मुझे ऐसे नाटक बिल्कुल पसंद नहीं आते जिसमें पूरा सीरियल किसी एक की मनमानी। में गुजार देते है और अंत में वो हठधर्मी माफी मांग लेता है, 40 मिनट की वीडियो में 35 मिनट तक किसी की गुंडा गर्दी तथा अंत के सीन में जब वो गुंडा माफी मांग लेता है तो उसे तुरंत माफ करके नाटक का अंत दिखा देते है, ये नाटक के साथ अन्याय है, उस गुंडागर्दी करने वाले की भी तडपन का बार बार अहसास दिलाना चाहिए, उसे उसी की भाषा में बार बार नीचा दिखाया जाना चाहिए ताकि वो जो माफी मांगे वो हालत देख कर माफी मांगने के स्थान पर सच्चे दिल से माफी मांगे, हर सीन में उसे पश्चाताप करते दिखाया जाना चाहिए
मुझे ऐसे नाटक बिल्कुल पसंद नहीं आते जिसमें पूरा सीरियल किसी एक की मनमानी। में गुजार देते है और अंत में वो हठधर्मी माफी मांग लेता है, 40 मिनट की वीडियो में 35 मिनट तक किसी की गुंडा गर्दी तथा अंत के सीन में जब वो गुंडा माफी मांग लेता है तो उसे तुरंत माफ करके नाटक का अंत दिखा देते है, ये नाटक के साथ अन्याय है, उस गुंडागर्दी करने वाले की भी तडपन का बार बार अहसास दिलाना चाहिए, उसे उसी की भाषा में बार बार नीचा दिखाया जाना चाहिए ताकि वो जो माफी मांगे वो हालत देख कर माफी मांगने के स्थान पर सच्चे दिल से माफी मांगे, हर सीन में उसे पश्चाताप करते दिखाया जाना चाहिए