Good good night namo buddhay Jay Bheem aage piche badhkar dekh kar Kahan kahan Gautam Budh ka stambh hai kya hai pahle ka kahan se nasht ho gaya kharab kar diya Kaun Hara diya sab Sahi karvana chahie
प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति पढ़ते है के सी श्रीवास्तव तो निषाद / नाग ( कोलिय देश यानि जम्मूदीप ) देश इसे कहते है स्कॉलर / रिचसर्र प्रो राजेंद्र साहब को भीम जोहार बुद्ध प्रणाम
सबसे पहले मैं प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद इतिहासकार जी को ह्रदय से बधाई , शुभकामनाएं और धन्यवाद देता हूं।❤ आपको बहुत बहुत साधुवाद।,🙏🙏🙏🙏🙏 आप बहुत नेक और सच्चा ईमानदार पूर्ण कार्य कर रहे है। आपने अपने आपको बौद्ध वंशावली के गौरवशाली बेटे होने फर्ज अदा कर रहे है आपने अपने(हमारे)पूर्वजों की बौद्ध इतिहास को पुनः जीवित कर रहे है। आप जैसे महान प्रतिभा के लिए हमारी आने वाली और बौद्ध परंपरा के खोए हुए इतिहास को खोजने के लिए सदैव ऋणी रहेंगे। तथागत आपको शक्ति और आशीर्वाद दें और पुरातत्व वेदा के तौर पर आप सच्चे और नेक समाज के सिपाही है❤❤ आप पर हमे गर्व है। भ्रष्टाचार किया था मनुवादियों ने और अभी भी कर रहे है। हमारे पूर्वजों और वर्तमान पीढ़ियों को गुमराह करने वाले ये मनुवाद रूपी आतंकवादी है। जल्दी ही भारत बौद्धमय होगा।❤❤❤❤ धन्यवाद आप जैसे वीर पुरुषों को।❤❤❤❤ जयभीम जय भारत नमो बुद्धय❤❤
आप जैसे महान इतिहासकार का सानिध्य इतिहास के प्रत्येक जिग्यासु को मिलना चाहिए , बहुत दुख का विषय है कि आप जैसे महान इतिहास वेत्ता की उपेक्षा की जा रही है , आपके पास समय कम है विनम्र निवेदन है कि इतिहास लेखन करके आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित करने की कृपा करें , आप को जबसे सुनने लगा हु इतिहास की जानकारी मेरी समृद्ध हुई है , धन्य होंगे वो विद्यार्थी जिनको आपको सानिध्य मिला होगा , हम लोगो को तो रट्टू तोता प्रोफेसर मिले ,
@@rpsingh6861 shaman culture pata nahi ki kon dharma tha in logo ne sare evidence mita diye hai aur jo chize exist karti thi unka brahmin karan kiya hai
माना की बुद्धो की परंपरा थी। पुरातात्विक सबूतों से यह साबित भी होता है। सिंधु घाटी की सभ्यता समझने के लिए यह उपयुक्त भी है। लेकिन ज्ञान तो तथागत बुद्ध का ही काम आएगा।
बहुत खूब।अती सुंदर और बेहतरीन और महत्वपूर्ण जानकारियां। बहुत बहुत धन्यवाद सर जी। इसलिए बीजेपी और आरएसएस ने अशोक स्तंभ के सिंह का डिजाइन हीं बदल दिया है।।।
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है आपके द्वारा. अब यह मूल निवासियों व बुद्ध धम्म के लोगो का दायित्व है कि वो संसार के समुदाय के समक्ष पुरे दस्तावेज व खोजे रखी जाये. भारत के कर्ता- धर्ता से कम उम्मीद ही रखी जाये. संसार के इतिहासकारों को भी इसमे अमतांत्रित कर खोजो को सार्वजानिक करवाई जाये ताकि खोजे गये स्मारको, बर्तनो, स्तुपो आदि को युनेसको के अंतर्गत सरक्षित किया जा सके.
