मेरी उम्र 62 वर्ष है। आज तक जो मैंने देखा और अनुभव किया है कि जो व्यक्ति जितना भ्रष्ट, चरित्रहीन, चोर,अन्यायी , पापी होते हैं वो उतना ही ज्यादा धर्म को मानते हैं उतना ही ज्यादा पूजा-पाठ, नवाज, ध्यान इत्यादि करते हैं। जिस व्यक्ति को यह विश्वास हो कि धर्म से पाप का नाश होता है तो वह व्यक्ति पाप करने से नहीं डरेगा क्योंकि वो धर्म -कर्म करके पाप को खत्म कर लेगा। धर्म-कर्म मानने वाले लोग ही ज्यादा पाप करते हैं।
Jo karma humra band gaya hai wo to uday mie ayiega ,chaha kuch bhi karlo,tum dharm karo ya ganaga mie dunki lago,dharm karna se unko sahan karna ki sakti milti hai or naya karma nahi bandhtie
100% सही बात हैं..... जो जितना पापी चोर कुकर्मी होता हैं वो अपने पाप और कुकर्मों को छुपाने के लिए दूसरे इंसानों को खुद धार्मिक, मजहबी मेढ़क साबित करने का कोशिश करता हैं.........❤❤❤❤❤
Hi@@SaketGupta-v1b sar ye kahana galat hai. Jisake pass Vivek budhi hai vo kya galat hai our kya sahi hai usaki pahachan karega uer sahi rastepar chalega. Andh visavas rakhake granth padhanevala khudaka bhi nuksan karega our dusarekabhi. Udaharan ke liye jati pratha le lo.log manate hai ki vo ishvarne banai hai.isase kitane logonko our indiake sabhi ourtonko( ladies) ko bhugatana padha. Sau sal pahale unko shikshaka bhi adhikar nahi tha.braman mahila onko bhi padhaneka adhikar nahi tha.
साईंस जौर्नी को कोटि कोटि नमन, उनके, सच्चे ज्ञान के लिए, आपके ज्ञानवर्धक सोच के लिए, इन्सानियत को बढ़ावा देने, एवं अंधभक्ति और रूढ़िवादी सोच को खत्म करने की कोशिश के लिए!❤❤❤❤❤❤❤
Jhuth hai.abhi ka science jhut hai nokli hai kisi bhi shij ko dekhke follow karke banate hai vo hai abhi ka science hai.lekin real science hai pehle se thaa.vo hai 🕉️...shiv parmatma.vo hi sob kush banake rakha thaa sare universe ko.and abhi ka science yewala Sara shij janne ke liye follow karke banane ke liye science hai.isko hi bolta hai jhuth science hai.khud apna mon se banaya nhi.dusra ka follow karke banawala science.
कोई भी भक्त जवाब दें। अगर आत्मा एक आदमी के मरने के बाद दूसरे आदमी के शरीर में घुसती है तो देश की आजादी के पहले जनसंख्या 34 करोड़ थी पर अब बढ़कर 140 करोड़ कैसे हो गई?
पेड़ कटवा रहे हो ।ओर मुर्गे को मारकर खा रहे हो सभी जीवों को तुम लोग जलाकर मार रहे हो तो ।इंसानों का बढ़ोत्री तो होगा ही होगा भाई । दूसरे जीव को तुम लोग तो जीने नही देते हो ।तो इंसानों में बढ़ोतरी तो होगा ही होगा ना ।भाई खुद सोचो सिर्फ आपके अंदर ही वो सक्ति he तुम पहले उसे जगाओ ।
आत्मा न कभी बनती हैं न मरती हैं वो जैसी है वैसी ही है, अब रही बात जनसंख्या की तो इसको इसे समझाया जा सकता हैं की समुंदर विशाल होता है और उसकी लहरे छोटी छोटी होती हैं। समंदर का पानी उछलकर एक अलग रूप धारण करता है और हम उसे लहर कहते है लेकिन वस्त्वविकता मे लहरे हैं तो पानी ही यानी समंदर ही हैं फ़िर भी उसे हम समंदर से अलग समझते हैं ठीक वैसे ही मनुष्य,जीव जंतु एक ही आत्मा के अंश या विभिन्न रूप है,ठीक उस तरह जिस तरह एक विशाल समन्दर पर उठ ति हुई हजारो लहरे।
Atma hi Satya Shabd ka gyan aatmgyani atma hai sirf jivan jivan ka Aadhar atma jivan ka Aadhar hai Satya ka gyan ho jana char Dharm kahlata aatmgyani bhi kaha gaya hai
Agar aatma na Banti Hai na Marti Hai to population Nahi badhni chahiye usko utna hi rehna chahiye jitna Ki wo Tha. Pani wale example ka koi Lena Dena Nahi aatma se.
AAP GREAT💪💪 HO SIR JI🙏💙💪 .. SJ SIR JI🙏🙏 AAP NE HAM SABHI KO PADNA SIKHA DIYA.. HAM TOH RUKE HUYE THE... AAP NE AAGE CHALNA SIKHA DIYA..... AAP HAMAARE GURU JI🙏💙💪 SIR JI.... AAP KO DIL SE NAMAN HAI 🙏🙏.... NAMO BUDDA💙 JAI BHIM
लकी जैन जी एवं साथ में आध्यात्मिक चर्चा करने वाले मित्र आप को बहुत बहुत धन्यवाद, आप लोगों की चर्चा सुनकर बहुत आनंद आया और मुझे महसूस हुआ कि जिस व्यक्ति को जिस विषय का ज्ञान ना हो उस विषय पर उस व्यक्ति से चर्चा नहीं करनी चाहिए आप दोनों भाइयों को कोटि कोटि प्रणाम 🌹🙏
@user-vz6pq4kw4qto fir mirtyu ke baad body kuchh part jinda q rahta h,jese kidni heart ,lung vagerah ,ye sirf work karna band karta mar nhi jata turant ,
ऐसा तो कोई धर्म ही नहीं है जिसमें केवल इंद्रियों द्वारा प्राप्त ज्ञान को केवल मात्र माना गया है. कुछ लोगों ने तक देखा है ना ऐसा तो हर धर्म में इसका वर्णन है,तुम नहीं देख सकते हो हम भी नहीं देख सकते हैं ,लेकिन उच्च कोटि के ध्यान में मिलता है देखने को. आत्मा के बारे में आपको समझाया भी नहीं जा सकता है, आपकी बुद्धि इंद्रियों से ऊपर नहीं जाती है, जो ज्ञान इंद्रियों से ऊपर होता है, इसका ज्ञान आपको नहीं है, और ना ही विश्वास करते हैं तो कैसे संभव है. आप कभी समझ भी नहीं सकते, आपकी समझ बहुत बहुत छोटी है. जिस प्रकार जमीन पर खड़ा व्यक्ति 200 गज देखताहै परंतु वही मनुष्य जब 50 मंजिल इमारत के छत पर से देखता तो 2 किमी की भी चीज देख सकता है बस यही आपका ज्ञान है ,आप केवल 200 गज ही देख सकते हैं 2 कि नहीं देख सकते.
भारतीय बहुजन समाज सुधारक अर्जक संघ मिशन 85% राष्ट्रीय अध्यक्ष पेरियार शिव शंकर सिंह यादव अधिवक्ता सिविल कोर्ट दीवानी आजमगढ़ उत्तर प्रदेश से हूं सभी साथियों को तहे दिल से क्रांतिकारी सादर नमो बुद्धा जय भीम जय पेरियार जय विज्ञान जय संविधान जय जोहार जय उलगुलाम
Science juarney sir ji aap ki har video bahat achhi hei aap ko डिबेट में कोई nhi Hara skta aap bilkul तार्किक तरीके से जवाब देते हैं ,जय भीम नमो बुद्ध सर जी ,🙏💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙
जिसने राग द्बेष कामआदिक जीत लिया जगत के वास्तविक स्वरूप को जान लिया देव वह बुद्ध वीर जिन हरि हर ब्रह्मा विष्णु या स्वाधीन कुछ भी हो सकते हैं ऐसे वीतरागी सर्वज्ञ और हितोपदेशी ही संसार में पूज्य होते हैं।
SJ SIR JI 🙏💙🙏AAPKI STREAM KA INTZAAR REHTA HAI🙏.. KAB AAP STREAM SHURU KAROGE.AUR HAM AAP SE GAYAN KI BAATEIN SUNENGE... LOVE YOU SIR JI💙💙 AAP HAMAARE SUPER HERO HO💪💪💪.... JAI BHIM🙏🙏
84 लाख का जैसे ही जीके रहता है ना सर हमको समझ में आ हिंदू धर्म में भी वही 84 लाख यानी जैन में भी वही यह दरअसल अशोक के 84000 स्तंभ का वर्णन दूसरे रूप में करते हैं अपने रूप में हम बाजार तो बोल नहीं सकते हजार है तो लाख bol dete hai
@@satyamjha592ये प्रश्न मैंने वैज्ञानिक भाई से पूछा था। पर आप भी बिना वजह पंगा ले रहे हैं। जवाब नही दे रहे हैं। इस बहस में जवाब ही मुस्किल होता है। ओर ये विज्ञान वाले महास्य मेरे किसी सवाल का सायद जवाब ना दे सकें
बहुत,बहुत, ,, सर दिलसे ,,जयभीम ,,नमो बुद्धाय ,,, किसी धर्म का हो।,,आप लड़ते हो ,,तर्क होना जरूरी है, कोई भी धर्म।हो ।,तर्क होना जरूरी है,,,,तर्क, वितर्क,, करो,सबूत दो ,, फिर मानेंगे,, ,,।।।।
What blady proud ! That SJ is atheist and Jain is purely religious but can't explain about the journey of soul from one body to another as well as from one body of a creature to the super power ie. Parmatma / Ishvr/Narayan or in the terms of atheist God . So plz stop the discussion and keep mum . The ethics can never be made understood fro m the pure soul of Jains and Sanatan Hindu.
