❤❤ गीता और वेद पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंदको जानने के लिए थक गए हैं और गीता भी थक गई है। तू रामपाल वेदों से गीता से किसकी पहचान कर रहा है इसका उत्तर चाहिए। वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।। गीता को पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के परमधाम की अर्थात सतगुरु के देश की गम नहीं है तो रामपाल गीता से किसकी गम दे रहा है इसका उत्तर दो नहीं तो यह ढकोचला है और पाखंड वाद है। अंधों में काना सरदार वाली बात है।
🙏🙏🙏
❤❤ गीता और वेद पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंदको जानने के लिए थक गए हैं और गीता भी थक गई है। तू रामपाल वेदों से गीता से किसकी पहचान कर रहा है इसका उत्तर चाहिए।
वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।
गीता को पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के परमधाम की अर्थात सतगुरु के देश की गम नहीं है तो रामपाल गीता से किसकी गम दे रहा है इसका उत्तर दो नहीं तो यह ढकोचला है और पाखंड वाद है। अंधों में काना सरदार वाली बात है।