सच्चे प्राचीन इतिहास ज्ञात करने की मुख्य कसौटी "पुरातात्विक" ठोस प्रमाण का होना अति आवश्यक है | काल्पनिक पात्र या ऐतिहासिक तथ्य के पुरातात्विक प्रमाण नहीं मिल सकते हैं | ❤❤❤
बौद्ध धर्म विदेशी आक्रमण कारीयों के हमले कारण दिशा हिन कमजोर हुआ इसी का फायदा ब्राह्मणी व्यवस्था हाबी हुई और हिंदू धर्म लोगों के उपर थोपा गया सर जी के कही हुई बातों से लगता है नमो बुध्दाय जय भिम जय संविधान
आदरणीय महोदय, आपने इस विडिओ मे बहोत अच्छी और ऐतिहासिक जानकारी दी. आपका बुद्ध धम्म, तथागत बुद्ध, महान सम्राट अशोक के बारेमे किया शोधकार्य बहोत सराहणीय है. जय भीम, नमो बुध्दाय, भवतु सब्ब मंगलम.👍🌹🙏.
दीपंकर बुद्ध का प्रभाव नागरी क्षेत्र में था जहां नागरी लिपि में पाली और प्राकृत भाषा का टूटा-फूटा विकास हो रहा था। कालांतर में यही धम्म मिश्रित नागरी देवनागरी में परिष्कृत हो गया और संस्कृत भाषा का उदय हुआ।
@@SUmitgravity बौद्ध की शादी रात भर नही रहती जहा तक मै हिंदुधर्म (ब्राह्मणोकी) देखी हुं..कोई मुहूर्त, विधि नही, हंडी ,सुपडे नही लिए जाते अपने पुरवोजोको याद नही कीया जाता रातभर बॅन्ड बाजा बजाके....कभी बौद्ध की शादी नही देखी होगी तो देखा कर...अपना पाखंड दुसरो पर मत थोपो...
The IVC abandoned the Valley and migrated east and south in 1900bc to preempt a Stonehenge type invasion by the warring, horse riding Andronovo/sintashta culture, active in the area in 1900bc, The absence of defense mechanisms confirm the strategy of no-resistance to an invasion.
बुध्द ने स्वयं कहां है की, विश्व मे अब तक सत्तावीस बुध्द हुये है. लेकिन, इस वक्त तो हमे शाक्य मुनी तथागत बुध्द के साथ चलनां है. इतिहास आवश्यक है,मगर वर्तमान मे क्या करणां है, कैसे धम्म का जिवन जिनां है और कैसे धम्म की रक्षा करणी है. कैसे बुध्द धम्म कै बारैमे फैलाये गलत बाते हमे लोगोके मनसे दुर करणी है. हम खुद्द बुध्द धम्म सै बहूत दुर खडै है. हमे एक नयी बौद्ध संस्कृतीका निर्माण करणा होगा. धम्म प्रसार मे तन मन धन लगाना है. लेकिन, हम बडे अज्ञानी और कंजूस है. दान नही करते. हम ना डॉक्टर आंबेडकर पढते ना बुध्द पढते ना धम्म पढते. हम केवल पेट भरणे के लिए जिंदा है. शिक्षित लोग सबसे बडे कृतघ्न लोग है.
