चाणक्य की मृत्यु कैसे हुई, How Chanakya Died; EPISODE 187
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- Опубликовано: 22 авг 2020
- आचार्य चाणक्य के अस्तित्व को ही अंग्रेजों और वामपंथी इतिहासकारों ने असत्य बताने का प्रयास किया है यद्यपि उनके लिये मौर्य इतिहास के इस महत्वपूर्ण चरित्र को खारिज करना इसलिये आसान नहीं था क्योंकि अनेक साहित्यिक साक्ष्य उपलब्ध हैं। आचार्य चाणक्य के विषय में भागवत, विष्णु पुराण सहित अनेक पुराणों में उल्लेख मिलते हैं। जैन ग्रंथों में उत्तराध्यायन सूत्र और परिशिष्ट पर्व महत्व के संदर्भ है जो चाणक्य से जुडे विवरणों को सामने रखते हैं। महाबंशो, विनयपिटक की टीका, वंशत्थप्पकासिनी आदि बौद्ध साहित्य में भी चाणक्य के उल्लेख हैं। यह भूमिका इसलिये क्योंकि चाणक्य चर्चित हैं, साक्ष्यों से सिद्ध हैं इसके बाद भी उनके साथ इतिहास ने ऐसा व्यवहार किया है, मानों वे कोई मिथक हों। यह ठीक है कि कौटिल्य के जन्मस्थान को ले कर भिन्न भिन्न तरह के विवरण मिलते हैं। यही नहीं कतिपय मान्यतायें हैं कि उनके चर्चित नाम कौटिल्य, चाणक्य और विष्णुगुप्त के अतिरिक्त भी वात्स्यायन, मलंग, द्रविमल, अंगुल, वारानक्, कात्यान इत्यादि को भी सामने रखती हैं। इसके साथ ही साथ उनकी मृत्यु कैसे हुई इसे ले कर भी अनेक अलग अलग मत चर्चित हैं। जिस व्यक्ति का जीवन और कर्म अत्यधिक रहस्यमयी रहा हो उसके विषय में सीधी सीधी जानकारियाँ मिलनी कैसे सम्भव है? आचार्य चाणक्य की मृत्यु कैसे हुई उसे ले कर विभिन्न संदर्भों से तीन संभाव्यतायें सामने आती हैं पहले निर्पेक्षता से तीनों को अलग अलग विवेचित करते हैं, अंत में निष्कर्षों पर विमर्श प्रस्तुत करूंगा। विस्तार से देखेंं इस विडियो में।
www.rajeevranjanprasad.com
#chanakya #chandragupta #Helena #Bindusar #Subandhu #Amatyarakshas #चाणक्य #चंद्रगुप्त #बिंदुसार #हेलेना #सुबन्धु #अमात्यराक्षस #सेल्युकस
चाणक्य की विचारधारा से भारत महान बन सकता है
चाणक्य, मैस्थनीज़ की इंडिका में ग़ायब है जबकि उसमे राजा यानी चंद्रगुप्त मौर्य उपासना और राज संबंधित सलाह समन लोगो से लिया करता था।
चाणक्य भारतीय शिलालेखों पर सिरे से ग़ायब है।
ख़ास बात यह है कि चाणक्य का जो हुलिया टीवी सीरियल में दिखाया जाता है वैसा हुलिया उस समय इजिप्ट के पुरोहितों में ही पाया जाता था। भारत के वमन उस समय चिवर पहन सर के बाल और दाढ़ी बढ़ा कर रखते थे।
आप जैसे विद्वानों के कारण ही सही इतिहास को जाना जा सकता है।
बहुत अच्छा प्रस्तुतीकरण है।
धन्यवाद।।
चाणक्य, मैस्थनीज़ की इंडिका में ग़ायब है जबकि उसमे राजा यानी चंद्रगुप्त मौर्य उपासना और राज संबंधित सलाह समन लोगो से लिया करता था।
चाणक्य भारतीय शिलालेखों पर सिरे से ग़ायब है।
ख़ास बात यह है कि चाणक्य का जो हुलिया टीवी सीरियल में दिखाया जाता है वैसा हुलिया उस समय इजिप्ट के पुरोहितों में ही पाया जाता था। भारत के वमन उस समय चिवर पहन सर के बाल और दाढ़ी बढ़ा कर रखते थे।
