माइकोप्लाज्मा क्या है | माइकोप्लाज्मा के लक्षण, रोग, महत्व | mycoplasma in hindi | cell structure

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  • Опубликовано: 28 янв 2025
  • माइकोप्लाज्मा के बारे में इस वीडियो में मैंने बताया है जिसके अंतर्गत मैने माइकोप्लाज्मा की परिभाषा, माइकोप्लाज्मा के लक्षण (Characters of mycoplasma), माइकोप्लाज्मीय रोग (Mycoplasmal Diseases), माइकोप्लाज्मा का महत्व (Importance of Mycoplasma), के बारे में डीटेल से बताया है।
    माइकोप्लाज्मा (mycoplasma) ऐसे आभासीय सूक्ष्मजीव (pseudo microorganism) हैं जिनमें कोशिका-भित्ति (cell wall) नहीं पाई जाती ये सबसे छोटी जीवित कोशिकाएँ होती हैं जो ऑक्सीजन के बिना भी जीवित रह सकती हैं। सर्वप्रथम पाश्चर (Pasteur) नामक वैज्ञानिक ने पशुओं में प्लूरोनिमोनिया (pleuropneumonia) रोगकारक के रूप में इनकी खोज की, इसलिए इन्हें प्लूरोनिमोनिया सदृश्य जीव (Pleuro-Pneumonia Like Organism=PPLO) कहा जाता है। सन् 1898 में फ्रांस के वैज्ञानिक नोकार्ड एवं रौक्स (Nocard and Roux) ने इन्हें संवर्धन माध्यम में उगाया। इनकी कोशिकाएँ, गोलाकार, तन्तुवत, तारककाय प्रकार की होती हैं और ये अपने रूप को बदलते रहते हैं। इसी कारण इन्हें बहुरूपी जीव (polymorphic organism) कहते हैं।
    / @biologysciencesk13
    #DNA_या_RNA

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