वकील साहब आप ने डा0 बाबा साहब अंबेडकर और तथागत भगवान बुद्ध को बहुत ही सहज तरीके से समझाया इसलिए हम आपका बहुत बहुत साधुवाद करते है।। जय भीम जय भारत जय संविधान जय मूलनिवासी 🙏
@ jis सविधान pr घमंड है मुस्लिम से दोस्ती और हिंदू से नफरत जिस दिन मुस्लिम के हाथ में शासन आ गया उस दिन तुम्हारा आंबेडकर का सविधान 🔥 सरिया बन जायगा और बुद्ध काफिर पकिस्तान और बंगलादेश दलित का क्या हॉल हो रहा h
वकील साहब आपको बहुत बहुत धन्यवाद आपने बहुतअच्छी तरह तरह से अग्यानी पुरुष सही मार्ग बताया तधागत् गौतम बुद्ध की अनुकम्पा प्रदान हो जय भीम नमो बुध्दाय् जय हिंद जय भारत
@@cutebabycowvlogs2059 मुस्लिम से ज्यादा बेईमान ब्रह्मावाद है, जो अपने धर्म मे रख कर निच कहता है और हमारा लक्ष्य है कि मनुवाद कि ब्यवस्था समाप्त करना, और ये हो कर रहेगा , रही बात सरिया कि तो इससे डर नही हम्मे इतनी ताकत है बुद्धि है l हम इंसान मे फर्क समझते हैं कि कौन सही और कौन गलत अभी तो हिन्दू धर्म ही गलत दिख रहा है l
मैं ब्राम्हण हू मुझे बाबासाहेब आंबेडकर पर गर्व है फुले ,शाहू को नमन करता हु इनकी वजह से ही हिन्दु धर्म की अनिष्ट चालीरीती नष्ट हुई देवदासी सती ब्रेस्ट प्रथा श्रियों को शिक्षण मिलने ल गा सबको सम्मान मिला इसलीये मैं ब्राम्हण होकर भी फुले,शाहू,आंबेडकर मरते दम तक मेरा आदर्श मानुन्गा उनकी वजह से देश प्रगती कर रहा है... जय भीम🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹
आप जैसे ब्राह्मण समाज के ऐसे विचार को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ कि आप ने भारतीय कुरीतियों को पहचाना और उसे खत्म करने के पक्षधर है अगर कोई ब्राह्मण समाज इस सोच के समर्थन में आगे आता है तो ब्राह्मण और बाबा साहब अम्बेडकर में कोई विवाद नहीं है और हम एक दूसरे का सम्मान करे,
बाबा साहेब चमार जाति के महापुरुष नहीं है बाबा साहेब जी यादव भाईयों के भी सबसे पहले है यादव भाईयों छाति ठोकर कहा करो बाबा साहेब यादव समाज धोबी वालमीकि चमार मेघवाल सभी भाईयों के महापुरुष है जी कयोकि बाबा साहेब कहते हैं मैं सभी मनुष्य मानवों को प्रेम करूँगा मैं किसी से नफरत नही करूँगा एस सी एस टी ओबीसी समाज को गर्व होना चाहिए ऐसे महापुरुष भारत में हुए है अगर अमेरिका में हो जाते तो भारत देश को बर्बाद कर देते ये जातिवाद की मानसिकता वाले जय भीम जय भारत
आरे मनूवादी म्रुखलोग भईमटए मत बोलो वो आपके सबसे पहिले ब्रहामनोके जीजाजी है ओर सब ब्रहामन हामारे समाज के साले हे और बाबासाहे आम्बेडकर सबके बाप है उनके जैसा हीरा आपके समाज में पैदा होता तो आप इतना ढेंढोरा पीट पीट के तूनतूना बजाते राम ने हामारे लिए कुछ नहीं किया तो सहाय राम को केंव मानें गे
Yadav bhi shudra hi h because na to brahman h ,na kshatriya h aur na hi vahsya h. Inke alawa Jo bache vo shudra h. To shudra hi shurdo pr atyachar krta aa rha h
बहुत सुंदर वार्तालाप आप दोनों महानुभावों का सुना भगवान बुद्ध को का संदर्भ भी बहुत कुशलता से दिया लेकिन मित्रों मनोवृति में परिवर्तन होना ही बुद्धत्व की तरफ जाना है मेरा यह मानना है।
@@jethusingh9335 yadav humesha se Krishna wadi rahe or rahenge tum agar Janana hai apne aas pados ke yadavo se mile to tumhe khud pata chal jayega RUclips par bhimte nakli I'd banakar propoganda chala rahe hai
Yadav ji ko Bata do shhatriy banana ke liye pandit ji muhar lagvayen .yadi pandit ji shastra Kah dega tab shhatriy ki shartifiket milegi. Anyatha mukh se kuchh bhi Kah lo shudra hi ho.