जय आचार्य चाणक्य जी की।
महान विद्वान अखंड भारत के निर्माता आचार्य विष्णुगुप्त चाणक्य को कोटि कोटि नमन।
चाणक्य, मैस्थनीज़ की इंडिका में ग़ायब है जबकि उसमे राजा यानी चंद्रगुप्त मौर्य उपासना और राज संबंधित सलाह समन लोगो से लिया करता था।
चाणक्य भारतीय शिलालेखों पर सिरे से ग़ायब है।
ख़ास बात यह है कि चाणक्य का जो हुलिया टीवी सीरियल में दिखाया जाता है वैसा हुलिया उस समय इजिप्ट के पुरोहितों में ही पाया जाता था। भारत के वमन उस समय चिवर पहन सर के बाल और दाढ़ी बढ़ा कर रखते थे।
🚩
राजीव रंजनजी
सुंदर और ज्ञानयुक्त विश्लेषण के लिए 🙏
हार्दिक आभार।
चाणक्य, मैस्थनीज़ की इंडिका में ग़ायब है जबकि उसमे राजा यानी चंद्रगुप्त मौर्य उपासना और राज संबंधित सलाह समन लोगो से लिया करता था।
चाणक्य भारतीय शिलालेखों पर सिरे से ग़ायब है।
ख़ास बात यह है कि चाणक्य का जो हुलिया टीवी सीरियल में दिखाया जाता है वैसा हुलिया उस समय इजिप्ट के पुरोहितों में ही पाया जाता था। भारत के वमन उस समय चिवर पहन सर के बाल और दाढ़ी बढ़ा कर रखते थे।
आपके अच्छे स्वास्थ्य की मैं कामना करता हूं, एवं अगली बार आप चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य एवं चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के जन्म से राजा बनने का इतिहास हमें बताये।
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
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शीघ्र स्वास्थ लाभ की शुभकामनाएं
He is telling wrong. Vulta pulta bath kar raa. Bimbisar is 1750 BC.
चाणक्य, मैस्थनीज़ की इंडिका में ग़ायब है जबकि उसमे राजा यानी चंद्रगुप्त मौर्य उपासना और राज संबंधित सलाह समन लोगो से लिया करता था।
चाणक्य भारतीय शिलालेखों पर सिरे से ग़ायब है।
ख़ास बात यह है कि चाणक्य का जो हुलिया टीवी सीरियल में दिखाया जाता है वैसा हुलिया उस समय इजिप्ट के पुरोहितों में ही पाया जाता था। भारत के वमन उस समय चिवर पहन सर के बाल और दाढ़ी बढ़ा कर रखते थे।
आप सही दिशा में काम कर रहे हैं मैं भी इतिहास को खूब पढ़ा है वैज्ञानिक तरीके से ओर हमारे इतिहास में जो साजिश की गई थी और अब भी है आप अपनी पुस्तक लिखे आने वाले समय में वो पढ़ी ओर पढ़ाई जायेगी
हार्दिक आभार।
प्रणाम आचार्य श्रेष्ठ।आप दुर्घटना से सुरक्षित बच गए,इसके लिए ईश्वर को कोटि कोटि प्रणाम।
हार्दिक आभार।
You are really a professor Isalute to your knowledge and way of giving the speech specially in high level Hindi
कम्युनिस्ट झूंट के कारण इतिहास से विरक्ति सी हो गई थी.. आप के कारण पुनः इतिहास में रुचि जागी है..आप स्वस्थ और दीर्घायु हों.. प्रणाम 🙏
मान्यवर ! इतिहास आपकी इच्छा अनुसार नहीं हो सकता ..... इतिहास वही भी नहीं होता है जो सिर्फ आपके देश के इतिहासकारों ने लिखा हो बल्कि दूसरे देश के इतिहास विद भी उसी बात को प्रमाणित करते हो तब इतिहास इतिहास कहलाता है ....