Your discussion on Atma is absolutely logical which is continuously clearing the misperception, confusion and illogical spritual stories. Thanks and Namo Buddhai .
@@AdityaSingh-ku3cvye bheemte kitna hi zor lagale rahenge toh humse peechey hi ye chutiye boltey hey ki hum vigyaan ko maantey hey 😂 abhi agar koi atomic formula pooch liya toh wahi hug dengey 🤣🤣 kyuki hamesha se hi reservation ka guu jo khaya hey IIT aur neet me bhi reservation letey hey !
😂तुम्हारे भगवान Science journey को बोल रहा हूँ:- यार science journey बहुत बडा कुतर्की है तू और तेरे फोलोअर भी बहुत बडे बेवकूफ है। कोई भी दिमागदार आदमी अगर ढंग से तेरे डिबेट को सुनेगा तो समझ जाएगा की तू कितना बडा कुतर्की है।😂 अबे साले सामने वाले की बात ढंग से सुनता नही और बातो मे फसाकर, दिमागी कलाबाज़िया लगाकर बात को इधर उधर घुमात फिरता है। और जब खुद बोलता है तो सामने वाले को mute कर देता है 🤣 बेटा तू face to face किसी से वाद विवाद मत करना वरना पक्का हारेगा तो अपनी बेज़्ज़ति करा के आएगा। अब इस आत्मा के मुद्दे को तूने कहा कहा घुमाया खुद ही देख ले। सब को बद्ध बना डाला वाह👏👏👏😆😆😆 एसे ही कुतर्क वो सनातन समिक्षा करता है और वहा सब बुद्धिस्टो को झुठा साबित कर दिया जाता है बस तेरी जैसी विधि द्वारा। मतलब कुतर्को से किसी भी सत्य को असत्य बनाना बहुत आसान है जैसे तू करता है। अब तुने पूरी डिबेट मे एक भी प्रूफ तो दिया नही की सब राजा बुद्धिस्ट थे। और सामने वाले के प्रूफ देने पर उसकी बात को घुमा दिया।😂 अबे गधे जब भरोसा नही सबूत पर तो खुद जाकर देख ले। बैंगलोर के पार गोंमटेश मे चन्द्रगिरि की पहाडी मे सबसे पुराना शिलालेख है जिसमे पूरा विस्तरत वर्णन है की कैसे सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य ने दिगम्बर दिक्षा धारण की। लेकिन तूने अपने बातो की कलबाज़ियो से वो मुद्दा भी घुमा दिया। इसके बाद भी तेरे बेवकूफ फोलोअर समझ ना सके। क्योकि एजेंडा सबको चलाना है। पर सत्य समझना किसी को भी नही। अरे मूर्ख, ज़रूरी नही की हर कोई इतिहास का महात्मा हो। वह जिस मुद्दे पर बात कर रहा है बस उसी मुद्दे की उसे जानकारी होनी चाहिये। जो उस मुद्दे को स्पष्ट और प्रमाणित कर सके। व्यर्थ के बक्वाद से और विषय विषयान्तर से कोई लाभ नही होने वाला सिवाय कुतर्क है। एक बात तो नक्की है की तेरे फोलोअर सिर्फ भीड़ से ज्यादा कुछ नही। जिनके पास सोचने समझने की कोई शक्ति नही बस तेरे को भगवान मानते हैं 😜
सर जैन धर्म एक महान धर्म हैं इसमें कोई दो राय नहीं हैं। डिबेट में आए हुए लकी जैन जी ने भले हड़बड़ाहट में लेकिन अच्छा जवाब दिया । सर अध्यात्म और विज्ञान का हर जगह मेल संभव नहीं है। साइंस जर्नी सर आपकी डिबेट शानदार हैं।
ग्रेट सायन्स जर्नी आपको सन्मानपूर्वक जय भीम 🙏🏻 नमो बुध्दाय 🌹🌹 किसीने भी आत्मा, स्वर्ग नरक ईश्वर देखा ही नहीं है तो उसपर विश्वास रखने वाले महामूर्ख कहलाते है.
आदरणीय, गौतम बुद्ध खुद 90दिन के लिये मॉ महामाया को मिलने स्वर्ग गये थे और सोने की सिडकयासे ऊतरे थे ऐसा ही बौद्ध धर्म मे और फाह्यान और ह्वागसांग की भारत यात्रा इस किताबो मे लिखा है /
Wo Buddhism Ki EK branch Ki kahani Hai jataka kathao jise boddha bhikkuo ne likhi Hai, Buddhism failane ke liye. Buddha ka swarg Jake Gyan Dena Mahayana branch Ki EK kahani Hai.
प्रमोद बाबू.....!आप हवा को देखे हैं.......? अपने से चार पांच पीढ़ी उपर वाले पुर्वजों को देखे हैं.......? मैं जानता हूं...कि...आपका जवाब नहीं में होगा. अब आप मुझे यह बताइए...कि...आप...हवा तथा अपने पूर्वजों के अस्तित्व को स्वीकार करते हैं या नहीं.......?
@@vijaykumarpandey6168 sar aap Khali dekhaneki bat karate hai manate hai ki hava dikhati nahi lekin mahasus to hoti hai. Hamari tvachase malum hoti hai ki hava garam hai ya thand hai. Kanase ham sun sakate hai vaise nakase vas suvas hai ya gandaa hai ye malum hota hai. Aap ekahi indriye( aankh) ki baat kar rahe ho. Apahi nahi, bahotase log ,havaa kaa udaharan dete hai vo galat hai. Budhhaji hamare Bharatame janam liya hai to unkibhi dnyaan ki kitab pado, usame sab indriyoki baat ki hai, naaki Khali ankhaki.
भूमंडल सहित संपूर्ण सौरमंडल में न र्जीव होती है न आत्मा और न मन और ना ही प्रेम होता है, वैज्ञानिक दृष्टि से यह सारा सब कुछ गुरुत्वाकर्षण क़े क्षणिक आवेग से उत्पन्न होता है और समाप्त हो जाता है
ऐसे लोगों से डिबेट करने का मतलब अपना ही माथा तोड़ना होता है, जो बंदा स्पिरिचुअलिटी को मानता ही नहीं उसके साथ ऐसी बातें करना का क्या फायदा आप लोग जितना मर्जी साइंस जर्नी को समझा लो ,यह भाई मानेगा नहीं,आप लोग इसको समझाओ मत.. साइंस जर्नी जैसा लोग मरने के बाद शमशान घाट में ही घूमते रहेगे ,यह देखने के लिए के जिए आत्मा कहां से आई है और कहां जाएगी ......पक्का यही कुछ ना कुछ खोज जरूर करेगा......
धार्मिक लोग कितना बेवकूफ बनाते हैं लोगोको 😂😂 सर आपके कारण बहुत सी रोचक जानकारी या मिलती है जो कोई नही बताता है आपका बहुत बहुत शुक्रिया जय भीम नमो बुद्धाय 🙏💪🤝
SJ Sir JAIN charm ,s people always faith on SOULS and everyone can be PARMAHTA. But in the science theory denied it ,not accepted. Therefore nobody can faith , ❤ ***🙏
बहुत बहुत साधुवाद साइंस जर्नी साहब बहुत प्रयास करता हूं कि आप से बात कर लूं लेकिन समझ में नहीं आता है कि कैसे कर सकता हूं सर जी मेरी इच्छा है कि आप से कुछ सीख ने के लिए क्यों की हो सकता है की मैं समाज सुधारक का संकल्प लें कर बहुजन समाज 85% काम कर रहा हूं उसमे कोई गलती तो नही हो रही है
Jain dhram aur brahman dhram rival hai. Ek nahi. Aaj bhi hamare teerth kabjane me lage hai brahman. Jiska virodh samaj kar raha hai. Isliye galat baat mat failaiye.