एडवोकेट जय भीम प्रकाश बाबूजी आपको बहुत बहुत साधुवाद, जय भीम नमो बुद्धाय, धम्म प्रभात, जय संविधान, बहुत सुंदर शब्दों में समझाने की कोशिश की है बाबूजी आपने, तथागत गौतम बुद्ध जी की करुणा सदैव आप सपरिवार के साथ बनायें रखें, 🙏🙏✍️🌻💐🌺🌹🌼🏵️🌸🌺🌼💐
वेदव्यास ने महा भारत लिखा था। स्वामी नारायण ने शिक्षा पत्री लिखी थी। गोंडल स्टेट के सर भगवत सिंहजी ने भगवद गौ मंडल लिखा था। डाक्टर आंबेडकर ने संविधान लिखा था। इसीलिए यह चारों महान थे। 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤
सर जी सीधी सी बात है हिंदू धर्म में चार वर्ण है ठाकुर ,बामन,वैश्य ,और शूद्र, अब यादव जी से पूछे यह कौन से वर्ण में आते हैं अरे भाई ठाकुर ,बामन, वैश्य, तीन जातियों को छोड़कर सब शुद्र तो है शूद्र वर्ण में 6743 जाती हैं ठीक है 👍
बौद्ध ग्रंथों के अनुसार चार वर्णों की उत्पत्ति, मनुस्मृति या बुधस्मृति?𝗢𝗿𝗶𝗴𝗶𝗻 𝗼𝗳 𝗳𝗼𝘂𝗿 𝗩𝗮𝗿𝗻𝗮𝘀 𝗮𝗰𝗰𝗼𝗿𝗱𝗶𝗻𝗴 𝘁𝗼 𝗕𝘂𝗱𝗱𝗵𝗶𝘀𝘁 𝘁𝗲𝘅𝘁𝘀, 𝗠𝗮𝗻𝘂𝘀𝗺𝗿𝗶𝘁𝗶 𝗼𝗿 𝗕𝘂𝗱𝗵𝗮𝘀𝗺𝗿𝗶𝘁𝗶❓ बुध्द ने चार वर्णों की उत्पत्ति तथा उनके कर्मों की व्याख्या बौद्ध ग्रंथ पाली के तिपिटक के दीर्घनिकाय मे किया है. बुध्द ने पहले चार वर्णों में पहले क्षत्रिय, दूसरे ब्राह्मण तथा तीसरे वैश्य एवं चौथे शूद्र के अतिरिक्त दो और वर्णों का उल्लेख किया है जिनका नाम .? श्रमण एवं चांडाल है. लेकिन हम यहां बुद्ध स्मृति के अनुसार प्रथम चार वर्णों का उल्लेख करेंगे और बुध्द के अनुसार उनकी उत्पत्ति का भी. 1- क्षत्रिय(खत्तिय),(महासमत) या राजा(रज्ज).बुध्द कहते है कि महाजनों द्वारा सम्मत होने से उनका नाम पहले महासम्मत पड़ा. क्षेत्रों(खेतों) का अधिपति होने से दूसरा नाम क्षत्रिय(खत्तिय) पड़ा, धर्म से दूसरे लोगों का रज्जन करता था इसलिए उसका एक नाम और रज्जन अर्थात राजा पड़ा।इस तरह मंडल का पुराने अग्रण्य अच्छर से क्षत्रिय का निर्माण हुआ।धर्म मे क्षत्रिय ही श्रेष्ठ है इस धर्म भी पुनर्जन्म मे भी. 2-ब्राह्मण(ब्रमण,बमन,बाभन)आदि जब पूर्व के लोगों में श्रेष्ठता को लेकर किसी-किसी के मन मे अहंकार,चोरी एवं पाप भाव उत्पन्न हो गये।जो कुछ लोगों ने इस पाप भाव को छोड़ दिया, जिन्होंने छोड़ (बाहा) दिया और वही बाहा या ब्राह्मण कहलाये. और जंगल मे रहने लगे। वहीं पर रहते थे, कोई भोजन नहीं बनाते थे, नगरो एवं राजधानियों मे जाकर भोजन मांग कर लाते थे और खाते थे तथा ध्यान करते थे. जिससे इनका दूसरा नाम ध्यायक पड़ा।उसी मे से कुछ लोग ध्यान नहीं करके ग्रामिणों के बीच घूमकर-घूमकर ग्रंथो को लिखते थे, तो नगर के निवासी कहते थे ध्यान नही करते-ध्यान नहीं करते! क्या करते हो? जिससे इनका तीसरा नाम अध्यायक पड़ा। 3-वैश्य(वैश,वैस) उन्ही पूर्व के प्राणियों में कितने मैथुन(संभोग) आदि क्रियाएं विभिन्न प्रकार के कार्यों में लग गये. मैथून कार्य करने के कारण वेश्यावृत्ति आदि कार्यों के अपभ्रंश से तथा वैश्य मंडल का अग्रण्य होने के कारण वैश्य कहलाये और तभी से इनका नाम वैश्य हुआ। 4-शूद्र (सूद्द)और जो अंत मे प्राणी बचे थे उनके आचार छूद्र वाले थे,छूद्र आचार-छूद्र व्यवहार करके शूद्र उत्पन्न हुए थे। समीक्षात्मक निष्कर्ष यही कहता है कि बुद्ध यदि मनु से पहले रहे होंगे तो वर्ण व्यवस्था के प निर्माता वही थे उन्होंने केवल चार ही नहीं छ वर्णों के होने का उल्लेख किया है. हमने आपको बुद्ध के वर्णव्यवस्था से केवल चार ही वर्णों का उल्लेख किया बाकी की जानकारी के लिए बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन करें,फिर हिंदुओं की सारी जातिवादी, वर्णव्यवस्था के सूत्रधार बौद्ध ही मिलेंगे,अंत मे एक बात और श्रमण केवल ब्राह्मण, क्षत्रिय ही बन सकते हैं। और बने है । शूद्रों का श्रमण बनने का अधिकार नहीं था!यह सभी बौद्ध ग्रंथों में आपको मिल जायेगा. इसका उदाहरण देख लिजिएगा 28 बुद्धों में सभी बुध्द केवल क्षत्रिय, ब्राह्मण ही बने है क्योंकि बुद्ध खुद क्षत्रिय वर्ण (खत्तिय वण) के थे. जो २२ प्रतिज्ञा लेकर खुद को नवबुद्धु बन रहे है उनको बौद्ध ग्रंथों को पढना चाहिए,ताकि पता चले की वह कुछ भी बन जायें लेकिन रहेंगे इक्ष्वाकुवंशीयों के आधीन ही,