Bhawan aapko lambi aayu de
Achaarya Chanakya ka Shadyantra Shadgunya par aadharit tha.. Ssdyantra ke kaaran Chdragupt ne achaarya ki nimntam sahayta ke dwara desh ko akhand banaya..
Shadyatra aaj ke modern chess ji janni hai.. waise mahabharat kaal me ise Dhoot ya Dhyut bhi kaha gya..
@@rahulyadav-kb6kyapko videshi itihaaskaar par hi bharosa karna chahiye
Pehle ye to batao maurya kaal ke kis Sheela lekh mein acharya chanakya ka jikra milta hai....acharya chanakya dwara likhi gayi arthshastra bhi devnagari lipi mein likhi gayi hai. . devnagri lipi 1st to 4 th century CE mein viksit hui....ie much later after mauryan Dynasty.....how chanakya lived thousand of years?😮...this proves that actually there was no chanakya in mauryan period ( this is also proved by magesthenese who visited bharat ( jambodweep)in chandragupta maurya time period....character n story of chanakya was later on introduced by Brahmins who developed " hindu" religion through there book writings in devnagari lipi ( vedas, Ramayana, Mahabharata, bhagwat Geeta etc- all written from n after 1 st century CE). They introduced character of chanakya when only the Britishers told them after reading brahmi n Pali- prakrit language that there was some mauryan Dynasty which was very rich n oldest religion of India is Budhism n not hinduism( ie Vedic or sanatan dharm).... therefore to prove themselves that hinduism existed in mauryan period they introduced character of chanakya who is told as Brahmin n a teacher in takshila University but this was actually a Buddhist University n all teachers here were Buddhist monks.....so please don't distort true history of our nation...please become true nationalist.. budhism existed even in harapan civilization because budha is a designation given to " knowledgeable person"... therefore there were many other budhas even before gautum budha....budha stupa is found in harapan civilization...please tell ur true history
महादेव आपको शीघ्र स्वस्थ करें। आपकी इतिहास यात्रा सतत जारी रहे ऐसी हमारी शुभकामना है।
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Bahut hi clear sapshtikaran kiya,, thanku,mechankay ji ka bahut man karti hu, sadyantro me to apani yojnaao ka bachanahi budhimani hoti h..ye videshiyo ne bharat ko hamesha hathiyana chaha....salam great chankay..n koie huaa n hoga unke jaisa
@@RajeevRanjanPrasad sir chankya total kitne saal jeevit rhe , agar aap bol rhe k unhone bindusar ko bhi guide kiya
मान्यवर आपकी सारी बातें प्रमाण सहित रहती है और गहन अध्ययन के बाद ही आप vedio बनाते है इसलिए आपका कोई सपोर्ट नही करता क्योकि आप सत्य बोलते है और सत्यवादी की कोई नही साथ नही देता पर मैं आपकी अब सारी वीडियो देखता हूं
जय हिंद जय भारत
जय श्री राम और आपके अच्छे स्वाथ्य की कामना करता हु
बस सत्य का प्रकाश करते रहिए
रवि जी, आप जैसे मित्रों के कारण ही कार्य करने का उत्साह बना रहता है। गुणवत्तापूर्ण कुछ ही दर्शक बहुत हैं। मैं आपका हार्दिक आभारी हूं।
ए पूरी fake जानकारी दे रहा है सत्य जानने-समझने sceince journey ke vedio dekh चाणक्य के बारे में यह सिर्फ gapod कथा सुना रहा है
अद्भुत बन्धुवर , आपने एजेंडाकारों के इतिहास(?)का सतर्क खंडन कर देश के प्राचीन गौरव को प्रतिष्ठित किया है ।साधुवाद
हार्दिक आभार।
सचमुच इतिहास को जानने और देखने का यही दृष्टिकोण यथोचित है
सादर प्रणाम आपको
आप तो इतिहास पुरुष है सर इतिहास की मौलिक जानकारी प्रस्तुत करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
आपकी टिप्पणी का हार्दिक आभार।
आपके व्हिडिओ मुझे बहुत बहुत विश्र्वनिय लगती हैं ओर बहुत पसंद आते है.