शाक्यमुनि तथागत बुध से पूर्व 27 बुध हुए हैं, जिनकी परंपरा सिंधु घाटी सभ्यता तक जाती है; इस महत्त्वपूर्ण जानकारी के लिए आपका बहुत धन्यवाद सर...👌👌👍🙏🙏🙏
यदि भारत में आज बोध धर्म की बहुलता होती तो जाति वाद और छूआ छूत नहीहोता ओर झुग्गी झोपड़ी भी नहीं होती इसलिए यह ज्ञान फेलाना चाहिए जयभीम नबोबुदधाय
🙏🏻🙏🏻🙏🏻👍🏻
वेरी राइट इनफॉरमेशन जय भीम नमो बुद्धाय
Mahatma buddha aur dr b r ambedkar jaise log hotey tou kaam banta na ki unko manne walon se
Good good night namo buddhay Jay Bheem aage piche badhkar dekh kar Kahan kahan Gautam Budh ka stambh hai kya hai pahle ka kahan se nasht ho gaya kharab kar diya Kaun Hara diya sab Sahi karvana chahie
तर्कों सहित बात करों sir, डेबिट करने के लिए साइंस जर्नी चैनल पर चले जाए।🙏🏻
प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति पढ़ते है
के सी श्रीवास्तव तो निषाद / नाग ( कोलिय देश यानि जम्मूदीप ) देश इसे कहते है
स्कॉलर / रिचसर्र प्रो राजेंद्र साहब को भीम जोहार बुद्ध प्रणाम
भारत में एक वर्ग ज्ञान, विज्ञान और शोध का विरोधी रहा है।
आज का हिंदू धर्म महायान और वज्रयान शाखा का ब्राह्मणी कृत रुप है।😮😮😮😮
बहुत ही बढ़िया और ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए आभार आपका
नमो बुद्धाय। जय भीम। बहुत बढ़िया पुरातत्व ज्ञान। धन्यवाद🙏💕...!
सबसे पहले मैं प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद इतिहासकार जी को ह्रदय से बधाई , शुभकामनाएं और धन्यवाद देता हूं।❤
आपको बहुत बहुत साधुवाद।,🙏🙏🙏🙏🙏
आप बहुत नेक और सच्चा ईमानदार पूर्ण कार्य कर रहे है। आपने अपने आपको बौद्ध वंशावली के गौरवशाली बेटे होने फर्ज अदा कर रहे है
आपने अपने(हमारे)पूर्वजों की बौद्ध इतिहास को पुनः जीवित कर रहे है।
आप जैसे महान प्रतिभा के लिए हमारी आने वाली और बौद्ध परंपरा के खोए हुए इतिहास को खोजने के लिए सदैव ऋणी रहेंगे।
तथागत आपको शक्ति और आशीर्वाद दें और पुरातत्व वेदा के तौर पर आप सच्चे और नेक समाज के सिपाही है❤❤
आप पर हमे गर्व है।
भ्रष्टाचार किया था मनुवादियों ने और अभी भी कर रहे है।
हमारे पूर्वजों और वर्तमान पीढ़ियों को गुमराह करने वाले ये मनुवाद रूपी आतंकवादी है।
जल्दी ही भारत बौद्धमय होगा।❤❤❤❤
धन्यवाद आप जैसे वीर पुरुषों को।❤❤❤❤
जयभीम जय भारत
नमो बुद्धय❤❤
Thanks बोधिसत्व प्रो. राजेंद्र प्रसाद जी को त्रिबार नमन🙏🙏🙏
आप जैसे महान इतिहासकार का सानिध्य इतिहास के प्रत्येक जिग्यासु को मिलना चाहिए , बहुत दुख का विषय है कि आप जैसे महान इतिहास वेत्ता की उपेक्षा की जा रही है , आपके पास समय कम है विनम्र निवेदन है कि इतिहास लेखन करके आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित करने की कृपा करें , आप को जबसे सुनने लगा हु इतिहास की जानकारी मेरी समृद्ध हुई है , धन्य होंगे वो विद्यार्थी जिनको आपको सानिध्य मिला होगा , हम लोगो को तो रट्टू तोता प्रोफेसर मिले ,
सारे इतिहासकार तो ब्राह्मण ही है तो वो सच क्यूं लिखेंगे सत्य यानी बुध झूठ यानी हिन्दू धर्म
इतिहासकारों ने सच नहीं लिखा पर अब हम सच जान गए है , सच को कोई छुपा नहीं सकता
@@SUmitgravity Budhha ke pahle kaun dharm tha Bharat mein.