बौद्ध धर्म में जितने भी बुद्ध हुवे सब ब्राह्मण और क्षत्रिय कुल में हुवे है- आज कल कुछ लोग अज्ञानतावश बौद्ध धम्म को दलितों का हितैषी समझने की भूल कर रहे है और धर्म बदल रहे है इन लोगो के ये जानकारी होना जरुरी है की बुद्ध के अनुसार बोधिसत्व कभी शूद्र कुल में पैदा नहीं होते- महाबोधिवंश के अनुसार 28 बार बुद्ध का जन्म हुवा है ब्राह्मण और क्षत्रिय कुल में और भविष्य में बुद्ध फिर से मैत्रेय (ब्राह्मण) नाम से जन्म लेंगे-:- 1-Trsnamkara Buddha ---- क्षत्रिय 2-Medhamkara Buddha ---क्षत्रिय 3-Śaranamkara Buddha ..ब्राह्मण 4-Dīpamkara Buddha ----ब्राह्मण 5-Kaundinya Buddha ---- क्षत्रिय 6-Mamgala Buddha ----- ब्राह्मण 7-Sumanas Buddha ------ क्षत्रिय 8-Raivata Buddha --------- ब्राह्मण 9-Sobhita Buddha ----------क्षत्रिय 10-Anomadassi Buddha--- ब्राह्मण 11-Padma Buddha-----------क्षत्रिय 12-Narada Buddha ----------क्षत्रिय 13-Padmottara Buddha---- क्षत्रिय 14-Sumedha Buddha -------क्षत्रिय 15-Sujata Buddha...............क्षत्रिय 16-Piyadassi Buddha ------ब्राह्मण 17-Atthadassi Buddha ----क्षत्रिय 18--Dhammadassi Buddha-क्षत्रिय 19-Siddhattha Buddha----- ब्राह्मण 20-Tisya Buddha --------- क्षत्रिय 21-Pusya Buddha -------- क्षत्रिय 22-Vipassi Buddha -------- क्षत्रिय 23-Sikhi Buddha ----------- क्षत्रिय 24-Visvabhu Buddha ----- क्षत्रिय 25-Krakucchanda Buddha-ब्राह्मण 26-Kanakamuni Buddha---ब्राह्मण 27-Kasyapa Buddha -------ब्राह्मण 28-Gautam Buddha -------क्षत्रिय 29-Maitreya Buddha ----- ब्राह्मण आप सोच रहे होंगे की बुद्ध केवल ब्राह्मण और क्षत्रिय कुल में ही क्यों पैदा होते है इसका जवाब हमें बौध्य ग्रन्थ ललितविस्तार से मिलता है-- बोधिसत्व हीनकुलो में ,चांडाल कुलो में ,रथकार कुलो में ,निषाद कुलो में उत्पन्न नही होते है ,किन्तु दो ही कुलो ब्राह्मण कुल और क्षत्रिय कुलो में ही होते है ,जब लोक में ब्राह्मणो का वर्चस्व हो तब ब्राहमण कुल में और जब क्षत्रियों का वर्चस्व हो तब क्षत्रियो कुल में उत्पन्न होते है | ” - ललितविस्तार ३/२६ (पृष्ठ ६०-६१ )
जय भीम जय समाजवाद। वकील साहब आपने जो भी कहा वह बिल्कुल सही कहा, हम आप के विचारों का समर्थन करते हैं। क्या रखा है कि यह मेरा समाज वह तेरा समाज , क्यों ना हम सब मिलकर एक मानव समाज बनाए। भिन्नता करनी है तो इंसान और जानवर में कर सकते हो, इंसान में नहीं। जय भीम जय समाजवाद।
वर्ण व्यवस्था में यादव कैसे छतरी है 1 ब्राह्मण-----------सामान्य 2 छत्रिय------------सामान्य 3 वैश्य--------------सामान्य 4 शूद्र -----------------पिछड़ा,दलित अब यादव जी अब आप बताइए किस युग में आप सम्मान कैटेगरी में आते थे, आप भ्रम में मत रहिए कि आप क्षत्रिय हैं, ब्राह्मणों ने हम क्षत्रियों को भी अपने सुरक्षा के लिए सम्मान कैटेगरी में रखा वरना हम भी दलित और शुद्र ही है जो भी इस देश का मूल निवासी है वह हिंदू धर्म के हिसाब से हम सब शुद्र है इसलिए जो धर्म मानव मानव में असमानता और बच नीच पैदा करता है ऐसे धर्म को लात मारना चाहिए,,
जो यादव अपने को क्षत्रिय बनना चाहता है वह मूर्ख है।उसे पता होना चाहिए कि ब्राह्मणों ने जातियां बना ई ।समाज को ऊं ची नीची जातियों में बांटकर और उन्हें ऐसे ही जैसे आप लोग आपस में लड़ रहे हैं ,इसी मकसद से वर्ण व्यवस्था स्थापित कर हम सभी पर ये राज्य कर रहे हैं। मनुष्य की एक ही जाति है ,मानव । जातियां जानवरों में होती है। आप दोनों से मेरा निवेदन है कि ब्राह्मणों द्वारा स्थापित व्यवस्था को प्रोमोट नकरके उसे ख़त्म करने की कोशिश कीजिए। धन्यवाद उर्मिला यादव।
मैं यादव हूं और मैं अपने आप को सिर्फ इंसान समझता हूं और रही बात वणोॅ की उसका मैं विरोध कर्ता हूं भारत में रहने वाले सभी एक समान हैं।बाबाजी भीमराव अम्बेडकर जी महान पुरुषों की कतार में आते हैं हम लोगों को उनका सम्मान करना चाहिए जय भीम जय भारत।
चर्चा ऐसी होनी चाहिए। तर्क़ और सत्य को जानने के बाद मानना चाहिए। दोनों को बहुत बहुत साधुवाद।यही भारत देश की प्राचीन परंपरा रही है।और विश्व गुरु बनने का यही कारण है। राजा मिनांडर और बौद्ध विद्वान (पहले ब्राह्मण थे) नागार्जुन की चर्चा की किताब "मिलींद प्रश्न" जरूर पढ़ना चाहिए।यह ग्रंथ दुनिया के लगभग सभी भाषाओं में प्रसिद्ध है।
दिमागी शुद्धिकरण कसरत के लिए बहुत अच्छा वीडियो है। मनुवादी विचारधारा के पोषक तत्वों को विनष्ट करने हेतु इस प्रकार के प्रयासों की शास्वत आवश्यकता है। बहुत बहुत साधुवाद
Bramhan he chhatri hai ,bramhan he vaishye hai brahan he shoodra . Bramhan shabd sanatan dharm ka comman shabd hai , Jaise buddh ko man ne wale bauddh kahe jaate hai , Vaise bramh ko man ne wale bramhan kahe jate hai .
