के वे बाहर से आए।। मूर्ख अंग्रेज गुलामी में अंग्रेज का वर्जन की आंख बंद कर एक्सेप्ट कर लिया।
Sahi ashok ne hi to duniya banayi hai ,
Asoka is history. Mahabharata is mythology.*
Or Tera bap?
Vo history hai ya imagination.
इतिहासकार क्रिस्टोफर बैकविथ के अनुसार अशोक और देवानम पियादासी दो अलग राजा थे !....मेजर रॉक एडिक्ट का निर्माण देवानाम पियादासी ने करवाया था जबकि अशोक एक बहुत ही छोटे स्तर का स्थानीय राजा था जिसने माइनर रॉक एडिक्ट का निर्माण करवाया!....
ग़लत बिल्कुल ग़लत जानकारी है आपको 😮।
@@akshaykumar-hr2cxमैक्स मूलर ने जो वेद लिखे और उसका अनुवाद किया/करवाया
आप उसको सही मानते हैं?
अगर नही
तो किस आधार और कारण पर?
@@vkvk3393 अधिकांश अनुवाद त्रुटिपूर्ण है!.....क्योंकि प्राचीन संस्कृत में किसी एक ही शब्द के अनेकों अर्थ संभव होते थे इसलिए सही अनुवाद करने के लिए उसका सही संदर्भ जानना जरूरी है!.....
महाभारत केवल और केवल काल्पनिक है।महान सम्राट अशोक वास्तविक है।
महाभारत काल्पनिक नही ऐतिहासिक और सत्य है, जबकि अशोक जैसा क्रूर राजा जिसने कलिंग मे लाखों आम नागरिक का नरसंहार किया..मै अशोक को कातिल समझता हुँ..अशोक मुर्दाबाद, सिकंदर जिंदाबाद
By that logic Buddh aur Mahavir bhi kalpanik hai. Han ya Na?
@@abhaybisen8175istarah meini buddha or mahabir dono ko nehi dekha jise meine nehi dekha uspar yekin nehi srif likhi hone sei kya hota hei ajto humbhi kuch likh de or bohut Paisa deke prochar kor de 20 sal bad bohi itihas podi jayegi itihas srif biro ka hota baki itihas podta hei isleye Buddha ki itihas nehi hei Jo lad sakta hei bohi itihas rach sakta hei
बुद्ध के समकालीन साक्ष सबुत दिखा
@@abhaybisen8175 JAKE DELHI NATIONAL MUSEM ME DEKH LE, BHARAT SARKAR NE BUDHA BONES KO RAKHA HAI. ESE TERA RAM , KRUSHNA KA KOI VI PRAMAN NAHIN
शानदार विश्लेशन
Devlop your team and send all around the country to explore the history....
Kon manega iski chutiyapanti ko bina proof ke?
Basic Google search se pta chla jata h Mahabharat kal kitna purana hai
Ise pta hai iski bato se kon chutiya banega.
Mst chutiyo ko chutiya bna rha h or Paisa kma rha h
अति कल्पना युक्त व्याख्या है ये!
As historian and linguist you are great
जय भीम नमों बुद्धाय
जय भीम नमो बुद्धाय 🙏 जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏🙏 जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏
मान्यवर!
आपके शोध वक्तव्य सुनकर इतिहास के प्रति भ्रम के कुहासा हट जाता है!
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@deltacoders1 तेरी क्यूँ जली....तुम तो bhimta नहीं और ना बहुजन समन
Jameen ke andar gade murdo ke adhar pe history ka gyan lene vaa;e jahilo ke liye Ashok. Khule aasman me chaand sitaaro ki position ke adhar pe itihas seekhne padhne vaalo ke liye Mahabharat. aap kaun si category ke hai?
