सब कुछ लोगों पर नहीं छोड़ा जा सकता है। सरकार का एक कदम हाथ से खींचने वाले रिक्शा आज ना के बरा बर है न। सरकार चाहे तो सड़को पर ट्रॅक् dirivers और सभी को अपनी lane में चलवा सकती है जैसे गुजरात में चलते है। अब लोगों को बार बार सिखाने की जरूरत है। यही प्रजातंत्र का मूल मंत्र है की पहले सूचना हफिसिखाना और फिर सबसे अधिक practical सिखाना यानीकरवाना।
पहली बात तो हमारे रोड पर कैमरा की कमी है और सेंसर की कमी है दूसरी बात हमारे रोड की डिजाइन थर्ड क्वालिटी है तीसरी बात रोड पर कोई रुल नहीं है फोर व्हीलर वाले बड़ी गाड़ी के सामने आकर कट मार देंगे टू व्हीलर वाला भी सेम वही काम करता है .और सबसे बड़ा एक्सीडेंट का कारण है हमारे भारत में जिस प्रकार रोड होने चाहिए वैसे नहीं है रूट की कैपेसिटी है पर घंटा500 गाड़ी उसे पर चल रही हैं 1500 गाड़ियां पर घंटा तो आप बताइए एक्सीडेंट कैसे रुकेगा
Iss desh me itna majaak aur makkari hai ki helmet ka chalaan 10-20 km ki speed se chalane waale ka hota hai sehar k andar jaha mostly helmet lage rahne k karan jyada dikkat hoti hai aur accident k chance hote hai jabki jaha high speed pe bike chalti hai waha koi helmet check nahi hota ye sab police k Paisa ugaane k liye hai safety ki ko nahi padi hai😢😮
Sirf drivers ki galti se accident nahi hote kuchh log road ko baap ki jaagir samajh k patthar bajri aur pata nahi kya kya road pe uttar k rakhte hai Janwar bhi tahlaayenge bich road pe inke khilaaf koi action nahi hota😢
E rickshaw ne puri city ki terrific ki asi tesi kr di h...neta logo ko traffic se kya mtlb ...ye jaate h wha to road clear kr dete h...tax aam public deti h..pura benifit ye neta log uthate h
Sab bakwas...delhi jaipur road pr sarre truck speed line me chlate h...koi police wale kch nhi krte ...lekin car ki speed 81 hote h police chalan caat deti h...name h jaipur delhi expressway...speed 80...
सब कुछ लोगों पर नहीं छोड़ा जा सकता है। सरकार का एक कदम हाथ से खींचने वाले रिक्शा आज ना के बरा बर है न। सरकार चाहे तो सड़को पर ट्रॅक् dirivers और सभी को अपनी lane में चलवा सकती है जैसे गुजरात में चलते है। अब लोगों को बार बार सिखाने की जरूरत है। यही प्रजातंत्र का मूल मंत्र है की पहले सूचना हफिसिखाना और फिर सबसे अधिक practical सिखाना यानीकरवाना।
पहली बात तो हमारे रोड पर कैमरा की कमी है और सेंसर की कमी है दूसरी बात हमारे रोड की डिजाइन थर्ड क्वालिटी है तीसरी बात रोड पर कोई रुल नहीं है फोर व्हीलर वाले बड़ी गाड़ी के सामने आकर कट मार देंगे टू व्हीलर वाला भी सेम वही काम करता है .और सबसे बड़ा एक्सीडेंट का कारण है हमारे भारत में जिस प्रकार रोड होने चाहिए वैसे नहीं है रूट की कैपेसिटी है पर घंटा500 गाड़ी उसे पर चल रही हैं 1500 गाड़ियां पर घंटा तो आप बताइए एक्सीडेंट कैसे रुकेगा
Iss desh me itna majaak aur makkari hai ki helmet ka chalaan 10-20 km ki speed se chalane waale ka hota hai sehar k andar jaha mostly helmet lage rahne k karan jyada dikkat hoti hai aur accident k chance hote hai jabki jaha high speed pe bike chalti hai waha koi helmet check nahi hota ye sab police k Paisa ugaane k liye hai safety ki ko nahi padi hai😢😮
Sirf drivers ki galti se accident nahi hote kuchh log road ko baap ki jaagir samajh k patthar bajri aur pata nahi kya kya road pe uttar k rakhte hai
Janwar bhi tahlaayenge bich road pe inke khilaaf koi action nahi hota😢
E rickshaw ne puri city ki terrific ki asi tesi kr di h...neta logo ko traffic se kya mtlb ...ye jaate h wha to road clear kr dete h...tax aam public deti h..pura benifit ye neta log uthate h
Sab bakwas...delhi jaipur road pr sarre truck speed line me chlate h...koi police wale kch nhi krte ...lekin car ki speed 81 hote h police chalan caat deti h...name h jaipur delhi expressway...speed 80...