भाई इसे अपने परिवार की आत्मा के बारे में इनको कुछ मालूम नहीं है लेकिन सुद्रो ने पिछले जन्म में क्या किया था क्या बुरा किया था क्या अच्छा किया था उसके बारे में इन्हें सब मालूम है😂😂😂😂
एक सांप के दो टुकड़े हो गए थोड़ी देर तक दोनों पार्ट हिलेंगे तो अब बताओ आत्मा सिर वाली साईड में है या पुंछ वाली साईड में। ध्यान रहे कि आत्मा एक होती है। जय जवान जय किसान जय विज्ञान जय अनुसंधान धन्यवाद ❤❤❤❤
जैनिज्म आया आत्मा का प्रमाण देने जैन धर्म बुद्धिस्म की कॉपी करके एक साजिश के तहत लाया गया है बुद्ध का जन्म और समाधि शिलालेख मिल जाता है लेकिन महावीर जैन का जन्म समाधि काल्पनिक कथाओं में जैनिज्म के ग्रंथ में ही मिलता है
duniya mein bhoot pret chudail aatma sab kutch pehle se he thi.ab bi hai or hmesha rahege.jisne mehsoos kr liya woh maneha jisne nahi kiya woh kabhi bi nahi manega.
जीवन के अस्तित्व का अर्थ जानने के लिए, यदि हम इतिहास पर दृष्टि डालें तो हमें दो सबसे प्राचीन धाराएँ मिलती हैं, जो "अहिंसा परमो धर्म" के सिद्धांत को मानती हैं, जिसे हम जैन धर्म (श्रमण परम्परा) और हिंदू धर्म (वैदिक परम्परा) के नाम से जानते हैं। इन दोनों धर्मों की शुरुआत ज्ञात इतिहास से परे है या हम कहें कि ब्रह्माण्ड एवं खगोल संरचना संबंधी आधुनिक विज्ञान मान्यतायें इन धर्मों को पूरी तरह से समझा पाने में सक्षम नहीं हैं या समझने में बाधा उत्पन्न करती है, उदाहरण के लिए ये दोनों धर्म इस बात से सहमत हैं कि श्री राम एक वास्तविक ऐतिहासिक महापुरुष थे, जो लगभग 10 लाख वर्ष पहले हुए थे लेकिन आधुनिक इतिहास का सिद्धांत इस तथ्य को स्वीकार नहीं करता है। "अहिंसा परमो धर्म" ही सनातन या शाश्वत धर्म है एवं जैन धर्म और हिन्दू धर्म एक ही सनातन सच्चाई को देखने के दो नजरिये हैं । जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषवदेव जी का हिन्दू धर्म के वेदों और पुराणों में भी वर्णन हैं और जिन्हें दोनों मान्यताओं ने श्री राम ( जैन धर्मं के अनुसार श्री राम जी आठवें बलभद्र थे जो कि बीसवें तीर्थंकर मुनिसुव्रतनाथ जी के मोक्ष जाने के बाद हुए व उन्ही के शासनकाल में मोक्ष गए) के भी कई वर्षो पहले होना स्वीकार किया हैं |जैन धर्म में प्रथम तीर्थंकर ऋषवदेव जी को आदि या प्रथम क्षत्रिय माना गया हैं इन्ही से ईक्ष्वाकु कुल की स्थापना हुई थी, व इनके ज्येष्ठ पुत्र चक्रवर्ती सम्राट भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा जिसका उल्लेख दोनों धर्मो के ग्रंथो में मिलता हैं । एक ही सनातन सच्चाई "अहिंसा परमो धर्मं" की व्याख्या करने में दोनों धर्मों में भिन्नताएं आने का मुख्य कारण यह हो सकता है कि एक तीर्थंकरों की परम्परा से प्राप्त हुआ है जो कि केवलज्ञानी या सर्वज्ञ थे अतः उन्होंने यथार्थ वर्णन किया होगा, दूसरा ऐसी परम्परा है जिनके गुरु केवलज्ञानी या सर्वज्ञ नहीं थे हालांकि उनके गुरुओं को देवों ने सहायता की लेकिन केवलज्ञान न होने की वजह से अलग अलग समय में हुए महापुरुषों को उन्होंने एक ही महापुरुष का अवतार मान लिया होगा इसीलिए हिन्दू धर्मं में ईश्वर को अवतार लेने वाला व सृष्टि का कर्ता मान लिया जबकि जैन धर्मं में ईश्वर को सर्वज्ञ व सर्व शक्तिमान तो माना है लेकिन सृष्टि का कर्ता नहीं माना एवं कर्म सिद्धांत को मानते हुए ये माना है कि सृष्टि के सभी अन्नत जीव अपने पुरुषार्थ से जन्म मृत्यु के अनादि चक्र से छूटकर परम पद या मोक्ष प्राप्त कर ईश्वर बन सकते हैं। "अहिंसा परमो धर्म" कथन में हम परमो या परम शब्द पर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, जिसका अर्थ है निरपेक्ष, इस प्रकार यह बताना कि अहिंसा एक परम सनातन नियम है जो तीनों लोकों को संचालित करता है। जैन धर्म में इसे संपूर्ण विज्ञान कहा गया है जो संपूर्ण अस्तित्व के कार्य और नियमों की व्याख्या करता है। जैन धर्मं के अनुसार संपूर्ण सृष्टि या लोक ६ द्रव्यों से मिलकर के बना हैं १) आकाश (Space), २) काल (Time) ३) पुद्गल (Matter and Energy) , ४) जीव (Living beings or souls) ५) धर्मास्तिकाय (Medium of Motion) ६) अधर्मास्तिकाय (Medium of Rest) आधुनिक विज्ञान उपरोक्त ६ द्रव्यों में से प्रारंभ के ३ को ही जनता हैं इसीलिए अपूर्ण हैं| इसीलिए आधुनिक विज्ञान के सिद्धांत जो कि लोक की सनातनता (eternity) पर प्रश्न चिन्ह लगाये, को सत्य मान लेना बहुत बड़ी भूल हैं | Sudeep Jain (Aerosapce Engg. From IIT Kanpur, Instructor of Physics and student of Cosmology and Jain Philosophy)
जैन धर्म जिसके अन्य प्राचीन नाम परम् अहिंसामयी विश्वधर्म, अहिंसा परमो धर्म, सनातन धर्म (हालाँकि आज यह केवल हिन्दू धर्म के लिए प्रयोग किया जाता हैं लेकिन यह जैन धर्म का प्राचीन नाम हैं ),वीतराग धर्म, समण या श्रमण धर्म (समनार- तमिल क्षेत्र) , निर्ग्रन्थ धर्म, सम्यक रत्नत्रय धर्म, दसलक्षण धर्म, परमहंस दिगम्बर धर्म, अर्हत धर्म, सर्वज्ञ या केवली प्रणीत धर्म, निज स्वभाव धर्म, वैदिक धर्म( २०वे तीर्थंकर मुनिसुव्रतनाथ के समय तक जैन धर्म को वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता था और जिनवाणी को ही वेद के रूप में अध्ध्यन किया एवं कराया जाता था लेकिन एक वैदिक गुरु क्षीरकदम्ब के पुत्र पर्वत ने मद में आकर एक व्यंतर के साथ मिलकर खोटे वेदों की रचना कर दी तब दो प्रकार के वेद आर्ष वेद(जिनवाणी) एवं अनार्ष वेद (हिंसा प्रधान खोटे वेद) अस्तित्व में आ गए थे(आचार्य जिनसेन के हरिवंश पुराण के अनुसार), आज जो वेद देखने को मिलते हैं वे संभवतः इन्ही दोनों वेदो के मिश्रण से उत्पन्न होने का अनुमान हैं ), व्रती धर्म, गृहस्थों की अपेक्षा से श्रावक धर्म , जिन धर्म आदि हैं के अनुसार संपूर्ण सृष्टि या लोक ६ द्रव्यों से मिलकर के बना हैं १ आकाश (Space),२.काल Time ३) पुद्गल (Matter and Energy) , ४) जीव (Living beings or souls) ५) धर्मास्तिकाय (Medium of Motion) ६) अधर्मास्तिकाय (Medium of Rest) आधुनिक विज्ञान उपरोक्त ६ द्रव्यों में से प्रारम्भ के ३ को ही जनता हैं इसीलिए अपूर्ण हैं| इसीलिए आधुनिक विज्ञान के सिद्धांत जो कि लोक की सनातनता (eternity) पर प्रश्न चिन्ह लगाये, को सत्य मान लेना बहुत बड़ी भूल हैं |
Solid debite kiya sj sir great knowledge hain apka great salute apako jaybhim namo budhhay ❤❤inke tirthankar dekhakar hasi aati hain ❤aesa lagata hain zuth likha hain ❤❤
बहुत बडीया संवाद , बंदा आत्मा का सवूत नहीं दे पाया जिंदा जाता नही जमिंपर ही रहता, मरा आकार बताता नाही की मेरी आत्मा कीसमे घूस गई है बंदे ने बहुत जोर लगा या , परंतु विफल, विफल, फैल SCIENCE JOURNEY JI ,KEEP IT ON JAIBHEEM
SJ sir excellent Debate. There is no soul at all. Medical Science does not say anything about soul.. You asked scientic and logical questions about soul to debater on other side but he did not answer a single question.. Those who claim that there is soul, shoud give evidence of the same, otherwise thier claim is false.Jai Bhim Namo Buddhay, Bhavatu Sabb Mangalam.👍🌹🙏
Medical science also does no say about feelings attachments love truth falsehood justice that means they are all non existent as per this comedy channel 😅 I think you've gone nuts and addicted to this nonsense you need a through counseling Get well soon.
