3 Superb Hindi poems for Poem recitation competition Class 2 *Shiksha*Bachpan* Pita I Kids Lounge

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 21 ноя 2024
  • 3 Superb Hindi poems for school Hindi poem recitation competition. Appropriate for class 1, 2, 3, 4.
    Recited by Aarav Bhatt, Class 2, The British Co-Ed School, Patiala
    ============================================
    शिक्षा
    बहुत ज़रूरी होती शिक्षा,
    सारे अवगुण धोती शिक्षा।
    चाहे जितना पढ़ लें हम पर,
    कभी न पूरी होती शिक्षा।
    शिक्षा पाकर ही बनते हैं,
    नेता, अफसर, शिक्षक,
    वैज्ञानिक, यंत्री, व्यापारी,
    या साधारण शिक्षक।
    कर्तव्यों का बोध कराती,
    अधिकारों का ज्ञान।
    शिक्षा से ही मिल सकता है,
    सर्वोपरि सम्मान।
    बुद्धिहीन को बुद्धि देती,
    अज्ञानी को ज्ञान।
    शिक्षा से ही बन सकता है,
    भारत देश महान।
    बचपन
    कितना निश्चल, कितना चंचल, कितना प्यारा है ये बचपन,
    दादी, नानी और माँ की आँख का तारा यह बचपन।
    बच्चों को यह चाँद और तारे, सूरज, बादल भरमाते हैं,
    पूछें तरह तरह की बातें, यह सब कहाँ से आते हैं।
    फूल, पहाड़, नदी और झरने, कैसे शोर मचाते हैं,
    तोता, मैना, चिड़िया, कोयल, कैसे गाना गाते हैं।
    भोली-भाली बातों से यह, सब का मन मोह लेते हैं,
    अपना-पराया यह न जानें, दिल में घर कर लेते हैं।
    बचपन जीवन की प्रभात है, मानव जीवन की नींव है,
    कोरा-कागज़ सा यह बचपन, हर घर की तस्वीर है।
    पिता
    मेरा साहस, मेरी इज़्ज़त, मेरा सम्मान है पिता,
    मेरी ताक़त, मेरी पूजा, मेरी पहचान है पिता।
    घर की इक-इक ईंट में शामिल, उनका खून-पसीना,
    सारे घर की रौनक उनसे, सारे घर की शान पिता।
    मेरी इज़्ज़त, मेरी शौहरत, मेरा रुतबा, मेरा मान है पिता,
    मुझको हिम्मत देने वाले, मेरा अभिमान है पिता।
    सारे रिश्ते उनके दम से, सारी बातें उनसे हैं,
    सारे घर की दिल की धड़कन, सारे घर की जान पिता।
    शायद रब ने देकर भेजा, फल ये अच्छे कर्मों का,
    उसकी रेहमत, उसकी बेअमत, उसका है वरदान पिता।
    =============================================
    #kidslounge #hindipoemrecitation #hindipoemsforkids #besthindipoemsforkids

Комментарии •