हार्दिक आभार।
राजीव रंजन जी आचार्य को आत्महंता न कहें उनने समाधि पूर्वक संलेखना धारण कर वीरोत्सव पूर्वक अपनी देह का त्याग किया जिसे जैन दर्शन में समाधि मरण कहा जाता है।
राजीव जी आपके स्वास्थ्य की कामना करते है।
चान्यक की मृत्यु का रहस्य जानकर हमारे समाज मे ज्ञान की अवश्य ही वृद्धि हुई है।
आपसे आशा है एक बार जन्म पर भी एक ऐसे ही वीडियो बनाइये व हमारे ज्ञान व समाज को चान्यक के जन्म से परिचत कराइये।
भूल गये तहजीबथ
प्रणाम सर,ईश्वर आपको शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे।
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
बहुत ही सुंदर विश्लेषण 💐🙏 साधुवाद 💐💐
हार्दिक आभार।
@@RajeevRanjanPrasad मैं आपका फैन हो गया हूँ सर जी 💐🙏 मैने अपने एक दूसरे यूट्यूब एकाउंट आर्ना क्लासेज से आपके विडियो पर आधारित जानकारी को आधार बनाकर अपने नवनिर्मित ब्लॉग पर आर्टिकल लिखने के बारे में पूछा था और आपने सहर्ष अनुमति भी दे दी थी लेकिन ब्लॉग डेवलप करने में थोड़ी देर हो गई इसलिए अभी शुरुआत नहीं कर सका अब ब्लॉग शुरू हो गया है। जल्द ही मैं आपके विडियो के रेफरेंस पर आर्टिकल लिखना शुरू करने वाला हूँ। आर्टिकल के विषय के हिसाब से उस आर्टिकल के साथ आपके उस वीडियो का लिंक भी प्रकाशित करुंगा ताकि पढ़ने वाला विडियो भी देख सके। जल्द ही आपको आर्टिकल का लिंक भेजूंगा। मैं लेखक तो नहीं हूँ लेकिन प्रयास कर रहा हूं 🙏💐
ब्लॉग एड्रेस - DailyChintan.com
Excllent information, thanks.
मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह यथाशीघ्र आप को निरामय करें। आपकी व्याख्या अति मंजुल मनहर और अनुपम है। साधुवाद।
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
बहुत ही प्रभावशाली प्रस्तुति .।
साधुबाद इस विवेचना के लिये ।
बहुत बहुत सुंदर व सरलता से समझाने के लिए बारंबार धन्यवाद व आभार 🙏
हार्दिक आभार।
आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
महोदय चाणक्य तो अशोक के शासन काल में वानप्रस्थ हुऐ थे।
रही बात कुटीलता की तो आचार्य कहते थे।
"भस्मां शुद्धता कांस्य, तांम्र अम्लां शुद्धती।
रजसां शुद्धता नारी, नदी बगेनां शुद्धती ।।
जा कार्य जैसे होना ठीक है वैसा ही किया जाना चाहिये। अर्थात् साम,दाम, दण्ड भेद।
अगर देश का हित राजनीति या रणनीति से नहीं साधा जा सकता तो फिर कूटनीति क्यों नहीं ।
Apke ache swasthya ki kamna karta hu mahashiv ap par apni kripa banaye rakhe, dhanyewad ye tathya samne lane k liye🙏
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Aacharya chankyje ne apna sampurna jevan bharat ki akhandata ke liye nyaochaver kar diya ase mahan vyakti ko mera koti koti pranam🙏🙏🙏🙏🙏🚩
ईश्वर आपको और आपके परिवार स्वस्थ रखे।🙏
और आप इसी तरह रोचक और ज्ञानवर्धक बातें हमें बताते रहें।😊
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
आप के श्री मुख से ज्ञान की सरिता निरंतर बहती रहे यही अपेक्षा हम करते।
हार्दिक आभार।
shandar sir ji.