If medical science don't believe in something that does not mean it doesn't exist. How will medical science find something which is not its subject matter. A cricketer cannot make rocket. An astronaut cannot play cricket. Atma is subject matter of religion.
There is no soul at all then who is operating your body machine? Can you see electric power who runs your fan, refrigerator etc? Go and put your hand in your main electric source and experience it because you can’t see it with your material eyes. Bindok.
Bade hi dukh ki baat hey ki hamare bharat me aaj bhi tum bheemto ko reservation milta hey aur padhey likhey logon ko koi nhi poochta agar ho gouda toh bina reservation ke aao gend fat jaaegi 😂😂 Sach sabko maalum hey agar itna hi science se pyaar hey toh bete bina reservation ke iit aur neet me aa 😂 waha toh abba baithe hey 😭😭
@@yashsharma1280 Gobar khana chhod do Bhai Pehale apne religion ka naam pata kar Lo aur apne Varna ke utpatti ki mazedar kahaniya malum kar lo, fir aana gyan dene
तार्किक बनो जीयो बिंदास घूमो फिरो खाओ पीओ इंसान बनो . मुसीबत में दोस्त रिश्तेदार और पड़ोसी ही काम आते हैं
Super
मेरी उम्र 62 वर्ष है। आज तक जो मैंने देखा और अनुभव किया है कि जो व्यक्ति जितना भ्रष्ट, चरित्रहीन, चोर,अन्यायी , पापी होते हैं वो उतना ही ज्यादा धर्म को मानते हैं उतना ही ज्यादा पूजा-पाठ, नवाज, ध्यान इत्यादि करते हैं।
जिस व्यक्ति को यह विश्वास हो कि धर्म से पाप का नाश होता है तो वह व्यक्ति पाप करने से नहीं डरेगा क्योंकि वो धर्म -कर्म करके पाप को खत्म कर लेगा। धर्म-कर्म मानने वाले लोग ही ज्यादा पाप करते हैं।
💯 percent
Jo karma humra band gaya hai wo to uday mie ayiega ,chaha kuch bhi karlo,tum dharm karo ya ganaga mie dunki lago,dharm karna se unko sahan karna ki sakti milti hai or naya karma nahi bandhtie
100% सही बात हैं..... जो जितना पापी चोर कुकर्मी होता हैं वो अपने पाप और कुकर्मों को छुपाने के लिए दूसरे इंसानों को खुद धार्मिक, मजहबी मेढ़क साबित करने का कोशिश करता हैं.........❤❤❤❤❤
Hi@@SaketGupta-v1b sar ye kahana galat hai. Jisake pass Vivek budhi hai vo kya galat hai our kya sahi hai usaki pahachan karega uer sahi rastepar chalega. Andh visavas rakhake granth padhanevala khudaka bhi nuksan karega our dusarekabhi. Udaharan ke liye jati pratha le lo.log manate hai ki vo ishvarne banai hai.isase kitane logonko our indiake sabhi ourtonko( ladies) ko bhugatana padha. Sau sal pahale unko shikshaka bhi adhikar nahi tha.braman mahila onko bhi padhaneka adhikar nahi tha.
वाह सर क्या बात कहा है आपने सच्ची 100% है
बहुत ही शानदार तरीके से आप समझाते हैं सर जिनके दिमाग में भू सा भरा है ओ नहीं समझेगा
साईंस जौर्नी को कोटि कोटि नमन, उनके, सच्चे ज्ञान के लिए, आपके ज्ञानवर्धक सोच के लिए, इन्सानियत को बढ़ावा देने, एवं अंधभक्ति और रूढ़िवादी सोच को खत्म करने की कोशिश के लिए!❤❤❤❤❤❤❤
Ch
जागो बहुजन समाज जागो मूर्ति पूजा-अर्चना बन्द करो शिक्षा को बढ़ावा दो बच्चों पढायी कराओ
आपको कोटि कोटि नमन सांईस जरनी जी।
आत्मा होती तो संख्या या जनसंख्या कैसी बड़ती
प्रकृति और नेचर के अनुरूप ही सब कुछ होता रहेता है और इसमें विज्ञान पर इसमें बहुत बड़ा योगदान है
Super
Science Journey very well. Keep it up. I am a lover of Science.
Jha two brahman a gaya gyan dene@@satyamjha592
आत्मा का विश्वास् अधर्म हैं जयभींम नमो बुद्धाय जय भारत जय संविधान जय मुल निवासी जय आदिवास
सीधा सा उत्तर है। दुनिया में शरीर के हर पार्ट के डॉक्टर हैं । आत्मा का डॉक्टर कहीं देखाहै।।
Atma hota he.
@@siddharthabarman233 🤣😂😂😂🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣😂🤣🤣
Bimari shareer ko hoti aatma ko nhi...toh jo bimari hi nhi toh doctor ki kya zaroorat?
TO AADMI KO MARNE SE BACHA LO NA BHAIYA FIR JAB DOCTOR HOTE HAIN TO
hote he na sir ajkal spirit healing, vibration healing 😂
LOVE YOU SCIENCE JOURNEY JI 💙💙
सत्य सत्य होता है झूठ कभी सत्य नहीं हो सकता है
Jhuth hai.abhi ka science jhut hai nokli hai kisi bhi shij ko dekhke follow karke banate hai vo hai abhi ka science hai.lekin real science hai pehle se thaa.vo hai 🕉️...shiv parmatma.vo hi sob kush banake rakha thaa sare universe ko.and abhi ka science yewala Sara shij janne ke liye follow karke banane ke liye science hai.isko hi bolta hai jhuth science hai.khud apna mon se banaya nhi.dusra ka follow karke banawala science.
Aap jo bhi hain, just have changed my mind completely. Itna gyan ka adhikari hain aap! I just love your explanation...,.❤
कोई भी भक्त जवाब दें।
अगर आत्मा एक आदमी के मरने के बाद दूसरे आदमी के शरीर में घुसती है तो देश की आजादी के पहले जनसंख्या 34 करोड़ थी पर अब बढ़कर 140 करोड़ कैसे हो गई?
पेड़ कटवा रहे हो ।ओर मुर्गे को मारकर खा रहे हो सभी जीवों को तुम लोग जलाकर मार रहे हो तो ।इंसानों का बढ़ोत्री तो होगा ही होगा भाई । दूसरे जीव को तुम लोग तो जीने नही देते हो ।तो इंसानों में बढ़ोतरी तो होगा ही होगा ना ।भाई खुद सोचो सिर्फ आपके अंदर ही वो सक्ति he तुम पहले उसे जगाओ ।
आत्मा न कभी बनती हैं न मरती हैं वो जैसी है वैसी ही है, अब रही बात जनसंख्या की तो इसको इसे समझाया जा सकता हैं की समुंदर विशाल होता है और उसकी लहरे छोटी छोटी होती हैं। समंदर का पानी उछलकर एक अलग रूप धारण करता है और हम उसे लहर कहते है लेकिन वस्त्वविकता मे लहरे हैं तो पानी ही यानी समंदर ही हैं फ़िर भी उसे हम समंदर से अलग समझते हैं ठीक वैसे ही मनुष्य,जीव जंतु एक ही आत्मा के अंश या विभिन्न रूप है,ठीक उस तरह जिस तरह एक विशाल समन्दर पर उठ ति हुई हजारो लहरे।
Atma hi Satya Shabd ka gyan aatmgyani atma hai sirf jivan jivan ka Aadhar atma jivan ka Aadhar hai Satya ka gyan ho jana char Dharm kahlata aatmgyani bhi kaha gaya hai
Haa sahi kaha aap ne 🤔
Agar aatma na Banti Hai na Marti Hai to population Nahi badhni chahiye usko utna hi rehna chahiye jitna Ki wo Tha. Pani wale example ka koi Lena Dena Nahi aatma se.
