LIVE - DAY 06 IShrimad Bhagwat Katha | Dr. Ramkripal Tripathi Ji Maharaj |Kakvai,Andani,manpuri(U.P)

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  • Опубликовано: 9 ноя 2024

Комментарии • 11

  • @ajayupadhyay3578
    @ajayupadhyay3578 5 месяцев назад +2

    अमृतमय कथा आप के द्वारा सुनकर आनन्द विभोर हो जाते हैं हम।
    राधे-राधे

  • @AmitKu-kk4le
    @AmitKu-kk4le 6 месяцев назад

    Jai ho

  • @dhavalsolanki8204
    @dhavalsolanki8204 6 месяцев назад +4

    || ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ||

  • @bhuvneshchander6997
    @bhuvneshchander6997 6 месяцев назад

    🙏🙏🙏🙏🙏

  • @antimamishra8429
    @antimamishra8429 6 месяцев назад +2

    गुरुजी 🙏🙏🙏
    मुझे श्रीमद भागवत और भगवत शब्द का अंतर या अर्थ व्याकरण सहित समझा दें, बड़ी कृपा होगी 🙏🙏🙏

  • @ChandrakeshavShukla-k1v
    @ChandrakeshavShukla-k1v 6 месяцев назад

    कथाकारों की मजबूरी है मनोरंजन?

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb 6 месяцев назад

    🎉 भागवत का ज्ञान किसी को भी नहीं है। भागवत को कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक ने खोला है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है उसे जाने।🎉🎉 प्रणाम जी

    • @aacharyaramdevtiwari4302
      @aacharyaramdevtiwari4302 6 месяцев назад +1

      आप गुरु जी से जाकर अथवा जो जिसे अधिक समझते हो उसे लेकर जाओ, प्रश्न करो क्रास प्रश्न हों उसकी रिकार्डिंग यूट्यूब पर डाल दो, तुम्हारा मत सामने आवे। ऐसे चाहे कुछ भी कहो।

    • @munnalal-ui6lb
      @munnalal-ui6lb 6 месяцев назад

      @@aacharyaramdevtiwari4302 पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक की निष्कलंक ब्रह्म वाणी है। उसी से सच्चाई का पता चलता है। और उसी के अनुसार मैंने एक दो शब्द कहे हैं। आपको समझ आए कि कलयुग के मालिक कौन है? और अखंड परमधाम का ज्ञान क्या है? और कलयुग किस लिए महान है? और दुनिया में जितने गुरु हैं सतयुग आदि से लेकर उनके पास क्याथा? और कलयुग बुद्ध शाखा में क्या आया है? जिसके कारण कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है। यह आपको अपनी आत्मा से निर्णय करना होगा। इस विषय में किसी के कंधों पर बंदूक नहीं चलानी। अर्थात हमें खुद निर्णय करना है कि हमारी आत्मा क्या गवाही दे रही है। तब आगे के लिए बातहोगी। इशारे के लिए इतना ही काफी है। यथा
      न जाने इस झूढं में, कौन सुहागिन होए।

  • @ChandrakeshavShukla-k1v
    @ChandrakeshavShukla-k1v 6 месяцев назад

    साजबाज आपकी वाणी को आच्छादित कर देता है तथा आनंद बाधित हो जाता है शब्द ग्राही श्रोतोओं लोगों का

  • @ChandrakeshavShukla-k1v
    @ChandrakeshavShukla-k1v 6 месяцев назад +1

    भगवान नहीं होते हैं महाराज मोहम्मद साहब ,यही तो हिंदूओं को भ्रमित करता है तथा मलेक्षों को बल देता है ,अपने शास्त्रों के साथ कथा वाचकों को अन्य धर्म या मजहब का भी अध्ययन होना चहिये