हार्दिक आभार।
हम भगवान देवाधिदेव के श्री चरणों मे पूर्ण मनोयोग से विनती करते हैं कि वे आपको अविलम्ब स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सुरक्षित रखे l
हम आपके स्वस्थ, सुरक्षित एवं दीर्घायु जीवन की मंगल कामना करते हैं l
नमस्कार 🙏🙏🙏🙏🙏
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
वाह, बहुत सुंदर
Thank you sir, 🙏🙏🙏🙏🙏
Sir jaankari dene ke liye dhanyawad
हार्दिक आभार।
अच्छी और रोचक जानकारी👌👍🙏🙏
Aapke videos etihas ko samjhane me kavi madadgaar hai.....dhanyavaad
आपके अच्छे स्वास्थ्य और गौरवमई जीवन की शुभकामनाएं 🙏🏻🚩
गौरवशाली भारतीय इतिहास के पुनर्लेखन की आवश्यकता है ।
कांग्रेसियों ने व कम्युनिस्टो ने भारतीय इतिहास व संस्कृति के साथ छल किया है।
महान नीतीज्ञ आचार्य चाणक्य जी को शत शत नमन।
जयभारत
जय सनातन
Excellent analysis,God bless you good health
Our india is so great , mysterious , traditional , cultural and monuments
GOD BLESS YOU.THE ALMIGHTY IS ALWAYS WITH YOU, WILL BE ALWAYS WITH YOU TO SHOW THE TRUE ROAD IN YOUR LIFE.
हार्दिक आभार।
Right sir
महान विद्वान सदाचारी मानवतावादी भारत के शुभचिंतक और महान राष्ट्र भगत आचार्य चाणक्य को सादर नमन है
Respected Rajeev Ranjan ji Thanks for defining true History of INDIAN 🙏👍🔥
हार्दिक आभार।
Bhagban Aap ko lambi aaye de
मित्र, आप बहुत ज्ञानी है ।
God bless you very much thanks sir
Worth listening. history of Maha Muni. Chanakya. ...may live to be hundred's
हार्दिक आभार।
Great presentation of truthful history .
MAHAN ACHARYA CHANAKYA KE SRI CHARNO MEIN MERA JEEVAN BARAM BAR NYOCHHAVAR.
JAI MAA BHARTI
बहुत सुंदर
Pranaam Prabhu
आप की रक्छा होती रहेगी ईश्वर की कृपा बनी रहे
हार्दिक आभार अमन जी।
धन्यवाद सर
आप ऐसे थोड़े चले जायेंगे एक लम्बी यात्रा तय करनी है । ईश्वर आपको दीर्घायु बनाये
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Acharya Jee, main bhagwan pradthna karta hun ki sap swasth sure sanand rahen.
आपका हार्दिक आभार
Very good
आप स्वस्थ हो, यही प्रार्थना है ईश्वर से
हार्दिक आभार।
आपको sadhuvad और sundar इतिहास gathaon का सही pramanik varnan के लिए धन्य vad. Bharat के history ka leftist historians बहुत vikrit किया है, western countries तो पहले hi कर chuke thhe.
Ur best sir ji ❤️❤️❤️❤️❤️
हार्दिक आभार।
बहुत ही सुन्दर और ऐतिहासिक जानकारी।
हार्दिक आभार।
चाणक्य नीति को आज भी काम में लाए जा रही है वो एक विशेष आदमी थे जिन की बराबरी कोई नहीं कर सकता हमेशा उनका नाम इतिहास में अमर रहेगा
सुन्दर हमें आचार्य चाणक्य के राष्ट्र के लिए किए गए कार्यो को ध्यान देना चाहिए
बहुत शानदार। ईश्वर शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे...