science journey ji zindabaad💪🔥 Rational world zindabaad💪🔥 science journey ji zindabaad💪🔥 Rational world zindabaad💪🔥 science journey ji zindabaad💪🔥
जब देखो आत्मा को, तब मानो है, बरना नहीं है |❤
AAP GREAT💪💪 HO SIR JI🙏💙💪 .. SJ SIR JI🙏🙏 AAP NE HAM SABHI KO PADNA SIKHA DIYA.. HAM TOH RUKE HUYE THE... AAP NE AAGE CHALNA SIKHA DIYA..... AAP HAMAARE GURU JI🙏💙💪 SIR JI.... AAP KO DIL SE NAMAN HAI 🙏🙏.... NAMO BUDDA💙 JAI BHIM
Yeh paglo ko hi samjh sakta hai,isse kho link do
लकी जैन जी एवं साथ में आध्यात्मिक चर्चा करने वाले मित्र आप को बहुत बहुत धन्यवाद, आप लोगों की चर्चा सुनकर बहुत आनंद आया और मुझे महसूस हुआ कि जिस व्यक्ति को जिस विषय का ज्ञान ना हो उस विषय पर उस व्यक्ति से चर्चा नहीं करनी चाहिए आप दोनों भाइयों को कोटि कोटि प्रणाम 🌹🙏
@user-vz6pq4kw4qto fir mirtyu ke baad body kuchh part jinda q rahta h,jese kidni heart ,lung vagerah ,ye sirf work karna band karta mar nhi jata turant ,
ऐसा तो कोई धर्म ही नहीं है जिसमें केवल इंद्रियों द्वारा प्राप्त ज्ञान को केवल मात्र माना गया है. कुछ लोगों ने तक देखा है ना ऐसा तो हर धर्म में इसका वर्णन है,तुम नहीं देख सकते हो हम भी नहीं देख सकते हैं ,लेकिन उच्च कोटि के ध्यान में मिलता है देखने को. आत्मा के बारे में आपको समझाया भी नहीं जा सकता है, आपकी बुद्धि इंद्रियों से ऊपर नहीं जाती है, जो ज्ञान इंद्रियों से ऊपर होता है, इसका ज्ञान आपको नहीं है, और ना ही विश्वास करते हैं तो कैसे संभव है. आप कभी समझ भी नहीं सकते, आपकी समझ बहुत बहुत छोटी है. जिस प्रकार जमीन पर खड़ा व्यक्ति 200 गज देखताहै परंतु वही मनुष्य जब 50 मंजिल इमारत के छत पर से देखता तो 2 किमी की भी चीज देख सकता है बस यही आपका ज्ञान है ,आप केवल 200 गज ही देख सकते हैं 2 कि नहीं देख सकते.
Bhakt ki sthiti dekho kitni vikat or dayniy hai,baate pachti to unko bhi nahi hain par Maan hi lete hai kyun ki sawaal kisse or kyun kare😢
🙏🙏🙏👌
भारतीय बहुजन समाज सुधारक अर्जक संघ मिशन 85% राष्ट्रीय अध्यक्ष पेरियार शिव शंकर सिंह यादव अधिवक्ता सिविल कोर्ट दीवानी आजमगढ़ उत्तर प्रदेश से हूं सभी साथियों को तहे दिल से क्रांतिकारी सादर नमो बुद्धा जय भीम जय पेरियार जय विज्ञान जय संविधान जय जोहार जय उलगुलाम
Science juarney sir ji aap ki har video bahat achhi hei aap ko डिबेट में कोई nhi Hara skta aap bilkul तार्किक तरीके से जवाब देते हैं ,जय भीम नमो बुद्ध सर जी ,🙏💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙
Kya acchi hai, apne admi ko vitha ke video bna leta hai, Mai isse aise hi link mangta rhta hoon yeh nai deta
@@zeroworld124ye aise hi karta hey fir jab iske channel pe koi knowledgeable banda aakey iski faadta hey tab frequently mute karta hey 😂😂
जिसने राग द्बेष कामआदिक जीत लिया जगत के वास्तविक स्वरूप को जान लिया देव वह बुद्ध वीर जिन हरि हर ब्रह्मा विष्णु या स्वाधीन कुछ भी हो सकते हैं ऐसे वीतरागी सर्वज्ञ और हितोपदेशी ही संसार में पूज्य होते हैं।
🙏
Bhai chodo iski aatma me karma bandh hote hi rahenge,bhale hi ye mane ya na mane😂😂
साइंस juny सर ko कोटि कोटि धन्यवाद pakhandwad or pakhandiyo ka पर्दाफाश करने के लिए❤❤
सर आपका बहुत मजा आ गया वार्तालाप सुनकर बहुत अच्छा लगा बहुत अच्छा।
Atma parmatma ki bat kar rhe ho +01+2+7/k shab. Para ha
SJ SIR JI 🙏💙🙏AAPKI STREAM KA INTZAAR REHTA HAI🙏.. KAB AAP STREAM SHURU KAROGE.AUR HAM AAP SE GAYAN KI BAATEIN SUNENGE... LOVE YOU SIR JI💙💙 AAP HAMAARE SUPER HERO HO💪💪💪.... JAI BHIM🙏🙏
सांइस जर्नी बहुत सही विश्लेषण।
Bahut hi achha tark diya SJ ji ne, salute to your thinking.
Thank u science journey sir❤ this is great initiative
84 लाख का जैसे ही जीके रहता है ना सर हमको समझ में आ हिंदू धर्म में भी वही 84 लाख यानी जैन में भी वही यह दरअसल अशोक के 84000 स्तंभ का वर्णन दूसरे रूप में करते हैं अपने रूप में हम बाजार तो बोल नहीं सकते हजार है तो लाख bol dete hai
great debate sj sir 🙏💙
इंसानियत जिंदाबाद विज्ञान जिंदाबाद
@@satyamjha592ये प्रश्न मैंने वैज्ञानिक भाई से पूछा था।
पर आप भी बिना वजह पंगा ले रहे हैं।
जवाब नही दे रहे हैं।
इस बहस में जवाब ही मुस्किल होता है।
ओर ये विज्ञान वाले महास्य मेरे किसी सवाल का सायद जवाब ना दे सकें
Science jindabad❤❤
🙏 जयभीम नमो बुद्धाय जय संविधान ✍️
☸️☸️☸️☸️☸️☸️☸️🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
नमो बूध्दाय जय भीम जय मानवता जय विज्ञान सर🙏🙏 बहूत हि सराहानिय SJ सर
सरजी आपने बहुत अच्छा पढ़ाई की है।
SJ sir ji....Mujhe aur kuch nhi kehna....Sirf aapko pranaam krna hai....🙏🙏🙏🙏🙏🙏...Aapne iski band bajaa di.....U always rock sir...Lots of love...
Science journey ji zindabaad 🔥💪Rational world zindabaad 💪🔥
@@unique-vj3bz tere ponga pandit aur Jain Muni ki swarg me jagah book kar liyo 😂😂😂 bohot Kam time bacha hai inake paas😂
@@Tiger16741.Khatam hai tumhari kahani 😂😂😂
S. J. Sir very good
@@unique-vj3bzharamta Brahman dharm murdabad 💯
और ये भी कि क्या शुक्राणु और अंडाणु मे पहले से जीवन नहीं होता क्या?
आत्मा केवल महिला में ही प्रवेश क्यूं करती है किसी अन्य मृत शरीर में क्यूं नहीं जाती है???
Namo bhudhaya 🙏SJ is great 👍 lots of love ❤️ from Tibet ❤❤❤
SABHI DOSTON KO NAMO BUDDA JAI BHIM JAI PERIYAR SWAAMI JI🙏💙💪
Ghkl
बहुत,बहुत, ,, सर दिलसे ,,जयभीम ,,नमो बुद्धाय ,,, किसी धर्म का हो।,,आप लड़ते हो ,,तर्क होना जरूरी है, कोई भी धर्म।हो ।,तर्क होना जरूरी है,,,,तर्क, वितर्क,, करो,सबूत दो ,, फिर मानेंगे,, ,,।।।।
Proud to be a Atheist ⚛️
Ateist toh bahana hain Is bhosdiwale ko hinduon ka dharm Parivertan karna hain ...🕉↔️☸️
🧠💦🎯🎯🔍🔍🔍🔍😁
2 october 2023 I accept atheism
Yes😊
बहुत खुबीने आत्मा वले बंदेको आपने बेनकाब करदिया.
आत्मा नाम की कोइचीजहोतीही नहीं.
भगवान बुद्ध ने आत्मा को नकारा है.
जय भीम नमोबुद्धाय
@@hackerrudransh2681आत्मा नहीं होती तो पुनर्जन्म कौन लेता है
SJ sir, taarkik batoko salam !
SJ sir I am proud of you for Your Knowledge ❤❤
Knowledge/information are important aspect but wisdom is above that.
What blady proud ! That SJ is atheist and Jain is purely religious but can't explain about the journey of soul from one body to another as well as from one body of a creature to the super power ie. Parmatma / Ishvr/Narayan or in the terms of atheist God .
So plz stop the discussion and keep mum . The ethics can never be made understood fro m the pure soul of Jains and Sanatan Hindu.
