ज्वालामुखी स्तुति छंद नमस्ते भवानी प्रपाठ- डॉ. गजादान चारण 'शक्तिसुत' रचना - कविवर चन्द्रबरदाई

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  • Опубликовано: 6 янв 2025

Комментарии •

  • @shyamsunder7407
    @shyamsunder7407 Год назад +1

    जय हो मां ज्वाला सदा तेरी जय हो

  • @b.s.d.ghdhvivipsura1669
    @b.s.d.ghdhvivipsura1669 2 года назад +1

    वा कविराज
    जय हो मां 🙏🚩❤️

  • @thansinghrao3679
    @thansinghrao3679 10 месяцев назад +1

    बहुत सुंदर बाहरठ जी 🙏😇

  • @Techclub1996
    @Techclub1996 Год назад +1

    ऐसी अनखोखी स्तुति को लयमय गायन करने के लिए कोटि कोटि प्रणाम

  • @shambhusinghchauhan7654
    @shambhusinghchauhan7654 Год назад +1

    नमोह

  • @jeevanDanCharan
    @jeevanDanCharan Год назад +2

    बहुत बहुत सुन्दर🌟 🔥👍

  • @mukeshkumarbarwar8958
    @mukeshkumarbarwar8958 3 года назад +1

    बहुत ही शानदार गुरु जी.... मां भवानी की कृपा सदैव आप पर बनी रहे.....!

  • @richhpalrajwadiofficial1909
    @richhpalrajwadiofficial1909 2 года назад +1

    बहुत खूब छंद वाचन हुकुम

  • @हरीशजाखड़-ट1ङ
    @हरीशजाखड़-ट1ङ 3 года назад +1

    बहुत सुंदर गुरुजी।
    प्रणाम गुरुजी 🙏🙏

  • @Sunil_lodsar
    @Sunil_lodsar 3 года назад +1

    Bahut hi shandaar guruji 🙏🙏🙏🙏

  • @jeparam550
    @jeparam550 3 года назад +2

    " पगड़ी"
    आपनी है सम्मान पगड़ी
    राजस्थान की शान पगड़ी
    अपनो का सम्मान पगड़ी
    अपनो को उपहार पगड़ी
    जीवन की आधार पगड़ी
    जीवन के भी साथ पगड़ी
    अपनत्व का एहसास पगड़ी
    स्वाभिमान की शुरुआत पगड़ी
    रौबिला अन्दाज की पहचान
    पगड़ी
    वीरों का सम्मान है पगड़ी
    गीता में उल्लेख है पगड़ी
    शहीदों की शान पगड़ी
    खटकने का नाम है पगड़ी
    पहनने में समान पगड़ी
    रक्षा हेतु आगे थी पगड़ी
    प्रताप का मान थी पगड़ी
    राजस्थान की आन बान शान पगड़ी
    कवियों की कल्पना है पगड़ी
    पहनने वालों का ताज पगड़ी
    भाई-चारे की पहचान है पगड़ी
    ऊँच- नीच का समान है पगड़ी
    युद्ध भुमि में आगे थी पगड़ी
    अमरत्व की पहचान है पगड़ी
    मुर्ख के है कुछ न पगड़ी
    जेपाराम ने लिखी है पगड़ी
    राजस्थान की पहचान है पगड़ी
    आह! म्हारे राजस्थान री पगड़ी
    जेपाराम कारटिया
    राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाड़मेर

  • @sukhdevsandu6856
    @sukhdevsandu6856 4 месяца назад

    nice

  • @lokeshsharma5218
    @lokeshsharma5218 3 года назад +2

    प्रणाम गुरुजी

  • @satyapalsanduofficial6567
    @satyapalsanduofficial6567 3 года назад +1

    शानदार छन्द सा.......

  • @ramniwasprajapat6287
    @ramniwasprajapat6287 3 года назад +1

    जय माता जी 🙏🙏

  • @deepsinghbhati287
    @deepsinghbhati287 3 года назад +1

    बहुत सुंदर, धन्य हो कविश्रेष्ट। चैनल की बधाई ❤️🙏🙏

  • @gorudansandu5933
    @gorudansandu5933 3 года назад +1

    खमा खमा

  • @SurendraSinghRatnu
    @SurendraSinghRatnu 3 года назад +1

    बहुत सुंदर

  • @mahipalcharan5992
    @mahipalcharan5992 3 года назад +1

    जय माता जी की

  • @parasaidana8780
    @parasaidana8780 3 года назад +1

    रसवंती एवं प्राणवंती स्तुति है, जो पाठकों/श्रावकों को ऊर्जस्वित करती है ।
    आपको चैनल की अपरिमित बधाई!
    एक अनुरोध -
    करी विनती प्रेम सो भट्ट चंदं !
    पढ़ंते सुनंते मिटे काल फंदं !!
    (यह पाठांतर देख लिरावें)
    भाट के स्थान पर भट्ट है हुकम!
    🙏🙏

    • @gajadancharanshaktisut6806
      @gajadancharanshaktisut6806  3 года назад

      सादर आभार हुकुम। आपके आदेश के अनुसार खोज करता हूँ

  • @vijaylaxmicharan9073
    @vijaylaxmicharan9073 3 года назад +2

    🙏

  • @kkkatariya6043
    @kkkatariya6043 3 года назад +1

    🙏🙏🙏

  • @ravikantchemistrypoint6200
    @ravikantchemistrypoint6200 3 года назад +1

    जय मां 🙏

  • @balveersingh6220
    @balveersingh6220 3 года назад +1

    Jai maa karni

  • @jeparam550
    @jeparam550 3 года назад +1

    प्रतिक्रिया जरूर दै कवि राज

  • @ramu_nayak_9625
    @ramu_nayak_9625 3 года назад +1

    Jay mataji ki sa

  • @sumerdeval6817
    @sumerdeval6817 3 года назад +1

    बहुत अच्छी पहल

  • @nks60
    @nks60 10 месяцев назад +1

    यह ईश्वरदास रचित देवीयाण है उसकी नकल करके अच्छा छंद रचा है

  • @sonaramjatbarmer6490
    @sonaramjatbarmer6490 Год назад +1

    🙏🙏🙏