हार्दिक आभार ज्योति जी।
आप स्वस्थ रहें।जय श्रीगणेश
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Aapko sunna bahut acha lagta h sir ji, me itihaas me ruchi rkhta hu
आपका हार्दिक आभार।
आप जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे हम लोगों की कामना है कि आप आप इतिहास को जड़ से बता रहे हैं इससे समाज कल्याण की भावना जागृत होगा और देश के प्रति सोच विचार को अलग तरीका से प्रस्तुत किया जाएगा .इससे हम लोग को इतिहास के पूर्ण रूप से जानकारी मिलेगी जिससे हम हमारे आने वाली पीढ़ी में तरह-तरह के लोग जानने की चेष्टा करेंगे और अगला समाज जनकल्याण की भावना की ओर अग्रसर होगा. जय हिंद जय भारत
हार्दिक आभार।
Very informative post.
Uttam
Sir pls take care of our health.
Sir another episode of superb Indian history....
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Nice information death of channakyyya.thanks
हार्दिक आभार पूनम जी।
उत्तम विवरण
हार्दिक आभार।
बेहतरीन जानकारी. शीघ्र स्वस्थ हों, सर.
हार्दिक आभार पीयूष भाई।
बहुत शानदार प्रस्तुतीकरण
यदि इतिहास कक्षाओं में इसी प्रकार पढाया जाता तो अनेकानेक, कदाचित चाणक्य तो नहीँ परन्तु, चन्द्रगुप्तों का उदय संभव हो पाता। यद्यपि शिशु मंदिर के विद्यालयों में (30-40 वर्ष पूर्व, स्वानुभव) बहुत ओजपूर्ण पाठ्य की परंपरा रही है और महापुरुषों व महान स्त्रियाँ को उद्धृत किया जाता रहा है।
राजीव जी, बहुत बहुत धन्यवाद व साधुवाद।
महान सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य की यवन रानी हेलेना पर भी एक विवेचना की प्रस्तुति प्रार्थनीय है क्योंकि यह चरित्र न केवल रहस्यमय है अपितु यवनिकाओं के पीछे हो रहे अनेक षडयंत्रों के पटाक्षेप का साधन भी हो सकता है या फिर एक निर्दोष व सामान्य सांसारिक सत्र /पत्नी / माता का प्रतीक जो अपने देश व भारत की मान्यताओं के मध्य जीवन जी रही हो।
🙏
आपका हार्दिक आभार
अति उत्तम आचार्य🙏
इस कहानी को बताने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
Bhagwan aap pe kripa banaya rakhe
Namaskaram. Welcome. Wishing you all the best and good health.
हार्दिक आभार
बहुत बहुत आशीर्वाद
ग़ज़ब history को जागृत कर देते हैं आप ❤❤❤❤❤
Super
Nice narration.
हार्दिक आभार
ईश्वर की कृपा दृष्टि बनी रहे 🙏
आप ज्ञान की ज्योति लाये हैं आप जैसे सभी ज्ञानियों का भगवान भोलेनाथ सुरक्षा करें यही मेरी कामना है प्राचीन मे इतिहासकारों ने डर और लालच के साथ ही अपनी रचनायें प्रस्तुत किया है ,आप जैसे महान राष्ट्रवादी ही सत्य को खोज सकता है 🚩🚩🕉🕉🕉🐘🙏🙏
उत्तम
हार्दिक आभार।
Your presentation is fantastic
Thank you
हार्दिक आभार
Ishwar apko surakshit rakhe
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Thank you sir... Take care.
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
अति सुंदर जानकारी दी आपने आको सादर नमस्कार 🙏🙏❤️❤️
हार्दिक आभार।
Sir get well soon.....good luck
हार्दिक आभार।
Harhar mahadev Jay shree RAM very nice
हार्दिक आभार।
Great information
हार्दिक आभार।
Bhagvan aapko uttam swashtya de..
हार्दिक आभार।
सर मै आपके अच्छे स्वास्थ के लिऐ इश्वर चरणो मे प्रार्थन करता हुँ।
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
मंगलमय कामनाओ के साथ राम राम ..... ।
आप शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करे
ईश्वर से प्रार्थना है
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Yet another amazing history sir 🙏.
Take care of your eye and health .
आपकी शुभकामना का हार्दिक आभार।
Respected Rajiv ji, please keep it up.