ये अंध भक्त हे इसे बहुत पढाई की जरूरत हे 😔😔😌
सैल्यूट है आप जैसे साइंस फैक्ट को बढ़ावा देने के लिए। जय भीम
जय. मानवता जय विज्ञान जय भीम
Ek bat ka jawab de, aaj tak kitne nobel prize bhimto ne jeete hain🤣🤣 jawab tu de nhi payega q ki bhimto ne ek national award v nhi jeeta science me
Your discussion on Atma is absolutely logical which is continuously clearing the misperception, confusion and illogical spritual stories.
Thanks and Namo Buddhai .
@@AdityaSingh-ku3cv
Buddh ka gyan peepal se jo tapka tha😂😂
@@AdityaSingh-ku3cvye bheemte kitna hi zor lagale rahenge toh humse peechey hi ye chutiye boltey hey ki hum vigyaan ko maantey hey 😂 abhi agar koi atomic formula pooch liya toh wahi hug dengey 🤣🤣 kyuki hamesha se hi reservation ka guu jo khaya hey IIT aur neet me bhi reservation letey hey !
@@AdityaSingh-ku3cv😂😂😂😂 😂 sabko tumahri tarah wifi use nahi krte kuch ko 😂 nirvana milta hain
@@AdityaSingh-ku3cv as in karm kand bas ghumte jao ghumte jao 🤣 jab tak ek jaat ya dharm ki seva na karo lol
😂तुम्हारे भगवान Science journey को बोल रहा हूँ:-
यार science journey बहुत बडा कुतर्की है तू और तेरे फोलोअर भी बहुत बडे बेवकूफ है। कोई भी दिमागदार आदमी अगर ढंग से तेरे डिबेट को सुनेगा तो समझ जाएगा की तू कितना बडा कुतर्की है।😂
अबे साले सामने वाले की बात ढंग से सुनता नही और बातो मे फसाकर, दिमागी कलाबाज़िया लगाकर बात को इधर उधर घुमात फिरता है। और जब खुद बोलता है तो सामने वाले को mute कर देता है 🤣
बेटा तू face to face किसी से वाद विवाद मत करना वरना पक्का हारेगा तो अपनी बेज़्ज़ति करा के आएगा। अब इस आत्मा के मुद्दे को तूने कहा कहा घुमाया खुद ही देख ले। सब को बद्ध बना डाला वाह👏👏👏😆😆😆
एसे ही कुतर्क वो सनातन समिक्षा करता है और वहा सब बुद्धिस्टो को झुठा साबित कर दिया जाता है बस तेरी जैसी विधि द्वारा। मतलब कुतर्को से किसी भी सत्य को असत्य बनाना बहुत आसान है जैसे तू करता है।
अब तुने पूरी डिबेट मे एक भी प्रूफ तो दिया नही की सब राजा बुद्धिस्ट थे। और सामने वाले के प्रूफ देने पर उसकी बात को घुमा दिया।😂
अबे गधे जब भरोसा नही सबूत पर तो खुद जाकर देख ले। बैंगलोर के पार गोंमटेश मे चन्द्रगिरि की पहाडी मे सबसे पुराना शिलालेख है जिसमे पूरा विस्तरत वर्णन है की कैसे सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य ने दिगम्बर दिक्षा धारण की। लेकिन तूने अपने बातो की कलबाज़ियो से वो मुद्दा भी घुमा दिया। इसके बाद भी तेरे बेवकूफ फोलोअर समझ ना सके। क्योकि एजेंडा सबको चलाना है। पर सत्य समझना किसी को भी नही।
अरे मूर्ख, ज़रूरी नही की हर कोई इतिहास का महात्मा हो। वह जिस मुद्दे पर बात कर रहा है बस उसी मुद्दे की उसे जानकारी होनी चाहिये। जो उस मुद्दे को स्पष्ट और प्रमाणित कर सके। व्यर्थ के बक्वाद से और विषय विषयान्तर से कोई लाभ नही होने वाला सिवाय कुतर्क है।
एक बात तो नक्की है की तेरे फोलोअर सिर्फ भीड़ से ज्यादा कुछ नही। जिनके पास सोचने समझने की कोई शक्ति नही बस तेरे को भगवान मानते हैं 😜
सर जैन धर्म एक महान धर्म हैं इसमें कोई दो राय नहीं हैं। डिबेट में आए हुए लकी जैन जी ने भले हड़बड़ाहट में लेकिन अच्छा जवाब दिया ।
सर अध्यात्म और विज्ञान का हर जगह मेल संभव नहीं है।
साइंस जर्नी सर आपकी डिबेट शानदार हैं।
ग्रेट सायन्स जर्नी आपको सन्मानपूर्वक जय भीम 🙏🏻 नमो बुध्दाय 🌹🌹
किसीने भी आत्मा, स्वर्ग नरक ईश्वर देखा ही नहीं है तो उसपर विश्वास रखने वाले महामूर्ख कहलाते है.
आदरणीय, गौतम बुद्ध खुद 90दिन के लिये मॉ महामाया को मिलने स्वर्ग गये थे और सोने की सिडकयासे ऊतरे थे ऐसा ही बौद्ध धर्म मे और फाह्यान और ह्वागसांग की भारत यात्रा इस किताबो मे लिखा है /
Wo Buddhism Ki EK branch Ki kahani Hai jataka kathao jise boddha bhikkuo ne likhi Hai, Buddhism failane ke liye. Buddha ka swarg Jake Gyan Dena Mahayana branch Ki EK kahani Hai.
Toh kya tu ne bhudda ko dekha lekin manta toh hai naa guru hi sahi
प्रमोद बाबू.....!आप हवा को देखे हैं.......? अपने से चार पांच पीढ़ी उपर वाले पुर्वजों को देखे हैं.......? मैं जानता हूं...कि...आपका जवाब नहीं में होगा. अब आप मुझे यह बताइए...कि...आप...हवा तथा अपने पूर्वजों के अस्तित्व को स्वीकार करते हैं या नहीं.......?
@@vijaykumarpandey6168 sar aap Khali dekhaneki bat karate hai manate hai ki hava dikhati nahi lekin mahasus to hoti hai. Hamari tvachase malum hoti hai ki hava garam hai ya thand hai. Kanase ham sun sakate hai vaise nakase vas suvas hai ya gandaa hai ye malum hota hai. Aap ekahi indriye( aankh) ki baat kar rahe ho. Apahi nahi, bahotase log ,havaa kaa udaharan dete hai vo galat hai. Budhhaji hamare Bharatame janam liya hai to unkibhi dnyaan ki kitab pado, usame sab indriyoki baat ki hai, naaki Khali ankhaki.
Jay Bhim 💙 namo Buddha 🙏🏻 sir
अगर अज्ञान के मामले मैं लोगो को लाइन लगे तो। सबसे पहले इन्ही को 1 नंबर मिलेगा
Science journey ✨️ ♥️ ji apka bahot bahot shukriya
Bahot sare bhram se nikalane ke liye
Proude be a Buddhist ❤
Say...Proud to be rationalist ...
@@mahendradarbare5857 why i m not rationalist i am Buddhist
@@dhammawaghmare7401 good, go on👍👍👍
@@mahendradarbare5857 👍🏻
मूर्ख से कभी बहस नही करनी चाहिए क्योंकि जब उससे बहस करोगे तो वह अपने लेबल पर ले आएगा आपको
U r right isliya sab side se nikal jata hai
LOVE YOU SCIENCE JOURNEY JI 💙LOVE YOU SCIENCE JOURNEY JI💙 LOVE YOU SCIENCE JOURNEY JI💙 LOVE YOU SCIENCE JOURNEY JI 💙LOVE YOU SCIENCE JOURNEY JI💙
सादर जय भीम नमो बुद्धाय sj sirji salute Dil se 🙏🌹
भूमंडल सहित संपूर्ण सौरमंडल में न र्जीव होती है न आत्मा और न मन और ना ही प्रेम होता है, वैज्ञानिक दृष्टि से यह सारा सब कुछ गुरुत्वाकर्षण क़े क्षणिक आवेग से उत्पन्न होता है और समाप्त हो जाता है
What answer did that sir give? It made my heart happy. Thank you sir. Thank you Jai Bhim Namo Buddhay.
Ye atheist hai ya Buddhists?
@@KRN000 I think Buddhist
🙏🙏जय भीम🙏🙏 आपके माध्यमसे हमे बहुत जानकारी मिलती है. 🙏🙏जय भीम🙏🙏 🙏SJ🙏🙏
कर्म को बेहतर करने के लिए केवल मनुष्य जीवन है.
Great speech______science journey ji 💙💙💙💙_______Great knowledge📚📚______Rational world💪💪💪💪
ऐसे लोगों से डिबेट करने का मतलब अपना ही माथा तोड़ना होता है, जो बंदा स्पिरिचुअलिटी को मानता ही नहीं उसके साथ ऐसी बातें करना का क्या फायदा आप लोग जितना मर्जी साइंस जर्नी को समझा लो ,यह भाई मानेगा नहीं,आप लोग इसको समझाओ मत..
