श्री मुनिसुव्रतनाथ चालीसा, Munisuvrat Chalisa, शनि निवारक चालीसा, जैन चालीसा

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 15 окт 2024
  • भगवान मुनिसुव्रत जैन धर्म के 20वें तीर्थंकर है। उनका वार शनिवार है तथा शनि ग्रह के दोष-बाधा दूर करने के लिए भगवान मुनिसुव्रत नाथ की पूजा की जाती है | दर्शकों के लिए प्रस्तुत है भगवान श्री मुनिसुव्रत नाथ चालीसा |
    अरिहंत सिद्ध आचार्य को करुं प्रणाम |
    उपाध्याय सर्वसाधू करते स्वपर कल्याण ||
    जिनधर्म, जिनागम, जिनमंदिर पवित्र धाम |
    वीतराग की प्रतिमा को कोटि-कोटि प्रणाम ||
    जय मुनिसुव्रत दया के सागर | नाम प्रभु का लोक उजागर ||
    सुमित्रा राजा के तुम नन्दा | मां शामा की आंखो के चन्दा ||

Комментарии •