@@rpsingh6861 shaman culture pata nahi ki kon dharma tha in logo ne sare evidence mita diye hai aur jo chize exist karti thi unka brahmin karan kiya hai
@@The_Nag_Vanshi Koi dharm manna jaruri nhi hai. Log apna dharm badal sakte hai
@@rpsingh6861 pata hai main nahi manta kisi dharam meim par in logo ne itihas ki maa bhen ek kardi ab bandar udke suraj kha gaya ye itihaas hai hamara
भारत के प्राचीन इतिहास के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिलता है आपसे आदरणीय सर।
बहुत खूबसूरत जानकारी सर।आपको सादर अभिवादन।
माना की बुद्धो की परंपरा थी। पुरातात्विक सबूतों से यह साबित भी होता है। सिंधु घाटी की सभ्यता समझने के लिए यह उपयुक्त भी है। लेकिन ज्ञान तो तथागत बुद्ध का ही काम आएगा।
बहुत खूब।अती सुंदर और बेहतरीन और महत्वपूर्ण जानकारियां। बहुत बहुत धन्यवाद सर जी।
इसलिए बीजेपी और आरएसएस ने अशोक स्तंभ के सिंह का डिजाइन हीं बदल दिया है।।।
प्रोफेसर महोदय, मूलनिवासियों की असली ताकत और शक्ति सही ध्यान का अभ्यास है।
Amazing information sir
यहाँ के ब्राह्मणो ने तो पूरा मूल histrory ko लिखा ही नही
गवाह और सबूतों की साथ आपकी बात कमाल की स्पष्ट और पुष्ट बनती है। आपकी बात सुनने इच्छा सदैव जागृत रहती है। बहुत बहुत धन्यवाद!
आदरणीय सर जय भीम नमोबुद्धाय,,,🎉❤
"तथागत बुद्ध के बहुत सारे वचन बिगाड़ दिये गये हैं "
कृपया इसपर भी एक विडियो बनाइये।
नमो बुद्धाय।
बहुत सही जानकारी दिए 🙏🏼
नमो बुद्धाय 🙏🏼🙏🏼
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद सर सही जानकारी के लिए इन्हीं सब चीजों को तो छिपा करके नष्ट कर दिए थे जय भीम नमो बुद्धाय
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान
Buddha ka itihas hee sachaa itihas hai namo buddhay namo jambudip ,danyavad,jaibhim.
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान , भारत में एक वर्ग ज्ञान, विज्ञान और शोध का विरोधी रहा है।
नमो बुद्धाय
डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह आपसे अच्छा इतिहास का ज्ञाता अभी कोई नहीं है।
Jay Johar Jay Bhim Jay Samvidhan
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है आपके द्वारा. अब यह मूल निवासियों व बुद्ध धम्म के लोगो का दायित्व है कि वो संसार के समुदाय के समक्ष पुरे दस्तावेज व खोजे रखी जाये. भारत के कर्ता- धर्ता से कम उम्मीद ही रखी जाये. संसार के इतिहासकारों को भी इसमे अमतांत्रित कर खोजो को सार्वजानिक करवाई जाये ताकि खोजे गये स्मारको, बर्तनो, स्तुपो आदि को युनेसको के अंतर्गत सरक्षित किया जा सके.
सच्चे प्राचीन इतिहास ज्ञात करने की मुख्य कसौटी "पुरातात्विक" ठोस प्रमाण का होना अति आवश्यक
है | काल्पनिक पात्र या ऐतिहासिक तथ्य के पुरातात्विक प्रमाण नहीं मिल सकते हैं | ❤❤❤
लाखमेंसे एक बात.
Jai Bhim, Namo Buddhaye ❤
नमो बुद्धाय 🙏🏻🪔🪷
आषाढी पूर्णिमा के दीन तथागत बुद्ध ने इसलिए कहा था एस धम्म सनंतनो
यह धम्म मेरे पहलेसे चलते आ रहा है..
Jammu dweep ke hakikat itihaas se rubaru karane ke liye professor Sahab ko koti koti Naman
Lajavab explanation sir ab ja kr shindhu ghati civilization clear hua ki ye boudh civilization hi.tha jo murdo ka tila bata rahe the...
सर आज आपने हर महत्वपूर्ण बिंदु पर जानकारी दी है बस लोगों को समझना चाहिए। धन्यवाद सर
Professor Sir, the real Strength and Power of Mulnivasis is the practice of Right Meditation.