वकील साहब आप ने डा0 बाबा साहब अंबेडकर और तथागत भगवान बुद्ध को बहुत ही सहज तरीके से समझाया इसलिए हम आपका बहुत बहुत साधुवाद करते है।। जय भीम जय भारत जय संविधान जय मूलनिवासी 🙏
Sahi baat hai
@ jis सविधान pr घमंड है मुस्लिम से दोस्ती और हिंदू से नफरत जिस दिन मुस्लिम के हाथ में शासन आ गया उस दिन तुम्हारा आंबेडकर का सविधान 🔥 सरिया बन जायगा और बुद्ध काफिर पकिस्तान और बंगलादेश दलित का क्या हॉल हो रहा h
वकील साहब आपको बहुत बहुत धन्यवाद
आपने बहुतअच्छी तरह तरह से अग्यानी पुरुष सही मार्ग बताया तधागत् गौतम बुद्ध की अनुकम्पा प्रदान हो
जय भीम नमो बुध्दाय् जय हिंद जय भारत
@@cutebabycowvlogs2059 मुस्लिम से ज्यादा बेईमान ब्रह्मावाद है, जो अपने धर्म मे रख कर निच कहता है और हमारा लक्ष्य है कि मनुवाद कि ब्यवस्था समाप्त करना, और ये हो कर रहेगा , रही बात सरिया कि तो इससे डर नही हम्मे इतनी ताकत है बुद्धि है l हम इंसान मे फर्क समझते हैं कि कौन सही और कौन गलत अभी तो हिन्दू धर्म ही गलत दिख रहा है l
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मैं ब्राम्हण हू मुझे
बाबासाहेब आंबेडकर पर गर्व है
फुले ,शाहू को नमन करता हु
इनकी वजह से ही
हिन्दु धर्म की अनिष्ट चालीरीती नष्ट हुई
देवदासी
सती
ब्रेस्ट प्रथा
श्रियों को शिक्षण मिलने ल
गा
सबको सम्मान मिला
इसलीये मैं
ब्राम्हण
होकर भी
फुले,शाहू,आंबेडकर
मरते दम तक मेरा आदर्श मानुन्गा
उनकी वजह से देश प्रगती कर रहा है...
जय भीम🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹
ये बेवकुफ ..हमारे सामने अच्छा बोलते है..और अपने आपस मे हमको गालीया निकालते है...
जातिवाद कब मिटाओगे...
आप जैसे ब्राह्मण समाज के ऐसे विचार को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ कि आप ने भारतीय कुरीतियों को पहचाना और उसे खत्म करने के पक्षधर है अगर कोई ब्राह्मण समाज इस सोच के समर्थन में आगे आता है तो ब्राह्मण और बाबा साहब अम्बेडकर में कोई विवाद नहीं है और हम एक दूसरे का सम्मान करे,
Kitna achha sabhi aap jaisa sochte jay Bhim👏👏
बहुत खूब सर आपने कैसे अंदाज में यादव जी को समझाया जय भीम जय संविधान बहुजन समाज
एडवोकेट जय भीम प्रकाश जी ने तर्कशील और सहजता से वार्तालाप करके दिल जीत लिया |
🙏🙏जय भीम नमो बुद्धाय🙏🙏
मैं यादव हूं मुझे गर्व है अंबेडकरवादी और एससी एसटी ओबीसी के अनेक महापुरुषों को नमन है मेरा।
जय नमो जय जय भीम
ये भारत और भारतवासियों के लिए अच्छी सोच है।जय बहुजन एकता।
Bhai aap yadav baadme ho pehele aap insan ho
बाबा साहेब चमार जाति के महापुरुष नहीं है बाबा साहेब जी यादव भाईयों के भी सबसे पहले है यादव भाईयों छाति ठोकर कहा करो बाबा साहेब यादव समाज धोबी वालमीकि चमार मेघवाल सभी भाईयों के महापुरुष है जी कयोकि बाबा साहेब कहते हैं मैं सभी मनुष्य मानवों को प्रेम करूँगा मैं किसी से नफरत नही करूँगा एस सी एस टी ओबीसी समाज को गर्व होना चाहिए ऐसे महापुरुष भारत में हुए है अगर अमेरिका में हो जाते तो भारत देश को बर्बाद कर देते ये जातिवाद की मानसिकता वाले जय भीम जय भारत
आरे मनूवादी म्रुखलोग भईमटए मत बोलो वो आपके सबसे पहिले ब्रहामनोके जीजाजी है ओर सब ब्रहामन हामारे समाज के साले हे और बाबासाहे आम्बेडकर सबके बाप है उनके जैसा हीरा आपके समाज में पैदा होता तो आप इतना ढेंढोरा पीट पीट के तूनतूना बजाते राम ने हामारे लिए कुछ नहीं किया तो सहाय राम को केंव मानें गे
बहुत बढ़िया तर्क शील में समझाया काश ये बात सभी के समझ में आ जाए तो कितना अच्छा लगता
जय भीम नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी🙏🙏
मेरी रोंगटे खड़े हो गए आपकी तार्किक बाते सुन के jay bhim namo buddhye
वकील साहब अपने बहुत ही सरल भाषा में समझाया है ये दुनिया के लिए बहुत बड़ी सिख है ऐसा वीडियो सभी को सुनना चाहिए
जय भीम जय संविधान
Jaibhimnamobudhaikitnaashansebataysahbjiaapkodjanybad❤❤❤❤❤
yes,very nice explaned
10 मिनट में धर्म समझा दिया। बड़ी आसानी से।
ग्रेट सर जय भीम
अगर बाबा साहब अछूत जाति मे पैदा न होकर दूसरी जाति मे पैदा होते तो यही लोग बाबा साहब को सिर आँखों पर बिठाते और इनको भगवान मानते | जय भीम |
राईट
😂😅😊😢👍
कुछ छुपाए बिना राईट कहा।
Brahma ke roop bna dete 😂😂😂
Bus yahi baat hai
Ye log ki
इतनी सरलता से समझाने के लिये तह दिल से जय भीम. नमो बुद्धाय.