कुछ इतिहासकारों का मानना है कि महाभारत किसी एक कवि की रचना नहीं है। मूल काव्य में मात्र 8000 श्लोक थे। बाद में अनेक लेखक इसे बढ़ाते चले गए। सम्भव है कि मूल कथा ऐतिहासिक हो। बाद में उसे कल्पना से बढ़ाया गया।
आदि पर्व के किस उपपर्व में अर्जुन और दत्तामित्र के युद्ध की चर्चा है ।
Jaybhim namo budhhay sir bohot achhi janakari di apane thanks ❤❤
Salute to you sir. 🙏🏽
गुरुदेव को सादर जय भीम नमो बुद्धाय
महाभारत काल्पनिक है और असोक वास्तविक है, इस लिए दोनों की तुलना नहीं हो सकती
कागज़ पर इतिहास है महाभारत का और मौर्य साम्राज्य का इतिहास पत्थरों पर है और अनेकों जगहों पर मिला है।
@@vishwakarmasharma2860👍🙂
अशोक के जीवन की वास्तविक घटना के आधार पर महाभारत महाकाव्य को लिखा गया है, पांडव कौरव कोई नहीं थे, अशोक के भी सौ भाई थे, कौरव भी सौ थे, जिनको अशोक ने मारा था, ऐसे अनेक पात्र मिलते हैं, जो अशोक के समय से मेल खाते हैं, महाभारत को इसी कल्पना के आधार पर लिखा गया है,
@@newi-nb8jt बुद्ध अगर काल्पनिक होते तो बौद्ध भिक्षु भी नहीं होते फिर सम्राट असोक ने कभी बौद्ध धम्म अपनाया ही नहीं होता 😂
@@newi-nb8jtसमझने की भी समझ होनी चाहिए तभी तो समझ में आयेगा, अतः और अध्ययन कीजिए।💐👍
युधिष्ठिर = युध + इष्ठिर = युद्ध + स्थिर
युद्ध का स्थिर होना या करने वाला ही युधिष्ठिर है
Mahabharat is story only
NAMO BUDDA JAI BHIM 🙏🙏SIR JI💙🙏💙
सही है सर. युधिष्ठिर को सम्राट अशोक की उपाधी धर्मराज खा गया है
काल्पनिक को सत्य दिखाने के लिए उसमे वास्तक्विता को जोड़ दिया जाता है।
Respected sir very informative video.Thanks and Jai Bhim.Namo Buddhay Bhavatu Sabb Mangalam.👍🏼🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी ❤
आप द्वारा दी गई साक्ष्यपूर्ण तथ्यो सहित जानकारी के लिए धन्यवाद ❤
ये अशोक सम्राट के बारे में इसलिए कहते है की उन्होंने बौद्ध धम्म को अपनाया ये विक्रमादित्य सम्राट की चर्चा नहीं करते विक्रमादित्य शिव जी के महाकाल के देवी के उपासक थे उजैन नगरी थी इसलिए आप ने सही कहा धन्यवाद आपका
thats why I love Hinduism
Bahut hi sunder vishleshan
Sach ka Darpan professor Rajendra Prasad singh. Jai bhim namo budhay.
श्रद्धेय जी डेमेट्रियस ही क्या हेलेडेरिस था या फिर दूसरा शासक था जय भारत जय मूलनिवासी जय बहुजन जय भीम
Sabhi sathiyo se request hai ki like 👍 karna Naa bhoole
Really good interpretation of events in life history of Emperor Ashoka and great Epics 👍
जयभीम जयसंविधान नमो बुद्धाय
आओ मिलकर सभी प्रबुद्ध भारत बनाय
Great job Thanks sir
Real History of India
🎉🎉🎉🎉🎉 dear sir, Namo Buddhay 🎉🎉🎉🎉🎉
महाभारत एक चाय गफ है । धन्यवाद,सरजी !
Prof,Dr, sahab ko kotykoty saduwad jay bhim namobudhay . Aap Etyhash ko janakary ke liye sawagat hai.