साइंस जर्नी जैसा लोग मरने के बाद शमशान घाट में ही घूमते रहेगे ,यह देखने के लिए के जिए आत्मा कहां से आई है और कहां जाएगी ......पक्का यही कुछ ना कुछ खोज जरूर करेगा......
जय भीम जय विज्ञान जय नमोबुद्धाय
चित मे रेकॉर्ड करेगी (मन बुद्धि चित अहंकार)
SCIENCE JOURNEY JI 💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪RATIONAL WORLD 🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥
धार्मिक लोग कितना बेवकूफ बनाते हैं लोगोको 😂😂 सर आपके कारण बहुत सी रोचक जानकारी या मिलती है जो कोई नही बताता है आपका बहुत बहुत शुक्रिया जय भीम नमो बुद्धाय 🙏💪🤝
Is sir ko kuch bhi nahi pata. Bache Logo ko gumrah kar raha hai.
SJ Sir JAIN charm ,s people always faith on SOULS and everyone can be PARMAHTA. But in the science theory denied it ,not accepted. Therefore nobody can faith , ❤ ***🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙇♀️🙇♀️🙇♀️🌍🌍🌍✅️✅️✅️
@@satyamjha592 tumne sun lia aur sach maan lia
बहुत बहुत साधुवाद साइंस जर्नी साहब बहुत प्रयास करता हूं कि आप से बात कर लूं लेकिन समझ में नहीं आता है कि कैसे कर सकता हूं सर जी मेरी इच्छा है कि आप से कुछ सीख ने के लिए क्यों की हो सकता है की मैं समाज सुधारक का संकल्प लें कर बहुजन समाज 85% काम कर रहा हूं उसमे कोई गलती तो नही हो रही है
What a कॉमेडी पंच,सर।
निरोध को देखता रहता है।
फट गया नही फटा देखने के आंखे फाड़ कर बैठी रहती है।😅😅😅
🤣🤣🤣😅😅😂😂😁😁😁
😂😂
जैन धर्म भी ब्राह्मण धर्म की B टीम हैं।यह सल्तनत काल में तुर्कों के दरबार में पदाधिकारी रहे तथा उनसे भूमि लेते थे बाद में मुगलों के भी दरबारी रहे हैं।
हाँ
एंटीना ने चने के झाड़ पे चढ़ाकर जैनियो का ब्रह्मणीकरण कर दिया है कि अब जैनी विलुप्ति की कगार पर हैं 😂😂
Isi saal Jharkhand mai adiwasiyon ne achee tarah se okat bayai thi " B" teem ko. kaise hath jodkr gidgida rahe te.
Jainam jayati shasanam
Jain dhram aur brahman dhram rival hai.
Ek nahi.
Aaj bhi hamare teerth kabjane me lage hai brahman.
Jiska virodh samaj kar raha hai.
Isliye galat baat mat failaiye.
साइंसजर्नी जी की मानवतावादी एवं वैज्ञानिक सोच के लिएकोटि कोटि धन्यवाद जय भीम नमो बुद्धाय❤❤
RATIONAL💪💪 POWER💪⚡⚡⚡⚡
सर इसको पूछो इसकी आत्मा कतने साल जिएगी
भाई इसे अपने परिवार की आत्मा के बारे में इनको कुछ मालूम नहीं है लेकिन सुद्रो ने पिछले जन्म में क्या किया था क्या बुरा किया था क्या अच्छा किया था उसके बारे में इन्हें सब मालूम है😂😂😂😂
Kyu be andh bhakat 😂😂
Sj sir, today's style of debate is quite good as compared to ur usual debates
SJ USTAAD JI 💙🙏🔥
@sciencejourney जी जय भीम जय संविधान जय विज्ञान
एक सांप के दो टुकड़े हो गए थोड़ी देर तक दोनों पार्ट हिलेंगे तो अब बताओ आत्मा सिर वाली साईड में है या पुंछ वाली साईड में। ध्यान रहे कि आत्मा एक होती है। जय जवान जय किसान जय विज्ञान जय अनुसंधान धन्यवाद ❤❤❤❤
सर या पूँछ दोनों मे से किसी एक मे हो सकती है
शेष भाग इस लिए हिलता है क्यों के दिमाग़ ने क्रिया करने का कमांड दे दिया है
Ek khud ko maar ke dekh le aatma ban to thik nahi bana to Muni he galat ho jayega
चेतना प्राण के साथ संलग्न है. कोई कोई इंसान या जीव प्राण के साथ चेतना attach नहीं होती तो फिर उसकी अंग अलग होने पर नहीं फड़फड़ाते
Good
Correct example
Cpyadav
Up83
फिर उदल बिना सर के घंटों युद्ध कैसे करते रहे...
Very thanks for science journey jai bhim jai samvidhan Jai vigyan
Love You Science Journey....
आखिर भारत के बच्चों के दिमाग में कितना जहर घोल दिया कि इनकी तार्किक क्षमता को खत्म कर दिया गया है 😌
जैनिज्म आया आत्मा का प्रमाण देने जैन धर्म बुद्धिस्म की कॉपी करके एक साजिश के तहत लाया गया है बुद्ध का जन्म और समाधि शिलालेख मिल जाता है लेकिन महावीर जैन का जन्म समाधि काल्पनिक कथाओं में जैनिज्म के ग्रंथ में ही मिलता है
duniya mein bhoot pret chudail aatma sab kutch pehle se he thi.ab bi hai or hmesha rahege.jisne mehsoos kr liya woh maneha jisne nahi kiya woh kabhi bi nahi manega.
Mai. Hi bhgwan se daily milta hu..aap nhi jan skte hai...
बुद्ध ने खुद कहा था, की उन्हें महावीर से मिलना था ,ज्ञान प्राप्ति के बाद.
लेकिन उन्हें पता चला कि उनका परिनिर्वाण हो चुका था।
जिसने अपने इन्द्रियों को जीत लिया, उसे जैन कहते हैं, इनकी तो इन्द्रियां ही अनियंत्रित है!
GREAT DEBATE SJ SIR JI 🔥🔥
जय साइंस journey
WAH SAHAB.,.... WHAT A DEBATE !!!!!!!!!! HATS OFF TO YOU..... ABHINANDAN 🌹🌿🌹🌿. AUR... AANEK AASHIRWAD.......🌹🌿🌹
जय भीम सर । आज तो मजा ही आ गया।
वेरी नाइस साइंस जर्नी
जीवन के अस्तित्व का अर्थ जानने के लिए, यदि हम इतिहास पर दृष्टि डालें तो हमें दो सबसे प्राचीन धाराएँ मिलती हैं, जो "अहिंसा परमो धर्म" के सिद्धांत को मानती हैं, जिसे हम जैन धर्म (श्रमण परम्परा) और हिंदू धर्म (वैदिक परम्परा) के नाम से जानते हैं। इन दोनों धर्मों की शुरुआत ज्ञात इतिहास से परे है या हम कहें कि ब्रह्माण्ड एवं खगोल संरचना संबंधी आधुनिक विज्ञान मान्यतायें इन धर्मों को पूरी तरह से समझा पाने में सक्षम नहीं हैं या समझने में बाधा उत्पन्न करती है, उदाहरण के लिए ये दोनों धर्म इस बात से सहमत हैं कि श्री राम एक वास्तविक ऐतिहासिक महापुरुष थे, जो लगभग 10 लाख वर्ष पहले हुए थे लेकिन आधुनिक इतिहास का सिद्धांत इस तथ्य को स्वीकार नहीं करता है। "अहिंसा परमो धर्म" ही सनातन या शाश्वत धर्म है एवं जैन धर्म और हिन्दू धर्म एक ही सनातन सच्चाई को देखने के दो नजरिये हैं । जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषवदेव जी का हिन्दू धर्म के वेदों और पुराणों में भी वर्णन हैं और जिन्हें दोनों मान्यताओं ने श्री राम ( जैन धर्मं के अनुसार श्री राम जी आठवें बलभद्र थे जो कि बीसवें तीर्थंकर मुनिसुव्रतनाथ जी के मोक्ष जाने के बाद हुए व उन्ही के शासनकाल में मोक्ष गए) के भी कई वर्षो पहले होना स्वीकार किया हैं |जैन धर्म में प्रथम तीर्थंकर ऋषवदेव जी को आदि या प्रथम क्षत्रिय माना गया हैं इन्ही से ईक्ष्वाकु कुल की स्थापना हुई थी, व इनके ज्येष्ठ पुत्र चक्रवर्ती सम्राट भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा जिसका उल्लेख दोनों धर्मो के ग्रंथो में मिलता हैं । एक ही सनातन सच्चाई "अहिंसा परमो धर्मं" की व्याख्या करने में दोनों धर्मों में भिन्नताएं आने का मुख्य कारण यह हो सकता है कि एक तीर्थंकरों की परम्परा से प्राप्त हुआ है जो कि केवलज्ञानी या सर्वज्ञ थे अतः उन्होंने यथार्थ वर्णन किया होगा, दूसरा ऐसी परम्परा है जिनके गुरु केवलज्ञानी या सर्वज्ञ नहीं थे हालांकि उनके गुरुओं को देवों ने सहायता की लेकिन केवलज्ञान न होने की वजह से अलग अलग समय में हुए महापुरुषों को उन्होंने एक ही महापुरुष का अवतार मान लिया होगा इसीलिए हिन्दू धर्मं में ईश्वर को अवतार लेने वाला व सृष्टि का कर्ता मान लिया जबकि जैन धर्मं में ईश्वर को सर्वज्ञ व सर्व शक्तिमान तो माना है लेकिन सृष्टि का कर्ता नहीं माना एवं कर्म सिद्धांत को मानते हुए ये माना है कि सृष्टि के सभी अन्नत जीव अपने पुरुषार्थ से जन्म मृत्यु के अनादि चक्र से छूटकर परम पद या मोक्ष प्राप्त कर ईश्वर बन सकते हैं। "अहिंसा परमो धर्म" कथन में हम परमो या परम शब्द पर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, जिसका अर्थ है निरपेक्ष, इस प्रकार यह बताना कि अहिंसा एक परम सनातन नियम है जो तीनों लोकों को संचालित करता है। जैन धर्म में इसे संपूर्ण विज्ञान कहा गया है जो संपूर्ण अस्तित्व के कार्य और नियमों की व्याख्या करता है।