Tu lauda yadav tum bhimte ho bhosdi wala title change karake bat karata hai
साहब आपकी बाते बहुत सरलता से समझ मे आती है,आपका जन जागृति मिशन बहुत पसंद आया 🙏🙏 जय भीम,जय संविधान,जय मूल निवासी,
तो बाबा साहब को अपना असली मसीहा मानते उन्होंने हक और अधिकार दिए संविधान बहुत बड़ी ताकत मिली हमारे लोग ऊंचे ऊंचे पदों पर पहुंचे
जय bhimta जय चिमटा,
अब मुंह में ले लो
Fir yadav hi up me sudro ki sabse jyada kutai karte he brahman up me sudro ki kutai kabhi nahi karte
Yadav bhi shudra hi h because na to brahman h ,na kshatriya h aur na hi vahsya h. Inke alawa Jo bache vo shudra h. To shudra hi shurdo pr atyachar krta aa rha h
क्या बात है सर आप अपने हिसाब से बहुजन समाज को जय भीम सभी कार्य करवाया आपका लाख-लाख धन्यवाद और शैलेंद्र जी भी खूब अच्छी तरह से बात की है उनको भी जय भीम
जय भीम जय संविधान जय मुलनिवासि नमः बुद्धाय
बहुत सुंदर वार्तालाप आप दोनों महानुभावों का सुना भगवान बुद्ध को का संदर्भ भी बहुत कुशलता से दिया लेकिन मित्रों मनोवृति में परिवर्तन होना ही बुद्धत्व की तरफ जाना है मेरा यह मानना है।
आज कल ग़लत स्टोरी की मौसम बढ़ रही है।इतना तो बाढ का कहर भी नहीं था।
जय टभीया राठौर,जय वेलनाथ,जय बुद्ध।
पिछले ३०० वषों में सबसे विद्वान व्यक्ति डॉ बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर है:कोलम्बिया युनिवर्सिटी।
जय भीम जय संविधान बाबा साहेब अम्बेडकर अमर रहे
I am ambedkarwadi salute his sir
Sharmagi aap ki pol khul
Aap s me ladate ho
Or pakad me nahi aate ho
Ab kha 🙏❤️🙏 jaoge
1954 ki karuna yadav kon h Google mahasay se puchna
Ye bhimte hai yadav nahi
Pahle tum yadav to ek ho jao koi dalit to koi shudra to koi kstrya bnte ho
@@jethusingh9335 yadav humesha se Krishna wadi rahe or rahenge tum agar Janana hai apne aas pados ke yadavo se mile to tumhe khud pata chal jayega RUclips par bhimte nakli I'd banakar propoganda chala rahe hai
मैं अशोक यादव मुझे गर्व है कि मैं अंबेडकरवादी भगवान बुद्ध को मानने वाले हैं 🇮🇳🇮🇳💪💪
जय भीम गर्व से कहो हम अम्बेडकर वादी है।
वकील साहब अच्छी प्रस्तुति है। जय संविधान
Yadav ji ko Bata do shhatriy banana ke liye pandit ji muhar lagvayen .yadi pandit ji shastra Kah dega tab shhatriy ki shartifiket milegi. Anyatha mukh se kuchh bhi Kah lo shudra hi ho.
जय भारत जय भीम जय संविधान
जय bhimta जय चिमटा,
अब मुंह में ले लो
Jai yadav Jai madhav Jai shri krishna to bhimte hai
Sabse jyada sudro ki pitai up me yadav hi karte he
@@sidddd23 tu lau da hai bs dk
@@sidddd23kalpanik kahani hai 😂😂
वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था को खत्म करके हम समानांतर खड़े हो सकते हैं।जय भीम, नमो बुद्धाय
एडवोकेट जय भीम प्रकाश बाबूजी आपको बहुत बहुत साधुवाद, जय भीम नमो बुद्धाय, धम्म प्रभात, जय संविधान, बहुत सुंदर शब्दों में समझाने की कोशिश की है बाबूजी आपने, तथागत गौतम बुद्ध जी की करुणा सदैव आप सपरिवार के साथ बनायें रखें, 🙏🙏✍️🌻💐🌺🌹🌼🏵️🌸🌺🌼💐
एडवोकेट साहब आप को जय भीम नमो बुद्धाय
मैं जाति धोबी हूं पर मैं हिंदुस्तानी हूं सविधान पर गर्व करता हूं जय भीम नमो बुद्धाय
Bhartee ho, 🎉Hindu nhi.
में भी धोबी हु पर में श्रीराम का भक्त हु अपने भगवान को ही भगवान मानता हूं💯🚩
❤❤❤❤❤
भाई तुम पढ़े लिखे हो या नहीं तुम हिंदुस्तानी नहीं भारतीय हो
वेदव्यास ने महा भारत लिखा था।
स्वामी नारायण ने शिक्षा पत्री लिखी थी।
गोंडल स्टेट के सर भगवत सिंहजी ने भगवद गौ मंडल लिखा था।
डाक्टर आंबेडकर ने संविधान लिखा था।
इसीलिए यह चारों महान थे।
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤
सम्मानित एडवोकेट जय भीम प्रकाश जी आप को सादर सैल्यूट सादर जय भीम जय मूलनिवासी जय संविधान जय बिरसा जय कांशीराम जय ज्योतिबा जय अशोक महान।
एड, जय भीम प्रकाश सर आपको सादर जय भीम नमो बुद्धाय अच्छी जानकारी प्रसारित किया है आपको दिल से शुक्रिया जय भीम
सर जी सीधी सी बात है हिंदू धर्म में
चार वर्ण है ठाकुर ,बामन,वैश्य ,और शूद्र,
अब यादव जी से पूछे यह कौन से वर्ण में आते हैं
अरे भाई ठाकुर ,बामन, वैश्य,
तीन जातियों को छोड़कर सब शुद्र तो है
शूद्र वर्ण में 6743 जाती हैं ठीक है 👍
बौद्ध ग्रंथों के अनुसार चार वर्णों की उत्पत्ति, मनुस्मृति या बुधस्मृति?𝗢𝗿𝗶𝗴𝗶𝗻 𝗼𝗳 𝗳𝗼𝘂𝗿 𝗩𝗮𝗿𝗻𝗮𝘀 𝗮𝗰𝗰𝗼𝗿𝗱𝗶𝗻𝗴 𝘁𝗼 𝗕𝘂𝗱𝗱𝗵𝗶𝘀𝘁 𝘁𝗲𝘅𝘁𝘀, 𝗠𝗮𝗻𝘂𝘀𝗺𝗿𝗶𝘁𝗶 𝗼𝗿 𝗕𝘂𝗱𝗵𝗮𝘀𝗺𝗿𝗶𝘁𝗶❓
बुध्द ने चार वर्णों की उत्पत्ति तथा उनके कर्मों की व्याख्या बौद्ध ग्रंथ पाली के तिपिटक के दीर्घनिकाय मे किया है.
बुध्द ने पहले चार वर्णों में पहले क्षत्रिय, दूसरे ब्राह्मण तथा तीसरे वैश्य एवं चौथे शूद्र के अतिरिक्त दो और वर्णों का उल्लेख किया है जिनका नाम .? श्रमण एवं चांडाल है.
लेकिन हम यहां बुद्ध स्मृति के अनुसार प्रथम चार वर्णों का उल्लेख करेंगे और बुध्द के अनुसार उनकी उत्पत्ति का भी.