महाभारत बौद्ध काल के वाद रचि गई है।
Bilkul
आप जिस सहजता से ऐतिहासिक विश्लेषण करते हैं वह अद्वितीय है।
धन्यवाद sir❤❤❤
अर्थात, रोमिला थापर कहती हैं कि युधिष्ठिर ने सम्राट अशोक के सिद्धांतों से प्रेरित होकर राजकाज के त्याग की इच्छा जताई थी। सम्राट अशोक ने 268 ईसा-पूर्व से लेकर 232 ईसा-पूर्व तक राज किया था। इसका मतलब यह कि रोमिला थापर मानती हैं कि महाभारत का युद्ध अशोक के शासनकाल के बाद हुआ था।
4:34 ❤❤❤❤❤
आदरणीय श्रीमान जी
आप नें इतिहास और भाषा को सही दिशा दी है यह पाठ्यक्रम में शामिल होने चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों में सही जानकारी और ज्ञान हो विश्व की मुख्य धारा में अग्रणी बनें बहुत बहुत धन्यवाद आप हमारे लिए देव तुल्य है,,🎈🙏🙏🙏🙏🙏
महाभारत काल्पनिक हैं ही इस्मे कोई शक नही
क्या बुद्ध काल के कोई पुरातात्विक प्रमाण उपलब्ध है??.....
Please explain new archeological discovery of saraswati river and sanauli excavation
नमो बुद्धाय जय भीम जय असोक
बहुत बहुत साधुवाद सर।
तथ्यों से अवगत कराने के लिए।
Good explanation Sir ji
Satty ithas batane ke lie aap ko dhanyavad.
कुरुक्षेत्र के आस पास कोई पर्वत नहीं है सर।परन्तु महाभारत में पर्वत का वर्णन मिलता है।
था तो हिमालय भी नहीं उसकी जगह टिथीज सागर था यही पढ़ाया जाता है।
कवि कल्पनाशील होता है, जो कल्पनाओं को साकार रूप देने में सक्षम होता है। इसलिए रामायण एवं महाभारत काल्पनिक ग्रंथ ही हे। हां कुछ वास्तविकता के तत्थ हो सकते हैं, जेसे कि शोले फिल्म है, को एक काल्पनिक कहानी पर आधारित हे। किंतु इसके पात्र, जेसे धर्मेंद्र, अभिताभ, हेमा मालनी, संजीव कुमार तो वास्तविक ही है।
प्राचीन साहित्य आश्रयदाता राजाओं के लिए लिखा जाता था, काल्पनिक तो हम हर उस चीज को मानेंगे जो देखा नहीं है।
महाभारत की कहानी तत्कालीन स्थलों और कुछ तत्कालीन पत्रों को जोड़कर लिखा गया मनगढंत कथा है
Ganga yamuna brahmputra etc Nadi
Bahoot pahaari kaa naam
Kaha se aaya kya oo budhh ne rakha tha
बुद्ध के समकालीन साक्ष सबुत दिखा
Aapka karya aane wali generation jarur samjhengi🙏🙏
महाभारत रामायण दोनों काल्पनिक हैं
बुद्ध के समकालीन साक्ष सबुत दिखा
Mahabharat ramayan kalpanik ho
From Nepal
इतिहासकार प्रभु लगता है पीछे रखे सारे मेडल खरीद कर लाए हैं....और क्यों नही यू ट्यूब से कमाई का पुख्ता जरिया जो बन गया है। आप धन्य हो🙏
नमो बुध्दाय जय मुलनिवाशी...
मैं नासिक कई बार जा चुका हूं, अब गया तो पाण्डव गुफा अवश्य देखने जाऊंगा। मुझे ये तो पता है कि पाण्डव गुफा को पाण्डव लेणी बोलते हैं, मैं पाण्डव लेणी से होकर अपने ऑफिस जाता था। इतनी सुंदर जानकारी देने के लिए धन्यवाद प्रो साहब
Yudhishthir in Mahabharat was not aggressive even before the war. He is portrayed as a 'man of peace' right from the beginning.
Emperor Ashoka was completely different. According to the versions available Emperor Ashoka was ambitious right from the beginning.
So comparison is not relevant.
