वासना और धर्म का द्वंद्व - च्यवन ऋषि, अश्विनिकुमारों और ऋषिपत्नी की अनूठी कहानी - देवी भागवत पुराण
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- Опубликовано: 4 ноя 2024
- महाराज इक्ष्वाकु के भाई महाराज शर्याति की पुत्री सुकन्या थी जिसने भूलवस च्यवन ऋषि की आंखें खराब दी थी। इसी बीच च्यवन ऋषि का विवाह सुकन्या से हो गया जो उनसे आधी उम्र से भी कम थी। इसी उम्र के फासले को निशाना बनाकर सूर्य पुत्र अश्विनीकुमार सुकन्या को अपने साथ सम्भोग करने का प्रस्ताव देते हैं और फिर कथा एक रोचक मोड़ लेती हुई इंद्र के अहंकार तक पहुंच जाती है।
Wife of Chyavan Rishi and Ashwini Kumar
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