1- क्षत्रिय(खत्तिय),(महासमत) या राजा(रज्ज).बुध्द कहते है कि महाजनों द्वारा सम्मत होने से उनका नाम पहले महासम्मत पड़ा. क्षेत्रों(खेतों) का अधिपति होने से दूसरा नाम क्षत्रिय(खत्तिय) पड़ा, धर्म से दूसरे लोगों का रज्जन करता था इसलिए उसका एक नाम और रज्जन अर्थात राजा पड़ा।इस तरह मंडल का पुराने अग्रण्य अच्छर से क्षत्रिय का निर्माण हुआ।धर्म मे क्षत्रिय ही श्रेष्ठ है इस धर्म भी पुनर्जन्म मे भी.
2-ब्राह्मण(ब्रमण,बमन,बाभन)आदि जब पूर्व के लोगों में श्रेष्ठता को लेकर किसी-किसी के मन मे अहंकार,चोरी एवं पाप भाव उत्पन्न हो गये।जो कुछ लोगों ने इस पाप भाव को छोड़ दिया, जिन्होंने छोड़ (बाहा) दिया और वही बाहा या ब्राह्मण कहलाये. और जंगल मे रहने लगे। वहीं पर रहते थे, कोई भोजन नहीं बनाते थे, नगरो एवं राजधानियों मे जाकर भोजन मांग कर लाते थे और खाते थे तथा ध्यान करते थे. जिससे इनका दूसरा नाम ध्यायक पड़ा।उसी मे से कुछ लोग ध्यान नहीं करके ग्रामिणों के बीच घूमकर-घूमकर ग्रंथो को लिखते थे, तो नगर के निवासी कहते थे ध्यान नही करते-ध्यान नहीं करते! क्या करते हो? जिससे इनका तीसरा नाम अध्यायक पड़ा।
3-वैश्य(वैश,वैस) उन्ही पूर्व के प्राणियों में कितने मैथुन(संभोग) आदि क्रियाएं विभिन्न प्रकार के कार्यों में लग गये. मैथून कार्य करने के कारण वेश्यावृत्ति आदि कार्यों के अपभ्रंश से तथा वैश्य मंडल का अग्रण्य होने के कारण वैश्य कहलाये और तभी से इनका नाम वैश्य हुआ।
4-शूद्र (सूद्द)और जो अंत मे प्राणी बचे थे उनके आचार छूद्र वाले थे,छूद्र आचार-छूद्र व्यवहार करके शूद्र उत्पन्न हुए थे।
समीक्षात्मक निष्कर्ष यही कहता है कि बुद्ध यदि मनु से पहले रहे होंगे तो वर्ण व्यवस्था के प निर्माता वही थे उन्होंने केवल चार ही नहीं छ वर्णों के होने का उल्लेख किया है. हमने आपको बुद्ध के वर्णव्यवस्था से केवल चार ही वर्णों का उल्लेख किया बाकी की जानकारी के लिए बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन करें,फिर हिंदुओं की सारी जातिवादी, वर्णव्यवस्था के सूत्रधार बौद्ध ही मिलेंगे,अंत मे एक बात और श्रमण केवल ब्राह्मण, क्षत्रिय ही बन सकते हैं। और बने है । शूद्रों का श्रमण बनने का अधिकार नहीं था!यह सभी बौद्ध ग्रंथों में आपको मिल जायेगा.
इसका उदाहरण देख लिजिएगा 28 बुद्धों में सभी बुध्द केवल क्षत्रिय, ब्राह्मण ही बने है क्योंकि बुद्ध खुद क्षत्रिय वर्ण (खत्तिय वण) के थे. जो २२ प्रतिज्ञा लेकर खुद को नवबुद्धु बन रहे है उनको बौद्ध ग्रंथों को पढना चाहिए,ताकि पता चले की वह कुछ भी बन जायें लेकिन रहेंगे इक्ष्वाकुवंशीयों के आधीन ही,
बौद्ध धर्म में जितने भी बुद्ध हुवे सब ब्राह्मण और क्षत्रिय कुल में हुवे है-
आज कल कुछ लोग अज्ञानतावश बौद्ध धम्म को दलितों का हितैषी समझने की भूल कर रहे है और धर्म बदल रहे है इन लोगो के ये जानकारी होना जरुरी है की बुद्ध के अनुसार बोधिसत्व कभी शूद्र कुल में पैदा नहीं होते-
महाबोधिवंश के अनुसार 28 बार बुद्ध का जन्म हुवा है ब्राह्मण और क्षत्रिय कुल में और भविष्य में बुद्ध फिर से मैत्रेय (ब्राह्मण) नाम से जन्म लेंगे-:-
1-Trsnamkara Buddha ---- क्षत्रिय
2-Medhamkara Buddha ---क्षत्रिय
3-Śaranamkara Buddha ..ब्राह्मण
4-Dīpamkara Buddha ----ब्राह्मण
5-Kaundinya Buddha ---- क्षत्रिय
6-Mamgala Buddha ----- ब्राह्मण
7-Sumanas Buddha ------ क्षत्रिय
8-Raivata Buddha --------- ब्राह्मण
9-Sobhita Buddha ----------क्षत्रिय
10-Anomadassi Buddha--- ब्राह्मण
11-Padma Buddha-----------क्षत्रिय
12-Narada Buddha ----------क्षत्रिय
13-Padmottara Buddha---- क्षत्रिय
14-Sumedha Buddha -------क्षत्रिय
15-Sujata Buddha...............क्षत्रिय
16-Piyadassi Buddha ------ब्राह्मण
17-Atthadassi Buddha ----क्षत्रिय
18--Dhammadassi Buddha-क्षत्रिय
19-Siddhattha Buddha----- ब्राह्मण
20-Tisya Buddha --------- क्षत्रिय
21-Pusya Buddha -------- क्षत्रिय
22-Vipassi Buddha -------- क्षत्रिय
23-Sikhi Buddha ----------- क्षत्रिय
24-Visvabhu Buddha ----- क्षत्रिय
25-Krakucchanda Buddha-ब्राह्मण
26-Kanakamuni Buddha---ब्राह्मण
27-Kasyapa Buddha -------ब्राह्मण
28-Gautam Buddha -------क्षत्रिय
29-Maitreya Buddha ----- ब्राह्मण
