आत्मबोध शतक।Aatmbodh Shatak।आर्यिका श्री पूर्णमति माताजी द्वारा रचित।Purnmati Mataji Shatak

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 26 ноя 2024

Комментарии • 5

  • @sheenajain1788
    @sheenajain1788 Год назад +3

    Namostu guru Mata ji 🎉🙏

  • @rajubanthia9051
    @rajubanthia9051 Год назад +1

    Namotu guru mataje

  • @rashmijain8858
    @rashmijain8858 7 месяцев назад

    Vandami mata ji 🎉🎉

  • @abhinandanjain9970
    @abhinandanjain9970 Год назад +2

    34:18
    पंच परमेष्ठि कईजंय आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की जय। ‌श्रीपूरणमति माता कईजंय। आत्मबोध शतक सुनकर भावों की सरिता लहरो ने एक नया मोड़ ले लिया।किन शब्दों में आपका गुणगान करूं। आप निश्चय ही सरस्वती रूपी जिणवाणी की संगम हो। आपको शत-शत वंदन। अभिनन्दन जैन चम्पापुर भागलपुर।

  • @ShwetaJain-w8j
    @ShwetaJain-w8j Месяц назад

    Ye koi sadharan atma nahi ha
    Vandaami Mata jee 49:52