NAMO BUDDA🙏 JAI BHIM JAI SAMRAAT🙏🙏
बुद्ध के भारत का प्रो. राजेन्द्र प्रसाद सिंह जी के नजर से वास्तविक विश्लेषण. ...
नमो।बुधाय 🌹🌹🌹🌹🌹
प्रोफेसर सर, ध्यान में शक्ति और सामर्थ्य है।
बौद्ध धर्म विदेशी आक्रमण कारीयों के हमले कारण दिशा हिन कमजोर हुआ इसी का फायदा ब्राह्मणी व्यवस्था हाबी हुई और हिंदू धर्म लोगों के उपर थोपा गया सर जी के कही हुई बातों से लगता है
नमो बुध्दाय जय भिम जय संविधान
आदरणीय महोदय, आपने इस विडिओ मे बहोत अच्छी और ऐतिहासिक जानकारी दी. आपका बुद्ध धम्म, तथागत बुद्ध, महान सम्राट अशोक के बारेमे किया शोधकार्य बहोत सराहणीय है. जय भीम, नमो बुध्दाय, भवतु सब्ब मंगलम.👍🌹🙏.
बहुत ही रोचक जानकारी , ये सच्चाई देश के हरेक नागरिक तक जानी चाहिए
बहुत बढ़िया Rajendra Sir 💐🙏
#JaiBhim #NamoBuddhaya
नमो बुद्धाये 🙏
SUKRIYA SIR JI💙🙏💙
Jai bhim namo buddhay ❤🎉❤
❤ বহুত ভাল লআগইল। আপুনি এবাৰ তেজপুৰ (অসম) লৈ আহক।
Ser great jankari hai good jai bhim nmo budhay apko
Aapki baato me jabardast dam hai jaanbujh k history ko chhupaya ja rha hai👍👍👍👍 taaki budhisam na fail jaaye
Esme hansne wali kya baat hai??
True historical man❤🎉🎉🎉❤🎉👏
Namo buddhay
दीपंकर बुद्ध का प्रभाव नागरी क्षेत्र में था जहां नागरी लिपि में पाली और प्राकृत भाषा का टूटा-फूटा विकास हो रहा था। कालांतर में यही धम्म मिश्रित नागरी देवनागरी में परिष्कृत हो गया और संस्कृत भाषा का उदय हुआ।
बहुत सुंदर जानकारी प्रोफेसर साहब 🙏पाखंड और नकली सभ्यता को आपने पुख्ता सबूतों की रोशनी में खंड-खंड कर दिया है।
नमो बुद्धाय जय भीम सर,🙏🙏🌻🙏🙏
परम प्रबुद्ध शुद्ध पथ गामी नमो तथागत बुद्ध नमामि जय भीम नमो बुद्धाय सभी बंधुओ को
Commendable approach ,Sir.
Namo Budhay 🙏 sir
धम्मम शरणम गच्छम
ज्ञान के अद्भुत महासागर को नमन ❤❤❤❤❤
Jay bhim
Thank you very much Sir for enlightening us!!!!
अति उत्तम जानकारी, सर धन्यवाद
गुरु जी, प्रणाम आप हमे जगा रहे है हम सोए या स्लो poison लिए है आपका इतना गहन अध्ययन और रिसर्च का फल प्राप्त करने का शोभाग्य मिल रहा है
आपका भूलना बताता है की आप बहुत विद्वान है,धन्यवाद
😂😂 jalo saalo
Jai bhim namo budha Dr rajinder Prasad Singh thank you sir
Good
Persia , फारस, की 3000 साल पुरानी संस्कृति , उसके महलों के अवशेषों मे भी इसी प्रकार की सिंह आकृति मिलती है ।
नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏🙏🙏
Good Evening, Sir
Very informative sir
Namo Buddhay jai Bhiim 🙏🙏
Professor Sir, there is Strength and Power in meditation.