आप सोच रहे होंगे की बुद्ध केवल ब्राह्मण और क्षत्रिय कुल में ही क्यों पैदा होते है इसका जवाब हमें बौध्य ग्रन्थ ललितविस्तार से मिलता है--
बोधिसत्व हीनकुलो में ,चांडाल कुलो में ,रथकार कुलो में ,निषाद कुलो में उत्पन्न नही होते है ,किन्तु दो ही कुलो ब्राह्मण कुल और क्षत्रिय कुलो में ही होते है ,जब लोक में ब्राह्मणो का वर्चस्व हो तब ब्राहमण कुल में और जब क्षत्रियों का वर्चस्व हो तब क्षत्रियो कुल में उत्पन्न होते है | ”
- ललितविस्तार ३/२६ (पृष्ठ ६०-६१ )
neelta buddh ya baudh dhamm guru Lama nahin bana aur nahin ban sakta hai
बौद्ध धर्म के अनुसार यादव कुर्मी मौर्य क्षत्रिय हैं ।
@@Nsingh9583 buddh kshatriya rajput Shakya इक्ष्वाकु vansh ka hai
Namo buddhay jai bhim sir ji
जय भीम नमो बुद्धाय
जय भीम जय मूलनिवासी जय बहुजन समाज
माशाअल्लाह जय भीम जेयपरकाश
जय भीम जय समाजवाद। वकील साहब आपने जो भी कहा वह बिल्कुल सही कहा, हम आप के विचारों का समर्थन करते हैं। क्या रखा है कि यह मेरा समाज वह तेरा समाज , क्यों ना हम सब मिलकर एक मानव समाज बनाए। भिन्नता करनी है तो इंसान और जानवर में कर सकते हो, इंसान में नहीं। जय भीम जय समाजवाद।
नमो बुद्धाय जय भीम जय संविधान डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर महान ते महान है और महान रहेंगे
जय भीम जय संविधान।
वर्ण व्यवस्था में यादव कैसे छतरी है
1 ब्राह्मण-----------सामान्य
2 छत्रिय------------सामान्य
3 वैश्य--------------सामान्य
4 शूद्र -----------------पिछड़ा,दलित
अब यादव जी अब आप बताइए किस युग में आप सम्मान कैटेगरी में आते थे, आप भ्रम में मत रहिए कि आप क्षत्रिय हैं, ब्राह्मणों ने हम क्षत्रियों को भी अपने सुरक्षा के लिए सम्मान कैटेगरी में रखा वरना हम भी दलित और शुद्र ही है जो भी इस देश का मूल निवासी है वह हिंदू धर्म के हिसाब से हम सब शुद्र है इसलिए जो धर्म मानव मानव में असमानता और बच नीच पैदा करता है ऐसे धर्म को लात मारना चाहिए,,
बहुत अच्छी बात लिखी आपने
Bilkul sahi likha masha Allah
जय bhimta जय चिमटा,
अब मुंह में ले लो
Me apse shmat hu Sar ji
यादव कृष्णा का वंशज है और सनातन धर्म से है किस धर्म में असमानता nhi hai बताना दुनिया का कोई धर्म के बारे में reply dena कोई
🙏 जय भीम जय संविधान जय भारत 🙏
डॉक्टर भीमराव साहेब अमर रहे❤️🙏🙏🙏
गुड भाई सही बात किया जय भीम जय नमो बुद्ध
सभी दबे कुचले शोषित भारतीयों की केवल एक ही आवाज़ हैं,
🇮🇳✍️भारतरत्न डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी!✍️🇮🇳
Advocate साहब जी बहुत सुन्दर दिमाग के पटल खोलने के लिए. सहजता के साथ ये विशेषता से अति उत्तम.
आप बहुत ग्रेट हैं सर जो कि एक छतरी साहब को आपने जय भीम भी भुला दिया।
जयभीम नमो बुद्धाय
वकील साहब यह लोग सब को जानते मगर जानकर भी अनजान बनते हैं पता नहीं ऐसा क्यों करते जय भीम जय संविधान
Thanks Brothers namaste
The great Babasaheb ko shat ,shat Naman ❤
बहौत ही अच्छी तरह से आपने समझाया सर,
आपको सैल्यूट सर,
जय भीम, जय भारत,
Very good Namo Budhay Jai Bhim Jai mulniwasi Jai sambidhan
मै खुद यादव हूँ और मुझे गर्व है अंबेडकर पर
Bhimta madrcho
@@sambhuyadav409 हाँ मैं हुँ भिमता अहीर और कुछ?
तुम भी भीमता बनोगे हिंदू राष्ट्र बन जाने दो बस
जो यादव अपने को क्षत्रिय बनना चाहता है वह मूर्ख है।उसे पता होना चाहिए कि ब्राह्मणों ने जातियां बना ई ।समाज को ऊं ची नीची जातियों में बांटकर और उन्हें ऐसे ही जैसे आप लोग आपस में लड़ रहे हैं
,इसी मकसद से वर्ण व्यवस्था स्थापित कर हम सभी पर ये राज्य कर रहे हैं। मनुष्य की एक ही जाति है ,मानव । जातियां जानवरों में होती है।
आप दोनों से मेरा निवेदन है कि ब्राह्मणों द्वारा स्थापित व्यवस्था को प्रोमोट नकरके उसे ख़त्म करने की कोशिश कीजिए। धन्यवाद
उर्मिला यादव।
@@gamingfever7134 बहन जी इन लोगों को कुछ समझ मे ही नही आ रहा है हमारे साथ खेल क्या हो रहा है!
You are great ❤️
साहेब मी महाराष्ट्र तुन आहे . खुप साहेब चांगल्या शब्दात डॉ . बाबा साहेबांनच वर्णन समजावून सांगितल धन्यवाद
Best debate इतना सटीक मार्मिक शालीन बौद्धिक तर्क एक अंबेडकर वादी या बौद्धिक विचारक ही रख सकता है।
एडवोकेट जी सर जय भिम जय संविधान जय भारत सर आप सही बोल रहे हैं Very nice
जय भीम जय संविधान
प्रकाश सर आप महान हो जय भीम सर
Jaibhim Aasha wankhadeji .