बहुत कुछ मिला आपके बातो से को सोचने लायक है। वैसे तो क्या है कि यह हिंदुओं के धर्म ग्रंथ ज्यादा पुराने नहीं है बल्कि ईसा के आसपास से शुरू होते।
Sir kya hamare title se pata laga sakte hai ki hamare purwaj kaun the
Ashoka is history, Mahabharata is mythology 🎉🎉🎉
मेरे हिसाब से महाभारत और चन्द्रगुप्त मौर्य v/s सिकन्दर के युद्ध को ही महाभारत का युद्ध कहा जाता है क्योंकि दोनों युद्ध एक ही प्रांत में हुऐ है
चंद्रगुप्त मौर्य से सिकंदर का कोई युद्ध नहीं हुआ था। वो तो पौरव से पश्चिम उत्तर पंजाब में हुआ था !
Chandragupta aur sikander ke beech kabhi yuddh hua hi nahin Tha.
सर आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। आप साथ में ही प्रूफ दिखाते रहिए किताबों से ताकि और लोग आपकी बात अच्छे से समझ सकें और मान सकें।
रोमिला थापर एक ऐसी इतिहासकार हैं जिन्हें पढ़कर लोग बड़ी बड़ी परीक्षाओं को पास करते हैं। यह बात तो कोई भी अच्छा पढ़ा लिखा जानता है कि महाभारत एक काल्पनिक है जबकि बुद्ध वास्तविक हैं। नमो बुद्धाय 🙏
🎉🎉सर आपका बहुत बहुत साधुवाद.......❤❤
सम्राट असोक के महल का हुबहू वर्णन महाभारत में मिलता है, जेसे आपने बताया !
लेकिन पुरातात्विक प्रमाण तो असोक के महल के मिलते हे।
कही ऐसा तो नही है की जब खुदाई में सम्राट असोक के महल का प्रमाण मिला उसे देख कर हुबहू वर्णन महाभारत में अलग से जोड़ा गया हो?
ऐसा हो सकता है , क्यू की महाभारत देवनागरी लिपी में लिखी मिलती है।
और महाभारत के किसी पात्र का पुरातात्विक प्रमाण ASI को आज तक नही मिला है!
Bahut chije hum bachpan se bacho ko feeding krte hai jaisa aajadi ke baad hindu muslim ladaai koi jaanta nhi tha fir logo ko bhakaya gya ladaai kro.
शिक्षक महोदय मैं आपकी ज्ञान की प्रशंसा करता हूं किन्तु अगर ब्राह्मण धर्म सिर्फ एक कल्पना मात्र है तो बौध पुस्तक ( त्रिपिटक) में क्यों भगवान बुद्ध अपने अगले जन्म में ब्राह्मण बनने कि बात कही है। मानता हूँ आपमे अपार ज्ञान है इसका इसतेमाल सही जगह करे धन्यवाद
Namo Buddhay Jay Samrat Jay Bhim Jay Bharat ❤❤❤
महाभारत की कथा जातक कथा में हैं, पढ़ लीजिए । महाभारत में जो किरदार है वह बोधिसत्व के पूर्व जन्म से जुड़े हुए है त्रिपिटक के अनुसार । बुद्ध ने स्वयं बताया
Tb dekho pehle kya hua mahabhart ya ashok
Believable comparison.❤❤❤
हृदय से आभार व्यक्त करते आपका,एक खोजी इतिहासकार के रूप में अति उत्तम
Namo Buddhay Jai Bhim 🙏🙏🙏
सर हम सब जानते हैं महाभारत पूरी तरीके से काल्पनिक है सम्राट अशोक से संबंधित कुछ कुछ ऐतिहासिकतथ्य साथ साथ दिखाईरहे ताकि लोगों का भ्रम महाभारत से खत्म हो सके धन्यवाद सरजी आपका
NAMO BUDDA JAI SAMRAAT
Rajendra sir is modern day Phule of our community.
Jay bhim Namo budh great sir ji
Bilkul sahi sirji.ashok ko hi change kar yudhister ki kahani banaya gaya.mahabharat ka koi evidence aajtak nahi mila
Jai Bhim Namo Buddhay sir 💙💙💙💙🙏🙏🙏🙏
कृपया बताएं कि इतिहास की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें कौन कौन सी पुस्तकें पढ़नी चाहिए ।