जैन धर्मं के अनुसार संपूर्ण सृष्टि या लोक ६ द्रव्यों से मिलकर के बना हैं
१) आकाश (Space), २) काल (Time) ३) पुद्गल (Matter and Energy) ,
४) जीव (Living beings or souls) ५) धर्मास्तिकाय (Medium of Motion)
६) अधर्मास्तिकाय (Medium of Rest)
आधुनिक विज्ञान उपरोक्त ६ द्रव्यों में से प्रारंभ के ३ को ही जनता हैं इसीलिए अपूर्ण हैं| इसीलिए आधुनिक विज्ञान के सिद्धांत जो कि लोक की सनातनता (eternity) पर प्रश्न चिन्ह लगाये, को सत्य मान लेना बहुत बड़ी भूल हैं |
Sudeep Jain
(Aerosapce Engg. From IIT Kanpur, Instructor of Physics and student of Cosmology and Jain Philosophy)
जैन धर्म जिसके अन्य प्राचीन नाम परम् अहिंसामयी विश्वधर्म, अहिंसा परमो धर्म, सनातन धर्म (हालाँकि आज यह केवल हिन्दू धर्म के लिए प्रयोग किया जाता हैं लेकिन यह जैन धर्म का प्राचीन नाम हैं ),वीतराग धर्म, समण या श्रमण धर्म (समनार- तमिल क्षेत्र) , निर्ग्रन्थ धर्म, सम्यक रत्नत्रय धर्म, दसलक्षण धर्म, परमहंस दिगम्बर धर्म, अर्हत धर्म, सर्वज्ञ या केवली प्रणीत धर्म, निज स्वभाव धर्म, वैदिक धर्म( २०वे तीर्थंकर मुनिसुव्रतनाथ के समय तक जैन धर्म को वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता था और जिनवाणी को ही वेद के रूप में अध्ध्यन किया एवं कराया जाता था लेकिन एक वैदिक गुरु क्षीरकदम्ब के पुत्र पर्वत ने मद में आकर एक व्यंतर के साथ मिलकर खोटे वेदों की रचना कर दी तब दो प्रकार के वेद आर्ष वेद(जिनवाणी) एवं अनार्ष वेद (हिंसा प्रधान खोटे वेद) अस्तित्व में आ गए थे(आचार्य जिनसेन के हरिवंश पुराण के अनुसार), आज जो वेद देखने को मिलते हैं वे संभवतः इन्ही दोनों वेदो के मिश्रण से उत्पन्न होने का अनुमान हैं ), व्रती धर्म, गृहस्थों की अपेक्षा से श्रावक धर्म , जिन धर्म आदि हैं के अनुसार संपूर्ण सृष्टि या लोक ६ द्रव्यों से मिलकर के बना हैं
१ आकाश (Space),२.काल Time
३) पुद्गल (Matter and Energy) ,
४) जीव (Living beings or souls)
५) धर्मास्तिकाय (Medium of Motion)
६) अधर्मास्तिकाय (Medium of Rest)
आधुनिक विज्ञान उपरोक्त ६ द्रव्यों में से प्रारम्भ के ३ को ही जनता हैं इसीलिए अपूर्ण हैं| इसीलिए आधुनिक विज्ञान के सिद्धांत जो कि लोक की सनातनता (eternity) पर प्रश्न चिन्ह लगाये, को सत्य मान लेना बहुत बड़ी भूल हैं |
Jay Bhim Namo Buddhay Sir ❤🎉
Solid debite kiya sj sir great knowledge hain apka great salute apako jaybhim namo budhhay ❤❤inke tirthankar dekhakar hasi aati hain ❤aesa lagata hain zuth likha hain ❤❤
Jai bhim jai savidhan Jai vigyan 🙏🙏🙏
Great debate SJ sir 🔥🔥
बहुत बडीया संवाद , बंदा आत्मा का सवूत नहीं दे पाया
जिंदा जाता नही जमिंपर ही रहता, मरा आकार बताता नाही की
मेरी आत्मा कीसमे घूस गई है
बंदे ने बहुत जोर लगा या , परंतु विफल, विफल, फैल SCIENCE JOURNEY JI ,KEEP IT ON
JAIBHEEM
JAI MAANAVTA JAI VIGYAAN
Saap 🐍kaatne per Muttra👨💦 pina chahiye Aur 🙉💩Tatti khani Chahiye 😁😂🔍. Yesa sutpitak main likha hain Gazab Sacience hain ☸️🧠🔍😂😂😂😂😁
सही वात
कुछ भी सत्य हो
मानवता होनी चहिये 👍👍
Namo Buddhay Jay Bhim Jay mulnivasi...
जयभीम नामों बुद्धाय आत्म दिपो भवा
YAHI kaho aage kuchh aata bhi to nahi
ATHEISM is the Future of World✊🇮🇳
SJ sir excellent Debate. There is no soul at all. Medical Science does not say anything about soul.. You asked scientic and logical questions about soul to debater on other side but he did not answer a single question.. Those who claim that there is soul, shoud give evidence of the same, otherwise thier claim is false.Jai Bhim Namo Buddhay, Bhavatu Sabb Mangalam.👍🌹🙏
Medical science also does no say about feelings attachments love truth falsehood justice that means they are all non existent as per this comedy channel 😅
I think you've gone nuts and addicted to this nonsense you need a through counseling
Get well soon.
If medical science don't believe in something that does not mean it doesn't exist.
How will medical science find something which is not its subject matter.
A cricketer cannot make rocket.
An astronaut cannot play cricket.
Atma is subject matter of religion.
There is no soul at all then who is operating your body machine? Can you see electric power who runs your fan, refrigerator etc? Go and put your hand in your main electric source and experience it because you can’t see it with your material eyes. Bindok.
Bro you are writing namo Buddha even Buddha believes in soul and reincarnation.
मुझे हंसी आ रही है इस मूर्ख की बात सुन के
जय भीम SJ सर
बड़ा ही दुख की बात है की हमारे भारत में ऐसे -ऐसे मूर्ख भी है !
ज्यादातर लोगों को टुन्नीयों की श्रेणी में ही माने बंधु 🤓🤓🤓🤓🤓
Kehna kya chahte ho Bhai
Bade hi dukh ki baat hey ki hamare bharat me aaj bhi tum bheemto ko reservation milta hey aur padhey likhey logon ko koi nhi poochta agar ho gouda toh bina reservation ke aao gend fat jaaegi 😂😂 Sach sabko maalum hey agar itna hi science se pyaar hey toh bete bina reservation ke iit aur neet me aa 😂 waha toh abba baithe hey 😭😭
@@yashsharma1280
Gobar khana chhod do Bhai
Pehale apne religion ka naam pata kar Lo aur apne Varna ke utpatti ki mazedar kahaniya malum kar lo, fir aana gyan dene
@@ajitkatariya4673
ये मनुवादी टुन्नीयों की औलाद है जो सैकड़ों सालों से मंदिरों में बैठ कर भिखारियों की तरह खा रहे हैं🤓🤓🤓
Namo buddhay Jay Bheem sar
Mujhe badi Khushi hui ki aapane Jain Muni Ko Sahi karke dhoya Jay Bheem namo buddhay