Jay Bhim Jay Bharat namo buddhay Jay Samvidhan Jay bahujan samaj
BHUT HI BADIYA VICHAR AAP KE BAKIL SAHAB G AAP GRED HAI
JAY BHEEM JAY SABIDHAN JAY BHARAT SPS MORADABAD
SUPER MOJ KAR DI ADVOKED G AAP NE
AAP SAISE LOGO KI HI JARURAT HAI INDIA KO
JAY BHEEM JAY SABIDHAN JAY BHARAT SPS MORADABAD
बहुत अच्छी बात कही है सर जय भिम🙏🏼
Jay Bheem sir ge
🙏🙏🙏जयभीम नमो बुद्धाय जय सविधान
शैलेंद्र यादव जी ने पूर्ण बातको श्रौतापण अवस्था को जाना इससे अज्ञान का परदा हटा इससे घ्रूणा का भाव हटा दूनिया मे यही उत्तम मंगल हो!
जानकारी के अभाव में लोग कुछ गलत बोल जाते हैं।
प्रकाश जी जीत गए❤प्रकाश जी के विचार बहुत अच्छे है
इन्सान को इस तरह समजाया जायेगा तो
इंसानियत की जीत पक्की है
बहूत ही तार्किक बाते, दोनो का संवाद आछा लगा, JAIBHEEM PRAKASH JI
पूरी दुनिया-भर में बाबा साहब के बराबर दुसरा व्यक्ति ढुढंने से भी नही मिलेगा
शूद्र तो यादव भी है ये चतुर्थ वर्ण मे ही आते है जय भीम
Bhimta madrcho
Yadav kshatri hai no doubt.
yaduvanshi शूद्र nhi ho सकता क्योंकि jis समय में क्षत्रिय राजा होता था yaduvansi v Raja hota tha raja जरासंग , कंस और v बहुत
Bhag sale be soodra bata raha h md 👿
@@gamar__yt6991 gjb 👍👍👍
बेहतर डिबेट दोनो साथियों को धन्यवाद
Jai Bhim Namo Buddhay Jai samvidhan
एडवोकेट साहब जी जय भीम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बहुत बहुत धन्यावाद जय भीम जय संविधान
मैं यादव हूं और मैं अपने आप को सिर्फ इंसान समझता हूं और रही बात वणोॅ की उसका मैं विरोध कर्ता हूं भारत में रहने वाले सभी एक समान हैं।बाबाजी भीमराव अम्बेडकर जी महान पुरुषों की कतार में आते हैं हम लोगों को उनका सम्मान करना चाहिए जय भीम जय भारत।
क्रांतिकारी जय भीम जय संविधान नमो बुद्धाय भीम आर्मी जिंदाबाद बहुजन समाज जिंदाबाद
Well done bhim Prakash sir
Jay bhim namo budhay Bahut achha Dived thanks
जय भीम बुद्धाय नमः मैं माइक में लगाकर जनता को जागरुक करना चाहते हैं
Bahot khub parkash sir
आप एक श्रेष्ठ वकील के साथ श्रेष्ठ इन्सान है आप का कार्य सराहनीय है आप के बातों को सुनने बात बहुत कुछ सीखा है
Vakil sahab aapko Mera Dil se pranam.aapke samazdari tarike se na samaz ko samazdar banaya.i salut you sir.
जय भीम नमो बौद्ध
Babasahab ko Mera koti koti pranam.
Very nice Sir ADV Ji 🙏🙏 OBC samaj jagna bahut Jaruri hai Jai Bhim Jai mulnivasi 👍👍
चर्चा ऐसी होनी चाहिए। तर्क़ और सत्य को जानने के बाद मानना चाहिए। दोनों को बहुत बहुत साधुवाद।यही भारत देश की प्राचीन परंपरा रही है।और विश्व गुरु बनने का यही कारण है।
राजा मिनांडर और बौद्ध विद्वान (पहले ब्राह्मण थे) नागार्जुन की चर्चा की किताब "मिलींद प्रश्न" जरूर पढ़ना चाहिए।यह ग्रंथ दुनिया के लगभग सभी भाषाओं में प्रसिद्ध है।
वकील साहब आपने बहुत ही अच्छा समझाया
Bahot bahot dhanyawad sir Jai bhim jai bharat jai sambhidhaan namoh budhhay jai bhim
Jai Bheem Sir🙏
बहुत ही बेस्ट है आपका समझाने का तरीका है मुझे sir आपके उपर आपकी समझाने की सोच की बात को सुनकर आपके उपर गर्व होता है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
दिमागी शुद्धिकरण कसरत के लिए बहुत अच्छा वीडियो है। मनुवादी विचारधारा के पोषक तत्वों को विनष्ट करने हेतु इस प्रकार के प्रयासों की शास्वत आवश्यकता है। बहुत बहुत साधुवाद
JayBhim NamoBudha JaySavidhan JayBharat 🌻🌻🌻🙏🙏🙏
इन यादव जी को अभी यह नहीं मालूम शुद्र किसे कहते हैं हम बता रहे हैं अहीर से लेकर मुसहर तक जो भी हैं सभी शुद्र हैं
शिक्षा कि कमी के कारण शलेन्द्र यादव जी अपने को छत्रिय बता रहे हैं
आपकी बात 100% सत्य है ,ये बहुजन लोगों को समझने की जरूरत है,
बहुतों को गलतफहमी है की वो क्षत्रिय हैं। एक तो अपने आप को वैश्य बताता है।
Right chacha ji
Bramhan he chhatri hai ,bramhan he vaishye hai brahan he shoodra .
Bramhan shabd sanatan dharm ka comman shabd hai ,
Jaise buddh ko man ne wale bauddh kahe jaate hai ,
Vaise bramh ko man ne wale bramhan kahe jate hai .
Very great sir, 100 baar salute aapko you are great👍
वकील साहब वन्डरफुल (सराहनीय) वक्तव्य दिया। सैल्यूट आपको।
Dhairya se sunne ke liye Yadav ji ko bahut bahut badhai.
जयभीम नमो बुद्धाय 🌹🙏
Nice discussion by both of you.
जय भारत जय भीम जय मूलनिवासी जय बुधाय नमः
Great advocate sahab ji. जय भीम जी
jai bhim Adv..sahab very good
वकील साहब जय भीम नमो बुधौय
आप ने बहुत ही अच्छा समझाया
जय भीम नमो बुद्धाय🙏🙏🙏🙏
Salute advocate sahab Jai bhim
मानव-मानव एक समान,न कोई छोटा न कोई बड़ा।
Jay Bheem Jay Bharat Namo buddhay Namah