कितनी मूर्खतापूर्ण घटना,,,एक तरबूज के लिए सैंकड़ों लोगों की जान गई,,,,पहले ही न्यायपूर्ण फैसला क्यों ना कर लिया होता,,,,,अब मेले करो या भंडारे लगाओ क्या फर्क पड़ेगा।
इस मतिर की लड़ाई गुड़ा भगवान दास के पास 15, किलोमीटर दूर नणुव गांव है बिकानेर की कांकड़ लाग है उसे जगह पर मतिर की बल बताते हैं हमारे गांव के ढाकर सहाब मतिर के लिए लड़ाई लड़ी तों ढाकर सहाब लड़ाई में शहीद हुए उनका शरीर हम आज भी गांव में पुजा करते हैं उनके नाम से 17,सो बिगा ज़मीन में ओरण गो सेवा है बिच में दादोसा के नाम से जाना जाता है
१६ योद्धा वीरगति पामे मतीरे कि राड में एक वीरवर योद्धा रायमल राईका ❤
जोरदार सा
जोर दार सा❤❤
राजस्थान में खिंयाला का चौधरी प्रसिद्ध है।
थे आवो कठे हो
यह युद्ध 1644 में जाखानिया और सिलवा गांव लोग शहीद हुवे
Sandar
कितनी मूर्खतापूर्ण घटना,,,एक तरबूज के लिए सैंकड़ों लोगों की जान गई,,,,पहले ही न्यायपूर्ण फैसला क्यों ना कर लिया होता,,,,,अब मेले करो या भंडारे लगाओ क्या फर्क पड़ेगा।
Very good
Thanks 👍
Lajwab hathai
Super 👍
Very nice ..bhai sahab aapka ganv kaunsa hai..
Didwana
Thanks
ऋ@@PawanDeru
इस मतिर की लड़ाई गुड़ा भगवान दास के पास 15, किलोमीटर दूर नणुव गांव है बिकानेर की कांकड़ लाग है उसे जगह पर मतिर की बल बताते हैं हमारे गांव के ढाकर सहाब मतिर के लिए लड़ाई लड़ी तों ढाकर सहाब लड़ाई में शहीद हुए उनका शरीर हम आज भी गांव में पुजा करते हैं उनके नाम से 17,सो बिगा ज़मीन में ओरण गो सेवा है बिच में दादोसा के नाम से जाना जाता है
Nice
राम राम सा आप तो ऐसी कहानियां सुनाते रहे जीज
जय वीर तेजाजी महाराज की
यह सिलवा और झाखल गांव की लड़ाई थी
👍
😲
आरएलपी2024
जीरो यूट्यूबर, एक घटिया समझ का आदमी बुजुर्गों को परेशान कर रहा है... पूछना सीख पहले... या किसी पत्रकारिता संस्थान से कोचिंग ले...