🙏🙏 नमो बुद्धाय 🙏🙏
Namo Tassa Bhagvato Arhanto Samayaksambuddh
🙏JayBhim💞NamoBuddh💞☸️👌👍🌹🪷🌹
🎉🎉🎉🎉
जयभीम🙏🙏🙏 नमो बुद्धाय जयमुलनिवाशी🇮🇳🇮🇳🇮🇳💙💙💙💙💙
जय भीम जय भारत जय संविधान नमों बुद्धाय सर
Interesting information Sir. Must be included in history books. Proud to be Indian.
Namo buddha sir..i am Shiva Reddy from andhrapradesh
बहुत खुब सर।
नमो बुद्धाय🙏🙏🙏
युग जिओ साहेब जी, ऐसे ही इतिहास की खुदाई करते रहिये,
जय भीम नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी जय संविधान
Jay Bheem namo budhay Jay samvidhan Jay bharat
बहुत ही महत्वपूर्ण स्टीम है आप सरल भाषा में samjhate है जय मूलनिवासी
Ekdam Satik vishleshan❤️❤️❤️❤️🙏
❤❤❤❤❤❤❤
thanks professor...
मुझे बौद्ध रीति रीवाज़ से शादी करनी है। किसके पास संपर्क करूँ?
नमो बुद्धाय 🙏🏼🙏🏼
Buddhavihar me चले जाना Bhanteji batayenge..
jaatiwad to tumme abhi bhi hai, baudh bankar kyu buddhism ko apavitra karna chahte ho?
@@handIe. मैंने कब कहा जातिवाद है मुझमे? 🤣🤣
और ये बौद्ध रीति रिवाज़ किसने बनाया, बौद्ध धम्म पाखंडवाद से मुक्त था पर अब उसमे भी ये जहर मिल गया है ,
@@SUmitgravity बौद्ध की शादी रात भर नही रहती जहा तक मै हिंदुधर्म (ब्राह्मणोकी) देखी हुं..कोई मुहूर्त, विधि नही, हंडी ,सुपडे नही लिए जाते अपने पुरवोजोको याद नही कीया जाता रातभर बॅन्ड बाजा बजाके....कभी बौद्ध की शादी नही देखी होगी तो देखा कर...अपना पाखंड दुसरो पर मत थोपो...
Excellent historical evidence sir salute
शानदार जानकारी 🙏🌷
#नामोबुद्धाय
Good explanation Sir ji, great work by You ❤❤❤❤
Jaybhim namo budhhay ❤❤❤ thanks for information sir Ji
namombudday
The IVC abandoned the Valley and migrated east and south in 1900bc to preempt a Stonehenge type invasion by the warring, horse riding Andronovo/sintashta culture, active in the area in 1900bc, The absence of defense mechanisms confirm the strategy of no-resistance to an invasion.
स्वराज्य पत्र एकदम सही है
जोहार जय मुलनिवाशी....
Mai Nepali hu aapne sahibola tq
बुध्द ने स्वयं कहां है की, विश्व मे अब तक सत्तावीस बुध्द हुये है. लेकिन, इस वक्त तो हमे शाक्य मुनी तथागत बुध्द के साथ चलनां है. इतिहास आवश्यक है,मगर वर्तमान मे क्या करणां है, कैसे धम्म का जिवन जिनां है और कैसे धम्म की रक्षा करणी है. कैसे बुध्द धम्म कै बारैमे फैलाये गलत बाते हमे लोगोके मनसे दुर करणी है. हम खुद्द बुध्द धम्म सै बहूत दुर खडै है. हमे एक नयी बौद्ध संस्कृतीका निर्माण करणा होगा. धम्म प्रसार मे तन मन धन लगाना है. लेकिन, हम बडे अज्ञानी और कंजूस है. दान नही करते. हम ना डॉक्टर आंबेडकर पढते ना बुध्द पढते ना धम्म पढते. हम केवल पेट भरणे के लिए जिंदा है. शिक्षित लोग सबसे बडे कृतघ्न लोग है.
👌👌👌🙏🙏🙏
We were so proud of you sir for saving our Buddhist culture
Namo Buddhay sir ji 🙏