चालीस साल से गुलाम अलि साहब को सुनकर बडा हुआ। अब आवाज का जादू नही रहा। बहुत तकलीफ से वे अब गाते है। 1986 मे पुणे मे इसी गजल से उन्होने शुरुवात की थी। अहाहा। क्या आवाज था।
Music kitna peaceful hota hai waise to main muslims se bahut nafrat karta hu lekin jab unke gazal sunate hain ya tumri ya koi aur sufi music to main kahi kho jata hu. Sometimes I feel I am wrong.
जय श्री राम दुनिया में कथा भागवत कहने वाले का रेट मन माने तबला का मन माने रे हारमोनियम में गया हर चीज मांगे सिर्फ किसान का किसान का आना छोड़कर भारत देश में हर चीज महंगी है
कितना मधुर कितना सुन्दर, दुनिया में कैसे कैसे हुनरमंद वा प्रतिभाशाली महान व्याक्ति पैदा हुए हैं, जिन्होंने पूरे विश्व में अपनी प्रतिभा के जरिए दुनिया के सामने छाप छोड़ी है। मेरा सैल्यूट व नमन है।
काश हम लोग विभाजित नही होते
चालीस साल से गुलाम अलि साहब को सुनकर बडा हुआ। अब आवाज का जादू नही रहा। बहुत तकलीफ से वे अब गाते है। 1986 मे पुणे मे इसी गजल से उन्होने शुरुवात की थी। अहाहा। क्या आवाज था।
Music kitna peaceful hota hai waise to main muslims se bahut nafrat karta hu lekin jab unke gazal sunate hain ya tumri ya koi aur sufi music to main kahi kho jata hu. Sometimes I feel I am wrong.
दा ग्रेट गुलाम अली साहब और बेहद शालीन धर्मदर्शन गुरु श्री मुरारी बापू की जुगलबंदी,, इतिहास में दर्ज है।। बेहद सम्मान आप दोनो का।।
जय श्री राम दुनिया में कथा भागवत कहने वाले का रेट मन माने तबला का मन माने रे हारमोनियम में गया हर चीज मांगे सिर्फ किसान का किसान का आना छोड़कर भारत देश में हर चीज महंगी है
संगीत है शक्ती ईश्वर की हर स्वर मे बसे है राम रागि जो सुनाये रागिनी तो रोगी को मिले आराम
Hindu bhaiyon se prapt dhan jo dharmarth kharch hona chahiye tha wah janewali sunne me kharch kar rahe hain.
गुलाम अलीसहाब और वो भी बापू के दरबारमे इससे हसीन पल और क्या हो सकता है मैं एक विलक्षण अनुभूति कर रहा हूं
नामुराद काफिरों ने इतने राग और रागिनियों का आविष्कार कर दिया है कि ये गाने की काफिराना हरकतें किये बिना इस्लाम में भी सुकून नहीं मिलता। बहुत खूब ।
बहुत शानदार खां साहब, महफ़िल लूट ली, मुरारी बापू को प्रणाम
कुदरत के दोनों आलीशान रत्न हैं.
हिन्दू -मुस्लिम के सम्मान का दृश्य। वाह !
जब श्रोता पूज्य बापू हों ,और गायक गुलाम अली सहाब तो धर्म सिर्फ इंसानियत ही होता है और जमीन के टुकड़े बंटे हैं ,दिलों में प्यार तो हमेशा रहेगा ।
ऐसे सभी कलाकारों के लिए मेरी दुआएँ है कि ये जिएँ तब तक, जब तक कि ये ब्रहमाँड सलामत है!
Ustad Ghulam Ali Khan Saab...a real kohinoor of Music 😍
संगीत की कोई सरहद कोई मजहब कोई इलाका नहीं होता,
Wah kya sam hogi jis din morari bapu ke aangan me gulam Ali Khan sahab aaye honge
कितना मधुर कितना सुन्दर, दुनिया में कैसे कैसे हुनरमंद वा प्रतिभाशाली महान व्याक्ति पैदा हुए हैं, जिन्होंने पूरे विश्व में अपनी प्रतिभा के जरिए दुनिया के सामने छाप छोड़ी है। मेरा सैल्यूट व नमन है।
Only true saint can bring this spiritual experience......saint is saint......salam bapoo
मुरारी बापूजी को शत शत प्रणाम